देहरादून, फिल्म नीति 2024 के प्रावधानों के चलते बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इससे जहां उन्हें कई तरह की सहूलियतें मिल रही है, वहीं अलग-अलग स्तरों पर सब्सिडी का लाभ भी मिल रहा है। आंचलिक फिल्मों के निर्माण और स्थानीय कलाकारों को शामिल करने पर अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। यही कारण है कि उत्तराखंड आज फिल्म निर्माण के बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।
सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिन्दी और आठवीं अनुसूची की भाषाओं में बनने वाली फिल्मों के प्रोडक्शन पर राज्य में खर्च की गई धनराशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी देने का प्रावधान है। गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी फिल्मों में मिलने वाली सब्सिडी को 25 लाख से बढ़ाकर दो करोड़ तक किया गया है।
प्रदेश में शूट होने वाली बाल फिल्मों को 10 फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था है। विदेशी और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके साथ ही राज्य शूट होने वाली वेब सीरीज, टीवी धारावाहिक को भी सब्सिडी का लाभ मिलेगा। डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, ट्रैवलॉग, ब्लॉग व म्यूजिक वीडियो में भी सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में नई व कम प्रसिद्ध लोकेशन पर शूटिंग करने पर पांच फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों व तकनीशियनों को शामिल करने पर फिल्म को 10 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि फिल्म नीति में देश के प्रतिष्ठित फिल्म संस्थानों से पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी छात्रवृत्ति दी जा रही है। साथ ही फिल्म सिटी के निर्माण की भी योजना है।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता हेमंत पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से कई फिल्मों का निर्माण उत्तराखंड में हो रहा है। इससे यहां के स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी फायदा मिलेगा। स्थानीय फिल्मों को बढ़ावा मिलेगा। अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र सिंह डसीला ने किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्यगण मौजूद रहे।
फिल्म निर्माण की बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा उत्तराखंड : तिवारी
उत्तराखंड में नवचयनित औषधि निरीक्षकों का प्रशिक्षण प्रारंभ, गुणवत्तायुक्त औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर — डॉ. आर. राजेश कुमार
देहरादून, उत्तराखंड राज्य में नवचयनित औषधि निरीक्षकों के लिए FDA भवन, देहरादून में 21 अप्रैल 2025 से एक सुदृढ़ एवं व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, डॉ. आर. राजेश कुमार ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह नियुक्ति केवल एक पद नहीं बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली को सशक्त करने की एक अहम जिम्मेदारी है।
डॉ. राजेश कुमार ने निर्देश दिए कि राज्य में हर नागरिक को गुणवत्तायुक्त, मानक स्तर की औषधियाँ समय पर उपलब्ध हों, यह सुनिश्चित करना औषधि निरीक्षकों की मुख्य प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि औचक निरीक्षण, नियमित नमूना संग्रहण, भंडारण स्थलों की निगरानी और यात्रा मार्गों पर दवा उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जाए। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवा का एक मजबूत आधार यह है कि जनता को भरोसेमंद और प्रभावी औषधियाँ मिलें। निरीक्षकों को अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी, निष्पक्षता और सजगता के साथ कार्य करना होगा।”
अपर आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, ताजबर सिंह जग्गी ने भी प्रशिक्षण की आवश्यकता और महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सशक्त बुनियाद है, जिस पर भविष्य की औषधि निगरानी प्रणाली का निर्माण होगा। उन्होंने कहा “प्रशिक्षण का उद्देश्य निरीक्षकों को कानूनी, नैतिक, तकनीकी और व्यावहारिक हर पहलू में दक्ष बनाना है। इससे वे नकली, घटिया और अनुचित दवाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही कर सकें।” उन्होंने कहा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी सप्ताहों में विभिन्न चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें कक्षा शिक्षण, प्रायोगिक अभ्यास, केस स्टडी और फील्ड विज़िट शामिल हैं। यह पहल उत्तराखंड राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को न केवल आधुनिक बनाएगी, बल्कि राज्य को स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में अग्रसर भी करेगी।
प्रशिक्षण में इन विषयों पर किया गया फोकस :-
Drugs & Cosmetics Act, 1940
Narcotic Drugs & Psychotropic Substances Act, 1985
Drugs Price Control Order (DPCO)
Drugs & Magic Remedies (Objectionable Advertisements) Act
Sampling, Judicial Process, Police Coordination
प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों से आमंत्रित अनुभवी विशेषज्ञ भी प्रतिभाग कर रहे हैं जो अपने वर्षों के अनुभव से प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
नरेंद्र आहुजा, भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, हरियाणा ने कहा, “औषधि निरीक्षकों की भूमिका केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं, वे जनता के स्वास्थ्य के रक्षक हैं। उन्हें तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता भी विकसित करनी होगी।”
उड़ीसा के भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, महापात्रा ने कहा, “अंतरराज्यीय औषधि निगरानी तंत्र को समझना और उसमें सक्रिय सहभागिता आज की आवश्यकता है। औषधि निरीक्षकों को राज्यों के समन्वय में भी दक्ष होना चाहिए।”
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुशांत महापात्रा ने अपने सत्र में औषधि से संबंधित मामलों की न्यायिक प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “विधिक ज्ञान एक निरीक्षक के लिए उतना ही आवश्यक है जितना तकनीकी ज्ञान। सही कानूनी प्रक्रिया का पालन ही कार्रवाई को टिकाऊ बनाता है।”
USFDA एवं WHO से जुड़ी विशेषज्ञ अर्चना बहुगुणा ने वैश्विक मानकों की जानकारी साझा करते हुए कहा, “यदि हम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप निरीक्षण प्रणाली विकसित करें तो न केवल जनता को लाभ मिलेगा बल्कि भारतीय दवा उद्योग की वैश्विक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।”
एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी: डीजी सूचना
राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर “रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ पर परिचर्चा* *पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा कार्यक्रम का आयोजन*
देहरादून, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी ने कहा कि एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी है। आज के तकनीकी दौर में हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझे। राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर सोमवार को देहरादून में पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यकाशाला का विषय ‘‘रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ रखा गया।
कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना एवं उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, बद्रीकेदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल, अध्यक्ष पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर रवि विजारनिया द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि बंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के तकनीकी दौर में हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझे। उन्होंने कहा कि ए.आई. तकनीक का वर्तमान समय में जिस प्रकार से तेजी से विकास हो रहा है, उसमें हम सभी की जिम्मेदारी बन जाती है कि हम मनुष्यता की भावना को सर्वोपरि रखे। ए.आई. तकनीक के उपयोग से समय की बचत होती है, उस समय का उपयोग हम किस प्रकार से करते है, यह भी हम सभी को समझना होगा। सोशल मीडिया के साथ-साथ परिवार एवं समाज से भी जुड़े रहे। किसी भी प्रकार की सूचना को आगे बढ़ाने या भेजने से पहले एक बार विचार अवश्य करना होगा कि सूचना सही है या गलत। कोई भी गलत सूचना एक बार प्रसारित हो जाती है, तो उसका प्रभाव व्यक्ति एवं समाज दोनो पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि ए.आई. से कंटेट बनाया जा सकता है, लेकिन उसमें स्वयं के विचारों और अनुभवों का समावेश भी जरूरी है। ए.आई. का जिम्मेदारी के साथ उपयोग, हम सभी का कर्तव्य है और इस बारे में अधिक से अधिक जागरूकता की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि संयुक्त निदेशक, सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय ने कहा कि जब भी नई तकनीक आती है, तो उसकी अपनी चुनौतियां होती है, साथ ही नये अवसर और नई संभावनाएं भी बनती हैं। आज जब सभी जगह ए.आई. की होड सी लगी है, तब हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ए.आई. का किस सीमा तक उपयोग किया जाय। हमें यह भी सोचना होगा कि हम पूरी तरह से ए.आई. पर ही निर्भर न हो जाय, हमें अपनी क्षमता को बनाये रखना है। जनसंपर्क के क्षेत्र में ए.आई. केवल सहयोगी की भूमिका तक ही सीमित रहे। ए.आई. से होने वाले लाभ एवं दुष्परिणाम के संबंध में जनजागरूकता करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में न्यूज-18 चैनल के संपादक श्री अनुपम त्रिवेदी ने कहा कि हम सभी को समझना होगा कि विज्ञान सुविधा देता है, तो समस्याएं भी देता है। उन्होंने कहा कि आज ए.आई. का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि ए.आई. के गलत उपयोग के कारण आज फेक न्यूज हम सभी के सामने बड़ी चुनौती है। इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क क्षेत्र में व्यक्तिगत संबंध ही महत्वूपर्ण है, इसमें ए.आई. उतना उपयोगी सिद्ध नही हो सकता है।
बदरी केदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल ने कहा कि ए.आई. के दौर में हम ए.आई. से सभी कुछ प्राप्त कर सकते है, लेकिन इमोशन नही। इमोशन केवल मनुष्य के पास ही है। उन्होंने कहा कि हमे ए.आई. तकनीक को वरदान या चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा।
कार्यशाला में तकनीकी विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री आकाश शर्मा ने ‘‘जनसंपर्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग” विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि ए.आई. हमारा स्थान नहीं ले रहा है, बल्कि हमारे कार्य को अधिक प्रभावशाली बना रहा है। जनसंपर्क लोगों का काम है, और ए.आई. सिर्फ उसे तेज और सटीक बनाने में हमारी मदद करता है। एआई के विभिन्न टूल्स की जानकारी दी।
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पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि बिजारनिया ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनिल वर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र भट्ट, सदस्य सुधाकर भट्ट, वैभव गोयल, राकेश डोभाल, अजय डबराल, दीपक शर्मा, प्रशांत रावत, ज्योति नेगी, शिवांगी, मनमोहन भट्ट, संजय सिंह, प्रताप सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।
तीन दिवसीय “सूर्या देवभूमि चैलेंज” का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सोनप्रयाग में हुआ समापन।
रुद्रप्रयाग- भारतीय सेना द्वारा स्थानीय अधिकारियों और पर्यटन निकायों के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय सूर्या देवभूमि चैलेंज साहसिक कार्यक्रम का आज सोनप्रयाग में रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमो व पुरुष्कार वितरण के साथ समापन हो गया। मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल अनिन्द्य सेनगुप्ता द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया और सभी प्रतिभागियों को उनके दृढ़ विश्वास के लिए सराहना् की। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने माउंटेन बाइकिंग,ट्रेल रनिंग और ट्रैक रनिंग के द्वारा अपने अदम्य साहस सहनशक्ति का प्रदर्शन किया।
इस चुनौतीपूर्ण आयोजन में विभिन्न आयु वर्ग में कुल 134 पुरुषों एवं 07 महिलाओं ने भाग लिया l
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) लेफ्टीनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुये बताया कि यह दौड़ मानव धैर्य सहनशक्ति और उत्तराखंड के लुभावने लेकिन चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों का एक शक्तिशाली प्रमाण है। राज्य के कुछ सबसे कठिन और दुर्गम इलाकों में आयोजित इस असाधारण साहसिक कार्य ने देश भर के प्रतिभागियों को अपनी शारीरिक दृढ़ता और मानसिक शक्ति का परीक्षण करने के लिए एक साथ मौक़ा दिया lखड़ी ढलानों और घने जंगलों वाले इलाक़ों से गुजरते हुए, यह चुनौती न केवल समय के खिलाफ दौड़ थी, बल्कि देवभूमि की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव भी थी। इस कार्यक्रम ने साहसिक खेलों और इको-टूरिज्म के लिए एक गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की अद्वितीय क्षमता को प्रदर्शित किया।
सोनप्रयाग में आयोजित समापन समारोह मे सास्कृतिक कार्यक्रमो की धूम रही, उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी सहित स्थानीय रंग कर्मियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे :-
पुरुष वर्ग
35 से कम
पहला स्थान – कमलेश रावत
दूसरा स्थान – नरेंद्र सिंह
तीसरा स्थान – ऋषभ मिंगवाल
चौथा स्थान – रोहित सिंह
पांचवां स्थान – नवनीत सिंह
35 से 45
पहला स्थान – सतपाल
दूसरा स्थान – कृष्णवेन्द्र सिंह
तीसरा स्थान – अरविन्द सिंह
45 के ऊपर
पहला स्थान – कलम सिंह बिष्ट
दूसरा स्थान – राजेंद्र प्रसाद जोशी
तीसरा स्थान – शिवानंद
इस परियोगिता में महिला प्रतिभागियों का प्रदर्शन इस प्रकार रहा :-
35 से कम
पहला स्थान – प्रीति
अंजलि भंडारी और कीर्ति यादव, इन दोनों ने भी इसे पूरा किया।
45 के ऊपर
पहला स्थान – वंदना सिंह
सूर्या देवभूमि चैलेंज 2025 ने भारत में साहसिक खेल आयोजनों में एक नया मानदंड स्थापित किया है और रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की स्थिति की पुष्टि की है।
नारायण के छात्रों ने जेईई मेन्स में लहराया सफलता का परचम, कार्तिक रेड्डी और रोहन ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
देहरादून: नारायण समूह के छात्रों ने जेईई मेन्स की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। संस्थान के छात्रों ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित करते हुए बेहतरीन रैंक हासिल की हैं।
टोंस ब्रिज स्कूल के छात्र कार्तिक रेड्डी ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए शीर्ष रैंक हासिल की है। वहीं, देहरादून के रोहन ने 79वीं रैंक प्राप्त कर संस्थान का गौरव बढ़ाया है। इसके अतिरिक्त, मसूरी के रिद्धम गुप्ता ने भी मेन्स परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
नारायण संस्थान के कुल छात्रों में से 5 छात्रों ने 99 पर्सेंटाइल से अधिक, 14 छात्रों ने 95 पर्सेंटाइल से अधिक और 22 छात्रों ने 93.50 पर्सेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। यह प्रदर्शन 2021 के बाद से संस्थान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
संस्थान के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में नारायणा ने 4000 से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है। पिछले वर्ष के शानदार परिणामों के बाद, इस वर्ष भी संस्थान के छात्रों ने विभिन्न संस्थानों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर देहरादून के छात्रों और उनके अभिभावकों का विश्वास जीता है।
संस्थान के अकादमिक डायरेक्टर डॉ संजय रावल ,ब्रांच मैनेजर देहरादून निशांत कुमार राव और निदेशक कवित कुमार ने बताया कि इस वर्ष भी कई छात्रों ने 95.5 पर्सेंटाइल से ऊपर अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने छात्रों की कड़ी मेहनत और शिक्षकों के समर्पण को इस सफलता का श्रेय देते हुए छात्रों के सफल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं ।
‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण व युवा कवियों का काव्य पाठ
देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज युवा कवियों की संस्था ‘मंच’ के माध्यम से एक साहित्यिक आयोजन किया गया, कार्यक्रम के तहत कविता संग्रह ‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण किया गया, इसमें देहरादून के उभरते कवियों की कविताओं को संकलित किया गया है l
शब्दों का संसार एक विशिष्ट साहित्यिक संकलन है, जिसे उत्तराखंड की साहित्यिक संस्था ‘मंच’ ने प्रकाशित किया है। पुस्तक में संस्था से जुड़े कई नवोदित और प्रतिष्ठित रचनाकारों की भाव अभिव्यक्तियां इसमें प्रकाशित की गयीं हैं, लोकार्पण के अवसर पर दिल्ली से मुख्य अतिथि क़े रूप में शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत शामिल रहे, लोकार्पण के बाद कविता पाठ में उभरते युवा कवियों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी l
मंच संस्था के कुलदीप धरवाल ने कहा कि मंच संस्था न केवल युवाओं को लेखन के प्रति प्रोत्साहित करता है, बल्कि उन्हें साहित्यिक जगत में एक सशक्त पहचान दिलाने के उद्देश्य से भी कार्य करता है। इनकी स्वरचित साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने क़े लिये कविता पाठ के आयोजन किये जाते हैं l
कार्यक्रम में अजय श्रीशवाल, पार्षद मोथरोवाला सोबत चंद रमोला, शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत ने भी अपने विचार व्यक्त किये l
काव्य पाठ क़े दौरान संस्थापक कुलदीप सिंह ने ‘ चोट हो प्रहार हो केसरी दहाड़ हो, बाण ऐसे छोड़ो जिनसे चीख हो पुकार हो…’ ,आकांक्षा वर्मा ने ‘मुझको वहशत है रौनक से, मुझको सुनसान ही रहने दो,जहाँ दहशत हो मुझे अपनों से, मुझको गुमनाम ही रहने दो… ने महफ़िल मैं रौनक बिखेर दी l
कार्यक्रम में सबसे कम उम्र के बालक अधीराज पुंडीर के जोशीले शब्दों ने पूरे साभागर को ऊर्जा से संचारित कर दिया l
कार्यक्रम में वृंदा वाणी, आकांक्षा वर्मा, भूपेंदर नेगी, बिन्नी गहलोत, बलजीत, शाह, मानसी, शिवानी साहू, विजयपाल कलुडा, राहुल नौटियाल, प्रखर पंत, अंशुल सिंह, नैन्सी आहूजा, वैरागी, अविरल माझी, धर्मेंद्र तनुज, नीलेश, अंकुर ने भी सुंदर काव्य पाठ किया. मंच क़े सह संस्थापक मीर ने कहा की हमारा शुरू किया गया प्रयास शायद अब सफल होता दिख रहा है, जब ऐसे कलाकार सामने आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं तो वास्तव में कार्य सार्थक होता दीखता है l
कविता पाठ के इस कार्यक्रम के दौरान दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की प्रोग्राम एसोसिएट, चंद्रशेखर तिवारी, जनकवि डॉ. अतुल शर्मा, आलोक सरीन, मेघा विलसन, विनय डबराल, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित अनेक साहित्य प्रेमी, लेखक और प्रबुद्ध जन व अनेक युवा कवि उपस्थित रहे l
ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट में गूंजे रेट्रो बॉलीवुड के सदाबहार नगमे
देहरादून, स्वरांजली ग्रुप द्वारा आज सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में लोकप्रिय संगीतमय शाम ‘ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक संदीप गुप्ता के नेतृत्व में यह कार्यक्रम पिछले 13 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य है बॉलीवुड के स्वर्णिम संगीत युग को जीवित रखना और सम्मान देना।
संदीप गुप्ता, जो पेशे से व्यवसायी और शौक से गायक हैं, ने कार्यक्रम को खास अंदाज़ में प्रस्तुत किया। उन्होंने किरदार के अनुरूप पोशाक पहनकर “ये जवानी है दीवानी”, “चाहिए थोड़ा प्यार”, “यारी है ईमान मेरा”, “महबूबा महबूबा”, और “खाईके पान बनारस” जैसे गीत प्रस्तुत किए, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए संदीप गुप्ता ने कहा, “ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट हमारे लिए पुराने बॉलीवुड संगीत के जादू को जीवित रखने का एक माध्यम है। जब लोग इन गीतों के साथ जुड़ते हैं और आनंद लेते हैं, तो हमारा प्रयास सफल होता है।”
राजेश गोयल, जो वकील, व्यवसायी, नेता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने “नज़र न लग जाए” और “आके तेरी बाहों में” जैसे गीतों को अपनी मधुर आवाज़ में प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम के निर्देशक मेहबूब आलम ने मोहम्मद रफ़ी के गीत “आ जा तेरी याद आई” और “इतना तो याद है मुझे” गाए, जबकि संजना ने डुएट गीत प्रस्तुति दी।
संदीप गुप्ता के बेटे रजत गुप्ता, जो एक उभरते हुए कलाकार हैं, ने गिटार के साथ लाइव प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं, उनकी बेटी शिवानी गुप्ता ने भी मंच पर शानदार प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।
कार्यक्रम में कमल जॉली, हैदर अली, डॉ. विनोद गुप्ता, बलदेव सिंह और कल्पना सैनी सहित अन्य कलाकारों ने भी अपनी गायकी से शाम को यादगार बनाया। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका डोभाल ने किया।
जोशी चिल्ड्रन्स अकादमी के कंचन पंवार ने 94.4 अदिति ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर बढ़ाया विद्यालय का मान
देहरादून, शिक्षा के क्षेत्र में एकबार फिर जोशी चिल्ड्रन्स अकादमी के 10वीं कक्षा के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस वर्ष के परिणामों में अकादमी के सभी छात्रों ने सफलता प्राप्त की है, जो कि एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। कंचन पंवार ने 94.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि अदिति ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अभिषेक कुमार ने कहा कि समस्त शिक्षक मंडल के मार्गदर्शन और समर्थन के कारण ही हमारे छात्र इस मुकाम तक पहुँच पाए हैं। उन्होंने कंचन पंवार, अदिति और समस्त सफल छात्रों तथा उनके परिवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी साथ ही, समस्त शिक्षक मंडल के अथक प्रयासों की सराहना की जिन्होंने छात्रों को इस उपलब्धि के लिए तैयार किया।
उत्तराखण्ड़ सतरुद्रा ट्रस्ट ने आयोजित की वार्षिक आम सभा
“ट्रस्ट वर्तमान में 20 संसाधन हीन एवं पितृहीन बच्चों की शिक्षा में कर रहा मासिक सहयोग”
देहरादून, उत्तराखण्ड़ सतरुद्रा ट्रस्ट ने रविवार को कौलागढ़ रोड़ स्थित एक रेस्टोरेन्ट में अपना वार्षिक अधिवेशन आयोजित किया। अधिवेशन में ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी सपत्नीक, सहयोगी, लाभार्थी एवं समाजसेवी उपस्थित थे।सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। आशा रावत, नीलिमा धूलिया एवं अंजू भट्ट द्वारा वंदना प्रस्तुत की गई।
ट्रस्ट के सचिव महेंद्र पाल सिंह नेगी ने अपने स्वागत संबोधन के साथ ट्रस्ट के बारे में जानकारी दी एवं गत वर्ष में किये गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। बताया कि ट्रस्ट वर्तमान में 20 संसाधन हीन एवं पितृहीन बच्चों की शिक्षा में मासिक सहयोग कर रहा है एवं अब तक कुल 33 बच्चे इस कार्यक्रम के अंतर्गत लाभान्वित हो चुके हैं। इसके साथ ही 20 निर्धन परिवारों को भी प्रतिमाह 1500/ आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है। व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में नर्सिंग कोर्स कर रही तीन छात्राओं को प्रवेश शुल्क के रूप में प्रत्येक को 15000/- तक का सहयोग किया गया। असहाय वर्ग को चिकित्सा सहायता के अंतर्गत नेत्र, शल्य क्रिया एवं रक्त विकार की चिकित्सा के लिए 25000/- का सहयोग किया गया। इस वर्ष उत्तराखण्ड के दूरस्थ विद्यालयों में शिक्षारत मेधावी छात्रों को आर्थिक सहयोग के साथ सम्मान पत्र भी दिये गए। कक्षा 10 एवं कक्षा 12 में विद्यालय में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले पांच दूरस्थ व दुर्गम विद्यालयों के 21 छात्रों को ₹ 83000/ की सम्मान राशि वितरित की गई। इसके अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण, कैरियर काउंसिलिंग, गौ संरक्षण एवं टी बी मुक्त भारत अभियान में किये गए सहयोग का भी उन्होंने विवरण साझा किया। उन्होंने वार्षिक आय व्यय का लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी सहयोगियों, लाभार्थियों एवं उपस्थित महानुभावों का कार्यक्रम में स्वागत किया। उन्होंने ट्रस्ट के भावी कार्यक्रमों पर विस्तृत जानकारी दी। मांगल डॉट कॉम के संस्थापक विजय भट्ट ने कहा कि ट्रस्ट ने बहुत कम समय में बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। समाज में अंतिम पायदान के लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए बहुत अच्छे प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने समाज से आग्रह किया कि सभी लोगों को इस तरह के सहयोगात्मक कार्यों के लिए आगे आना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष डॉ. राकेश बलूनी ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि ट्रस्ट लगातार समाज की भलाई के लिए कार्य कर रहा है। हमारा उद्देश्य निष्काम एवं पारदर्शी भावना से कार्य करना है। ओजस्वी, यशस्वी, समृद्धि, गोविंद एवं स्कंधा ने गढवाली गीतों का प्रस्तुतीकरण कर सभी को मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर ट्रस्ट की विवरणिका- 2025 का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती चित्रा रावत, श्रीमती रोशनी बिष्ट, श्रीमती खुशी लखेड़ा, श्रीमती अर्चना नौटियाल, श्रीमती मनोरमा पैन्यूली, तनीषा पंत, सर्वश्री बीरबल सिंह असवाल, ललित मोहन पैन्यूली, गणेश उनियाल, बृजमोहन पैन्यूली, राजेंद्र प्रसाद उनियाल, कर्नल एस एस रावत, अरुण कुमार जोशी, सिद्धार्थ आगा, ए. एम. पांथरी, कर्नल पी पी एस बिष्ट, शिव मोहन सिंह, ललित मोहन लखेड़ा, जय वर्धन लखेड़ा, विजय जुयाल, अरुण बड़थ्वाल, इंदू भूषण सकलानी, डॉ. अविनीश कुमार, डॉ. माधव मैठाणी, बृजमोहन पैन्युली, श्री श्रीकृष्ण कोटनाला, आलोक चौधरी आदि उपस्थित रहे। अंत में वीरेंद्र गुसाईं ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुषमा असवाल ने किया।
रुद्रप्रयाग के होनहारों ने दिखाया दम, दसवीं में चिल्ड्रन एकेडमी अगस्त्यमुनी के पाँच छात्रों ने मेरिट सूचि में पाया स्थान, विद्यामंदिर रुद्रप्रयाग की अदिति पांडे ने इंटर में किया जनपद टाँप
रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड बोर्ड मेरिट सूची में जनपद रुद्रप्रयाग के होनहारों ने एक बार फिर से अपना दबदबा कायम रखा। जनपद के कई छात्र-छात्राओं ने नाम मेरिट सूची में आने से खुशी का माहौल है। जनपद के एजुकेशन हब कहे जाने वाले नगर पंचायत अगस्त्यमुनि स्थित चिल्ड्रन एकेडमी इंटर कॉलेज के 5 छात्राओं ने हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश की वरीयता सूचि में स्थान हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य हरिपाल कंडारी, उप प्रधानाचार्य शर्मिला सहानी ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में शत-प्रतिशत परिणाम रहा, विद्यालय की प्रिया नेगी ने 494 अंक हासिल कर राज्य भर में तीसरा और सृष्टि भट्ट ने 492 अंक प्राप्त कर चौथा स्थान हासिल किया। प्रियांशी ने 489 अंक प्राप्त कर सातवां, आयुष्मान गुसाई ने 484 अंक प्राप्त कर बारहवां और गीता बिष्ट ने 478 अंक हासिल कर अठारहवां स्थान प्राप्त किया।
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग के छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। विद्यालय के तीन छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की श्रेष्ठता सूची में स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। परीक्षा परिणाम घोषित होने पर विद्यालय परिवार ने उत्कृष्ट छात्र – छात्राओं को मिठाई खिलाकर उनको बधाई भी दी।
कक्षा 12 की छात्रा अदिति पांडे ने 93.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश स्तर पर 16वीं रैंक हासिल की। अदिति ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर टॉपर बनने का गौरव भी प्राप्त किया। वहीं कक्षा 10वीं में प्रियंक पुरोहित ने 95.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश में 18वां स्थान हासिल किया, जबकि मानस बर्तवाल ने 95 प्रतिशत अंक के साथ प्रदेश श्रेष्ठता सूची में 21वां स्थान प्राप्त किया।विद्यालय का हाई स्कूल परीक्षा परिणाम 94 प्रतिशत रहा, जिसमें 50 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इंटरमीडिएट में 92 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए, जिनमें से 72 ने प्रथम श्रेणी में सफलता प्राप्त की। कुल मिलाकर विद्यालय का 10वीं और 12वीं का संयुक्त परीक्षा परिणाम 92.45 प्रतिशत रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य शशि मोहन उनियाल ने सभी सफल छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
अगस्त्यमुनि नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के दो छात्रों क्रमशः सचिन सिंह नेगी ने हाईस्कूल परीक्षा में 95.6 प्रतिशत और हर्षित राणा ने इंटरमीडिएट मेरिट लिस्ट में 18वां स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य प्रेम सिंह राणा ने बताया कि हाईस्कूल वह इंटरमीडिएट में शत-प्रतिशत परिणाम रहा।
नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मणिपुर चाका की छात्रा अदीप बिष्ट ने 97.20 प्रतिशत और अमन सिंह 96.40 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्य भर में 14वां स्थान प्राप्त किया।
अतुल मॉडर्न हाई स्कूल तिलवाड़ा की छात्र स्वाती ने 96.7% एवं लाटा बाबा इंटरमीडिएट कॉलेज शीशों रुद्रप्रयाग की छात्रा पलाक्षा ने 96.60% अंक प्राप्त कर राज्य भर में 13वां स्थान प्राप्त किया।
उखीमठ नगर से सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्र अनेक सिंह ने 97.4% अंक हासिल कर वरीयता सूची में नवाँ स्थान शुभम सिंह ने 97% अंक हासिल कर वरीयता सूची में 11 स्थान सुजल राणा ने 95.6% अंक हासिल कर 18वां स्थान और प्रिंस सिंह ने 94.02% अंक हासिल कर वरीयता सूची में 25 वां स्थान प्राप्त किया। बच्चों की इस सफलता पर विद्यालय परिवार ने बधाई दी है।
जिले के दूरस्थ राजकीय इंटर कॉलेज बावई के छात्र शिवम सिंह भण्डारी ने राज्य मैरिट सूची में 15 वीं रैंक हासिल की है, शिवम भण्डारी ने कुल 500 अंको में से 481 अंक यानि 96.20% हासिल करते हुए अपने विद्यालय ओर अपने गाँव का नाम रोशन किया है।