Sunday, June 8, 2025
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दून में ई-वेस्ट मैनेजमेंट के लिए प्रेरणादायक विचारों के साथ इको इनोवेट 2025 का समापन

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देहरादून, ईकोग्रुप सोसाइटी और ग्राफिक एरा के प्रबंधन अध्ययन विभाग ने उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम देहरादून के सहयोग से आयोजित इको-इनोवेट 2025 ई-वेस्ट मैनेजमेंट आइडियाथॉन के फाइनल और पुरस्कार समारोह का गुरुवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि नगर आयुक्त श्रीमती नमामि बंसल ने प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन पारिस्थितिकी तंत्र की नींव के रूप में स्रोत पर पृथक्करण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। आशीष गर्ग ने बढ़ती ई-कचरा चुनौती से निपटने के लिए युवाओं के नेतृत्व वाले नवाचार और क्रॉस-सेक्टर सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। उप नगर आयुक्त गौरव भसीन ने ई कचरे के बढ़ते खतरों से जनता को जागरूक करने में जनसहभागिता पर जोर दिया।
देहरादून क्षेत्र के उच्च शिक्षा संस्थानों से आईडियाथॉन में प्रस्तुत 162 प्रविष्टियों में से, छह फाइनलिस्ट टीमों ने अभिनव समाधान प्रस्तुत किए और उन्हें प्रमाण पत्र के साथ कुल ₹18,000 का नकद पुरस्कार दिया गया ।

* संयुक्त प्रथम पुरस्कार : अक्षत सकलानी (सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल) लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग प्लांट और अग्रिम सिंघल (बीबीए, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी) बायो-सर्किट

* संयुक्त द्वितीय पुरस्कार: मानसी कुशवाह और सिद्धि तिवारी (सनराइज एकेडमी) – ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर लघु वीडियो और शौर्य शर्मा (बीबीए एआई और डीएस, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी) – ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग प्लांट

* संयुक्त तृतीय पुरस्कार : चिन्मय मित्तल, तन्वी, हिमांशु, रोशनी (बीबीए, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी) – स्मार्ट खेती और अवनी शर्मा और आर्यन (बी.कॉम) ई-वेस्ट मैनेजमेंट के लिए अभिनव दृष्टिकोण

इस कार्यक्रम में ई-कचरा संग्रह अभियान (22 फरवरी – 9 मई 2025) में योगदान देने वाले शीर्ष पांच छात्रों को भी सम्मानित किया गया, जिन्हें ₹10,000 के नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अभियान में 325 किलोग्राम ई-कचरा सफलतापूर्वक एकत्र किया गया और पर्यावरण के अनुकूल निपटान के लिए एटेरो रीसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड को भेज दिया गया।

शीर्ष ई-कचरा योगदानकर्ताओं में शामिल हैं :
आकांक्षा अग्रवाल (एमबीए II ए), उत्कर्ष जैन (बीबीए II जी), मानशी डोबरियाल (एमबीए II डी), श्रुति शर्मा (एमबीए II ई) और शिवम कुमार सिंह (एमबीए II ए)
कार्यक्रम में रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) नरेश कुमार शर्मा, नीरज मौर्य (साइनोटेक), अरविंद यादव और यूकेपीसीबी के अधिकारी सुभाष पंवार (यूकेपीसीबी), निहारिका डिमरी, रचना नौटियाल, तरंगिनी रावत, करीना मलिक आदि उपस्थित रहे।
वहीं प्रबंधन अध्ययन विभाग से उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में डॉ. नवनीत रावत, डॉ. नीरज शर्मा (संयोजक), डॉ. नागेंद्र शर्मा, कैप्टन राजश्री थापा, सोनाली दानिया, प्रहलाद अधिकारी और डॉ. गिरीश लखेड़ा के साथ-साथ इकोग्रुप सोसाइटी के सचिव ए.के. मेहता और मनीष जैन शामिल थे।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन, समूह फोटो और नेटवर्किंग लंच के साथ हुआ, जिसमें बाहरी अतिथि, जूरी सदस्य, फाइनलिस्ट और स्वयंसेवक शामिल हुए।
प्रबंधन अध्ययन विभाग से उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में डॉ. नवनीत रावत, डॉ. नीरज शर्मा (संयोजक), डॉ. नागेंद्र शर्मा, कैप्टन राजश्री थापा, सोनाली दानिया, प्रहलाद अधिकारी और डॉ. गिरीश लखेड़ा के साथ-साथ इकोग्रुप सोसाइटी के सचिव ए.के. मेहता और मनीष जैन शामिल थे।

अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा वीवीआईपी और बुलडोजर की कार्यवाही पर खामोश क्यों- सूर्यकांत धस्माना

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देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने अंकिता भंडारी मामले में पौड़ी सत्र न्यायालय के आए फैसले के बाद उस पर आई सरकार व भाजपा की प्रतिक्रिया पर हमला बोलते हुए भाजपा व सरकार पर इस जघन्य अपराध के पीछे के सबसे बड़े कारण वीवीआईपी को “अतिरिक्त सेवा” देने का दबाव मृतका अंकिता का स्वयं का आरोप पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए सरकार व भाजपा से सवाल किए हैं। आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या का सबसे बड़ा कारण उसका अपनी अस्मिता के साथ सौदा ना करना बना जिसका जिक्र उसने अपने मित्र के साथ व्हाट्स ऐप चैट में किया था। श्री धस्माना ने कहा कि हत्या का दोषी मुख्य अभियुक्त किस वीवीआईपी के लिए एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बना रहा था जिसके कारण सारा विवाद और फिर अंकिता की हत्या की गई इसका खुलासा नहीं हुआ और इसी कारण ना उस वीवीआईपी को कहीं खोजा गया ना ही उसे अभियुक्त बनाया गया और इसीलिए उसे सजा भी नहीं हुई लेकिन सबसे बड़े अफसोस की बात यह है कि सरकार व भाजपा के किसी भी नेता या प्रवक्ता ने इस वीवीआईपी का जिक्र अपनी प्रतिक्रिया में नहीं किया जबकि मृतका अंकिता भंडारी के माता पिता समेत पूरा राज्य का जनमानस आज इस घटना पर न्यायालय के निर्णय आने के बाद भी इस वीवीआईपी के बारे में बात कर रहा है और उसे सज़ा देने की मांग कर रहा है। श्री धस्माना ने कहा कि इसी से जुड़े दूसरे अहम पहलू पर भी भाजपा खामोश है कि वनंतरा रिसॉर्ट पर बुलडोजर की कार्यवाही किसके कहने पर हुई जिससे सुबूत मिटाने के प्रयास हुए। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंकिता भंडारी मामले में माननीय न्यायालय के फैसले से इस हद तक सहमत है कि अंकिता भंडारी की हत्या हुई और उसके साक्ष्य मिटाने के प्रयास किए गए किंतु विवेचना व ट्रायल में वीवीआईपी का जिक्र ना होना और उस पर कोई न्यायिक टिप्पणी ना होना अंकिता भंडारी को अधूरा न्याय मानती है इसलिए अभियोजन को इस मुद्दे को लेकर एक बार पुनः पुनर्विवेचना की कोशिश करनी चाहिए जिससे ये कथित वीवीआईपी का नाम उजागर हो और उसे भी सज़ा मिले।

सामान्य परिवार की बेटी रश्मि को जापान में मिली नौकरी

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‘मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रश्मि के माता-पिता से मुलाकात कर दी शुभकामनाएं’

देहरादून, टिहरी गढ़वाल के एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली रश्मि बेलवाल ने अपनी मेहनत और लगन से वो मुकाम हासिल किया है, जो कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है। लर्नेट इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स के माध्यम से TITP/SSW कार्यक्रम के तहत रश्मि का चयन जापान में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नौकरी के लिए हुआ है।
रश्मि की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने रश्मि के माता-पिता से भेंट कर उन्हें बधाई दी और रश्मि को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की बेटियां जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करती हैं, तो यह पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व की बात होती है।
रश्मि ने कठिन परिश्रम से जापानी भाषा की एन4 स्तर की परीक्षा पास कर यह मुकाम हासिल किया है। अब वह जापान में एक प्रतिष्ठित संस्थान में सेवा देने को तैयार हैं। उनकी इस सफलता पर आज लर्नेट इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स परिसर में एक सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया, जिसमें रश्मि और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया गया।
इस विशेष अवसर पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पार्षद और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती कमली भट्ट उपस्थित रहीं। संस्थान के रीजनल हेड श्री रमेश पेटवाल ने उन्हें पुष्पगुच्छ और शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
पेटवाल ने बताया कि संस्थान द्वारा अब तक सैकड़ों पहाड़ी छात्र-छात्राओं को जापानी भाषा सिखाकर जापान में रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब संस्थान जर्मनी में भी नर्सिंग छात्रों के लिए जॉब प्लेसमेंट प्रोग्राम शुरू कर चुका है, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पंजीकरण करवा रहे हैं।
मुख्य अतिथि श्रीमती कमली भट्ट ने संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, “जापान जैसे विकसित देश में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना किसी दूरदर्शी सोच और सशक्त क्रियान्वयन का परिणाम है।”
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना की नोडल अधिकारी विनीता बडोनी, ऑपरेशनल हेड अविनाश कुमार, ओवरसीज प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग हेड उमा शंकर उनियाल, नर्सिंग ऑफिसर अंकित भट्ट, गुंजन बोरा सहित अन्य स्टाफ सदस्य और प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
संस्थान के माध्यम से अब कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में भी प्रशिक्षण शुरू किया गया है, जिससे आने वाले समय में इन क्षेत्रों में भी युवाओं को जापान में रोजगार मिल सकेगा।
रश्मि की यह सफलता केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक संदेश है कि अगर सही मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और हौसला हो, तो पहाड़ की बेटियां भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर परचम लहरा सकती हैं।

मोबाइल फोन धोखाधड़ी गिरोह का खुलासा, 6 सदस्य गिरफ्तार, 14 नकली फोन बरामद

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चमोली, जनपद के बद्रीनाथ धाम में एक बड़े मोबाइल फोन धोखाधड़ी गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने मध्य प्रदेश के रहने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 14 नकली मोबाइल फोन तथा फर्जी बिल बरामद किए गये हैं। गिरफ्तार आरोपी लोगों को अपनी मजबूरी बताकर नकली या छेड़छाड़ किए हुए मोबाइल फोन ऊंचे दामों में बेचते थे।
जानकारी के अनुसार बीते रोज माणा बद्रीनाथ निवासी शशांक बिष्ट ने थाना श्री बद्रीनाथ में तहरीर देकर बताया गया था कि बीती 27 मई को एक व्यक्ति ने उन्हें अपनी मजबूरी बताते हुए एक ओप्पो मोबाइल फोन 11हजार रूपये में बेचा था और इसका बिल भी दिया था। अगले दिन फोन चलाने में दिक्कत होने पर जब फोन चेक किया गया तो पाया गया कि फोन का नंबर और कंपनी फोन पर अंकित जानकारी से अलग थी। इस प्रकार उनके साथ धोखाधड़ी की गई थी। मामले मेे पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी। जांच के बाद पुलिस ने बीती शाम आईएसबीटी बद्रीनाथ क्षेत्र से कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जय सिंह पंवार पुत्र पवन सिंह (उम्र 35 वर्ष), आकाश पंवार पुत्र सावन पंवार (उम्र 24 वर्ष), करन पंवार पुत्र रमेश पंवार (उम्र 31 वर्ष), सनी पंवार पुत्र कैलाश पंवार (उम्र 34 वर्ष), विकास पंवार पुत्र सावन पंवार (उम्र 22 वर्ष) व रामू मोहन पुत्र मोहन (उम्र 33 वर्ष) के रूप में की गयी है। ये सभी आरोपी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के बोर गांव के निवासी हैं। गिरफ्तारा आरोपियोंं के पास से पुलिस ने मौके पर 14 नकली मोबाइल फोन और फर्र्जी बिल बरामद किए हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे दिल्ली के करोल बाग स्थित गफ्फार मार्केट में फेरी वालों से अलग—अलग कंपनियों के पुराने या कम गुणवत्ता वाले मोबाइल फोन बहुत सस्ते दामों में खरीदते थे। इसके बाद वे इन फोनों के फर्जी बिल बनाते थे जिन पर ज्यादा कीमत अंकित करते थे। फिर वे दूर—दराज के क्षेत्रों खासकर धार्मिक स्थलों या पर्यटन स्थलों पर जाकर लोगों को अपनी झूठी मजबूरी बताते थे जैसे कि उनकी जेब कट गई है पर्स खो गया है या साथी बिछड़ गए हैं। इस बहाने वे लोगों से कम दामों में (वास्तविक बिल के सापेक्ष लेकिन खरीद मूल्य से अधिक) इन फोनों को बेच देते थे। इस तरह वे लोगों को चूना लगाकर काफी मुनाफा कमाते थे।

स्टोन फ्रूट मिशन बदलेगा उत्तराखंड की  बागवानी का भविष्य 

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-‘धाद’ संस्था और दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से विमर्श में विशेषज्ञों ने रखे विचार

-आर्थिक रूप में मजबूती के लिए स्टोन फ्रूट्स की बढ़ती संभावना पर दिया जोर
देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ में पहाड़ी क्षेत्रों में स्टोन फ्रूट की बागवानी को बेहतर करने की दिशा में चलाए जा रहे अभियान के तहत ‘धाद’ संस्था और दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से विमर्श में विशेषज्ञों ने पारंपरिक बीज और आधुनिक तकनीक के बारे में बताया। इस दौरान सभी ने कहा कि उत्तराखंड में स्टोन फ्रूट्स (गुठलीदार फल: आडू, प्लम, खुमानी) की संभावना काफी है। इसलिए इसपर जोर दिया जाना चाहिए ताकि आर्थिक रूप से भी किसान मजबूत हो सके। कहा कि यदि हम स्टोन फ्रूट्स पर कार्य करेंगे तो सेब और कीवी से ज्यादा लाभ इनसे कमा सकते हैं। वक्ताओं ने हिमाचल की भांति उत्तराखंड को भी स्टोन फ्रूट की ओर रुख करने पर जोर दिया।
शनिवार को दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में ‘आडू, प्लम, खुमानी का महीना’ के तहत विमर्श आयोजित किया गया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। वक्ताओं में आडू, प्लम, खुमानी के बहाने गुठली वाले फलों की बात पारम्परिक बीज और आधुनिक तकनीक के मायने पर बात रखी। आड़ू प्लम खुमानी का महीना अभियान का परिचय देते हुए धाद के सचिव तन्मय ने कहा कि धाद का हरेला गाँव अध्याय लगातार पहाड़ के गाँव उसके उत्पादन और बाजार के पक्ष में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम चला रहा है। इसमें हमने पहाड़ के फलों माल्टे के बाद स्टोन फ्रूट आड़ू,प्लम,खुमानी के बाबत यह पहल प्रारम्भ की है। जिसमे हम समाज किसान और बाजार पर संवाद आयोजित कर रहे है।
मुख्य वक्ता बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी ने कहा कि घनश्याम सैलानी यदि चिपको शब्द न करते और इस बारे में आह्वान न करते तो आज लोग इस तरह पेड़ के प्रति जागरूक न होते। कहा कि उत्तराखंड हमने बनाया है तो इसकी पहचान भी बनाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। यह पहचान उत्तराखंड के हिसाब से बन पाएगी। कभी दक्षिण और अभी कहीं बात करना ठीक नहीं है। कहा कि हमारी मिट्टी को नशाखोर बना दिया है। आज पहाड़ के प्रति कुछ युवा जागरूक हो रहे हैं और बागवानी के प्रति संभावना को करके दिखा रहे हैं। यह उत्तराखंड में बागवानी के परिपेक्ष्य में बेहतर प्रयास है।
कृषक बागवानी संगठन के अध्यक्ष व प्रगतिशील किसान बीरभान सिंह ने कहा कि हम संगठन के माध्यम से यहां जल और संसाधनों से आजीविका को बढ़ाने पर कार्य कर रहे हैं। उत्तराखंड में स्टोन फ्रूट्स को लेकर बताया कि यहां भी इसकी संभावना है। उत्तराखंड में 1000 से 2000 मीटर के तापमान में यह होता है जहां स्टोन फ्रूट पर कार्य किया जा सकता है। ऐसे फलों का मई से जून तक उत्पादन हो और नजदीकी बाजार मिले तो हमें दिल्ली नहीं भागना पड़ेगा। हिमाचल की भांति उत्तराखंड को भी स्टोन फ्रूट की ओर रुख करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं और जैविक चीजों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। ऐसी स्थित में स्टोन फ्रूट्स ऐसी प्रजाति है जिसमें खाद, दवा नहीं डालनी पड़ती यह जैविक के रूप में बेहतर उत्पादन है। उत्तराखंड में प्रतिवर्ष एक करोड़ से ज्यादा लोग यात्रा में आते हैं। बाहर से आने वाले चाहते हैं कि इन फलों का स्वाद लेने के साथ ही वो अपने साथ लेकर जाएं। यदि पहाड़ों में ये सभी चीजें होंगी तो आर्थिक रूप से भी मजबूत होंगे। कोर टीम हरेला गांव के सदस्य व प्रगतिशील किसान पवन बिष्ट ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार उत्तराखंड बनने के बाद 85 लाख सेब के पौधे लग चुके हैं। जो भी देश व सोसाइटी अगली पीढ़ी को लेकर सोचती है तो वह बेहतर करती है। बीजों को एकत्रित किया जाना चाहिए। बच्चों को खेल-खेल में जागरूक करने के लिए  हमने बीज लाओ अभियान किया है। जिसमें 10 हजार बच्चों को जोड़ना है। जिसमें बच्चे खेल खेल में बच्चे बीज एकत्र कर स्कूल में इकट्ठा करेंगे। इस बीज को धाद की फंची अभियान के तहत नर्सरी स्वामी तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। बच्चों को उद्यान के बारे में जागरूक करना होगा। उन्होंने काफल, बुरांस, मैलू को बाजार तक लाने की भी बात की।   धाद के अध्यक्ष लोकेश नवानी ने कहा कि आडू, खुमानी आदि की हमने पहले ब्रांडिंग नहीं की। आज माल में जाकर खरीदकर इसकी पहचान समझ आती है। कहा कि सरकार को उत्तराखंड के फलों का उत्पादन करने वालों की तरफ ध्यान देना चाहिए। यदि सरकार ध्यान देगी तो राज्य इस क्षेत्र में काफी विकसित होगा। आयोजन का सञ्चालन हिमांशु आहूजा ने किया।
खेल-खेल में जैविक प्राकृतिक, मृदा पर आधारित दिनेश सेमवाल के बनाए गए सीढ़ी पोस्टर को भी लांच किया। वक्ताओं से विभा पुरी, दिनेश सेमवाल,संजीव कंडवाल, प्रेम बहुखंडी, अवधेश शर्मा, संदीप गुसाईं, विनोद भट्ट आदि ने अपने सवाल रखे ।
इस अवसर पर आरसी कोश्यारी, दिनेश सेमवाल, शिव प्रकाश जोशी, अवधेश शर्मा, सत्यव्रत आई.पी.एस.,टी.आर. बरमोला, जी.सी.उनियाल, बीजू नेगी, एस नौटियाल,विनोद भट्ट, नीना रावत, आशा डोभाल, बीरेंद्र खंडूरी, मेजर जी केडी सिंह, बीएम उनियाल, साकेत रावत, अनीता त्रिवेदी, विवेक तिवारी, कल्पना बहुगुणा, श्वेता,नीलेश, सुनीता बहुगुणा, आलोक सरीन, सुभाष चन्द्र नौटियाल, विनोद कुमार, आशीष शर्मा, जेपी मैठाणी, संजीव कंडवाल, पी के डबराल, दिनेश गुसाईं,प्रोफेसर रचना नौटियाल,रवीन्द्र नेगी, मनोज, राजू गुसाईं, नीरज कुमार, शुभम शर्मा मौजूद थे l

 

दिव्यांग जनों के लिए परिवार सहायता समूह के गठन व समानता पर हुआ बातचीत का आयोजन

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र तथा साहस फाउंडेशन की ओर से शनिवार को केंद्र की सभागार में दिव्यांग जनों क़े लिए परिवार सहायता समूह क़े गठन व समानता पर बातचीत का एक खुले सत्र का आयोजन किया गया, इस गोलमेज सत्र में कई दिव्यांग जन और उनके परिवारिक लोगों के अलावा विभिन्न संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व प्रबुद्ध लोगों ने प्रतिभाग कर इस बिंदु पर सार्थक चर्चा की।
साहस फाउंडेशन के प्रमुख साहब नक़वी ने कहा कि हाशिए पर रहने वाले दिव्यांग जनों के लिए वास्तविक रोजगार अवसरों का मार्ग खोजने कि दिशा इस खुले मंच पर विमर्श करते हुएहमें खुशी हो रही है. परिवार सहायता समूहों की तत्काल आवश्यकता और दिव्यांग लोगों को सशक्त बनाने व उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की संदर्भ में मंच का उद्देश्य इस बात पर प्रकाश डालना है कि हम किस तरह इनकी लिए सार्थक काम और सम्मानजनक रोजगार स्थायी मार्ग दे सकते हैं।
प्रतिभागी वक्ताओं का विचार था कि हाशिए पर रहने वाले सभी दिव्यांग जनों की लिए गंभीर व निरंतर रोजगार अवसरों की आवश्यकता वास्तविक समझी जानी चाहिए. ख़ास बेस्ट यह हसि कि यह आवश्यकता और निरंतर बढ़ती जा रही है। इनके लिए ऐसे रोजगार मॉडल की आवश्यकता है जो वास्तविक विकास, सार्थक योगदान और नेतृत्व को बढ़ावा देकर इन्हें आत्म निर्भर बना सकें।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि इस दिशा में साहस फाउंडेशन जैसी संस्थाएं अपने जमीनी काम से आशा की एक किरण जगाती हैं कि मजबूत पारिवारिक संबंध सीधे रुओ में इस तरह के मॉडलों में अपना सहयोग दे सकते हैं। सलाह और समुदाय-आधारित रोजगार और सामाजिक उद्यम इनकी उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने में सक्षम हो सकता है।
साहब नक़वी ने जोर देकर कहा कि हम दिव्यांग व्यक्तियों, उनके परिवारों, समुदाय के सदस्यों, चिकित्सकों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और अधिक समावेशी और समतापूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध उनका हार्दिक स्वागत करते हैं।
प्रतिभागी वक्ताओं ने इस संदर्भ में कई महत्वपूर्ण तथ्यों को सामने रखते हुए अपने कई निजी अनुभवों को भी साझा किया।उनका एक मत विचार था कि इस ज़रूरी बातचीत में सामूहिक विमर्श की जरिये दिव्यांग जनों की हित में सामूहिक रूप से ऐसी व्यवस्थाओं की कल्पना करना और उन्हें आकार देना शुरू करना सर्वथा उचित होगा जहाँ उन्हें समुचित समर्थन, सम्मान और अवसर एक साथ मिल सके ।

इस अवसर पर संजय जोशी, शीबा चौधरी, अम्बिका धस्माना, मंजू गुसाईं, आदि लोगों ने भी अपने विचार रखे. इस अवसर पर पूर्व प्रमुख सचिव उत्तराखंड विभा पुरी दास, केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी,बीजूनेगी, सुंदर सिंह बिष्ट, प्रतिमा राणा,नवीन उपाध्याय, बी एस रावत,,अनीता रावत, पूर्ण सिंह, जे पी चमोला, स्वाती गुसाईं,देवेंद्र कांडपाल, मेघा, सुषमा भंडारी, पावन बिष्ट,राकेश कुमार, आलोक सरीन सहित अन्य लोग उपस्थित रहे ।

3 जून को जमीन घोटाले के विरोध में धरना प्रदर्शन पर उतरेगी कांग्रेस

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हरिद्वार (कुलभूषण) जिला महानगर कांग्रेस कमेटी हरिद्वार द्वारा मायापुर स्थित कार्यालय में 3 जून को नगर निगम में हुए जमीन घोटाले के विरोध में धरना प्रदर्शन की सफलता के लिए बैठक आयोजित की गयी।
बैठक को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि नगर निगम में हुए भूमि घोटाले में भाजपा सरकार बड़े अधिकारी और सफेदपोश नेताओं का नाम न उजागर कर संरक्षण दे रही है जिसके विरोध में आगामी 3जून को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा धरना प्रदर्शन में शामिल होकर इस भ्रष्टाचार की लड़ाई को बल देंगे, साथ ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे युवा नेता वरुण बालियान और महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वंदना कटारिया स्टेडियम मामले में सरकार को बैकफुट पर लाने के लिए स्वागत किया,
बैठक को संबोधित करते हुए युवा नेता वरुण बालियान और वरिष्ठ नेता तीर्थपाल रवि ने कहा कि वंदना कटारिया स्टेडियम की लड़ाई की सफलता के लिए महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई दी व आगामी नगर निगम भूमि घोटाले को लेकर आयोजित 3 जून के धरने में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे,
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य मुकर्रम अंसारी और गुरजीत लहरी ने कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में हुए भ्रष्टाचार के विरोध में आगामी 3 जून को आयोजित धरने में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे,
बैठक को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता मनोज सैनी और पूर्व पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में 2024 में हुए जमीन घोटाले के मुख्य आरोपियों को बचाया जा रहा है जिसके विरोध में 3 जून को धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा,
बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष विकास चंद्रा और दिनेश वालिया ने कहा कि भाजपा सरकार में दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे हैं जिसके विरोध में धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा,
बैठक को संबोधित करते हुए पार्षद प्रतिनिधि पुनीत कुमार और शहाबुद्दीन अंसारी ने कहा कि आगामी 3 जून को नगर निगम घोटाले के विरोध में आयोजित धरने में कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे,
बैठक को संबोधित करते हुए पार्षद हिमांशु गुप्ता और सुनील कुमार सिंह ने कहा कि नगर निगम जमीन घोटाला सरकार के संरक्षण में हुआ है जिसके विरोध में आयोजित 3 जून को धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे,
बैठक में मुख्य रूप से ब्लॉक अध्यक्ष विमल शर्मा साटू,पूर्व पार्षद उदयवीर सिंह चौहान, पार्षद प्रतिनिधि अकरम अंसारी, सद्दीक गाड़ा,अजय गिरी, अरूण राघव,कामेश्वर सिंह यादव, बीपीएस तेजियान,ओम मलिक,करन सिंह राणा, विकास सिंह,अशोक गुप्ता, सोनू शर्मा,आशू श्रीवास्तव, अंकित चौधरी, प्रहलाद सिंह चौहान, हिमांशु राजपूत,राघव सिंह आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।।

नहीं बदला गया वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम का नाम, न फैलाए किसी प्रकार का भ्रम: वंदना कटारिया

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— मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने के बाद प्रेसक्लब हरिद्वार में रखी पूरी स्थिति, बताया मिल रहा खेलों को बढ़ावा
हरिद्वार। भारतीय महिला हॉकी की स्टार खिलाड़ी वंदना कटारिया ने उनके नाम पर रखे गए वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम के नाम पर फैलाई जा रही भ्रांति पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से 30 मई को देहरादून में मिली हैं और इस प्रकार का कोई शासनादेश या आदेश जारी नहीं हुआ है, जिससे की स्टेडियम का नाम बदला जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी स्वयं खेलों को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
शनिवार को हरिद्वार प्रेसक्लब में पत्रकारवार्ता करते हुए पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी पूर्व कप्तान वंदना कटारिया ने बताया कि कुछ लोगों ने वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम का नाम बदलने की बात बताई थी, इसे लेकर वे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिली तो पूरी स्थिति स्पष्ट हो गई है। केवल परिसर का नाम योगस्थली रखा गया है। स्टेडियम के नाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की राज्य सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड में हुए हैं और तमाम योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने स्टेडियम के नाम पर बेवजह राजनीति न करने की सलाह दी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कुछ लोग मुद्दाविहीन राजनीति केवल अपने नाम चमकाने के लिए कर रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिस स्टेडियम का नाम स्वयं रखवाया हो उसे कैसे बदलवा सकते हैं। कहा कि प्रदेश में खेल नीति बनाकर खिलाड़ियों के लिए तमाम छात्रवृत्तियां लागू कराकर खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में एससी—एसटी वर्ग के मंत्री, सांसद, विधायक के साथ जनप्रतिनिधि भाजपा दल के हैं। कांग्रेस ने तो बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर को सांसद तक नहीं बनने दिया, वे कहते थे कि किसी को कांग्रेस का सदस्य तक नहीं बनना चाहिए।
वंदना कटारिया के रिश्तेदार मास्टर सत्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वंदना कटारिया के नाम पर स्टेडियम का नाम रखकर खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का काम किया। दर्जाधारी देशराज कर्णवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने स्टेडियम हो या सड़क, या अन्य योजनाओं के नाम पर ही अपने नेताओं, नेहरू, गांधी परिवार के नाम पर ही रखे। आज उसी पार्टी के नेता तुच्छ राजनीति कर रहे हैं।
इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, विजयपाल सिंह, राजपाल सिंह, सुशील पैंगोवाल, सतीश कुमार, किशोर पाल आदि शामिल हुए।
दिसंबर—2021 में जारी हुआ था शासनादेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खेल मंत्री अरविंद पांडे के साथ वंदना के घर पहुंचे थे और उनहोंने 25 लाख रुपये का चेक भी दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 दिसंबर— 2021 को हॉकी स्टेडियम का नाम वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम के नाम पर रखवाकर शासनादेश जारी कराया था। शासनादेश के अगले दिन तत्कालीन खेल मंत्री अरविंद पांडे ने नामकरण के साथ स्टेडियम का लोकार्पण किया था।

समर कैंप में गढ़वाली व्यंजन बनाने के साथ धुली गीतों की मिठास

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-नुक्कड़ नाटक के तड़के और विभिन्न भाषा और बोलियों की चटनी ने बच्चों के बीच जमाया रंग

-रंगकर्मी डॉ. वीके डोभाल, सतीश धौलाखंडी व धर्मानन्द लखेड़ा ने बताया गीतों के महत्व

ऋषिकेश, गंगोत्री विद्या निकेतन इंटर कॉलेज सुमन विहार, बापूग्राम में चल रहे समर कैंप में विशेष सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं को पारंपरिक गढ़वाली व्यंजनों के बारे में जानकारी के साथ साथ गीतों की सुंदरता साथर्कता, उपयोगिता, भाषा की महत्ता,किताबों से बाते और नुक्कड़ नाटक के प्रभाव की जानकारी दी गई।
इन दिनों ग्रीष्म अवकाश के चलते पूरे उत्तराखंड में विभिन्न कार्यशालाएं चल रही हैं। गंगोत्री विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में चल रही कार्यशाला में पहाड़ी लूण, सिलबट्टे की चटनी व रोटाने(रोट) आदि पारंपरिक व्यंजनों को बनाना सिखाया गया। गृह विज्ञान की शिक्षिका गौरा ने इन व्यंजनों को बनाने की विधि विस्तार से समझाई। सभी विद्यार्थियों को ये भी बताया गया कि हमारे पारंपरिक भोजन पोषण की दृष्टि से स्वास्थ्य के लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं।
दूसरे सत्र में देहरादून से आये रंगकर्मी डॉ. वीके डोभाल, सतीश धौलाखंडी व धर्मानन्द लखेड़ा ने गीतों के महत्व को बताया। धर्मानन्द लखेड़ा ने इंसानियत और भाईचारे को लेकर गीत इंसान का इंसान से हो भाई चारा, यही पैग़ाम हमारा, सुनाया।इनके बाद सतीश धोलाखंडी ने , इस धरती की मिलकर स्वर्ग बनाएंगे, किताबें हमसे बातें करती हैं ,पेड़ हैं साँसे पेड़ हैं जीवन आदि श्रृंखलाबद्ध गीत बच्चों के स्वर में स्वर मिलाकर और गाकर छात्र- छात्राओं को महत्वपूर्ण संदेश दिया। जिसको सभी बच्चों ने ख़ूब पसंद किया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुऐ प्लास्टिक के दुष्प्रभाव को बताते हुए नुक्कड़ नाटक और कहानी प्रस्तुत की।
डॉ. वी के डोभाल ने कहा कि हमें बच्चो की भावनाओं को भी समझना चाहिये। इस तरह की गतिविधियों से बच्चे का मानसिक विकास होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद मलासी ने कहा कि हमारा देश विविधताओं का देश है, जिसमें अनेकों प्रकार की भाषाएं, वेशभूषा, खान-पान व विविध संस्कृतियाँ है।
समर कैंप का उद्देश्य इन सभी विविधताओं से बच्चों को अवगत कराना है। प्रबोध उनियाल ने संचालन करते हुए शिक्षा के साथ रंगमंचीय गतिविधियों में भी भाग लेने को कहा। योगाचार्य शुभम ने छात्र-छात्राओं को योग का महत्व बताया। विभिन्न योग मुद्राएं सिखाने के अलावा जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक रामप्रसाद उनियाल, साधना ध्यानी, गौरा ,संतोषी खंतवाल, पिंकी राजभर,अंजना कंडवाल व सैफाली और बड़ी संख्या में प्रतिभागी बच्चे मौजूद रहे।

‘आप’ उत्तराखंड़ में सभी चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगी : महेंद्र यादव

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देहरादून, आम आदमी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी महेंद्र यादव व सह प्रभारी घनेन्द्र भारद्वाज का पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत व अभिनंदन किया गया, इस मौके पर प्रभारी एवं सह प्रभारी द्वारा कार्यकर्ताओं से संवाद भी स्थापित किया गया व सभी का व्यक्तिगत परिचय किया गया, इसके पश्चात प्रभारी एवं सह प्रभारी व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की संयुक्त उपस्थिति में प्रेस क्लब में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया l
पत्रकारों से रूबरू होते हुये प्रदेश प्रभारी महेंद्र यादव ने कहा कि आप पार्टी भविष्य में उत्तराखंड में सभी चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगी, व पूर्व में संगठन की दृष्टिकोण से हुई त्रुटीयों का मूल्यांकन कर संगठन को मजबूत करने का काम करेगी प्रभारी जी ने कहा उत्तराखंड की जनता भी वर्तमान में भाजपा कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त हो चुकी है वह आम आदमी पार्टी के रूप में धरातल पर राजनीति करने वाली पार्टी को राज्य की कमान देना चाहती है आप पार्टी ने 2022 में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा जिसमें पार्टी को 3.31% मत मिला जो अपने आप में राज्य के अंदर आप पार्टी की स्वीकार्यता व स्नेह को दर्शाता है हम भविष्य में संगठन को मजबूत कर आगामी सभी चुनाव लड़ेंगे।
इस अवसर पर प्रदेश सह प्रभारी घनेन्द्र भारद्वाज ने कहा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य किए हैं जिसकी प्रशंसा राष्ट्र ही नहीं विदेशों में भी हो रही है, राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए वृहद स्तर पर कार्य करेगी। हम राज्य के जनहित के मुद्दों को पूरा पुरजोर तरीके से उठाने का काम करेंगे आम आदमी पार्टी आंदोलन से जन्मी पार्टी है हमारा उद्देश्य सत्ता हासिल करना नहीं समाज के अंतिम व्यक्ति को उसका अधिकार दिलाना है इसके पश्चात ट्रांजिट हाॅस्टल देहरादून में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित की गई जिसमें राज्य में संगठन मजबूत करने के लिए सभी के सुझाव लिए व आगामी रणनीति तैयार की, इस अवसर विभिन्न जनपदों से आऐ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस मौके प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एस एस कलेर, उपाध्यक्ष विशाल चौधरी, संगठन मंत्री कुलवंत सिंह हिमांशु पुंडीर, जसवीर सिंह रविंद्र आनंद, सुधीर पंत, जनार्दन सिंह, हर्ष सिरोही, अम्बरीष गिरी, सचिन बेदी, सचिन थपलियाल आदि बडी संख्या मे कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

अल्मोड़ा के ढोकाने वाटरफॉल मे नहाते समय डूबने से हुई मौत,घर मे मचा कोहराम

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अल्मोड़ा(आरएनएस)। अल्मोड़ा के ढोकाने वाटरफॉल में अपने दोस्तों के साथ आए अल्मोड़ा के किशोर की नहाते वक्त डूब जाने से मौत हो गई। मृतक अल्मोड़ा इंटर कॉलेज में इंटर का छात्र था।प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रियांशु कनवाल उम्र 17 साल पुत्र गोपाल कनवाल निवासी ग्राम पहल, खत्याड़ी अल्मोड़ा इंटर कालेज (ए आईसी) में 12वीं का छात्र है। आज शनिवार सुबह वह अपने दो साथियों गौरव कनवाल पुत्र महेंद्र कनवाल निवासी खत्याड़ी और पुलिस लाइन निवासी गौरव बिष्ट पुत्र देवेंद्र बिष्ट के साथ ढोकाने वाटरफॉल स्कूटर से आया था।तीनों वाटरफॉल पर नहा रहे थे। इसी बीच प्रियांशु गहरे पानी में उतर गया, और डूबने लगा। उसके साथियों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह डूब चुका था। इस बीच शोर-शराबा सुनकर तमाम स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे,और  पुलिस को फोन किया गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ टीम के अलावा क्वारब चौकी इंजार्ज गोविंद टम्टा, आनंद राणा, विजय आगरी, खैरना होमगार्ड मदन लाल मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू अभियान चलाया गया, और कुछ देर में पानी में डूबे छात्र को बाहर निकाल लिया गया। जिसके बाद उसे 108 से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।इधर घटना के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है। अल्मोड़ा के पहल व खत्याड़ी गांव से तमाम लोग अस्पताल पहुंच गये।   पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।