Wednesday, April 30, 2025
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जीएमवीएन के होटलों में ठहरने वाले पर्यटक अब निजी एप के जरिए भी कर सकेंगे बुकिंग, इस एप को सौंपी जिम्मेदारी

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देहरादून, गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के होटलों में ठहरने वाले पर्यटक अब निजी एप के जरिए भी बुकिंग कर सकेंगे। पहले चरण में जीएमवीएन की ओर से कुछ चुनिंदा होटलों के एक-दो कमरों की बुकिंग की जिम्मेदारी निजी एप मेकमाय ट्रिप को सौंपी है। इसके लिए जीएमवीएन और मेकमाय ट्रिप के बीच एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया गया। अभी तक पर्यटक ऑफलाइन या विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ही होटल की बुकिंग कर पाते थे। जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनोद गोस्वामी ने बताया, ट्रायल के तौर पर फिलहाल जखोली, रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ, चंबा, बड़कोट, ऋषिलोक, गुप्तकाशी आदि के होटलों के एक-दो कमरों की बुकिंग की जिम्मेदारी मेकमाय ट्रिप को दी गई है।

कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर करने का मकसद जीएमवीएन की आय में बढ़ोतरी करना है। आय में बढ़ोतरी होने के साथ रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी। अगर यह प्रयोग सफल हो जाता है तो आगे अन्य होटलों की बुकिंग भी मेकमाय ट्रिप को दी जाएगी। इस दौरान जीएमवीएन की महा प्रबंधक (प्रशासन) विप्रा त्रिवेदी, महाप्रबंधक (पर्यटन) अनिल सिंह गब्र्याल, सहायक प्रधान प्रबंधक पर्यटन राकेश सकलानी समेत विभाग व कंपनी के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। चारधाम यात्रा में आ रहे छोटे ग्रुप को जीएमवीएन की टेंट कॉलोनी बहुत भा रही है। जीएमवीएन की ओर से यात्रा रूट पर करीब छह करोड़ रुपये की लागत से टेंट कॉलोनी तैयार की गई है।

इस साल चारधाम यात्रा के लिए जीएमवीएन की ओर से खास तैयारियां की गई हैं। जहां एक ओर यात्रा रूट पर टेंट कॉलोनी को विकसित किया गया गया है। वहीं करीब दो करोड़ रुपये की लागत से विभाग ने अपने होटलों का नवीनीकरण किया है। जिससे होटलों में ठहरने वाले तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को आरामदायक आवास की सुविधा मिल सके। हालांकि तेज बारिश या बर्फबारी होने पर टेंट कॉलोनी नहीं लगाई जा रही है। जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनोद गोस्वामी ने बताया, छोटे ग्रुप को 2000 रुपये प्रति टेंट की दर से टेंट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

एक टेंट में चार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। जबकि विभाग के 90 प्रतिशत होटल जून तक के लिए बुक हो चुके हैं। बुकिंग के आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीते साल की तरह इस साल भी रिकोर्ड तोड़ तीर्थयात्री आ सकते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए ही जीएमवीएन ने यात्रा रूट पर टेंट कॉलोनी विकसित की है।

चहुमुखी विकास और विश्व पटल पर बढ़ती साख कांग्रेस को दिखाई नहीं देती : जोशी

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देहरादून, भाजपा ने कांग्रेस के नौ सवालों पर पलटवार करते हुए कहा, हमारी सरकार ने 9 साल में कांग्रेस शासन के 60 सालों से कई गुना बेहतर कार्य किये है ।

पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने पत्रकारों से अनोपचारिक बातचीत में कटाक्ष करते हुए कहा, कांग्रेस ने अपनी आंखों में स्वार्थ की राजनैतिक पट्टी बांधी हुई है जिससे उन्हें देश का चौमुखी विकास और विश्व पटल पर बढ़ती साख दिखाई नहीं देती है। उनकी स्थिति गांधी जी के तीन बंदरों से उलट है जिन्हें न अच्छा दिखाई देता है न अच्छा सुनाई देता है, लिहाज़ा अच्छा कहना तो उनके लिए असंभव है । हाल में एक बार फिर सभी ने देखा कि किस तरह ऑस्ट्रेलिया अमेरिका यूक्रेन ब्रिटेन समेत अनेकों देशों के शीर्ष नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया । दुनिया मे भारतवर्ष के बढ़ते सम्मान से प्रत्येक भारतवासी गौरवान्वित महसूस कर रहा है। आज हम दुनिया में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नौवें स्थान से छलांग लगाकर पांचवे स्थान पर पहुंच गए हैं । इसी तरह कोरोना के बाद जब अमेरिका यूरोप समेत तमाम देशों की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है ऐसे में भारत दुनिया का एकमात्र देश है जो इस क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। और यह सब हम ही नहीं कह रहे हैं बल्कि देश दुनिया के तमाम रेटिंग एजेंसियों की रिपोर्ट साबित कर रही है । लेकिन कांग्रेस यह सब देखना ही नहीं चाहती क्योंकि उनका राजनीतिक हाजमा इससे खराब हो जाता है । लेकिन हम अटल आयुष्मान योजना से गरीबों के स्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं। साथ ही कोविड-19 महामारी से बचाव और टीकाकरण में दुनिया ने भारत का लोहा माना है । जो लोग अपने राजनीतिक कारणों से महंगाई का रोना रोते हैं उन्हें अमेरिका यूरोप समेत एशिया के तमाम देशों के हालातों पर भी नजर डालनी चाहिए, जहां इस मुद्दे पर बड़े-बड़े आंदोलन हो रहे हैं ।

जोशी ने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि अपने 10 साल के यूपीए कार्यकाल और उससे पूर्व के सभी कांग्रेस सरकारों में भ्रष्टाचार ने देश को दीमक की तरह खोखला कर दिया था । लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचारविहीन व्यवस्था का निर्माण हुआ और देश आधारभूत संरचनाओं से लेकर जनकल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन में शानदार कार्य कर रहा है ।

जोशी ने कहा, कांग्रेस लगातार आपसी गुटबाजी और पराजय के चलते कमजोर और उम्रदराज हो गयी है कि उनकी याददाश्त भी कमजोर हो गई है तभी चीन को लेकर हम पर कमजोर रुख अपनाने का आरोप लगा रही हैं उन्हें याद करना चाहिए किस तरह नेहरू के जमाने में चीन युद्ध के समय देश की कीमती जमीन उन्हें सौंप दी गई, गलवान में हमारे सैनिकों की शहादत के अगले दिन इनके शीर्ष नेता राहुल गांधी चीनी राजनयिकों के साथ डिनर कर रहे थे । ये बेरोजगारी की बात करते हैं तो उन्हें सबसे पहले अपनी राजस्थान व छत्तीसगढ़ सरकार के आंकड़ें देखने चाहिए जहां बवरोजगारी दर सबसे अधिक है ।

उन्होंने कहा, देश में चारों तरफ हो रहे चहुमुखी विकास देश की 140 करोड़ जनता को तब दिखाई देता है जब वह सड़क, रेल या हवाई मार्ग से जाती है, जब कोई छात्र शिक्षण संस्थानों में जाता है या किसी को स्वास्थ्य की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में अटल आयुष्यामन का लाभ मिलता है या जब 80 करोड़ जनता को पीएम अन्न योजना का लाभ मिलता है या माताओं बहिनों को उज्ज्वला गैस कनेक्सन मिलता है या जब किसान के खाते में किसान सम्मान निधि आती है । इसी तरह की अनेकों अनेक योजनाओं का लाभ जनता को दिखाई देता है लेकिन आँखों पर जानबूझ कर पट्टी बांधे कांग्रेस को नजर नहीं आता है ।

बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी को लेकर जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन

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हरिद्वार(कुलभूषण),  महानगर कांग्रेस द्वारा चंद्राचार्य चौक पर मोदी सरकार के महिला पहलवानों एवं देश के खिलाड़ियों के प्रति तानाशाही रवैया के विरोध में पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया, विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महानगर कार्यकारी अध्यक्ष अमन गर्ग और जिलाध्यक्ष ग्रामीण राजीव चौधरी ने कहा कि महिला पहलवान पिछले 1 माह से जंतर मंतर पर बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं लेकिन अफसोस की बात जिस दिन लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था एक राजा का राज्य अभिषेक हो रहा था और दूसरी तरफ देश के खिलाड़ियों के साथ पुलिस की बर्बरता पूर्वक कार्यवाही और उनके खिलाफ आनन-फानन में दर्ज किए हुए मुकदमे इस बात का सबूत है कि देश की सत्ता अपने खिलाफ उठती हुई हर एक आवाज से डरती है ,
प्रदेश कांग्रेस सदस्य मुरली मनोहर और ओ. पी. चौहान ने कहा कि एक तरफ संसद का उद्घाटन हो रहा था और दूसरी तरफ जंतर मंतर पर देश के खिलाड़ियों के साथ दिल्ली पुलिस केंद्र की सरकार के इशारे पर बलपूर्वक कार्यवाही कर रही थी जो कि लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है,
पार्षद राजीव भार्गव और वरिष्ठ नेता सोम त्यागी ने कहा कि देश की खिलाड़ियों के साथ इस तरह के रवैये से यह साफ हो गया है कि हताश और निराश मोदी सरकार डरी हुई है और अपने खिलाफ उठने वाली हर एक आवाज को कुचल देना चाहती है, जिसको कांग्रेस जन कतई भी बर्दाश्त नहीं करेंगे,
वरिष्ठ नेता राजबीर सिंह और प्रदेश प्रवक्ता यूथ कांग्रेस वरूण बालियान ने कहा कि जंतर मंतर पर कल की कार्यवाही से साफ है कि मोदी की सरकार किसी भी वर्ग की हितेषी नहीं है और जो लोग बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर सत्ता में आए थे आज उन्हीं बेटियों के साथ हो रहे अन्याय में भागीदार हैं,
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से शामिल होने वालों में पार्षद इसरार सलमानी, सद्दीक गाड़ा, सुहैल कुरैशी, मेहरबान खान, पार्षद प्रतिनिधि पुनित कुमार, तहसीन अंसारी,जिलाध्यक्ष यूथ कांग्रेस कैश खुराना, महासचिव शुभम जोशी,ब्लाक अध्यक्ष विकास चंद्रा, विमल शर्मा साटू, जतिन हाण्डा, अमित नौटियाल, फुरकान अली, राजेन्द्र श्रीवास्तव, अशोक उपाध्याय,यशवंत सैनी, तरूण व्यास,नकुल माहेश्वरी, विपिन पेवल, दीपक पाण्डेय, संजय पार्शा, राजेन्द्र जाटव, मनोज जाटव, समर्थ अग्रवाल, बिंदेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, राहुल चौधरी, धनीराम शर्मा नीटू, सचिन पालीवाल, रियाजुल अली, ब्रजमोहन बड़थ्वाल, हरद्वारी लाल, रिषभ अरोड़ा,सोनू लाला,प्रदीप बजाज, इरफान अली, गौरव चौहान, सौरभ सैनी,मेहरबान अली, आरिफ अल्वी, आकिल त्यागी, इमरान अली , मोनू कुमार आदि कांग्रेस कार्यकर्ता रहे।

गंगासभा ने आयोजित की विचार संगोष्ठी गंगा तट विश्व के सबसे बड़े तीर्थ हैं- डा. महावीर प्रसाद

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हरिद्वार( कुलभूषण)।‌ ” माँ गंगा के तट भारत के विभिन्न शहरों में स्थापित वह तीर्थस्थल हैं, जहाँ हमारे अनेक ऋषि-मुनियों ने सैकड़ों वर्षों तक कठोर तप-साधना की है और ऐसी कठिन साधना के ज्ञानरूपी फल को उन्होंने केवल भारत ही नहीं, बल्कि, विश्व के लोगों के मध्य वितरित किया है। इनमें भी हरिद्वार के कनखल के गंगा तट को तो महाकवि कालिदास तक को आकर्षित किया है, जिसका उन्होंने अपने ‘मेघदूत’ नामक महाकाव्य में भी वर्णन किया है।”
माँ गंगा के विषय में अपने उपरोक्त उद्गार पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डा. महावीर प्रसाद ने आज गंगा सभा, हरिद्वार द्वारा हर की पैड़ी पर स्थित अपने कार्यालय पर गंगा दशहरे की पूर्व संध्या के अवसर पर ‘शास्त्रों में गंगा का महात्म्य’ विषय पर आयोजित एक विचार संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए व्यक्त किए। गोष्ठी में गंगा सभा के शीर्ष पदाधिकारियों के अतिरिक्त, अनेक शिक्षा शास्त्रियों, साहित्यकारों, विद्वानों और काव्य रचनाकारों ने अपनी-अपनी विधाओं में अपने विचार व्यक्त में मां गंगा के महात्मा पर अपने विचार रखे। गंगासभा के अध्यक्ष नितिन गौतम की अध्यक्षता, सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ एवम् विद्वत्परिषद् के सचिव आचार्य करुणेश मिश्र के संयोजकत्व में आयोजित संगोष्ठी का कुशल संचालन चेतना पथ के संपादक अरुण कुमार पाठक ने किया। कार्यक्रम में गंगासभा द्वारा सभी अतिथियों व वक्ताओं का स्वागत का अंगवस्त्र, श्रीगंगा प्रसाद तथा गंगाजली भेंट करके सम्मान किया गया।
मुख्य वक्ता राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त गुरुकुल महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा. हरि गोपाल शास्त्री ने माँ गंगा के अवतरण का विस्तार से वर्णन किया। डा. उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग की पूर्व निदेशक श्रीमती पुष्पा रानी वर्मा ने गंगा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा, कि ‘गंगा है तो जीवन है क्योंकि जल ही जीवन का पर्याय है यही कारण है कि गंगा और गंगाजल न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में पूजनीय है।” विशिष्ट अतिथि एवं उत्तराखंड संस्कृत एकेडमी के शोध अधिकारी डा. हरिश्चंद्र गुरुरानी, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. दिनेश चन्द्र शास्त्री, जगदेव सिंह संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. राजेंद्र प्रसाद गौनियाल उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण विभाग के अध्यक्ष डा. शैलेश तिवारी ने भी शास्त्रों‌ में माँ गंगा के महत्व पर अपने विचार रखे। अधिकतर विद्वानों ने हरिद्वार में गंगा शोध संस्थान की स्थापना पर बल दिया और कहा कि यह शोध संस्थान पूरे विश्व के लिए अध्यात्म का मार्ग प्रशस्त करने वाला होगा। अरुण कुमार पाठक ने कहा कि, “माँ गंगा की शास्त्रों‌ में इतनी महिमा गाई गयी है, कि भगवान ब्रह्मा चतुर्मुखी होने के बावजूद उसका बखान करने में असमर्थ हैं।‌
‌‌ गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम एवं महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि, “गंगा सभा की विद्वत परिषद में हरिद्वार में एक ऐसा गंगा विद्यापीठ स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिसमें गंगाजी से संबंधित समस्त इतिहास, चित्र, वृत्तचित्र, पुस्तकें तथा सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अन्य सभी सामग्री उपलब्ध होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि, हरिद्वार और हर की पैड़ी के इतिहास तथा उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित एक पुस्तक का प्रकाशन भी गंगासभा शीघ्र करना चाहती है।
डा. सुशील कुमार त्यागी ‘अमित’ एवं कंचन प्रभा गौतम ने ‘ पतित पावनि माँ गंगा का गुणगान किया।
कार्यक्रम में श्री गंगा सभा के स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणि, समाज कल्याण सचिव अवधेश पटुवर व गंगा सेवक दल के सचिव उज्जवल पंडित ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया इस अवसर पर प्रमोद वर्मा, कवियत्री कल्पना कुशवाहा, डा. अजय पाठक सहित गंगा सभा के अनेक सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित थे।

बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्र होंगे सम्मानितः डॉ. धन सिंह रावत

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देहरादून, विद्यालयी शिक्षा बोर्ड की परिषदीय परीक्षा-2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 467 छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सम्मानित किया जायेगा। जिसकी तैयारी के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। शिक्षा विभाग में लम्बे समय से पदोन्नति के रिक्त पद जल्द से जल्द भरे जा सके, इसके लिये विभिन्न शिक्षक संगठनों एवं न्यायालय में वाद से संबंधित पक्षों को आपसी सहमति बनाकर विभाग को सहयोग करने को कहा। इसके अलावा बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षाफल एवं अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की समीक्षा कर विभागीय अधिकारियों को ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।

सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। डा. रावत ने बताया कि सूबे में गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराने के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है, इसके लिये शिक्षा विभाग कई योजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यालयी शिक्षा बोर्ड की परिषदीय परीक्षा-2023 की प्रवीणता सूची में टॉप-25 स्थान प्राप्त करने वाले 467 मेधावी छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया जायेगा। जिसमें हाईस्कूल के 337 जबकि इंटरमीडिएट के 130 छात्र-छात्राएं शामिल होंगी। डा. रावत ने बताया कि विभाग के अंतर्गत शिक्षकों के विभिन्न पदों पर पदोन्नति को लेकर बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि लम्बे समय से एल.टी. से प्रवक्ता एवं प्रधानाध्यापक के पदों पर पदोन्नति नहीं हो पाई, जबकि विभाग पदोन्नति के रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरना चाहता है। लेकिन शिक्षक संगठनों एवं न्यायालय में वाद दायर करने वाले शिक्षकों के मध्य आपसी सहमति न बनने से पदोन्नति की प्रक्रिया में अड़चन आ रही है। विभागीय मंत्री ने बताया कि उनेक द्वारा पूर्व में ही सभी शिक्षक संगठनों एवं न्यायालय में वाद दायर करने वाले शिक्षकों की बैठक कर आपसी सहमति से पूरे प्रकरण का शीघ्र निस्तारण करने को कहा जा चुका है, ताकि शिक्षकों, प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य के रिक्त पदो पदोन्नति से भरा जा सके। डा. रावत ने बताया कि बैठक में विभाग से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें विद्या समीक्षा केन्द्र एवं कलस्टर स्कूल योजना भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने परिषदीय परीक्षा एवं अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की समीक्षा कर विभागीय अधिकारियों को भविष्य के लिये ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये ताकि बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राएं और बेहतर प्रदर्शन कर सके।

बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, सचिव न्याय नरेन्द्र दत्त, उच्च न्यायालय के चीफ स्टैंडिंग काउंसिल सी.एस. रावत, अपर महाधिवक्ता ए.पी. सिंह, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली पहली ईवी कार बनी टेस्ला मॉडल वाई

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नई दिल्ली । दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार टेस्ला मॉडल वाई पहली इलेक्ट्रिक वाहन बन गई है। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। जाटो डायनेमिक्स के आंकड़ों के अनुसार, टेस्ला मॉडल वाई ने 2023 की पहली तिमाही में टोयोटा के आरएवी4 और कोरोला मॉडल को पीछे छोड़ते हुए वैश्विक बिक्री रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया।
2023 मॉडल वाई 47,490 डॉलर से शुरू होता है, जो 2023 कोरोला (21,550 डॉलर) और आरएवी 4 (27,575 डॉलर) से काफी अधिक है। टेस्ला मॉडल वाई ने इस साल पहली तिमाही में वैश्विक स्तर पर 267,200 यूनिट्स बेचीं, जबकि 256,400 कोरोला और 214,700 आरएवी4 यूनिट्स बेची गईं। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने 2016 में भी अनुमान लगाया था कि यह मॉडल 500,000 से 1 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष के स्तर पर मांग को आकर्षित करेगा।
2021 में मस्क ने भविष्यवाणी की थी कि मॉडल वाई दुनिया में शीर्ष स्थान प्राप्त करेगा।
उन्होंने निवेशकों से कहा था, हमें लगता है कि मॉडल वाई दुनिया में किसी भी तरह की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार या वाहन होगी। शायद अगले साल। मैं अगले साल 100 प्रतिशत निश्चित नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इसकी काफी संभावना है।
टेस्ला अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में मार्केट लीडर बनी हुई है, जिसमें अन्य 17 ऑटोमोटिव समूहों की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक कारों की बिक्री अधिक है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, ईवी की बिक्री 2022 में सभी अमेरिकी यात्री वाहनों की बिक्री का 7 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करने के लिए बढ़ी।
अनुसंधान विश्लेषक अभीक मुखर्जी के अनुसार, टेस्ला यूएस ईवी बाजार पर हावी है जबकि फोर्ड, जनरल मोटर्स, स्टेलेंटिस, वोक्सवैगन और हुंडई जैसे अन्य ऑटोमोटिव दिग्गज मजबूत प्रतिस्पर्धा प्रदान करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मुखर्जी ने कहा, इसके अलावा, टेस्ला द्वारा हाल ही में कीमतों में कटौती और टेस्ला के मॉडल वाई के सभी संस्करणों के ईवी टैक्स क्रेडिट सब्सिडी के योग्य होने के साथ, यह उम्मीद की जाती है कि टेस्ला और भी अधिक बाजार हिस्सेदारी लेगी

विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस : पांच रुपये में प्राप्त होंगी 2 सैनेटरी नैपकिन, पूरे प्रदेश में लगाई जाएंगी 8 हजार मशीनें

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“लड़कियों में सैनिटेशन, हेल्थ अवेयरनेस और उनकी माहवारी के प्रति झिझक मिटाने के लिए की जा रही है कोशिश : रेखा आर्या”

देहरादून, प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने मुख्य सेवक सदन,देहरादून में ‘विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस’ के अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य की किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सुविधा की तरफ एक रचनात्मक पहल “मेरी सहेली” सैनेटरी नैपकिन पैड वैंडिंग मशीन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी जी के साथ मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की जहां कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित महिला चिकित्सकों ने बालिकाओं को माहवारी में क्या करना चाहिए और क्या नही के बारे में जानकारी दी। साथ ही बालिकाओं व महिलाओं में माहवारी से संबंधित फैली भ्रांतियों के बारे में बताया।वहीं कार्यक्रम में उपस्थित कई बालिकाओं ने माहवारी से संबंधित अपने विभिन्न प्रश्न किये जिनके जवाब डॉक्टर्स द्वारा उन्हें दिए गए साथ ही माहवारी को लेकर उनके मन मे फैली भ्रांतियां को भी दूर किया।

वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने माहवारी के ऊपर अपने विचार रखे।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यह एक अच्छी पहल की जा रही है कि अब बालिकाओ को सेनेटरी नेपकिन सार्वजनिक स्थानों पर मिल सकेंगी।उन्होंने कहा कि आज से पूर्व माहवारी के बारे में लोगो मे जागरूकता नही थी ।लोगो मे इसे लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां फैली हुई थी लेकिन अभी भी समय अवश्य बदला है किंतु वह विचारधारा पूरी तरह से नही बदली है।कहा कि यह प्रकर्ति की देन है हमे इसे स्वीकारना चाहिए।उन्होंने कहा कि हमे जागरूकता बढ़ाने के साथ ही बच्चों को शुरू से ही माहवारी के प्रति तैयार करना चाहिए।
वहीं मुख्य अतिथि और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं की झिझक और स्वास्थ्य जागरूकता को ध्यान में रखते हुए सैनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने की यह पहल की है।लड़कियों में सैनिटेशन, हेल्थ अवेयरनेस बढ़ाने और उनकी झिझक मिटाने के लिए यह कोशिश की जा रही है।कहा कि स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी केंद्रों अस्पताल समेत लड़कियों और महिलाओं की पहुंच वाले क्षेत्रों में ये नैपकिन वेंडिंग मशीनें लगाई जाएंगी।इन सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन से पांच रुपये में दो सैनेटरी नैपकिन प्राप्त की जा सकती हैं और पूरे प्रदेश में ऐसी 8 हजार मशीनें लगाई जाएंगी।कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज भी इस संबंध में महिलाएं खुलकर बात नहीं करती हैं। किशोरी एवं महिलाओं माहवारी के समय घरेलू कपड़े का उपयोग करती हैं जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं है। इससे संक्रमण का खतरा बना रहता है।कहा कि इस मशीन द्वारा तैयार किए गए सेनेटरी पैड का उपयोग सुरक्षित है।

मासिक धर्म के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करना है जरूरी, जागरूकता की है आवश्यकता : रेखा आर्या

देहरादून, विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारे देश मे मासिक धर्म के सम्बन्ध में चर्चा करने में आज भी कई जगहों पर बालिकाएं और महिलाएं झिझकती हैं, ऐसे में इस दौरान उन्हें क्या एहतियात बरतने चाहिए, वे नहीं जानती। इस तरह से वे खुद के स्वास्थ्य को खतरे में डाल देती हैं।कहा कि मासिक धर्म के समय स्वच्छता बनाए रखने के लिए और खुद को किसी भी तरह के इफेक्शन से दूर रखने के लिए आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। कई गांवों व छोटे शहरों में आज भी महिलाएं मासिक धर्म में कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। साथ ही आज भी मासिक धर्म पर स्वच्छता का अभाव देखने को मिलता है जिसकी वजह से कई तरह के संक्रमणों का खतरा बना रहता है। इन सभी मुद्दों पर अधिक से अधिक जागरूकता की आवश्यकता है क्योंकि किसी भी देश का विकास महिलाओं के विकास के समानुपाती होता है और देश के विकास का सबसे महत्वपूर्ण सूचक महिलाओं की शिक्षा एवं स्वास्थ्य ही है।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि मा० मुख्यमंत्री जी के द्वारा दिनांक 09 नवम्बर 2021 को जनपद देहरादून में राज्य स्तरीय घोषणा “जी रैया चेली-जागी रैया नौनी” की गयी, जिसमें बालिकाओं, किशोरियों एवं महिलाओं को उनके घर के ही निकट नैपकिन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र में सैनेटरी नैपकिन वैण्डिंग मशीन की स्थापना किये जाने की घोषणा कही गयी।

इस घोषणा के क्रम में मुझे यह कहते हुए अत्यत गर्व एवं हर्ष की अनुभूति हो रही है कि इस घोषणा के अंतर्गत मा० मुख्यमंत्री जी के विशेष प्रयासों से प्रथम चरण में रू0 10.00 करोड़ की धनराशी अवमुक्त की गयी, जिसके सापेक्ष आज ‘विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस’ के सुअवसर पर उत्तराखण्ड राज्य की किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सुविधा की तरफ एक रचनात्मक पहल करते हुए “मेरी सहेली सेनेटरी नेपकिन पैड वैण्डिंग मशीन” कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया है। जिसके तहत प्रथम चरण में ही पूरे उत्तराखण्ड राज्य के आगनवाडी केन्द्रों के साथ ही महिला आई०टी०आई०, महिला पॉलीटेक्निक, कक्षा 09 से 12 तक के बालिका एवं सह शिक्षा विद्यालय, स्नातक एवं स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उच्च शिक्षा संस्थान, बालिका छात्रावास (सभी सरकारी एवं गैर सरकारी) जैसे स्थलों / केन्द्रों में आदि में कुल 8000 सैनेटरी नैपकिन मशीन की स्थापना की जायेगी,जिससे प्रत्यक्ष रूप से राज्य भर की लाखों बालिकाओं एवं महिलाओं को लाभ प्राप्त होगा।

इस अवसर पर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अनु सचिव श्री सतीश कुमार सिंह जी,उपनिदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्री विक्रम सिंह जी, मुख्य परिवीक्षा अधिकारी श्री मोहित चौधरी जी, उप मुख़्य परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती अंजना गुप्ता जी,स्वास्थ्य निदेशालय के प्रतिनिधि,CDPO, सुपरवाइजर आंगनवाड़ी कार्यकर्ती,बालिकाएं और समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, वेदपाठ-पूजा अर्चना कर किये दर्शन

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चमोली, वाॕलीबुड फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार आज रविवार को अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। श्री बदरीनाथ मंदिर में भगवान बदरीविशाल के दर्शन कर वेदपाठ-पूजा अर्चना करते हुए उन्होंने सबके लिए सुख समृद्धि की कामना की। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने फिल्म अभिनेता का स्वागत करते हुए भगवान बदरीविशाल का प्रसाद, अंगवस्त्र एवं तुलसी माला भेंट की। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने मंदिर में दर्शन के पश्चात सिंह द्वार पर तीर्थयात्रियों का अभिवादन भी किया। यात्रा व्यवस्थाओं की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आकर वह अविभूत हुए है। इस दौरान यात्रा मजिस्ट्रेट युक्ता मिश्रा, प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, थाना प्रभारी केसी भट्ट, ईओ सुनील पुरोहित आदि मौजूद रहे।

जी-20 एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप के सदस्यों ने किया ऑणी गांव का भ्रमण, उत्तराखंड की पारंपरिक शैली में किया गया प्रतिनिधियों का स्वागत

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ॠषिकेश, उत्तराखंड में दूसरी जी-20 एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग के नरेंद्र नगर टिहरी में समापन के पश्चात रविवार को 20 सदस्य देशों के 20 प्रतिनिधियों ने ऑणी गांव का भ्रमण किया |
ओणी गांव में विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत उत्तराखंड की पारंपरिक शैली में किया गया | ओंणी गांव आगमन पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं वाद्य यंत्र के कलाकारों द्वारा आत्मीयता से डेलीगेट्स का टीका लगाकर, तुलसी की माला पहनाकर तथा ढोल, दमाऊ, माशकबाज, रणसिंघा की प्रस्तुति देकर जोरदार स्वागत किया गया।

औणी गांव में विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव की आंगनबाड़ी केन्द्र, नरेंद्र नगर फॉरेस्ट डिविजन शिवपुरी रेंज द्वारा स्थापित इंटरप्रिटेशन सेंटर, पंचायत भवन, बर्तन बैंक, ग्रामीण बचत बैंक शासकीय प्राथमिक विद्यालय, दुग्ध उत्पादन केंद्र, पॉलीहाउस तथा मिलेट सेंटर का भ्रमण किया |

इस दौरान विदेशी मेहमान उत्तराखंड की लोक संस्कृति, ग्रामीण परिवेश, जीवन शैली, पारंपरिक लोक कला, जैविक खेती आदि से भी रूबरू हुए।

विदेशी प्रतिनिधियों ने आणी गांव के पंचायत भवन में ग्राम सभा की बैठक में भाग लिया तथा केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की | विदेशी प्रतिनिधियों ने आंगनबाड़ी केंद्र में छोटे बच्चों एवम गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित गतिविधियों को देखा तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की |
विदेशी प्रतिनिधियों ने नरेंद्र नगर डिवीजन के शिवपुरी रेंज द्वारा स्थापित इंटरप्रिटेशन सेंटर में वन विभाग तथा ग्रामीणों की बैठक में भाग लिया | बैठक में वन अधिकारी आणी गांव के ग्रामीणों को वन अधिकार अधिनियम 2006 की जानकारी दे रहे थे तथा उनकी समस्याएं सुन रहे थे | यहां पर विदेशियों ने पौधारोपण भी किया | विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव में स्थापित बर्तन बैंक का भी निरीक्षण किया | इस बर्तन बैंक का उपयोग ग्रामीण बड़े निजी एवं सार्वजनिक आयोजनों में सहभागिता के आधार पर करते हैं | विदेशी प्रतिनिधियों ने औणी गांव के ग्रामीण बचत केंद्र का भी भ्रमण किया तथा केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों के लिए संचालित विभिन्न ऋण एवं बचत योजनाओं की जानकारी ली | गांव के प्राथमिक विद्यालय में विदेशी प्रतिनिधियों ने स्कूली बच्चों से मुलाकात की तथा माध्यहन भोजन की व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की | विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव में स्थापित मिलेट सेंटर में उत्तराखंड के स्थानीय अनाजों, गोट फार्मिंग, मत्स्य पालन तथा पारंपरिक चक्की आदि का अवलोकन किया | भ्रमण के बाद गांव मे ही विदेशी प्रतिनिधियों ने भोजन किया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का अवलोकन किया | विदेशी प्रतिनिधियों को राज्य का स्थानीय भोजन परोसा गया |
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत बांसुरी वादक तिलक विश्वास तथा तबला मास्टर संतोष कुमार द्वारा किया गया। इसके साथ ही सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा गढ़ वंदना, थाड्या, चोफला, संतूर वादन की प्रस्तुति दी गई।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार, एसएसपी नवनीत भुल्लर, सीडीओ मनीष कुमार. जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, ब्लॉक प्रमुख नरेंद्रनगर राजेंद्र भंडारी, एडीएम के.के. मिश्र, डी डी ओ सुनील कुमार, एसडीएम देवेंद्र नेगी सहित नोडल अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने सेंगोल को किया साष्टांग प्रणाम, अधीनम संतों की मौजूदगी में दिया सम्मान

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नई दिल्ली, वैदिक विधि विधान के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया और देश को इसे समर्पित किया। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के अधीनम संतों द्वारा सौंपा गया सेंगोल भी नए संसद भवन में स्थापित किया। ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक परिधान में द्वार संख्या-एक से संसद भवन परिसर में प्रवेश किया।

 

वहीं जब सेंगोल को संसद भवन में स्थापना करने के लिए लेकए आया गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा कदम उठाया जिससे सत्ता और संस्कृति का संगम होता हुआ नए संसद भवन में दिखा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंगोल को साष्टांग प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर वहां उपस्थित तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के पुजारियों का आशीर्वाद लिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मोदी और बिरला ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों का सम्मान भी किया जिन्होंने इस ऐतिहासिक इमारत के निर्माण में अपना अहम योगदान दिया है।

 

ऐसा है नया संसद भवन :

टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित नए संसद भवन में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, सांसदों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान होगा। त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत 64,500 वर्ग मीटर में फैली है। इस इमारत के तीन मुख्य द्वार ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार हैं। इसमें विशिष्ट जन, सांसदों और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार होंगे। नए भवन के लिए उपयोग की गई सामग्री देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई है। इमारत में इस्तेमाल सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से मंगाई गई थी, जबकि लाल और सफेद बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से खरीदा गया था।

 

राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले और हुमायूं के मकबरे के लिए बलुआ पत्थर भी सरमथुरा से प्राप्त किया गया था। केसरिया हरे पत्थर को उदयपुर से, लाल ग्रेनाइट को अजमेर के पास लाखा से और सफेद संगमरमर को राजस्थान के अंबाजी से खरीदा गया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘एक तरह से पूरा देश लोकतंत्र के मंदिर के निर्माण के लिए एक साथ आया, जो एक प्रकार से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की सच्ची भावना को दर्शाता है।’’ लोकसभा और राज्यसभा के कक्षों में फॉल्स सीलिंग के लिए स्टील का ढांचा केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव से मंगाया गया है जबकि नई इमारत का फर्नीचर मुंबई में तैयार किया गया था। इमारत में पत्थर की जाली का काम किया गया है, जिसमें राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा का योगदान है।

 

अशोक स्तंभ के लिए सामग्री महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से मंगाई गई थी जबकि लोकसभा और राज्यसभा कक्षों की विशाल दीवारों और संसद भवन के बाहरी हिस्से में लगे अशोक चक्र को मध्य प्रदेश के इंदौर से खरीदा गया था। नए संसद भवन में निर्माण गतिविधियों के लिए कंक्रीट मिश्रण बनाने के लिए हरियाणा के चरखी दादरी से ‘एम-सैंड’ यानी निर्मित रेत का उपयोग किया गया। एम-सैंड को पर्यावरण के अनुकूल माना जाता है क्योंकि यह बड़े कठोर पत्थरों या ग्रेनाइट को कुचलकर निर्मित होता है, न कि नदी के तल में निकर्षण द्वारा। निर्माण में इस्तेमाल ‘फ्लाई ऐश’ ईंटें हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मंगाई गई थीं, जबकि पीतल के काम और पूर्वनिर्मित खाइयां गुजरात के अहमदाबाद से थीं। ‘फ्लाई ऐश’ एक बारीक पाउडर है जो तापीय बिजली संयंत्रों में कोयले के जलने से उप-उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है। इसमें भारी धातु होते हैं और साथ ही पीएम 2.5 और ब्लैक कार्बन भी होते हैं।

 

कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था

नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य आराम से बैठ सकते हैं। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होने पर कुल 1,280 सदस्यों को लोकसभा कक्ष में समायोजित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। पुराना संसद भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था। पुरानी इमारत को वर्तमान आवश्यकताओं के लिए अपर्याप्त पाया गया था। लोकसभा और राज्यसभा ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नया भवन बनाने का आग्रह किया था। पुरानी इमारत ने स्वतंत्र भारत की पहली संसद के रूप में कार्य किया और यह संविधान को अपनाने की गवाह भी बनी। मूल रूप से ‘इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल’ में स्थित इस संसद भवन को ‘काउंसिल हाउस’ कहा जाता था। संसद भवन में 1956 में अधिक जगह की आवश्यकता को देखते हुए दो मंजिलों को जोड़ा गया था। वर्ष 2006 में, भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत के 2,500 वर्षों को प्रदर्शित करने के लिए संसद संग्रहालय का निर्माण किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान भवन को कभी भी द्विसदनीय विधायिका को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया था और इसमें बैठने की व्यवस्था भी तंग थी। केंद्रीय कक्ष में केवल 440 लोगों के बैठने की क्षमता है और दोनों सदनों की संयुक्त बैठकों के दौरान अधिक जगह की आवश्यकता महसूस की गई थी।