Wednesday, May 14, 2025
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कंधे से कटकर अलग हुआ हाथ, एम्स के चिकित्सकों ने जोड़ा, थैली में रखकर लाया गया था अंग

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पांच घंटे चली जटिल सर्जरी उत्तराखंड में इस तरह का पहला ऑपरेशन

ऋषिकेश/पिथौरागढ, कंक्रीट मशीन में काम करते हुए एक व्यक्ति का हाथ कंधे से कटकर अलग हो गया। कटे हाथ को गीले, साफ कपड़े में लपेटकर आइस क्यूब कंटेनर में रखकर मरीज के साथ हेली एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। आपात स्थिति में एम्स के ट्राॅमा विभाग के शल्य चिकित्सकों की टीम ने घायल व्यक्ति के कटे हाथ को जोड़़ने की सर्जरी शुरू की और 5 घंटे की अथक मेहनत के बाद घायल को नया जीवन प्रदान करने में सफलता हासिल की। एम्स में भर्ती इस युवक का हाथ अब जुड़ चुका है और वह रिकवरी पर है। उत्तराखंड में इस तरह की यह पहली सर्जरी है, जिसमें शरीर से पूरी तरह अलग हो चुके हाथ को फिर से जोड़ा गया है।

पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला क्षेत्र से शरीफ अंसारी पुत्र कयामुद्दीन अंसारी को थैली में रखे उसके कटे हाथ के साथ 20 मई को हेलीकाॅप्टर के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया था। मशीन में काम करते वक्त उसका दाहिना हाथ कंधे से पूरी तरह अलग हो गया और खून से लथपथ युवक के कंधे से लगातार रक्तस्राव हो रहा था।

एम्स की ट्राॅमा इमरजेंसी में ड्यूटी पर मौजूद ट्राॅमा सर्जन डॉ. नीरज कुमार और डाॅ. सुनील कुमार ने तुरंत रोगी को अनुकूलित कर ट्रॉमा सिस्टम को सक्रिय किया।

ट्राॅमा विभागाध्यक्ष डाॅ. कमर आजम और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डाॅ. विशाल मागो के नेतृत्व में सर्जरी करने वाले चिकित्सकों की टीम ने 5 घंटे तक गहन सर्जरी प्रक्रिया करने के बाद घायल व्यक्ति के कटे हाथ को जोड़कर उसे विकलांग होने से बचा लिया गया। सर्जरी करने वाली टीम में ट्राॅमा विभाग के सर्जन डाॅ. नीरज कुमार, डाॅ. सुनील कुमार, प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डाॅ. अक्षय कपूर और डाॅ. नीरज राव सहित एनेस्थीसिया विभाग के डाॅ. रूपेश व डॉ. सचिन आदि शामिल रहे।

ट्राॅमा सर्जन डाॅ. नीरज ने बताया कि मरीज को ट्रॉमा आईसीयू में स्थानांतरित करने के बाद, उसके गुर्दे की विफलता को रोकने के लिए नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शेरोन कंडारी द्वारा बारीकी से मरीज की निगरानी की गई। ट्राॅमा विशेषज्ञों के अनुसार मरीज को अब कृत्रिम अंग लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और रिकवर होने के बाद उसके हाथ में 60 प्रतिशत तक सेंस आ जाएगा। वहीं मरीज ने इसके लिए एम्स ऋषिकेश का धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि एम्स के चिकित्सकों ने उन्हें नया जीवन दिया है।

छह घंटे हैं महत्वपूर्ण :

एम्स के ट्राॅमा विशेषज्ञों के अनुसार कटे अंग को सीधे बर्फ के संपर्क में न रखते हुए पॉलीथिन में रखना चाहिए। सीधे बर्फ के संपर्क में आने पर अंग गलने लगता है। कटे अंग को यदि 6 घंटे के दौरान जोड़ दिया जाए तो वह पहले की तरह काम कर सकता है चूंकि इस तरह के ऑपरेशन की तैयारी में समय लगता है इसलिए मरीज को हरहाल में तीन घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

ऐसे जोड़ा गया हाथ :

क्षतिग्रस्त प्रमुख रक्त वाहिकाओं की सफलतापूर्वक मरम्मत की गई और हड्डी को ठीक किया गया। इसके बाद फ्लैप को जुटाकर सर्जिकल साइट को कवर किया गया। इसके लिए ऑप्टिकल माइक्रोस्कोप, फ्लोरोस्कोपी आदि की आवश्यकता थी। कटे हुए हिस्से की नसों को विच्छेदित कर पहचाना और टैग किया गया। फिर धमनी और शिराओं की मरम्मत करके रक्त परिसंचरण को फिर से स्थापित किया गया। घाव का एक हिस्सा आसन्न मांसपेशी फ्लैप द्वारा कवर किया गया था। एक सप्ताह बाद, दूसरी सर्जरी कर घाव को साफ किया गया। प्रमुख नसों की मरम्मत की गई और शेष घाव को स्किन ग्राफ्टिंग से ढक दिया गया। इसके बाद नियमित ड्रेसिंग की जाती रही।

समय पर काम आई हेली एम्बुलेंस सेवा :

धारचूला क्षेत्र राज्य का सीमांत क्षेत्र है और नेपाल बाॅर्डर से सटा है। सड़क मार्ग से धारचूला से एम्स ऋषिकेश तक पहुंचने में 24 घंटे के लगभग का समय लग जाता है। ऐसे में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए हेली एम्बुलेंस सेवा वरदान साबित हुई। हेलीकाॅप्टर से तत्काल एम्स पहुंचने की वजह से कटा हाथ खराब होने से बच गया और घायल मरीज को नया जीवन मिल गया।

’’क्रिटिकल स्थिति में आए मरीज के कटे हाथ को फिर से जोड़ दिया जाना, हमारे ट्रामा सर्जनों का प्रशंसनीय कार्य है। यह सर्जरी बहुत ही क्रिटिकल थी लेकिन हमारे अनुभवी शल्य चिकित्सकों की टीम ने इसे कर दिखाया। ट्राॅमा सेंटर में 24 घंटे आपात स्थिति के मरीजों के इलाज की समुचित सुविधा उपलब्ध है।’’

…प्रो. (डा.) संजीव कुमार मित्तल, चिकित्सा अधीक्षक, एम्स।

’’एम्स एक टर्सरी केयर सेंटर है। हम रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे यहां ट्राॅमा सहित अन्य सभी प्रकार की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए विभिन्न विभागों के अनुभवी चिकित्सकों की टीम सहित स्वास्थ्य प्रबंधन की पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं। प्रत्येक मरीज और घायल व्यक्ति का जीवन बचाना हमारी प्राथमिकता है।’’
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बड़ा झटका : पंजाब में महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, मान सरकार ने बढ़ाया वैट

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चंडीगढ़ ,। पंजाब सरकार ने पैट्रोल-डीजल पर एक रुपये वैट बढ़ा दिया है जिस वजह से पंजाब में पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो गई है। आज से नए पेट्रोल के दाम 98.65 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 88.95 रुपये प्रति लीटर होंगे। नए दाम कल रात 12 बजे से लागू की गई है।
पंजाब में पेट्रोल और डीजल महंगा हो गया है। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दामों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) बढ़ा दिया है। इसके चलते प्रदेश में अब पेट्रोल के दाम 98.65 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं डीजल के दाम बढक़र 88.95 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। इससे पहले इसी साल फरवरी में भी पंजाब सरकार ने वैट में इजाफा किया था। इसके चलते तब पंजाब में पेट्रोल और डीजल 90 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया था। दरअसल नकदी संकट से जूझ रही पंजाब सरकार को ईंधन पर वैट में बढ़ोतरी से अतिरिक्त 400 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।
दरअसल शुक्रवार को पंजाब कैबिनेट की बैठक में गुपचुप तरीके से वैट में बढ़ोत्तरी को मंजूरी दे दी गई। वहीं शनिवार देर रात इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया। पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर बढ़ी हुई कीमतें शनिवार रात 12 बजे से ही लागू हो गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वैट में लगभग एक रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है।
बता दें कि पंजाब में इसी साल फरवरी के महीोमने में पेट्रोल और डीजल 90 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था। तब पंजाब के आवास और शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा था कि इस तरह की बढ़ोतरी की जरूरत कुछ समय से महसूस की जा रही थी। पंजाब को और राजस्व पैदा करने की जरूरत है और यह उसी दिशा में एक कदम है।

“सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो” विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी कैडेट्स के साथ किया सीएम धामी ने संवाद

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उत्तरकाशी, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तरकाशी स्थित लो.नि.वि. निरीक्षण भवन परिसर में अयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए “सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो” विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं / एन०सी०सी० कैडेट्स के साथ संवाद किया। साथ ही उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिक संगठन, स्थनीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद एवं भेंट वार्ता की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शौर्य स्थल, उत्तरकाशी के सौंदर्यकरण एवं टीन सेट लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा शौर्य स्थल में प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।

“सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो” विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी के समक्ष सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज सीमांत गांवों के विकास को प्राथमिकता से लिया जा रहा है। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमांत क्षेत्रों में बसे गांवों को विकसित करने की योजना है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, राज्य में सरकारी नौकरियों के साथ युवाओं को स्वरोजगार की ओर भी जोड़ रही है। सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक होमस्टे खुलें। स्थानिय लोगों को वहीं पर रोजगार मिले, इन नीतियों पर भी कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड में सरकार शिक्षा एवं चिकित्सा पर विशेष ध्यान दे रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों लोगों को मुफ्त में इलाज मिल रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान में चार धाम यात्रा गतिमान है। चार धाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफ लाइन है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के प्रत्येक मामले को गंभीरता एवं प्राथमिकता के साथ ले रही है। आज केंद्र सरकार सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मोदी जी के नेतृत्व में सेना और ज्यादा सशक्त, शक्तिशाली और साधन सम्पन्न हुई है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्वत माला मिशन के तहत उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों को रोप-वे से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें यमुनोत्री धाम भी शामिल है । वर्णावत पर्वत को भी रोपवे से जोड़ने पर कार्य किया जाएगा। हर्षिल जैसी सीमांत घाटियों में एप्पल मिशन के तहत सेब की खेती को बढ़ाए जाने के मकसद से राज्य सरकार ने एप्पल मिशन में धनराशि का प्रावधान 6 करोड से बढ़ाकर 35 करोड कर दिया है। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इससे फायदा मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को सवारने का कार्य किया जा रहा है। प्रमुख धार्मिक स्थलों को भव्य एवं दिव्य बनाने पर लगातार कार्य जारी है। आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। चार धामों को जोड़ने के लिए चौतरफा सड़को का जाल बिछ रहा है। आने वाले समय में चार धाम यात्रा विकासनगर पुरोला क्षेत्र से भी चले इस पर भी कार्य किया जा रहा है।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की।

इस दौरान विधायक सुरेश चौहान, विधायक दुर्गेश लाल, विधायक संजय डोभाल, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणा, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मीडिया प्रभारी (भाजपा) मनवीर चौहान, राम सुन्दर नौटियाल एवं अन्य लोग मौजूद रहें।

जमीन पर विकास कार्यों की थाह के अलावा कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने मे सफल रहे धामी

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उत्तरकाशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय उत्तरकाशी दौरे मे जहाँ जमीनी स्तर पर विकास कार्यों की थाह ली वहीं आम जनता में सरकार के कार्यो के बाद फीड बैक और कार्यकर्ताओं से संवाद के जरिये नब्ज टटोलने मे सफल रहे।
उतरकाशी हाल की घटनाओं के बाद सुर्खियों मे रहा है और मुख्यमंत्री ने जिले का रुख कर जनता से सीधे संवाद स्थापित कर यह संदेश देने की साफ कोशिश की कि विकास कार्यों पर उनकी पैनी नजर है और वह केंद्र की हर विकास की पहल को धरातल पर उतारने के लिए वह गाँव की चौपाल को आशियाना बना सकते है तो खेत खलिहानों मे किसान नजर आयेंगे। आम जनता के लिए यह सुखद क्षण रहे जब सीएम ने रात्रि मे भी जनता दरबार कार्यक्रम चलाया और आम जनता की पीड़ा को सुना तो साथ ही किसानों के साथ खेत खलिहान मे भी हल पर हाथ आजमाए।
इसके अलावा सीएम ने दूसरे दिन भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सभी सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों का सहयोग लेना है । सबके अथक परिश्रम से बनी यह सरकार उनके नैतिक सामर्थ्य से देवभूमि के स्वरूप को बनाये रखने के लिए ऐतिहासिक कदम उठा रही है ।”

अपने प्रवास के दौरान पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकताओं से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेशवासियों के सपनों को पूरा करने की दिशा में हमारी सरकार पीएम मोदी के नेतृत्व में निर्णायक रूप से आगे बढ़ रही है । उन्होंने कहा कि आज ऐसे समय पर सबसे मिलने का अवसर मिल रहा है जब देशभर में पार्टी मोदी सरकार के 9 वर्षों की उपलब्धियों को महा जनसम्पर्क उत्सव के रूप में मना रही है । और ये सब सौभाग्य उन्हे समर्पित कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का परिणामस्वरूप प्राप्त हुआ है।

श्री धामी ने कहा कि एक कार्यकर्ता होने के नाते वह खुद पार्टी के इस स्वर्णिम काल में गर्व की अनुभूति करते हुए मन मे उठने वाली आकांक्षाओं को महसूस कर सकते हैं। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि सरकार उनकी उम्मीदों एवं अपेक्षाओं के अनुशार कार्य कर रही है और करेगी । आज हम सबको मिलकर केंद्र एवं राज्य सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों एवं योजनाओं को प्रत्येक उत्तराखंडवासी तक पहुंचाना है ।

उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री मोदी के मुख से निकले बाबा केदार के आदेशों के मुताबिक, 2025 तक प्रदेश को श्रेष्ठ राज्यों की सूची में लाने के प्रयासों में जुटी है । केंद्र के सहयोग से राज्य के आधारभूत ढांचे में अभूतपूर्व बदलाव लाने में हम सफल हुए हैं जिसका परिणाम लगातार बढ़ते रिकॉर्ड पर्यटकों की संख्या में नज़र आने लगा है । शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गवर्नेंस के क्षेत्रों में शानदार करने के साथ हम अनेकों साहसिक एवं कठोर कानूनों को लेकर आगे बढ़े हैं जो अन्य राज्यों के लिए नजीर बन रहे हैं । कठोरतम नकल कानून लाकर हमने प्रदेश में फैले नकल माफियाओं को जड़ से मिटाते हुए युवाओं का भविष्य सुरक्षित बनाने का काम किया है । हम सख्त धर्मान्तरण कानून लेकर आये और कड़ा भूकानून व समान नागरिक संहिता लाने वाले हैं, ये सब आपके आसपास नजर आने वाले लव जिहाद व लव जिहाद की समाप्ति के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला है । लगातार पर्दे के पीछे से न्याययिक प्रक्रिया के सहारे महिलाओं से नौकरियों में आरक्षण का जो हक छीना जा रहा था, उसे हमने कानून पास कर मातृ शक्ति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है । राज्य आंदोलनकारियों को आरक्षण को लेकर भी हम कानून लेकर आये हैं, साथ ही मोदी जी के जिस ड्रीम प्रोजेक्ट मिलेट मिशन का लाभ सबसे अधिक उत्तराखंड के किसानों को मिलने वाला है उस पर भी गंभीरतापूर्वक कार्य करते हुए हमने शुरुआती तौर पर लगभग 73 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है ।

मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से आहवाहन करते हुए कहा कि उनके पास केंद्र व राज्य सरकार की शानदार उपलब्धियां हैं जिन्हें हम सबको मिलकर सिर्फ बड़ी विन्रमता से जन जन के मध्य पहुंचाना है। प्रदेश की महान जनता भाजपा को आशीर्वाद देने का मन बना चुकी है । सरकार जनकल्याणकारी आकांक्षाओं को उसे पूरा करने के लिए तत्पर है ।

बैठक में ज़िलाध्यक्ष सतेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठ कर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए आभार व्यक्त किया ।
बैठक में विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान , पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल , प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान सूरत राम नौटियाल , स्वराज बिधवान , पूर्व विधायक केदार सिंह रावत , राजकुमार , सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी ज़िला पदाधिकारी माडल अध्यक्ष सहित वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे ।

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को कार्यकर्ता पहुंचाए आमजन तक : रेखा आर्या

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‘महाजनसंपर्क अभियान के तहत कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने किया संयुक्त मोर्चा सम्मेलन में प्रतिभाग’

 

सोमेश्वर(अल्मोडा), अपने दो दिवसीय सोमेश्वर विधानसभा प्रवास के दौरान कैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या अल्मोड़ा जनपद की अपनी सोमेश्वर विधानसभा स्थित स्याहीदेवी मंडल की ग्रामसभा गोविंदपुर पहुंची जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित ‘संयुक्त मोर्चा सम्मेलन’में प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और वंदेमातरम के साथ किया गया।वहीं इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, साथ ही सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की,साथ ही सभी से आगामी चुनावों की तैयारी करने के साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने की बात कही।उन्होंने आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में सभी से सक्रिय सहभागिता निभाते हुए बूथ के प्रत्येक व्यक्ति तक केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए दिए गए दायित्व का निर्वहन करने का संकल्प दिलाया।साथ ही कहा कि इस विधानसभा में आयोजित होने वाले महा जनसंपर्क अभियान के लिए सभी मंडलों की कार्यसमिति बैठक संपन्न हो चुकी है और सभी कार्यक्रमों के लिए विभिन्न पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी भी दी गई है ,ऐसे में सभी कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी निभाएं।मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि विगत 9 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देश ने अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं और उन्हीं के मार्गदर्शन में हमारा राज्य भी उन्नति के पथ पर अग्रसर है।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री रमेश बहुगुणा जी,जिलामंत्री श्री कन्नू शाह जी,महाजनसंपर्क अभियान के जिला संयोजक श्री ललित दोसाद जी,श्री दीप भगत जी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती लीला बोरा जी,जिलामंत्री श्रीमती वंदना आर्या जी,मण्डल अध्यक्ष सोमेश्वर(युवा मोर्चा) श्री शंकर बिष्ट जी, श्री अशोक जलाल जी,जिला महामंत्री किसान मोर्चा श्री हरीश बिष्ट जी,विधायक प्रतिनिधि श्री भुवन जोशी जी,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि श्री भूपाल मेहरा जी,कोषाध्यक्ष कृष्णा भंडारी जी,श्री धर्मेंद्र बिष्ट जी,श्रीमती पुष्पा भंडारी जी,श्रीमती लता पंत जी,श्री महेश नयाल जी,श्री खडग सिंह जी,श्री कृपाल नयाल जी,श्री दिवान कार्की जी,जिला संयोजक सोशल मीडिया श्री कृपाल बिष्ट जी, सहित सभी मंडलो के मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री ,सभी मोर्चो के अध्यक्ष, पदाधिकारी के साथ ही पार्टी के ज्येष्ठ व श्रेष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

दूसरे दिन भी जारी रहा मेसर कुण्ड अभियान, 50 साल पुराना जैसा कुण्ड बनाने का लिया संकल्प

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मुनस्यारी, प्राकृतिक धरोहर मेसर कुण्ड को पचास साल पूर्व के यौवन में पहुंचाने के संकल्प के साथ सेव मेसर कुण्ड अभियान के दूसरे दिन भी सैकड़ों हाथों ने इस कार्य में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस साल की सफलता से उत्साहित नेतृत्वकर्ताओं ने अगले साल एक सप्ताह तक इस अभियान को चलाने का ऐलान किया।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ द्वारा प्रायोजित मेसर कुण्ड सफाई तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में आज दूसरे दिन भी कुण्ड की सफाई एवं विस्तार के लिए श्रमदान किया गया। अभियान में आज भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), लोक निर्माण विभाग, पीआरडी, महिला मंगल दल, महिला स्वयं सहायता समूह, सरस बाजार, ग्राम पंचायत, वन पंचायत से जुड़े स्वयं सेवकों ने मेसर कुण्ड के विस्तार के लिए किए जा रहे कार्य में सरोवर बनाने में श्रमदान किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि 50 साल पहले मेसर कुण्ड का जो सरोवर क्षेत्र था, वहां तक सरोवर तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में कम से कम दस वर्षों का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि अगले साल इस सरोवर विस्तार कार्यक्रम को एक सप्ताह का किया जाएगा।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ के अध्यक्ष भूपाल सिंह बरफाल ने बताया कि इस मिशन में मिली सफलता से हम उत्साहित है। उन्होंने कहा कि मेसर कुण्ड को पुराने स्वरूप तक पहुंचाने के लिए इस कार्यक्रम को अब हर साल किया जाएगा।
श्रमदान के माध्यम से मेसर कुण्ड का लगातार विस्तार किया जाएगा। वन पंचायत सरमोली जैती तथा शंखधूरा के मध्य विशाल कुण्ड क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए राज्य सरकार से मदद ली जाएगी।
इस अवसर पर जोहार सांस्कृतिक संगठन के अध्यक्ष भूपाल सिंह बरफाल, जल निगम के अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह धर्मसक्तू,सचिव गणेश सिंह मर्तोलिया, राजेन्द्र सिंह रावत, बहादुर सिंह धर्मसक्तू, सुमित मर्तोलिया, बहादुर सिंह मर्तोलिया, हरीश सिंह धर्मसक्तू, चन्द्रा टोलिया, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नेहा पांगती, महिला मंगल दल सरमोली की अध्यक्ष जानकी चिराल, महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष नीमा धर्मसक्तू, शिक्षिका नीमा पांगती, वार्ड मैम्बर लक्ष्मी राणा, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मंगल सिंह राणा, आईटीबीपी के सब इंस्पेक्टर कुंदन सिंह नित्वाल आदि मौजूद रहे।

 

 

पोस्ट आफिस घोटाले के खाताधारकों को मिलेगा तीन माह में धन, मुनस्यारी में बनेगा पोस्ट आफिस का अपना भवन

“निदेशक डांकसेवा उत्तराखंड से मिले पंचायत प्रतिनिधि”

मुनस्यारी(पिथौरागढ़), भारतीय डाक सेवा उत्तराखंड के निदेशक डाकसेवा अनुसूया प्रसाद चमोला ( भारतीय पोस्टल सेवा ) ने एक प्रतिनिधिमंडल के सम्मुख बताया कि 94 लाख रुपए के पोस्ट आफिस घोटाले की रकम खाताधारकों को तीन माह के भीतर वापस क्रमवार ढंग से किया जाएगा। एक साल के भीतर मुनस्यारी में पोस्ट आफिस का अपना भवन भी बन जाएगा।
निदेशक डांकसेवा के आज यहां आने की खबर मिलते ही दो बजे से पोस्ट आफिस घोटाले से प्रभावित परिवारों का सैकड़ों की संख्या में पोस्ट आफिस के बाहर जमावाड़ा लग गया था।
निदेशक दो बजे की जगह छः बजे सायं यहां पहुंचे। तब तक आसपास के खाताधारक पोस्ट आफिस के बाहर जमे हुए थे। सभी ने घोटाले में फंसे धन को वापस दिलवाने की मांग की।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने निदेशक डाक सेवा उत्तराखंड चमोला के साथ पोस्ट आफिस कक्ष में बैठकर घोटाले सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
इस संदर्भ में निदेशक डांकसेवा अनुसूया प्रसाद चमोला से हुई बातचीत के बाद उन्होंने बताया कि तीन माह के भीतर घोटाले में फंसी रकम खाताधारकों को क्रमवार ढंग से लौटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके आज के निरीक्षण के बाद धन वापसी की प्रक्रिया में तेजी आ जाएगी।
निदेशक ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि मुनस्यारी में एक साल के भीतर डांक विभाग का अपना पोस्ट आफिस भवन बनकर तैयार हो जाएगा। स्थानीय पोस्ट आफिस में स्टाफ़ बढ़ाने के लिए भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मल्ला जोहार के बुर्फू तथा मिलम में सब पोस्ट आफिस एक जून से खोल दिया गया है। इन सब पोस्ट आफिसों को आने वाले समय में आधुनिकीकरण किया जाएगा।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने जनता की समस्याओं को सुनने के लिए निदेशक का आभार जताया।
इस अवसर डाक अधीक्षक ललित मोहन जोशी सहित विभागीय अफ़सर मौजूद रहे।

गंगोत्री धाम में बाहरी व्यापारियों के विरोध में नगर व्यापार मंडल ने बाजार किया बंद

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उत्तरकाशी, गंगोत्री धाम में बढ़ते रेड़ी और फड़ व्यापारियों के विरोध में नगर व्यापार मंडल ने बाजार बंद रखा। व्यापारियों का कहना है कि गंगोत्री धाम में बाहर से आने वाले लोगों को कोई सत्यापन नहीं किया गया है। शनिवार को गंगोत्री धाम के नगर व्यापार मंडल के आह्वान पर धाम के सभी व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रदेव सेमवाल, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सतेंद्र सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री धाम में अन्य प्रदेशों से कई लोग पहुंचे हैं।व्यापारियों का कहना है कि वहीं इन लोगों को सत्यापन तक पुलिस नहीं करती है। साथ ही व्यापार मंडल ने पहले ही प्रशासन को अवगत करवा दिया था कि गंगोत्री धाम के मुख्य गेट से बाहर पार्किंग और हाईवे पर किसी प्रकार की रेड़ी और फड़ नहीं लगनी चाहिए लेकिन आज स्थिति यह है कि हाईवे पर फड़ लगाई जा रही है।

हर्षिल थानाध्यक्ष दिलमोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि गंगोत्री धाम में जो रेड़ी व फड़ सहित माला आदि बेचने वाले लोग आए थे उन्हें वहां से हटा दिया गया है। वहीं व्यापारियों से दुकानें खोलने का अनुरोध किया गया है। गंगोत्री धाम का बाजार सुबह ही व्यापारियों ने बंद कर दिया था। इससे धाम पहुंचने वाले यात्रियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ी। स्थिति यह थी कि यात्रियों को गंगाजल भरने के लिए केन तक नहीं मिली। वहीं यात्री भोजन, पानी के लिए भी धाम में तरसते रहे। व्यापार मंडल के निर्देश पर किसी ने अपनी दुकान नहीं खोली। पुरोला में 15 जून की को बाहरी व्यापारियों के खिलाफ महापंचायत की सुगबुगाहट तेज हो गई है। शनिवार को इस संबंध में कुछ संगठनों ने एक बैठक की है, लेकिन उसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की। अभी किसी संगठन ने प्रशासन को लिखित तौर पर इस महापंचायत की सूचना भी नहीं दी है।

बताया जा रहा है कि नगर व्यापार मंडल पुरोला सहित मोरी, नैटवाड़, नौगांव ने इसका समर्थन किया है। गुरिल्ला संगठन, प्रधान संगठन, क्षेत्र पंचायत संगठन सहित ठेकेदार संगठनों ने भी इसका समर्थन किया है। गुरिल्ला संगठन के अध्यक्ष एलम सिंह पंवार और राज्य आंदोलनकारी संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र रावत ने बताया कि जनहित में जो भी निर्णय लिया जाएगा। उसका खुला समर्थन किया जाएगा। शनिवार को बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष पुरोला बृजमोहन चौहान, प्रधान संगठन ब्लाक अध्यक्ष अंकित रावत, दीपक नौडियाल, राजपाल पंवार, गोविंद पंवार, अमीन सिंह रावत, सुनील, प्रकाश कुमार आदि मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से आयोजित पीस मीटिंग (शांति बैठक) में व्यापारियों ने हिंदू नाम लिखा साइन बोर्ड लगाकर आभूषण की दुकान चलाने वाले समुदाय विशेष के व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

व्यापारियों ने कहा समुदाय विशेष का व्यक्ति अपना धर्म छिपाकर हिंदू नाम लिखे बोर्ड की आड़ में अपनी दुकान चला रहा है। इससे व्यापारियों सहित स्थानीय लोगों में नाराजगी है। पुलिस ने उस व्यक्ति को बोर्ड पर अपना असली नाम लिखने की सलाह दी। रिपोर्टिंग चौकी में पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट सुरेन्द्र सिंह भंडारी ने दूसरे समुदाय और व्यापारियों के साथ पीस बैठक आयोजित कर आपसी भाईचारा एवं सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखनी की बात कही। उन्होंने कहा कि पुलिस अपना कार्य कर रही है। इसलिए सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार करने से बचें।

अपराध पर अंकुश लगाना पुलिस का काम है, तेजी से सत्यापन अभियान चलाया गया है। इससे काम की तलाश में आने वाले बाहरी व्यक्तियों पर पुलिस की नजर बनी हुई है। बैठक में एसआई बृजपाल सिंह, व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष कबूल पंवार, नगर अध्यक्ष जगदीश असवाल, राजेश रावत, हरदेव राणा, अजय जैन आदि उपस्थित रहे।

उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय

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•श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ यात्रा का योगी आदित्यनाथ को आमंत्रण दिया।

•बीकेटीसी की लखनऊ तथा फतेहपुर स्थित परिसंपत्तियों के संरक्षण के लिए योगी आदित्यनाथ से चर्चा की |

देहरादून, श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शनिवार देर शाम लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर उन्हें बदरीनाथ व केदारनाथ की यात्रा का आमंत्रण दिया। अजेंद्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तर प्रदेश में स्थित बीकेटीसी की संपत्तियों के संरक्षण को लेकर भी चर्चा की। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने शनिवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में चल रहे पुनर्निर्माण के कार्यों की जानकारी दी।

अजेंद्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तर प्रदेश के अमीनाबाद तथा फतेहपुर में स्थित बीकेटीसी की संपत्तियों के सरंक्षण में सहयोग का अनुरोध भी किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर लखनऊ तथा फतेहपुर के जिला प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई शुरू करते हुए रविवार को ही मौके पर पहुंच कर बीकेटीसी की संपत्तियों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने तत्काल बीकेटीसी से भी परिसंपत्तियों के अभिलेख मांगे हैं। ताकि उचित कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

उधर, रविवार को अजेंद्र ने भी लखनऊ के अमीनाबाद स्थित बीकेटीसी की परिसंपत्तियों का निरीक्षण किया। उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इस दौरान अजेंद्र ने बीकेटीसी की संपत्तियों को संरक्षण के लिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी व्यक्त किया।

‘धामी 2.0’ में पर्वतीय जिलों के विकास के प्रति उठाए जा रहे संजीदा कदम

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देहरादून। 23 साल के युवा उत्तराखंड को आखिर वो नेता मिल गया है जिसका इस नवोदित राज्य को बरसों से इंतजार था। युवा मुख्यमंत्री पुष्कर के हाथों में अब उत्तराखंड न केवल विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है बल्कि केवल एक दो जिलों तक सीमित न रहकर वे 13 जिलों के समावेशी विकास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। 
जरा, धामी 2.0 के पन्ने पलट कर देखें तो पता चलता है कि मसूरी में पिछले साल हुए चिंतन शिविर में धामी ने समावेशी विकास का जो रोडमैप दिखाया था उस पर वे स्वयं लीड करते नजर आ रहे हैं। देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंहनगर से इतर उनका फोकस राज्य के सभी 13 जिलों के विकास पर है। फिर बात चाहे चम्पावत की हो, पिथौरागढ़ की या टिहरी, पौड़ी, चमोली, उत्तरकाशी से लेकर नैनीताल, बागेश्वर की। सीएम धामी ने अपने 2.0 के कार्यकाल में खुद को देहरादून तक सीमित न रख यह दर्शाया है कि वे सभी जिलों का विकास चाहते हैं। 
तभी तो एक दिन चम्पावत तो दूसरे दिन उत्तरकाशी में चौपाल लगती है। धामी के इस मूवमेंट ने अफसरों को भी पूरे प्रदेश में घूमकर स्थानीय जरूरतों के हिसाब से नीतियों के निर्माण को प्रेरित किया है। यह पहाड़ी राज्य के इतिहास में ठोस तौर पर पहली बार हो रहा है जब कोई सीएम प्रभावी तरह से खेती, बागवानी, पॉलीहाउस जैसे रोजगार सृजन वाली चीजों पर न केवल बात कर रहा है बल्कि योजनाओं को धरातल पर उतार भी रहा है। अपने कई संबोधनों में धामी इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि जब पड़ोसी राज्य हिमाचल में खेती-बागवानी इतनी अच्छी हो सकती है तो हम क्यों पीछे हैं।
धामी जब भी पहाड़ के जिलों में जाते हैं तो होम स्टे में रुकना पसंद करते हैं। उसके पीछे मकसद यही है कि होमस्टे इन क्षेत्रों की आर्थिकी का बड़ा जरिया बनें। यही नहीं, राज्य के मोटे अनाजों को प्रोत्साहित करने में भी पुष्कर पीछे नहीं हैं। मंडुआ, झंगोरा जैसे पहाड़ी अनाज को खूब बढ़ावा दिया जा रहा है। नए पर्यटन क्षेत्रों को विकसित किया जा रहा है। टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स के चलते यह क्षेत्र आज विश्व फलक पर आ गया है तो सुदूरवर्ती मुनस्यारी, चम्पावत में नए डेस्टिनेशन पर्यटकों को लुभा रहे हैं तो इसके पीछे युवा धामी की दौड़भाग और दूरदर्शी सोच ही है।

भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड : 331 कैडेट्स अफसर बनकर सेनाओं की मुख्य धारा में जुड़े, मित्र राष्ट्रों के 42 कैडेट्स भी पास आउट

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देहरादून, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से शनिवार को (आज) 331 युवा अफसर देश सेवा के लिए सेना की मुख्यधारा में जुड़ गए। इसके साथ ही मित्र राष्ट्रों के 42 कैडेट्स भी पास आउट हुए। पासिंग आउट परेड की सलामी इस बार सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय ने ली।
परेड से पहले परिसर में सेना और बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह छह बजे परेड शुरू हुई। परेड के बाद पीपिंग सेरेमनी आयोजित की गई। इसके बाद देश और विदेश के 373 कैडेट्स अफसर बनकर अपनी सेनाओं की मुख्य धारा में जुड़ गए। इनमें 331 अफसर भारतीय सेना को मिले।

इनमें डायरेक्ट एंट्री वाले 55 कैडेट्स शामिल हैं। जबकि, एक्स एनडीए 204 और एक्स एससी 40 कैडेट्स पास आउट हुए। 32 कैडेट्स टीजीसी कोर्स के हैं। आईएमए की स्थापना के बाद से अब तक यहां से 64862 देशी एवं विदेशी कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। वहीं, आईएमए के नाम अब तक 2885 विदेशी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने का गौरव जुड़ गया है।

इस बार चौथे नंबर पर उत्तराखंड, आबादी के लिहाज से अब भी अव्वल :
इस बार भी उत्तर प्रदेश हर बार की तरह सबसे ज्यादा कैडेट्स देने वाला राज्य बना है। उत्तर प्रदेश के 63 कैडेट्स पासआउट होकर अफसर बनेंगे। जबकि, उत्तराखंड इस बार पहली बार की तुलना में दो पायदान पीछे खिसक गया है। पिछले साल जून की परेड में उत्तराखंड के कैडेट्स की संख्या 33 थी। जो इस बार घटकर 25 रह गई है। लेकिन, आबादी के लिहाज से देखें तो इस बार भी कैडेट्स देने वालों में उत्तराखंड अव्वल है। इस साल सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार से एक भी कैडेट आईएमए से पास आउट नहीं होगा। जबकि, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, असम, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, ओडिसा व पुडुचेरी से एक-एक कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बने।

गौरतलब हो कि सैन्य अकादमी में साल में दो बार यानी जून और दिसंबर में आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में इसकी झलक देखने को मिलती है। पिछले एक दशक के दौरान शायद ही ऐसी कोई पासिंग आउट परेड हो, जिसमें कदमताल करने वाले युवाओं में उत्तराखंडियों की तादाद अधिक न रही हो।
उत्तर प्रदेश के कैडेटों की संख्या सबसे अधिक पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के कैडेटों की संख्या भले ही सबसे अधिक 63 है, मगर इसकी तुलना वहां की आबादी के हिसाब से करें तो भारतीय सेना को जांबाज देने में अपना उत्तराखंड ही अव्वल नजर आता है, क्योंकि उप्र की आबादी का प्रतिशत देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत है, जो उत्तराखंड से कई गुणा अधिक है।

युद्ध स्मारक पर दी शहीदों को श्रद्धांजलि :

आईएमए स्थित युद्ध स्मारक पर शुक्रवार को शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यहां तलवार से सलामी देते जेंटलमैन कैडेट की साढ़े सात फीट की कांस्य की प्रतिमा है। प्रतिमा के पिछले हिस्से में मेहराब बनाए गए हैं, जिन पर 898 बहादुर पूर्व सैनिकों के नाम उकेरे गए हैं। ये वे पूर्व जवान हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। भारतीय सैन्य अकादमी के युद्ध स्मारक का उद्घाटन 17 नवंबर 1999 को फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ ने किया था। युद्ध स्मारक पर 331 जेंटलमैन कैडेट्स ने भारतीय सेना के अधिकारियों के रूप में नियुक्त होने से पहले भारतीय सेना की समृद्ध परंपराओं को कायम रखने और राष्ट्र का झंडा हमेशा ऊंचा रखने का संकल्प लिया।

थल सेना प्रमुख की युवा अफसरों को सलाह :

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने आईएमए स्नातकों से युद्ध के तेजी से बदलते स्वरूप से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए अपने कौशल को अपडेट करते रहने को कहा। आईएमए के स्प्रिंग टर्म कोर्स के समापन पर पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि प्रौद्योगिकी के तेजी से विकास के साथ युद्ध की गतिशीलता तेजी से बदल रही है और युद्ध की जगह अधिक जटिल हो गई है। ऐसे परिदृश्य में तकनीकी कौशल, मानसिक चपलता, महत्वपूर्ण मुद्दों पर सोचना और त्वरित प्रतिक्रिया सफलता की कुंजी होगी। उन्होंने नए कमीशन अधिकारियों से उनकी योग्यता को लगातार बढ़ाने के लिए कहा।

किन राज्यों से कितने :

1 उत्तर प्रदेश 63
2 बिहार 33
3 हरियाणा 32
4 महाराष्ट्र 26
5 उत्तराखंड 25
6 पंजाब 23
7 हिमाचल प्रदेश 17
8 राजस्थान 19
9 मध्य प्रदेश 19
10 दिल्ली 12
11 कर्नाटक 11
12 झारखंड 8
13 तमिलनाडु 8
14 जम्मू कश्मीर 6
15 छत्तीसगढ़ 5
16 केरल 5
17 तेलंगाना 3
18 पश्चिम बंगाल 3
19 गुजरात 2
20 नेपाल मूल (भारतीय सेना) 2

 

 

पीएम मोदी का फसलों की एमएसपी में की गई बढ़ोत्तरी को किसान के हित में किया गया शानदार निर्णय : जोगेंद्र पुंडीर

देहरादून, भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दालों समेत खरीफ की फसलों की एमएसपी में की गई बढ़ोत्तरी को किसान के हित में शानदार निर्णय बताया है ।
सरकार के प्रयासों से ही 20-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुशार देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में बीते 5 वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक वृद्धि होने जा रही है।

प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जोगेंद्र पुंडीर ने 9 सालों में कृषि क्षेत्र में किये केंद्र व राज्य सरकार के कार्यों और विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी । उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, किसान हितैषी श्री नरेंद्र मोदी सरकार ने मूंग, अरहर, धान, मक्का और उड़द की दाल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। इस कदम के बाद किसान अपनी फसल बढ़ी हुई कीमतों पर बेच सकेंगे। बीते 9 वर्षों में पीएम मोदी ने किसान भाई-बहनों के हित में कई अहम फैसले लिए गए है। उन्होंने कहा, इसी कड़ी में सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इससे अन्नदाताओं को उपज का लाभकारी मूल्य मिलने के साथ ही फसलों में विविधता लाने के प्रयासों को भी बल मिलेगा।

श्री पुंडीर ने कहा, केंद्र की मोदी सरकार ने तुअर दाल की एमएसपी में 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है, जबकि धान, मक्के और मूंगफली की एमएसपी में भी बढ़ोतरी की गई है। सरकार के इस कदम से बड़े स्तरों पर किसानों को लाभ होगा और नई फसल के लिए अच्छे दाम मिल पाएंगे, जो खेती की बढ़ती हुई लागत को देखते हुए किसानों की हित में लिया गया है। सरकार ने मूंग दाल का समर्थन मूल्य सबसे ज्यादा 10 प्रतिशत बढ़ाया है। वहीं धान का मिनिमम सपोर्ट प्राइस 143 रुपए बढ़ाकर 2, 183 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। इस कदम का मकसद किसानों को धान की खेती के लिए प्रोत्साहन देना और उनकी आमदनी बढ़ाना है।
सामान्य ग्रेड के धान का एमएसपी 143 रुपए बढ़ाकर 2, 040 रुपए से 2,183 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। ए ग्रेड के धान का एमएसपी 163 रुपए बढ़ाकर 2, 203 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। मूंग का एमएसपी अब 8, 558 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। यह पिछले साल 7, 755 रुपए प्रति क्विंटल था। ज्वार हाइब्रिड का एमएसपी 210 रुपए, बाजरा का 150 रुपए, रागी का 268 रुपए, मक्का का 128 रुपए, अरहर का 400 रुपए, मूग का 803 रुपए, उड़द का 350 रुपए, मूंगफली का 527 रुपए, सूरजमुखी बीज का 360 रुपए, सोयाबीन पीला का 300 रुपए और सनफ्लावर सीड का एमएसपी 360 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है।

उन्होंने बताया, वर्ष 2023-24 के दौरान खरीफ फसलों की एमएसपी में वृद्धि किसानों को उचित पारिश्रमिक मूल्य उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय बजट 2018-19 की अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की
घोषणा के अनुरूप है। बाजरा के बाद तुअर, सोयाबीन और उड़द के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित लाभ सबसे अधिक होने का अनुमान है। शेष अन्य फसलों के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर कम से कम 50 फीसदी मार्जिन प्राप्त होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त हाल के वर्षों में, सरकार लगातार इन फसलों के लिए उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य की पेशकश करके दलहनों, तिलहनों और अन्य पोषक धान्यध्श्री अन्न जैसे अनाजों के अलावा कई फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है। साथ ही सरकार ने किसानों को उनकी फसलों में विविधता लाने के उद्देश्य से प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन जैसी विभिन्न योजनाएं एवं गतिविधियां भी शुरू की हैं। देश में 2022-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 330.5 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 2021-22 की तुलना में 14़.9 मिलियन टन अधिक है। यह बीते 5 वर्षों में होने वाली सबसे अधिक वृद्धि को दर्शाता है।

श्री पुंडीर ने इस दौरान उत्तराखण्ड सरकार की किसानों के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी ।
उन्होंने बताया, सेब उत्पादन बढाने के लिए एवं पहाडों में प्लायन कम करने के लिए एप्पल मिशन के तहत 80 प्रतिशत अनुदान पर बाग लगाये जा रहे हैं।
साथ ही कीवी का उत्पादन भी बढाने के लिए कार्य किये जा रहे है, व्यवसायी सब्जी उत्पादन एवं फूल उत्पादन के लिए पाली हाऊस का निर्माण करवाया जा रहा है, कलस्टर बना करके सामूहिक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, बागवानों को ओले के नुकसान से बचाने के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी पर एंटी हील नेट दिये जा रहे हैं ताकि किसान अपनी फसलों को ओले से बचा सके, किसानों की फसलों का बीमा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, बागवानी बढाने के लिए विभिन्न प्रकार के फलों के पौधों का वितरण किया जा रहा है। मोटे अनाज (श्रीअन्न योजना) एवं परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत कृषि फसलों जैसे – झंगोरा, मडुवा, चीणा, उड़द, मसूर, काला भट्ट उत्पादन को बढाने के प्रयास किये जा रहे है, मडुवा खरीद के लिए 35.50 रूपये प्रति किलो की दर से खरीदने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है, कृषि यन्त्रों को खरीदने के लिए सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जा रही है, कृषि ऋण योजना के अन्तर्गत किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया जा रहा है । उन्होंने बताया, मत्स्य पालन योजना के अन्तर्गत भी विभिन्न प्रकार की योजनायें चलाई जा रही है। पशुपालन, बकरी पालन एव मधुमक्खी पालन के लिए भी सरकार के द्वारा योजनायें चलाई जा रही हैं। सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता कम करने के लिए सिंचाई टपक योजना चलाई जा रही हैं। जैविक प्रदेश बनाने के लिए पी.के.वी.वाई. योजना के अन्तर्गत समूहों का गठन किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत कृषकों को प्रशिक्षण (एक्सपोजर) भ्रमण कार्यक्रम करावाया जा रहा है।

 

कैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या ने महाजनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित ‘वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन’में किया प्रतिभाग

 

पीएम मोदी के नेतृत्व में विगत 9 वर्षों में देश ने गढ़े हैं वैश्विक प्रतिष्ठा, आत्मनिर्भरता व विकास के नए आयाम : रेखा आर्याकैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या ने महाजनसंपर्क अभियान के तहत  आयोजित 'वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन'में किया प्रतिभाग* - Uttarakhand Kesari

सोमेश्वर(अल्मोड़ा), प्रदेश की कैबिनेट मंत्री व सोमेश्वर विधायक रेखा आर्या आज मजखाली मंडल पहुंची जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित सरकार के सफलतम 9 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित ‘वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन’में प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और वंदेमातरम के साथ किया गया।इस दौरान कार्यक्रम में मंत्री रेखा आर्या ने वरिष्ठजनों को सम्मानित भी किया।कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने उन्हें केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, साथ ही सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में विगत 9 वर्षों में, भारतीय राजनीति और देश के विकास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं।साथ ही इस दौरान देश ने विकास के कई कीर्तिमान स्थापित किये।कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली थीं और उनकी पुनः चुनावी जीत के बाद वे 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तब से इन 9 वर्षों में, भारतीय राजनीति और देश के विकास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल के दौरान कई पहल की गईं।

वही इस दौरान कार्यकर्ता सम्मेलन में मंत्री रेखा आर्या ने सभी से आगामी चुनावों के लिए अभी से तैयारी करने के लिए कहा।कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रत्येक कार्यकर्ता आमजन तक पहुंचाए।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री व वर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष श्री बलवंत भौर्याल जी,जिलाध्यक्ष श्री रमेश बहुगुणा जी,जिलामंत्री श्री कन्नू शाह जी,महाजनसंपर्क अभियान के जिला संयोजक श्री ललित दोसाद जी,मोहन दोसाद जी,सभी मंडलो के मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री के साथ ही पार्टी के ज्येष्ठ व श्रेष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

मेसर कुण्ड की सफाई एवं वृक्षारोपण के लिए उठे सैकड़ों हाथ, प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने की अनूठी पहल

मुनस्यारी(पिथौरागढ़), जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय मेसर कुण्ड में सफाई तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में पहले दिन उत्साह के साथ सैकड़ों हाथों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कुण्ड की सफाई के साथ अमृत सरोवर के निर्माण में श्रमदान किया गया। इस क्षेत्र में 50 बुरांश के पौधे का रोपण भी किया गया।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ के बैनर तले आयोजित मेसर कुण्ड सफाई तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में आज भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), लोक निर्माण विभाग, वन पंचायत, पीआरडी, मल्ला जोहार विकास समिति, वन विभाग, राजकीय इंटर कालेज मुनस्यारी के एनसीसी कैडेट्स, विद्या मंदिर इंटर कालेज मुनस्यारी के विद्यार्थियों सहित जेएसएस पिथौरागढ़ के सदस्यों के सैकड़ों हाथों ने आज प्राकृतिक धरोहर को बचाने की अनूठी पहल की शुरुआत की।
अभियान के पहले दिन कुण्ड की सफाई की गई। मेसर कुण्ड क्षेत्र में विकास खंड द्वारा ग्राम पंचायत सरमोली के माध्यम से एक अमृत सरोवर बनाया जा रहा है। अभियान के 247 सदस्यों ने सरोवर के निर्माण में श्रमदान किया और 50 बुरांश के पौधे भी इस क्षेत्र में रोपित किये गये।
प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए आज क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्साह का माहौल बना हुआ था।

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ आम नागरिक इस तरह के कार्यक्रमों से नेचर के प्रति जागरूक होते है। उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र में नेचर से बड़ा कोई धन सम्पदा नहीं है।
जोहार सांस्कृतिक संगठन पिथौरागढ़ के अध्यक्ष भूपाल सिंह बरफाल ने कार्यक्रम में सहयोगी बने सरकारी तथा गैर सरकारी संस्था एवं विभागों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संगठन प्रति वर्ष इस तरह के नेचर प्रेमी कार्यक्रमों को आयोजित करता रहेगा।
इस अवसर पर उत्तराखंड पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह धर्मसक्तू, बहादुर सिंह धर्मसक्तू, राजेन्द्र सिंह रावत, गणेश सिंह मर्तोलिया, श्रीराम सिंह धर्मसक्तू, सुमित मर्तोलिया, लक्ष्मण सिंह पांगती लछबू, महेश सिंह धर्मसक्तू, मंगल सिंह राणा, लक्ष्मी राणा, तारा पांगती, पुष्कर सिंह नित्वाल, बहादुर सिंह मर्तोलिया आदि ने अपने विचार रखे।

 

हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाले मार्ग के निर्माण कार्य का विधायक शिव अरोरा ने फीता काटकर किया शुभारंभ

रुद्रपुर(यूएस नगर), रुद्रपुर विधानसभा में क्षेत्र राज्य योजना के अंतर्गत ग्राम हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाले हॉटमिक्स मार्ग के निर्माण कार्य का क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया।इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा ने कहा कि हरिदासपुर से दिनेशपुर को जोड़ने वाला सम्पर्क मार्ग लम्बे समय से जर्जर हालत में था। क्षेत्र के लोगो की बहुत समय से इस मार्ग के निर्माण की मांग थी जिसको राज्य योजना से स्वीकृत करवा कर इसके निर्माण कार्य का आज शुभारंभ कर दिया है और बहुत जल्द ही कार्य पूर्ण कर आम जन को समर्पित कर दिया जायेगा । विधायक अरोरा ने कहा कि निश्चित रूप से रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं और आने वाले समय मे लम्बित विकास कार्यो को भी जल्द ही करवाया जायेगा। विधायक ने कहा मोदी सरकार और धामी सरकार प्रदेश के विकास को लेकर गम्भीरता से कार्य कर रही है जिसके परिणाम धरातल पर आने लगे हैं । इस दौरान अमित नारंग, जिला पंचायत सदस्य जगदीश विश्वास,ग्राम प्रधान इंद्रपाल चौधरी,ग्राम प्रधान बिशन सिंह,l क्षेत्र पंचायत सदस्य कौशल विश्वास, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह, पूर्व प्रधान नरेश तपाली, सुब्रत बाचार,अशोक डाली,अजितेश पाइक , पंकज सरदार, राजेंद्र गुप्ता, सुखदेव हालदार, राजकुमार मंडल, केशव पाइक, अभिषेक मंडल, कार्तिक मंडल, विकास गुलदार, मिथुन हलदर, हरजीत हालदार, सार्थक मुटनेजा,अजय वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

 

चीन सीमा को लेकर फैलायी अफवाह, वीर सैनिकों की भूमि का अपमान : भट्ट

राहुल देश को बदनाम व कांग्रेस सेना का अपमान करती है : भट्ट

देहरादून, भाजपा ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश नेताओं पर तंज कसते हुए कहा है कि गल्वान में शहादत के समय चीनी दूतावास में गुप्त मीटिंग करने और उनसे करोड़ो का चंदा लेने वाले आज देशभक्ति पर ज्ञान बांट रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने चेताते हुए कहा, वीरों की भूमि उत्तराखंड के लोग सेना के शौर्य का इस तरह अपमान सहन नही करेंगे ।

श्री भट्ट ने दिल्ली से लेकर देहरादून तक कांग्रेस द्वारा राज्य की सीमा को लेकर फैलाये जा रहे प्रोपेगेंडा पर बयान जारी करते हुए कड़ी आलोचना की है । उन्होंने कहा, इनके नेता राहुल गांधी विदेश में देश को बदनाम करते है और पार्टी देश मे भारतीय सेना के शौर्य का अपमान करती है । उन्होंने दिल्ली से लेकर देहरादून तक, कांग्रेस नेताओं के उत्तराखंड से जुड़ी सीमा को लेकर दिए बयानों को बेबुनियाद व गैरजिम्मेदाराना करार दिया है । उन्होंने कहा, चीन से सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस को सबसे पहले अपने इतिहास में झांकने की जरूरत है । किस तरह आज़ादी के बाद कांग्रेस सरकारों की अदूरदर्शी नीति के चलते 38 हज़ार वर्ग किलोमीटर भूभाग चीन के कब्जे में गया था। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के उपरांत 1 इंच भी भूमि किसी दूसरे देश के पास नही गयी है । जहां तक बात है चीन अधिकृत भूभाग पर निर्माण की तो ये आशंका, भारतीय सैनिकों के शौर्य पर हमेशा उंगली उठाने वाले कांग्रेसियों के दिमाग की उपज है । क्योंकि चीन ने अधिकांशतया उन्ही क्षेत्रों के आसपास ही निर्माण के प्रयास किये गए हैं जो कांग्रेस सरकारों की कायरता के चलते ड्रैगन के कब्जे में दशकों पहले चले गए थे।

श्री भट्ट ने कटाक्ष करते हुए कहा, कि जो लोग गल्वान और डोकलाम को लेकर आधी अधूरी जानकारी के आधार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं उन्हें याद रखना होगा कि जब हमारे वीर सैनिक चीनी सेना से लोहा ले रहे थे तो उनके शीर्ष नेता राहुल गांधी चीनी दूतावास में गोपनीय बैठक कर रहे थे । उन्हें अपने केंद्रीय नेतृत्व से पूछना चाहिए, यूपीए सरकार के समय उनकी पार्टी ने चीन से करोड़ो रूपये का
चंदा क्यों लिया और उसका क्या उपयोग किया । उन्होंने तंज किया कि इनके आलाकमान विदेश में जाकर देश को बदनाम करने का काम करते हैं और इनके राष्ट्र व प्रदेश के नेता सीमा की स्थिति को लेकर भ्रम फैलाकर देश के जांबाज जवानों के शौर्य का अपमान कर रहे हैं । उन्होंने कहा, देवभूमि वीर सैनिकों की भूमि है, लिहाज़ा हमारी सेना के अधिकृत पक्ष को नजरअंदाज करते हुए चीन सीमा में निर्माण को लेकर अफवाह फैलने की इस कोशिश को वे कतई बर्दाश्त नही करने वाले हैं ।

 

एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को सीयूईटी के तहत प्रवेश की बाध्यता से मुक्त रखा जाए : डॉ सुनील अग्रवाल

देहरादून, एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने यूजीसी एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को प्रवेश में cuet की बाध्यता से मुक्त रखने की मांग की है उन्होंने बताया गत सत्र में यूजीसी द्वारा नॉर्थ ईस्ट स्टेट्स एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को प्रवेश मेंcuet की बाध्यता से मुक्त रखा गया था वर्तमान सत्र में भी केंद्रीय सरकार द्वारा 15 मार्च को यूजीसी को पत्र भेजा गया था कि विगत सत्र की भांति वर्तमान सत्र में भी नॉर्थईस्ट स्टेट्स एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को प्रवेश मेंcuet की बाध्यता से मुक्त रखा जाए इस संबंध में एसोसिएशन द्वारा पूर्व में भी यूजीसी एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय को पत्र भेजे गए थे जिसमें यह कहा गया था कि स्व वित्त पोषित कॉलेज अपने संसाधनों से संचालित किए जाते हैं जिन्हें सरकार की तरफ से कोई ग्रांट नहीं मिलती ऐसी स्थिति में सीटें खाली रखने से कॉलेजों का संचालन मुश्किल होता हैcuet के फॉर्म भरने में विश्वविद्यालयों का तो उल्लेख है लेकिन जो फॉर्म आगे खोला जाता है तो उसमें स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नाम नहीं आता ऐसे में छात्रों के सामने कॉलेज के चॉइस की कोई स्थिति नहीं है, छात्र को सिर्फ गढ़वाल विश्वविद्यालय का नाम दिखाई देता है उससे संबंध स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नहीं जब छात्रों को कॉलेजों के नाम कॉलेजों का स्थान और कॉलेजों मैं संचालित कोर्सों का ही नहीं पता होगा तो वह कॉलेज का विकल्प नहीं दे पाएगा | गत सत्र में b.ed कोर्स में cuet की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कॉलेजों में प्रवेश हुए थे जिसमें 50% सीटें कॉलेजों में खाली रह गई थी जिसके लिए विश्वविद्यालय से मांग की गई थी लेकिन विश्वविद्यालय ने बिना cuet के प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी | वर्तमान सत्र में डीएवी कॉलेज के प्रधानाचार्य को यूजीसी की चिट्ठी में कहा गया कि हेमवतीनंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय प्रवेश के संबंध में स्वयं निर्णय ले लेकिन पिछले वर्ष के अनुभव के आधार पर यह कहना पड़ रहा है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं लेते जिसके कारण छात्र प्रवेश से वंचित रह जाते हैं और छात्र संख्या कम होने से कॉलेजों का संचालन मुश्किल होता है |

विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश में स्ववित्तपोषित कॉलेजों के साथ दोहरा व्यवहार किया जाता है गत सत्र में विश्वविद्यालय द्वारा cuet की प्रवेश परीक्षा के छात्रों कि पहले अपने कैंपस के लिए काउंसलिंग कराई गई उसके बाद स्ववित्तपोषित कॉलेजों को प्रवेश की अनुमति दी गई जोकि स्ववित्तपोषित कॉलेजों के साथ दोहरा व्यवहार है | इन परिस्थितियों के कारण यूजीसी एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को पुनःपत्र भेजा गया है कि वर्तमान सत्र हेतु भी गत सत्र की भांति प्रवेश में सीवीटी की बाध्यता से मुक्त रखा जाए | इसके अतिरिक्त जब तक स्ववित्तपोषित कॉलेजों का नाम समर्थ पोर्टल में नहीं खुलता है वैसे में यही समझा जाता है स्ववित्तपोषित कॉलेज इसमें शामिल नहीं है |