Monday, June 23, 2025
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बाघ ने बकरी को बनाया निवाला, ग्रामीणों में दहशत

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गजा ( डी पी उनियाल) विकास खंड फकोट के ग्राम कंडारी गांव में प्रताप सिंह गुसाईं की बकरी को घर के नजदीक ही घात लगाकर बैठे हुए बाघ ने मार डाला। घटना कल शाम लगभग साढे छः बजे की है जब प्रताप सिंह गुसाईं अपनी बकरियों को घर से लगभग 200मीटर दूर चुगा रहा था तभी घात लगाए बैठे हुए बाघ ने बकरियों पर झपटा मार दिया तथा एक बकरी को मार दिया । प्रताप सिंह गुसाईं द्वारा शोरगुल करने व अन्य लोगों द्वारा भी शोरगुल करने पर बाघ भाग गया। प्रताप सिंह गुसाईं ने बताया कि विगत चार पांच दिनों से बाघ दिखाई दे रहा था । बजरंगी स्वाभिमानी सेवा समिति के जगत सिंह असवाल का कहना है कि बाघ के दिखाई देने से व अब बकरी मारने से ग्रामीण दहशत में हैं उन्होंने कहा कि कंडारी गांव के निकटवर्ती गांवों मैधार, अमसारी गांव , कोट, बमणगांव के लोग भी डरे हुए हैं महिलाएं खेतों में घास लेने जाने के लिए भी डर रही हैं कहा कि जब घर के नजदीक ही बाघ शाम के समय हमला कर सकता है तो खेतों में काम करने व बाजार से अवागमन करने वाले लोग भी डरे हुए हैं उन्होंने कहा कि सूचना बनविभाग को दी गई है ।

2800 से अधिक स्कूली छात्रों एवं स्टाफ को सड़क सुरक्षा के गुर सीखने का मौका मिला

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हरिद्वार , भारत में सुरक्षित राइडिंग की आदतों के निर्माण की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया ने हरिद्वार, उत्तराखण्ड में अपने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान को आगे बढ़ाया। मां सरस्वती पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल, हरिद्वारमें आयोजित इस तीन दिवसीय कैम्प में 2800 से अधिक स्कूली छात्रों एवं स्टाफ के सदस्यों ने हिस्सा लिया और सुरक्षित राइडिंग के गुर सीखे। एचएमएसआई के रोड सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स ने प्रतिभागियों की उम्र को ध्यान में रखते हुए उचित सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से सभी को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाया।
दुर्घटनामुक्त भारत के निर्माण के लिए एचएमएसआई की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए श्री विनय ढींगरा- सीनियर डायरेक्टर, एचआर, एडमिन, आईटी एण्ड कॉर्पोरेट अफे़यर्स, होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया ने कहा, ‘‘एचएमएसआई में हम बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में ज़रूरी ज्ञान देकर उन्हें सड़क के भावी ज़िम्मेदार उपयोगकर्ता बनाना चाहते हैं। हम युवाओं में सकारात्मक मानसिकता का विकास करना चाहते हैं, ताकि वे सड़क सुरक्षा का महत्व समझें और इस बात को जानें कि यह जीवन में अनुशासन का मार्ग है। हम एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं, जहां सड़क सुरक्षा को सबसे पहली प्राथमिकता दी जाए और सड़क पर सभी लोग ज़िम्मेदारी से व्यवहार करें, हम राइडरों की अगली पीढ़ी को सड़क के सुरक्षित इस्तेमाल पर सशक्त एवं शिक्षित बनाने के लिए तत्पर हैं। इसी सोच को बढ़ावा देने के लिए एचएमएसआई ने राष्ट्रयापी सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान के लॉन्च की पहल की है।’’

अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करते हुए एचएमएसआई भारत में अपनी शुरूआत से ही अपने सभी कार्यों में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रही है। अपनी विश्वस्तरीय प्रतिबद्धता के तहत हम देशभर के लोगों की रोज़मर्रा में सुरक्षित राइडिंग की आदतों कोप्रोत्साहित करना चाहते हैं। होण्डा का सुरक्षा का दृष्टिकोण अपने प्रोडक्ट्स के लिए उचित तकनीकों के विकास पर ज़ोर देता है, ताकि इसके उपभोक्ता राइड के दौरान अधिकतम सुविधा और आराम का अनुभव पा सकें। हम एक दुर्घटनामुक्त समाज के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं, जहां सड़कों का उपयोग आपसी तालमेल में किया जाए और लोग आत्मविश्वास के साथ राइड कर सकें। इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए हमसड़क सुरक्षा की पहलों को पहचान कर इन्हें अंजाम देते हैं।

हमने अपने प्रयासों के तहत सड़क सुरक्षा जागरुकता प्रोग्रामों का आयोजन देश भर के विभिन्न स्थानों पर किया गया है। ये इंटरैक्टिव एवं रोचक सत्र बच्चों से लेकर व्यस्कों तक हर उम्र के लोगों के लिए, स्कूलों, कॉलेेजों, सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनोंमें आयोजित किए जाते हैं। इंटरैक्टिव गेम्स, रोल प्ले, वर्चुअल अनुभवों आदि के माध्यम से हम सड़क का उपयोग करने वाले सभी उपयोगकर्ताओं को सड़क पर ज़िम्मेदाराना व्यवहार करने और जागरुक बनाने के लिए प्रयास करते हैं। हमारे ये जागरुकता अभियान 55 लाख से अधिक भारतीयों तक पहुंच चुके हैं। इसके कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडॉप्टेड टैªफिक टेªनिंग पार्कों और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है।

दबोचा गया नटवरलाल : हॉस्पिटल मालिक को दी थी व्हाट्सएप कॉल पर धमकी

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“गोल्डी बराड़ के नाम पर मांगी थी ₹20 लाख की फिरौती, न देने पर जान से मारने की दी थी धमकी”

“पुलिस कप्तान ने टीम के उत्साहवर्धन के लिए की ₹10000/- के ईनाम की घोषणा”

हरिद्वार, व्हाट्सएप कॉल व इन्टरनेट कॉलिंग कर गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम पर गोवर्धनपुर खानपुर स्थित चीमा हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर त्रिलोक सिंह चीमा से 27जून 2023 को ₹2000000/- की फिरौती मांगने व फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले अभियुक्त को हरिद्वार पुलिस ने ओखला दिल्ली से दबोचा। प्रकरण के सम्बन्ध में डॉक्टर की शिकायत पर थाना खानपुर में मु0अ0सं0 145/2023 धारा 386 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था।

टीम ने अभियुक्त के कब्जे से ऑनलाइन ठगी करने के उपयोग मे लाये जाने वाले 03 मोबाइल फोन व 11 सिम बरामद किये गये। अभियुक्त से आवश्यक जानकारी करने के साथ ही साइबर फ्राड व ऑन लाइन ठगी करने वाले बड़े अपराधियों की तलाश जारी है। फिरौती के लिए इस्तेमाल पाकिस्तान और सऊदी अरब के नम्बरों की भी जानकारी की जा रही है।

अभियुक्त :
उत्तम कुमार पुत्र स्व0 रामविलाश निवासी ग्राम सबलपुर पो0 डिग्गी थाना लक्ष्मीपुर जिला जमुई , विहार, हाल निवासी बाबू पार्क कोटला न्यू साउथ दिल्ली

“गिरफ्त में आए अभियुक्त के मोबाइल में साऊदी अरब और पाकिस्तान के नम्बर मिले हैं, हम हर संभावित एंगल को जांच में शामिल कर रहे हैं|
-एसएसपी अजय सिंह”

दयारा पर्यटन उत्सव समिति 17 अगस्त को आयोजित ‘अण्डूड़ी उत्सव’, सीएम धामी भी होंगे शामिल

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देहरादून, उत्तरकाशी की दयारा पर्यटन उत्सव समिति हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दयारा में ‘अण्डूड़ी उत्सव’ (बटर फेस्टिवल) का 17 अगस्त को आयोजन कर रही है।
दयारा पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि इस उत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि आने की सहमति दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी का पिछले वर्ष भी दयारा बुग्याल में आयोजित ‘बटर फेस्टिवल’ में शामिल होने का कार्यक्रम था लेकिन मौसम खराब हो जाने के कारण वह शामिल नहीं हो सके थे और इसके लिए उन्होंने वीडियो जारी कर बटर फेस्टिवल के आयोजन में शामिल न होने पर दुख जताते हुए आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की थी।
श्री राणा ने कहा कि दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाले बटर फेस्टिवल में मक्खन मड्डा की होली के साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक दल सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति देंगे साथ ही ग्रामीण भी पारंपरिक रूप से होने वाले नृत्यों रासो का आयोजन करेंगे। इसके बाद सुबह बजे दयारा में दूध मक्खन मट्ठा की होली का आयोजन किया जाएगा।
पत्रकार वार्ता में मनोज राणा ने बताया कि दयारा दुग्यात में आयोजित होने वाले अण्डूड़ी उत्सव याने बटर फेस्टिवल में शामिल होकर इस अनूठे व अनोखे उत्सव का गवाह बनने, दयारा बुग्याल के नजारों का लुत्फ उठाने और रेल से दयारा बुग्याल तक के सात किमी खूबसूरत ट्रैक पर ट्रैकिंग करने के इच्छुक लोगों को 15 अगस्त को रैथल गांव पहुंचना होगा। रेचल गांव में 20 से अधिक होमस्टे और कुछ होटल भी हैं, वहां रात्रि विश्राम कर इस ऐतिहासिक गांव की खूबसूरती का अहसास लेने के साथ ही गांव को जानने का मौका मिलेगा, 16 अगस्त को रेथल से दयारा बुग्याल के लिए ट्रैकिंग शुरू कर दयारा बुग्याल, गोई बुग्याल, चिलापड़ा बुग्याल में रात्रि विश्राम कर सकते हैं, रात्रि विश्राम करने के ईच्छुक पर्यटकों से दयारा पर्यटन उत्सव समिति अनुरोध करती है कि जिस होमस्टे में वह रथल में विश्राम करें वहां से दयारा बुग्याल में अपने रात्रि विश्राम की व्यवस्था करते हुए चले, क्योंकि बुग्याल में रात्रि व्यवस्था के सीमित संसाधन है लिहाजा स्थानीय लोगों से अपनी रात्रि विश्राम की पूर्व व्यवस्था करवाना ज्यादा बेहतर रहेगा। 17 अगस्त को सुबह दयारा बुग्याल भ्रमण के साथ ही बटर फेस्टिवल के अनूठे उत्सव का हिस्सा बनने के बाद पर्यटक वापिस रैथल लौट कर अपने अपने गंतव्य को रवाना हो सकते हैं।
उन्होंने पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी बटर फेस्टिवल को भव्य स्तर पर आयोजित करने के लिए दयारा पर्यटन उत्सव समिति रैथल व पांचगाई पर्यटन विभाग, उत्तराखंड सरकार का आभार व्यक्त किया।
पत्रकार वार्ता में गंगोत्री विधायक श्री सुरेश चौहान, दयारा पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा, रेथल गांव के प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र राणा, नटीण ग्राम प्रधान महेंद्र पोखरियाल, बंद्राणी गांव से प्रतिनिधि सुदर्शन चौहान, क्यार्क गांव से प्रतिनिधि पदम रावत समेत अन्य मौजूद रहे।

 

प्रकृति मां का आभार जताने का उत्सव है ‘अण्डूड़ी उत्सव’ याने ‘बटर फेस्टिवल’

(एल मोहन लखेड़ा)

जनपद उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर समुद्रतल से 1 हजार फीट की उंचाई पर स्थित 28 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले दयारा बुग्याल में ग्रामीण पारंपरिक रूप से सदियों से ही भाद्रपद महीने की संक्राति को दूध मक्खन मट्ठा की होली खेलते रहे हैं। प्रकृति का आभार जताने वाले यह उत्सव ग्रामीणों और प्रकृति के बीच के मधुर संबंध का भी प्रतीक है। रेचल और रैथल, नटीण, भटवाड़ी, क्यार्क, बंद्राणी पांच गांव की समिति के आह्वान पर ग्रामीण हर वर्ष की भांति इस वर्ष. भी अपने मवेशियों के साथ गर्मियों की दस्तक के साथ ही रेथल गांव से 7 किमी की पैदल दूरी पर स्थित दयारा बुग्याल स्थित छानियों में चले जाते हैं। बुग्याल में कई किमी तक फैले बुग्याल मवेशियों के आदर्श चारागाह होते हैं और यहां उगने वाले औषधीय गुणों से भरपूर पौधों से दुधारू मवेशियों के दुग्ध उत्पादन में गांव के मुकाबले अप्रत्याशित वृद्धि होती है। मानसून बीतने के साथ ही जब बुग्याल में सर्दियां दस्तक देने लगती है तो ग्रामीण अपने मवेशियों के साथ वापिस गांव लौटने की तैयारियों में जुट जाते हैं लेकिन इससे पूर्व ग्रामीण दयारा बुग्याल में मवेशियों और उन्हें सुरक्षित रखने एवं दुधारू पशुओं के दूध में वृद्धि के लिए प्रकृति व स्थानीय देवताओं का आभार जताना नहीं भूलते। प्रकृति का आभार जताने के लिए ही ग्रामीण सदियों से इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। वर्ष 2006 में रैथल के ग्रामीणों की दयारा पर्यटन उत्सव समिति ने इस दूध मट्ठा मक्खन की ‘अनोखी होली’ को देश विदेश के पर्यटकों से जोड़ने के लिए इसके आयोजन को बड़े स्तर पर करने का फैसला लिया। 2006 से लेकर अब तक दयारा पर्यटन उत्सव समिति हर वर्ष भाद्रपद माह की संक्राति यानि अगस्त महीने के मध्य में दयारा बुग्याल में ‘अण्डूड़ी उत्सव’ का भव्य आयोजन करती आ रही है। पूरी दुनिया में मक्खन मट्ठा दूध की यह अनोखी व अनूठी होली का आयोजन सिर्फ दयारा बुग्याल में ही होता है। दयारा पर्यटन उत्सव समिति बिगत डेढ़ दशकों से दयारा बुग्याल में इसे भव्य रूप से ग्रामीणों के साथ मिलकर मना रही है जिस कारण इस ‘अढूडी उत्सव’ को अपने अनाखे रूप के कारण बटर फेस्टिवल का नाम मिला | देश विदेश से हजारों पर्यटक भी हर साल इस अनोखे उत्सव में हिस्सा लेने के लिए रेथल व दयारा बुग्याल पहुंचते हैं। अब तक रैथल के ग्रामीणों की ओर से इस मेले का आयोजन किया जा रहा था लेकिन इस साल दयारा सर्किट में स्थित रैथल समेत पांच गांव इसका संयुक्त रूप से आयोजन कर रहे हैं। रैथल, नटीण, बंद्राणी, क्यार्क, भटवाड़ी पारंपरिक रूप से पंचगाई के रूप में संबोधित होते हैं और इन पांचों गांव में धार्मिक, सांस्कृतिक, पारंपरिक कार्यक्रम संयुक्त रूप से आयोजित होते रहे हैं |

रेलवे स्टेशन पर भी मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, सांसद बंसल ने किया पीएम मोदी एवं रेल मंत्री वैष्णव का आभार व्यक्त

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‘पीएम मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा नव भारत निर्माण, उत्तराखंड को आधुनिक रेलवे स्टेशनों की नई सौगात : सांसद राज्य सभा नरेश बंसल’

देहरादून, सासंद राज्य सभा उत्तराखंड नरेश बंसल ने अमृत भारत योजना के तहत उत्तराखंड के तीन रेलवे स्टेशनों को आधुनिक रूप से विकसित किए जाने पर हर्ष जताया है व आदरणीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी व रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया है ।

सांसद नरेश बंसल ने कहा कि यह बहुत उत्साह एवं हर्ष का विषय है कि देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन के साथ ही उत्तराखंड के तीन रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत योजना के तहत कायाकल्प होगा।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के तीन रेलवे स्टेशन अब आधुनिक रूप से विकसित किए जाएंगे व अब रेलवे स्टेशन पर भी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी ।

सांसद नरेश बंसल ने कहा कि आदरणीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी का हमेशा से उत्तराखंड से एक विषेश लगाव रहा है व उनके कुशल नेतृत्व व मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के प्रयासों से डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने के संकल्प लिए प्रदेश का सर्वागीण विकास कर रही है ।

सासंद राज्य सभा उत्तराखंड नरेश बंसल ने कहा कि इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अमृत भारत योजना के तहत पूर्वोत्तर रेलवे का लालकुआं जंक्शन रेलवे स्टेशन तथा उत्तर रेलवे का रुड़की और हरावाला रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है व प्रथम चरण में 6 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली से अमृत भारत योजना के तहत इन रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण शिलान्यास का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ करेंगे जिसके लिए रेलवे ने तैयारी प्रारंभ कर दी है ।

गौरतलब है कि जिला देहरादून सांसद राज्य सभा नरेश बंसल का नोडल जिला भी है व उत्तर रेलवे का हरावाला रेलवे स्टेशन इसी जिले मे है व हरिद्वार क्षेत्र व ॠषिकेश से जुड़ा हुआ है एवं प्रथम चरण में अमृत भारत योजना के तहत इनका आधुनिकीकरण होगा ।सांसद नरेश बंसल ने कहा कि इसका निश्चित रूप से प्रदेश व आने वाले यात्रियों को लाभ होगा ।सांसद नरेश बंसल ने कहा कि यह यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन व नव भारत निर्माण का असर है कि एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं अब रेलवे स्टेशन पर भी मिलेंगी जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफार्म पर ड्रिंकिंग वाटर की व्यवस्था वेटिंग हाल तथा वेटिंग फैसिलिटी के साथ-साथ एसी वेटिंग रूम का भी निर्माण करते हुए एग्जीक्यूटिव लॉउज के साथ-साथ प्लेटफार्म ने अन्य बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी।सांसद बंसल ने कहा कि इसके अलावा विश्व विख्यात रुड़की रेलवे को भी अमृत भारत योजना के तहत जोड़ते हुए इस स्टेशन को नया रूप दिया जायेगा। पूर्वोत्तर रेलवे लाल कुआं स्टेशन की बात की जाए तो यहां के रेलवे स्टेशन पर करीब ₹23 करोड की लागत से भी इसका विस्तार किए जाने की योजना है जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री 6अगस्त को दिल्ली से करेंगे । सांसद नरेश बंसल ने इसके लिए आदरणीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी व रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया है ।

 

 

खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया राज्य स्तरीय युवा कौशल विकास एवं विभागीय प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण

“खेल मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश कहा कि शेष निर्माण कार्य को जल्द करें पूरा”

देहरादून, प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने शनिवार को दून के आमवाला स्थित राज्य स्तरीय युवा कौशल विकास एवं विभागीय प्रशिक्षण केंद्र पहुंचकर निरीक्षण किया और किये जा रहे कार्यो के बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इसी माह शेष निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा और तत्पश्चात यहां पर गेम्स संचालित किए जाएंगे। खेल मंत्री ने बताया कि इसी माह निर्माण कार्य को पूरा करने के बाद इसे विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निश्चित ही यहां पर टेबल टेनिस और बैडमिंटन हॉल के बनने से खिलाड़ियो को लाभ मिलेगा और वह अपनी प्रतिभा को बेहतर तरह से निखार सकेंगे।खेल मंत्री ने निर्देश दिए कि सम्पूर्ण निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ किया जाए और निर्माण कार्यो में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए।

वहीं खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि खेल विभाग खिलाड़ियो के लिए लगातार प्रयासरत है और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिले इसके निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। साथ ही बताया कि अगले वर्ष राज्य में 38 वें राष्ट्रीय खेलो का आयोजन किया जाना है ।जिसकी तैयारियां विभाग द्वारा युद्धस्तर पर की जा रही है।उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम राष्ट्रीय खेलो का आयोजन दिव्य और भव्य करें जिसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।कहा कि माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार व खेल विभाग लगातार हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों के हितों को सुरक्षित करने और उन्हें बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त हो इसके लिए लगातार प्रयासरत है।इस अवसर पर डिप्टी डायरेक्टर युवा कल्याण श्री शक्ति सिंह जी,जॉइंट डायरेक्टर श्री अजय अग्रवाल जी,एडिशनल डायरेक्टर श्री आर.सी. डिमरी जी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

स्तनपान सिर्फ शिशु नहीं माताओं के लिए भी लाभदायक है- डॉ. शरण्या

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देहरादून – पैनेसिया अस्पताल देहरादून (Panacea Hospital Dehradun) के डॉ. शरण्या, (Dr. Sharanya ) वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ कहती हैं “स्तनपान न केवल रोकी जा सकने वाली मौतों को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक समृद्धि के लिए उत्प्रेरक भी है। हमें जन्म के एक घंटे के भीतर प्रारंभिक स्तनपान, छह महीने तक विशेष नर्सिंग और दो साल की उम्र तक निरंतर स्तनपान के महत्व को दोहराना और जोर देना चाहिए, हम सालाना 20,000 मातृ मृत्यु और 823,000 शिशु मृत्यु को समाप्त कर सकते हैं। कामकाज़ी स्तनपान कराने वाली माताओं का समर्थन करने के लिए वैश्विक मानसिकता में बदलाव आवश्यक है। काम के दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन जागरूकता, शिक्षा और समझ के साथ, हम उन्हें इन बाधाओं को दूर करने के लिए सशक्त बना सकते हैं। कामकाज़ी महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली कमी को दूर करने के लिए स्तन के दूध की उचित देखभाल और संरक्षण महत्वपूर्ण है।

डॉ. शरण्या कहती हैं 1992 में, WABA (वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन) ने घटती दरों और बढ़ती शिशु मृत्यु दर के कारण स्तनपान के लिए सार्वजनिक समर्थन बढ़ाने के लिए स्तनपान जागरूकता शुरू की। विश्व स्तनपान सप्ताह अब WHO, यूनिसेफ और WABA का एक सहयोगात्मक प्रयास है। 2023 की थीम “स्तनपान को सक्षम बनाना: कामकाज़ी माता-पिता के लिए बदलाव लाना” है – जो कामकाज़ी माताओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालती है।

कुछ चुनौतियों में शामिल हैं –

• आधे अरब से अधिक कामकाज़ी महिलाओं को राष्ट्रीय कानूनों में आवश्यक मातृत्व सुरक्षा नहीं दी जाती है।

• केवल 20% देशों में नियोक्ताओं को कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश और स्तनपान कराने या दूध निकालने की सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता होती है।

• 6 महीने से कम उम्र के आधे से भी कम शिशुओं को केवल स्तनपान कराया जाता है।

World Breastfeeding Week 2023

स्तनपान से होने वाले फायदे

स्तनपान शिशु हेतु अत्यधिक महत्व रखता है। जैसे कि शिशुओं में रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है। शिशु के पोषक आहार मिलता है। योग्य सुदृढ़ एवं दिमागी विकास के लिए उपयुक्त है। अपूर्ण कार्यकाल में जन्मे शिशु के आंतो को संरक्षण देता है। स्तनपान सिर्फ शिशु नहीं माताओं के लिए भी लाभदायक है जैसे कि अंडाशय एवं स्तन कैंसर की संभावना को कम करता है। गर्भावस्था में बढ़े घाट वजन को कम करता है। आकसिटोसिन हारमोन्स प्रसुती के पश्चात रक्तस्त्राव को कम करता है। स्तनपान शिशु जन्म के पहले घंटे के अंदर कराना चाहिए। पहले 6 महीने शिशु को केवल स्तनपान कराये कोई अन्न या पानी बिलकुल भी ना दें। पहला दूध गाढ़ा पीला रंग जिसे कोलोस्ट्रम बोलते है, वह शिशु के सुरक्षा पोषण के लिए अत्यधिक आवश्यक है। आज के आधुनिक समाज में कुछ भ्रांतियां फैली है जिस वजह से मातायें स्तनपान से संकोच करती हैं। हमें इन सब बातें से ऊपर उठकर अपने जच्चा और बच्चा के लिए स्वस्थ समाज बनाना है।

गौरीकुण्ड भूस्खलन में अब तक 3 मृतक व 20 लापता लोगों की पुष्टि

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“मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज गौरीकुण्ड नहीं पहुंच पाये, आपदा सचिव एंव आयुक्त गढ़वाल मंडल व क्षेत्रीय विधायक ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर राहत एंव बचाव कार्य का जायजा लिया”।

रुद्र्प्रयाग- गौरीकुण्ड में आज दूसरे दिन भी खोज एंव राहत का कार्य चलता रहा लेकिन आज खोज एंव बचाव दल को कोई कामयाबी नहीं मिली। कल बरामद हुये तीन मृतक शवों की शिनाख्यात हो गई है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि गौरीकुंड भू- स्खलन से लापता/ मृत व्यक्तियों की संख्या 23 हो गई है l उन्होंने बताया कि स्थानीय व्यक्तियों द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर उक्त लापता व्यक्तियों का विवरण निम्नवत है जिसमें नेपाल मूल के 17 जनपद रुद्रप्रयाग के 4 अन्य राज्य के 2 कुल संख्या 23 हैl उन्होंने बताया कि विगत दिन जो 03 लोगों के शव बरामद हुए हैं उनमें जारी सूची में इनके नाम शामिल नहीं थे l मृतकों के परिजनों द्वारा की गई शिनाख्त के अनुसार तीनों व्यक्ति नेपाल मूल के हैं जिनमें देवी बहादुर, टेक बहादुर व प्रकाश टम्टा शामिल हैं l जो 20 लोग अभी भी लापता हैं उनकी सूची निम्नवत है –Gaurikund Landslide:मलबे के बीच बिखरी पड़ी कंडियां, उठाने वाले लोग लापता, दर्दनाक हादसा बयां करती तस्वीरें - Uttarakhand Landslide Gaurikund Rudraprayag Many People Died Missing ...
1, आशु उम्र 23 साल निवासी जलई।
2, प्रियांशु चमोला S/O कमलेश चमोला 18 साल निवासी तिलवाड़ा।
3, रणबीर सिंह 28 साल निवासी बस्टी।
4, अमर बोहरा S/O मान बहादुर बोहरा निवासी नेपाल।
5, अनिता बोहरा W/O अमर बोहरा 26 साल निवासी नेपाल।
6, राधिका बोहरा D/O अमर बोहरा 14 साल निवासी नेपाल।
7, पिंकी बोहरा D/O अमर बोहरा 8 साल निवासी नेपाल।
8, पृथ्वी बोहरा S/O अमर बोहरा 7 साल निवासी नेपाल।
9, जटिल S/O अमर बोहरा 6 साल निवासी नेपाल।
10, वकील S/O अमर बोहरा 3 साल निवासी नेपाल।
11, विनोद S/O बदन सिंह 26 साल निवासी खानवा भरतपुर।
12, मुलायम S/O जसवंत सिंह 25 साल निवासी नगला बंजारा सहनपुर।
13-सुगाराम S/O जोरा सिंह 45 वर्ष निवासी नेपाल
14- बम बोहरा S/O सतर सिंह बोहरा 31 वर्ष निवासी नेपाल
15- चंद्र कामी S/O लोउडे कामी 26 वर्ष निवासी पेरिया नेपाल
16- धर्मराज S/O मुन बहादुर 56 वर्ष निवासी जुमला नेपाल
17- नीर बहादुर S/O हरि बहादुर रावल 58 वर्ष निवासी नेपाल
18- सुमित्रा देवी W/O नीर बहादुर 52 वर्ष निवासी नेपाल
19- कुमारी निशा D/O नीर बहादुर 20 वर्ष निवासी नेपाल
20- रोहित बिष्ट S/O लक्ष्मन सिंह निवासी उतस्यू चोपड़ा l
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम द्वारा लापता व्यक्तियों का सर्च आपरेशन एवं खोजबीन कार्य किया जा रहा है l..

 

सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा पहुंचे गौरीकुंड, आपदाग्रस्त क्षेत्र का लिया जायजासचिव आपदा प्रबंधन व आयुक्त गढ़वाल मंडल ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्रों का  निरीक्षण – Sarthak Prayash News Portal

रूद्रप्रयाग, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गोरीकुण्ड आपदा ग्रस्त क्षेत्र का जायज़ा लेने अफसर पहुंचे। सचिव आपदा प्रबंधन डाॅ.रंजीत कुमार सिन्हा के साथ गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय व केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत गोरीकुण्ड आपदा ग्रस्त क्षेत्र का जायज़ा लेने पहुंचे।
गौरीकुंड में हुए हादसे के संबंध में अधिकारियों ने जानकारी ली। सचिव आपदा प्रबंधन डाॅ.रंजीत कुमार सिन्हा ने गौरीकुंड में चल रहे राहत बचाव कार्य में तीव्र गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही शासन स्तर से गौरीकुंड क्षेत्र में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

वहीं जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डॉ सौरभ गहरवार एंव पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे भी है उनके साथ मौजूद रहे।

विमर्श : पेड़ और पर्यवारण को लेकर समाज में चेतना की कमी, जब पेड़ कट रहे हो हर ओर तब आज हरेला कैसे हो

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देहरादून, शनिवार को दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में एक विमर्श का आयोजन किया गया। जिसमें पर्यावरण और विकास के नाम पर कटते वृक्षों को लेकर चिंता व्यक्त की गयी, आज यह प्रश्न भी मुंह बाये खड़ा है कि जब पेड़ कट रहे हो हर ओर तब आज हरेला कैसे हो। देहरादून के राजधानी बनने की कीमत अगर सबसे पहले किसी ने चुकाई है तो वह है उसकी हरियाली, भौगोलिक पर्यावरण के बदलाव ने इसे और तीव्र कर दिया है।बढ़ते शहरीकरण से आसपास की हरियाली छिनती जा रही है।
इस विमर्श में एसडीसी फ़ाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल, जलवायु परिवर्तन कार्यकर्त्ता आशीष गर्ग, सिटीजन फॉर ग्रीन दून के अनीस लाल और धाद के सचिव तन्मय शामिल रहे।
इस महत्वपूर्ण विमर्श के सत्र का संचालन ट्रीज ऑफ़ दून के संयोजक हिमांशु आहूजा ने किया। सुश्री अर्चना ने विमर्श से पूर्व संचालन किया।
धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने कहा लगता है कि मूल बात यह है कि पेड़ और पर्यवारण को लेकर समाज में चेतना की कमी है और शहरीकरण के कारण निरतर जमीन कम होने का दबाव है। एक दौर में हम मिट्टी के करीब थे और पेड़ो से हमारा सीधा संबंध था लेकिन अब ये कमजोर हुआ है इसके कारण खोज कर अब उसे पुनः स्थापित करना होगा। वरना जब भी सरकारें अपने अलग अलग कारणों से पेड़ काटने का फैसला करती है तब समाज मे प्रतिरोध कम देखने को मिलता है।
हमने हरेला के साथ संस्कृति और प्रकृति को जोड़ते हुए इस प्रयोग को किया है और एक चेतनाशील समाज निर्मांण के लिए पहल की है।
आशीष गर्ग ने कहा कि हमारे देश के सैनिक बॉर्डर पर बाहरी ताकतों के खतरों से देश को बचाते है और शहीद होते हैं जिसके लिए देश उनका सम्मान कर श्रद्धांजलि देता है। ठीक उसी तरह वृक्ष देश के अंदर चैबीसों घण्टे ऑक्सीजन देकर, प्रदूषण से बचाकर, ग्रीनहाउस गैस को कम कर, पानी संचित कर , पक्षियों और दूसरे कीट पतंगों को आश्रय देकर और भी कई तरीकों से देश के नागरिकों को अपनी निस्वार्थ सेवा प्रदान करते हैं। दुर्भाग्यवश किसी काल्पनिक कारणों द्वारा इन देश के पर्यावरण सैनिकों की निर्ममता से हत्या की जा रही है। इनको बचाने के कई विकल्प होते हैं । इसलिए आशा है कि इनको काटने वाले देश के इन पर्यावरण सैनिकों की निर्मम हत्या करने से बाज आएंगे और आगे वृक्ष काटने से परहेज़ करेंगे।
विमर्श में अनीस लाल ने इस बात पर जोर देकर कहा कि तेजी से और चिंताजनक रूप से घटती हरियाली के साथ तापमान और प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसलिए, यह जरूरी है कि हमारे नीति निर्माता ध्यान दें और इन गंभीर चिंताओं को कम करने के लिए युद्ध स्तर पर योजनाएं बनाएं जो घाटी में प्रत्येक व्यक्ति को प्रभावित कर रही हैं।
समय की मांग है कि शहर में बचे हुए कुछ पूर्ण विकसित पेड़ों को बचाया जाए, जो पेड़ दब गए हैं उन्हें कंक्रीट मुक्त करने के लिए एक गवर्मेंट जीओ पास किया जाए और अधिक हरित क्षेत्र बनाए जाएं, साथ ही देशी प्रजातियों पर जोर दिया जाए।
अनूप नौटियाल ने उत्तराखंड राज्य में बढ़ती प्राकृतिक आपदा के कारणों व दुष्परिणामों पर गहन चिन्ता व्यक्त की और कहा अगर वैज्ञानिकों की बात को आधार माना जाए तो अबका समय ग्लोबल वार्मिंग नहीं इसे अपितु ग्लोबल वॉयलिंग कहा जा सकता है। उन्होंने इसके पीछे वन व पेड़ कटान को इसका मुख्य कारण बताया। सही मायने में उत्तराखंड में फारेस्ट कन्जर्वेशन एक्ट को कागजी स्तर से वास्तविक धरातल पर लाने की जरूरत है। उन्होंने सरकार को स्मार्ट सिटी के नाम पर कंक्रीट के बजाय सघन पेड़ो से आच्छादित करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर श्रीमती विभापुरी दास,बिजू नेगी, सुरेंद्र सजवाण, मुकेश नौटियाल, रजनीश त्रिवेदी, कल्पना बहुगुणा, ब्रिगेडियर के जी बहल, सुंदर सिंह बिष्ट, जगदम्बा प्रसाद मैठाणी, मंजू काला सहित शहर के अनेक पर्यावरण प्रेमी, पर्यावरणविद,दून पुस्तकालय के युवा पाठक उपस्थित रहे।

 

 

राज्य में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 (आईएमआई) अभियान की तीन चरणों होगी शुरूआत, पहला चरण 7 से 12 अगस्त तक चलेगा

 

देहरादून, राज्य में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 (आई0एम0आई0) अभियान की शुरुआत तीन चरणों में 07 से 12 अगस्त, 11 से 16 सितम्बर व 09 से 14 अक्टूबर 2023 को समस्त जनपदों में की जाएगी जिसकी जानकारी रोहित मीना, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला के दौरान दी।

रोहित मीना द्वारा बताया गया कि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में 5 वर्ष की आयु तक के ड्रॉप आउट और लेफ्ट आउट बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं की छुटी हुई खुराक दी जानी है। साथ ही अन्य टीकों के अलावा Measles and Rubella (MR) vaccines, Pneumococcal Conjugate vaccine (PCV) और Inactivated Polio Vaccine (IPV) 3rd dose के कवरेज में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा देश में मीजिल्स तथा रूबेला का उन्मूलन पर वर्ष 2023 तक नियंत्रण प्राप्त किये जाने हेतु संकल्प किया गया है। जिस हेतु राज्य में खसरा और रूबेला युक्त टीकों (MRCV) की दोनों खुराक के लिए 95% कवरेज को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। एम0आर0 उन्मूलन के लिए 9 माह से 05 वर्ष तक के समस्त बच्चों को (Left out/drop out) MR1, MR2 डोज के कवरेज को 95% कवरेज तथा गैर-खसरा, गैर-रूबेला discard rate ¼NM, NR½ के वांछित बेंच मार्क को प्राप्त करने हेतु surveillance] प्रचार-प्रसार करने तथा MR outbreak वाले क्षेत्रों में एक अतिरिक्त डोज से covered किये जाने हेतु विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिस हेतु राज्य द्वारा विभागाध्यक्षों एवं प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय संस्था यू०एन०डी०पी०, जे०एस०आई० तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ आयोजित बैठकों में एम0आर0 उन्मूलन में सहयोग प्रदान किये जाने हेतु दिशा-निर्देश दिये गये हैं। जिससे की टीकाकरण के कवरेज को व्यापक पैमाने पर बढावा दिया जा सके।

कार्यशाला के दौरान मिशन निदेशक ने अवगत कराया कि समस्त जनपदों में अगामी सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 U-WIN के माध्यम से पंजीकृत कर टीका लगाया जाना है। पूर्व में पायलट जनपदों (हरिद्वार एवं पिथौरागढ़) में U-WIN के रूप में डिजिटलीकरण की शुरुआत की जा चुकी है तथा अन्य जनपदों में U-WIN portal का विस्तार किया जा रहा है। जिस हेतु जनपदों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जनपदों के मास्टर प्रशिक्षक द्वारा जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर cascade training दी जा चुकी है।

रोहित मीना ने बताया जनपद स्तर पर आशा एवं आंगनवाडी द्वारा Head Count Survey किया जा रहा है। जिसमें दिनांक 05 अगस्त, 2023 को अपराह्न 01:30 बजे तक कुल 807844 बच्चों का सर्वे किया जा चुका है तथा आतिथि तक सर्वे में कुल 22901 due बच्चे एवं 4724 due गर्भवती महिलाऐं प्राप्त हुए हैं। U-WIN में दिनांक 05 अगस्त, 2023 को अपराह्न 01:30 बजे तक कुल 1212 गर्भवती महिलाओं तथा 5 वर्ष की आयु तक के कुल 8924 बच्चों का प्री-रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। प्री-रजिस्ट्रेषन एएनएम, आशा द्वारा किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि पूर्व में राज्य द्वारा राज्य स्टीयरिंग समिति की बैठक मे समस्त विभागों के विभागाध्यक्षों जिसमें वित्त, महिला एवं बाल विकास, पंचायती-राज, विद्यालयी शिक्षा विभाग, सूचना एवं संचार विभाग, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, आई0एम0ए0, आई0ए0पी0, यू0एन0डी0पी0, डब्लू0एच0ओ, आई0ई0सी0, आशा-कार्यक्रम) को दिशा-निर्देश प्रेषित किये जा चुके हैं।

श्री रोहित मीना द्वारा बताया कि पंचायती-राज/सूचना एवं संचार विभाग द्वारा संचार रणनीतियों में सक्रिय भागीदारी को संगठित करते हुए अपने स्तर से अभियान के सम्बन्ध में Broadcasting किया जाना है। विद्यालयी शिक्षा द्वारा स्कूली शिक्षकों और शिक्षा मित्रों के माध्यम से स्कूलों में आई0एम0आई0 सत्रों के आयोजन हेतु परिवारों को जागरूक किया जाना है तथा़ स्कूलों में प्रातः कालीन प्रार्थना में टीकाकरण के महत्व एवं आगामी मिशन इन्द्रधनुष के बारे में समस्त छात्रो को जागरूक किया जाए ताकि वह अपने अभिभावक एवं आस-पास के लोगों को 0 से 05 वर्ष के बच्चों को सेशन साइट तक ले जाने हेतु प्रेरित करें। प्रतिरोधी परिवारों (resistant families) को अपने स्तर से mobilize किया जाना है। पंचायती-राज/ विद्यालयी शिक्षा द्वारा अभियान के सेशन साईट हेतु स्थान उपलब्ध कराये गये हैं।

उन्होंने बताया की अर्बन हेल्थ द्वारा निजी मोड में चलने वाले समस्त यू0पी0एस0सी0 क्षेत्र में हेड काउंट सर्वे का validation किया जाना है। ताकि टीकाकरण से कोई भी लाभार्थी वंचित न रहे। आई0एम0ए0 तथा आई0ए0पी0 द्वारा स्थानीय स्तर पर जागरूकता सृजन करने, पूर्ण टीकाकरण और संपूर्ण टीकाकरण के बारे में लाभार्थियों को जागरूक किया जाना है। साथ ही टीकाकरण से सम्बन्धित समस्त ए0ई0एफ0आई0 की रिपोर्ट और serious and severe ए0ई0एफ0आई0 की तत्काल रिपोर्ट डी0आई0ओ0 के साथ साझा किया जाना है।

कार्यशाला में स्टेट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर डॉ कुलदीप मार्तोलिया, प्रभारी अधिकारी इम्यूनाइजेशन कार्यक्रम डॉ अर्चना ओझा, यूएनडीपी से डॉ विशाल कुमार, डब्लू.एच.ओ. से डॉ विकास शर्मा आदि अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

उतराखंड चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संगठन ने 9 अगस्त को लेकर की बैठक

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देहरादून, शहीद स्थल कचहरी परिसर में “उतराखंड चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संगठन की बैठक आहूत की गयी, जिसमें संगठन के केन्द्रीय संरक्षक अंजना (उनियाल) वालिया व जितेन्द्र चौहान,अध्यक्ष जबर सिह(पावेल), संगठन प्रवक्ता विक्रम सिंह राणा, पुष्पा बहुगुणा, सतेंद्र नंगई, जुयाल तथा अन्य संगठन सदस्य उपस्थित रहे | उक्त बैठक में संगठन ने सरकार के सामने अपनी पांच सूत्री मांगे रखी | जिसमें, हिमाचल की तर्ज पर भूकानून, उतराखंड को विशेष राज्य का दर्जा व धारा 371 लागू , मूलनिवास एक्ट1950 छत्तीसगढ़ की तर्ज पर एवं आंदोलनकारियों को नौकरी में दो प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की मांग के साथ अंकिता भंडारी हत्या कांड का पर्दाफाश व दोषियों को कड़ी सजा प्रवाधान को लेकर विचार विमर्श हुआ | बैठक में 9 अगस्त के मुख्यमंत्री आवास घेराव एवं अन्य बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई एवं पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए कि राज्य निर्माण के इतने वर्षो बाद आम उत्तराखंडी हैरान, परेशान है और आज तक सरकारों ने अपना वोट बैक देखा, आम जनमानस ठगा गया है मलाई मंत्री खाए, जनता का जीवन दूभर हो गया | बैठक में प्रेस इलेक्ट्रोनिक व प्रिंट मीडिया चौथे स्तम्भ के माध्यम से 9 अगस्त को अधिक से अधिक मात्रा आने की अपील की गयी |

सत्ता से विदाई के लिए भाजपा की उल्टी गिनती शुरू : राजीव महर्षि

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देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया पैनलिस्ट राजीव महर्षि ने उच्चतम न्यायालय द्वारा ‘मोदी’ सरनेम मानहानि मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने पर कहा कि यह न्याय की जीत है। महर्षि ने कहा कि कांग्रेस को देश की न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है और हमें इसीलिए न्याय की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
महर्षि ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले से कांग्रेस पार्टी के साथ ही देश की जनता भी खुश है। इस निर्णय के बाद लोगों का न्यायिक प्रणाली पर विश्वास दृढ़ हुआ है।
महर्षि ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अब किसी भी तरह की सरकार का दबाव नहीं है। राहुल इस अग्निपरीक्षा में सफल होकर मजबूत नेता के रूप में उभरे हैं। यह सत्तारूढ़ दल के लिए खतरा है, उन्हें इस बात को समझ लेना चाहिए कि अब राहुल गांधी को वे लोग रोक नहीं पाएंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम सामने आ जाएगा।
कांग्रेस नेता महर्षि ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद भाजपा बैकफुट पर आ गई है, उसकी राहुल गांधी को रोकने की हर कोशिश नाकाम हो गई है। अभी तक तंज कस रहे भाजपा नेताओं को जल्द नजर आएगा कि आने वाले दिनों में विपक्ष का गठबंधन INDIA बहुत मजबूत होगा और अहंकारी भाजपा की सत्ता से विदाई करेगा।