देहरादून, हडको ने उत्तराखंड़ के लिये 100 बसों हेतु ऋण की किश्त जारी की है यह धनराशि उत्तराखंड परिवहन निगम को 34.90 करोड़ की है। गौरतलब हो कि हडको द्वारा मार्च माह में उत्तराखंड परिवहन निगम को 100 बस के क्रय हेतु ऋण स्वीकृत किया गया था ।
हडको क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव द्वारा अवगत कराया गया, यह ऋण परिवहन निगम को जारी कर दिया गया है । यह ऋण परिवहन निगम द्वारा हाल ही में 130 बसे टाटा मोटर्स से क्रय की है इनके भुगतान हेतु किया जाएगा।
इससे पूर्व हड़को द्वारा मसूरी देहरादून की आडत बाजार योजना में भी 70 करोड़ का स्वीकृत पत्र जारी किया।
हडको ने उत्तराखंड परिवहन निगम को 100 बसों के लिये जारी किये 34.90 करोड़
विश्व पृथ्वी दिवस पर डॉ. विक्रांत तिवारी ने युवाओं और कंपनियों से किया प्रकृति संरक्षण में भागीदारी का आह्वान
नैनीताल, विश्व पृथ्वी दिवस 2025 के अवसर पर aadivasi.org के संस्थापक और पर्यावरणविद डॉ. विक्रांत तिवारी ने नैनीताल जिले के हरिनगर वन पंचायत में आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम में जल और वन संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण संदेश दिया।
डॉ. तिवारी, जो पिछले कई वर्षों से उत्तराखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों में वृक्षारोपण और जल संरक्षण जैसे कार्यों में सक्रिय हैं, अब तक लाखों पेड़ लगा चुके हैं और नैनीताल जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में 2000 से अधिक जल संरचनाएं (चाल-खाल) बनवा चुके हैं। इन प्रयासों से न केवल सूखते जलस्रोतों को पुनर्जीवन मिला है, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी बल मिला है।
इस बार उन्होंने 1100 चाल-खाल के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जिसकी शुरुआत आज पहले जलस्रोत के निर्माण से की गई। यह कार्य न केवल जल संरक्षण का माध्यम बनेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए सतत आजीविका का साधन भी सिद्ध होगा।
डॉ. तिवारी ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने भविष्य की ज़िम्मेदारी स्वयं लें और प्रकृति संरक्षण के माध्यम से स्थायी आजीविका के नए मॉडल खड़े करें। उन्होंने कहा, “हमारे पास समय कम है, लेकिन यदि हम सब मिलकर संकल्प लें, तो हम धरती को बचा सकते हैं और साथ ही रोजगार भी पैदा कर सकते हैं।”
उन्होंने कॉर्पोरेट जगत से भी अपील की कि वे अपने CSR फंड को पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्यों में लगाएं। “प्रकृति नहीं बचेगी तो व्यापार भी नहीं बचेगा। हमें पर्यावरण को केवल एक दान का विषय नहीं, बल्कि दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखना होगा,” उन्होंने कहा।
इस पूरी परियोजना को आदिवासी वेलफेयर फाउंडेशन स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर ज़मीनी स्तर पर क्रियान्वित करेगा। संस्था का उद्देश्य न केवल पारिस्थितिकीय संतुलन स्थापित करना है, बल्कि ग्रामीणों को प्रशिक्षण और आय के अवसर प्रदान करना भी है, जिससे वे अपने पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी सशक्त बन सकें।
कार्यक्रम में स्थानीय ग्राम पंचायत की सरपंच गीता देवी, पूर्व ग्राम प्रधान विजयेंद्र लाल, वर्तमान प्रधान ललित मोहन, राकेश कुमार, जसुली देवी, कमला देवी, रेखा देवी, चंदन जी और अन्य ग्रामीण जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
डॉ. तिवारी ने अंत में कहा, “जल है तो जंगल है, जंगल है तो जीवन है। हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करना होगा।”
यह परियोजना डॉ. तिवारी के नेतृत्व में पंचायत हरिनगर, स्थानीय समुदाय और आदिवासी वेलफेयर फाउंडेशन के सहयोग से संचालित की जा रही है, जो एक प्रेरक उदाहरण है कि कैसे समाज और प्रकृति साथ मिलकर एक नया भविष्य गढ़ सकते हैं।
हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान ने किया ‘जल पूजन’ कार्यक्रम का शुभारंभ
देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), जल संकट की चुनौती के समाधान के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान (जाड़ी) वर्ष 2025 को जल वर्ष के रूप में मना रहा है।
जल वर्ष 2025 के अंतर्गत पृथ्वी दिवस के अवसर पर संस्थान द्वारा नदी, तालाब, कुएं, नौलों, धारों पनियारो को पूजने उन्हें सम्मान देने के लिए पूजन कार्यक्रम की शुरुआत एमकेपी महाविद्यालय देहरादून से की गई। शुभारंभ के अवसर पर जल स्रोत की पूजा, आरती, भजन के साथ छात्र छात्राओं के द्वारा गीत गाए गये। जलस्रोत के पास ही सारे कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर पर कल के लिए जल अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पानी का पूजन एवं सम्मान हमारी संस्कृति में था, पिछले कुछ दशकों में इसमें कमी आई है जिसके कारण आज प्रकृति समाज से रूठ गई है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में क्लाइमेट चेंज कहा जा रहा है, आधुनिकता के फेर में लोग अपनी पंपराओं से दूर होते गए जिसके कारण पानी भी दूर जाता रहा, जिसके परिणाम हमारे सामने है।
नई पीढ़ी अपनी पंपराओं को जाने जलस्रोतों को सम्मान दे जिस तरह अपने घर में स्थित पूजा घर एवं मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, गिरिजाघर का सम्मान करते है ठीक उसी तरह जलस्रोतों, नदी, तालाब, नोलो, झरनों का भी सम्मान करे इस उद्वेश्य से जल पूजन कार्यक्रम का शुरू किया गया।
इस अवसर पर पर्वतीय विकास शोध के नोडल अधिकारी डॉ अरविंद दरमोड़ा ने कहा कि जल संकट के समाधान के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल के द्वारा किए गए कार्यों का संज्ञान प्रधान मंत्री ने भी किया, उनके द्वारा विद्यालयों को जलस्रोतो को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, वह काफी लोकप्रिय हो रहा है।
महाविद्यालय में कार्यक्रम की आयोजक हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अलका मोहन ने बताया कि जीवन के अस्तित्व को बचाने के लिए जल स्रोतों का संरक्षण महत्वपूर्ण है, जल नहीं तो कल नहीं ये एक नारा नहीं बल्कि एक चेतावनी है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरिता कुमार ने अतिथियों का बुके देकर सम्मान किया। उन्होंने महाविद्यालय की संस्थापिका महादेवी जी के पुण्यतिथि पर तालाब बनाने की बात कही।
इस अवसर पर प्रो यतीश वशिष्ठ, भारती आनंद, विकास पंत, प्रज्वल उनियाल, डॉ पुनीत सैनी, अंजना, कुसुम, राशि, दीपा, शीना, काजल, प्रतिभा, शीबा, मोनिका, रंजना मधुर दरमोड़ा शामिल रहे।
टौंस नदी जल पूजन कार्यक्रम :
हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी एवं डीडी कॉलेज निम्बुवाला के द्वारा कॉलेज के एनएसएस अधिकारी श्री मयंक बंगारी के नेतृत्व में छात्रों के द्वारा टपकेश्वर के नजदीक टौंस नदी की सफाई के साथ टौंस नदी की पूजा की गयी, जल पूजन के उद्देश्य पर कल के लिए जल अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि जल पूजन यानी अपनी संस्कृति, परंपरा की ओर वापसी का माध्यम है, जो दर्जा घर में पूजा स्थान का होता, मंदिर, तीर्थों का होता है वही जल का होना चाहिए। हमारी संस्कृति परंपरा और धर्म शास्त्रों में जल को विष्णु कहा गया है, देश के कही हिस्सों में आज भी नव विवाहित दुल्हन अपनी ससुराल में धारा पूजन से करती है, छोटी पूजा से भागवत महापुराण की शुरुआत जल पूजन से होती है तो फिर आज जल स्रोत, नदी, तालाब गंदगी ढोने के वाहक क्यों बना दिए गए। नई पीढ़ी ही बदलाव ला सकती है नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति परंपरा से जोड़ने के लिए जल पूजन कार्यक्रम शुरू किया गया।
डीडी कॉलेज और जाड़ी संस्थान मिलकर टौंस नदी को पुनर्जीवित करने उसके जल स्तर को बढ़ाने के लिए कार्य करेगा।
डीडी कॉलेज के एनएसएस अधिकारी मयंक बंगारी ने कहा कि जल पूजन कार्यक्रम के माध्यम से नदी तालाब और जलस्रोतों के सम्मान के लिए ये अनोखी पहल है। पृथ्वी पर मानव के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए सभी को प्रकृति प्रदत संसाधनों का सदुपयोग एवं सम्मान करना चाहिए। आने वाले समय में जल पूजन कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर डॉ. अरविंद दरमोड़ा, विकास पंत, भारती आनंद, प्रज्वल उनियाल, पायल, सालनी, दिव्यांशु, नितिन राणा सही कॉलेज के तीन दर्जन से अधिक बच्चे मौजूद रहे।
प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश लगाने को लेकर संयुक्त नागरिक संगठन ने सीएम को भेजा ज्ञापन
देहरादून, संयुक्त नागरिक संगठन की अपील पर सभी सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उत्तराखंड में प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश लगाने हेतु सामूहिक भावनाओं के अनुरूप ‘उत्तराखंड़ स्ववित्त पोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम 2025’ का प्रारूप बनाकर इसे लागू करने हेतु सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों/जागरूक दून वासियों के हस्ताक्षर उपरांत सामूहिक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित किया। जिसकी प्रतिलिपि राज्यपाल एवं मुख्य सचिव को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित की गयी।
मंगलवार को जिला मुख्यालय में सयुंक्त नागरिक संगठन द्वारा प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर बिन्दुवार समस्याएं जिलाधिकारी को बताई साथ ही उस परिपेक्ष में सुझाव भी दिये। संस्था कें प्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी द्वारा जनहित में किये गये कार्यो हेतु धन्यवाद प्रेषित किया औऱ उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की, तत्पश्चात सिविल सर्विस डे के उपलक्ष में एवं उनके किये कार्यो के लिये शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सभी का आभार प्रकट किया और लगातार जनता के सुलभ कार्यो के प्रति अभियान जारी रखने का आश्वासन दिया।
यह लोग रहे मौजूद :
इस अवसर पर मुख्यतः सुशील त्यागी , पदम सिंह थापा, नरेशचंद्र कुलाश्री, जी एस जस्सल , प्रदीप कुकरेती, एलआर कोठियाल, पंकज उनियाल, मुकेश नारायण शर्मा, चौधरी ओमवीर सिंह, बी. पी. ममगांई , शक्ति प्रसाद डिमरी , दिनेश भंडारी , शान्ति प्रसाद नौटियाल , ठाकुर शेर सिंह, डा॰ मुकुल शर्मा , दिनेश गोदियाल , संजय गर्ग , प्रभात डण्डरियाल , प्रकाश नागिया , विजय पाहवा , दिनेश उनियाल आदि मौजूद रहे।
संयुक्त नागरिक संगठन के द्वारा प्रस्तावित “उत्तराखंड स्व- वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम 2025 का प्रारूप निम्लिखित है :
-उत्तराखंड स्व-वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम-2025” तत्काल लागू किया जाय।
-उत्तराखंड़ के सभी जनपदों में जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में अधिकार संपन्न ‘जिला शुल्क नियामक समिति’(डिस्ट्रिक्ट फीस रेगुलेटरी कमेटी) का गठन किया जाए।
-जिला शुल्क नियामक समिति के अनुमोदन के बगैर स्कूलों को फीस, ड्रेस या यूनिफॉर्म में किसी भी तरह का बदलाव करने पर रोक लगाने का प्राविधान भी शामिल किया जाय।
-स्कूल-पब्लिशर्स व रिटेलर्स से संबंधित सभी गतिविधियां को नियंत्रित करने हेतु प्राविधान शामिल किए जाए।
-अधिनियम के प्राविधानों में प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश शुल्क में तीन वर्षों में अधिकतम 10% प्रतिशत वृद्धि सुनिश्चित की जाय।
-राज्य के सभी प्राइवेट स्कूलों के लिए प्रत्येक कक्षा की फीस निर्धारित करते हुए इसमें एकरूपता सुनिश्चित की जाय।
-आईसीएसई बोर्ड से संबंध स्कूलों में भी प्रदेश के भीतर एनसीईआरटी की पुस्तकें अनिवार्य की जाएं। यदि इसमें केंद्रीय स्तर से कोई अड़चन है, तो केंद्र सरकार के स्तर पर भी प्रयास के लिए राज्य स्तर से आग्रह किया जाए।
-उत्तराखंड में प्राइवेट पब्लिशर्स की पुस्तकें पूरी तरह प्रतिबंधित की जाएं। यदि ये लगाई भी जाती हैं तो सरकार राज्य के भीतर इनके पृष्ठों और प्रिंटिंग क्वालिटी के अनुसार इनका अधिकतम विक्रय मूल्य निर्धारित/नियंत्रित करे। पब्लिशर्स को उसी अधिकतम मूल्य के भीतर पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए विवश किया जाए।
-प्रदेश में किसी भी स्कूल के संचालन के लिए मान्यता/एनओसी संबंधी प्रावधानों को कठोर बनाने के साथ ही इनका अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए डीएम और मुख्य शिक्षाधिकारी को व्यापक अधिकार दिए जाएं।
-स्कूलों में सुविधाओं में बढ़ोतरी, अवसंरचना विस्तार, नवीन शाखा की स्थापना, शैक्षिक प्रयोजनों के विकास आदि के साथ ही सभी तरह के शुल्क संग्रह की प्रक्रिया खुली,पारदर्शी व उत्तरदाई बनाई जाए, जिसकी रसीद अभिभावक को हर हाल में उपलब्ध कराई जाने की बाध्यता हो।
-मासिक ट्यूशन फीस में ही परिवहन, बोर्डिंग, मेस या डाइनिंग (उपयोगानुसार), शैक्षिक दौरे या अन्य समान क्रियाकलाप का शुल्क भी शामिल हो। वह भी सिर्फ उसी अभिभावक से लिया जाए, जिसका छात्र उक्त सेवाओं/सुविधाओं का उपभोग कर रहा हो।
-स्कूल छोड़ते समय बच्चे के अभिभावक को एडमिशन के वक्त जमा कराई गई सिक्योरिटी की पूरी राशि और टीoसीo जारी करने की बाध्यता स्कूल प्रबंधन के लिए की जाए। टीoसीo के लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क/भुगतान लेने पर तत्काल रोक लगे। टीoसीo बच्चे को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए।
-राज्य स्तर पर फीस एक्ट व स्कूलों से संबंधित अन्य नियमों-विनियमों के अनुपालन और निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए उच्चस्तरीय अधिकारसंपन्न स्वतंत्र ‘स्कूल नियामक आयोग’ का गठन किया जाए।
-अधिनियम के प्राविधानों/नियामक समिति के आदेशों/अभिवावकों की शिकायतो की जांच में पाए गए दोषी प्राइवेट स्कूलों के विरुद्ध 5 लाख रुपए आर्थिक दंड लगाने/स्कूलों को जारी एनoओoसीo को निरस्त करने/स्कूलों को सीज कराने के प्राविधान भी अधिनियम में शामिल किए जाए।
स्वामी विवेकानंद के चरित्र एवम विचारो को आत्मसात् करे युवाओं : रविन्द्र पुरी
हरिद्वार (कुलभूषण ) महाविद्यालय में हुआ स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दूसरे चरण का आयोजन
हरिद्वार 21 अप्रैल, 2025 महाविद्यालय में आज प्रदेश स्तर पर आयोजित की जा रही स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दूसरे चरण में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी जी महाराज ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के चरित्र एवम विचारो को आत्मसात् करे युवा । जो कि संस्कृति और ज्ञान का विश्व भर में संचार कर वसुधैव कुटुंबकम् की परंपरा को साकार कर सके। काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र के विकास एवं युवाओं के व्यक्तित्व प्रगति हेतु स्वामी विवेकानंद जी के विचारों की प्रासंगिकता हमेशा से ही समाज में रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी स्वामी विवेकानंद जी के चरित्र निर्माण संबंधी विचारों का महत्व रहेगा। प्रो. बत्रा ने बताया कि स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के प्रथम चरण में सफलता पाने वाले 13 छात्र छात्राओं में साक्षी राणा, आकांक्षा पाल, रिया, पिंकी वर्मा, इशारानी कश्यप, इशिका शर्मा, अंकित कुमार, अभय कश्यप, दिशा कुमारी, कशिश ठाकुर, प्रिया प्रजापति हैं। द्वितीय चरण में निबंध प्रतियोगिता की समन्वयक की भूमिका डॉ मोना शर्मा तथा डॉ अनुरिषा ने निभाई। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आगे आने वाला दौर युवाओं एवं स्वामी विवेकानंद जी के विचारों का है ।
एनसीसी कैडेट्स के लिए योग प्रशिक्षण शिविर का समापन संपन्न
हरिद्वार (कुलभूषण ) एक सप्ताह से योग विज्ञान विभाग, गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स के लिए आयोजित सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह आज विधिवत रूप से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कैप्टन राकेश भूटानी ने कहा कि योग न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मानसिक दृढ़ता एवं आत्मअनुशासन को भी बढ़ाता है, जो हर एनसीसी कैडेट के लिए अत्यंत आवश्यक है।
योग विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. ऊधम सिंह ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी में योग के प्रति बढ़ती जागरूकता उत्साहजनक है। योग को यदि हम अपनी दिनचर्या में शामिल करें, तो तनाव मुक्त एवं स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ा जा सकता है। जो योग की क्रियाएं आप सभी ने इस शिविर में सीखी हैं उन्हें जीवन में अपनाकर ही लाभ लिया जा सकता है। 31 UK बटालियन एन सी सी हरिद्वार के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विनय मल्होत्रा ने भी सभी कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कैडेट्स को योग प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए योग विज्ञान विभाग को धन्यवाद दिया तथा लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव ने भी इस अवसर पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समीप ही है जिससे सभी कैडेट्स योग का प्रचार प्रसार कर पाएंगे।
डॉ योगेश्वर दत्त एवं शोधार्थी ओनित कुमार ने योगाभ्यास कराया। कार्यक्रम में कैडेट्स ने योग का सामूहिक प्रदर्शन कर शिविर में सीखे गए आसनों और प्राणायाम की प्रस्तुति दी। समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
शिविर के सफल आयोजन हेतु आयोजकों एवं प्रशिक्षकों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया।इस अवसर पर सूबेदार मेजर मोहिंदर सिंह, सूबेदार सोहन लाल, हवलदार गुरजिंदर सिंह, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. निष्कर्ष शर्मा, डॉ संदीप, सुशील कुमार, दीपक आनन्द, उदित कुमार, निकुंज जतिंद्र मोहन, मोहन एवं जोगेंद्र आदि उपस्थित रहे।
भारतीय जनता पार्टी के संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की जिम्मेदारी-आदित्य चौहान
हरिद्वार (कुलभूषण ) जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पर मंडल कार्यकारिणी के गठन हेतु रूपरेखा बैठक संपन्न हुईl
जिला प्रभारी आदित्य चौहान ने बताया कि जिले के सभी संगठनात्मक मंडलों में मंडल कार्यकारिणी गठित होनी है।
जिसके निमित्त विधानसभावार समन्वयक तय कर दिए गए हैं।
जिसमें हरिद्वार विधानसभा की जिम्मेदारी आशु चौधरी, रानीपुर विधानसभा डॉक्टर जयपाल सिंह चौहान, ज्वालापुर विधानसभा अनिल अरोड़ा, हरिद्वार ग्रामीण जितेंद्र चौधरी और लक्सर विधानसभा की जिम्मेदारी लव शर्मा को दी गई है।
मंडल अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि मंडल कार्यकारिणी के सदस्यों के नाम पर चर्चा करते समय ध्यान रखें की कार्यकर्ता सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी होना चाहिए।
कार्यकारिणी में भौगोलिक व सामाजिक संरचना को ध्यान में रखते हुए पदाधिकारीयो का चयन करना है।
साथ ही साथ ऐसे सदस्यों को जोड़ना है जिन्हें संगठन के कार्य की समझ व अनुभव हो।
भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी के कंधों पर भारतीय जनता पार्टी के संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की जिम्मेदारी है।
भारतीय जनता पार्टी केवल राजनीति करने के लिए राजनीति नहीं करती है अपितु इस संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्रवाद एवं समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।
साथ ही जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि आगामी 23 अप्रैल अपराह्न 3:00 बजे रूद्राक्ष बैंक्विट हॉल लक्सर रोड पर संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी जयंती के अवसर पर संगोष्ठी आयोजित की जा रही है।
जिसमें बड़ी संख्या में जिले भर से वरिष्ठ जन उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह चौहान राकेश सैनी सुशील पवार विवेक चौहान चित्र कुमार सैनी पृथ्वी सिंह राणा पवन कपूर अश्विनी कंबोज रीता सैनी प्रताप प्रधान बिंदरपाल विपिन कुमार शर्मा वरुण वशिष्ठ कैलाश भंडारी राजेंद्र कटारिया प्रशांत शर्मा तुशांक भट्ट किशन बजाज मनोज शर्मा आदि उपस्थित रहे।
प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश को लेकर सीएम को संयुक्त नागरिक संगठन प्रेषित करेगा ज्ञापन
देहरादून, राज्य में प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश लगाने हेतु उत्तराखंड़ में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर सख्त कानून लागू करने की मांग को लेकर संयुक्त नागरिक संगठन मंगलवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित करेगा। प्रेषित ज्ञापन के बारे जानकारी देते हुये सुशील त्यागी ने बताया कि इस मौके पर 12 सूत्री मांग पत्र में कई मुद्दों के विषय में संयुक्त नागरिक संगठन ने अपनी मांग रखी है।
संयुक्त नागरिक संगठन द्वारा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में प्रस्तावित “उत्तराखंड स्व- वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन)अधिनियम 2025 का प्रारूप निम्लिखित है l
-उत्तराखंड स्व-वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम-2025” तत्काल लागू किया l -उत्तराखंड के सभी जनपदों में जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में अधिकार संपन्न ‘जिला शुल्क नियामक समिति’ (डिस्ट्रिक्ट फीस रेगुलेटरी कमेटी) का गठन किया जाए।
-जिला शुल्क नियामक समिति के अनुमोदन के बगैर स्कूलों को फीस, ड्रेस या यूनिफॉर्म में किसी भी तरह का बदलाव करने पर रोक लगाने का प्राविधान भी शामिल किया जाय। -स्कूल-पब्लिशर्स व रिटेलर्स से संबंधित सभी गतिविधियां को नियंत्रित करने हेतु प्राविधान शामिल किए जाए। -अधिनियम के प्राविधानों में प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश शुल्क में तीन वर्षों में अधिकतम 10 प्रतिशत वृद्धि सुनिश्चित की जाय। -राज्य के सभी प्राइवेट स्कूलों के लिए प्रत्येक कक्षा की फीस निर्धारित करते हुए इसमें एकरूपता सुनिश्चित की जाय।
-आईसीएसई बोर्ड से संबंध स्कूलों में भी प्रदेश के भीतर एनसीईआरटी की पुस्तकें अनिवार्य की जाएं। यदि इसमें केंद्रीय स्तर से कोई अड़चन है, तो केंद्र सरकार के स्तर पर भी प्रयास के लिए राज्य स्तर से आग्रह किया जाए।
-उत्तराखंड में प्राइवेट पब्लिशर्स की पुस्तकें पूरी तरह प्रतिबंधित की जाएं। यदि ये लगाई भी जाती हैं तो सरकार राज्य के भीतर इनके पृष्ठों और प्रिंटिंग क्वालिटी के अनुसार इनका अधिकतम विक्रय मूल्य निर्धारित/नियंत्रित करे। पब्लिशर्स को उसी अधिकतम मूल्य के भीतर पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए विवश किया जाए।
-प्रदेश में किसी भी स्कूल के संचालन के लिए मान्यता/एनओसी संबंधी प्रावधानों को कठोर बनाने के साथ ही इनका अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए डीएम और मुख्य शिक्षाधिकारी को व्यापक अधिकार दिए जाएं।
-स्कूलों में सुविधाओं में बढ़ोतरी, अवसंरचना विस्तार, नवीन शाखा की स्थापना,शैक्षिक प्रयोजनों के विकास आदि के साथ ही सभी तरह के शुल्क संग्रह की प्रक्रिया खुली,पारदर्शी व उत्तरदाई बनाई जाए,जिसकी रसीद अभिभावक को हर हाल में उपलब्ध कराई जाने की बाध्यता हो।
-मासिक ट्यूशन फीस में ही परिवहन, बोर्डिंग, मेस या डाइनिंग (उपयोगानुसार), शैक्षिक दौरे या अन्य समान क्रियाकलाप का शुल्क भी शामिल हो। वह भी सिर्फ उसी अभिभावक से लिया जाए, जिसका छात्र उक्त सेवाओं/सुविधाओं का उपभोग कर रहा हो।
-स्कूल छोड़ते समय बच्चे के अभिभावक को एडमिशन के वक्त जमा कराई गई सिक्योरिटी की पूरी राशि और टीसी जारी करने की बाध्यता स्कूल प्रबंधन के लिए की जाए।टीसी के लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क/भुगतान लेने पर तत्काल रोक लगे।टीसी बच्चे को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए।
-राज्य स्तर पर फीस एक्ट व स्कूलों से संबंधित अन्य नियमों-विनियमों के अनुपालन और निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए उच्चस्तरीय अधिकारसंपन्न स्वतंत्र ‘स्कूल नियामक आयोग’ का गठन किया जाए। -अधिनियम के प्राविधानों/नियामक समिति के आदेशों/अभिवावकों की शिकायतो की जांच में पाए गए दोषी प्राइवेट स्कूलों के विरुद्ध 5 लाख रुपए आर्थिक दंड लगाने/स्कूलों को जारी एनओसी को निरस्त करने/स्कूलों को सीज कराने के प्राविधान भी अधिनियम में शामिल किए जाए।
डीएम का जनता दर्शन, जन में जगाता सशक्त प्रशासन का एहसास
-कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को प्रतिष्ठित संस्थान में तत्समय नौकरी दिलाकर ही दम लिया डीएम ने
-आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज हो गए थे जाम, विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने बजा दिया डंका
-सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर बगले झांकते नजर सिंचाई अभियंता, अधीशासी अभिंयता सिंचाई तलब, रूका वेतन
-1940 मालिकाना हक वाली निजी सम्पति का मामला, नगर निगम ने 03 दिन के भीतर निस्तारण की दी मौक पर अंडरटेकिंग
-परिवार की आर्थिक तंगी, नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट ने सुलझाई निर्धन बालिका की शिक्षा की गुत्थी
-भूमि विवाद समस्या को लेकर जन सुनवाई में पहुंचे बुजुर्ग दंपत्ति को ‘सारथी’ से पहुंचाया
-घर जन समस्याओं का त्वरित समाधान, प्रशासन की प्राथमिकता : डीएम
देहरादून, मुख्यमंत्री के जन सेवा को समर्पित संकल्प के तहत जिलाधिकारी सविन बंसल हर सोमवार को जन सुनवाई कर जनता की समस्याओं का निराकरण करने में जुटे है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे 137 फरियादियों ने अपनी समस्याएं रखी। जिलाधिकारी ने जन सुनवाई में एक-एक कर सभी लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकांश समस्याओं का मौके पर समाधान किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाए। जन गम, पुलिस, सुनवाई में पहुंचे फरियादियों ने भूमि पर अवैध कब्जा, सड़क, शिक्षा, पेयजल, एमडीडीए, नगर निगम, परिवहन, विद्युत, आर्थिक सहायता, स्कूल फीस माफी, रोजगार आदि से जुड़ी समस्याएं प्रमुखता से रखी।
सीएम की प्ररेणा, जिला प्रशासन की कार्यशैली से सरकार पर जनविश्वास बढा है। जनता दर्शन में कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को डीएम ने तत्समय प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी दिलाकर ही दम लिया। जिसके लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज सभी अपनी जगह जाम होकर मंथन में जुटे रहे जिसके फलस्वरूप विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए जनमानस के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता का ढकां भी बजा दिया। इसी प्रकार दिव्यांग काजल को एनजीओ में रोजगार बबीता व केशर को प्रोफेशनल रोजगारपरक प्रशिक्षण तथा विधवा पूनम ठाकुर को रायफल फंड से शिशु शिक्षा व सिलाई मशीन क्रय की आर्थिक सहायता प्रदत्त की। डीएम के जनता दर्शन से जनमानस में सशक्त प्रशासन का एहसास जाग रहा हैं। वहीं सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर सिंचाई अभियंताः अधीशासी अभिंयता बगले झांकते नजर आए जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हे तलब, करते हुए वेतन रोकने के भी निर्देश दिए।
इंजीनियर की पढ़ाई कर चुकी विदुषी पांडेय ने कैंसर पीडित अपनी मां का उपचार और अपने परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए जिलाधिकारी से रोजगार की गुहार लगाई। जिस पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को त्वरित कार्रवाई करते हुए किसी इंस्टीटयूट में महिला को रोजगार दिलाने के निर्देश दिए। नालापानी निवासी महिला कौशर ने स्वरोजगार हेतु आर्थिक मदद चाहने पर जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक उद्योग को सिलाई बुनाई हेतु महिला को प्रशिक्षण प्रदान कराते हुए स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए।
ऋषिकेश निवासी दिव्यांग महिला काजल कश्यप और छबील बाग निवासी दिव्यांग महिला बबिता द्वारा रोजगार मांगे जाने पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को आसरा ट्रस्ट के माध्यम से प्रशिक्षण और रोजगार हेतु कार्रवाई के निर्देश दिए। वही नेहरू कॉलोनी निवासी जाहिदा बानो ने बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता की गुहार पर डीपीओ को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। डालनवाला निवासी सोनिया गुप्ता ने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट से आर्थिक सहायता की गुहार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रकरण की जांच कर नंदा सुनंदा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विधवा महिला पुनम ठाकुर को रायफल फंड से आर्थिक सहायता। कारबारी निवासी कमलेश पुरोहित ने कक्षा 11 वीं पर पढ़ रही
अपनी बिटिया की फीस माई की गुहार लगाई। डांडीपुर मौहल्ला मन्नूगंज निवासियों द्वारा नाला निर्माण कार्य लम्बे समय से धीमी प्रगति से चल रहा है तथा मौके पर 2 लेबर है, धीमे कार्य से जनमानस को आए दिन समस्या हो रही है की शिकायत की जिस पर डीएम ने कार्य पूर्ण होने का समय पूछा, तो कार्यदायी संस्था सिंचाई के अधिकारियों ने बताया कि 03 माह और लगेगें सम्बन्धित अधिकारी जनता दर्शन में अनुपस्थित रहे जिससे सुनवाई बाधित, अधीक्षण अभियंता इन्वेस्टिगेशन प्लानिंग डिवीजन सिंचाई तलब करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। साथ ही फटकार लगाई कि 350 मीटर निर्माण कितना समय लगेगा।
चन्दर रोड निवासी बिना शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी लगभग 05 बीघा भूमि है, जिसपर उनका 1940 मालिकाना हक है। किन्तु नगर निगम ने उनकी सम्पति अतिक्रमण दिखाकर भवन तोड़ा गया तथा भूमि पर नगर निगम ने तारबाड़ कर दी है, जिस पर डीएम ने नगर निगम के अधिकारियों निस्तारण का समय पूछा जिसपर नगर निगम के अधिकारियों ने 03 दिन के भीतर निस्तारण करने की अंडरटेकिंग दी।
जोहडी गांव की भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति ने भूमाफियों के कब्जे से मुक्त सरकारी जमीन पर सरकारी हकदारी का तार बाड़ एवं चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने और सीडीओ को इस भूमि पर पर्यटन स्थल हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आर्दश कॉलोनी, नेहरूग्राम में कच्ची सड़क पर डामरीकरण न होने से आवजाही में हो रही समस्या पर नगर निगम को त्वरित समस्या का समाधान के निर्देश दिए गए। शास्त्री नगर में भू-माफियाओं द्वारा निजी भूमि पर तारबाड कर कब्जा करने व जमीन को खुर्द बुर्द करने की शिकायत पर एडीएम, एसडीएम व तहसीलदार की संयुक्त समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए गए। डालनवाला में अतिक्रमण हटाने के नाम पर मालिकाना हक वाली निजी भूमि पर एकतरफा कार्रवाई किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एएमएनए को तीन दिनों के भीतर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। रिस्पना नदी पर स्थित राजीव नगर पुल, आर्य नगर में तट पर तार जाल लगाने की मांग पर अधिशासी अभियंता को प्रस्ताव में शामिल करने के निर्देश दिए। नकरौंदा निवासी प्रमोद कुमार ने उनकी निजी भूमि पर कब्जा करने की शिकायत पर एसडीएम को सीमांकन कराने के निर्देश दिए।
किसानों द्वारा कुलावा में भारी वाहनों के कारण गूल क्षतिग्रस्त होने और तुनवाला नहर का कुलावा कस्तूरी चौक से बहुगुणा पुलिया तक करीब 400 मीटर दायरे में नहर से सटकर बनाई गई दीवारे हटाने और आम रास्ते पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायत पर सिंचाई विभाग को तत्काल गूल मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए। निरंजनपुर मंडी चौराहे पर नाला बंद होने की शिकायत पर एएमएनए को प्राथमिकता पर नाला सफाई कराने के निर्देश दिए। ग्राम विलासपुर काण्डली, घंघौड़ा में बच्चों के खेलने के लिए लंबे चौडे सूखे नाले की जमीन पर पार्क बनाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एडीएम को अग्रिम कार्रवाई हेतु भूमि संबंधी विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में आयोजित हुआ प्रवेशोत्सव
देहरादून, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में प्रवेशोत्सव के अवसर पर डोईवाला विधान सभा के विधायक बृजभूषण गैरोला ने छात्रों को शिक्षा के साथ साथ सामाजिक सरोकार और आपसी भाईचारे का पाठ भी पढ़ाया, उन्होंने कहा कि आज की युवापीढ़ी आधुनिकता को समाहित करते हुये राष्ट्रहित में भी शिक्षा का सकारात्मक उपयोग करना चाहिये, इस मौके पर नवादा वार्ड के पार्षद वीरेंद्र वालिया द्वारा बच्चों को शिक्षा के बहुआयामी दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से बताया गया एवं सभी को बधाई देते हुए आगामी जीवन की शुभकामनाएं देते हुए सभी नव प्रवेशित छात्रों/छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य कुंवर सिंह पुंडीर ने माला पहना कर विधायक और पार्षद का स्वागत किया और इस शुभ अवसर को भव्य बनाने हेतु विद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा अभिभावक एवं अनेक शिक्षाविद भी उपस्थित रहे।
“क्षत्रिय संदेश” स्मारिका के 17वें अंक का विमोचन
“सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए : बहुगुणा”
देहरादून, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर तथा लॉ कॉलेज उत्तरांचल के डीन डॉ राजेश बहुगुणा द्वारा महाराणा प्रताप भवन ननूर खेड़ा में क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा प्रकाशित स्मारिका क्षत्रिय संदेश के सत्रहवें अंक का विमोचन किया गया।
मुख्य अतिथि राजेश बहुगुणा तथा सभा अध्यक्ष ठाकुर देवेंद्र पुंडीर व स्मारिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट द्वारा दीपक प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि क्षत्रिय चेतना मंच समाज सेवा के कार्य में लगातार प्रशंसनीय कार्य कर रहा है तथा मंच की स्मारिका समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. अर्जुन सेंगर, डॉ. सुशील राणा, राजनीतिन रावत, सत्येंद्र पवार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
मंच के केंद्रीय महामंत्री तथा पत्रिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट ने बताया कि पत्रिका का मुख्य उद्देश्य समाज में संवादहीनता को समाप्त करने तथा अपने विचार व्यक्त करने हेतु एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका सामाजिक सौहार्द्रता बढ़ाने के साथ-साथ इतिहास को संजोने का कार्य भी कर रही है। कार्यक्रम का संचालन पत्रिका के वरिष्ठ संपादक व मंच के प्रवक्ता ठाकुर शशिकांत शाही एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अशोक वर्धन सिंह, महेश रौथान, सुरेंद्र सिंह तोमर, बुध सिंह रावत, बलवीर सिंह रावत, राजीव पंवार, राजनितिन सिंह रावत, चंद्रपाल सिंह जामवाल, अनूप चौहान, आर वी एस चौहान, सतेंद्र सिंह पवार, वीर पाल सिंह पुंडीर, डॉक्टर सुशील राणा, अतुल नेगी, श्रीमती अनीता नेगी, अनीता राणावत, मीना मल, कुमारी मिनिषा तोमर श्रीमती सरोज चौहान, श्रीमती कुसुम पंवार, संयुक्त नागरिक संगठन के सचिव आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, ठाकुर शेरसिंह आदि उपस्थित थे।