Tuesday, May 13, 2025
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सीएम धामी कैबिनेट की बैठक सम्पन्न : बैठक में 20 से अधिक प्रस्तावों पर लगी मुहर

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देहरादून, सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक हुई। इस कैबिनेट बैठक में 20 से अधिक प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बैठक के प्रस्ताओं को लेकर जानकारी दी।

धामी कैबिनेट के महत्वपूर्ण बिन्दू :

आगामी 5 से 8 सितंबर तक आयोजित होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में 11000 करोड़ के सप्लीमेंट्री बजट को भी कैबिनेट ने अपनी संस्तुति दी है। इसके अलावा संविदा और आउटसोर्स कर्मियों को भी चाइल्ड केयर लीव की सुविधा देने पर कैबिनेट ने अपनी सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है।

संविदा और आउटसोर्स कर्मियों को भी मिला चाइल्ड केयर लीव की सुविधा मिल सकेगी।
अब ये प्रस्ताव सदन के पटल पर विधेयक के रूप में रखा जाएगा। सभी आंदोलनकारी के आश्रितों को 2004 से इसका लाभ मिलेगा। इस क्षैतिज आरक्षण से सरकारी नौकरी में 10 फीसदी का लाभ मिलेगा।
कैबिनेट बैठक में राज्य के निजी विश्वविद्यालयों के लिए अंब्रेला एक्ट के लिए विधेयक को स्वीकृति के साथ राज्य के विद्यार्थियों को 25 प्रतिशत प्रवेश एवं शुल्क में छूट देने पर भी मुहर लग गई। बैठक में अनुपूरक बजट को मंजूरी मिली। वहीं जीएसटी संशोधन विधेयक को भी मंजूरी मिल गई। बैठक में लोक ऋण विधेयक को स्वीकृति भी दी गई है। इसके साथ ही दैनिक वेतन, आउट सोर्सिंग, संविदा कर्मचारियों को मातृत्व, पितृत्व, बाल्य देखभाल अवकाश को मंजूरी दी गई है।

नशा मुक्ति केन्द्रों को मिला अल्टीमेटम : तीन माह के अन्दर मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण में नहीं किया पंजीकरण तो होगी कड़ी कार्रवाई

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(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, राज्य सचिवालय में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार की अध्यक्षता में मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। राज्य में मानसिक स्वास्थ्य नियमावली के लागू हो जाने के बाद यह काफी महत्वपूर्ण बैठक रही जिसमें अध्यक्ष राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण/सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण से जुड़े कई बड़े फैसलों पर मुहर लगी।

अध्यक्ष मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा राज्य में संचालित सभी सरकारी एवं गैर सरकारी मानसिक स्वास्थ्य संस्थानो एवं नशा मुक्ति केन्द्रो को 03 माह के भीतर राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण में अपना पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराना होगा। ऐसा नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

डॉ आर राजेश कुमार ने बताया मानसिक स्वास्थ्य देख-रेख (राज्य मानसिक स्वस्थ्य प्राधिकरण, उत्तराखण्ड) विनियमावली 2023, उत्तराखण्ड मानसिक स्वास्थ्य देख-रेख (मानसिक रूगणता से ग्रसित व्यक्तियो के अधिकार), 2023, मानसिक स्वास्थ्य स्थापना एवं नशा मुक्ति केन्द्रो की स्थापना एवं संचालन हेतु न्यूनतम मानक का गजट उत्तराखण्ड शासन द्वारा प्रकाशित किया जा चुका है। इसके व्यापक प्रचार-प्रसार प्रिन्ट मीडिया एवं टैली मीडिया के माध्यम से कराये जाने के निर्देश दिये गये ताकि आम जनता मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्तियो के अधिकारो से परिचित हो सके एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एंव नशा मुक्ति केन्द्र इनके अनुरूप अपने केन्द्रो को संचालित करे एवं मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्तियो के अधिकारो की सुरक्षा करे।

अध्यक्ष मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण डॉ आर राजेश कुमार ने कहा राज्य के समस्त 07 मानसिक स्वास्थ्य पुनविलोकन बोर्डों के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्यो एवं मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ के सदस्यों को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये गये ताकि वे मानसिक रोग से ग्रस्त व्याक्तियों के अधिकारों के लिये बेहतर तरीके से कार्य कर सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में महावीर सिंह चौहान, सयुक्त सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण डा० भागीरथी जंगपांगी, डा० अमनदीप सिंह, डा० के०एस० नेगी, संयुक्त निदेशक, डा० मयंक बडोला, डा० विनय शर्मा, अनिल सती, रहेश राणा, एन0जी0ओ0 के सदस्य अतुल गुडविन सिंह, लक्ष्मण बालन,श्रीमती पवन रेखा, आदि ने प्रतिभाग किया एवं वर्चुवल माध्यम से डा० रवि गुप्ता डा० राकेश कुमार, डा० प्रियरजन अविनाश ने प्रतिभाग किया।

उच्च शिक्षा में अवस्थापन विकास के लिये 159 करोड़ स्वीकृत

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आधुनिक आईटी लैब व छात्रावास से लैस होंगे मॉडल कॉलेज

6 महाविद्यालयों में कला व विज्ञान संकाय के बनेंगे पीजी ब्लॉक

देहरादून,सूबे में उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिये राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत 20 राजकीय महाविद्यालयों का कायाकल्प कर उन्हें शोध आधारित मॉडल कॉलेज के रूप में विकसित किया जायेगा। इसी प्रकार 6 राजकीय महाविद्यालयों में कला व विज्ञान संकाय के लिये नये पीजी ब्लॉक बनाये जायेंगे। इसके लिये राज्य सरकार ने रूपये 159 करोड़ से अधिक की धनराशि स्वीकृत कर दी है।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत शोध आधारित मॉडल कॉलेज विकसित करने में जुटी है। इसके लिये प्रदेश के 20 राजकीय महाविद्यालयों का चयन कर उनमें आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिये रूपये 129 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इसी तरह राज्य के 6 राजकीय महाविद्यालयों में कला एवं विज्ञान संकाय के पृथक पीजी ब्लॉकों के निर्माण के लिये रूपये 30 करोड़ मंजूर कर कुल 159 करोड़ से अधिक की धनराशि स्वीकृत कर दी है। उन्होंने बताया कि स्वीकृत धनराशि से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रूद्रपुर, काशीपुर, चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, हल्द्वानी, रानीखेत, कोटद्वार, नरेन्द्रनगर, नई टिहरी, उत्तरकाशी, थलीसैंण, गैरसैंण, लक्सर, गोपेश्वर, डाकपत्थर, रायपुर, अगस्त्यमुनि सहित कुमाऊं विश्वविद्यालय का डीबीएस परिसर तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर में जरूरी संसाधन जुटाकर मॉडल कॉलेज बनाये जायेंगे। इन महाविद्यालयों में महिला एवं पुरूष छात्रावास सहित अति आधुनिक आई.टी. लैब तथा ई-लर्निंग कक्षों का निर्माण किया जायेगा। डॉ. रावत ने बताया कि महिला व पुरूष छात्रावासों में तमाम सुविधाओं के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किये जायेंगे। इसके अलावा छात्र-छात्राओं के लिये पार्किंग, डाईनिंग हाल, किचन, दिव्यांग कक्ष एवं रैम्प तथा वार्डन ऑफिस भी बनाये जायेंगे। विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश के 6 राजकीय महाविद्यालयों राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय स्याल्दे, बेरीनाग एवं कपकोट में कला संकाय भवन तथा राजकीय महाविद्यालय टनकपुर, थत्युड एवं सोमेश्वर में विज्ञान संकाय के भवनों का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मॉडल कॉलेजों एवं पीजी कॉलेजों में निर्माण कार्यों को शीघ्र शुरू करने के लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं ताकि तय समय निर्माण कार्यों को पूरा किया जा सके और छात्र-छात्राओं का इसका लाभ मिल सके।
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राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के लिये रूपये 159 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। जिसके तहत प्रदेश के 20 मॉडल कॉलेजों में अति आधुनिक आईटी लैब एवं छात्रावास का निर्माण किया जायेगा जबकि 6 राजकीय महाविद्यालयों में कला एवं विज्ञान संकाय के लिये भवन बनाये जायेंगे। हमारा ध्येय प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता, रोजगार एवं शोधपरक शिक्षा उपलब्ध कराना है- डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।

केंद्रीय विद्यालय संगठन (संभागीय)राष्ट्रीय एकता पर्व 2023-24 एक भारत श्रेष्ठ भारत एवं कला उत्सव

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देहरादून, केंद्रीय विद्यालय बीरपुर देहरादून में संभाग स्तरीय राष्ट्रीय एकता पर्व के अंतर्गत एक भारत श्रेष्ठ भारत एवं कला उत्सव का भव्य शुभारम्भ हुआ यह संभागीय प्रतियोगिता 2 सितंबर तक चलेगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यातिथि मैडम सुकृति रैवानी (उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग) सुरजीत सिंह जी (सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग ) प्राचार्या बसंती खम्पा के. वि. बीरपुर , प्राचार्य राजेश कुमार (पर्यवेक्षक) के. वि.भेल हरिद्वार सभी निर्णायक दल के सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया
के. वि. बीरपुर की छात्राओं ने सरस्वती वंदना की नृत्य के साथ प्रस्तुति दी ततपश्चात् राजस्थानी स्वागत नृत्य, कुमाउनी व गढ़वाली तथा नेपाली नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। भारत विविधताओं का देश है इन्ही विविधताओं को एकसूत्र में पिरोने का कार्य प्रतिभागियों ने किया
प्राचार्या बसंती खम्पा ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यातिथि के साथ सभी निर्णायक दल के सदस्यों का स्वागत किया व आभार व्यक्त किया उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम वर्ष 2015 में विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिये लॉन्च किया गया था ताकि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों में आपसी समझ और बंधन को बढ़ाया जा सके, जिससे भारत की एकता व अखंडता मजबूत हो सके।
मुख्यातिथि बतौर उपस्थित सहायक आयुक्त सुरजीत सिंह जी ने अपने सम्बोधन को प्रारम्भ करते हुए राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया और कहा कि लोगों को भारत की विविधता को समझने और उसकी सराहना करने में सक्षम बनाने के लिये किसी भी राज्य की समृद्ध विरासत एवं संस्कृति, रीति-रिवाजों तथा परंपराओं को प्रदर्शित करके आम पहचान की भावना को बढ़ावा दिया जा सकता है उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए सभी की सराहना की व सभी प्रतिभागी छात्रों को प्रोत्साहित किया
इस प्रतियोगिता का हिस्सा बनने के लिए देहरादून संभाग के 6 संकुल के लगभग 30 केंद्रीय विद्यालयों से संकुल स्तरीय प्रतियोगिता को उत्तीर्ण कर 260 प्रतिभागी संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में उपस्थिति हुए, यहाँ से चयनित प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर कोलकाता में प्रतिभाग करेंगे।
निर्णायक दल के सदस्यों के रूप में अविनाश मिश्रा, कुसुम पंत, अनिरुद्ध, शान्ति सूर्यन, अंजु पांडेय, रमेश कुमार क्षेत्री, ओमप्रकाश मिश्रा, मोईन, अमित कुमार शर्मा,उपस्थित रहे।
धन्यवाद ज्ञापन गुंजन श्रीवास्तव ने व मंच संचालन विनीता कोठरी, राना कादिर, विदुषी नैथानी ने किया
राष्ट्रगान के साथ स्वागत सभा का समापन हुआ इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक विनय कुमार, देवेंद्र सिंह, अनुज चौधरी, एस. डी. मीणा, सीमा श्रीवास्तव,पी. के. थपलियाल, सूरज कुमार, ज्योति हांडू, उर्मिला बामरु आदि उपस्थित रहे।

सीएम धामी के नेतृत्व में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की दिशा में उत्तराखंड के बढ़ते कदम

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उत्तराखंड, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की बागडोर सँभालत ही 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था और इसके लिए वे लगातार प्रयासरत भी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों का प्रतिफल भी अब दिखाई देने लगा है. अभी हाल ही में जारी फॉर्मल रोजगार सृजन के आंकड़ों में उत्तराखंड को देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है. विगत वर्ष (2022) की तुलना में इस वर्ष (2023) की प्रथम छमाही (जनवरी से जून) में उत्तराखंड में रोजगार सृजन में 28.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है, जोकि देशभर के राज्यों में असम के बाद सर्वाधिक है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की इस उपलब्धि पर प्रदेश के युवाओं को बधाई दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद भी युवा और इसीलिये युवाओं की समस्याओं को अच्छी तरह से समझते हैं. वे यह बात भी अच्छी तरह से जानते हैं कि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य युवा शक्ति के बलबूते ही बनाया जा सकता है; क्योंकि युवाओं की ऊर्जा अक्षुण्ण, यश अक्षय, पराक्रम अपराजेय , आस्था अडिग एवं संकल्प अडिग होता है और अपने इन्हीं गुणों की बदौलत वे असंभव को भी संभव बनाने की क्षमता रखते हैं.
सीएम धामी जब से राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं तब से वे निरंतर युवाओं के हित में हरसंभव कदम उठा रहे हैं. युवाओं की मुख्य जरुरत रोजगार की होती हैं और सीएम धामी रोजगार सृजन में निरंतर लगे हुए हैं. सरकारी विभागों में अब समय पर पारदर्शिता पूर्ण भर्तियाँ हो रही हैं. उत्तराखंड लोक सेवा आयोग एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग दोनों ही आगामी परीक्षाओं के कैलेण्डर भी जारी करने लगे हैं. इन संस्थाओं द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं में सेंध लगाने वाले आज जेल की सलाखों के पीछे हैं. सीएम धामी में सरकारी परीक्षाओं की शुचिता के लिए देश का सबसे कड़ा नक़ल विरोधी कानून भी लागू कर दिया है. अब सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में वही सफल हो रहे हैं जो वास्तव में उसके लिए योग्यता रखते हैं.
सरकारी क्षेत्र के अतिरिक्त निजी क्षेत्रों में भी रोजगार सृजन को सीएम धामी लगातार बढ़ावा दे रहे हैं. धामी जी को यह अच्छी तरह से मालूम है कि उत्तराखंड में निजी क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं है और इसीलिये वे प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
प्रदेश में बड़े स्तर पर रोजगार सृजन के लिए सीएम धामी आगामी दिसम्बर माह में इन्वेस्टर समिट का आयोजन करने जा रहे हैं. देश और विदेश के निवेशक जब उत्तराखंड में निवेश करेंगे तो निश्चित ही उत्तराखंड के युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा और यहाँ से पलायन भी रुकेगा. इस प्रकार आने वाले समय में सीएम धामी का उत्तराखंड की जीडीपी को डबल करने का सपना भी पूरा होगा.

Adani Group’ की मुश्किलें बढ़ी, हिंडनबर्ग के बाद अब शेयरों में गड़बड़ी के लगे आरोप

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नई दिल्ली  । अडानी ग्रुप की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अब ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट की रिपोर्ट ने अडानी की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि गौतम अडानी ने शेयरों के साथ गड़बड़ी की है।  रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप ने गुपचुप तरीको से खुद अपने शेयर्स खरीद कर के स्टॉक एक्सचेंज में करोड़ों डॉलर का निवेश कर रखा है।
रिपोर्ट में कहा कि इसकी जांच में कम से कम दो मामले पाए गए जहां गुमनाम निवेशकों ने ऐसी ऑफश्योर स्ट्रक्चर के माध्यम से अडानी ग्रुप के स्टॉक खरीदा और बेचा। हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आपको बता दें कि अरबपति जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर ब्रदर्स फंड जैसे संस्थाओं द्वारा फंडिंग मिलती है। जॉर्ज सोरोस वही अरबपति हैं, जो समय-समय पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते रहते हैं।
बता दें, जनवरी महीने में अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे। हिंडनबर्ग ने कहा था कि अडानी ग्रुप ने शेल कंपनियों के जरिए शेयरों में गड़बड़ी की है। इसके अलावा ऑडिट और कर्ज समेत कई अन्य मुद्दों पर भी समूह को घेरा था। अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के दावों को भ्रामक और बिना सबूत वाला बताया और कहा कि उसने हमेशा कानूनों का अनुपालन किया है।

गुड न्यूज : अब Instagram पर भी बन सकेगी 10 मिनट लंबी रील

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सैन फ्रांसिस्को , इंस्टाग्राम अपने यूजर्स के लिए जल्द ही एक खुशखबरी लेकर आने वाला हैै। मेटा के स्वामित्व वाला इंस्टाग्राम यूजर्स के लिए 10 मिनट तक की लंबी रील्स बनाने की तकनीक पर काम कर रहा है।
मोबाइल डेवलपर और लीकर एलेसेंड्रो पलुजी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर दो साइड-बाय-साइड रील्स पेजों के स्क्रीनशॉट साझा करते हुए इस बात की जानकारी दी। इसमें एक 3 मिनट लंबी और एक 10 मिनट की वीडियो शेयर की गई।
उन्होंने कहा, इंस्टाग्राम 10 मिनट तक लंबी रील्स बनाने की क्षमता पर काम कर रहा है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा ने अभी तक रील्स का विस्तार करने की योजना की पुष्टि नहीं की है। रील्स को 10 मिनट तक करने से यह यूट्यूब वीडियो के करीब पहुंच जाता है, लेकिन वीडियो प्रतिद्वंद्वी टिकटॉक जितना नहीं, जो पहले से ही वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए अधिक समय प्रदान करता है।इंस्टाग्राम पर अब यूजर्स पोस्ट कर सकेंगे 60 सेकंड लंबी रील्स वीडियो | Post  60 Seconds Video On Instagram Reels Video - Hindi Gizbot
टिकटॉक फ्री यूजर्स के लिए 10 मिनट तक की लंबी वीडियो प्रदान करता है, साथ ही 20 मिनट तक के लिए अतिरिक्त भुगतान पर प्रशंसकों को पसंदीदा क्रिएटर्स की अधिक सामग्री देखने को मिलती है। इस बीच, इंस्टाग्राम एक नए ग्रुप फीचर का परीक्षण कर रहा है, जो यूजर्स को स्टोरी में एक से अधिक लोगों को टैग करने की अनुमति देगा।
इंस्टाग्राम प्रमुख एडम मोसेरी ने कहा, हम एक ही स्टोरी पर एक से अधिक लोगों को टैग करने की सुविधा पर काम कर रहे हैं। यह सुविधा मददगार होगी, क्योंकि एक बार में कई लोगों को टैग करने से स्टोरी साफ-सुथरी और व्यवस्थित हो जाएंगी, जिससे देखने का बेहतर अनुभव मिलेगा।

जेल में भाईयों को राखी बांध भावुक हुईं महिला बंदी

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हल्द्वानी। हल्द्वानी उप कारागार में रक्षाबंधन के त्योहार पर कई महिला बंदी उस समय फफक-फफक कर रो पड़ीं, जब उनके भाई राखी बंधवाने के लिए जेल पहुंचे। जेल में 1702 बंदी हैं, इसमें 93 महिला बंदी शामिल हैं। गुरुवार को 325 बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची। वहीं 82 भाई भी अपनी बहनों से राखी बंधवाने पहुंचे थे। जेल प्रशासन की ओर से भी मिठाइयां और राखी की व्यवस्था की गई थी।  कोरोना महामारी के बाद हल्द्वानी जेल में पिछले चार साल से जेल में बंद कैदियों की अपनी बहनों से मिलकर राखी बंधवाने की चाहत गुरुवार को पूरी हुई। पिछले तीन रक्षाबंधन में कोरोना की पाबंदियों की वजह से भाई-बहनें आपस में मिल नहीं पाए थे। दो वर्ष तो जेल में रक्षाबंधन पर्व मनाया ही नहीं जा सका, जबकि तीसरे साल बहनों को गेट के बाहर से ही कैदी भाइयों को राखी बांधनी पड़ी थी। इस बार जेल में ऐसी कोई पाबंदी नहीं थी। रक्षाबंधन को लेकर गुरुवार को जेल प्रबंधन की ओर से व्यवस्था की गई थी। इससे सुबह से ही कारागार के बाहर भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। जेल प्रबंधन से इजाजत मिलते ही बंदी भावुक हो गए। सभी को अपनी बारी का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। करीब 11 बजे से मुलाकात शुरू हुई जो शाम 4 बजे तक चली। इस बीच करीब 235 बहनों ने अपने भाइयों और 82 भाइयों ने अपनी बहनों से राखी बंधवाई। इस बीच कई महिलाएं फफककर रोने लगीं। इस पर कारागार में बंद अन्य महिलाओं की आंखें भी छलक आईं।
1295 बंदियों ने नहीं मनाई राखी
जेल प्रशासन के अनुसार गुरुवार को जेल में बंद 1702 बंदियों में से 407 के परिजन ही राखी मनाने आए थे। इसके अलावा 1295 बंदी ऐसे भी थे, जिनके लिए जेल प्रशासन सहारा बना। हालांकि, इसमें अधिकतर दूसरे धर्मों के बंदी भी थे, जो राखी का त्योहार नहीं मनाते हैं। 93 महिला बंदियों के परिजन नहीं आए थे तो उनके लिए जेल प्रशासन की ओर से मिठाई आदि की व्यवस्था की गई थी।
कुमाऊं कमिश्नर ने महिला बंदियों के साथ मनाया रक्षाबंधन पर्व
उप कारागार हीरानगर में 11 बंदी महिलाओं के परिजन नहीं पहुंचे थे। राखी के दिन बहनों के लिए कमिश्नर दीपक रावत ने भाई का फर्ज निभाया। जेल में महिला बंदियों से अपनी कलाई पर राखी बंधवाकर रक्षा बंधन का पर्व मनाया। आयुक्त दीपक रावत ने भाई-बहन के अटूट बंधन की सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व भाई-बहन के स्नेह के साथ-साथ सामाजिक संबंधों को मजबूती प्रदान करता है। इससे पूर्व रामपुर हल्द्वानी से ब्रह्मकुमारी नीलम ने भी हल्द्वानी बंगले में आयुक्त को राखी बांधी। यहां जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार, तहसीलदार सचिन आदि मौजूद रहे।
कोट –
जेल में करीब 325 बंदियों और 82 महिला बंदियों के परिजन राखी पर्व मनाने आए थे। इसके अलावा 1295 बंदियों के परिजन नहीं आए, क्योंकि इसमें अधिकतर अलग-अलग धर्म से हैं, जो राखी का पर्व नहीं मनाते हैं। जेल की ओर से सभी के लिए मिठाई और राखी की व्यवस्था की गई थी। – प्रमोद पांडेय, जेल अधीक्षक हल्द्वानी

सीएम धामी ने किया चंपावत के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में प्रतिभाग

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माँ वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की एवं मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह स्थान आध्यात्मिक रूप से जितना समृद्ध है प्राकृतिक रूप से उतना ही अधिक मनोरम है। इस अलौकिक भूमि का न केवल ऐतिहासिक महत्व रहा है बल्कि इस क्षेत्र का पौराणिक महत्व भी किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति की महानता के विषय में आम लोगों को जागृत करने का काम हमारे ऐतिहासिक मेले करते हैं और बगवाल का यह ऐतिहासिक मेला भी इसी का एक अनुपम उदाहरण है। इस प्रकार के मेले से हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे लोक कलाकारों को भी बढ़ावा मिलता है। इस विरासत को संभाले रखना हम सभी का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले हमारे समाज को जोड़ने तथा हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में एक सशक्त नेतृत्व वाली सरकार है, जिसके साथ दुनिया का हर देश खड़ा होने को आतुर है। एक ओर जहां हमारा देश जी-20 जैसे शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता कर रहा है वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट के लिए अनेक देश भारत का समर्थन भी कर रहे हैं। आज दुनिया के देश भारतीय नीतियों का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में देश एक विश्व शक्ति व विश्व गुरु की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन पर चलकर प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और अस्मिता को बचाने के लिए कृत संकल्पित है। सरकार केदारनाथ खंड की भांति कुमाऊं में मानस खंड कॉरिडोर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, जिसके अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के सभी प्राचीन मंदिरों का विकास किया जा रहा है। मानसखंड मंदिर माला के अंतर्गत चंपावत के लगभग सभी मंदिर भी शामिल हैं।
इससे पूर्व देवीधुरा आगमन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेला स्थल में लगाए गए विभिन्न विभागों के सरकारी स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि प्रत्येक जनमानस तक सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने सभी अधिकारियों से तत्परता से कार्य करने के लिये कहा।
गुरुवार को पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचौड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी द्वारा पूजा अर्चना की गई। एक-एक कर सभी चारों खामों तथा सात थोक के बगवालियों का आगमन हुआ। सबसे पहले सफेद पगड़ी में वालिक खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। उसके बाद गुलाबी पगड़ी पहने चम्याल खाम ने प्रवेश किया। उसके बाद गहड़वाल खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। सबसे आखरी में पीली पगड़ी पहने लमगड़िया खाम ने प्रवेश किया। सभी खामों के प्रवेश के बाद प्रधान पुजारी द्वारा मंदिर से शंखनाद किया गया जिसके बाद बगवाल शुरू हुई। बगवाल शुरू होते ही माँ के जयकारों से पूरा खोलीखाण दुवाचौड़ मैदान के साथ पूरा मंदिर गुंजियमान हो गया। पीठाचार्य पंडित श्री कीर्ति बल्लभ जोशी का कहना है कि फल फूलों से चार खाम और सात थोकों के बीच खेली जाने वाली यह बगवाल देखने वालों के लिए भी फलदाई है। उन्होंने बताया कि इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से बगवाल खेली गई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनेक घोषणांए की। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटी का उच्चीकरण-मानकों का परिक्षण कर टाइप ए से टाइप बी में किया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवीधुरा में सुविधाओं का उच्चीकरण, एम्बुलेंस की तैनाती, व आवासीय परिसर का सुधारीकरण किया जाएगा। नगर पंचायत पाटी की स्थापना की जाएगी। कालसन ठाठा मोटर मार्ग से बनोली सुदर्का ठाठा मार्ग का सुधारीकरण किया जाएगा। देवीधुरा मेला बगवाल हेतु यथोचित धनराशि दी जाएगी। चौड़ाख्याली सीम मोटर मार्ग, पनियां रीठाखाल मोटर मार्ग 02 किमी का निर्माण किया जाएगा। भींगराड़ा मंदिर स्थल का सौन्दर्यकरण किया जाएगा। मेरौली से करौली मोटर मार्ग सुधारीकरण व मेरौली में रतिया नदी में पुल निर्माण किया जाएगा। तुंगीधार सकदेना टाकबलवाड़ी अ0जा0 बस्ती में 3 किमी सड़क के निर्माण के साथ ही ज्योसुड़ा से निलोटी से क्विडागांव 02 किमी मोटरमार्ग का निर्माण किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी मां बाराही के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की तथा जनता को संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख सुमनता, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधिक्षक देवेन्द्र पींचा सहित विभिन्न क्षेत्रों से आये जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

धामी सरकार की ‘यू कोट-वी पे’ योजना के तहत उत्तराखण्ड को मिले 24 स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर

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स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर राजेश कुमार बोले पहाड़ों में डॉक्टरों की कमी होगी दूर, स्वास्थ्य सेवाएं होंगी मजबूत

देहरादून। उत्तराखण्ड में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की पहली तैनाती कर दी गई है। डॉक्टरों को ‘यू कोट-वी पे‘ योजना के तहत संविदा पर तैनाती दी गई है। स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट
डॉक्टरों को 4 लाख से 6 लाख रुपये महीने का वेतन दिया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में ​स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल पाएंगी।

स्वास्थ्य विभाग लम्बे समय से राज्य के पर्वतीय जिलों में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी को दूर करने की कवायद कर रहा है। जिसके पहले चरण में 24 डॉक्टरों का चयन किया गया है। इनमें
पैथोलॉजिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिक, सर्जन, पीडियाट्रिश, ऑर्थाेपेडिक डॉक्टरों को तैनाती दी गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की लोकप्रिय योजना ‘यू कोट-वी पे’ के माध्यम से स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की संविदा पर तैनाती की गई है। सभी डॉक्टरों को तैनाती के ऑडर जारी कर दिए गए हैं।

सचिव स्वास्थ्य डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि यह सारी भर्तियां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पहाड़ी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, दवाईयां, आधुनिक चिकित्सा उपकरण की सुविधाएं तो है, लेकिन प्रदेश के कुछ स्थानों पर स्पेशलिस्ट डाक्टरों के रिक्त पदों के कारण आमजन को पूर्णता सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा था। रिक्त पदों पर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति होने से आम जन को गुणवत्ता पूर्ण उच्च स्वास्थ्य सुविधा अपने नजदीकी चिकित्सालय में दी गई है। आवश्यकतानुसार ‘यू कोट, वी पे’ मॉडल के अन्य चरण भी आयोजित किये जा सकते हैं।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए धामी सरकार ने यू कोट वी पे फार्मूले के तहत प्लान बनाया है। इस योजना के तहत विशेषज्ञ डाक्टरों को 4 लाख और सुपर स्पेश्यलिस्ट डाक्टरों को 6 लाख रुपये तक प्रति माह वेतन देने की योजना है। योजना का असर रहा कि बड़ी सँख्या में डॉक्टर अपनी सेवाएं देने राज्य के पर्वतीय जिलों में तैयार हुए हैं।

डॉक्टरों की तैनाती स्थल

1 :- ऑर्थो सर्जन महेश चंद्र, एसडीएच काशीपुर उधमसिंह नगर ।

2 :- एनेस्थेटिक रोहित, सीएचसी बेतालघाट नैनीताल ।

3 :- एनेस्थेटिक संजय कूट, सीएचसी सितारगंज उधमसिंह नगर ।

4 :- ईएनटी विपिन सेघल, एसडीएच रुड़की

5 :- ईनएटी तोषी जर्नाधन एसडीएच रानीखेत अल्मोड़ा ।

6 :- एमडी मेडिसन संदीप टंडन, डीएच हरिद्वार ।

7 :- एमडी मेडिसन प्रीति यादव, डीएच चंपावत ।

8 :- एमडी मेडिसन शैलेंद्र कुमार, एसडीएच कोटद्वार ।

9 :- जनरल सर्जन राजीव गर्ग, एसडीएच ऋषिकेश ।

10 :- जनरल सर्जन कुमार सेन नंदकर्णी, सीएचसी थलीसैंण ।

11 :- जनरल सर्जन सुरेश वशिष्ट, हरिद्वार ।

12 :- जनरल सर्जन प्रणाम सिंह प्रताप, एसडीएच रुड़की ।

13 :- जनरल सर्जन पुनीत बंसल, एसडीएच बाजपुर ।।

14 :- जनरल सर्जन भानूप्रताप शर्मा, फीमेल हॉस्पिटल शिमली चमोली ।।

15 :- गायनोलॉजिस्ट अनुराधा ​कुशवाहा, ​सीएचसी सितारगंज ।

16 :-ऑप्थेल्मोलॉजिट सुमन शर्मा, एसडीएच कर्णप्रयाग चमोली ।

17 :- पैथोलॉजिस्ट रश्मि संजय कूट, एसडीएच टनकपुर चंपावत ।

18 :- पेडेयेट्रिक प्रकाश चंद्र सिंह, सीएचसी डीडीहाट पिथौरागढ ।

19 :- पेडयेट्रिक भारत गुफ्ता, एसडीएच रुड़की ।।

20 :- पेडयेट्रिक ओमप्रकाश, सीएचसी बेरीनाग पिथौरागढ ।।

21 :- पेडयेट्रिक उमाशंकर सिंह रावत, सीएचसी अगस्तयमुनि रुद्रप्रयाग ।।

22 :- पेडयेट्रिक कनिका मेहता, सीएचसी सितारंगज उधमसिंहनगर ।।

23 :- रेडियोलोजिस्ट शंभू कुमार झा, एसडीएच हरिद्वार ।।

24 :- रेडियोलॉजिसट देवेंद्र शर्मा, सीएचसी सितारगंज उधमसिंह नगर ।।