Tuesday, April 29, 2025
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डीजीपी ने ‘आर्ट सेंट्रियो’ कला प्रदर्शनी’ का उद्घाटन किया

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देहरादून,  उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक आईपीएस अशोक कुमार ने आज सेंट्रियो मॉल, देहरादून में आयोजित एक अनूठी कला प्रदर्शनी ‘आर्ट सेंट्रियो’ का उद्घाटन करा। 24 सितंबर तक चलने वाली इस कला प्रदर्शनी में 20 से अधिक प्रसिद्ध कलाकारों की रचनात्मक कलाएं देखने को मिलेंगी, जिनमें अनस सुल्तान, अंजुम परवीन, अंजलि थापा, अंकुर राणा, अंकिता सिंह, आनंद करमाकर, अरबिंद सिंह, भारती शर्मा नौटियाल, बिपिन कुमार, इंदु त्रिपाठी, मैत्रेयी नंदी, मीनाक्षी दुबे, मेघा कथूरिया, निर्झर सोम, प्रियंका सिन्हा, रतमेश दुबे, रूपक गोस्वामी, संजीव चेतन, समशेर वारसी, सतपाल गांधी, सरला चंद्रा, संगीता राज, संजय शर्मा, सुवाजीत सामंत, श्रीधर अय्यर और सूरज कुमार काशी शामिल हैं।
आईपीएस अशोक कुमार ने कलाकारों के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए समाज में कला को बढ़ावा देने के महत्व के बारे में बताया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, “कला एक शक्तिशाली माध्यम है जो सीमाओं को पार करने और लोगों को गहरे स्तर पर जोड़ने की क्षमता रखता है। मुझे ‘आर्ट सेंट्रियो’ का उद्घाटन करते हुए बेहद खुशी हो रही है, जो हमारे कलाकारों की अपार प्रतिभा और अपनी कला से प्रेरित करने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता है।”
यूनिसन सेंट्रियो मॉल के सेंटर डायरेक्टर और बिज़नेस डेवलपमेंट के हेड नोएल वेसाओकर ने इस प्रदर्शनी के आयोजन के प्रति अपना उत्साह व्यक्त किया और मॉल में आगामी गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “आने वाले सप्ताहांत में, हम एमडी मोइन द्वारा एक लाइव पेंटिंग और चिल्ड्रन वर्कशॉप, जाकिर हुसैन द्वारा एक लाइव पेंटिंग और मेघा कथूरिया द्वारा एक चारकोल पेंटिंग और चारकोल वर्कशॉप की मेजबानी करने जा रहे हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को एकत्रित करना और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करना है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम आर्ट सेंट्रियो को सिर्फ एक बार ही नहीं बल्कि आने वाले समय में बार बार आयोजित करेंगे, ताकि इस अनूठी प्रदर्शनी के माध्यम से समाज के प्रत्येक सदस्य को कला के बारे में जानने का मौका मिले।”

जी20 शिखर सम्मेलन के बीच खाना, किराना डिलीवरी प्लेटफॉर्म ऑर्डर में आई भारी वृद्धि

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नई दिल्ली । ऑनलाइन खाना और किराना डिलीवरी प्लेटफॉर्मों ने कहा कि वे जी20 सम्मेलन के दौरान अपेक्षित भारी मांग के बीच अपनी सेवाओं में न्यूनतम या बिना किसी व्यवधान के लिए तैयार हैं। दिल्ली-एनसीआर में भारी सुरक्षा घेरे में आयोजित शिखर सम्मेलन के दौरान उनके अधिकांश उत्पादों को छूट दी गई है। इस साल देश की पहली यूनिकॉर्न ऑनलाइन किराना कंपनी ज़ेप्टो ने आईएएनएस को बताया कि अधिकांश लोगों के घर से काम करने और आवाजाही पर प्रतिबंध के कारण, हमें मांग में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। सामान्य दिनों की तुलना में नई दिल्ली में मांग 30-40 प्रतिशत और एनसीआर के अन्य शहरों में 10 प्रतिशत बढऩे की संभावना है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, इस उछाल को संबोधित करने के लिए, हमने नई दिल्ली और अन्य एनसीआर शहरों में अपनी इन्वेंट्री में उल्लेखनीय वृद्धि की है और डेयरी तथा सब्जियों जैसी दैनिक पुन:पूर्ति योग्य वस्तुओं के लिए आवश्यक मंजूरी हासिल की है।
निरंतरता, राइडर सुरक्षा और निर्बाध डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए कुछ ऑनलाइन भोजन और अन्य आवश्यक डिलीवरी प्लेटफार्मों ने अपने नेविगेशन सिस्टम में प्रतिबंधित मार्गों को अवरुद्ध कर दिया है और अपने कुछ राइडर्स को उच्च-प्रभाव वाले क्षेत्रों से अन्य स्टोरों में स्थानांतरित कर दिया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा, सफाई, सौंदर्यीकरण की तैयारियों और अन्य संबंधित कार्यों का अंतिम जायजा लिया और कहा कि दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन के लिए गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।
सक्सेना ने शहर के हर कोने पर कड़ी नजर रखने के लिए दिल्ली पुलिस मुख्यालय में स्थापित अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष का भी दौरा किया। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने सक्सेना को सुरक्षा तैयारियों और नियंत्रण कक्ष के विवरण के बारे में जानकारी दी, जहां शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित पांच हजार से अधिक सीसीटीवी द्वारा कैप्चर किए गए लाइव दृश्य प्राप्त होंगे।
ज़ोमैटो ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान गुरुग्राम, नोएडा, फऱीदाबाद और गाजियाबाद में उसकी सेवाएं पूरी तरह से उपलब्ध रहेंगी।
दीपिंदर गोयल द्वारा संचालित कंपनी ने कहा, एनडीएमसी क्षेत्र के केवल छोटे हिस्से को छोडक़र, जहां जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है, हम पूरी दिल्ली में परिचालन करेंगे।

पूर्व सीएम की गिरफ्तारी पर बवाल: सड़कों पर उतरे टीडीपी कार्यकर्ता, नायडू का बेटा व कई विधायक हिरासत में

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अमरावती  । आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से सियासी घमासान मच गया है। पार्टी कार्यकर्ता टीडीपी नेता सडक़ों पर जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कहीं, सडक़ों पर टायर जलाए गए तो कहीं, कार्यकर्ता सडक़ों पर बैठकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैंं।
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश को भी अपने पिता की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए हिरासत में लिया गया हैं। युवागलम पदयात्रा कर रहे टीडीपी महासचिव नारा लोकेश अपने पिता की गिरफ्तारी के बाद विरोध में धरने पर बैठ गए थे। पूर्वी गोदावरी जिले में उनके साथ प्रदर्शन कर रहे कई विधायकों को भी हिरासत में लिया गया।
टीडीपी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने नारा लोकेश को उनके पिता से मिलने से रोकने के लिए रोका। नायडू के वकील ने कहा कि वे जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, नायडू को उच्च रक्तचाप और मधुमेह का पता चला है। टीडीपी ने सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी सरकार पर नायडू को अवैध रूप से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया, जब वह बस में आराम कर रहे थे।
पार्टी प्रवक्ता कोम्मारेड्डी पट्टाभिराम ने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस और सीआईडी ने बीती रात से नायडू को अवैध रूप से गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
सैकड़ों पुलिस कर्मियों ने उस शिविर स्थल को घेर लिया, जहां नायडू आराम कर रहे थे और उनके साथ सभी नेताओं को अवैध रूप से हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि नायडू ने पुलिस से पूछा कि उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस उन्हें कोई जवाब नहीं दे सकी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग जानते हैं कि गिरफ्तारी के पीछे मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी हैं। उन्होंने उन्हें देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री करार दिया।
टीडीपी ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में अपने सुप्रीमो की गिरफ्तारी की निंदा की। एक पोस्ट में कहा गया, क्या आप एक पूर्व सीएम को यह बताए बिना गिरफ्तार करेंगे कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? हम आपके साथ हैं सर..जनता आपका किला है। हम लड़ेंगे। हम जीतेंगे।

राज्य विश्वविद्यालय हेतु अंब्रेला एक्ट से उच्च शिक्षा में होगा सकारात्मक परिवर्तन : डॉ.अग्रवाल

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देहरादून, एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसड इंस्टीट्यूटस उत्तराखंड के अध्यक्ष और अखिल भारतीय अनऐडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने राज्य विधानसभा में राज्य विश्वविद्यालय अंब्रेला एक्ट पास करवाने पर सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी माननीय शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया है एक बयान में उन्होंने कहा कि राज्य को बने हुए 23 वर्ष हो गए हैं और पहली बार किसी ने उच्च शिक्षा के बारे में इतनी गंभीरता दिखाते हुए अंब्रेला एक्ट को बनाने और पास करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दोनों का हार्दिक आभार, वहीं प्रदेश में स्थापित सभी राज्य विश्वविद्यालयों के लिए एक ही तरह की व्यवस्था अपने आप में क्रांतिकारी कदम है इससे प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में सत्र नियमितीकरण में मदद मिलेगी और प्रदेश एक प्रदेश एक प्रवेश एक परीक्षा एक परिणाम की अवधारणा को सार्थक करेगा डॉक्टर अग्रवाल ने कहा की कॉलेजों की विश्वविद्यालयों से संबद्धता के प्रकरण विश्वविद्यालय स्तर पर ही निस्तारित होंगे जिससे कॉलेज की संबद्धता संबंधी समस्याओं का शीघ्र निराकरण हो जाएगा | इसी तरह से एक्ट में 5 वर्ष पुराने कॉलेजों की नियम पूरा करने पर स्थाई संबद्धता से कॉलेजों को 5 वर्ष बाद स्थाई संबद्धता का मार्ग प्रशस्त होगा और कॉलेज का विश्वविद्यालय से संबद्धता कोर्स ड्यूरेशन के बराबर होगी, जिससे कॉलेजों को हर वर्ष होने वाले अनावश्यक निरीक्षण से राहत मिलेगी | डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार किसी शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षा के संबंध में इतनी सक्रियता से कार्य किया है और उच्च शिक्षा में सुधार हेतु मंत्री धन सिंह रावत का लगातार सक्रियता से कार्य करना उनके कार्य क्षमता को प्रदर्शित करता है |

रूड़की नगर निगम के पूर्व मेयर गौरव गोयल को शासन ने पाक साफ माना

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देहरादून, वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में हाईकोर्ट के आदेश पर पद से इस्तीफा देने वाले रूड़की नगर निगम के पूर्व मेयर गौरव गोयल को शासन ने पाक साफ माना है। प्रमुख सचिव शहरी विकास आर के सुधांशु के आदेश में गोयल के खिलाफ लगे आरोपों की जांच प्रक्रिया बन्द कर दी है। आदेश में कहा गया है कि पूर्व मेयर के खिलाफ किसी गंभीर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि नहीं हुई है।

 

हालांकि, उनके खिलाफ की गई विस्तृत जांच में कतिपय आरोप सिद्ध हुए हैं। लेकिन गंभीर वित्तीय गड़बड़ी की पुष्टि नहीं होने पर पूर्व मेयर को कठोर चेतावनी के साथ जांच कार्यवाही बन्द की जाती है। जानकारी दे दें कि विभिन्न आरोपों का सामना कर रहे गौरव गोयल ने कुछ महीने पहले मेयर पद से इस्तीफा दे दिया था। 2019 में गोयल निर्दलीय चुनाव जीते थे। इसके बाद कई गम्भीर आरोपों में घिर गए थे। उनका मामला हाईकोर्ट तक भी गया। शासन द्वारा अपने आदेश में पूर्व मेयर को क्लीन चिट देने के बाद अब भी कई सवाल उठ रहे हैं।

प्रमुख सचिव के आदेश

उत्तराखण्ड शासन शहरी विकास अनुभाग – 01 संख्या-6100/ IV/(1)/2020 देहरादून दिनांक 28 अगस्त, 2023

कार्यालय ज्ञाप

नगर निगम, रूड़की के पूर्व महापौर श्री गौरव गोयल के विरूद्ध अवैध धनउगाही, भ्रष्टाचार, अनैतिक आचरण आदि की शिकायत एवं इस सम्बन्ध में मा० उच्च न्यायालय, उत्तराखण्ड, नैनीताल में दायर जनहित याचिका संख्या- 103 / 2022 श्री अमित अग्रवाल बनाम राज्य व अन्य में पारित आदेश दिनांक 21 जुलाई 2022 के क्रम में पूर्व महापौर, नगर निगम, रूडकी पर लगाये गये उक्त आरोपों के सम्बन्ध में जॉच कराये जाने हेतु शासन द्वारा जिलाधिकारी, हरिद्वार को निर्देशित किया गया जिसके क्रम में जिलाधिकारी, हरिद्वार के आदेश दिनांक 18.08.2022 के द्वारा मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 04 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया।

2- जाँच समिति द्वारा प्रकरण की जाँच करते हुए अपनी जॉच आख्या प्रस्तुत की गयी जो जिलाधिकारी, हरिद्वार के पत्र दिनांक 06.11.2022 के माध्यम से शासन को प्राप्त हुई। उपरोक्त जाँच आख्या के आलोक में पूर्व महापौर श्री गौरव गोयल को नगर निगम अधिनियम 1958 (उत्तराखण्ड राज्य में यथाप्रवृत्त) के सुसंगत प्रावधानों के उल्लंघन किये जाने का प्रथमदृष्टया दोषी पाते हुए श्री गोयल के विरूद्ध दिनांक 23.01.2023 को ‘कारण बताओ नोटिस निर्गत किया गया। श्री गौरव गोयल द्वारा उक्त कारण बताओ नोटिस के क्रम में पत्र दिनांक 16.02.2023 के माध्यम से अपना लिखित अभिकथन उपलब्ध कराया गया।

3 – तद्पश्चात श्री गौरव गोयल, पूर्व महापौर, नगर निगम, रूडकी के लिखित अभिकथन को शासन के पत्र दिनांक 30.05.2023 द्वारा जिलाधिकारी, हरिद्वार को प्रेषित करते हुए नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 18 (1) के आलोक में परीक्षण कर तथा जॉच आख्या के बिन्दुओं पर श्री गोयल को अपना पक्ष रखे जाने का अवसर / व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर प्रदान करते हुए अपने अभिमत / संस्तुति सहित बिन्दुवार आख्या उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया जिसके क्रम में जिलाधिकारी, हरिद्वार के पत्र दिनांक 21.06.2023 द्वारा श्री गोयल के अभिकथन पर अपना अभिमत उपलब्ध कराया गया।

 

जिलाधिकारी, हरिद्वार द्वारा उपलब्ध करायी गयी जांच आख्या एवं श्री गौरव गोयल, पूर्व महापौर, नगर निगम, रूड़की के प्रत्युत्तर के परीक्षणोपरान्त पाया गया कि श्री गोयल द्वारा अपने पद के अधिकारों का दुरूपयोग किया गया तथा कर्मचारियों / अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव बनाया गया। इस सम्बंध में कर्मचारियों / अधिकारियों द्वारा अपने लिखित अभिकथन शपथ पत्र पर प्रस्तुत किये गये हैं जिसमें दर्ज बयान यह दर्शाता है कि श्री गौरव गोयल द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कर्मचारियों / अधिकारियों के कार्यकलापों में अनावश्यक हस्तक्षेप किया गया।

 

इस प्रकार की शिकायतें पूर्व में प्राप्त हुई थी और तद्समय जिलाधिकारी, हरिद्वार के जांचोपरान्त इन आरोपों की पुष्टि भी हुई थी जिसके क्रम में शासन द्वारा श्री गौरव गोयल को इस प्रकार के कृत्यों की पुनरावृत्ति न करने हेतु कार्यालय आदेश सं0-06 / IN (3) / 2022-2 (2) / 2021 दिनांक 04.01.2022 के माध्यम से चेतावनी भी निर्गत की गयी थी। सम्पादित जांच आख्या के साथ जो साक्ष्य उपलब्ध कराये गये हैं उससे विदित होता है कि उक्त चेतावनी दिनांक 04.01.2022 के पश्चात् भी श्री गोयल की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हुआ और इनके द्वारा ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति की गयी। इस प्रकार श्री गोयल द्वारा सीधे-सीधे राजाज्ञा का उल्लंघन किया जाना सिद्ध होता है। श्री गोयल के उक्त कृत्यों में नगर निगम अधिनियम 1959 (उत्तराखण्ड राज्य में यथाप्रवृत्त) की धारा 16 (1) के बिन्दु 06/07/08/11 एवं 12 का उल्लंघन किया जाना पाया गया।

 

5- श्री गौरव गोयल, पूर्व महापौर, नगर निगम, रूड़की के विरूद्ध करायी गयी विस्तृत जॉच में कतिपय आरोप सिद्ध हुए हैं किन्तु किसी गंभीर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि नहीं हुई है। वर्तमान में श्री गोयल द्वारा अपने पद से त्याग पत्र दे दिया गया है, जिसे उत्तराखण्ड शासन द्वारा स्वीकार किया गया है। श्री गोयल के पद पर न होने एवं किसी गंभीर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि न होने के दृष्टिगत किसी अन्य कार्यवाही का औचित्य न पाते हुए श्री गौरव गोयल, पूर्व महापौर, नगर निगम, रूड़की को भविष्य के लिए सचेत करते हुए कठोर चेतावनी के साथ उक्त जॉच कार्यवाही एतद्द्वारा निक्षेपित की जाती है।

भवदीय,

Signed by Ramesh Kumar Sudhanahu

रमेश कुमार सुधीर प्रमुख सचिव

पूर्व दर्जा मंत्री एंव वरिष्ठ अधिवक्ता एड. केवल सती को पितृशोक

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अल्मोड़ा, एन डी तिवारी सरकार में दर्जा मंत्री रहे अल्मोड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता एड. केवल सती के पिताजी गॊरीदत्त सती उम्र 95 वर्ष का आज दिन में 2:40 बजे जिला चिकित्सालय में उपचार के दॊरान निधन हो गया। श्री सती के निवास स्थान मल्ला कुँजपुर (हुक्का क्लब ) के समीप उनके आवास में पँहुचकर नगर के सामाजिक, राजनैतिक लोगों ने शोक व्यक्त किया। एड. केवल सती बार ऎशोसियेशन के अध्‍यक्ष पद के प्रत्याशी भी हैं। उनके पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कल 10 सितम्बर ( रविवार) को प्रातः 10:30 बजे उनके पार्थिव शरीर को विश्वनाथ मोक्षधाम अंतेष्टि के लिए उनके आवास से प्रस्थान करेंगे । श्री सती के पिताजी के निधन पर वरिष्ठ व्यापारी प्रकाश रावत, काँग्रेस जिला महामंत्री ( संगठन) त्रिलोचन जोशी, डी सी बी डायेरक्टर विनीत बिष्ट, महिला कल्याण संस्था अध्यक्ष रीता दुर्गापाल, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेश तिवारी, पत्रकार एंव पूर्व सभासद अशोक पाण्डेय सहित अनेक लोगों ने उनके आवास पँहुचकर शोक व्यक्त किया।

विंग कमांडर अनुपम गुसाईं की अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी दी श्रद्धांजलि

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देहरादून, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को देहरादून के अजबपुर निवासी भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अनुपम गुसाईं की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने अजबपुर में विंग कमांडर अनुपम गुसाईं के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और सांत्वना दी।

इस अवसर पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित हजारों की संख्या स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे।सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने ईश्वर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोकाकुल परिजनों को इस गहरे दुःख को सहने की कामना की। मंत्री ने परिवार जनों को सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया।
ज्ञात हो कि भारतीय वायुसेना के होनहार अधिकारी विंग कमांडर अनुपम गोसाई (38) पुत्र रविंद्र गुसाईं निवासी गोविंद नगर अजबपुर कला देहरादून 7 विंग अम्बाला में विंग कमांडर के पद पर तैनात थे। शुक्रवार को हृदय गति रुकने से उनका देहांत हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को भारतीय वायु सेवा के विशेष द्वारा लेह से सुबह 9:10 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। विंग कमांडर अनुपम गोसाई लेह में अभ्यास के लिए भेजा गया था। एयरपोर्ट से उनके पार्थिव शरीर को सेना व परिजनों द्वारा साढ़े नौ बजे एंबुलेंस से उनके निवास स्थान देहरादून ले जाया गया। जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने विंग कमांडर अनुपम को अंतिम विदाई दी।

डेंगू को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का हरिद्वार जिले में औचक निरीक्षण, जिला और मेला अस्पताल में खामियों पर अधिकारियों को लगाई फटकार

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डेंगू को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने अस्पतालों में दिये अतिरिक्त बैड बढाने के दिये निर्देश, सफाई व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखें अस्पताल

-साल 2024 में मिल जायेगी हरिद्वार की जनता को मेडिकल कॉलेज की सौगत, निरीक्षण में निर्माणकार्यों से संतुष्ट नजर आये स्वास्थ्य सचिव

-जिला महिला अस्पताल में एम0सी0एच0 विंग का किया निरीक्षण, जल्द जनता को मिलने लगेगा सुविधा का लाभ

हरिद्वार। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का अभियान लगातार जारी है। आज शनिवार को स्वास्थ्य सचिव का काफिला हरिद्वार जनपद पहुंचा। जहां स्वास्थ्य सचिव ने जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल और उपजिला मेला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जनपद में डेंगू रोकथाम अभियान का जायजा लिया। निरीक्षण में खामियों पर स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्थायें जल्द दुरूरत करने के निर्देश दिये। अस्पतालों में सफाई व्यवस्थाओं पर भी सचिव स्वास्थ्य ने कडी नाराजगी जाहिर की।

वहीं सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आर राजेश कुमार ने अस्पतालों में डेंगू मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत की और व्यवस्थाएं परखीं। डॉ आर राजेश कुमार ने सभी चिकित्सालयों में डेंगू मरीजों के लिए अतिरिक्त बैड की व्यवस्था रखने, आइसोलेशन वार्ड बनाने तथा त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने जिला महिला चिकित्सालय के एम0सी0एच0 विंग का निरीक्षण किया और एक माह के अंदर कार्य पूर्ण करने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिये। ताकि जनता को इसका लाभ जल्द से जल्द मिलने लगे। इसके साथ ही उन्होंने उपजिला मेला चिकित्सालय के जिरियाट्रिक वार्ड का भी निरीक्षण किया।

स्वास्थ्य सचिव ने किया मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण
सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आर राजेश कुमार ने हरिद्वार जनपद में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सचिव डॉ आर0 राजेश कुमार ने कहा यह कॉलेज भविष्य में हरिद्वार के लिये वरदान साबित होगा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के बनने के बाद जहां स्वास्थ्य सुविधाओं में ईजाफा होगा। वहीं मेडिकल की शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अवसर बढ जायेंगे। उन्होंने कहा मेडिकल कॉलेज के खुलने से आस-पास के स्थानीय लोगों के लिए कई तरह के रोजगार के अवसर भी बढेंगे।

आपको बता दें कि यह मेडिकल कॉलेज लगभग 67 एकड मंे फैला हुआ है। इस मेडिकल के निर्माण की लगात लगभग 538 करोड़ रूपये है। जिसमें से लगभग 309 करोड रूपये सरकार द्वारा इसके निर्माण के लिए जारी किये जा चुके हैं। 2024 के अंत तक यह मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जायेगा। निरीक्षण के दौरान सी0एम0ओ0 डॉ मनीष दत्त, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह रैना, ए0सी0एम0ओ0 डॉ आर0के0 सिंह, डॉ गुरनाम सिंह, मलेरिया अधिकारी सी0एम0 कंसवाल, डॉ तरुण, डॉ पंकज सिंह, डॉ अजय कुमार, सहित जनपद के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

वल्गर की चपेट में आये स्कूटी सवार दो सगे भाईयों की दर्दनाक मौत

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रुद्रप्रयाग- ऋषिकेष- बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्रीनगर डैम साइट के पास बीती रात लगभग 12 बजे एक स्कूटी वल्गर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसमें रुद्रप्रयाग के गबनी गांव चन्द्रापुरी निवासी दो सगे भाईयों की मौत हो गई । पुलिस से मिली जानकारी के अनुशार डायल 112 से श्रीनगर थाने पर सूचना मिलने पर थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचे। जहाँ UK07CA3098 नंबर के एक वल्गर के पिछली साइट पर स्कूटी संख्या-UK13A1801 दुर्घटना अवस्था में मिली। वल्गर के पिछले टायर के नीचे दो व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़े थे जिनको काफी चोट आई हुई थी। मौके से पुलिस टीम द्वारा 108 की मदद से दोनों घायलों को उपचार हेतु बेस अस्पताल श्रीकोट लाया गया। उपचार के दौरान डॉक्टरों द्वारा दोनों घायल व्यक्तियों को मृत घोषित किया गया। पुलिस द्वारा सूचित करने पर मृतक के परिजन बेस अस्पताल श्रीकोट पहुँचे। परिजनों ने बताथा दोनों सगे भाई हैं शुक्रवार को किसी आवश्यक काम से स्कूटी से अपने निवास स्थान ग्राम गबनी गाँव चंद्रपुरी जिला रुद्रप्रयाग से श्रीनगर आए थे। मृतक अमित कुमार पुत्र नत्थू लाल उम्र 23 वर्ष और सुमित कुमार पुत्र नत्थू लाल उम्र 21 बताई जा रही है। पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही शनिवार को की जाएगी।

जी20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर दिल्ली अलर्ट पर, सुरक्षा बढ़ाई

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नई दिल्ली,। दिल्ली में दो दिवसीय जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर, शुक्रवार को यातायात नियमों पर प्रतिबंध लागू होने के साथ, राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
शुक्रवार सुबह से ही पुलिसकर्मी मध्य दिल्ली और आसपास के अन्य क्षेत्रों में वाहनों की जांच करते देखे गए।
अधिकारी एक अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष के माध्यम से शहर के निगरानी भी कर रहे हैं, जो पूरे शहर में रणनीतिक रूप से पांच हजार सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क का उपयोग करता है।
पुलिस के अनुसार, नियंत्रण कक्ष को जिलेवार दृश्य फ़ीड प्राप्त होते हैं, और दो सुरक्षा दल निरंतर, चौबीसों घंटे निगरानी करने के लिए शिफ्ट में काम करते हैं।
गुरुवार आधी रात से, गैर-आवश्यक वाहनों को शहर की सीमाओं से पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और अन्य वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।
एक यातायात सलाह में कहा गया कि, यह प्रतिबंध भारी माल वाहन, मध्यम माल वाहन और हल्के माल वाहन पर लागू होता है, जिन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, दूध, सब्जियां, फल और चिकित्सा आपूर्ति जैसी आवश्यक वस्तुओं का परिवहन करने वाले मालवाहक वाहनों को वैध नो एंट्री परमिशन के साथ प्रवेश की अनुमति होगी।
शनिवार से शुरू होने वाले हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने विभिन्न सुरक्षा उपायों को लागू किया है, इसमें प्रमुख स्थानों पर कुशल निशानेबाजों और सशस्त्र बलों की तैनाती, सीमा क्षेत्र में गश्त तेज करना और गहन सुरक्षा जांच शामिल है।
अपने प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली पुलिस को 50 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों, डॉग स्क्वॉड और घुड़सवार पुलिस इकाइयों का समर्थन मिल रहा है।
किसी भी संभावित घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बल भी हाई अलर्ट पर हैं।
पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर अतिरिक्त चौकियां तैनात कर दी हैं।
नागरिकों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
शिखर सम्मेलन से जुड़ी बहुमुखी सुरक्षा चिंताओं पर प्रकाश डालते हुए, पुलिस राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयामों पर जोर देती है।
एक अधिकारी ने कहा, पिछले शिखर सम्मेलन स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव समूहों और स्थानीय संगठनों दोनों के विरोध के कारण कानून और व्यवस्था की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
मध्य दिल्ली के राजघाट में महात्मा गांधी स्मारक का दौरा करने वाले जी20 प्रतिनिधियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, पुलिस ने क्षेत्र में बंदरों और कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए नागरिक एजेंसियों के साथ सहयोग किया है।
अधिकारी ने कहा, हमने संबंधित एजेंसियों से प्रतिनिधियों की यात्रा के दौरान बंदरों और कुत्तों की उपस्थिति को कम करने के लिए पकडऩे वालों को तैनात करने का अनुरोध किया है। पास के जंगल क्षेत्र में हमने सांप पकडऩे वालों को भी शामिल करने के लिए प्रेरित किया है।