Thursday, May 15, 2025
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ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में धूमधाम से मना राज्य स्थापना दिवस

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चमोली(आरएनएस)। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा परिसर भराडीसैंण में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धापूर्वक नमन किया और विधानसभा परिसर गैरसैंण (भराड़ीसैंण) से पूरे प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर स्वास्थ्य, शिक्षा एवं जनपद के प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई जी द्वारा बनाए गए इस युवा उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरी निष्ठा के साथ हमें निरंतर प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड का चहुंमुखी विकास हो रहा है और हम भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की ओर अग्रसर हैं।  हमारा प्रदेश आज 23 वर्ष का हो गया है। इस 23वें साल में उत्तराखंड ने देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण कानून को लागू होते हुए देखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने मातृशक्ति के हित में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया है। समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट लगभग तैयार हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये केदारखंड के साथ मानसखंड का भी विकास किया जा रहा है। भ्रष्टाचारियों पर कड़ा प्रहार किया जा रहा है। स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से नारीशक्ति को सशक्त किया जा रहा है। शिक्षा एवं खेल नीति के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। उत्तराखण्ड में चारधाम, कैंचीधाम एवं कांवड़ यात्रा के माध्यम से नए रिकॉर्ड बन रहे है। प्रदेश में रोड, रेल, रोपवे निर्माण के क्षेत्र सहित बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना को वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। देवभूमि के मूल स्वरूप को बनाए रखने हेतु लैंड जिहाद एवं लव जिहाद को रोकने के लिए सख्ती से काम किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड को देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। उत्तराखंड की प्रगति एवं विकास हमारा एकमात्र लक्ष्य है, इस ध्येय की प्राप्ति के लिए हम पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम में जुटे हैं। उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का हमारा संकल्प है। सभी के सहयोग से हम इस संकल्प को पूर्ण करने में अवश्य सफल होंगे।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणायें भी की। जिसमें कारगिल शहीद स्व0 रणजीत सिंह आगरचटटी झिंनगोड मोटर मार्ग का डामरीकरण, भराडीसैण सारकोट मोटर मार्ग का डामरीकरण, रिखोली डिग्री कालेज मोटर मार्ग का निर्माण के साथ ही मेहलचौरी मेला, कृषि उद्यान एवं पर्यटन विकास मेला गैरसैंण, पर्यावरण संबंर्द्धन पर्यटन विकास मेला नन्दासैण को 2-2 लाख देने की घोषणा शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसेंण-बुंगीधार मोटर मार्ग डबल लेन करने हेतु भी जल्द इसका आंकलन कराके स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
प्रदेश के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य आज स्वास्थ्य, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में विकास की ओर निरंतर अग्रसर है। वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री और टीवी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने कहा की मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में हमारा प्रदेश  निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने जिले में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए सीएम का आभार व्यक्त करते विधानसभा क्षेत्र से सात सूत्री मांग भी मुख्यमंत्री के सम्मुख रखी।
राज्य स्थापना दिवस पर पुलिस एवं एनसीसी जवानों ने विधानसभा परिसर में भव्य सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। स्कूली छात्र-छात्राओं एवं सांस्कृतिक दलों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, राज्य मंत्री रमेश गडिया, ब्लाक प्रमुख शशि सौर्याल, पुलिस महानिरीक्षक के.एस नगन्याल, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, सीडीओ डा.ललित नारायण मिश्र, एसडीएम संतोष कुमार सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्थानीय जनता, स्कूली बच्चे आदि मौजूद रहे।

न्याय पंचायत सतेराखाल में खेल महाकुंभ शुरू

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रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। न्याय पंचायत सतेराखाल खेल महाकुंभ का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुभारंभ हो गया है। जिसमें न्याय पंचायत के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अंडर 17 में 800 मीटर दौड बालक वर्ग में पीयूष एवं 600 मीटर दौड बालिका वर्ग विजेता मानसी अब्बल रही। राइका मालतोली के क्रीड़ा मैदान में आयोजित न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ क्षेपंस हरीश लाल टमटा, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष राजपाल सिंह नेगी एवं प्रधानाचार्य ओमप्रकाश सेमवाल ने संयुक्त रूप से किया। प्रधानाचार्य सेमवाल ने कहा कि हमें खेल भावना से खेलना चाहिए और हर प्रतियोगिता में आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। कहा कि खेलों से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। खेल महाकुंभ में नारी, खतेणा, स्युपुरी, दरम्वाड़ी एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मालतोली के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया‌। इस अवसर पर कबड्डी, एथेलेटिक्स दौड, लम्बी कूद, गोला, फेंक, चक्का फेंक समेत कई खेलों का आयोजन किया गया। कबड्डी अंडर 14 बालक एवं बालिका वर्ग में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मालतोली एवं अंडर 17 बालक एवं बालिका वर्ग नारी के छात्र विजेता रहे। 100 मी दौड़ अंडर 17 मेघा राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, 100 मी बालक वर्ग अंडर 17 में अनुज ग्राम नारी, 200 मी बालक वर्ग अंडर 17 में गगन ग्राम नारी, 400 मी अंडर 17 ऋतुराज ग्राम नारी, 800 मी अंडर 17 विजेता पीयूष ग्राम खतेणा, 600 मी बालिका वर्ग में मानसी ग्राम स्युपुरी, लम्बी कूद अंडर 17 में सृष्टि ग्राम नारी एवं ऊंची कूद मेंसिया नवोदय विद्यालय मालतोली विजेता रही। इस अवसर पर संयोजक मंडल के व्यायाम शिक्षक अक्षित लौहान, आशीष चमोला, कुलदीप बिष्ट, विशन नेगी, मोहन सिंह पंवार, गिरीश जोशी, कीर्तन सिंह रौथाण, ललित मोहन सेमवाल, सुरेश मलासी, महिपाल लाल कोहली समेत कई छात्र मौजूद थे।

महिलाओं के समग्र विकास हेतु उत्तराखंड में जल्द लागू होगी महिला नीति:  धामी

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि राज्य में महिलाओं के समग्र विकास के लिए जल्द ही महिला नीति लागू की जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए नशा मुक्त ग्राम व नशा मुक्त शहर योजना शुरू होगी। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने राज्य निर्माण आंदोलन के शहीदों को नमन किया। प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने घोषणा की कि राज्य में बाल श्रम उन्मूलन के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य योजना तैयार करेंगे और जरूरतमंद परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य निर्माण के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि सरकार युवा उत्तराखंड को आगे बढ़ाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से सरकार उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है और जनता के प्रति जवाबदेह। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सराहना करते हुए कहा कि वह सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांत पर चलती हैं। वह अत्यंत कठिन जीवन संघर्ष से आगे बढ़ी हैं और वह हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत, प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास आदि मौजूद रहे।
राज्य में समान नागरिकता संहिता लागू करने की तैयारी
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि राज्य में 23 साल में बहुत से काम पहली बार हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड में समान नागरिक आचार संहिता कानून लागू करने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि 23 साल में पहली बार भर्तियों में घोटाले करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के लिए नकल विरोधी कानून लाया गया है। 23 साल में पहली बार धर्मांतरण रोकने के लिए कानून बनाया गया है। महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है। पहली बार भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। पहली बार राजस्व पुलिस की जगह रेगुलर पुलिस की तैनाती की जा रही है। पहली बार आपदा प्रबंधन पर विश्व स्तरीय कार्यक्रम होने जा रहा है।

देहरादून में डकैती-हथियारबंद बदमाशों ने  की ज्वेलरी शोरूम में करोड़ों की डकैती

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देहरादून। देहरादून के राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में गुरुवार सुबह हथियारबंद बदमाशों ने डकैती डाली। शोरूम खुलते ही मास्क पहनकर घुसे चार बदमाशों ने यहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड समेत कर्मचारियों को गन प्वाइंट पर ले लिया। प्लास्टिक बैंड से उनके हाथ बांधकर जमीन पर बिठाने के बाद 20 करोड़ रुपये से अधिक गहने लूटे लिए। भागते वक्त बदमाश कर्मचारियों को किचन में बंद कर गए। शहर की सबसे व्यस्ततम राजपुर रोड पर ग्लोब चौक के पास रिलायंस ज्वेल्स शोरूम रोजाना की तरह गुरुवार सुबह करीब सवा दस बजे खुला। दस मिनट बाद ही मास्क पहने चार बदमाश यहां पहुंचे। इस वक्त शोरूम में करीब 11 कर्मचारी मौजूद थे। इनमें अधिकांश महिलाएं थीं। बदमाशों ने घुसते ही सबसे पहले सिक्योरिटी गार्ड को गन प्वाइंट पर ले लिया और सभी कर्मचारियों को चेताते हुए उनके हाथ बांधकर जमीन पर बिठाना शुरू किया। इस दौरान बदमाशों ने कर्मचारियों के साथ हाथपाई भी की। बदमाशों ने यहां दो-तीन कर्मचारियों की मदद से डिस्प्ले पर रखे गहने बैग में रखवाने शुरू किए। करीब आधे घंटे में पूरा सामान समेटने के बाद शोरूम के पूरे स्टाफ को किचन में बंद कर फरार हो गए। जाते वक्त कर्मचारियों को आधे घंटे से पहले बाहर न निकलने की धमकी दी।
डकैतों के जाने के बाद कर्मचारियों ने अपने सीनियर स्टॉफ और पुलिस को वारदात की सूचना दी। कई थानों के इंचार्ज फोर्स समेत आला अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जिसमें पता लगा कि एक कार और एक बाइक से बदमाश पहुंचे थे। एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि शोरूम प्रबंधक सौरभ अग्रवाल की तहरीर पर डकैती का मुकदमा दर्ज किया है।
राष्ट्रपति की सुरक्षा के बीच बड़ी वारदात
राष्ट्रपति विजिट के चलते शहर में पूरे राज्य से पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था को पहुंचा हुआ था। फोर्स को सड़कों पर जगह-जगह तैनात किया गया है। घटना के करीब एक घंटे पहले राष्ट्रपति का काफिला राजपुर रोड पर शोरूम के करीब आधा किलोमीटर पहले से गुजरा था। शहर के बीचों बीच वारदात से कानून व्यवस्था सवालों में है।
घटना को चैलेंज के रूप में दून पुलिस ने स्वीकार किया है। पुलिस बदमाशों के की तलाश में जुट गई है। जल्द डकैतों को गिरफ्तार किया जाएगा।  – अजय सिंह, एसएसपी देहरादून

मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भैया दूज की शुभकामनाएं

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देहरादून , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैयादूज के अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि धनतेरस पर आरोग्यता के देव भगवान धन्वंतरि की पूजा का भी महत्व है। भगवान धन्वंतरी हम सबके जीवन में सुख-समृद्धि एवं आरोग्यता प्रदान करें इसकी उन्होंने कामना की है।

मुख्यमंत्री ने सुख, समृद्धि और संपन्नता के प्रतीक दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुये कहा कि माँ लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश जी के आशीर्वाद से सभी के जीवन में सुख समृद्धि, शांति एवं आरोग्य का संचार हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली का यह पर्व एक साधारण पर्व नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का पर्व है। इसमें हमें एक संपूर्ण राष्ट्र के गौरव तथा गौरवशाली अतीत के दर्शन होते हैं। प्रकाश का यह पर्व हम सब के जीवन में धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य और संपन्नता लेकर आये इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।

उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व मर्यादा, सत्य एवं सद्भावना का भी संदेश देता है। दीपों का यह त्योहार भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के पश्चात वापस अयोध्या आने से भी जुड़ा है। दीपावली का पर्व बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। दीपावली का यह पर्व हम सबके जीवन को प्रकाशमय करे इसकी भी उन्होंने कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दीपावली पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए स्थानीय उत्पादों के प्रचार एवं प्रसार को हम सभी अधिक से अधिक बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की पूर्ति में भी अपना योगदान दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गोवर्धन पूजन समाज एवं देश की आर्थिक-सांस्कृतिक संसाधनों के संरक्षण का प्रतीक है। भैयादूज के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों, विशेष रूप से महिलाओं को बधाई व शुभकामनाएँ देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व भाई-बहनों के प्रेम के साथ ही मातृ शक्ति के सम्मान, परिवार एवं समाज में उनके महत्व को भी प्रदर्शित करता है।

उत्तराखंड आंदोलनकारियों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर किया सचिवालय कूच

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देहरादून, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के तत्वाधान आज सचिवालय कूच का आह्वान किया गया था जिसके तहत विभिन्न सामाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों का भी सहयोग रहा।
संयुक्त परिषद के संरक्षक नवनीत गुसाईं ने कहा का कहा कि है राज्य गठन के 23 साल बाद भी उत्तराखंड की जनता खुद को बुरी तरह से ठगा हुआ महसूस कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष विपुल नौटियाल ने सरकारी नीतियों की भर्त्सना करते हुऐ कहा इन्हीं के चलते आज देव भूमि में भू–माफिया, शराब माफिया,नकल माफिया, खनन माफियाओं का राज़ चल रहा है। यह लोग संगठित होकर यहां की खनिज संपदाओं पर अपना कब्जा जमा चुका है।
क्रान्ति कुकरेती ने सभी आंदोलनकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि वह अपने ‘अहम और वहम’ से बहार निकले और राज्य हित में उठने वाली हर आवाज़ में अपना योगदान दें अन्यथा इस प्रदेश को बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता।
कामरेड लेखराज व जनवादी महिला मंच की इंदू नौडियाल ने प्रदेश हित में होने वाले आंदोलन में अपनी पुर्ण सहमति जताई।

इंद्रमणि बडोनी स्मारक में स्थायी निवास के मुद्दे पर होगा उपवास :

मूल-निवास-भू कानून समन्वय समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने संयुक्त परिषद को अपना समर्थन देते हुए सभी उत्तराखंड आंदोलनकारियों से कल सुबह 11 बजे तक घंटाघर स्थित इंद्रमणि बडोनी स्मारक पर पहुँचने का आह्वान किया उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के मौक़े पर हम लोग उपवास रख कर स्थायी निवास की प्रतियां जलाते हुए सरकार की इस नीति का विरोध करेंगे साथ ही श्रीनगर गढ़वाल के छात्र नेताओं पर दर्ज झूठे मुकदमे को लेकर भी पत्रकारों से वार्ता की जाएगी।

क्या हैं आंदोलनकारियों की मांगें :

उत्तराखंड आंदोलन में बहुत से सक्रिय साथी जो चिन्हीकरण की प्रक्रिया से छूट गए हैं उनके चिन्हिकरण शीघ्र किया जाये।
सभी आंदोलनकारियों को समान पेंशन 15000 तथा पेंशन पट्टा प्रदान किया जाए।
हिमाचल की तर्ज पर धारा 371 उत्तराखंड राज्य में लागू की जाए, उत्तराखंड के लिए एक सशक्त भू कानून जल्द से जल्द बनाया जाए तथा इस भू कानून को शक्ति से लागू किया जाए तथा यहां के मूल निवासियों को स्वरोजगार हेतु सरकार द्वारा प्रशिक्षित किया जाए तथा आसान किस्तों में ग्रामीण अंचल में रोजगार सरजीत करने पर ऋण उपलब्ध कराया जाए और रोजगार सृजित करने वाले को सब्सिडी दी जाए जिससे राज्य में ग्रामीण अंचलों से पलायन को रोका जा सके।
मूल निवास उच्चतम न्यायालय की गाइड लाइन के अनुसार वर्ष 1950 के आधार पर लागू किया जाए 15 साल का अस्थाई निवास प्रमाण पत्र व्यवस्था अवैध है जिसे तुरंत समाप्त किया जाए।

परेड मैदान से शुरू हुआ यह कूच सचिवालय से पहले रोक दिया गया जिस पर आंदोलनकारियों ने कड़ा विरोध जताते हुए वहीँ पर धरना शुरू कर दिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री के जनसम्पर्क अधिकारी राजेश सेठी ने आकर ज्ञापन लेते लेते हुए कहा कि जल्द ही उनकी मुलाकात मुख्य मंत्री से करवाई जायेगी।
प्रदर्शन करने वालों में आँगन बाड़ी संगठन,राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल, उत्तराखंड चिन्हित आंदोलनकारी संगठन,दिशा सामाजिक संस्था व अन्य संगठन शमिल थे। ज्ञापन देने वालों में संयुक्त परिषद के संरक्षक नवनीत गोसाई प्रदेश अध्यक्ष विपुल नौटियाल जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार पूर्व अध्यक्ष गणेश डंगवाल, क्रान्ति कुकरेती, आमोद पैन्यूली, राजकुमार जायसवाल, अनुराग भट्ट, जगमोहन रावत, प्रभात डडरियाल, अमित पवार, धर्मानंद भट्ट, सुशील विरमानी, निर्मला बिष्ट, मुन्नी खंडूरी, पुष्प लता सिल्माना,जितेंद्र चौहान, बलेश बवानिया,प्रेम सिंह नेगी, हरी प्रकाश शर्मा, सुनील नौगई, लोक बहादुर थापा, सत्या पोखरियाल, पर्वती राठौर, मधु डबराल, प्रवीण गोसाई, कमला देवी, रेणु नेगी,प्रमोद मंदरवाल व उत्तराखंड रोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार, विशंभर दत्त बॉठीयाल, पहाड़ी स्वाभिमान सेवा के मोहित तिवारी, चिंतन सकलानी, सुलोचना गोसाई, इंदू नौडीयाल, अनंत आकाश, लेखराज, राजेंद्र पुरोहित,लखन सिंह नवीन नैथानी, शकुंतला देवी, प्रमिला रावत, सुमित थापा, राजेंद्र थापा संगीता रावत, आरती राणा,बृजेश नवानी,आशीष उनियाल,रावत संगीता रावत,विशाल बिष्ट,अनीता रावत, सुभागा देवी, पुष्पा नेगी, ,कल्पेश्वरी नेगी,शांति बुटोला,पुष्प लता पूर्णानंद जोशी,कुसुम नौटियाल, सरोजिनी थपलियाल, रामेश्वरी रावत, शीला देवी, लीला शर्मा, बसंती रावत, भीमा देवी, कमला देवी,प्रभा ने,शांति बुटोला, मोहित देवी,एकादशी देवी,वीरेंद्र गोसाई,राजेश्वरी चमोला, पुरुषोत्तम उनियाल,पुष्प लता वैश्य, इंद्रराज कोहली,नूरेशा अंसारी, राजदुलारी लोधी, ममता मोर्य,बिद्रा मिश्रा कपिल बोहरा,सुनीता खंडूरी, सरस्वती त्रिपाठी, नंदा बिष्ट आदि लोग मौजूद थे।

मांगल गर्ल’ नंदा सती को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित, मास्टर ऑफ आर्ट (संगीत) में मिला गोल्ड मेडल

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श्रीनगर गढ़वाल, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के 11वें दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और डिग्रियां प्रदान की गईं। दीक्षांत समारोह में सीमांत जनपद चमोली की पिंडर घाटी के नारायणबगड ब्लॉक के नारायणबगड गांव की बेटी मांगल गर्ल नंदा सती को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मास्टर ऑफ आर्ट (संगीत विषय) में गोल्ड मेडल प्रदान किया।
नंदा सती ने मास्टर ऑफ आर्ट (संगीत) में गोल्ड मेडल हासिल करके ये संदेश दिया है कि पहाड़ की बेटियां केवल खेत खलिहान, चूल्हा-चौके तक ही सीमित नहीं है, अब वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और सफलता हासिल करने में सक्षम हैं। नंदा सती की मां और पिताजी अपनी बेटी को गोल्ड मेडल से सम्मानित होने के समारोह का हिस्सा बने। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। कहती हैं कि हमें खुशी है कि उसने पहाड़ का नाम रोशन किया है।

मांगल गीतों से पाई अलग पहचान :
नंदा के पिताजी ब्रह्मानंद सती पंडिताई का कार्य करते हैं जबकि मां गृहिणी हैं। तीन बहनों में नंदा सबसे छोटी हैं। एक छोटा भाई भी है। प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा नंदा नें नारायणबगड से प्राप्त की। हेमवंती नंदन केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर से स्नातक और संगीत विषय में स्नाकोत्तर की डिग्री हासिल की है। 22 साल की छोटी सी उम्र में नंदा सती द्वारा गाये जानें वाले मांगल गीतों और लोकगीतों को सुनकर हर कोई अचंभित हो जाता है। मांगल गीतों की शानदार प्रस्तुति पर उनकी लोक को चरितार्थ करती जादुई आवाज और हारमोनियम पर थिरकती अंगुलियां लोगों को झूमने पर मजबूर कर देती हैं।
लोगों के मध्य नंदा सती, मांगल गर्ल के नाम से प्रसिद्ध है। यही नहीं हारमोनियम पर उनकी पकड़ वाकई अदभुत है। जिस उम्र में आज की युवा पीढ़ी मोबाइल, मेट्रो और गैजेट की दुनिया में खोई रहती है उस उम्र में नंदा का अपनी लोकसंस्कृति से इतना लगाव उन्हें अलग पंक्ति में खड़ा करता है। नंदा ने मांगल गीतों के संरक्षण और संवर्धन के जरिये एक नयी लकीर खींची हैं। भले ही नंदा सती के घर के ठीक सामने बहनें वाली पिंडर नदी में हर दिन लाखों क्यूसिक मीटर पानी बिना शोर शराबे के यों ही बह जाता हो परंतु नंदा के मांगल गीतों की गूंज देश दुनिया तक सुनाई दे रही है। नंदा पहाड़ के लोक में रचे बसे मांगल गीतों और लोकगीतों के संरक्षण और संवर्धन में बड़ी शिद्दत से जुटी हुई हैं।

क्या होते हैं मांगल गीत :
उत्तराखंड में वर्षों सें शुभ कार्यों में मांगल गीत गायन की परंपरा रही है। ये मांगल गीत पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होते रहे। यहां के घर, गांवों में शादी, जन्मोत्सव, मुंडन आदि जैसे मांगलिक समारोह के दौरान मांगल गीत गाए जाते हैं। मांगल गीतों में सीख, आशीर्वाद, संस्कार होते हैं। शादी के दौरान अलग-अलग मांगल गीत होते हैं। विदाई के समय जहां माता पिता को ढांढस बंधाने के लिए मांगल गीत गाए जाते हैं। वहीं बारात स्वागत के दौरान माहौल को खुशनुमा करने के लिए मजाकिया अंदाज में रोचक मांगल गाए जाते हैं। इन गीतों को गाने वाली महिलाओं के समूह को मंगलेर कहा जाता है।

पहाड़ की कल्पना बिना लोकगीतों के असंभव :
नंदा सती कहती हैं लोकगीत और मांगल गीत हमारी सांस्कृतिक विरासत की पहचान हैं। लोकगीत पीढ़ी दर पीढ़ी एक-दूसरे को हस्तांतरित होते हैं। इनके बिना पहाड़ के लोक गीतों की कल्पना करना असंभव है। मैं बहुत ख़ुशनसीब हूं कि मुझे मांगल गीतों की समझ और महत्ता अपने गांव के बुजुर्गों से विरासत में मिली, जो बरसों से इनको संजोते आ रहें हैं।

कोरोना काल को बनाया अवसर :

कोरोना काल जहां लोगों के लिए दुःस्वप्न साबित हुआ हो वहीं नंदा सती ने इस कठिन दौर में भी अपनी मांगल गीतों के जरिये लोकसंस्कृति की सौंधी खुशबू को देश विदेश तक हजारों लोगों तक पहुंचाया। नंदा सती ने लॉकडाउन की अवधि में विभिन्न ग्रुपों, संगठनों, फेसबुक लाइव, इंस्टाग्राम और यूट्यूब के जरिये मांगल गीतों की शानदार प्रस्तुति से हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया था। जिस कारण लोगों को झुकाव अपने पौराणिक मांगल गीतों की ओर हुआ। खासतौर पर युवा पीढ़ी के युवाओं को नंदा की ये अनूठी मुहिम बेहद पसंद आई। नंदा सती बच्चों को हारमोनियम बजाने और मांगल गीतों को गाने की ट्रेनिंग भी देती हैं। कोरोना काल में नंदा नें बच्चों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया। नंदा सती प्रतिभाशाली छात्रा और खिलाड़ी भी हैं। एनसीसी की होनहार छात्राओं में भी शामिल हैं।

उत्तराखण्ड के समग्र विकास और समृद्धि में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें : श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी

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हरिद्वार (कुलभूषण) एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर दिवस पर प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी द्वारा काॅलेज में निर्मित शौर्य दीवार पर शहीदों को नमन कर काॅलेज के व्याख्यान कक्ष में माँ सरस्वती की वन्दना कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज स्थानीय एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरीद्वार में राज्य स्थापना दिवस उत्तराखंड धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एस के टिब्बरवाल सीए रहे ।
इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज का संदेश प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने सुनाया। श्रीमहन्त ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए अपने बधाई संदेश में कहा कि सर्वप्रथम मैं राज्य आन्दोलनकारियों को प्रणाम करता हूँ जिनके बलिदान और साहस के बिना उत्तराखण्ड राज्य के सपने को साकार करना सम्भव नहीं था। श्री महन्त ने कहा कि प्रगति के पथ पर अग्रसर, प्राकृतिक सम्पदा और नैसर्गिक सौन्दर्य से भरपूर यह प्रदेश ऐसे ही विकास की नित नई ऊंचाईयों को छूता रहे। उन्होंने युवाओं से प्रदेश के विकास में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि सभी प्रदेश के समग्र विकास और समृद्धि हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार बत्रा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में बोलते हुए कहा कि आज उत्तराखंड राज्य को बने हुए 23 वर्ष बीत चुके हैं और यह राज्य स्थापना दिवस एक अवसर लेकर आया है कि यह युवा राज्य अपने आने वाले भविष्य को संवारने के लिए सभी उपक्रम करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की उद्यम नीति इस बात का जीता जाता प्रमाण है कि वह दिन दूर नहीं जब प्राकृतिक संपदा और भौगोलिक सौंदर्य से भरपूर यह राज्य देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा।
मुख्य अतिथि एस के टिबरवाल सीए ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड राज्य और उसके निवासियों में देश प्रेम और बलिदान कूट-कूट कर भरा हुआ है और सही अर्थों में यह राज्य पूरे देश का मस्तक है यह इस राज्य के प्रत्येक निवासी का कर्तव्य है कि वह अपने तन मन धन से इस राज्य की सेवा करें। उन्होंने उत्तराखंड राज्य के युवाओं को राज्य स्थापना दिवस की विशेष बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर संजय कुमार माहेश्वरी ने किया उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए रेखांकित किया की उत्तराखंड आंदोलन इस बात का जीता जागता प्रमाण है कि यह राज्य कभी भी अपने कर्तव्य पथ से पीछे नहीं हटा।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग प्रस्तुति भी दी गई अन्नया भटनागर द्वारा एक नृत्य नाटिका का प्रदर्शन किया गया और गौरव बंसल द्वारा रामायण का संगीत पूर्ण मंचन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न प्रस्तुति दी गयी जिसमें कु. चारू ने ‘हम उत्तराखण्डी छां’, डाॅ. अमिता मल्होत्रा ने ‘हुस्न पहाड़ों का’ तथा ‘नृत्य धरती उत्तराखण्ड की’ गीत की सुन्दर प्रस्तुति दी तथा अन्नया भटनागर द्वारा गढ़वाली व कुमाऊनी गीतों को प्रस्तुत किया। सूक्ष्म रामलीला में आरती असवाल, मानसी वर्मा, इशिका, चारू, रिया, कामाक्षा तथा अंशिका द्वारा सुन्दर प्रस्तुति दी गयी। समस्त प्रतिभागियों को काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा आभारित भी किया गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष विनय थपलियाल ने यह याद दिलाया कि आज का यह अवसर उत्तराखंड के समस्त शहीदों बलिदानियों को याद करने का अवसर है और उन्होंने यह अपेक्षा की की जल्द से जल्द उत्तराखंड शहीदों के साथ न्याय स्थापित हो सकेगा।

कार्यक्रम में डाॅ. मन मोहन गुप्ता, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, वैभव शर्मा, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. पल्लवी राणा, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, डाॅ. विनीता चैहान, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा, विनीत सक्सेना, आंकाक्षा पाण्डेय, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती रूचिता सक्सेना, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, कु. भव्या भगत, डाॅ. वन्दना सिंह, डाॅ. अनुरीषा, कु. साक्षी गुप्ता, शाहिन, दिव्यांश शर्मा, मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि उपस्थित थे।

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने कर्नाटक राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए केपीसीएल और केआरईडीएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

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ऋषिकेश- श्री आर.के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के दूरदर्शी मार्गदर्शन के तहत , टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा कर्नाटक राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए 09 नवंबर 2023 को बैंगलोर में केपीसीएल (कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) और केआरईडीएल (कर्नाटक नवीकरणीय ऊर्जा विकास लिमिटेड) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इन सहयोगात्मक प्रयासों में विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं का विकास शामिल है, जिसमें भूमि पर मांउट करके स्थापित की जाने वाली, फ्लोटिंग सौर परियोजनाएं और पंप स्टोरेज परियोजनाओं सहित हाइब्रिड परियोजनाएं शामिल हैं जिनकी संचयी क्षमता लगभग 3270 मेगावाट हैं।

श्री के.जे. जॉर्ज, माननीय ऊर्जा मंत्री, कर्नाटक सरकार ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति के साथ समारोह की शोभा बढ़ाई। श्री आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने कहा कि यह रणनीतिक गठबंधन न केवल स्वच्छ ऊर्जा के प्रति टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता दर्शाता है, बल्कि कर्नाटक की अग्रणी विद्युत संस्थाओं के सहयोग से इस क्षेत्र के विद्युत परिदृश्य के लिए एक आशाजनक प्रगतिगामी मार्ग भी प्रशस्त करता है।

केपीसीएल का प्रतिनिधित्व करते हुए, अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा एवं केपीसीएल के प्रबंध निदेशक, श्री गौरव गुप्ता एवं और केआरईडीएल की ओर से श्री के.पी. रुद्रप्पैया, प्रबंध निदेशक, केआरईडीएल द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की ओर से श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर श्री विजय कुमार, विशेष अधिकारी समन्वय, श्री संदीप सिंघल, सीजीएम (एनसीआर) और श्री मल्लिकार्जुन, डीजीएम भी उपस्थित थे।

टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश के प्रमुख बिजली उत्पादकों में से एक है, जिसका श्रेय इसकी प्रचालनाधीन परियोजनाओं को जाता है जिनमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन और द्वारका में क्रमश: 50 मेगावाट और 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं और उत्तर प्रदेश के झाँसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना तथा केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल हैं।

वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं पर चर्चा कर सरकार से समाधान की मांग की

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मसूरी (दीपक सक्सेना)। कन्फ्रेडरेशन ऑफ सीनियर सिटीजन्स एशोसिएशन ऑफ देवांचल उत्तराखंड की वार्षिक महासभा चिंतन मंथन बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं पर चर्चा की गई वहीं सरकारी की योजनाओं से मिलने वाले लाभ व जिन सुविधाओं को समाप्त किया गया है उन पर विस्तार से चर्चा की गई। लाइब्रेरी गुरूद्वारे के सभागार में आयोजित वार्षिक महासभा में बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीपी गुप्ता ने कहा कि प्रांतीय महासभा की बैठक में वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं को सुना गया व उनकी समस्याओं को जिला प्रशासन व प्रदेश प्रशासन के समक्ष रखने पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि देश की आबादी का दस प्रतिशत वरिष्ठ नागरिक है जिनकी संख्या 14 करोड़ से अधिक है ऐसे में देश के विकास में उनकों अनदेखा नहीं किया जा सकता, लेकिन प्रदेश व केंद्र की सरकार वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं का समाधान करे व उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करवाये। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र साहनी ने कहाकि प्रदेश में 12 से 15 प्रतिशत लोग रिटायर हैं जिसमें सरकारी कर्मचारियों को पेंशन मिलती है लेकिन व्यापारी व प्राइवेट संसथाओं में कार्य करने वाले जो रिटायर होकर वापस आ गये लेकिन उनको कुछ नहीं मिल पाता। वहीं सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को रेल व हवाई यात्रा में मिल रही सुविधाएं भी वापस ले ली जबकि सरकार कहती है कि भारत विश्व की पांचवी आर्थिक ताकत बन गई है। वहीं सरकार हज के लिए सुविधाए देती है लेकिन उत्तराखंड में तीर्थयात्रा की सुविधा भी समाप्त कर दी। इन सभी मांगों को प्रदेश व देश के स्तर पर ले जाया जायेगा। सभा में प्रदेश महासचिव उपेद्र कुमार आर्य, कोषाध्यक्ष एसपी अग्रवाल, सहित एएस खुल्लर, जीके गुप्ता, जीएस मनचंदा, सहित प्रदेश के 11 वरिष्ठ नागरिकों के संगठनों कोटद्वार, खटीमा, रूड़की, ऋषिकेश, देहराूदन, हरिद्वार, मसूरी आदि से प्रतिनिधि मौजूद रहे।