हरिद्वार (कुलभूषण ) महाविद्यालय में हुआ स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दूसरे चरण का आयोजन
हरिद्वार 21 अप्रैल, 2025 महाविद्यालय में आज प्रदेश स्तर पर आयोजित की जा रही स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दूसरे चरण में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी जी महाराज ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के चरित्र एवम विचारो को आत्मसात् करे युवा । जो कि संस्कृति और ज्ञान का विश्व भर में संचार कर वसुधैव कुटुंबकम् की परंपरा को साकार कर सके। काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र के विकास एवं युवाओं के व्यक्तित्व प्रगति हेतु स्वामी विवेकानंद जी के विचारों की प्रासंगिकता हमेशा से ही समाज में रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी स्वामी विवेकानंद जी के चरित्र निर्माण संबंधी विचारों का महत्व रहेगा। प्रो. बत्रा ने बताया कि स्वामी विवेकानंद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के प्रथम चरण में सफलता पाने वाले 13 छात्र छात्राओं में साक्षी राणा, आकांक्षा पाल, रिया, पिंकी वर्मा, इशारानी कश्यप, इशिका शर्मा, अंकित कुमार, अभय कश्यप, दिशा कुमारी, कशिश ठाकुर, प्रिया प्रजापति हैं। द्वितीय चरण में निबंध प्रतियोगिता की समन्वयक की भूमिका डॉ मोना शर्मा तथा डॉ अनुरिषा ने निभाई। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आगे आने वाला दौर युवाओं एवं स्वामी विवेकानंद जी के विचारों का है ।
स्वामी विवेकानंद के चरित्र एवम विचारो को आत्मसात् करे युवाओं : रविन्द्र पुरी
एनसीसी कैडेट्स के लिए योग प्रशिक्षण शिविर का समापन संपन्न
हरिद्वार (कुलभूषण ) एक सप्ताह से योग विज्ञान विभाग, गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स के लिए आयोजित सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह आज विधिवत रूप से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कैप्टन राकेश भूटानी ने कहा कि योग न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मानसिक दृढ़ता एवं आत्मअनुशासन को भी बढ़ाता है, जो हर एनसीसी कैडेट के लिए अत्यंत आवश्यक है।
योग विज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. ऊधम सिंह ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी में योग के प्रति बढ़ती जागरूकता उत्साहजनक है। योग को यदि हम अपनी दिनचर्या में शामिल करें, तो तनाव मुक्त एवं स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ा जा सकता है। जो योग की क्रियाएं आप सभी ने इस शिविर में सीखी हैं उन्हें जीवन में अपनाकर ही लाभ लिया जा सकता है। 31 UK बटालियन एन सी सी हरिद्वार के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विनय मल्होत्रा ने भी सभी कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कैडेट्स को योग प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए योग विज्ञान विभाग को धन्यवाद दिया तथा लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव ने भी इस अवसर पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समीप ही है जिससे सभी कैडेट्स योग का प्रचार प्रसार कर पाएंगे।
डॉ योगेश्वर दत्त एवं शोधार्थी ओनित कुमार ने योगाभ्यास कराया। कार्यक्रम में कैडेट्स ने योग का सामूहिक प्रदर्शन कर शिविर में सीखे गए आसनों और प्राणायाम की प्रस्तुति दी। समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
शिविर के सफल आयोजन हेतु आयोजकों एवं प्रशिक्षकों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया।इस अवसर पर सूबेदार मेजर मोहिंदर सिंह, सूबेदार सोहन लाल, हवलदार गुरजिंदर सिंह, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. निष्कर्ष शर्मा, डॉ संदीप, सुशील कुमार, दीपक आनन्द, उदित कुमार, निकुंज जतिंद्र मोहन, मोहन एवं जोगेंद्र आदि उपस्थित रहे।
भारतीय जनता पार्टी के संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की जिम्मेदारी-आदित्य चौहान
हरिद्वार (कुलभूषण ) जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पर मंडल कार्यकारिणी के गठन हेतु रूपरेखा बैठक संपन्न हुईl
जिला प्रभारी आदित्य चौहान ने बताया कि जिले के सभी संगठनात्मक मंडलों में मंडल कार्यकारिणी गठित होनी है।
जिसके निमित्त विधानसभावार समन्वयक तय कर दिए गए हैं।
जिसमें हरिद्वार विधानसभा की जिम्मेदारी आशु चौधरी, रानीपुर विधानसभा डॉक्टर जयपाल सिंह चौहान, ज्वालापुर विधानसभा अनिल अरोड़ा, हरिद्वार ग्रामीण जितेंद्र चौधरी और लक्सर विधानसभा की जिम्मेदारी लव शर्मा को दी गई है।
मंडल अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि मंडल कार्यकारिणी के सदस्यों के नाम पर चर्चा करते समय ध्यान रखें की कार्यकर्ता सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी होना चाहिए।
कार्यकारिणी में भौगोलिक व सामाजिक संरचना को ध्यान में रखते हुए पदाधिकारीयो का चयन करना है।
साथ ही साथ ऐसे सदस्यों को जोड़ना है जिन्हें संगठन के कार्य की समझ व अनुभव हो।
भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी के कंधों पर भारतीय जनता पार्टी के संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की जिम्मेदारी है।
भारतीय जनता पार्टी केवल राजनीति करने के लिए राजनीति नहीं करती है अपितु इस संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्रवाद एवं समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।
साथ ही जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि आगामी 23 अप्रैल अपराह्न 3:00 बजे रूद्राक्ष बैंक्विट हॉल लक्सर रोड पर संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी जयंती के अवसर पर संगोष्ठी आयोजित की जा रही है।
जिसमें बड़ी संख्या में जिले भर से वरिष्ठ जन उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह चौहान राकेश सैनी सुशील पवार विवेक चौहान चित्र कुमार सैनी पृथ्वी सिंह राणा पवन कपूर अश्विनी कंबोज रीता सैनी प्रताप प्रधान बिंदरपाल विपिन कुमार शर्मा वरुण वशिष्ठ कैलाश भंडारी राजेंद्र कटारिया प्रशांत शर्मा तुशांक भट्ट किशन बजाज मनोज शर्मा आदि उपस्थित रहे।
प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश को लेकर सीएम को संयुक्त नागरिक संगठन प्रेषित करेगा ज्ञापन
देहरादून, राज्य में प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों पर अंकुश लगाने हेतु उत्तराखंड़ में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर सख्त कानून लागू करने की मांग को लेकर संयुक्त नागरिक संगठन मंगलवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित करेगा। प्रेषित ज्ञापन के बारे जानकारी देते हुये सुशील त्यागी ने बताया कि इस मौके पर 12 सूत्री मांग पत्र में कई मुद्दों के विषय में संयुक्त नागरिक संगठन ने अपनी मांग रखी है।
संयुक्त नागरिक संगठन द्वारा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में प्रस्तावित “उत्तराखंड स्व- वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन)अधिनियम 2025 का प्रारूप निम्लिखित है l
-उत्तराखंड स्व-वित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम-2025” तत्काल लागू किया l -उत्तराखंड के सभी जनपदों में जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में अधिकार संपन्न ‘जिला शुल्क नियामक समिति’ (डिस्ट्रिक्ट फीस रेगुलेटरी कमेटी) का गठन किया जाए।
-जिला शुल्क नियामक समिति के अनुमोदन के बगैर स्कूलों को फीस, ड्रेस या यूनिफॉर्म में किसी भी तरह का बदलाव करने पर रोक लगाने का प्राविधान भी शामिल किया जाय। -स्कूल-पब्लिशर्स व रिटेलर्स से संबंधित सभी गतिविधियां को नियंत्रित करने हेतु प्राविधान शामिल किए जाए। -अधिनियम के प्राविधानों में प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश शुल्क में तीन वर्षों में अधिकतम 10 प्रतिशत वृद्धि सुनिश्चित की जाय। -राज्य के सभी प्राइवेट स्कूलों के लिए प्रत्येक कक्षा की फीस निर्धारित करते हुए इसमें एकरूपता सुनिश्चित की जाय।
-आईसीएसई बोर्ड से संबंध स्कूलों में भी प्रदेश के भीतर एनसीईआरटी की पुस्तकें अनिवार्य की जाएं। यदि इसमें केंद्रीय स्तर से कोई अड़चन है, तो केंद्र सरकार के स्तर पर भी प्रयास के लिए राज्य स्तर से आग्रह किया जाए।
-उत्तराखंड में प्राइवेट पब्लिशर्स की पुस्तकें पूरी तरह प्रतिबंधित की जाएं। यदि ये लगाई भी जाती हैं तो सरकार राज्य के भीतर इनके पृष्ठों और प्रिंटिंग क्वालिटी के अनुसार इनका अधिकतम विक्रय मूल्य निर्धारित/नियंत्रित करे। पब्लिशर्स को उसी अधिकतम मूल्य के भीतर पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए विवश किया जाए।
-प्रदेश में किसी भी स्कूल के संचालन के लिए मान्यता/एनओसी संबंधी प्रावधानों को कठोर बनाने के साथ ही इनका अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए डीएम और मुख्य शिक्षाधिकारी को व्यापक अधिकार दिए जाएं।
-स्कूलों में सुविधाओं में बढ़ोतरी, अवसंरचना विस्तार, नवीन शाखा की स्थापना,शैक्षिक प्रयोजनों के विकास आदि के साथ ही सभी तरह के शुल्क संग्रह की प्रक्रिया खुली,पारदर्शी व उत्तरदाई बनाई जाए,जिसकी रसीद अभिभावक को हर हाल में उपलब्ध कराई जाने की बाध्यता हो।
-मासिक ट्यूशन फीस में ही परिवहन, बोर्डिंग, मेस या डाइनिंग (उपयोगानुसार), शैक्षिक दौरे या अन्य समान क्रियाकलाप का शुल्क भी शामिल हो। वह भी सिर्फ उसी अभिभावक से लिया जाए, जिसका छात्र उक्त सेवाओं/सुविधाओं का उपभोग कर रहा हो।
-स्कूल छोड़ते समय बच्चे के अभिभावक को एडमिशन के वक्त जमा कराई गई सिक्योरिटी की पूरी राशि और टीसी जारी करने की बाध्यता स्कूल प्रबंधन के लिए की जाए।टीसी के लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क/भुगतान लेने पर तत्काल रोक लगे।टीसी बच्चे को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए।
-राज्य स्तर पर फीस एक्ट व स्कूलों से संबंधित अन्य नियमों-विनियमों के अनुपालन और निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए उच्चस्तरीय अधिकारसंपन्न स्वतंत्र ‘स्कूल नियामक आयोग’ का गठन किया जाए। -अधिनियम के प्राविधानों/नियामक समिति के आदेशों/अभिवावकों की शिकायतो की जांच में पाए गए दोषी प्राइवेट स्कूलों के विरुद्ध 5 लाख रुपए आर्थिक दंड लगाने/स्कूलों को जारी एनओसी को निरस्त करने/स्कूलों को सीज कराने के प्राविधान भी अधिनियम में शामिल किए जाए।
डीएम का जनता दर्शन, जन में जगाता सशक्त प्रशासन का एहसास
-कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को प्रतिष्ठित संस्थान में तत्समय नौकरी दिलाकर ही दम लिया डीएम ने
-आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज हो गए थे जाम, विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने बजा दिया डंका
-सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर बगले झांकते नजर सिंचाई अभियंता, अधीशासी अभिंयता सिंचाई तलब, रूका वेतन
-1940 मालिकाना हक वाली निजी सम्पति का मामला, नगर निगम ने 03 दिन के भीतर निस्तारण की दी मौक पर अंडरटेकिंग
-परिवार की आर्थिक तंगी, नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट ने सुलझाई निर्धन बालिका की शिक्षा की गुत्थी
-भूमि विवाद समस्या को लेकर जन सुनवाई में पहुंचे बुजुर्ग दंपत्ति को ‘सारथी’ से पहुंचाया
-घर जन समस्याओं का त्वरित समाधान, प्रशासन की प्राथमिकता : डीएम
देहरादून, मुख्यमंत्री के जन सेवा को समर्पित संकल्प के तहत जिलाधिकारी सविन बंसल हर सोमवार को जन सुनवाई कर जनता की समस्याओं का निराकरण करने में जुटे है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे 137 फरियादियों ने अपनी समस्याएं रखी। जिलाधिकारी ने जन सुनवाई में एक-एक कर सभी लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकांश समस्याओं का मौके पर समाधान किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाए। जन गम, पुलिस, सुनवाई में पहुंचे फरियादियों ने भूमि पर अवैध कब्जा, सड़क, शिक्षा, पेयजल, एमडीडीए, नगर निगम, परिवहन, विद्युत, आर्थिक सहायता, स्कूल फीस माफी, रोजगार आदि से जुड़ी समस्याएं प्रमुखता से रखी।
सीएम की प्ररेणा, जिला प्रशासन की कार्यशैली से सरकार पर जनविश्वास बढा है। जनता दर्शन में कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को डीएम ने तत्समय प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी दिलाकर ही दम लिया। जिसके लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज सभी अपनी जगह जाम होकर मंथन में जुटे रहे जिसके फलस्वरूप विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए जनमानस के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता का ढकां भी बजा दिया। इसी प्रकार दिव्यांग काजल को एनजीओ में रोजगार बबीता व केशर को प्रोफेशनल रोजगारपरक प्रशिक्षण तथा विधवा पूनम ठाकुर को रायफल फंड से शिशु शिक्षा व सिलाई मशीन क्रय की आर्थिक सहायता प्रदत्त की। डीएम के जनता दर्शन से जनमानस में सशक्त प्रशासन का एहसास जाग रहा हैं। वहीं सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर सिंचाई अभियंताः अधीशासी अभिंयता बगले झांकते नजर आए जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हे तलब, करते हुए वेतन रोकने के भी निर्देश दिए।
इंजीनियर की पढ़ाई कर चुकी विदुषी पांडेय ने कैंसर पीडित अपनी मां का उपचार और अपने परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए जिलाधिकारी से रोजगार की गुहार लगाई। जिस पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को त्वरित कार्रवाई करते हुए किसी इंस्टीटयूट में महिला को रोजगार दिलाने के निर्देश दिए। नालापानी निवासी महिला कौशर ने स्वरोजगार हेतु आर्थिक मदद चाहने पर जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक उद्योग को सिलाई बुनाई हेतु महिला को प्रशिक्षण प्रदान कराते हुए स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए।
ऋषिकेश निवासी दिव्यांग महिला काजल कश्यप और छबील बाग निवासी दिव्यांग महिला बबिता द्वारा रोजगार मांगे जाने पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को आसरा ट्रस्ट के माध्यम से प्रशिक्षण और रोजगार हेतु कार्रवाई के निर्देश दिए। वही नेहरू कॉलोनी निवासी जाहिदा बानो ने बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता की गुहार पर डीपीओ को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। डालनवाला निवासी सोनिया गुप्ता ने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट से आर्थिक सहायता की गुहार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रकरण की जांच कर नंदा सुनंदा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विधवा महिला पुनम ठाकुर को रायफल फंड से आर्थिक सहायता। कारबारी निवासी कमलेश पुरोहित ने कक्षा 11 वीं पर पढ़ रही
अपनी बिटिया की फीस माई की गुहार लगाई। डांडीपुर मौहल्ला मन्नूगंज निवासियों द्वारा नाला निर्माण कार्य लम्बे समय से धीमी प्रगति से चल रहा है तथा मौके पर 2 लेबर है, धीमे कार्य से जनमानस को आए दिन समस्या हो रही है की शिकायत की जिस पर डीएम ने कार्य पूर्ण होने का समय पूछा, तो कार्यदायी संस्था सिंचाई के अधिकारियों ने बताया कि 03 माह और लगेगें सम्बन्धित अधिकारी जनता दर्शन में अनुपस्थित रहे जिससे सुनवाई बाधित, अधीक्षण अभियंता इन्वेस्टिगेशन प्लानिंग डिवीजन सिंचाई तलब करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। साथ ही फटकार लगाई कि 350 मीटर निर्माण कितना समय लगेगा।
चन्दर रोड निवासी बिना शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी लगभग 05 बीघा भूमि है, जिसपर उनका 1940 मालिकाना हक है। किन्तु नगर निगम ने उनकी सम्पति अतिक्रमण दिखाकर भवन तोड़ा गया तथा भूमि पर नगर निगम ने तारबाड़ कर दी है, जिस पर डीएम ने नगर निगम के अधिकारियों निस्तारण का समय पूछा जिसपर नगर निगम के अधिकारियों ने 03 दिन के भीतर निस्तारण करने की अंडरटेकिंग दी।
जोहडी गांव की भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति ने भूमाफियों के कब्जे से मुक्त सरकारी जमीन पर सरकारी हकदारी का तार बाड़ एवं चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने और सीडीओ को इस भूमि पर पर्यटन स्थल हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आर्दश कॉलोनी, नेहरूग्राम में कच्ची सड़क पर डामरीकरण न होने से आवजाही में हो रही समस्या पर नगर निगम को त्वरित समस्या का समाधान के निर्देश दिए गए। शास्त्री नगर में भू-माफियाओं द्वारा निजी भूमि पर तारबाड कर कब्जा करने व जमीन को खुर्द बुर्द करने की शिकायत पर एडीएम, एसडीएम व तहसीलदार की संयुक्त समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए गए। डालनवाला में अतिक्रमण हटाने के नाम पर मालिकाना हक वाली निजी भूमि पर एकतरफा कार्रवाई किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एएमएनए को तीन दिनों के भीतर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। रिस्पना नदी पर स्थित राजीव नगर पुल, आर्य नगर में तट पर तार जाल लगाने की मांग पर अधिशासी अभियंता को प्रस्ताव में शामिल करने के निर्देश दिए। नकरौंदा निवासी प्रमोद कुमार ने उनकी निजी भूमि पर कब्जा करने की शिकायत पर एसडीएम को सीमांकन कराने के निर्देश दिए।
किसानों द्वारा कुलावा में भारी वाहनों के कारण गूल क्षतिग्रस्त होने और तुनवाला नहर का कुलावा कस्तूरी चौक से बहुगुणा पुलिया तक करीब 400 मीटर दायरे में नहर से सटकर बनाई गई दीवारे हटाने और आम रास्ते पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायत पर सिंचाई विभाग को तत्काल गूल मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए। निरंजनपुर मंडी चौराहे पर नाला बंद होने की शिकायत पर एएमएनए को प्राथमिकता पर नाला सफाई कराने के निर्देश दिए। ग्राम विलासपुर काण्डली, घंघौड़ा में बच्चों के खेलने के लिए लंबे चौडे सूखे नाले की जमीन पर पार्क बनाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एडीएम को अग्रिम कार्रवाई हेतु भूमि संबंधी विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में आयोजित हुआ प्रवेशोत्सव
देहरादून, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में प्रवेशोत्सव के अवसर पर डोईवाला विधान सभा के विधायक बृजभूषण गैरोला ने छात्रों को शिक्षा के साथ साथ सामाजिक सरोकार और आपसी भाईचारे का पाठ भी पढ़ाया, उन्होंने कहा कि आज की युवापीढ़ी आधुनिकता को समाहित करते हुये राष्ट्रहित में भी शिक्षा का सकारात्मक उपयोग करना चाहिये, इस मौके पर नवादा वार्ड के पार्षद वीरेंद्र वालिया द्वारा बच्चों को शिक्षा के बहुआयामी दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से बताया गया एवं सभी को बधाई देते हुए आगामी जीवन की शुभकामनाएं देते हुए सभी नव प्रवेशित छात्रों/छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य कुंवर सिंह पुंडीर ने माला पहना कर विधायक और पार्षद का स्वागत किया और इस शुभ अवसर को भव्य बनाने हेतु विद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा अभिभावक एवं अनेक शिक्षाविद भी उपस्थित रहे।
“क्षत्रिय संदेश” स्मारिका के 17वें अंक का विमोचन
“सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए : बहुगुणा”
देहरादून, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर तथा लॉ कॉलेज उत्तरांचल के डीन डॉ राजेश बहुगुणा द्वारा महाराणा प्रताप भवन ननूर खेड़ा में क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा प्रकाशित स्मारिका क्षत्रिय संदेश के सत्रहवें अंक का विमोचन किया गया।
मुख्य अतिथि राजेश बहुगुणा तथा सभा अध्यक्ष ठाकुर देवेंद्र पुंडीर व स्मारिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट द्वारा दीपक प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि क्षत्रिय चेतना मंच समाज सेवा के कार्य में लगातार प्रशंसनीय कार्य कर रहा है तथा मंच की स्मारिका समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. अर्जुन सेंगर, डॉ. सुशील राणा, राजनीतिन रावत, सत्येंद्र पवार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
मंच के केंद्रीय महामंत्री तथा पत्रिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट ने बताया कि पत्रिका का मुख्य उद्देश्य समाज में संवादहीनता को समाप्त करने तथा अपने विचार व्यक्त करने हेतु एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका सामाजिक सौहार्द्रता बढ़ाने के साथ-साथ इतिहास को संजोने का कार्य भी कर रही है। कार्यक्रम का संचालन पत्रिका के वरिष्ठ संपादक व मंच के प्रवक्ता ठाकुर शशिकांत शाही एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अशोक वर्धन सिंह, महेश रौथान, सुरेंद्र सिंह तोमर, बुध सिंह रावत, बलवीर सिंह रावत, राजीव पंवार, राजनितिन सिंह रावत, चंद्रपाल सिंह जामवाल, अनूप चौहान, आर वी एस चौहान, सतेंद्र सिंह पवार, वीर पाल सिंह पुंडीर, डॉक्टर सुशील राणा, अतुल नेगी, श्रीमती अनीता नेगी, अनीता राणावत, मीना मल, कुमारी मिनिषा तोमर श्रीमती सरोज चौहान, श्रीमती कुसुम पंवार, संयुक्त नागरिक संगठन के सचिव आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, ठाकुर शेरसिंह आदि उपस्थित थे।
फिल्म निर्माण की बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा उत्तराखंड : तिवारी
देहरादून, फिल्म नीति 2024 के प्रावधानों के चलते बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इससे जहां उन्हें कई तरह की सहूलियतें मिल रही है, वहीं अलग-अलग स्तरों पर सब्सिडी का लाभ भी मिल रहा है। आंचलिक फिल्मों के निर्माण और स्थानीय कलाकारों को शामिल करने पर अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। यही कारण है कि उत्तराखंड आज फिल्म निर्माण के बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।
सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिन्दी और आठवीं अनुसूची की भाषाओं में बनने वाली फिल्मों के प्रोडक्शन पर राज्य में खर्च की गई धनराशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी देने का प्रावधान है। गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी फिल्मों में मिलने वाली सब्सिडी को 25 लाख से बढ़ाकर दो करोड़ तक किया गया है।
प्रदेश में शूट होने वाली बाल फिल्मों को 10 फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था है। विदेशी और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके साथ ही राज्य शूट होने वाली वेब सीरीज, टीवी धारावाहिक को भी सब्सिडी का लाभ मिलेगा। डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, ट्रैवलॉग, ब्लॉग व म्यूजिक वीडियो में भी सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में नई व कम प्रसिद्ध लोकेशन पर शूटिंग करने पर पांच फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों व तकनीशियनों को शामिल करने पर फिल्म को 10 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि फिल्म नीति में देश के प्रतिष्ठित फिल्म संस्थानों से पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी छात्रवृत्ति दी जा रही है। साथ ही फिल्म सिटी के निर्माण की भी योजना है।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता हेमंत पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से कई फिल्मों का निर्माण उत्तराखंड में हो रहा है। इससे यहां के स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी फायदा मिलेगा। स्थानीय फिल्मों को बढ़ावा मिलेगा। अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र सिंह डसीला ने किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्यगण मौजूद रहे।
उत्तराखंड में नवचयनित औषधि निरीक्षकों का प्रशिक्षण प्रारंभ, गुणवत्तायुक्त औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर — डॉ. आर. राजेश कुमार
देहरादून, उत्तराखंड राज्य में नवचयनित औषधि निरीक्षकों के लिए FDA भवन, देहरादून में 21 अप्रैल 2025 से एक सुदृढ़ एवं व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, डॉ. आर. राजेश कुमार ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह नियुक्ति केवल एक पद नहीं बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली को सशक्त करने की एक अहम जिम्मेदारी है।
डॉ. राजेश कुमार ने निर्देश दिए कि राज्य में हर नागरिक को गुणवत्तायुक्त, मानक स्तर की औषधियाँ समय पर उपलब्ध हों, यह सुनिश्चित करना औषधि निरीक्षकों की मुख्य प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि औचक निरीक्षण, नियमित नमूना संग्रहण, भंडारण स्थलों की निगरानी और यात्रा मार्गों पर दवा उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जाए। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवा का एक मजबूत आधार यह है कि जनता को भरोसेमंद और प्रभावी औषधियाँ मिलें। निरीक्षकों को अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी, निष्पक्षता और सजगता के साथ कार्य करना होगा।”
अपर आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, ताजबर सिंह जग्गी ने भी प्रशिक्षण की आवश्यकता और महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सशक्त बुनियाद है, जिस पर भविष्य की औषधि निगरानी प्रणाली का निर्माण होगा। उन्होंने कहा “प्रशिक्षण का उद्देश्य निरीक्षकों को कानूनी, नैतिक, तकनीकी और व्यावहारिक हर पहलू में दक्ष बनाना है। इससे वे नकली, घटिया और अनुचित दवाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही कर सकें।” उन्होंने कहा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी सप्ताहों में विभिन्न चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें कक्षा शिक्षण, प्रायोगिक अभ्यास, केस स्टडी और फील्ड विज़िट शामिल हैं। यह पहल उत्तराखंड राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को न केवल आधुनिक बनाएगी, बल्कि राज्य को स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में अग्रसर भी करेगी।
प्रशिक्षण में इन विषयों पर किया गया फोकस :-
Drugs & Cosmetics Act, 1940
Narcotic Drugs & Psychotropic Substances Act, 1985
Drugs Price Control Order (DPCO)
Drugs & Magic Remedies (Objectionable Advertisements) Act
Sampling, Judicial Process, Police Coordination
प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों से आमंत्रित अनुभवी विशेषज्ञ भी प्रतिभाग कर रहे हैं जो अपने वर्षों के अनुभव से प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
नरेंद्र आहुजा, भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, हरियाणा ने कहा, “औषधि निरीक्षकों की भूमिका केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं, वे जनता के स्वास्थ्य के रक्षक हैं। उन्हें तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता भी विकसित करनी होगी।”
उड़ीसा के भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, महापात्रा ने कहा, “अंतरराज्यीय औषधि निगरानी तंत्र को समझना और उसमें सक्रिय सहभागिता आज की आवश्यकता है। औषधि निरीक्षकों को राज्यों के समन्वय में भी दक्ष होना चाहिए।”
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुशांत महापात्रा ने अपने सत्र में औषधि से संबंधित मामलों की न्यायिक प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “विधिक ज्ञान एक निरीक्षक के लिए उतना ही आवश्यक है जितना तकनीकी ज्ञान। सही कानूनी प्रक्रिया का पालन ही कार्रवाई को टिकाऊ बनाता है।”
USFDA एवं WHO से जुड़ी विशेषज्ञ अर्चना बहुगुणा ने वैश्विक मानकों की जानकारी साझा करते हुए कहा, “यदि हम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप निरीक्षण प्रणाली विकसित करें तो न केवल जनता को लाभ मिलेगा बल्कि भारतीय दवा उद्योग की वैश्विक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।”
एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी: डीजी सूचना
राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर “रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ पर परिचर्चा* *पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा कार्यक्रम का आयोजन*
देहरादून, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी ने कहा कि एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी है। आज के तकनीकी दौर में हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझे। राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर सोमवार को देहरादून में पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यकाशाला का विषय ‘‘रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ रखा गया।
कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना एवं उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, बद्रीकेदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल, अध्यक्ष पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर रवि विजारनिया द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि बंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के तकनीकी दौर में हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझे। उन्होंने कहा कि ए.आई. तकनीक का वर्तमान समय में जिस प्रकार से तेजी से विकास हो रहा है, उसमें हम सभी की जिम्मेदारी बन जाती है कि हम मनुष्यता की भावना को सर्वोपरि रखे। ए.आई. तकनीक के उपयोग से समय की बचत होती है, उस समय का उपयोग हम किस प्रकार से करते है, यह भी हम सभी को समझना होगा। सोशल मीडिया के साथ-साथ परिवार एवं समाज से भी जुड़े रहे। किसी भी प्रकार की सूचना को आगे बढ़ाने या भेजने से पहले एक बार विचार अवश्य करना होगा कि सूचना सही है या गलत। कोई भी गलत सूचना एक बार प्रसारित हो जाती है, तो उसका प्रभाव व्यक्ति एवं समाज दोनो पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि ए.आई. से कंटेट बनाया जा सकता है, लेकिन उसमें स्वयं के विचारों और अनुभवों का समावेश भी जरूरी है। ए.आई. का जिम्मेदारी के साथ उपयोग, हम सभी का कर्तव्य है और इस बारे में अधिक से अधिक जागरूकता की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि संयुक्त निदेशक, सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय ने कहा कि जब भी नई तकनीक आती है, तो उसकी अपनी चुनौतियां होती है, साथ ही नये अवसर और नई संभावनाएं भी बनती हैं। आज जब सभी जगह ए.आई. की होड सी लगी है, तब हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ए.आई. का किस सीमा तक उपयोग किया जाय। हमें यह भी सोचना होगा कि हम पूरी तरह से ए.आई. पर ही निर्भर न हो जाय, हमें अपनी क्षमता को बनाये रखना है। जनसंपर्क के क्षेत्र में ए.आई. केवल सहयोगी की भूमिका तक ही सीमित रहे। ए.आई. से होने वाले लाभ एवं दुष्परिणाम के संबंध में जनजागरूकता करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में न्यूज-18 चैनल के संपादक श्री अनुपम त्रिवेदी ने कहा कि हम सभी को समझना होगा कि विज्ञान सुविधा देता है, तो समस्याएं भी देता है। उन्होंने कहा कि आज ए.आई. का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि ए.आई. के गलत उपयोग के कारण आज फेक न्यूज हम सभी के सामने बड़ी चुनौती है। इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क क्षेत्र में व्यक्तिगत संबंध ही महत्वूपर्ण है, इसमें ए.आई. उतना उपयोगी सिद्ध नही हो सकता है।
बदरी केदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल ने कहा कि ए.आई. के दौर में हम ए.आई. से सभी कुछ प्राप्त कर सकते है, लेकिन इमोशन नही। इमोशन केवल मनुष्य के पास ही है। उन्होंने कहा कि हमे ए.आई. तकनीक को वरदान या चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा।
कार्यशाला में तकनीकी विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री आकाश शर्मा ने ‘‘जनसंपर्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग” विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि ए.आई. हमारा स्थान नहीं ले रहा है, बल्कि हमारे कार्य को अधिक प्रभावशाली बना रहा है। जनसंपर्क लोगों का काम है, और ए.आई. सिर्फ उसे तेज और सटीक बनाने में हमारी मदद करता है। एआई के विभिन्न टूल्स की जानकारी दी।
ChatGPT : प्रेस रिलीज, सोशल मीडिया पोस्ट और नारे आदि जल्दी और रचनात्मक तरीके से तैयार करने वाला AI लेखन सहायक।
2. Canva AI –
पोस्टर, बैनर, सोशल मीडिया ग्राफिक्स आदि को डिज़ाइन करने का आसान और तेज़ टूल जिसमें ऑटोमैटिक लेआउट और डिजाइन सजेशन होता है।
3. Google Forms –
रियल टाइम में ऑडियंस से फीडबैक या वोट लेने के लिए उपयोग किया जाने वाला डिजिटल फॉर्म टूल।
4. Mentimeter –
लाइव इवेंट्स के दौरान ऑडियंस से इंटरेक्टिव पोल और सवाल-जवाब के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मंच।
5. SlidesAI.io –
टेक्स्ट कंटेंट को स्वतः आकर्षक प्रेजेंटेशन स्लाइड्स में बदलने वाला AI टूल।
6. Buffer / Hootsuite –
सोशल मीडिया पोस्ट को शेड्यूल करने और कई प्लेटफॉर्म पर एकसाथ पब्लिश करने के लिए प्रयुक्त टूल्स।
7. Meltwater / Brand24 –
ऑनलाइन मीडिया और सोशल मीडिया पर ब्रांड या अभियान की निगरानी और विश्लेषण के लिए प्रयुक्त निगरानी टूल्स।
8. Talkwalker –
सोशल मीडिया और न्यूज़ पर ब्रांड की मौजूदगी और भावनात्मक विश्लेषण (sentiment analysis) करने वाला टूल।
Google Alerts –
किसी भी कीवर्ड या विषय पर नई खबर आते ही ईमेल सूचना देने वाला मुफ्त टूल।
सामाजिक मीडिया प्रबंधन (Social Media Management)
9. Later –
Instagram, Facebook आदि के लिए पोस्ट शेड्यूलिंग और कंटेंट प्लानिंग टूल।
10. SocialBee –
कई सोशल मीडिया चैनलों पर नियमित रूप से सामग्री प्रकाशित करने और रीपोस्ट करने का टूल।
11. Mailchimp –
ईमेल न्यूज़लेटर और अभियान भेजने के लिए सबसे लोकप्रिय और सहज टूल।
12. Hunter.io –
प्रभावशाली व्यक्तियों या पत्रकारों के ईमेल ढूंढने और cold outreach के लिए उपयोगी टूल।
पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि बिजारनिया ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनिल वर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र भट्ट, सदस्य सुधाकर भट्ट, वैभव गोयल, राकेश डोभाल, अजय डबराल, दीपक शर्मा, प्रशांत रावत, ज्योति नेगी, शिवांगी, मनमोहन भट्ट, संजय सिंह, प्रताप सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।
तीन दिवसीय “सूर्या देवभूमि चैलेंज” का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सोनप्रयाग में हुआ समापन।
रुद्रप्रयाग- भारतीय सेना द्वारा स्थानीय अधिकारियों और पर्यटन निकायों के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय सूर्या देवभूमि चैलेंज साहसिक कार्यक्रम का आज सोनप्रयाग में रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमो व पुरुष्कार वितरण के साथ समापन हो गया। मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल अनिन्द्य सेनगुप्ता द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया और सभी प्रतिभागियों को उनके दृढ़ विश्वास के लिए सराहना् की। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने माउंटेन बाइकिंग,ट्रेल रनिंग और ट्रैक रनिंग के द्वारा अपने अदम्य साहस सहनशक्ति का प्रदर्शन किया।
इस चुनौतीपूर्ण आयोजन में विभिन्न आयु वर्ग में कुल 134 पुरुषों एवं 07 महिलाओं ने भाग लिया l
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) लेफ्टीनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुये बताया कि यह दौड़ मानव धैर्य सहनशक्ति और उत्तराखंड के लुभावने लेकिन चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों का एक शक्तिशाली प्रमाण है। राज्य के कुछ सबसे कठिन और दुर्गम इलाकों में आयोजित इस असाधारण साहसिक कार्य ने देश भर के प्रतिभागियों को अपनी शारीरिक दृढ़ता और मानसिक शक्ति का परीक्षण करने के लिए एक साथ मौक़ा दिया lखड़ी ढलानों और घने जंगलों वाले इलाक़ों से गुजरते हुए, यह चुनौती न केवल समय के खिलाफ दौड़ थी, बल्कि देवभूमि की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव भी थी। इस कार्यक्रम ने साहसिक खेलों और इको-टूरिज्म के लिए एक गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की अद्वितीय क्षमता को प्रदर्शित किया।
सोनप्रयाग में आयोजित समापन समारोह मे सास्कृतिक कार्यक्रमो की धूम रही, उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी सहित स्थानीय रंग कर्मियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे :-
पुरुष वर्ग
35 से कम
पहला स्थान – कमलेश रावत
दूसरा स्थान – नरेंद्र सिंह
तीसरा स्थान – ऋषभ मिंगवाल
चौथा स्थान – रोहित सिंह
पांचवां स्थान – नवनीत सिंह
35 से 45
पहला स्थान – सतपाल
दूसरा स्थान – कृष्णवेन्द्र सिंह
तीसरा स्थान – अरविन्द सिंह
45 के ऊपर
पहला स्थान – कलम सिंह बिष्ट
दूसरा स्थान – राजेंद्र प्रसाद जोशी
तीसरा स्थान – शिवानंद
इस परियोगिता में महिला प्रतिभागियों का प्रदर्शन इस प्रकार रहा :-
35 से कम
पहला स्थान – प्रीति
अंजलि भंडारी और कीर्ति यादव, इन दोनों ने भी इसे पूरा किया।
45 के ऊपर
पहला स्थान – वंदना सिंह
सूर्या देवभूमि चैलेंज 2025 ने भारत में साहसिक खेल आयोजनों में एक नया मानदंड स्थापित किया है और रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की स्थिति की पुष्टि की है।