ऋषिकेश, बीती शाम बुधवार को लक्ष्मणझूला मार्ग पर खारास्रोत के पास रेत से भरा एक डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया। डंपर की चपेट में आने से एक व्यक्ति की घटना स्थल पर मौत हो गई। इसके साथ ही ट्रक पलटकर पास में खड़े एक थ्री व्हीलर टेम्पो के ऊपर गिर गया। घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुंची थाना मुनिकीरेती पुलिस ने हाईड्रो की मदद से लोडर वाहन को उठाने का प्रयास किया। वहीं डंपर पलटने से सड़क के दोनों ओर वाहनों का जाम लग गया। पुलिस टीम ने कड़ी मशकत के बाद यातायात को सुचारू कराया, बताया जा रहा कि डंपर ब्रह्मानंद मोड़ से कैलाश गेट की ओर जा रहा था। इस दौरान पीडब्लूडी तिराहे पर वह अनियंत्रित होकर पलट गया। प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती रितेश साह ने बताया कि हादसे के वक्त गनीमत रही कि टैंपो में इस दौरान कोई सवारी नहीं थी। पुलिस ने मृत व्यक्ति के शव को सरकारी अस्पताल भेज दिया है। अभी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।
टैंपो चालक रवि गोस्वामी के लिए टैंपो एसोसिएशन के पूर्व प्रधान फेरू भाई भगवान बन कर आए। रवि गोस्वामी ने बताया कि वह घटना से कुछ समय पहले ही सवारियों को छोड़ कर खाली टैंपो में बैठा हुआ था। इसी दौरान पूर्व प्रधान फेरू भाई आए और उन्होंने उससे राम झूला स्थित एसोसिएशन के स्टैंड चलने को कहा। जिस पर रवि गोस्वामी ने मना कर दिया। फिर फेरू भाई ने रवि को अपनी स्कूटी दी और उसे स्टैंड भेज दिया। फेरू स्वयं किसी दूसरे ऑटो से स्टैंड पहुंचे। रवि और फेरू भाई के स्टैंड पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही हादसा हो गया।
अनियंत्रित होकर थ्री व्हीलर टेम्पो के ऊपर पलटा रेत से भरा डंपर, एक की मौत
दो दिवसीय हिमगिरि महोत्सव की दून में रहेगी धूम, प्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ
“महोत्सव में डॉ.दिनेश कुमार असवाल, प्रो. (डॉ०) शेखर चंद्र जोशी, सचिदानंद भारती को “हिमगिरि गौरव सम्मान-2024″ से किया जाएगा सम्मानित”
“उत्तराखंड “दशा एवं दिशा” विषय पर विचार गोष्ठी का भी होगा आयोजन”
देहरादून, ओएनजीसी एवं उत्तराखंड प्रशासन के सहयोग से पर्वतीय सरोकारों के लिए समर्पित” हिमगिरि सोसाइटी” अपनी 31वीं वर्षगांठ को दो दिवसीय ‘हिमगिरी महोत्सव-2024″ के रूप में मना रही है जिसमें पर्वतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है । आज स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में संस्था के अध्यक्ष गोपाल जोशी ने पत्रकारों को महोत्सव के विषय विस्तृत जानकारी से रूबरू कराया |
कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुये गोपाल जोशी ने कहा कि पहले दिन अर्थात 06 जनवरी प्रातः 11.00 बजे से साँय 6.00 बजे तक इंटर स्कूल क्विज प्रतियोगिता, कवि सम्मेलन तथा अनुरागी भाइयों के लोक गीत हैं।
सांय 6.00 बजे मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यकर्मों का शुभारंभ किया जाएगा, इसके साथ ही देश दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले महान विभूतियों जिसमें विज्ञान एवं प्रोथ्योगिकी के क्षेत्र में डॉ॰ दिनेश कुमार असवाल, चित्रकला के क्षेत्र में प्रो. (डॉ०) शेखर चंद्र जोशी, पर्यावरण के क्षेत्र में श्री सचिदानंद भारती को “हिमगिरि गौरव सम्मान-2024″ से सम्मानित किया जाएगा
इसी अवसर पर हिमगिरि के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व निदेशक (अन्वेषण) श्री दिनेश कुमार पांडे को तेल एवं गैस अन्वेषण के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्यों तथा हिमगिरी की स्थापना के लिये मुख्य अतिथि द्वारा लाइफ टाइम अचिएवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा |
कार्यक्रम दूसरे दिन अर्थात 07 जनवरी को ” नशामुक्त उत्तराखंड थीम पर आधारित वॉकथन का शुभारंभ जिलाधिकारी महोदय, देहरादून द्वारा प्रातः 8.00 बजे किया जाएगा | तत्पश्चात इंटर स्कूल फ़ोल्क डांस प्रतियोगिता, फ़ैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता, फ़ैशन शो, चित्रकला प्रीतियोगिता की जाएंगी |
श्री इन्दु कुमार पांडे की संयोजकता में “उत्तराखंड दशा एवं दिशा” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्य वक्ता श्री लोकेश नवानी, श्रीमति कमला पंत, श्री केदार सिंह रावत व प्रोफ. विनय आनंद बौड़ाई होंगे । साँय 6.00 बजे मुख्य अतिथि द्वारा सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया जाएगा |
ओह रेडियो के आर जे काव्या और उनकी टीम के निर्देशन में जहां पारंपरिक लोक गीत, लोक नृत्य, वाद्ययंत्रों से दर्शक दीर्घा गुग्ध होगी, वहीं प्रसिद्ध गायक/गायिकाओं जिसमें किशन गहिपाल, गजेंद्र राणा, राकेश कंडवाल, श्वेता माहरा, सौरव मैठानी, माया उपाध्याय, सन्नी दयाल, रेशमा शाह, कैलाश कुमार, नरेंद्र गित्यार, स्वाति भट्ट आदि के गीतों पर श्रोतागण झूम उठेगें ।
हिमगिरी महोत्सव के दौरान लगभग 30 स्टॉलों पर उत्तराखंड की वेश भूषा, खानपान, जैविक खाध्यानों, हस्तकला का लुत्फ भी दर्शकों को आकृषित करने में कामयाब होगा एसा विश्वास है | कुल मिलाकर “हिमगिरि महोत्सव -2024” में उत्तराखंड सम्पूर्ण परिदृश्य को उकेरने का एक प्रयास है ।
पत्रकार वार्ता में संस्था के अध्यक्ष गोपाल जोशी, सचिव आशीष चौहान, संदीप सिंह बिष्ट, एल मोहन लखेड़ा, देवेन्द्र बिष्ट, शोभा नेगी, विजय मधुर, मनमोहन नेगी, परमेश उनियाल, आर जे काव्या, मातबर सिंह असवाल आदि मौजूद रहे |
देश के गरीब और हाशिये पर पड़े लोगों के लिए ‘नए साल का क्रूर उपहार : यशपाल आर्य
-मनरेगा को आधार से जोड़े जाने की नेता प्रतिपक्ष ने की निंदा
-2022-23 के संशोधित अनुमान की तुलना में मनरेगा के आवंटन में 33 फीसदी की थी गिरावट
देहरादून, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य नेे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को (1 जनवरी) से आधार से जोड़े जाने की निंदा की है और इसे देश के गरीब और हाशिये पर पड़े लोगों के लिए ‘नए साल का क्रूर उपहार’ बताया हैै।
श्री आर्य ने कहा कि सरकार ने मनरेगा के तहत काम करके बुनियादी आय प्राप्त करने वाले करोड़ों गरीबों से उनका अधिकार छीन लिया है। इस मुश्किल, बोझिल और अविश्वसनीय प्रणाली के अन्तर्गत भुगतान प्रणाली की जरुरतों को समझना और उसे पूरा करना मजदूरों के लिए काफी मुश्किल हो जाएगा। आधार-आधारित भुगतान प्रणाली के तहत वेतन पाने वाले मजदूरों के आधार कार्ड को उनके जॉब कार्ड और बैंक खातों से जोड़ा जाना जरुरी है उसके बाद उनके आधार डिटेल को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम के डेटाबेस के साथ मैप किया जाएगा। उसके बाद बैंक की संस्थागत पहचान संख्या को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया डेटाबेस पर मैप किया जाएगा।
श्री आर्य ने कहा कि देश में कुल मिलाकर 25.69 करोड़ मनरेगा श्रमिक हैं. इनमें से 14.33 श्रमिक सक्रिय माने जाते हैं. 27 दिसंबर 2023 तक कुल पंजीकृत श्रमिकों में से 34.8 फीसदी (8.9 करोड़) और 12.7 फीसदी सक्रिय श्रमिक (1.8 करोड़) अभी भी एबीपीएस के माध्यम से भुगतान पाने में सक्षम नहीं हैं.‘’। श्रमिकों, प्रैक्टिसनर्स और शोधकर्ताओं ने मनरेगा में मजदूरी के भुगतान के लिए एबीपीएस के उपयोग से आने वाली चुनौतियों से अवगत कराया था, लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार ने तकनीक के साथ अपना विनाशकारी प्रयोग जारी रखा है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मनरेगा के प्रति सरकार की उदासीनता कई बार सामने आ चुकी है।
डिजिटल हाजिरी (एनएमएमएस), एबीपीएस, ड्रोन निगरानी और प्रस्तावित एनएमएमएस में चेहरे की पहचान जैसी तकनीक के साथ उनका खतरनाक प्रयोग उनकी उसी उदासीनता को दिखाता है।
श्री यशपाल आर्य ने कहा कि ग्रामीण आर्थिकी के लिये महत्वपूर्ण योजना होने के बावजूद इस योजना में हाल के वर्षों में बजट में कटौती गई है। 2023 के बजट में मनरेगा के लिए 60,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो 2022-23 के संशोधित अनुमान की तुलना में मनरेगा के आवंटन में 33 फीसदी की गिरावट थी ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को सबसे कमजोर भारतीयों को उनके सामाजिक कल्याण के लाभों से वंचित करने के लिए तकनीक, विशेष रूप से आधार को हथियार बनाना बंद करना चाहिए, लंबित वेतन भुगतान को जारी करना चाहिए और पारदर्शिता में सुधार के लिए ओपन मस्टर रोल और सोशल ऑडिट लागू करना चाहिए।
श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व 17 जनवरी को, 15 जनवरी का निकाला जायेगा नगर कीर्तन
देहरादून,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा द्वारा गुरू श्री गुरु नानक निवास, सुभाष रोड़ पर गुरुद्वारों एवं ज़त्थे बंदियों की हुई मीटिंग में सर्वसम्मिति से निर्णय लिया गया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व 17 जनवरी को एवं नगर कीर्तन 15 जनवरी दिन सोमवार को निकाला जायेगा l
सर्वत्र के भले क़ी अरदास के पश्चात सेवा सिंह मठारु ने कार्यक्रम क़ी रूप रेखा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नगर कीर्तन गु. करनपुर से 15 जनवरी को 12.30 बजे दोपहर को आरम्भ हो सर्वे चौक, क्वालिटी चौक, घंटाघर, पल्टन बाजार, धामावाला बाजार, लखीबाग पुलिस चौकी से रात्रि करीब 8.0 बजे गु. श्री गुरु सिंह सभा में सम्पूर्ण होगा l गुरु गोबिंद सिंह जी का 357 वां प्रकाश पर्व गु. रेस कोर्स के खुले पंडाल में प्रातः 3.30 से दोपहर 3.30 बजे तक कथा – कीर्तन के रूप में मनाया जायेगा l
हेडग्रंथी भाई शमशेर सिंह जी ने कहा कि अमृत संचार 14 जनवरी को गु. श्री गुरु सिंह सभा में प्रातः 8.0 बजे से धर्म प्रचार कमेटी करवाएगी l प्रसिद्ध रागी ज़त्थे एवं कथा वाचक संगत को मनोहर कीर्तन एवं गुर इतिहास श्रवण करवाएंगे l रात्रि का दीवान गु. श्री गुरु सिंह सभा में रात्रि के 10.0 बजे तक सजेगा l लंगर बनाने की सेवा में सभी को सहयोग करना चाहिए l स. देविंदर सिंह भसीन ने कहा कि नगर कीर्तन को सुचारु रूप से चलाने के लिए कार्यकर्ता पुलिस का सहयोग करेंगे एवं गतका पार्टियों को विशेष निर्देश दिये जाँएगे l लंगर बरताने के लिए और अधिक सेवदारों की सेवा ली जाएगी l
गु. पटेल नगर के प्रधान स. हरविंदर सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा पटेल नगर पूर्ण सहयोग करेगा l रेसकोर्स के प्रधान स. बलबीर सिंह ने कहा कि हर प्रकार का सहयोग पूर्व की भांति करेंगे l स. के एस चावला जी ने सभी को प्रकाश पर्व पर अपना सहयोग देने के लिए प्रेरित किया l बिंद्रा जी ने कहा कि अपना फर्ज समझ कर सहयोग करना चाहिए
महासचिव स. गुलज़ार सिंह जी ने आये हुए सभी सज्जनों का सहयोग के लिए धन्यवाद किया, गुरपूर्व सभी के सांझे होते है, इसलिए अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रमों में पहुंच कर गुरु घर क़ी खुशियाँ प्राप्त करें l
इस अवसर पर प्रधान गुरबख्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमोहिंदर सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, मनजीत सिंह, सतनाम सिंह, देवेंदर सिंह भसीन, गुरप्रीत सिंह जोली, हरमोहिंदर सिंह, जगजीत सिंह, के एस चावला, जसबीर सिंह, हरजीत कौर, परमजीत कौर, राजिंदर सिंह राजा, गुरविंदर पाल सिंह सेठी, दलजीत सिंह, हेडग्रंथी भाई शमशेर सिंह, गुरमीत सिंह कैथ, हरप्रीत सिंह छाबड़ा, देविंदर सिंह बिंद्रा, जसपाल सिंह, गुरचरण सिंह, दलबीर सिंह कलेर, हरचरण सिंह, हरप्रीत सिंह, तिलक राज, उज्जवल सिंह, संतोख सिंह, कुलवंत सिंह आदि काफ़ी संख्या में गुरुद्वारों के पदाधिकारी उपस्थित थे l
सरकार के आश्वासन के बाद ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल वापस ली
नई दिल्ली (आरएनएस)। नई आपराधिक संहिता के तहत हिट-एंड-रन मामलों में सजा 2 साल से बढ़ाकर 10 साल किए जाने के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन बीती रात केंद्र के आश्वासन के बाद खत्म हो गया कि वह इसे लागू करने से पहले उनके साथ चर्चा करेगी।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात की। बैठक के दौरान भल्ला ने उन्हें बताया कि नए कानून के तहत प्रावधानों को अभी तक अधिसूचित नहीं किया गया है। उन्होंने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि मंत्रालय इसे लागू करने से पहले एआईएमटीसी के साथ चर्चा करेगा। इस आश्वासन के बाद कि प्रावधानों को लागू करने से पहले चर्चा की जाएगी, एआईएमटीसी ने ड्राइवरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की।
एआईएमटीसी के चेयरमैन मलकीत सिंह बल के मुताबिक, नए कानून की धारा 106 (2) में ‘हिट-एंड-रन’ मामलों में 10 साल तक की कैद और 7 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। ट्रांसपोर्टर और ट्रक ड्राइवर इस प्रावधान का विरोध कर रहे हैं और उनकी मांग है कि इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को अपनी सहमति दे दी है और इसे 26 जनवरी से पहले अधिसूचित किया जा सकता है। गृह मंत्रालय का कहना है कि इस बदलाव से एक ऐसी प्रणाली स्थापित की जाएगी जिसके जरिए कोई भी पीडि़त 3 साल के अंदर न्याय पा सकेगा।
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एम्स में अब ’लीवर ट्रांसप्लांट क्लीनिक’ की भी सुविधा, प्रत्येक मंगलवार को दोपहर बाद चलेगी ओपीडी
“लीवर ट्रांसप्लांट की आवश्यता वाले रोगियों को मिलेगा परामर्श”
ऋषिकेश, लीवर ट्रांसप्लांट के इच्छुक मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य परामर्श देने के लिए अब एम्स ऋषिकेश में एक विशेष ओपीडी संचालित होगी। इसे लीवर ट्रांसप्लांट क्लीनिक नाम दिया गया है। यह ओपीडी प्रत्येक मंगलवार को अपरान्ह 2 बजे से 5 बजे तक संचालित होगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को आगे बढ़ाते हुए एम्स ऋषिकेश ने नए वर्ष पर एक नया क्लीनिक शुरू किया है।
मेडिकल गेस्ट्रोएंट्रोलाॅजी और सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी विभाग द्वारा संयुक्तरूप से शुरू की गई इस ओपीडी में विशेषतौर से उन मरीजों को देखा जाएगा, जिनका लीवर खराब है और जिन्हें निकट भविष्य में लीवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है।
इस बारे में जानकारी देते हुए गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. रोहित गुप्ता ने बताया कि संस्थान की निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के प्रयासों से निकट भविष्य में लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी एम्स में शुरू होने जा रही है। इसे देखते हुए ऐसे रोगी जिन्हें लीवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ रही है, वह इस ओपीडी का लाभ उठा सकते हैं।
सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी विभाग के प्रमुख डाॅ. निर्झर राकेश ने इस बारे में जानकारी दी कि लीवर ट्रांसप्लांट ओपीडी द्वारा संबन्धित रोगी का प्रारंभिक मूल्यांकन कर लीवर ट्रांसप्लांट हेतु आवश्यक परामर्श, प्री-ट्रांसप्लांट मूल्यांकन और पोस्ट-ट्रांसप्लांट प्रबंधन के लिए एक समर्पित मंच प्रदान किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एम्स में पेट रोग से संबंधित समस्या वाले रोगियों के लिए प्रत्येक सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को मेडिकल गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी की ओपीडी तथा प्रत्येक मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी विभाग की ओपीडी और प्रत्येक बृहस्पतिवार को दोपहर 2 बजे से फैटी लीवर क्लिनिक पूर्व से ही संचालित है।
संघर्ष समिति ने चेताया, पहाड़ ही नहीं मैदान के लोगों का हक भी मार रहे हैं बाहरी लोग
हरिद्वार, मूल निवास- भू कानून समन्वय संघर्ष समिति राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बैठक कर स्थानीय लोगों विचार-विमर्श कर रही है। इसी कड़ी में मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संघर्ष समिति के नेताओं ने हरिद्वार में विभिन्न सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, पूर्व सैनिकों और राज्य आंदोलनकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की।
इस मौके पर समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी और सह-संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने का अभियान जारी है। यह उत्तराखंड के हरेक मूल निवासी का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पहाड़-मैदान को आपस में बांटने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं। ऐसी साजिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। पहाड़ हो या मैदान, हरेक मूल निवासी इस लड़ाई में साथ है।
उन्होंने कहा कि संविधान में मूल निवास की कट ऑफ डेट 1950 है। हम संविधान की भावना के अनुरूप ही अपने हक की बात कर रहे हैं। हमारी लड़ाई उनके खिलाफ़ है, जो अपने मूल राज्य में मूल निवास प्रमाण पत्र का लाभ ले रहे हैं और उत्तराखंड में स्थाई निवास बनाकर लाभ रहे हैं। जबकि ऐसा करना कानूनन अपराध है। बड़ी संख्या में लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने फर्जी स्थायी निवास प्रमाण-पत्र बनाए हैं और यहां नौकरी कर रहे हैं। पहाड़ के साथ ही मैदान में रहने वाले लोगों का भी हक़ बाहर के लोग मार रहे हैं। मैदान के मूल निवासी इस बात को समझते हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक उत्तराखंड में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून और मूल निवास-1950 लागू नहीं हो जाता, यह आंदोलन जारी रहेगा। यह लड़ाई हमारे अस्तित्व, अस्मिता, स्वाभिमान और अपनी सांस्कृतिक पहचान बचाने की है। हमारे संसाधनों पर बाहरी लोग डाका डाल रहे हैं। नौकरियों से लेकर जल, जंगल, जमीन पर बाहरी लोग कब्जा कर चुके हैं। हमें अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए इस लड़ाई को लड़ना ही होगा।
समन्वय समिति के सदस्य और पोखड़ा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र रावत ने कहा कि आज हमारी जमीनों पर भू-माफिया का कब्जा होता जा रहा है। हमारे लोग बाहर के लोगों के रिजॉर्ट में नौकर बनने के लिए मजबूर हो गए हैं। सरकार ने भू-कानून इतना लचर बना दिया है कि कोई भी हमारे राज्य में बेतहाशा जमीन खरीद सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता तरुण व्यास, महादेव पंवार, चंद्रकिशोर लेखवार, डॉ. अजय नेगी, बलवीर सिंह रावत ने कहा कि जब हमारी जमीन बचेगी, तभी हमारा ज़मीर भी बच पाएगा। जमीन बचेगी तो हमारी संस्कृति, बोली-भाषा, वेशभूषा, साहित्य और अस्मिता बच पाएगी।
राज्य आंदोलनकारी सतीश जोशी, योगेंद्र नेगी, दीपक पांडे, मनोज रावत, श्याम भट्ट, रजत कंडवाल, विनोद शर्मा, नंदकिशोर लेखवार, राज कंडवाल, उपेंद्र भंडारी, विनोद चौहान, मनेंद्र पुनेठा, धीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हम सभी को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ना है। आज हम लोग नहीं लड़े, तो आने वाले समय में अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक हो जाएंगे और बाहरी ताकतें हम पर राज करेंगी। हमें अपनी पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करना है। यह जनांदोलन हर गांव, हर शहर में पहुंचना जरूरी है।
इस सर्दी, लाएं बदलाव : अपने अनुपयोगी गरम कपड़े जरूरतमंद लोगों को भेंट करें : जिलाधिकारी
देहरादून, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अनुभव पहल पर जिला प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष की भांति इस भी जरूरतमंद लोगों के लिए गर्म कपड़े एकत्रित किये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि बढ़ती सर्दियों के कारण कई लोगो को गरम कपड़ों की उपलब्धत ना होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इस समस्या को लेकर जिला प्रशासन देहरादून द्वारा एक कदम बढ़ाया गया है, जिसको आप सभी के सहयोग से सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने जनपदवासियों से अनुरोध कि अपने अनुपयोगी गरम कपड़े जरूरतमंद लोगों को भेंट करें। उन्होंने कहा कि गरम कपड़े भेंट करने के लिए 18001802525 पर संपर्क कर अपना पता बताएं और टीम दिए गए पते पर पंहुचकर कपड़े प्राप्त करेंगी। या स्वयं भी देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा चलाई जा रही इलेक्ट्रिक बस या देहरादून स्मार्ट सिटी ऑफिस, सात्विक टावर, कौलागढ़ रोड, देहरादून में कपड़े भेंट कर सकते हैं। उन्होंने समस्त जनपदवासियों से अनुरोध किया कि अपने अनुपयोगी गर्म कपड़े जरूरतमदों के लिए भेंटकर जिला प्रशासन का सहयोग करें।
जिला प्रशासन द्वारा भेंट किये गए कपड़ों को जरूरतमंदो तक पंहुचाया जा रहा है। जिलाधिकारी की पहल पर पिछले वर्ष भी यह अभियान चलाया था, जिसमें जनपवासियों के सहयोग से 10 हजार से भी अधिक कपड़े जरूरतमंद बच्चों, महिलाओं, पुरूषों, दिव्यांगजनों एवं वृद्धतजनों तक पंहुचाए गए।
जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से अनुरोध किया कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिला प्रशासन की इस मुहिम को सहयोग करते हुए जरूरतमंद लोगों तक कपड़े पंहुचाने के लिए अपने अनुपयोगी कपड़े भेंट करें, जो आपके लिए अनुपयोगी है वह किसी के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
खास खबर : भवन कर जमा कराने के लिए नगर निगम 13 स्थानों पर 4 से 22 जनवरी तक लगाएगा कैंप
देहरादून, नगर निगम भवन करदाताओं की सुविधा के लिए विभिन्न वार्डों में कैंप लगाने जा रहा है। फिलहाल 13 स्थानों पर अलग-अलग दिन ये कैंप लगेंगे, जिनकी शुरुआत 4 जनवरी को होगी।
नगर निगम की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 4 जनवरी को वार्ड-47 (टर्नर रोड) के भवन करदाताओं के लिए सुभाष नगर स्थित तिलक बाजार रोड पर, 5 जनवरी को वार्ड-9 (डीएल रोड) के लिए अंबेडकर भवन में, 6 जनवरी को वार्ड-23 व 24 (धामावाला व झंडा मोहल्ला) के लिए राजा रोड स्थित कालूमल धर्मशाला में, 9 जनवरी को वार्ड-18 (कालिका मंदिर मार्ग) के करदाताओं के लिए अद्वैत आश्रम में, 10 जनवरी को वार्ड-57 (गोविंदगढ़) वासियों के लिए राजीव कॉलोनी चौक पर कैंप आयोजित किया जाएगा।
उपभोक्ता नकद, चेक अथवा पीओएस के माध्यम से जमा करा सकेंगे भवन कर :
इसी तरह 11 व 12 जनवरी को वार्ड-52 (वसंत विहार) के भवन करदाताओं के लिए क्रमश: भवानी बालिका इंटर कॉलेज व ऑफिसर्स क्लब में, 15 जनवरी को वार्ड-33 व 34 (नेहरू कॉलोनी) के लिए चक शाहनगर ब्रांच ऑफिस में, 16 जनवरी को वार्ड-48 (इंदिरापुरम) में, 17 जनवरी को वार्ड-17 (एमकेपी) के लिए सूरी चौक, 18 जनवरी को वार्ड-46 (माजरा) के लिए उत्तरांचल इलेक्ट्रिकल में, 19 जनवरी को वार्ड-59 (बल्लूपुर) के लिए राजेंद्र नगर स्ट्रीट-3 स्थित नगर निगम पार्क में और 22 जनवरी को वार्ड-2 (सहस्त्रधारा) के भवन करदाताओं के लिए चिड़ोवाली में कैंप लगेगा। पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 2 बजे आयोजित होने वाले कैंप में चेक, नकद अथवा पीओएस मध्यम से भवन कर जमा कराया जा सकेगा।
भतीजे के साथ थे अवैध संबंध, बेटे के विरोध करने पर उतारा मौत के घाट
हरिद्वार, जनपद के कनखल थाना क्षेत्र में 17 वर्षीय किशोर की हुई हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के किशोर की मां से अवैध संबंध थे, जिसका विरोध करने पर उसने योजना बनाकर किशोर को मौत के घाट उतारा। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मायापुर स्थित एसपी सिटी कार्यालय में हत्याकांड का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि एक जनवरी की दोपहर बैरागी कैंप में गंगा किनारे 17 वर्षीय यश उर्फ क्रिश का शव मिला था। सिर में गहरे घाव मिले थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाते हुए मामले की जनता से जांच शुरू कर दी गई थी।
जांच पड़ताल के बाद मृतक के एक परिचित को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। तब उसने कबूल कर लिया कि उसके यश की मां से अवैध संबंध थे और यश इसका विरोध करता था। इसके चलते 31 जनवरी की रात वह उसे शॉपिंग करने के बहाने अपने साथ लेकर गया। फिर उसे शराब पिलाने के बाद कनखल बैरागी कैंप लाकर गला दबाकर हत्या कर दी। सिर पर पत्थरों से वार किया और शव को गंगा किनारे फेंक कर फरार हो गया था। अगले दिन आरोपी ने खुद ही शव गंगा से बरामद करवाते हुए परिजनों को जानकारी दी थी। जिससे उस पर किसी को संदेह न हो सके। आरोपी महिला का रिश्ते में भतीजा है। एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। हत्या में अन्य आरोपियों की भी भूमिका तो नहीं, इसको लेकर भी जांच चल रही है।
डबल लेन सड़क से जुड़ जाएगा चीन सीमा से लगा अंतिम गांव नीती, वाहनों की आवाजाही होगी सुगम
चमोली, चीन सीमा से लगा अंतिम गांव नीती इस वर्ष डबल लेन सड़क से जुड़ जाएगा। इन दिनों सड़क के चौड़ीकरण का काम अंतिम चरण में है। मलारी से नीती गांव (17.35 किमी) तक कहीं हिल कटिंग तो कहीं डामरीकरण कार्य किया जा रहा है। निर्माण में जुटी ओसिस कंपनी के अधिकारियों ने इस वर्ष के अक्तूबर माह तक सड़क का डबल लेन कार्य पूर्ण करने का दावा किया है। इस सड़क के डबल लेन में तब्दील होने से स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही सीमा पर मुस्तैद सेना व आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी सुगम हो जाएगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की कार्यदायी संस्था ओसिस कंपनी की ओर से वर्ष 2021 में मलारी से नीती गांव तक 17.35 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण कार्य शुरू किया गया।
विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच गमशाली से नीती गांव तक चट्टानी भाग की कटिंग कर मजदूरों की ओर चौड़ीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन दिनों कैलाशपुर गांव के हनुमान मंदिर के समीप चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। यहां करीब 80 मीटर तक हिल कटिंग का काम किया जाना है। ओसिस कंपनी के प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि सड़क पर करीब 15 किमी तक डामरीकरण पूरा कर लिया गया है। शेष ढाई किमी का काम भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इस सड़क से सीमा क्षेत्र के कैलाशपुर, फरकिया, बांपा, गमशाली और नीती गांव जुड़े हैं। इसी वर्ष अक्तूबर माह तक सड़क का डबललेन का काम पूरा कर लिया जाएगा। संवाद
नीती गांव की सड़क के डबल लेन बनने से टिम्मरसैंण गुफा में विराजमान बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को आवाजाही में दिक्कतें नहीं होंगी। ओसिस कंपनी के प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि नए साल पर टिम्मरसैंण महादेव के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जिसे देखते हुए दो दिनों तक डबल लेन का काम रोका गया था।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल से की मुलाकात
देहरादून, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने संसदीय कार्य मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात की। उन्होंने क्षैतिज आरक्षण को लेकर प्रवर समिति की रिपोर्ट विधानसभा से शीघ्र लागू करने की मांग की। जिस पर मंत्री डा. अग्रवाल ने विधानसभा का जल्द सत्र बुलाकर प्रवर समिति की रिपोर्ट पटल पर रखने की बात कही।
बुधवार को प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में मंत्री डा. अग्रवाल ने मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राजकीय सेंवाओं में क्षैतिज आरक्षण को लेकर प्रवर समिति की रिपोर्ट पर अभी तक अमल नहीं हुआ है। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री डा. अग्रवाल से प्रवर समिति की रिपोर्ट को जल्द विधानसभा से पारित कराने की मांग की।
मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि बहुत जल्द धामी सरकार विधानसभा का सत्र बुलाने जा रही है, जिसमें उनके द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपी गई प्रवर समिति की रिपोर्ट को रखा जाएगा। बताया कि इस रिपोर्ट पर चर्चा के बाद लागू भी किया जाएगा।
मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि प्रवर समिति को लेकर बनाया गया ड्राफ्ट आंदोलनकारियों को समर्पित है। बताया कि राज्य सरकार आंदोलनकारियों के विकास के लिए कटिबद्ध है। बताया कि इसी सत्र में क्षैतिज आरक्षण लागू कराया। उन्होंने बताया कि आंदोलनकारियों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
इस मौके पर मंच के बाल गोविंद डोभाल, सावित्री पंवार, संगीता रावत, मुन्नी खंडूड़ी, हरदेव रावत, अभिषेक बिष्ट, क्रांति कुकरेती, विजयेश नवानी, अम्बुज शर्मा, यशवंत रावत, धर्मेद्र बिष्ट, वीरेंद्र रावत, भानु रावत, शारदा बहुगुणा, सन्तन रावत, चक्रपाणि श्रीयाल सहित अन्य उपस्थित रहे।
वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में संभावनाएं तलाशें अधिकारी : सीएम धामी
“केंद्र से मंजूरी के लिए विस्तृत ऊर्जा प्रस्ताव बनाये जाय”
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जाएं। राज्य में निवेश में तेजी से वृद्धि होगी, इसको ध्यान में रखते हुए गतिमान परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि कार्यों को तेजी से धरातल पर उतारने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। यह प्रयास किये जाएं कि परियोजनाओं को पूर्ण करने की जो समयावधि है, उस समयावधि के अन्दर पूर्ण हो जाएं। यदि कहीं पर किसी भी प्रकार की समस्याएं आ रही हैं, तो समस्याएं बताई जाएं, उनका उचित समाधान किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा से संबंधित जिन प्रस्तावों पर केन्द्र सरकार के स्तर से आवश्यक कार्यवाही होनी है, उनका विस्तृत प्रस्ताव बनाया जाय।
ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि हाइड्रो और सोलर ऊर्जा में उत्पादन को तेजी से बढ़ाया जाए। यू.जे.वी.एन.एल की अतिरिक्त भूमि पर पर्यटन आधारित गतिविधियों और सोलर के लिए प्राथमिकता के आधार पर उपयोग किया जाए। इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए जिन परियोजनाओं के लिए करार किये गये हैं, उनकी ग्राउंडिग जल्द की जाए। लखवाड़ और किशाऊ बहुउदद्शीय परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य करने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये डिजिटल भुगतान को तेजी से बढ़ावा दिया जाय। राजस्व वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किये जाएं। मुख्यमंत्री ने पिटकुल से विद्युत पारेषण तंत्र की मजबूती की दिशा में ध्यान देने को कहा। अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी ध्यान देने के निर्देश दिये।
बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में हाइड्रो और सोलर ऊर्जा उत्पादन 7513 मिलियन यूनिट है, जिसे 2031 तक 18740 मिलियन यूनिट तक करने का लक्ष्य रखा गया है। 17 मे.वा. कीकुल 03 सौर ऊर्जा परियोजनाएं 2024 से शुरू होंगी। 29.25 मे.वा. की कुल 06 परियोजनाएं अक्टूबर 2025 तक शुरू होंगी। 2026 तक 5.5 मे.वा की नादेही, 18 मे.वा. की कर्मी कपकोट और 11.5 मे.वा. की बागेश्वर के पास शामा गांव सौर ऊर्जा परियोजना को 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में जानकारी दी गई कि अभी तक 21520 करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउडिंग हो चुकी है। जिसमें 6780 करोड़ रूपये की जल विद्युत परियोजनाएं, 14670 रूपये करोड़ की पंप स्टोरेज परियोजनाएं और 70 करोड़ रूपये की सौर आधारित परियोजनाएं शामिल हैं। जबकि इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए हुए करारों पर 54977 करोड़ रूपये की जल विद्युत, पंप स्टोरेज, सौर आधारित एवं अन्य परियोजनाओं की ग्राउडिंग की कार्यवाही गतिमान है।
इस अवसर पर तिलोथ विद्युत गृह (मनेरी भाली प्रथम चरण) के आर.एम.यू के बारे में भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। यू.जे.वी.एन.एल द्वारा नवाचार के रूप में हाइड्रो काइनेटिक टरबाइन के लिए आई.आई.टी रूड़की के साथ अनुसंधान और विकास कार्य किया जा रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन के लिए प्रथम चरण में पथरी मोहम्मदपुर में एक मेगावाट क्षमता का प्लांट स्थापित किया जा रहा है। ‘‘जीरो इन्वेस्टमेंट/ एक्सपेंस मॉडल’’ के आधार पर 01 जनवरी 2026 के बाद ऊर्जीकृत परियोजनाओं को ग्लोबल कार्बन काउंसिल के ग्रीनहाउस मिटिगेशन प्रोग्राम में पंजीकृत कर ‘ कार्बन क्रेडिट ’ जारी करा कर विक्रय करने की प्रक्रिया गतिमान है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, एमडी यू.जे.वी.एन.एल संदीप सिंघल, एमडी यूपीसीएल अनिल कुमार, एमडी पिटकुल पी.सी.ध्यानी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
धामी सरकार परिवहन निगम में 195 मृतक आश्रित को नौकरी देगी
देहरादून, ड्यूटी के दौरान मृत रोडवेज कर्मियों के आश्रितों की नौकरी का रास्ता खुल गया है। धामी सरकार ने रोडवेज में मृतक आश्रित कोटे के 195 पदों पर भर्ती का आदेश जारी कर दिया। ये नियुक्तियां ड्राइवर और कंडक्टर के पदों पर होगी।
रोडवेज की कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते कुछ समय पूर्व सरकार ने ये पद फ्रीज कर दिए थे। परिवहन सचिव अरविंद सिंह यांकी ने मंगलवार को भर्ती खोलने के आदेश किए। उन्होंने कहा, रोडवेज की वर्तमान में अनुकूल आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। कार्मिकों के आश्रितों को रोडवेज में सीधी भर्ती के चालक और कंडक्टर के पदों पर नियमानुसार नियुक्ति दी जाएगी।
मालूम हो कि कुछ समय पहले कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इधर, रोडवेज के कर्मचारी संगठनों ने मृतक आश्रितों की नियुक्ति शुरू करने पर आभार जताया। साथ ही इस कोटे में 195 के साथ 50 और पदों पर भी भर्ती की मंजूरी देने की मांग की। राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गोसाई और रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री दिनेश पंत ने कहा कि वर्तमान में 195 मृतक आश्रितों के लिए नियुक्ति के आदेश जारी हुए हैं। जबकि इनकी नियुक्ति हो जाने के बाद भी 50 मृतक आश्रित शेष रह गए हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जल्द निर्णय नहीं हुआ तो कर्मचारी आंदोलन को मजबूर होंगे।
जगद्गुरु शंकराचार्य ने दिया मूल निवास-भू कानून को अपना समर्थन : समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने लिया आशीर्वाद
शीतकालीन यात्रा की पहल को बताया ऐतिहासिक कदम
देहरादून, मूल निवास – भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन का जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने समर्थन दिया है। उन्होंने संघर्ष समिति की टीम को आंदोलन के लिए शुभकामनाएं दी।
उत्तराखंड स्थित चारधामों की शीतकालीन पूजा स्थलों की यात्रा समाप्ति के अवसर पर चंडी घाट हरिद्वार में मूल निवास – भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को आशीर्वाद देते जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि समिति की मांगे न्यायोचित और संवैधानिक हैं। मांगों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द इन मांगों को मान लेना चाहिए। उन्होंने समिति के पदाधिकारियों से कहा कि इसी तरह जनहित के मुद्दे उठाकर राज्य के विकास में अग्रणी भूमिका निभाएं।
इस मौके पर समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि हमारी टीम सनातन धर्म के शिखर पुरुष और क्रांतिकारी साधु के रूप में देश में विख्यात शंकराचार्य से आशीर्वाद पाकर अभिभूत है। निश्चित रूप से उनसे मिली सकारात्मक ऊर्जा हमारा आत्मबल बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी सरकारों ने शीतकालीन यात्रा शुरू करने की पहल की थी, लेकिन इसके पीछे सरकार के अपने निहितार्थ थे। लेकिन जब किसी संत द्वारा यात्रा का श्रीगणेश किया जाता है तो वह निस्वार्थ होती है। शंकराचार्य जी द्वारा शुरू की गई इस पहल से जहां उत्तराखंड में आध्यात्मिक और धार्मिक ज्योति जलती रहेगी, वहीं स्थानीय लोगों को निरंतर रोजगार मिलता रहेगा। इस अनूठी पहल के लिए उत्तराखंड का जनमानस आजीवन शंकराचार्य जी का ऋणी रहेगा।
समिति के सह संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा शीतकालीन चार धाम यात्रा को पुनर्जीवित करने का कार्य ऐतिहासिक है। इस कार्य से न सिर्फ देश भर में लोगों को चारों धामों के शीतकालीन प्रवास के बारे में जानकारी मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। लूशुन टोडरिया ने कहा यह हमारा सौभाग्य है कि हिमालय की संस्कृति और समाज को बचाने के आंदोलन में संघर्ष समिति को शंकराचार्य जी का आशीर्वाद मिला, जिससे हमारा जनहित के कार्य करने में और भी मनोबल बढ़ गया है।
पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा ब्लॉक के पूर्व प्रमुख एवं संघर्ष समिति के सदस्य सुरेंद्र रावत ने कहा कि शंकराचार्य जी के आशीर्वाद से हम अपने आंदोलन को जन-जन तक ले जायेंगे। उत्तराखंड देवभूमि है और देवताओं के आशीर्वाद से हम सभी अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शंकराचार्य जी ने हमेशा से ही अन्याय के खिलाफ प्रतिकार किया है। उनकी प्रेरणा से यह आंदोलन निरंतर बढ़ता रहेगा।