Monday, April 28, 2025
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पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईएमए में खेलकूद प्रतियोगिता का समापन

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देहरादून, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, भारतीय सैन्य अकादमी में प्रारंभ हुई 54वीं संभागीय योग एवं रस्सीकूद प्रतियोगिता (बालिका वर्ग) का शुक्रवार को समापन हो गया।
तीन दिवसीय इस आयोजन में प्रतिभागी छात्राओं ने न केवल अपने कौशल और दक्षता का प्रदर्शन किया, अपितु उन्होंने आत्मानुशासन, साहस और सहयोग की अद्भुत मिसाल भी प्रस्तुत की। समापन दिवस पर प्राचार्य श्री माम चन्द द्वारा योग की अंडर-14, अंडर-17 एवं अंडर-19 श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को मैडल पहनाकर सम्मानित किया । इसी प्रकार रस्सीकूद प्रतियोगिता के अंडर-17 एवं अंडर-19 वर्ग की विजेता बालिकाओं को भी प्रशस्ति के प्रतीकस्वरूप मैडल प्रदान किए। प्राचार्य ने संबोधित करते हुए कहा कि हर खिलाड़ी अपने भीतर एक विजेता लेकर चलता है। यह मंच आत्मविकास और आत्मनिर्माण का है।
समारोह के समापन अवसर पर उप-प्राचार्य श्री रमेश चन्द ने सभी सहभागी विद्यालयों, अनुरक्षकों, निर्णायकों तथा आयोजन समिति के सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की सफलता का श्रेय सभी के अनुशासन, सामूहिक सहयोग और सकारात्मक दृष्टिकोण को जाता है।
इस आयोजन ने प्रतिभागियों को आत्मविश्वास, खेलभावना और नेतृत्व के गुणों से समृद्ध किया। विद्यालय परिवार को आशा है कि यह प्रतियोगिता बालिकाओं के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध होगी।

“ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर परियोजना” का प्रथम चरण — राज्य की यातायात सुविधा, पर्यटन और प्रशासनिक ढांचे को मिलेगी नई दिशा

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सार्वजनिक भागीदारी से उत्तराखंड को मिलेगी नई गति- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण एवं उत्तराखण्ड निवेश एवं आधारभूत संरचना विकास बोर्ड (U-IIDB)

 

ऋषिकेश, हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर के प्रथम चरण के कार्यों का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कर दिया गया है। नगर निगम ऋषिकेश में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यहां बनने वाली मल्टी स्टोरी पार्किंग का शिलान्यास किया वहीं राफ्टिंग बेसिक स्टेशन की आधारशिला भी उनके द्वारा रखी गई।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार—ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर केंद्र सरकार की योजना है जिसके तहत यह काम किए जाने हैं। केंद्र सरकार इस कॉरिडोर निर्माण के होने वाले कामों के लिए पहली किस्त जारी कर चुकी है तथा इस योजना के तहत किए जाने वाले अन्य कार्यों के लिए डीपीआर तैयार करने का काम जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हरिद्वार और ऋषिकेश चार धाम यात्रा की पहले प्रवेश द्वार है। इन स्थानों पर बाहर से आने वाले यात्रियों को पार्किंग की सुविधा मिलना पहली जरूरत थी। अब तक देखा गया था कि पार्किंग की समुचित व्यवस्था न होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ती थी। यही नहीं यात्रा के दौरान सड़कों पर वाहनों के भारी दबाव और लोगों के द्वारा सड़कों के दोनों ओर अवैध तरीके से बेहतरतीब गाड़ियों को खड़ी करने के कारण कई—कई घंटे लंबे जाम लग जाते थे। उन्होंने कहा कि यहां पार्किंग की सुविधा विकसित होने से जाम से यात्रियों को मुक्ति मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में गंगा में राफ्टिंग का व्यवसाय बहुत बड़े स्तर पर विकसित हो चुका है इसे अगर व्यवस्थित तरीके से किया जाए तो इससे युवाओं को रोजगार के अवसर ही नहीं पड़ेंगे बल्कि राज्य के साहसिक पर्यटन और वॉटर स्पोर्ट्स के लिए एक बेहतर सफलता के द्वार खुल जाएंगे। हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों ही शहरोंं को इस कॉरिडोर के निर्माण से बड़ा फायदा होगा तथा रोजगार व व्यवसाय दोनों के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा।

जम्मू कश्मीर में हुई घटना ने मानवता व इंसानियत को शर्मसार किया

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हरिद्वार (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय द्वारा जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र छात्राओं द्वारा समविश्वविद्यालय परिसर से श्रद्धानन्द चौक तक श्रद्धांजलि यात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों शिक्षकों व छात्रों को सम्बोधित करते हुए समविश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 हेमलता के0 ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हुई घटना ने मानवता व इंसानियत को शर्मसार किया है। बेगुनाह पर्यटकों पर जानलेवा हमला क्रूरता का उदाहरण है। ऐसे लोगों को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर भारत सरकार को विश्व पटल पर संदेश देना चाहिए।
शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज ने कहा कि आज सारा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजूट हो पाक के इस नापाक हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत सरकार की तरफ देख रहा है। हमें पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार मानवता को शर्मसार करने वाले इन क्रूर आतंकियों को इन्हीं की भाषा में जवाब दे पाकिस्तान को सबक सिखाने का कार्य करेंगे।
महामंत्री नरेंद्र मलिक ने कहा कि आतंकियों द्वारा धर्म विशेष को मुद्दा बनाकर किए गए इस जघन्य हत्याकाण्ड ने जहां कट्टवादिता को एक बार पुनः साबित किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर-से-कठोर सैन्य कार्यवाही कर लोगों की भावनाओं का आदर करना चाहिए।
गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय विभाग के मुख्याधिष्ठाता डा0 दीनानाथ ने कहा कि हमारी सहनशीलता को कायरता नहीं समझना चाहिए। भारत इस तरह के जघन्य अपराधों का जवाब देना अच्छी जरह से जानता है जल्द ही भारत सरकार व हमारी सेना इस हमले का जवाब अपने स्तर से देंगी।
इस अवसर पर प्रो0 एल0पी0 पुरोहित, प्रो0 ब्रह्मदेव, डा0 योगेश शास्त्री, डा0 बिजेन्द्र शास्त्री, डा0 नितिन काम्बोज, प्रो0 प्रभात सेंगर, डा0 गगन माटा, डा0 अजेन्द्र, डा0 ऋषि कुमार शुक्ला, प्रो0 सत्येन्द्र राजपूत, डा0 अरूण, डा0 दिलीप कुशवाहा, डा0 सचिन पाठक, रविकान्त मलिक ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर कन्या गुरुकुल, हरिद्वार की प्रभारी प्रो0 सुरेखा राणा की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की भारत सरकार से मांग की गयी।
श्रद्धांजलि यात्रा में डा0 पंकज कौशिक, वीरेन्द्र सिंह पटवाल, शशिकान्त शर्मा, कुलभूषण शर्मा, दीपक वर्मा, अरुण पाल, हेमन्त सिंह नेगी, ललित सिंह नेगी, रविकांत शर्मा, डा0 मनोज, ओमवीर, रमेश चन्द, संजय कुमार, देवानन्द जोशी, सेठपाल, अमित धीमान, कुलदीप, विकास कुमार, नीरज कुमार, नीरज भट्ट, राजीव कुमार, अरविन्द कुमार, महेश चंद्र जोशी, उमाशंकर, रमाशंकर, सुनील, वेदप्रकाश थापा, राजीव गुप्ता, देवेश उनियाल, संजय शर्मा, आशीष थपलियाल, धर्मेन्द्र बिष्ट, तरुण राय, कपिल कुमार, आशु मलिक, गौरव दलाल, प्रशान्त, आयुश ग्रेवाल, आर्यन रोड, रजत त्यागी, रोहन, डा0 बबलू, डा0 बृजेश, हर्षित, सिवाज, ऋतिक, वंश आर्यन, एन0सी0सी0 कैडेट्स व एन0एस0एस0 के छात्र/छात्राओं सहित विभिन्न शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

“इंडियन रेडक्रॉस स्वयंसेवकों ने मॉकड्रिल कर भीड़ बढ़ने से आई मानव जनित आपदा “भगदड़” के दौरान अपनी अपनी भूमिका को परखा”

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हरिद्वार (कुलभूषण ) जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार सिंह के मुख्य संयोजन एवं इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ० नरेश चौधरी के नेतृत्व में गत दिवस की गई “चार धाम यात्रा” के अंतर्गत अत्यधिक यात्रियों/ श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण मची भगदड़ की मॉकड्रिल के तहत इंडियन रेडक्रॉस स्वयंसेवकों ने भी अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए मानव जनित आपदा ‘भगदड़’ के होने पर किस प्रकार जिला प्रशासन का स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाते हुए सहयोग किया जाएगा तथा जनमानस के जानमाल की सुरक्षा की जाए, इस प्रकार के चुनौती पूर्वक कार्यों की परख की। जिलाधिकारी ने इंडियन रेडक्रॉस स्वयंसेवकों के दायित्वों की समीक्षा उपरांत इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ० नरेश चौधरी को निर्देशित किया कि अन्य सहयोगी स्वयंसेवी संस्थाओं के स्वयंसेवकों को भी आपदा से पूर्व, आपदा आने पर एवं आपदा समाप्ति पर किस प्रकार सामंजस्य स्थापित कर एक साथ चुनौती पूर्ण टास्क करने हैं, पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जाए। एवं स्वयंसेवकों को आवश्यक सामान/संसाधनों को भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाए।जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक को अपने-अपने दायित्व का पूर्ण रूप से ज्ञान होना चाहिए। तथा किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए। सभी को स्पष्ट हो कि उनका क्या करना है। जिलाधिकारी ने सचिव डॉ० नरेश चौधरी को सभी स्वयंसेवी संस्थाओं के स्वयंसेवकों को एक ही साथ इंडियन रेडक्रॉस के नेतृत्व में प्रशिक्षित करने के निर्देश भी दिए। इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ० नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि भगदड़ की मॉकड्रिल के अंतर्गत रेडक्रॉस स्वयंसेवकों ने भी घटनास्थल पर बिना समय गंवाए शीघ्रता से पहुंचकर प्रभावित जनमानस को यथासंभव प्राथमिक सहायता देकर घायलों को भी शीघ्र अति शीघ्र अस्पताल पहुंचाने में सक्रिय सहभागिता की। डॉ० नरेश चौधरी ने जिलाधिकारी को आश्वासित किया कि इंडियन रेडक्रॉस द्वारा आपदाओं के प्रति जागरूकता अभियान समय-समय पर चला कर जनमानस को विशेष रूप से जागरूक किया जाएगा जिससे आपदाओं का न्यूनीकरण किया जा सके। मॉक अभ्यास के दौरान इंडियन रेडक्रॉस स्वयंसेवकों में मुख्य रूप से साक्षी बिष्ट, अंकुश रावत, संपदा रोतेला, शिवानी जुगरान, अंकिता बडौनी, फैजल निशा, शीतल कुकरेती, रिया, तन्नु, शिवानी मीना, दिवयान्ग्री, दिवान्सी, अभिषेक शर्मा, गौरव कुमार, केशव नौटियाल, मंजीत कुशवाहा, पंकज सैनी, कीर्ति बिष्ट, आंचल चौहान, अमन प्रताप, तुसार सैनी एवं पूनम आदि ने सक्रिय सहभागिता की।

मां जगदीशिला की 26वीं 30 दिवसीय डोली रथ यात्रा का 7 मई से होगा शुभारम्भ

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देहरादून, पूर्व कबीना मंत्री व डोली रथ यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि बाबा श्री विश्वनाथ—मां जगदीशिला की 26वीं 30 दिवसीय डोली रथ यात्रा का शुभारम्भ 7 मई से होगा।
शुक्रवार को कचहरी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा के 31 दिवसीय उत्तराखण्ड भ्रमण की 26वीं देव दर्शन यात्रा कार्यव्रQम का शुभारम्भ सात मई से होगा। यात्रा अपरान्ह 12 बजे ढुंग बलियाल गांव से डोली का प्रस्थान तथा सांय 7 बजे नेपाली फार्म ऋषिकेश में श्री केदार सिंह लुठियानी के निवासी पर रात्रि विश्राम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन आठ मई को प्रातः नौ बजे नेपाली फार्म से प्रस्थान कर 11 बजे हरिद्वार हरकी पैडी में गंगा स्नान, पूजा अर्चना एवं यात्रा शुभारम्भ विश्व प्रसिद्ध संत भोलेजी महाराज व माता मंगला संरक्षक हंस फाउडेशन तथा महा मण्डलेश्वर ललिता नन्द गिरी महाराज भारत माता मंदिर द्वारा शुभारम्भ कराया जायेगा। 12 बजे हरिपुर में चौधरी करतार सिंह द्वारा डोली का स्वागत किया जायेगा। सांय छह बजे गुमानीवाला सूरत विहार कालोनी में समाजसेवी टीकाराम पुर्वाल व साथियों सहित डोली का स्वागत व रात्रि विश्राम किया जायेगा। 9 मई को सूरत विहार से प्रस्थान व सांय सात बजे नवादा मां नंदा विहार में उनके निवासी स्थान व साथियों द्वारा डोली स्वागत व रात्रि विश्राम किया जायेगा। 30वां दिन 5 जून को 3 बजे रूप सिंह बजिलयाला अध्यक्ष श्री विश्वनाथ जगदीशिला तीर्थाटन समिति द्वारा सभी को धन्यवाद सम्बोधन एवं डोली द्वारा आशीर्वाद एवं कार्यक्रम का समापन होगा। नैथानी ने बताया कि उत्तराखण्ड को पूरे विश्व में देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां के 13 जनपदों में विभिन्न धर्मो एवं सम्प्रदायों के शक्तिपीठ है। मुख्य रूप से हिन्दुओं के विश्व प्रसिद्ध धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, तथा सिक्खों के हेमकुण्ड साहिब, नानकमत्ता, रीठा साहिब, एवं मुस्लिमों के पीरान कलियर, ईसाइयों को देहरादून व नैनीताल के चर्च तथा जैन एवं बौद्ध सम्प्रदायों के शक्तिपीठ हैं। प्रेसवार्ता में मोहन खत्री, रूप सिंह बजियाला, हरीश चन्द्र दुर्गापाल आदि भी मौजूद थे।

संस्कृत भाषा के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में विशेष प्रयास किये जाएं:  मुख्‍यमंत्री

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देहरादून( आरएनएस ) ।  संस्कृत भाषा के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में विशेष प्रयास किये जाएं।  यज्ञ, कर्मकांड, वेद में सर्टिफिकेट कोर्स की व्यवस्था की जाए। संस्कृत का अध्ययन कर रहे बच्चों को 16 संस्कार के बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। पहले चरण में 100 बच्चों को और उसके बाद हर साल एक लक्ष्य निर्धारित कर युवाओं को 16 संस्कारों का प्रशिक्षण दिया जाए। संस्कृत के क्षेत्र में शिक्षण, लेखन एवं संस्कृत भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को प्रत्येक वर्ष सम्मान राशि प्रदान कर सम्मानित किया जाए। यह बात मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी की सामान्य समिति की 10वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड योग, आयुष, ऋषि-मुनियों और संस्कृत की भूमि रही है। राज्य की द्वितीय राजभाषा संस्कृत को राज्य में तेजी से बढ़ावा देने के लिए स्कूल और कॉलेज में संस्कृत में वाद-विवाद, निबंध लेखन, श्लोक प्रतियोगिताएं कराई जाए। संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए जनपदों में नोडल अधिकारी बनाये जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए की कि सभी कार्यालयों में नाम पट्टिका संस्कृत भाषा में भी हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए जिन राज्यों में अच्छा कार्य हुआ है, उन राज्यों की बैस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर, राज्य में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए कार्य किये जाएं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार    संस्कृत को जोड़ने के लिए और प्रभावी प्रयास किये जाएं।
संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि अभी राज्य के प्रत्येक जनपद के एक गांव में कुल 13 गांवों को संस्कृत ग्राम बनाया जा रहा है। इसे चरणबद्ध तरीके से ब्लॉक स्तर तक विस्तारित किया जायेगा। उन्होंने राज्य में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृत के छात्रों को छात्रवृत्ति योजना और पुजारियों को प्रोत्साहन योजना जैसी व्यवस्था बनाये जाने का सुझाव दिया। बैठक में समिति के सदस्यों ने सुझाव दिया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में संस्कृत के प्रश्न जोड़े जाने चाहिए। संस्कृत में शोध को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
राज्य में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए बैठक में आगामी कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई। संस्कृत को आम बोलचाल की भाषा बनाने के लिए 01 लाख लोगों को चरणबद्ध तरीके से ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से सरल संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण दिया जायेगा। संस्कृत वेदों के अध्ययन की सुविधा के लिए वेद अध्ययन केन्द्र बनाये जायेंगे। संस्कृत के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले संस्कृत विद्यालयों को पुरस्कृत किया जायेगा। संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समसामयिक विषयों पर लघु फिल्म बनाने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। संस्कृत के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए देश -विदेश के विश्वविद्यालयों,      संस्कृत अकादमी, संस्कृत संस्थानों द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों, गतिविधियों से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए राज्य में सम्मेलन किया जायेगा। सचिव संस्कृत शिक्षा श्री दीपक कुमार ने राज्य में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे कार्यों और आगामी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक के दौरान दो मिनट का मौन रखकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर प्रमुख सचिव  आर.के.सुधांशु, प्रमुख सचिव न्याय   प्रदीप पंत, सचिव    वी.षणमुगम, कुलपति उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, अपर सचिव  ललित मोहन रयाल एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

आरटीआई के तहत इलाज की जानकारी न देने पर अस्पताल को आयोग की फटकार, स्वास्थ्य प्राधिकरण को नोटिस

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देहरादून, आयुष्मान भारत योजना या गोल्डन कार्ड के जरिए किसी निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं, तो अब उस अस्पताल को इलाज से जुड़ी हर जानकारी अब सूचना अधिकार अधिनियम (RTI Act) के तहत उपलब्ध करानी होगी। यह अहम फैसला उत्तराखंड राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने सुनाया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि चूंकि इन अस्पतालों को सार्वजनिक धन (सरकारी योजना के तहत भुगतान) मिलता है, इसलिए वे सूचना के अधिकार के अंतर्गत आते हैं। ऐसे में मरीज अस्पताल से इलाज, खर्च, दवाओं और अन्य विवरण की जानकारी मांग सकते हैं और अस्पताल उसे देने से इनकार नहीं कर सकते।
यह महत्वपूर्ण फैसला उस वक्त आया जब एक मरीज ने देहरादून स्थित वैलमेड अस्पताल के खिलाफ राज्य सूचना आयोग में शिकायत दर्ज कराई। मरीज ने आयुष्मान योजना के तहत हुए इलाज से जुड़ी जानकारी मांगी थी, लेकिन अस्पताल ने सूचना देने से मना कर दिया। इस पर राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के लोक सूचना अधिकारी को नोटिस जारी किया और सुनवाई के दौरान अस्पताल की जिम्मेदारियों पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने वाले सभी निजी अस्पताल RTI के तहत जवाबदेह हैं। यह फैसला न सिर्फ मरीजों के अधिकारों को मजबूत करता है, बल्कि निजी अस्पतालों की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक अहम कदम है।

आयुष्मान योजना से जुड़े अस्पतालों पर लागू होगा RTI : *
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सुनवाई के दौरान बताया कि प्रदेश के सभी निजी अस्पताल The Clinical Establishments Act 2010 के तहत पंजीकृत हैं। Uttarakhand Clinical Establishments Rules 2013 के तहत संचालित होते हैं। इस कानून के तहत हर अस्पताल को मरीजों का पूरा रिकॉर्ड रखना और आवश्यक जानकारी जिला स्वास्थ्य प्राधिकरण को भेजनी होती है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के प्रतिनिधियों ने भी स्वीकार किया कि जो अस्पताल गोल्डन कार्ड और आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करते हैं, उन्हें राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में पंजीकृत होना अनिवार्य है। ऐसे अस्पतालों को योजना के तहत सरकार से भुगतान मिलता है, इसलिए वे पूरी तरह से जवाबदेह हैं।

मरीज को पारदर्शिता के साथ मिले इलाज की जानकारी :

राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट का कहना है कि कोई भी निजी अस्पताल सूचना का अधिकार अधिनियम की आड़ में मरीज से इलाज की जानकारी नहीं छिपा सकता। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए है। भट्ट ने ये भी निर्देश दिए हैं कि राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण जब किसी अस्पताल को योजना के तहत पंजीकृत करता है, तो उन्हें यह स्पष्ट रूप से बताया जाए कि आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी को देना उनकी कानूनी जिम्मेदारी है।

पाक के खिलाफ भारत के सख्त कदमों का संयुक्त नागरिक संगठन ने किया स्वागत

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देहरादून, पहलगांव आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों की रहनुमा पाक सरकार को सबक सिखाने के लिए भारत के सख्त कदमों का संयुक्त नागरिक संगठन ने स्वागत किया। सामाजिक संस्थाओं ने नरसंहार में मारे गए यात्रियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए गांधी पार्क से घंटाघर तक कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष एल आर कोठियाल ने 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले की सराहना की। गोरखा सुधार सभा के अध्यक्ष पदमसिंह थापा ने कहा सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद के लिए पूर्णतया पाक सरकार जिम्मेदार है।
नत्थनपुर समन्वय समिति के नरेश चंद्र कुलाश्री ने एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद करने को सामयिक फैसला बताया। राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदीप कुकरेती के अनुसार पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दिये जाने से मुनीर सरकार को कठोर संदेश जाएगा। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण समिति के मुकेश शर्मा ने पाकिस्तानी नागरिकों के भारत छोड़ने के आदेश की कूटनीतिक पहल पर संतोष व्यक्त किया।
संयुक्त नागरिक संगठन के जगमोहन मेंदीरत्ता ने पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को भारत से निकाले जाने के आदेश का अभिनन्दन किया है।
इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों जिनमें कर्नल वाई बी थापा, आशा लाल, एसपी डिमरी, केके ओबेरॉय, सुशील त्यागी, एसपी गुप्ता, डॉ. अनूप नेगी, केसी रमोला, हरीश, रवि मनचंदा,आरके अग्रवाल, मानवेंद्र शक्ति, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पेंशनर एसोसिएशन शामिल थे ने कहा कूटनीतिक प्रयासों के बाद सीमा पार संचालित आतंकित अड्डों पर सैन्य कार्यवाही अपरिहार्य हो गई है। ऐसे समय में हम सब भारत सरकार के साथ खड़े हैं।

आतंकी संगठनों के खिलाफ संयुक्त मोर्चा ने किया पुतला दहन

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देहरादून, पहलगाम कश्मीर में हुए आतंकी हमले के विरोध में स्थानीय प्रिंस चौक में आतंकी संगठनों के खिलाफ पुतला दहन किया गया l संयुक्त मोर्चा के द्वारा आतंकवादियों तथा उनको सहायता करने वाले संगठनों की कायरतापूर्ण करतूत की घोर भत्सरना की गयी और घटना की कड़ी निंदा करते हैं वक्ताओं ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह अपनी केंद्रीय नीतियों में परिवर्तन करें, कमजोर नीतियों के कारण देश में आतंकवादी और अलगाववादी संगठन अपना फन उठा रहे हैं उसको कुचलना अति आवश्यक हो गया है l इसके लिए यदि सरकार को हमारी आवश्यकता होती है तो हम सरकार के साथ खड़े हैं, लेकिन इस प्रकार से देश में हमारे नागरिकों की हत्या किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए l हम मांग करते हैं कि आतंकवादियों को चुन चुन कर समाप्त किया जाना अति आवश्यक है, बीजेपी सरकार का यह सच जनता के सामने आ रहा है निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना आतंकवादी संगठनों को और उनको मदद करने वाले संगठनों का एक कायरता पूर्ण हरकत है, साथ ही जम्मू कश्मीर के स्थानीय सरकार व भाजपा की केंद्रीय सरकार दोनों ही इस घटना के दोषी हैं l वक्ताओं का मानना है कि इन हत्याओं को ध्यान में रखते हुए दोनों सरकारों को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए l हमारा यह आक्रोश इन निर्दोष हत्याओं को न्याय दिलाने तक चलता रहेगा l तत्पश्चात पहलगाम हमले में शहीद हुए 27 मृतकों के लिए केंद्रीय कार्यालय उत्तराखंड क्रांति दल में शोक सभा की गई l
पुतला दहन में महानगर अध्यक्ष विजेंद्र रावत, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी लटाफट हुसैन, कौशल कुमार और राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के नवनीत गुसाईं, बालेश बावनाये,अमित तोमर, राजिया बेग, सुरेश कुमार ,दीपक गैरोला, चिंतन सकलानी,विकाश रावत, विजेश शर्मा, सुभागा फर्स्वाण, गीता देवी आदि उपस्थित रहे l

सीएस ने बीएसएनएल, एयरटेल एवं जियो नेटवर्क के राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ की बैठक

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देहरादून, मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में बीएसएनएल, एयरटेल एवं जियो नेटवर्क के राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने प्रदेश में 4जी व 5जी नेटवर्क की उपलब्धता के लिए सर्विस प्रोवाईडरों को आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया।
मुख्य सचिव ने समस्याओं के निस्तारण के लिए राज्य स्तरीय एवं जनपद स्तरीय समितियों के गठन की बात कही। उन्होंने सर्विस प्रोवाईडरों की समस्याओं के निराकरण के लिए निदेशक आईटीडीए को नोडल अधिकारी बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि नोडल अधिकारी स्तर पर माह में दो बार एवं सचिव आईटी स्तर पर माह में एक बार समीक्षा की जाए ताकि 100 प्रतिशत 4जी सैचुरेशन का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। उन्होंने यूपीसीएल से भी नोडल अधिकारी नामित किए जाने की बात कही ताकि सर्विस प्रोवाईडरों को कार्यों में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए सक्षम स्तर के अधिकारी से सम्पर्क किया जा सके।
मुख्य सचिव ने बीएसएनएल को प्रदेश में 4जी नेटवर्क सैचुरेशन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी नेटवर्क प्रोवाईडरों को चारों धामों में नेटवर्क एरिया बढ़ाए जाने की बात कही। कहा कि राज्य में नेटवर्क गुणवत्ता बेहतर बनाए जाने हेतु हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।
इस अवसर पर सचिव आईटी नीतेश कुमार झा, निदेशक आईटीडीए नीतिका खंडेलवाल सहित बीएसएनल, एयरटेल एवं जियो के अधिकारी उपस्थित थे।