देहरादून,पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीनशिविर का आज हर्षौल्लास के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ समापन हुआI संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओ के प्रचार प्रसार हेतु भारत सरकार के निर्देश पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय भाषाओं को स्कूली शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को सिखाने के लिये प्रारंभिक दौर में एक सप्ताह का कार्यक्रम आयोजित किया गया I
भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीनशिविर में बच्चों को केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में उर्दू एवं पंजाबी भाषा सिखाई गई I प्रशिक्षण शिविर में लगभग 55 बच्चों ने प्रतिभाग करते हुए उर्दू एवं पंजाबी भाषा का प्रारंभिक ज्ञान उर्दू विशेषज्ञ मोहम्मद सुफयान एवं पंजाबी भाषा कि शिक्षिका मंदीप कौर से प्राप्त किया I प्रशिक्षण शिविर के दौरान बच्चों ने उत्साह के साथ इन दोनों भाषाओँ कि प्रारंभिक लिपि एवं अपना परिचय देना सिखा I समापन अवसर पर इस शिविर में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों अरमीन जैदी, देवयांश , शुभ्रांश, अनमोल, खुशबू, वंश एवं ख्याति को पुरुस्कृत किया गया तथा सभी भाग लेने वाले बच्चों को शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रमाण पत्रएवं विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा उपहार प्रदान किये गए I
समापन अवसर परबच्चों को संबोधित करते हुए विद्यालय कि प्राचार्या बसंती खम्पा ने बच्चों को जीवन में भाषा के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को किसी न किसी भाषा एवं अपनी क्षेत्रीय भाषा को सिखने के लिये प्रेरित किया I भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीन शिविर को शिक्षिका राना कादीर, राखी शर्मा, शिक्षक विनोद कुमार एवं डी.एम. लखेरा ने संपन्न कराने में महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान की I
भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीनशिविर में हर्षौल्लास के साथ बच्चों को केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में उर्दू एवं पंजाबी भाषा सिखाई गई
वैज्ञानिकों से संवाद करना अब होगा आसान : उत्तराखंड को मिला पहला साइंस रेडियो स्टेशन
वैज्ञानिकों से संवाद अब आसान, उत्तराखंड को मिला पहला साइंस रेडियो स्टेशन
देहरादून, उत्तराखंड़ में विज्ञान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा राज्य का पहला साइंस रेडियो स्टेशन शुरू किया जा रहा है। यह स्टेशन 88.8 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारित होगा। इस साइंस रेडियो स्टेशन से श्रोता वैज्ञानिकों से सीधे जुड़ सकेंगे और विज्ञान से संबंधित जानकारियां सरल भाषा में सुन सकेंगे। मौसम के पूर्वानुमान, चेतावनी और कृषि के लिए उपयोगी जानकारियां नियमित रूप से दी जाएंगी। साथ ही वैज्ञानिकों द्वारा किए गए नवाचार और उनके समाज में उपयोग को लेकर भी जानकारी साझा की जाएगी। इसका उद्देश्य विज्ञान को आम लोगों के बीच लोकप्रिय बनाना और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है। बता दे कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में जहाँ दूरदराज के इलाकों तक जानकारी पहुँचाना चुनौतीपूर्ण होता है, वहाँ रेडियो एक सशक्त माध्यम बन सकता है। इस साइंस रेडियो के माध्यम से कृषक, छात्र, शिक्षक और आम नागरिक विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को आसानी से समझ सकेंगे।
ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसलटेंट्स इंडिया लिमिटेड (बेसिल) ने उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) में प्रदेश का पहला साइंस कम्यूनिटी रेडियो स्टेशन तैयार कर दिया है। यह रेडियो स्टेशन 88.8 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारित होगा। शनिवार को बेसिल की तकनीकी टीम ने इस रेडियो स्टेशन का पहला ट्रायल किया, जो पूरी तरह सफल रहा।
इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने ट्रायल का निरीक्षण किया और टीम को बधाई दी। प्रो. पंत ने कहा कि इस रेडियो स्टेशन के माध्यम से देश और प्रदेश के वैज्ञानिकों को आमजन से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। वे श्रोताओं को यह समझाने का प्रयास करेंगे कि विज्ञान कैसे आम जीवन को सरल बना रहा है, और कैसे वैज्ञानिक शोध और नवाचार समाज के लिए लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं। इस साइंस रेडियो पर मौसम, पर्यावरण, स्वास्थ्य, कृषि और तकनीकी विषयों से जुड़ी उपयोगी और व्यावहारिक जानकारी प्रसारित की जाएगी, ताकि आम नागरिकों विशेषकर युवाओं और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को विज्ञान की समझ विकसित हो सके। यह स्टेशन जल्द ही औपचारिक रूप से उद्घाटित किया जाएगा और नियमित प्रसारण आरंभ करेगा।
बेसिल (ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसलटेंट्स इंडिया लिमिटेड) द्वारा विकसित इस स्टेशन का पहला ट्रायल शनिवार को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने ट्रायल के दौरान रेडियो स्टूडियो का निरीक्षण किया और टीम को बधाई दी। यूकॉस्ट की एक समर्पित टीम रोजाना करीब दो घंटे का विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम प्रसारित करेगी, जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि और समझ को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में विज्ञान के विभिन्न पहलुओं जैसे पर्यावरण, तकनीक, स्वास्थ्य, मौसम, ऊर्जा और शोध से जुड़ी विषयवस्तु शामिल होगी। यूकॉस्ट ने पूरा साप्ताहिक शेड्यूल तैयार कर लिया है। इस रेडियो प्लेटफॉर्म पर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के प्रोफेसरों को आमंत्रित किया जाएगा। वे अपने अनुसंधान और शोध कार्यों की जानकारी देंगे, और यह भी बताएंगे कि उनके शोध किस तरह से समाज के लिए उपयोगी हैं। राज्यपाल के निर्देश पर चल रहे “वन यूनिवर्सिटी-वन रिसर्च” अभियान के तहत सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में जारी शोध कार्यों को भी इस रेडियो स्टेशन पर प्रस्तुत किया जाएगा। इससे आम लोग जान सकेंगे कि राज्य में हो रहे शैक्षणिक शोध समाज के जीवन स्तर को सुधारने में कैसे सहायक हो सकते हैं।
यूकॉस्ट परिसर में ट्रांसमीटर और टावर की स्थापना हो चुकी है। इस रेडियो स्टेशन का प्रसारण लगभग 10 किलोमीटर की हवाई दूरी तक सुना जा सकेगा, जिससे देहरादून जिले का एक बड़ा हिस्सा इसकी पहुंच में आएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्टेशन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सटीक और त्वरित वैज्ञानिक जानकारी देने के लिए विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
यूकॉस्ट की टीम द्वारा प्रतिदिन करीब दो घंटे का विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों, ग्रामीणों और आम नागरिकों को विज्ञान से जोड़ना है। विज्ञान के विभिन्न पहलुओं जैसे पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य, तकनीक, मौसम और ऊर्जा को सरल भाषा में प्रस्तुत किया जाएगा। स्टेशन पर प्रदेश और देश भर के वैज्ञानिकों तथा प्रोफेसरों को आमंत्रित किया जाएगा जो अपने शोध कार्यों और आविष्कारों के बारे में बताएंगे और यह समझाएंगे कि विज्ञान आमजन के जीवन को कैसे सरल और बेहतर बना रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस, 5 जून से इसका नियमित प्रसारण आरंभ किया जाएगा।
मंसा देवी और चंडी देवी पर गंदगी बर्दाश्त नहीं- उपाध्यक्ष इको पर्यटन राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि
मंसा देवी और चंडी देवी अवैध दुकानों को हटाया जाए- उपाध्यक्ष इको पर्यटन राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि
एक माह के अदंर साफ सफाई की व्यवस्था चौक चौबंद हो- उपाध्यक्ष इको पर्यटन राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि
हरिद्वार (कुलभूषण)राज्य मंत्री (दर्जधारी) इको पर्यटन ओमप्रकाश जमदग्नि के नेतृत्व में
आपदा प्रबंधन सभा कक्ष में हरिद्वार क्षेत्र के रेंजर एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक ली।
उन्हेंाने वनाधिकारी को मंसा देवी एवं चंडी देवी में रोड आदि की व्यवस्था, तथा वहॉ स्थापित अवैध दुकानों को जल्द से जल्द हटवाएं जाने तथा आने वाले ऋद्धालुओं के सुविधा का ध्यान रखते हुए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए तथा हरिद्वार करीडोर पर ईको टुरिज्म बनाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि हरिद्वार आने जाने वाले ऋद्धालुओं का ध्यान आकृषित करने के लिए जीव जंतु उद्यान बनाये जाने के निर्देश वनाधिारी को दिए जिससे टूरिस्ट को दो चार दिन रूकने को प्रेरित करें जिससे स्थानीय लोगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।
वनाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि चीला, राजाजी नेशनल पार्क पर्यटको के आकृषण का केन्द्र बनते है तथा वन विभाग द्वारा गतिमान योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट दी वनाधिकारी ने झिलमिल झील और जनपद को इको टूरिज्म जोन में विकसित किए जाने की योजनाओं पर चर्चा की। बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को आगामी कार्य योजनाओं के लिए दिशा निर्देश दिए।
इससे पूर्व जिला अध्यक्ष हरिद्वार, संदीप गोयल एवं वनाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने बुके देकर सम्मान किया।
इस अवसर पर अजय सिंह निदेशक राजा जी पार्क, संदीप खटाना, मास्टर धर्मेद्र सिंह चौहान, अरुण चौहान, चंद किरण, महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री रीता चमोली, जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा रंजन चतुर्वेदी, मन्नू रावत, प्रीति गुप्ता, राखी सजवान, सतीश शर्मा सहित पार्टी कार्यकर्ता सहित जनपद के रंेजर्स उपस्थित रहे।
30 स्मार्ट मीटरों को उतरवा दिया बिना मकान मालिक की अनुमति के मीटर लगाते हुए दिखे तो उन्हें बंधक बना लिया जाएगा
हरिद्वार(कुलभूषण )। वार्ड नंबर 14- ऋषिकुल की विकास कॉलोनी में मकान मालिकों की अनुमति के बिना लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों पर हरिद्वार कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए लोगों के घरों में लग चुके 30 स्मार्ट मीटरों को उतरवा दिया और स्मार्ट मीटर लगा रहे प्राइवेट कंपनी वीनस के कर्मचारियों को कॉलोनी से खदेड़ दिया। इतना ही नहीं कांग्रेसियों ने उन्हें चेतावनी दी कि यदि शहर में कहीं भी बिना मकान मालिक की अनुमति के स्मार्ट मीटर लगाया तो वे उन्हें बंधक बना लेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को प्राइवेट कंपनी वीनस का पहचान पत्र गले में लटकाए कुछ लोग ऋषिकुल वार्ड की विकास कॉलोनी में बिजली के स्मार्ट मीटर लगा रहे थे जिसका की कॉलोनीवासी विरोध कर रहे थे लेकिन वे नहीं माने और उन्होंने लगभग 30 घरों में स्मार्ट मीटर लगा दिए की कॉलोनी के किसी व्यक्ति ने ऋषिकुल वार्ड से पार्षद प्रत्याशी रहे समर्थ गर्ग को फोन कर दिया। सूचना पाकर समर्थ गर्ग, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर, युवा कांग्रेस नेता वरुण बालियान, दीपक टंडन, सोनू शर्मा आदि मौके पर पहुंच गए और उन्होंने स्मार्ट मीटर लगा रहे कर्मचारियों को मीटर लगाने से रोकने के साथ मौके से भगा दिया और उनके द्वारा लगाए गए 30 स्मार्ट मीटरों को भी उतरवा दिया। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि वे हरिद्वार में कहीं भी बिना मकान मालिक की अनुमति के मीटर लगाते हुए दिखे तो उन्हें बंधक बना लिया जाएगा।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर ने कहा कि सरकार स्मार्ट मीटर के जरिए आमजनता से मनमाना बिल वसूलकर लूट खसोट करना चाहती है।
उन्होंने चेतावनी दी कि जनता की जेब पर डाका डालने वाली इस नीति का कार्यकर्ता डटकर विरोध करेंगे। समर्थ गर्ग और दीपक टंडन ने कहा कि यदि स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत करनी है तो पहले भाजपा विधायक के घर और कार्यालय के अतिरिक्त महापौर और भाजपा पार्षदों के घर लगाएं जाएं।
हैरानी की बात यह है कि स्मार्ट मीटर लगाने वाली प्राइवेट कंपनी वीनस के कर्मचारियों को किसने मीटर लगाने की स्वीकृति दी है क्योंकि मीटर की नए मीटर की सीलिंग रिपोर्ट और पुराने मीटर का डाटा रखने के लिए बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी वहां मौजूद नहीं था।
आपको बताते चलें कि बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा घर घर स्मार्ट मीटर लगाने की योजना चल रही है जिसका पूरे प्रदेश में भारी विरोध चल रहा है। स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ताओं का बिजली का बिल बढ़ रहा है जिससे उपभोक्ताओं में भारी रोष भी देखा जा रहा है।
चोपता में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली उजागर : मोहित डिमरी ने उठाई सुधार की मांग
रुद्रप्रयाग (चोपता), विश्व प्रसिद्ध तुंगनाथ मंदिर के आधार शिविर चोपता, जहां हर साल हजारों तीर्थयात्री और पर्यटक पहुंचते हैं, वहां की स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति बनी हुई है। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के महासचिव और मूल निवास-भू-कानून संघर्ष समिति के संस्थापक संयोजक मोहित डिमरी ने हाल ही में चोपता का दौरा कर स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर हालत को उजागर किया।मोहित डिमरी ने स्थानीय लोगों से बातचीत के दौरान पाया कि चोपता का स्वास्थ्य केंद्र एक जीर्ण-शीर्ण कमरे में चल रहा है, जो कभी भी ढह सकता है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस बदहाल केंद्र में न तो पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं हैं और न ही मूलभूत ढांचा। बावजूद इसके कि चोपता में साल भर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है, स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी ने स्थानीय लोगों और आगंतुकों को गंभीर समस्याओं का सामना करने को मजबूर कर दिया है।
स्थानीय समुदाय लंबे समय से एक आधुनिक और सुसज्जित चिकित्सा भवन की मांग कर रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। डिमरी ने इस स्थिति को “चिंताजनक” करार देते हुए कहा, “चोपता जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन और तीर्थ स्थल पर स्वास्थ्य सेवाओं की ऐसी दुर्दशा अस्वीकार्य है। तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए तत्काल सुधार की आवश्यकता है।”उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि चोपता में एक उचित स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जाए, जिसमें आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं, प्रशिक्षित स्टाफ और आवश्यक उपकरण उपलब्ध हों। डिमरी ने यह भी जोड़ा कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी जरूरी है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस से सभी पोलिंग बूथों पर शुरू होगा वृहद पौधरोपण अभियान
जिले के सभी 1882 पोलिंग बूथों पर चलेगा वृहद पौधरोपण अभियान : डीईओ
देहरादून, जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से 05 जून को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस से जुलाई माह में हरेला पर्व के अंत तक सभी पोलिंग बूथों पर वृहद पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत जिले के सभी 1882 पोलिंग बूथों पर पर्यावरण संरक्षण के साथ निर्वाचन में भागीदारी का संदेश दिया जाएगा। पोलिंग बूथों पर वृहद स्तर पर पौधारोपण को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है।
जिला निर्वाचन अधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के क्रम में उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने समस्त एसडीएम, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, विभाग एवं कार्यालयध्यक्षों को अपने क्षेत्रान्तर्गत पोलिंग बूथों पर पौधा रोपण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने पौधारोपण कार्यक्रम का रोस्टर तैयार करने और इसका प्रचार प्रसार करने को भी कहा है। उत्तराखंड मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड की विशेष पहल पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम को मिशन मोड में लेते हुए प्रत्येक बूथ में कम से कम 10-10 पौधे लगाए जाए। प्रत्येक बूथ में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में उस बूथ के 30 प्रतिशत नए मतदाता, 30 प्रतिशत बुजुर्ग, 30 प्रतिशत महिला और 10 प्रतिशत अन्य मतदाताओं को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। कार्यक्रम में वन, उद्यान, ग्राम पंचायत, ग्राम्य विकास, उच्च एवं विद्यालयी शिक्षा, शहरी विकास सहित अन्य अनिवार्य विभाग और क्षेत्र में कार्य करने वाले एनजीओ को भी शामिल किया जाए। बूथों पर लगे पौधों की निगरानी संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य और बीएलओ करेंगे। इस अभियान की शुरुआत 05 जून को पर्यावरण दिवस से की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जो भी पौधा लगाया जाएगा उसकी पूरी देखभाल भी सुनिश्चित की जाए।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में अधूरा है फैसला, सबूतों को ध्वस्त करने वालों पर नहीं हुई कोई भी कार्यवाही : गरिमा
नई दिल्ली, एआईसीसी हैडक्वाटर इंदिरा भवन से उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार कोर्ट के आए फैसले को अधूरा न्याय बताया ।
महिला अपराध पर सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता को महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दशौनी ने संयुक्त रूप से संबोधित किया। अलका लांबा ने बिहार समेत पूरे देश के महिला अपराधों के एनसीआरबी की रिपोर्ट के आधार पर आंकड़े राष्ट्रीय मीडिया के साथ साझा किए,महिला अपराध के श्रेत्र में नंबर एक के पायदान पर राजस्थान, दूसरे पर उत्तर प्रदेश और तीसरे पर मध्य प्रदेश है, तीनों ही राज्यों में डबल इंजन की सरकारें हैं।
प्रेस वार्ता में मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कहा की कोटद्वार की कोर्ट के द्वारा सुनाया गया फैसले का स्वागत है, फैसले का पूरा सम्मान है क्योंकि न्यायालय के फैसले साक्ष्य और सबूतों के आधार पर होते हैं और जो तथ्य 2 साल 9 महीने में कोटद्वार कोर्ट के सामने प्रस्तुत किए गए उन तथ्यों के आधार पर कोर्ट का फैसला संतोषजनक है। परंतु उन सबूतों और साक्ष्यों का क्या जो हत्याकांड होते ही शुरुआत में ही नष्ट कर दिए गए। गरिमा ने प्रेस वार्ता में बताया की पौड़ी जिले के छोटे से गांव डोभ श्रीकोट की रहने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी आंखों में सपने सजाए उत्तराखंड के शहर ऋषिकेश पहुंचती है जहां उसे वनांतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी मिलती है। वनांतरा रिसॉर्ट का मालिक भाजपा का दिग्गज नेता और पूर्व में राज्यमंत्री रहा विनोद आर्य है, जिसने आयुर्वेदिक दवा खाने की फैक्ट्री खोलने के नाम पर निशंक सरकार में भूमि लीज पर ली और दवा खाना खोलने के बजाय उसमें अवैध रूप से रिसोर्ट का निर्माण कर दिया। रिसोर्ट का काम उसका छोटा बेटा पुलकित आर्य देखा करता था ।
17 सितंबर 2022 को अंकिता ने अपने दोस्त को व्हाट्सएप पर लिखा कि यह रिजॉर्ट बहुत ही गंदी जगह है और यहां देह व्यापार कराया जाता है ।उसने लिखा कि मुझ पर भी किसी तथा कथित वीआईपी को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और ₹10000 की पेशकश भी की जा रही है परंतु मैं इन लोगों के आगे झुकूंगी नहीं और 18 सितंबर 2022 को रहस्यमय तरीके से अंकिता भंडारी लापता हो जाती है। 19 सितंबर को अंकिता के पिता पटवारी के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने जाते हैं लेकिन पटवारी रिपोर्ट दर्ज नहीं करता।
20 सितंबर को मामला रेवेन्यू पुलिस के पास आता है, 22 सितंबर को रेवेन्यू पुलिस से मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर होता है। 23 सितंबर को मुख्य आरोपी पुलकित आर्य और उसके दोस्त सहआरोपी अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
24 सितंबर को चीला नहर से अंकिता का शव बरामद होता है, लेकिन 24 तारीख से पहले ही 23 की रात को यमकेश्वर की स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट वनांतरा रिजॉर्ट का वह हिस्सा जिसमें अंकिता रह रही थी उसे ध्वस्त कर देती है और एक वीडियो जारी करके कहती है कि यह आदेश उसको उसके संवेदनशील मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए हैं और उस वीडियो में वह धामी जी का धन्यवाद भी ज्ञापित करती दिखाई पड़ रही है। दसौनी ने कहा कि एक आम आदमी के लिए क्राइम स्पॉट या क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ करना जघन्य अपराध है लेकिन क्या उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जिन्होंने अगले दिन 24 सितंबर को सुबह 9:00 बजे स्वयं के अधिकृत हैंडल से ट्वीट करके राज्य वासियों को यह जानकारी दी कि उन्होंने वनांतरा रिसॉर्ट जो कि अवैध रूप से निर्मित था उसका ध्वस्तिकरण करवा दिया है।
गरिमा ने सवाल किया कि क्या सीएम धामी और उनकी विधायक कानून से ऊपर है? दसौनी ने यह भी कहा कि वीआईपी को बचाने के लिए भाजपा ने साम दाम दंड भेद सब इस्तेमाल किया।
17 दिन के भीतर पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में वहां दो बार आगज़नी हो गई, अंकिता भंडारी का बिस्तर जिसे वह सोने के लिए इस्तेमाल करती थी वह स्विमिंग पूल में पड़ा हुआ मिला, अंकिता भंडारी के पोस्टमार्टम के दौरान एक भी महिला डॉक्टर को पांच डॉक्टरों की टीम में शामिल नहीं किया गया ,गरिमा ने कहा कि पहले दिन से लगातार अंकिता भंडारी हत्याकांड को कमजोर करने का प्रयास किया गया। जनता के भारी दबाव और अंकिता के माता-पिता के आत्मदाह की धमकी के बावजूद राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की कोशिश तक नहीं की और ना ही मामले को फास्ट ट्रैक में चलने का आवेदन किया। गरिमा ने बताया कि इस दौरान अंकिता के पिता ने मुख्यमंत्री को कई पत्र लिखे। किसी पत्र में सरकारी वकील पर केस को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए दूसरा वकील देने का निवेदन था, तो किसी पत्र में सीबीआई जांच न करने की सूरत में आत्महत्या करने की धमकी, तो किसी पत्र में अंकिता के पिता ने तथाकथित वीआईपी के सत्तारूढ़ दल से तार जुड़े होने की आशंका व्यक्त की।
और तो और अंकिता के पिता ने तो उत्तराखंड भाजपा के बड़े नेता का नाम लिखकर यह कहा कि पूरी आशंका है कि वीआईपी आपके ही दल का सफेद पोष है। गरिमा ने प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा के झूठ की पोल खोली की कोटद्वार कोर्ट में अभी हत्याकांड मामले में फैसला आया भी नहीं था की प्रचार की भूखी भाजपा ने पुष्कर सिंह धामी को फैसले का श्रेय देते हुए पोस्टर रिलीज करने शुरू कर दिए। दसौनी ने प्रेस वार्ता के दौरान धाकड़ धामी पेज से जारी पोस्टर दिखाते हुए कहा कि इस पोस्टर को उत्तराखंड भाजपा के तमाम पदाधिकारी सोशल मीडिया पर प्रचारित प्रसारित कर रहे हैं और इस फैसले का श्रेय धामी को दे रहे हैं ।परंतु इस पोस्ट में लिखी हुई बातें निखालीस कोरा झूठ हैं। पोस्ट का पहला बिंदु कहता है कि 24 घंटे के अंदर आरोपियों को हिरासत में लिया गया जबकि यह सत्य नहीं है। अंकिता भंडारी हत्याकांड में 6 दिन बाद आरोपियों को हिरासत में लिया गया उसके अलावा पोस्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अंकिता भंडारी के माता-पिता को तीन बार सरकारी वकील बदल कर दिए जो की पूर्णतया असत्य है ।मात्र एक बार वकील बदला गया जिसमें जितेंद्र रावत की जगह पर अवनीश नेगी सरकारी वकील के रूप में दिए गए।
वहीं एक और बिंदु कहता है कि राज्य के मुखिया ने अंकिता भंडारी के पिता और भाई की सरकारी नौकरी लगाई। गरिमा दसौनी ने प्रेस वार्ता के दौरान अंकिता के पिता का वह वीडियो दिखाया और सुनाया जिसमें पोस्टर रिलीज होने के मात्र 6 घंटे के भीतर पिता ने ही इन खबरों को खारिज कर दिया और उल्टा प्रदेश के मुख्यमंत्री से पूछा कि आपने मेरी नौकरी किस विभाग में लगाई है बताइए?? दसौनी ने प्रेस वार्ता के दौरान यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट का वीडियो भी चलाया जिसमें रेणु बिष्ट बुलडोजर से रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के बाद इसकी जानकारी प्रदेशवासियों को दे रही है और मुख्यमंत्री का धन्यवाद कर रही है ।गरिमा ने कहा की दोषी पाए जाने के बाद जिस तरह से अभियुक्त हवा में हाथ लहराकर और मुस्कुरा कर मीडिया और जनता को मुंह चिढ़ा रहे हैं वह बेशर्मी की पराकाष्ठा है। दसोनी ने कहा कि मामले का हाईकोर्ट में जाना लाजमी है क्योंकि अंकिता के माता-पिता इस फैसले से संतुष्ट नहीं है और ना ही उत्तराखंड की जनता इस फैसले से संतुष्ट है। सभी को अभियुक्तों के लिए फांसी की अपेक्षा थी और जिस तरह से सबूतों को मिटाया गया है उन आरोपियों के ऊपर भी कोई कार्यवाही नहीं सुनिश्चित हो पाई है। इसलिए भी एक बार पुनः कांग्रेस पार्टी अपनी मांग दोहराती है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी बहुत जरूरी है तभी जांच का दायरा व्यापक हो पाएगा और दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा ।
दसौनी ने प्रेस वार्ता के दौरान हाल फिलहाल में उत्तराखंड में हुए महिला अपराधों की जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा के बड़े-बड़े पदाधिकारी महिला एवं नाबालिगौ के साथ दुष्कर्म में संलिप्त पाए जा रहे हैं ,इसलिए भाजपा का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा झूठा और कोरी बकवास है। आज यदि जरूरत है तो भाजपा से बेटियां बचाने की जरूरत है।
बायोमेडिकल प्लांट के विरोध में ग्रामीणों के धरने को कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर का समर्थन
दून घाटी एक्ट 1989 कमजोर करने से यहां के 15 लाख निवासियों का जीवन प्रभावित होगा : अभिनव थापर
देहरादून, उत्तराखंड पर्यावरण विभाग के मुख्यालय, कोडारना नरेन्द्रनगर , जो दून घाटी 1989 का भाग है, के ग्रामवासियों की अवैध बायोमेडिक्ल प्लांट के विरोध में धरने को समर्थन दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा दून घाटी के प्राविधान जिसमें माइनिंग और बायोमेडिक्ल पूरी तरह से प्रतिबंधित है उसमें सरकार ने यह प्लांट कैसे लग दिया ? दून घाटी एक्ट 1989 को कमजोर करने में सरकार निरन्तर कार्य कर रही गया जिससे दून घाटी में 15 लाख लोगों के जीवन पर खतरा मंडराने लगेगा। सरकार को इस बायोमेडिकल प्लांट पर तत्काल रोक लगानी चाहिए और जाँच में पाए गए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये।
कोडारना ग्राम वासी राधा थपलियाल ने कहा कि झूठी रिपोर्ट बनाकर सिर्फ गांव से 300 मीटर की दूरी पर यह प्लांट लगाया गया। ग्राम प्रधान की 2019 की अनापत्ति भी फर्जी प्रतीत होती है, इस विषय की हम सभी ग्रामवासि तत्काल जांज की माँग करते हैं।
गौरांदेवी भवन में आयोजित धरने में कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर, कोडारना के पूर्व प्रधान भगवान सिंह नेगी, ग्रामवासी करतार नेगी, राधा थपलियाल, बैसाखी देवी, अनिता देवी, उमा देवी, मुन्नी देवी व अन्य ग्रामवासियों व मातृ शक्ति ने दून घाटी में इस जनविरोधी माँग का विरोध किया।
वरिष्ठ पत्रकार विकास धूलिया का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर
देहरादून, वरिष्ठ पत्रकार और उत्तरांचल प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष विकास धूलिया का आकस्मिक निधन हो गया है, वर्तमान में दैनिक जागरण के स्टेट ब्यूरो चीफ विकास धूलिया के निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व तमाम पत्रकारों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री धूलिया का निधन न केवल पत्रकारिता जगत के लिए बल्कि समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति दें।
विकास धूलिया को एक निष्पक्ष, निडर और समर्पित पत्रकार के रूप में जाना जाता था। उन्होंने उत्तराखंड की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक हलचलों पर वर्षों तक बेबाक रिपोर्टिंग की। उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने पत्रकार हितों की मजबूती से पैरवी की और पत्रकारों की आवाज को बुलंद किया।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया उत्तरकाशी जनपद के मोरी विकासखंड स्थित गैंचवांण गांव में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ
– मोरी विकासखंड के गैंचवांण गांव में पहली बार पहुंचे कोई मंत्री ग्रामीणों ने कृषि मंत्री जोशी का गर्मजोशी से किया भव्य स्वागत।
उत्तरकाशी(आरएनएस)। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रविवार को उत्तरकाशी जनपद के मोरी विकासखंड स्थित गैंचवांण गांव में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ किया। मोरी विकासखंड के गैंचवांण गांव में पहली बार है जब कोई मंत्री इस गांव में पहुँचे हैं। ग्रामीणों ने कृषि मंत्री जोशी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री जोशी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया, जिनमें कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य और अन्य विभागों ने किसानों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर मंत्री ने एप्पल मिशन योजना के अंतर्गत लाभान्वित किसानों को चेक वितरण भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में सेब उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इसे प्राथमिकता के आधार पर विकसित कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जिस पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए, वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित थी। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि किसान सरकार की नीति निर्माण की केंद्रबिंदु में हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान की शुरुआत उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गुनियाल गांव से की गई थी। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए पूरे देश में दो हजार वैज्ञानिक दलों का गठन किया गया है, जो अगले 15 दिनों तक किसानों से सीधा संवाद करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यह अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां पंतनगर विश्वविद्यालय, भरसार विश्वविद्यालय और विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा जैसे प्रतिष्ठित कृषि संस्थान स्थित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर प्रत्येक जनपद में तीन टीमों का गठन किया गया है, जो प्रतिदिन तीन कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से प्रतिदिन कम से कम 600 किसानों से संवाद स्थापित किया जाएगा। मंत्री जोशी ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि इससे किसानों को वैज्ञानिकों और संबंधित संस्थाओं से प्रत्यक्ष संपर्क का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस पहल से किसान नवीनतम कृषि तकनीकों का उपयोग कर अपनी उपज और कृषि क्षेत्रफल में वृद्धि कर सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के हित में कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता दे रही है और इस दिशा में युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिलाध्यक्ष नागेंद्र चौहान, पूर्व विधायक माल चन्द, ब्लॉक प्रमुख बचन सिंह पंवार, मंडल अध्यक्ष प्रेम सिंह चौहान, मंडल अध्यक्ष राजीव कुंवर, प्रधान अनिता देवी, सीडीओ एस.एल सेमवाल, निदेशक बागवानी मिशन महेंद्र पाल, निदेशक कृषि परमाराम सहित कई लोग उपस्थित रहे।