टिहरी/नैनबाग (शिवांशु कुंवर), टिहरी गढ़वाल के तहसील नैनबाग में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन 3 जून से प्रारंभ हो गयी, जो 9 जून तक चलेगी, कथा रसपान संत लवदास महाराज के द्वारा किया जा रहा है, कथा के प्रथम दिवस मे तीन देव डोलिया के आगमन के साथ कलश यात्रा कथा पंडाल से यमुना तट तक आयोजित की गयी, ग्राम टटोर, नैनबाग, सुमनक्यारी आदि जगह से भक्तजनों ने भजनों के साथ कलश यात्रा सम्पन की, तत्पशचात भागवत कथा की महिमा का वर्णन किया गया, भक्ति अनुकूल संत के मिलने से प्राप्त होती है संत की प्राप्ति पूर्ण पूंजी एकत्र होने से होती है इसलिए हमेशा सत्य मार्ग पर चलें जिसका कोई गुरु नहीं उसका जीवन शुरू नहीं, मोक्ष के दरवाजे के ताले की चाबी मनुष्य शरीर है विभिन्न योनियों के रूप में चाबियां तो चौरासी लाख है लेकिन मोक्ष के दरवाजे में कोई फिट नहीं बैठती मनुष्य जन्म प्राप्त कर मोक्ष की चाबी हाथ लगने पर भी ताला न खोलें तो उससे बड़ा अभागा कोई नहीं, मनुष्य शरीर से साधना कर सकते हैं उस परम तत्व को जान सकते हैं |
इस अवसर पर गंभीर रावत, मोहन थपलियाल, राजेश कैंतुरा,दर्शन तोमर,सोबत कैंतुरा, शरण पंवार, सुरेंद्र सेमवाल, मोहनलाल निराला, दिनेश खन्ना, कपिल सेमवाल, रोहित शास्त्री आदि भक्तजन मौजूद रहे |
नैनबाग में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, तीन देव डोलिया के आगमन के साथ निकली कलश यात्रा
भारतीय सैन्य नर्सिंग सेवा में चयनित हो शिल्पी ने बढाया हरिद्वार व प्रदेश का गौरव
परिवार में खुशी व हर्ष की लहर
हरिद्वार (कुलभूषण) हरिद्वार की बेटी शिल्पी लखेडा सुपुत्री दिनेश लखेडा ने भारतीय सैन्य नर्सिंग सेवाओं में दिया लेफ्टिनेंट के पद पर योगदान ।शिल्पी लखेडा के पिता दिनेश लखेडा जिला ब्लड बैंक में कार्यरत है। बेटी की इस सफलता पर खुशी व्यक् करते हुए उन्होने बताया कि बेटी की इस सफलता से पूरे परिवार में खुशी व हर्ष की लहर है। परिवार में मिलने वालो के शुभकामनाए के लिए संदेश व फोन आ रहे है। उन्होने बताया कि शिल्पी ने जनवरी 2024 में एम एन एस के लिए परीक्षा दी थी जिसमे लगभग27000बच्चों ने परीक्षा दी थी उसमे से1416बच्चे चुने गए जिसमे शिल्पी की रेंक 99थी फिर इनकामार्च2024में इंटरव्यू और मेडिकल दिल्ली छावनी में हुआ जिसमें इन्होंने उसे क्लियर किया सेना में451 बच्चे नियुक्त होने हैं और पहले 198 बच्चों में शिल्पी लखेडा को मिलेट्री हॉस्पिटल झांसी में योगदान देना है जिसमे इनको एक बार फिर मेडिकल क्लियर कर योगदान दिया जाएगा
माता दीपाली लखेडा दादी शिवदेई लखेडा ने शिल्पी की इस उपलब्धि के लिए उसे आशीर्वाद और खुशी व्यक्त की है दोनों भाइयों अर्पित लखेडा अमन लखेडा बुआ आशा पोखरियाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हमे गर्व है शिल्पी पर।
दिनेश लखेडा ने बताया कि शिल्पी शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल आती थी अपनी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर मायापुर से की उसके बाद इन्होंने नर्सिंग की पढ़ाई स्टेट राजकीय नर्सिंग कॉलेज देहरादून से 2023 में पूर्ण की और आज वह भारतीय सैन्य नर्सिंग सेवाओं में लेफ्टिनेंट के पद पर योगदान दिया है । इस अवसर पर डा संजय पालीवाल पूर्व सभासद डा सत्यनारायण शर्मा पूर्व मेयर अनिता शर्मा पूर्व मेयर मनोज गर्ग डा सुनील बत्रा पूर्व सभासद मुकेश त्यागी डा मोना शर्मा डा विशाल गर्ग प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा प्रेस क्लब महासचिव डा प्रदीप जोशी पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष दीपक नौटियाल कुलभूषण शर्मा अजय घनसेला डा राजेन्द्र पाराशर उमेंश पालीवाल गोपाल बडौला सहित नगर के विभिन्न संस्थाओ से जुडे लोगो ने परिजनो को शुभकामनाए देते हुए बिटिया के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
लच्छीवाला टोल प्लाजा पर 5 से 10 प्रतिशत तक बढ़ाया टोल-टैक्स
देहरादून, देश भर में टोल टैक्स में हो रही वृद्धि क्षेत्र के टोल प्लाजा पर भी रविवार की मध्यरात्रि के बाद लागू हो गई है। ऐसे में देहरादून से हरिद्वार और हरिद्वार से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को करीब दस-दस रुपये ज्यादा चुकाने होंगे।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक पीएस गुंसाई ने बताया कि टोल टैक्स में 05 से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। सभी टोल प्लाजा पर बढ़ी हुईं दरें रविवार की रात से लागू होंगी।
देहरादून से हरिद्वार जाने के लिए के लिए लच्छीवाला टोल प्लाजा पर करीब 10 रुपये टोल में वृद्धि होगी। इसी तरह हरिद्वार से दिल्ली जाने के लिए बहादराबाद में पड़ने वाले टोल पर भी करीब इतने ही रुपये अधिक चुकाने होंगे। जबकि देहरादून से वाया भगवानपुर रुड़की होकर दिल्ली पहुंचने वाले यात्रियों को भगवानपुर स्थित टोल पर करीब पांच रुपये अधिक चुकाने होंगे।
परमात्मा की प्रकृति का संरक्षण सबका कर्तव्य
दिल्ली, मानव ने हमेशा अपने विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया है, उसी का परिणाम है कि आज हम अपने पर्यावरण में पतन देख रहें है। इस क्षति से पृथ्वी को बचाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागृति लाने हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रति वर्ष ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आदेशानुसार संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा संयुक्त राष्ट्र की थीम ‘बीट प्लास्टिक पोल्युशन’ के विषय अनुरूप, 5 जून, बुधवार को संपूर्ण भारतवर्ष के पर्वतीय पर्यटक स्थलों पर विशाल वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान का आयोजन कर रहा है। पर्यावरण संकट के मध्य जहां प्रदूषण से निपटने हेतु समस्त मानवजाति एक साथ, एक मंच पर एकत्रित हो गयी है, वहीं निरंकारी मिशन अपने इन अभियानों द्वारा आज की युवा पीढ़ी को सकरात्मक ऊर्जा प्रदान कर रहा है जो निसंदेह कल का उज्जवल भविष्य है। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के स्वयंसेवक, सेवादल सदस्य, भक्त और संबंधित शहरों के निवासी संग मिलकर इस महाअभियान का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जिससे प्रकृति संरक्षण को एक अर्थपूर्ण लक्ष्य तक पहुंचाया जा सके।
संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सचिव श्री जोगिंदर सुखीजा ने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन वर्ष 2014 से ही संयुक्त राष्ट्र के ‘युनाईटेड नेशन एनवाईरनमेंट प्रोग्राम’ पर्यावरण कार्यक्रम की थीम पर ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ आयोजित कर रहा है। हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी निरंकारी मिशन द्वारा संपूर्ण भारतवर्ष के 18 पर्वतीय एवं पर्यटक स्थलों, जिनमें मुख्यतः उत्तराखंड से मसूरी, ऋषिकेश, लैंसडाउन, नैनीताल, चकराता, भवाली; हिमाचल प्रदेश का शिमला, मनाली, धर्मशाला; गुजरात के सापुतारा; महाराष्ट्र के महाबलेश्वर, पंचगनी,खंडाला, लोनावाला, पन्हाला, सोमेश्वर; सिक्किम के गीजिंग शहर और कर्नाटक की नंदी हिल्स जैसे पर्वतीय स्थल शामिल है। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक किया जायेगा जिसमें सभी स्वयंसेवक सम्मिलित होकर सर्वप्रथम निरंकार प्रभु से प्रार्थना करेंगे ताकि कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हो। मिशन के युवा स्वयंसेवक ‘बीट प्लास्टिक पोल्युशन’ की थीम पर नुक्कड़ नाटिकाओं की सुंदर प्रस्तुति करके लोगों को पर्यावरण संकट के प्रति जागरूक करेंगे। सभी स्वयंसेवक तख्तियां एवं बैनर पर्यावरण संरक्षण के संदेशों का उपयोग करके मानव श्रृंखला बनायेंगे।
संत निरंकारी मिशन निरंतर आध्यात्मिक जागृति के साथ-साथ मानवता की सेवा में प्रतिपल समर्पित है। इन सेवाओं में मुख्यतः ‘अमृत प्रोजेक्ट’ जल निकायों का संरक्षण, ‘वननेस वन’-वृक्षारोपण, तलासरी बाँध परियोजना, स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविरों का आयोजन इत्यादि प्रमुख है। इसके अतिरिक्त समाज के उत्थान हेतु महिला सशक्तिकरण एवं युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक मागर्दशन देने के लिए अनेक कल्याणकारी परियोजनाओं को भी संचालित कर रहा है और परमार्थ हेतु यह सभी सेवाएं सतगुरु के निर्देशन में विश्वभर में निरंतर जारी है।
सेवानिवृत्ति और मृत्यु ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 20 से बढ़ाकर 25 लाख रुपये
-महंगाई भत्ते की दर 50 प्रतिशत तक पहुंचने पर पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग का फैसला
नई दिल्ली, सातवें केंद्रीय वेतन आयोग (सीपीसी) की सिफारिशों के कार्यान्वयन में पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने कार्यालय ज्ञापन संख्या 38/37/2016- पीएंडपीडब्ल्यू (ए) (प) के माध्यम से पेंशन/ग्रेच्युटी/पेंशन का कम्यूटेशन/पारिवारिक पेंशन/विकलांगता पेंशन/अनुग्रहित एकमुश्त मुआवजा आदि को विनियमित करने वाले प्रावधानों के संशोधन से संबंधित निर्देश जारी किए थे।
सातवें सीपीसी की सिफारिशों पर सरकार के निर्णयों के अनुसार सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी और मृत्यु ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 25 प्रतिशत तक यानी महंगाई भत्ते की दर 50 प्रतिशत तक पहुंचने पर 20 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक बढ़ाई जाएगी।
व्यय विभाग ने अपने कार्यालय ज्ञापन संख्या 1/1/2024-ई-प्प्(बी) दिनांक 12.03.2024 के माध्यम से महंगाई भत्ता दर को मौजूदा 46 प्रतिशत से बढ़ाकर मूल वेतन का 50 प्रतिशत करने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं जो 1 जनवरी 2024 से प्रभावी है।
तदनुसार पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने हितधारकों के साथ उचित परामर्श के बाद कार्यालय ज्ञापन संख्या 28/03/2024-पीएंडपीडब्ल्यू (बी)/ग्रेच्युटी/9559 दिनांक 30.05.2024 के माध्यम से निर्देश जारी किए, जिसमें सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी और मृत्यु ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा को सीसीएस (पेंशन) नियम 2021 और सीसीएस (एनपीएस के तहत ग्रेच्युटी का भुगतान) नियम 2021 के तहत बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होगी।
यहां यह जानना जरूरी है कि सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी और मृत्यु ग्रेच्युटी अंतिम आहरित मूल वेतन और कर्मचारी द्वारा प्रदान की गई सेवा की अवधि पर निर्भर करती है।
सीएम ने बनबसा में विद्युत, पेयजल, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा सिंचाई विभाग की समीक्षा की
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद चंपावत में एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम पर बनबसा पहुंचे। बनबसा के एनएचपीसी सभागार में उन्होंने विद्युत, पेयजल, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा सिंचाई विभाग आदि की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीनता पर सख्त होते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई कहा कि सभी अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं साथ ही उन्होंने ऊर्जा और पेयजल के क्षेत्र में लापरवाही करने वाले अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली पानी से जनता परेशान हुई तो अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। उन्होंने पूर्णागिरि में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने कहा कि मां पूर्णागिरी में आने वाले श्रद्धालुओं को भी बिजली पानी की दिक्कत न होने पाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भविष्य को देखते हुए आवश्यक विद्युत की मांग के अनुरूप आपूर्ति की योजनाएं अभी से तैयार कर लें। उन्होंने यूपीसीएल, पिटकुल व उरेडा से मिलकर प्रस्ताव तैयार करते हुए नए विद्युत घरों के कार्य का निर्माण शीघ्र करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे को निर्देश दिए कि जनपद में होने वाले प्रत्येक निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता, समयबद्धता तथा पारदर्शिता रहे। इस हेतु वह स्वयं स्थलीय निरीक्षण कर समीक्षा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन भूमि हस्तांतरण के कारण जो भी परियोजनाएं लंबित हो रही हैं। उनका त्वरित निस्तारण करते हुए अधिकारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी से कार्य करें और शासन स्तर की समस्या हेतु अधिकारी देहरादून आकर संबंधित विभाग और स्वयं उनसे मिलकर समस्या का निवारण करें, ताकि समस्या का समाधान शीघ्र हो सके। उन्होंने कहा कि टनकपुर बनबसा क्षेत्र में पुरानी विद्युत लाइनें एवं ट्रांसफार्मर को एक माह के भीतर बदलने के साथ ही एलटी लाइन को भूमिगत करने हेतु प्रस्ताव तैयार करें साथ ही नए टर्मिनल भी बनाएं।
उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता की समस्याएं प्राथमिकता से सुनते हुए उनका निस्तारण करें और किसी भी प्रकार से जनता को उनकी समस्याओं से उलझाए नहीं। ग्रीष्मकाल में बढ़ती विद्युत की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपने कार्यालय एवं आवासों में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट ( सीएम सूर्य घर योजना) को लगाने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने जनता से भी इस योजना का लाभ लेने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग में प्रमुख अभियंता को प्रदेश के छोटे शहर व कस्बों जहां जाम की स्थिति होती है वहां बाईपास का निर्माण कराने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। किसी भी समस्या का स्थाई समाधान हो इस हेतु अधिकारी इसे गंभीरता से लें। जो कार्य जिस स्तर पर संभव हो अधिकारी व्यक्तिगत लेते हुए कार्यों को अपने स्तर से ही स्वीकृत कराए, बेवजह उन्हें लंबित न रखें। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड है।
मुख्यमंत्री ने कुमाऊं आयुक्त को समय-समय पर विकास योजनाओं की अपने स्तर से समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्णागिरि मेला क्षेत्र व शारदा घाट हेतु बनने वाले शारदा कॉरिडोर के निर्माण हेतु बेहतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए जो भी योजनाएं बनाई जाती हैं उसके लिए भूमि का चयन करते समय उसकी पूरी उपयोगिता जनता को मिले इसका विशेष ध्यान भूमि चयन करते समय रखा जाए।
आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत ने वर्तमान में विद्युत, पेयजल आदि की व्यवस्था एवं मानसून की पूर्व तैयारी के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन, पिटकुल, उत्तराखंड जल निगम, विद्युत निगम, लोक निर्माण विभाग एवं जल संस्थान के विभागाध्यक्ष द्वारा वर्तमान में विद्युत पेयजल की समस्या के समाधान हेतु की जा रही कार्यवाही को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया। बैठक में विद्युत विभाग के विभागाध्यक्ष ने अवगत कराया की टनकपुर- बनबसा क्षेत्र के अंतर्गत वर्तमान में विद्युत लाइन की फीडर है व पुरानी होने के साथ ही एक ही फीडर से ही चार सब स्टेशन के कारण समस्या हो रही है। वर्तमान में इस समस्या के समाधान हेतु अलग सर्किट का निर्माण तथा 6 नए बिजली घर प्रदेश में बनाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने पर्यटन हेतु स्वदेश दर्शन योजना, शारदा कॉरिडोर, मा. मुख्यमंत्री घोषणा, सड़क मार्गों, सिंचाई परियोजना आदि की भी समीक्षा की। उन्होंने नदियों में बाढ़ सुरक्षा हेतु चैनेलाइजेशन, रिवर ट्रेनिंग आदि सुरक्षा के कार्यों के साथ ही बरसात से पूर्व सभी सड़क मार्ग में नाली सफाई, ड्रेनेज व्यवस्था आदि करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष जिला स्तर पर वर्चुअल माध्यम से कार्य योजनाओं की समीक्षा करें।
बैठक में दर्जा प्राप्त मंत्री अनिल डब्बू, अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रमुख अभियंता सिंचाई जयपाल सिंह, मुख्य अभियंता लोनिवि अल्मोड़ा अशोक कुमार, निदेशक परिचालन यूजेवीएनएल अजय कुमार सिंह, प्रबंधक निदेशक पीटीसीयूएल पीसी ध्यानी, प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक कुमार यादव, निदेशक पीटीसीयूएल जीएस बुदीमाल, डीएफओ चंपावत आरसी कांडपाल, सीडीओ संजय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच एफपीआई ने मई में शेयरों से 25,586 करोड़ निकाले
नईदिल्ली,। आम चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता और चीन के बाजारों के बेहतर प्रदर्शन के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मई में भारतीय शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये की भारी निकासी की है।
यह मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि की चिंताओं के कारण अप्रैल के 8,700 करोड़ रुपये से अधिक के शुद्ध निकासी के आंकड़े से कहीं अधिक है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। वहीं जनवरी में उन्होंने शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
आम चुनाव के नतीजे चार जून को आने हैं। इससे निकट भविष्य में भारतीय बाजार में एफपीआई प्रवाह की दिशा तय होगी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार विजयकुमार ने कहा कि मध्यम अवधि में अमेरिकी ब्याज दरें एफपीआई प्रवाह पर अधिक प्रभाव डालेंगी।
आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मई में शेयरों से शुद्ध रूप से 25,586 करोड़ रुपये निकाले हैं।
वॉटरफील्ड एडवाइजर्स के निदेशक-सूचीबद्ध निवेश विपुल भोवर ने कहा, ‘‘अपेक्षाकृत ऊंचे मूल्यांकन और विशेष रूप से वित्तीय और आईटी कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों के साथ राजनीतिक अनिश्चिता की वजह से एफपीआई भारतीय शेयरों से निकासी कर रहे हैं। इसके अलावा चीन के बाजारों के प्रति एफपीआई के आकर्षण की वजह से भी एफपीआई भारतीय शेयरों से पैसा निकाल रहे हैं।’’
विजयकुमार ने कहा, ‘‘एफपीआई की बिकवाली का मुख्य कारण चीन के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन रहा है। हैंग सेंग सूचकांक मई की पहले पखवाड़े में आठ प्रतिशत चढ़ा है।’’
उन्होंने कहा कि एफपीआई की बिकवाली की एक और वजह अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल का बढऩा है। जब भी अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल 4.5 प्रतिशत से ऊपर जाता है, एफपीआई भारत जैसे उभरते बाजारों में बिकवाली करते हैं और अपना निवेश बॉन्ड में लगाते हैं।
उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के मजबूत आंकड़े, मुद्रास्फीति के प्रबंधन के दायरे में रहने और राजनीतिक स्थिरता की स्थिति में एफपीआई आगे लिवाली कर सकते हैं।
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, जो 6.7 प्रतिशत के अनुमान से कहीं अधिक है। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही है।
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2.1 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लाभांश ने सरकार को बुनियादी ढांचा खर्च को आगे बढ़ाने को लेकर वित्तीय गुंजाइश प्रदान की है।
समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 8,761 करोड़ रुपये डाले हैं। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने मार्च में बॉन्ड बाजार में 13,602 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
कुल मिलाकर 2024 में एफपीआई अबतक शेयरों से 23,364 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बॉन्ड बाजार में 53,669 करोड़ रुपये डाले हैं।
प्रॉपर्टी डीलर के भाई को दोस्त बनाकर महिला ने तीन लाख मांगे
टॉपर्सों को दिया जिपंस पुरस्कार, बच्चों को फास्ट फूड से दूर रखने की अपील
-सामुदायिक पुस्तकालय ने किया आयोजन
मुनस्यारी, सामुदायिक पुस्तकालय द्वारा तहसील मुख्यालय के दो विद्यालयों की टॉपर्स विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 दिया गया। इस अवसर पर अभिभावकों से अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखने के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की गई। अभिभावकों से बच्चों को फास्ट फूड नहीं दिए जाने की अपील की गई। राजकीय प्राथमिक विद्यालय तिकसैन में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में कक्षा 1 की रुषिका वर्मा, कक्षा 2 के भारत सिंह, कक्षा 3 की काजल दानू, कक्षा चार के पार्थ, कक्षा 5 के खगेंद्र सिंह तथा सरस्वती शिशु मंदिर के कक्षा प्रथम की आरोही, काव्या सुमत्याल, कक्षा 2 की गौरवी भंडारी, मानस, कक्षा 3 की डौली राणा, प्रियांशी पंवार, अदिति बृजवाल, कक्षा 4 के ललिता, मेहुल मेहरा, कक्षा 5 के निधि ल्वाल,भूमिका कुंवर, कशिश भंडारी को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 के रूप में एक डिक्शनरी तथा प्रमाण पत्र देखकर सम्मानित किया गया।
प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती हेमा पांगती तथा सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य बंशीधर जोशी के द्वारा इस आयोजन की सराहना की गई।
दिवस की कार्यशाला में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा अभिभावकों का आवाहन किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोटा राशन खिलाए। बाजार के फास्ट फूड से इनके बचपन बचाने की अपील की।अपने बच्चों से उनके लक्ष्य के बारे में बातचीत करे, उनके लक्ष्य की तैयारी के लिए स्वयं तथा अपने परिवार और समाज को तैयार करने का कार्य भी अभिभावकों को ही करना होगा।
अगर है आपको कोई संदेह तो…! हाईटेक लैब में दवा की गुणवत्ता की कराएं जांच
देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दिशा निर्देशन में प्रदेश खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक उच्च तकनीक से सुसज्जित ड्रग्स, मेडिकल डिवाइस और कास्मेटिक लैब का संचालन शुरू किया है। यह लैब देहरादून के सहस्रधारा रोड स्थित डांडा लखौण्ड परिसर में स्थापित की गई है।
देहरादून में स्थापित यह हाईटेक ड्रग्स, मेडिकल डिवाइस और कास्मेटिक लैब राज्य के स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस पहल से प्रदेश में नकली और मिलावटी उत्पादों के खिलाफ एक मजबूत संदेश जाएगा और नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
उच्च गुणवत्ता और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लैब :
इस लैब में अत्याधुनिक मशीनों जैसे एचपीएलसी, यूवी/विजुअल फोटो, एफटीआईआर, जीसीएचएस का उपयोग करके औषधि, मेडिकल उपकरण और कास्मेटिक सैंपलों की जांच की जाती है। लैब की क्षमता 3000 सैंपल जांचने की है और इसमें ऑनलाइन सर्टिफिकेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग डॉ. आर राजेश कुमार के अनुसार, लैब को जल्द ही राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यता मिलने की संभावना है, जिससे लैब की रिपोर्ट पूरे विश्व में मान्य हो सकेगी।
लैब में अब तक हुई 2 हजार जांच :
इस लैब में अब तक 2000 से अधिक जांचें हो चुकी हैं। यहाँ पांच विभिन्न प्रयोगशालाएं बनाई गई हैं जिनमें रसायन परीक्षण लैब, मानइर, मेजर, कास्मेटिक और माइक्रो बायोलॉजी लैब शामिल हैं। लैब में ड्रग्स, टेबलेट, कप सिरप (ओरल लिक्विड), मेडिकल डिवाइस और कास्मेटिक उत्पादों की सैंपलिंग की जांच की जाती है।
खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन का सक्रिय अभियान :
खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग प्रदेश में मिलावट खोरों और नकली उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है। ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि लैब की सटीक और उच्च गुणवत्ता वाली जांच रिपोर्ट पूरे देश में मान्य है और इससे नकली और मिलावटी उत्पाद निर्मित करने वाली कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी।
सौंदर्य प्रसाधनों की जांच पर विशेष फोकस :
लैब का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सौंदर्य प्रसाधनों की जांच पर केंद्रित है। ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि यह लैब रुद्रपुर के बाद दूसरी लैब है, जिसमें सौंदर्य प्रसाधनों की जांच की जा रही है। बढ़ती मांग को देखते हुए कुछ असामाजिक तत्व नकली या मिलावटी सौंदर्य उत्पाद निर्मित कर बेचने का प्रयास करते हैं। विभाग ऐसे नकली उत्पाद निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में जुटा हुआ है।