Tuesday, June 17, 2025
Home Blog Page 286

वाह रे प्रशासन…! यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी में लगाने का आदेश किया रद्द

0

नैनीताल, ऐसा आदेश जो पहले बिना सोचे समझे लागू किया गया और फिर आनन फानन में 24 घंटे के अंदर ही वासस ले लिया, जिससे ऐसी बदनामी हुई कि लोगों में प्रशासन की कार्यशैली पर बात उठने लगी। वाह रे जिला प्रशासन, ऐसी ही बदनामी जिलाधिकारी नैनीताल के आदेशों के बाद हुई, जिस आदेश में शिक्षकों को यातायात संभालने में लगाने की बात कही गई थी लेकिन अब शिक्षा विभाग ने पर्यटन सीजन के दौरान सहायक अध्यापकों को यातायात ड्यूटी पर लगाने का आदेश 24 घंटे में ही निरस्त कर दिया है। यातायात ड्यूटी पर लगाए गए सभी सहायक अध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह तत्काल अपनी उपस्थिति अपने मूल विद्यालय में दें। बता दें कि नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में सीजन के दौरान पर्यटकों के बढ़ते दबाव और जिले में पुलिसकर्मियों की कमी को देखते हुए डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अलग-अलग विद्यालयों में तैनात कई सहायक अध्यापकों को नैनीताल क्षेत्र में यातायात ड्यूटी संभालने के निर्देश दिए थे।
शुक्रवार और शनिवार को सहायक अध्यापकों और बाबुओं ने यातायात व्यवस्था संभालने में पुलिस की मदद भी की। । इस खबर को लेकर शिक्षकों में ही नहीं, बल्कि आम लोगों भी में भी खूब चर्चा रही। लोगों ने विभाग के इस आदेश को पूरी तरह गलत करार दिया था। इसे देखते हुए शनिवार की शाम जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) पुष्कर लाल टम्टा ने नया आदेश जारी किया। जिसमे कहा गया कि ट्रैफिक जाम के निराकरण के लिए सात जून से 13- जून तक सहायक अध्यापकों को सहयोग के लिए नामित करने संबंधी आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। इस आदेश में संबंधित शिक्षकों को अपने मूला तैनाती वाले विद्यालयों में उपस्थिति देने के भी निर्देश दिए गए हैं।

 

 

पम्पिंग पेयजल योजना की स्वीकृति को लेकर धरना चौथे दिन जारी : बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर सरकार को किया जगाने का प्रयास

बड़कोट (उतरकाशी), गर्मी के बढ़ते प्रकोप के चलते राज्य के कई गांवों में पानी का संकट गहराने लगा है, जनपद उत्तरकाशी के बड़कोट में पेयजल संकट से जूझ रहे नगरवासी पिछले चार दिनों से अनिश्चियतकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। जनपद के नगर पालिका क्षेत्र बड़कोट में इस समय भीषण पेयजल किल्लत से परेशान नगर वासियों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में यज्ञ किया। पालिका क्षेत्र के सातों वार्ड के नगरवासी लंबे समय से पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। नगरवासी यमुना तिलाड़ी से पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण किए जाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने 6 जून 2024 से बड़कोट तहसील स्थल पर क्रमिक धरना तथा चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर सरकार को जगाने कार्य किया गया।
नगरवासी पिछले 6 साल से यमुना नदी से पम्पिंग पेयजल योजना की स्वीकृति की मांग करते आ रहे है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं होने पर उन्होंने 06 जून से धरना-प्रदर्शन शुरू किया हुआ है। जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में सरुखेत , छटागा,चक्रगाव सहित सभी वार्डो के नगरवासी पेयजल संकट से परेशान है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, पूर्ण रावत और बलवीर असवाल ने कहा कि छोटी छोटी योजनाओं की स्वीकृति से बड़कोट की प्यास नहीं बुझने वाली, यहां के लिए यमुना नदी से पम्पिंग योजना स्वीकृत हो।
चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में बुद्धि शुद्धि यज्ञ करने वालो में सरपंच अजय रावत ,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, जे पी नौटियाल, दलबीर सिंह, रोहित रावत,मोहित थपलियाल,पूर्ण सिंह रावत,अजय सिंह, मदन पैन्यूली, दिनेश सिंह रावत, झावर सिंह राणा, जय सिंह चौहान, मनमोहन सिंह रावत, बलबीर असवाल, अक्षांश रावत, विनोद राणा ,सुरेश डिमरी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

 

रिस्पना पुनर्जीवन स्वच्छता अभियान के अंतिम दिन रैली निकाल किया लोगों को जागरूक

देहरादून, उत्तराखंड़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं ईकोग्रुप सोसाइटी द्वारा रिस्पना पुनर्जीवन के लिए दस दिन से चलाया जा रहा स्वच्छता और जागरूकता अभियान का रविवार को समापन हो गया।
पिछले माह 31 मई से आरंभ हुये इस के अंतिम दिन रिस्पना नदी के तल रिस्पना ब्रिज पर अपशिष्ट प्रबंधन, गीले-सूखे कचरे के सही से निस्तारण करने पर जानकारी दी गयी I इसके उपरांत स्वच्छता अभियान रैली का आयोजन किया गया जिसमें कई युवा और बच्चे रिस्पना के किनारे बसी बस्तियों में रिस्पना को बचाने और कूड़ा न फैंकने के घर घर जाकर नारे लगाते हुए लोगों को जागरुक कर रहे थे । इस दौरान प्रतिभागियों अभियान प्रारंभ करने से पूर्व स्वच्छता कैप भी वितरित की । इस कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रदूषण बोर्ड, ईकोग्रुप सोसाइटी, यूबीटी संस्था तथा जीयूपीएस, दीप नगर, जीजीआईसी, कारमन, सारा देव, समर वैली व अन्य स्कूलों के बच्चों ने प्रतिभाग किया ।
इस आयोजन में गैर सरकारी संस्थाओं के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्कूल के बच्चों ने मिलकर नदी तल पर करीब एक घंटे चले सघन स्वच्छता अभियान चलाकर करीब 1000 किलो मिश्रित वेस्ट इकठ्ठा कर निस्तारण के लिए भेजा गया।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रदूषण बोर्ड से संध्या शर्मा, रचना नौटियाल, ईको ग्रुप सोसायटी से अनिल कुमार मेहता, आशीष गर्ग, भारत शर्मा इत्यादि यूबीटी संस्था से डा़. नवीन डगवाल, मनीष रतूड़ी , प्रज्ज्वल जोशी, खुशी शर्मा, योगेश नौटियाल, रोहित मेहरा, अरविंद इत्यादि ने प्रतिभाग किया ।

जेईई एडवांस में भी बलूनी क्लासेस के छात्रों का शानदार प्रदर्शन

0

-संस्थान के 12 छात्र-छात्राओं ने जेईई एडवांस में बाजी मारी

-सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के 2 छात्र रहे सफल

देहरादून, एक के बाद एक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का परचम लहरा रहे बलूनी क्लासेस के छात्र-छात्राओं ने रविवार को एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया । संस्थान के 12 छात्र-छात्राओं ने ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस-2024 में सफलता हासिल कर कामयाबी की नई ईबारत लिखी। सोशल बलूनी के दो छात्रों ने 12वीं इस वर्ष संस्थान जेईई मेन्स में से कुल 125 तथा देहरादून शाखा से 45 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था।
सफल छात्र-छात्राओं में अभिनव नौटियाल (रैंक 99 पीएच), लक्ष्य पंत (रैंक 1794), अभिषेक कुमार (रैंक 2372), मुदित कुमार (रैंक 2919), शिवम कुमार (रैंक 2989), रोहन कुंतल (रैंक 3270), पूजा शर्मा (रैंक 10732), अभिनव चौधरी (रैंक 13956), रूद्रा जैन (रैंक 15111) ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की। इस वर्ष भी सर्वाधिक संख्या में सफल छात्र-छात्राएँ देकर बलूनी क्लासेस ने अपनी नम्बर वन कोचिंग संस्थान के स्थान को और मजबूत किया है।
बेहतर परिणाम पर हर्ष जताते हुए संस्थान के प्रबंध निदेशक श्री विपिन बलूनी ने कहा कि छात्रा-छात्राओं की मेहनत, अनुभवी व योग्य शिक्षकों के मागदर्शन और अपडेटेड पाठ्य सामग्री के चलते संस्थान लगातार सफलता के शिखर पर बना हुआ है । उन्होंने कहा कि बलूनी क्लासेस उत्तर भारत में हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कोचिंग उपलब्ध कराने वाले सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शामिल है ।
प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि नये सत्र 2024-25 के लिए मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के लिए नये बैच 11 जून 2024 से प्रारंभ होने जा रहे हैं ।
ज्ञात हो कि बलूनी वेलफेयर एवं एजुकेशनल सोसाइटी, देहरादून अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए ‘‘सुपर-50’’ नामक बैच का गठन करती है, जिसमें पूरे प्रदेश से लिखित परीक्षा के आधार पर पचास छात्र-छात्राओं का चयन किया जाता है । इनमें 50 छात्र मेडिकल संकाय के होते हैं । सुपर-50 में चयनित सभी छात्र एवं छात्राओं को मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं हेतु पूरे एक वर्ष की तैयारी एवं अध्ययन सामग्री पूर्णतः निःशुल्क प्रदान की जाती है ।
इस वर्ष सुपर-50 के आवेदन संस्थान की वेबसाइट www.balunigroup.org पर लॉगिन कर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं, साथ ही बलूनी क्लासेस से ऑफलाइन आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जुलाई 2024 है ।

 

दिव्यांगता को पीछे छोड़ लिखी सफलता की गाथा : दून निवासी अभिनव नौटियाल ने जेईई एडवांस्ड में पाई सफलता

देहरादून, खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले, खुदा बंदे से पूछे बता तेरी रजा क्या है। अल्लामा इकबाल की इन पंक्तियों के सशक्त प्रमाण हैं दून निवासी अभिनव नौटियाल। जिन्होंने दिव्यांगता को पीछे छोड़ सफलता की गाथा लिखी है। उन्होंने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस्ड में 99 रैंक (पीडब्ल्यूडी) हासिल की है।

मूलरूप से बाबा केदार की धरती रुद्रप्रयाग के चंद्रापुरी निवासी अभिनव शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं, लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद अभिनव ने दृढ़ इच्छा शक्ति और संकल्प के साथ प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अध्ययन करने के अपने सपने को साकार किया है। अभिनव के पिता संजय नौटियाल गांव में दुकान चलाते हैं, जबकि मां सीमा नौटियाल गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि बहुत से इंजीनियर के बारे में इंटरनेट में देखा और पढ़ा था। गणित विषय में रुचि होने के साथ छोटी उम्र से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा था। परिवार ने भी पूरा साथ दिया। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग के ही एक विद्यालय से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने दून के बलूनी क्लासेस से संयुक्त प्रवेश परीक्षा की तैयारी की। वहीं, दून के सहस्त्रधारा रोड के वाणी विहार में रहने वाले अभिनव के दादा मायाराम नौटियाल ने कहा कि अभिनव शुरुआत से ही मेधावी छात्र रहा है। 12 की बोर्ड परीक्षा में भी अभिनव ने 94 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। ऐसे में एक बार फिर देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास कर पोते ने परिवार का नाम रोशन किया है।

संयुक्त नागरिक संगठन ने सीएम को भेजा पत्र : पर्यावरण संरक्षण/वृक्षारोपण का दायित्व किसी स्थानीय विधायक को दिये जाने दिया सुझाव

0

देहरादून, वृक्षारोपण अभियान को फाईलों के फर्जी आकड़ों से खींचकर धरातल पर मूर्त रूप देने हेतु पर्यावरण संरक्षण/वृक्षारोपण का दायित्व स्थानीय ईमानदार विधायक को दिये जाने का सुझाव प्रेषित करते हुए संयुक्त नागरिक संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी को पत्र लिखा, प्रेषित पत्र में कहा गया कि राज्य में पांच वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्यावरण मंत्रालय के विशेष महत्व को दृष्टिगत रखकर इसका स्वतंत्र रूप से गठन कर इसे वन विभाग से अलग कर पर्यावरण निदेशालय स्थापित करके इसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बायोडायवर्सिटी बोर्ड, स्टेट एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी, स्टेट एन वायरमेंट असेसमेंट कमेटी जैसे विभाग शामिल किए थे। यह सब सफेद हाथी बने हुए है और धरातल पर अयोग्य ही साबित हुए है। संगठन सचिव सुशील त्यागी ने बताया की दून में पर्यावरणीय विनाश को हम कंक्रीटीकरण के रूप में देख रहे हैं। यहां हरित क्षेत्र घटकर लगभग एक प्रतिशत रह गया है। इससे यहां प्रदूषण बढ़ा है जो जन सामान्य के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
दूसरी तरफ भूजल स्तर लगातार घटता जा रहा है जिससे पानी के लिए मारामारी बनी हुई है। रिस्पना बिंदाल नदियां गंदगी से भरी पड़ी है जिनके लिए सभी जिम्मेदार है। संगठन के सचिव त्यागी ने आगे कहा है कि राज्य में वनागनि की घटनाएं वर्ष 2021 में 2813, वर्ष 2022 में 2080, वर्ष 2023 में 1600 और वर्ष 2024 में अब तक 2400 हेक्टेयर वनक्षेत्र वनागनि से राख हो गया है। पर्यावरण की इस त्रासदी के अलावा भी बहुत से अन्य कारण है, जिनकी वजह से राज्य के हम पर्यावरण प्रेमी दुखी हैं।
राजधानी की अधिकांश सड़कें चौड़ीकरण के चलते हजारों पेड़ों के कटान से शमशान बन चुकी है। वहीं वृक्षारोपण की सर्वोच्च प्राथमिकता और इनका अनुरक्षण यहां जरूरी है। जनसहयोग से इसे मूर्त रूप दिया जाना जरूरी है। पत्र में कहा गया कि पर्यावरण विषय की गंभीरता को दृष्टिगत रखते दून के ही किसी योग्यतम, जुझारू विधायक को ही वृक्षारोपण का दायित्व दिया जाना जरूरी है जो स्थानीय पर्यावरणविदों का सहयोग, सलाह से प्रभावी पर्यावरण संरक्षण नीति बनाने और इसको व्यापक स्तर पर क्रियान्वित करने में आपको सहयोग दे सके। संयुक्त नागरिक संगठन ने पत्र की प्रतिलिपि राज्यपाल, मुख्यसचिव, केन्द्रीय पर्यावरण सचिव को भी आवश्यक कार्रवाई हेतु भेजी है। संगठन ने आशा व्यक्त की है सरकार जल्द ही इस ओर सकारात्मक कदम उठायेगी |

नैनीताल में अब शिक्षकों को करना होगा ट्रैफिक पुलिस का काम

0

नैनीताल, जनपद नैनीताल के शिक्षक अब बच्चों को पढ़ाएंगे ही नहीं बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था का मोर्चा भी संभालेंगे। पर्यटकों के लगातार बढ़ते दबाव और जिले में पुलिसकर्मियों की कमी की वजह से डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने यह फरमान जारी किया है।
नैनीताल जिले में ट्रैफिक जाम के निराकरण के लिए डीईओ बेसिक की ओर से आदेशों के मुताबिक पांच शिक्षकों को नामित किया गया है। शिक्षक सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे। इनमें सहायक अध्यापक एलटी दान सिंह बिष्ट, आशीष साह, महिपाल चंद्र, वरिष्ठ सहायक जगदीश सिंह नेगी, कनिष्ठ सहायक अंकित चंद्र शामिल हैं। शुक्रवार को एलटी शिक्षकों व वरिष्ठ सहायकों ने यातायात व्यवस्था संभालने में पुलिस की मदद की। एलटी शिक्षक आशीष शाह ने बताया कि शुक्रवार को उनकी ड्यूटी रूसी बाइपास में लगी थी।
पर्यटन सीजन में नैनीताल की यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बीते दिनों डीएम वंदना सिंह ने अधिकारियों की ड्यूटी एंट्री प्वाइंटों पर लगाई थी। डीईओ (माध्यमिक) पुष्कर लाल टम्टा ने रूसी बायपास पर ड्यूटी की। डीईओ माध्यमिक पुष्कर टम्टा ने बताया कि डीएम के निर्देश पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
राजकीय शिक्षक संघ इसके विरोध में उतर आया है। उनका कहना है कि शिक्षकों की यातायात पुलिस में ड्यूटी कतई स्वीकार्य नहीं है। इससे एक गलत संदेश लोगों के बीच में जाता है। अध्यापकों से सिर्फ अध्यापन का कार्य कराया जाना चाहिए। अन्य जगहों पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाने के फैसले की हम निंदा करते हैं। ड्यूटी में लगे शिक्षकों को इस संबंध में कोई शिकायत या परेशानी है, तो तत्काल जनपद कार्यकारिणी को सूचित करें, हम तत्काल इसका विरोध करेंगे।

अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी

0

“पहले चरण में 14 जून को दीनदयाल पार्क में धरना तो दूसरे चरण में होगा 30 जून मुख्यमंत्री आवास कूच”

देहरादून, शहीद स्मारक पर लोकसभा चुनाव के बाद उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा एक बैठक आहूत की गईं। जिसमें चुनावी दौर के चलते काफी लंबे समय से राज्य आंदोलनकारियों के लम्बित चल रही मांगों को लेकर आगे रणनीति पर गहन चर्चा की गयी । प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि आचार संहिता हटने के बाद आज राज्य आंदोलनकारियों की बैठक में बड़े संघर्ष की तैयारी को लेकर लामबद्ध होकर चरणबद्ध आंदोलन चलाने की आवश्यकता है।
बैठक में ऋषिकेश से आये रुकम पोखरियाल व मंच के सलाहकार केशव उनियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते आज राज्य आंदोलनकारी हताश हैं। आंदोलनकारी पुष्पलता सिलमाणा ने कहा कि आज तक हमारे राज्य आंदोलनकारी चिन्हीकरण के लिये सरकार की ओर मुंह ताकने को मजबूर हैं वहीं सरकार की ट्रेजरी की व्यवस्था के तहत महीनों से पेंशन जारी नहीं हो रही हैं जिससे सेैंकड़ों पेन्शन पा रही महिलायें अपने इलाज का खर्च भी नहीं उठा पा रही हैं। सरकार से मांग करते हैं कि वह हमारी पेन्शन पुरानी व्यवस्था के तहत जिलाधिकारी कार्यालय से ही बनाएं रखे।
प्रदेश प्रवक्ता/जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि आज प्रदेश के राज्यपाल पर आंदोलनकारियों से मिलने का समय नहीं हैं औऱ ना ही विधयेक पर हस्ताक्षर किये जिससे प्रश्नचिंह खड़े होते हैं। सरकार ने यूसीसी लाकर प्रदेश के मूल निवास पर कुठाराघात करने का कार्य किया और न ही सशक्त भू कानून को लागू किया जिसका हश्र यह हो रहा क़ि प्रदेश में बाहर से बहुत बड़ी लाखों की आबादी आती जा रही हैं।
राज्य आंदोलनकारी मंच अब प्रदेश बचाने हेतु सशक्त भू कानून लागू कराने एवं रोजगार बचाने के साथ अन्य आउट सोर्स एजेंसियों का विरोध करेंगी।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने सभी के सुझावों पर विचार करने के उपरान्त घॊषणा करते हुये कहा क़ि पहले चरण में 14 जून को दीनदयाल पार्क में धरना दिया जायेगा। यदि सरकार फिर भी ना जागी तो दूसरे चरण में 30 जून को दिलाराम चौक से मुख्यमन्त्री आवास कूच किया जायेगा। बैठक का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल ने किया जबकि अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने की।

बैठक में मुख्यतः सलाहकार केशव उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , रुकम पोखरियाल , जगमोहन मेहन्दीरत्ता , गम्भीर मेवाड़ , प्रदीप कुकरेती , पूरण सिंह लिंगवाल , जबर सिंह पावेल , विशम्भर दत्त बौंठियाल , शान्ति शर्मा , पुष्पलता सिलमाणा , सुलोचना भट्ट , तारा पाण्डे , राधा तिवारी , पुष्पा नेगी , गणेश डंगवाल , सतेन्द्र भण्डारी , बलबीर सिंह नेगी , मोहन खत्री , नवीन राणा , विनोद असवाल , चन्द्र किरण राणा , सुरेश कुमार , लोक बहादुर थापा , प्रेम सिंह नेगी , बीर सिंह रावत , सतेन्द्र नौगाँई , बलबीर सिंह नेगी , प्रभात डण्डरियाल , राकेश नौटियाल , राजेश्वरी नेगी , सुशील विरमानी , रघुवीर सिंह तोमर , विजय पाहवा , विमला रावत , माया खत्री, मुन्नी राणा, सावित्री नेगी आदि उपस्थित रहे।

 

सुनहरे घुंघरू डांस स्टूडियो ने धूमधाम से मनाया 8वां वार्षिक समारोह

“बाल कलाकारों ने कथक एवं शास्त्रीय लोकनृत्य की प्रस्तुतियों से जीता लोगों का दिल”

 

देहरादून, सामाजिक सरोकार और सांस्कृतिक आरोहण को लेकर सुनहरे घुंघरू डांस स्टूडियो ने अपना 8वां वार्षिक समारोह धूमधाम के साथ आयोजित किया। नगर निगम के प्रेक्षागृह में आयोजत कार्यक्रम में सुनहरे घुंघरू के बाल कलाकारों ने कथक/अर्धशास्त्रीय एवं लोकनृत्य की सार्थक प्रस्तुतियों से लोगों का दिल जीत लिया, कार्यक्रम मुख्य रूप से कलाकारों ने द्वारा तीन ताल, धमार ताल, झप ताल एवं पंचम सवारी की प्रस्तुति दी, जिसे देख कर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गए।
कार्यक्रम की शुरुआत सुनहरे घुंघरू की निर्देशिका श्रीमती मोनिका गुप्ता द्वारा गणेश वंदना, दुर्गा स्तुति और शिव तांडव की प्रस्तुति के साथ हुई। इसके उपरान्त कलाकारों के द्वारा विभिन्न तरानों पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई |
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत करते हुये बाल संरक्षण अधिकार उत्तराखंड की पूर्व अध्यक्षा ऊषा नेगी ने प्रतिभाग कर रहे बच्चों का उत्साहवर्धन किया । उन्होंने युवा पीढ़ी से अपनी सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण बनाने का आह्वान किया | इस अवसर निर्देशिका मोनिका गुप्ता ने सार्थक एवं सांस्कृतिक पक्ष के साथ संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो का ब्यौरा प्रस्तुत किया |
कार्यक्रम का संचालन करते हुये सुनहरे घुंघरू की निर्देशक कथक गुरु मोनिका गुप्ता ने
सार्थक एवं सांस्कृतिक पक्ष के साथ संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो का ब्यौरा प्रस्तुत किया ।
इस अवसर पर संस्था प्रधान विजय गुप्ता, शशि गुप्ता, विशिष्ट अतिथि डॉ. संतोष आशीष बाल कलाकारों ने भी अपनी मनमोहन कला का भव्य प्रदर्शन किया अर्निका थापा, सेमी.,अन्वी बडोला,सांभवी थापा, गौरवी बिष्ट, शिवन्या गुप्ता. मिलनशी गुरुंग, विदुषी शर्मा, रितिका राव, अवनी रावत आश्वी बहुगुणा, अनुश्री मेंगवाल. वैदेही नेगीम्स. समीक्षा तोपवाल, अर्शी भल्लाम्स. ,अपराजिता वर्मा, अक्षिता वर्मा, अद्विका पंथरी, अलंकृता कंबोज,अंशिका पंवार, भाविनीचौबे,हिमांशीखत्री,देवांशी खत्री,प्रतिष्ठाघोष,प्रणवीत्यागी,अंशिकाबेलवाल,सायशा त्रिपाठी, साक्षी शर्मा,जहान आनंद, श्वेत आनंद नेगी, सिद्धिका डोभाल, सृष्टि, वैष्णवी कठैत,पायल थापा, शगुन जायसवाल आदि उपस्थित रहे।

चोरी का आरोपी 16 लाख के जेवर के साथ गिरफ्तार

0

देहरादून(आरएनएस)।  दून में चोरी की तीन वारदातों में शामिल एक शातिर आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से करीब 16 लाख रुपये कीमत के जेवरात बरामद हुए। आरोपी कुछ महीने पहले ही चोरी के मामले में जेल से जमानत पर छूटा था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 28 अप्रैल को डा. मीता शुक्ला निवासी कालिदास मार्ग ने अपने किराए के घर में चोरी की शिकायत की थी। आरोप था कि चोर घर से लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवर ले गए। ऐसे ही 30 मई को नितिन शर्मा निवासी चंद्रबनी ने पटेलनगर कोतवाली में चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था। इससे पहले नई बस्ती क्लेमेनटाउन में भी एक घर में चोरी हुई थी। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो एक व्यक्ति संदिग्ध पाया गया। तीनों जगहों पर घटना के दिन उसकी मौजूदगी मिली। दूसरे राज्यों से भी संदिग्धों की जानकारी मांगी गई। आरोपी का हुलिया मुंशीराम निवासी मोहल्ला महजनान बेहट सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से मिलता जुलता पाया गया। पूछताछ में पता चला कि मुंशीराम कुछ माह पूर्व जमानत पर जेल से बाहर आया है, और नजीरपुरा रसूलपुर कोतवाली देहात सहारनपुर में रह रहा है। पुलिस ने दबिश देकर शुक्रवार को उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने दून में हुई तीनों घटनाओं में शामिल होने की बात की।
आरोपी नशे का आदी:   एसएसपी ने बताया कि आरोप नशे का आदी है। पूर्व में वो सहारनपुर, यमुना नगर, जगादरी, अम्बाला, चण्डीगढ़ आदि जगहों पर चोरी कर चुका है। यमुनानगर में चोरी के मामले में वो जेल भेजा था। इसमें अभियुक्त लगभग 6 माह जेल में रहने के बाद सितंबर 2023 में जमानत पर बाहर आया था।

एसबीपीएस के तीन तलवारबाजों का बीईजी सेंटर के लिए चयन

0

– भानु, अक्षत और वंश का आर्मी ब्यॉयज स्पोर्ट्स कंपनी के बीईजी सेंटर के लिए हुआ चयन
– देश भर के 7000 बच्चों ने भर्ती प्रक्रिया में लिया था भाग

देहरादून, सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल (एसबीपीएस) के तीन छात्रों का चयन आर्मी ब्यॉयज स्पोर्ट्स कंपनी के बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप (बीईजी) सेंटर के लिए हुआ है। चयनित छात्र भानुप्रताप गरिया, वंश राठौर और अक्षत पुंडीर स्कूल के आठवीं कक्षा के छात्र हैं। बलूनी ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने तीनों छात्रों को उनकी इस उपलब्धि पर सम्मानित किया। उन्होंने तीनों छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं और उम्मीद जतायी कि तीनों छात्र देश के फलक पर चमकेंगे और अन्य छात्रों के लिए मिसाल बनेंगे।
आर्मी ब्यॉयज स्पोर्ट्स कंपनी ने हाल में रुड़की स्थित बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप सेंटर के लिए विभिन्न खेलों के लिए भर्ती प्रक्रिया की थी। इसमें देश भर से विभिन्न खेलों के लगभग सात हजार छात्रों ने भाग लिया था। एसबीपीएस के भानु, अक्षत और वंश ने भी इस कठिन प्रतिस्पर्धा मंें भाग लिया। इसमें खेल प्रतिभा के साथ ही फिटनेस, स्किल और मेडिकल टेस्ट की बाधाएं शामिल थी। इसके बाद मेरिट लिस्ट जारी की गयी। इसमें तीनों छात्रों का चयन बीईजी सेंटर के लिए किया गया है।
गौरतलब है कि इन तीनों खिलाड़ियों में ने मार्च में आयोजित नेशनल फेंसिंग चैपिंयनशिप के अंडर-14 वर्ग के कांस्य पदक हासिल किया था। स्कूल के एमडी विपिन बलूनी ने कहा कि स्कूल का प्रयास छात्रों का चहुंमुखी विकास है। उनके मुताबिक इस उपलब्धि से अन्य छात्रों को खेलों के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा।
एसबीपीएस शिक्षा के साथ ही खेलों के क्षेत्र में भी देश के अग्रणी स्कूलों में शुमार है। यहां के छात्र शूटिंग, बैडमिंटन, आर्चरी, फेंसिंग में राष्ट्रीय स्तर पर दबदबा बनाए हुए हैं।

इग्नू की 10 जून  से 14 जून तक की सत्रांत परीक्षाएं डीएवी पीजी कॉलेज के स्थान पर अब सनराइज अकादमी में होगी संपन्न

0

देहरादून, इग्नू की 10 जून  से  14 जून तक की सत्रांत परीक्षाएं डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून के स्थान पर  सनराइज अकादमी, ऑपोजिट डील, शांति विहार चौक के पास,रायपुर रोड, देहरादून में संपन्न होंगी।
जिन परीक्षार्थियों  को  हॉल टिकट पर परीक्षा केंद्र 2705 डीएवी पीजी कॉलेज परीक्षा केंद्र आवंटित हुआ है उनको सूचित किया जाता है कि किन्ही अपरिहार्य कारणों से दिनांक 10 जून, 2024  से  14 जून , 2024 तक होने वाली  इग्नू की जून 2024 की दोनों पालियों अर्थात सुबह एवं दोपहर  की सत्रांत परीक्षाएं डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून के स्थान पर  सनराइज अकादमी, ऑपोजिट डील, शांति विहार चौक के पास,रायपुर रोड, देहरादून* में संपन्न होंगी। ऐसै सभी शिक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे उक्त दिनांक पर डीएवी पीजी कॉलेज के स्थान पर सनराइज अकादमी, ऑपोजिट डील, शांति विहार चौक के पास,रायपुर रोड, देहरादून पर उपस्थित हों।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि परीक्षा केंद्र का यह परिवर्तन केवल 10, 11, 12, 13 एवं 14 जून , 2024 तक (सिर्फ पांच दिनो के लिए ) ही किया गया है। शेष परीक्षाएं दिनांक 15 जून , 2024 से  डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून में ही संपन्न कराई जाएँगी।
शिक्षार्थियों (परीक्षार्थियों) को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 45 मिनट पहले परीक्षा स्थल पर पहुंचने की सलाह दी जाती है। शिक्षार्थियों को अपने साथ इग्नू आईडी कार्ड और सत्रांत परीक्षा  जून 2024  का हॉल टिकट लाना होगा। हाल टिकट में परीक्षा केंद्र के उपरोक्त परिवर्तन का उल्लेख नहीं किया गया है।

पति सजने सवरने के लिए लगाता है लिपस्टिक-नेल पॉलिश… सच्चाई जान पत्नी हुई बेहोश

0

हरिद्वार, शादी में धोखा खाई हरिद्वार निवासी युवती ने महिला आयोग में शिकायत की है। युवती का कहना है कि उसकी शादी अरेंज मैरिज एक परिचित के माध्यम से फरवरी में यमुनानगर, हरियाणा निवासी लड़के से हुई। शादी में उसे बुरी तरह धोखा मिला है।
शादी में धोखा खाई हरिद्वार निवासी युवती का कहना है कि मेरा पति समलैंगिक है। वह रात में आईने के सामने खड़े होकर श्रृंगार करने के लिए लिपस्टिक और नेल पॉलिश लगाता है। एक दिन रात को अचानक नींद खुली तो उसे श्रृंगार करता देख चौंक गई। ससुराल वालों ने शादी से पहले उसके समलैंगिक होने की बात छिपाई थी। अब युवती ने इस मामले में महिला आयोग में शिकायत की है।
लड़की के माता-पिता का कहना है कि लड़का समलैंगिक था तो हमारी बेटी से शादी कर उसकी जिंदगी क्यों बर्बाद की। शादी में हमारी बेटी को बुरी तरह से धोखा मिला है। उन्होंने बताया कि बेटी की अरेंज मैरिज एक परिचित के माध्यम से हुई थी और दहेज में कार मांगी थी। उन्हें 21 लाख कैश और गाड़ी दी थी। बेटी को 18 तोला सोना भी दिया था। शादी में कुल मिलाकर 80 लाख रुपये खर्च किए थे। लेकिन आखिर में बेटी को ऐसा धोखा मिला।
लड़की ने बताया कि शादी से पहले जब भी लड़के से मिलने के लिए कहती थी तो लड़का कभी नहीं आया। रात 10.00 बजे के बाद फोन भी नहीं करता था और कहता था कि वह जल्दी सो जाता है। वह अपनी छवि एक संस्कारी लड़के की बनाए हुए था। वह सिर्फ मैसेज में बात करता था। शादी के बाद लड़के के माता-पिता ने कहा कि लड़का मानसिक रूप से थोडा कमजोर है, इसलिए वह संबंध नहीं बनाएगा। लड़के की मां ने यह बात किसी को न बताने के लिए कहा था। युवती ने शिकायत कर महिला आयोग से उचित कार्रवाई की मांग की है।
उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि झूठ की बुनियाद पर किसी लड़की से शादी करना दंडनीय अपराध है। इसमें लड़की का कोई गलती नहीं है , उसके साथ अन्याय हुआ है। ऐसे में लड़के और माता-पिता पर कठोर कार्रवाई होगी।

फूड सेफ्टी कनेक्ट एप पर करें मिलावटखोरी से जुड़ी शिकायत

0

-विभाग की ओर से जल्द प्रकाशित की जाएगी खाद्य सुरक्षा की कसौटी पुस्तक

-वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर खाद्य कारोबारियों, मीडिया व विषय विशेषज्ञों के साथ खाद्य सुरक्षा संवाद आयोजित किया

-खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) एवं पीआरएसआई के तत्वावधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम

देहरादून, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) की ओर से विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस* पर शुक्रवार को खाद्य कारोबारियों, मीडिया व विषय विशेषज्ञों के साथ खाद्य सुरक्षा संवाद आयोजित किया गया।
सुभाष रोड स्थित होटल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) के अपर आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त ने कहा कि संतुलित व सुरक्षित आहार ही स्वस्थ रहने का आधार है। जिसके लिए विभाग पूरे प्रयास कर रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों व पर्यटन केन्द्रों पर विशेष अभियान चलाकर मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर नकेल कसी जा रही है। विगत पांच महीनों में ही जनवरी 2024 से मई 2024 तक 1763 नमूने लिये जा चुके हैं। जांच में दोषी पाये जाने वालों के विरूद्व विभागीय कार्रवाई के साथ ही मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। किसी भी तरह की समस्या या शिकायत के लिए विभागीय टोल फ्री नम्बर 180018004246 पर जानकारी देने की बात कही। राज्य में खाद्य अपमिश्रण पर अंकुश लगाने हेतु मानव संसाधन जैसे कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कमी को जल्दी दूर कर लिया जायेगा। इस हेतु 25 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के चयन हेतु लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा गया है। लोक सेवा आयोग से चयन होने तक प्रतिनियुक्ति पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किये जाने की प्रक्रिया गतिमान है। राज्य के प्रवर्तन/सर्विलान्स की कार्यवाही में तेजी लायी जा रही है। खाद्य उपभोक्ताओं को अपमिश्रण के प्रति जागरूक किये जाने हेतु प्रशिक्षण व त्वरित जॉच हेतु 03 सचल खाद्य विश्लेषणशालाओं के माध्यम से निगरानी नमूने जॉच किये जा रहे है। खाद्य करोबारकर्ताओ को खाद्य नियमों की जानकारी, स्वच्छता सम्बन्धी मानकों हेतु जागृत करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। 2000 स्ट्रीट वेन्डरों को राज्य के विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षित किया जा चुका है। अपमिश्रण सम्बन्धी अपराध का पता लगाने व अपराधी को पकड़वाने में मदद करने हेतु जल्द ही राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के नियमों के तहत विधि व निधि निर्धारित करने हेतु प्रयासरत है। बताया कि खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन द्वारा जल्द ही सर्विलान्स की कार्यवाही करेगा, जिसमें फल (आम, केला आदि), मसाले, दूध व खाद्य तेल प्रमुख है। उन्होंने कहा कि राज्य में विद्यमान खाद्य निर्माण इकाईयों का रिस्क बेस निरीक्षण किये जायेगे। दुग्ध उत्पदों, खाद्य तेल, मसाले निर्माण इकाईयों का समय-समय पर निरीक्षण कर नियमों के उल्लंघन पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।

एम्स ऋषिकेश के कम्युनिटी मेडिसीन विभाग से डॉ. संतोष ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हम फूड पेंडेमिक के दौर में जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम खाने को दवा की तरह लेना पसंद करेंगे तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में दवा लेने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि जब भी हम खानपान की बात करते हैं तो यह हमारी जिम्मेदारी और यह हमें तय करना है कि हमारे शरीर के लिए क्या सही है। उन्होंने कहा कि हम लोग भोजन के बजाए स्वाद को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं और यही स्वाद हम सबको बर्बाद कर रहा है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जिम नहीं, अच्छी किचन जरूरी है। उचित खानपान के बिना, जिम भी कुछ नही कर सकता। उन्होंने कहा कि नशे की लत की भांति जंक फूड का भी एडिक्शन लोगों में होता जा रहा है, जिसे अभी सब नजरअंदाज कर रहे हैं। इस फूड एडिक्शन के कारण ही आज तमाम लोग हृदयाघात, हाइपरटेंशन, ओबेसिटी जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि खाने से पहले जरूर सोचें, नहीं तो अनएक्सपेक्टेड के लिए तैयार रहिए।

पीआरएसआई के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष व सूचना एवं लोक संपर्क विभाग में उपनिदेशक श्री रवि बिजरानिया ने कहा कि आज सुरक्षित खानपान के बारे में चर्चा बहुत आवश्यक है। इस विषय पर अधिक से अधिक जनजागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सही खानपान के लिए सावधानी जरूरी है और हमें बहुत ज्यादा स्वाद के लालच से भी बचना होगा। लोगों को फूड सेफ्टी पर जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सकता है।

इस अवसर पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के उपायुक्त श्री गणेश चंद्र कंडवाल ने बताया कि विभाग की ओर से बहुत जल्द खाद्य सुरक्षा की कसौटी नामक पुस्तक का प्रकाशन किया जाने वाला है जिसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़ी तमाम जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने इस दौरान आसान तरीकों से घर में मिलावट की जांच के लिए किए जाने वाली विधि सहित मिलावट की शिकायत के लिए एफएसएसएआई की ओर से बनाई गई फूड सेफ्टी एप के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई भी शिकायत फूड सेफ्टी कनेक्ट एप पर दर्ज की जा सकती है। वरिष्ठ पत्रकार सुश्री ज्योत्स्ना ने कहा कि फूड सेफ्टी की जनजागरूकत के लिए महिलाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। लोग स्वस्थ भोजन के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं, इसीलिए आज मिलेट की बात की जा रही है।
वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र नेगी ने भी खाद्य सुरक्षा को लेकर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हमें संतुलित जीवन अपनाना होगा। पोषक भोजन भी स्वादिष्ट होता है। फूड हैबिट पर ध्यान देना होगा। फूड सेफ्टी विभाग के ढांचे को आज की परिस्थितियों के अनुरूप मजबूत किए जाने की आवश्यकता है। विभाग के खाली पदों को भरने के साथ ही पदों की संख्या को दोगुना किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार राकेश खंडूरी ने कहा कि फूड सेफ्टी से संबंधित कानून को और अधिक सख्त किया जाना चाहिए। आम लोगों को ये जानकारी होनी चाहिए कि किन साधारण तरीकों से घर पर ही खाने पीने की चीजों में मिलावट की जांच की जा सकती है।

इस अवसर पर होटल एसोसिएशन की ओर से साहनी, अनिल मारवाह, पीएसआरआई से अनिल सती, सुरेश भट्ट, संजय पांडे, आकाश, वैभव गोयल, मनोज सती, एफडीए से एडिशनल ड्रग कंट्रोलर डॉ सुधीर कुमार, नीरज कुमार, मनीष सयाना, पीसी जोशी, संजय तिवारी, रमेश सिंह, आदि उपस्थित रहे।