Sunday, June 8, 2025
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स्मार्ट सिटी के दावों की खुली पोल : दून में राहत के साथ आफत भी लाई भारी बारिश, जगह-जगह सड़कें हुई जलमग्न, उफान पर पहुंचे नदी- नाले

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देहरादून, दून में मंगलवार को हुई झमाझम बारिश ने जहां लोगों को गर्मी राहत दी है वहीं कई जगह भारी बारिश अपने साथ आफत भी लाई है। शहर में जहां बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया। वहीं पहाड़ों पर नदी नाले उफान पर आ गए हैं। भारी बारिश को देखते हुए नैनीताल, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में पहली से 12वीं तक के स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों में मंगलवार को अवकाश घोषित किया गया था। वहीं बुधवार को भी मौसम विभाग की ओर से आज उत्तराखंड में भारी बारिश के आसार बताए गए थे।

स्मार्ट सिटी के दावों की खुली पोल :

दून में मंगलवार को 12 बजे शुरू हुई बारिश लगातार तेज रफ्तार में सायं 6 बजे तक चलती रही, इस दौरान राजधानी की सभी सड़कें लबालबपानी से भर गयी, इस बारिश ने पहले ही झटके म स्मार्ट दून के दांवों की पोल खोल दी, बंद की गयी नालियों के अंदर से पानी निकलने लग गया कई स्थानों पर समय पर निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण बड़े बड़े गढ़ढे बन जो दुर्घटना का सबब बने, स्मार्ट सिटी का आधा अधूरा कार्य लोगों के लिये आफत पैदा कर रहा है, सहस्त्रधारा रोड़, सर्वे चौक, किशननगर, सहारनपुर चौक ऐसे कई चौराहो पर निर्माण कार्य की पोल इस बारिश ने खोल दी |

वहीं मौसम विभाग ने नैनीताल, बागेश्वर, चम्पावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार जिले के कुछ हिस्सों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया था। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है रेड अलर्ट वाले इलाकों में तेज गर्जन के साथ कई दौर की तेज बारिश है।
हिदायत देते हुए कहा, भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। साथ ही चारधाम यात्रा कर रहे तीर्थयात्रियों को विशेष हिदायत देते हुए कहा कि यात्रा करते हुए खड़ी ढलानों पर नजर रखें। इसके अलावा नदी-नालों व निचले इलाकों व बस्तियों में रहने वाले लोगों को भी अधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

 

 

कुमाऊं में मौसम विभाग का रेड अलर्ट, भारी बारिश बढ़ा सकती है मुश्किल :

राज्य के कुमाऊं रीजन में भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्‍थानों पर अत्‍यंत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, मौसम विभाग में कहा है कि कुमाऊं रीजन के कई जिलों में 2 जुलाई से 5 जुलाई के बीच भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, इसलिए एहतियातन सुरक्षा और बचाव की तैयारी पूरी रखी जाए. साथ ही मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए स्कूलों को भी बंद करने की सलाह दी है |
उत्तराखंड के टिहरी में 2 से 5 जुलाई के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, इसी के साथ देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार जिले में 5 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा ,चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर में 4 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज जारी किया है |
राज्य अब मानसून अपनी दस्तक दे चुका है और राज्य पहाड़ी जिलों के साथ साथ मैंदानी जिलों में भारी बारिश हुई है, वहीं भारी बारिश के चलते हरिद्वार में बरसाती नदी में अचानक पानी बढ़ने से वहां पर कई वाहन पानी में बहते नजर आए थे. इसके साथ ही कई जगहों पर बारिश की वजह से भूस्खलन, और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है |

उत्तराखंड मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, प्रदेश में अगले एक हफ्ते तक कई जिलों में लगातार बारिश रहेगी, इसके अलावा मौसम विभाग ने कुमाऊं रीजन में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट भी जारी किया है, इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, उधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है |

मौसम विभाग के निदेशक के मुताबिक, इस दौरान यात्री और आम लोग पहाड़ों पर आने से पहले मौसम की सटीक जानकारी लेकर ही अपनी यात्रा शुरू करें. उन्‍होंने कहा कि भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड और पहाड़ों से पत्थरों के गिरने की भी संभावना बनी रहती है, इसलिए यात्रा में जितना हो सके सावधानी से यात्रा करें. वहीं नदियों के किनारे रहने वाले लोगों से भी अपील की गई है कि भारी बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है और मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति भी आ सकती है |

मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश के अलर्ट के मद्देनजर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग पुलिस और जिला प्रशासन को अपनी एडवाइजरी और अलर्ट की जानकारी भेज दी है. मौसम विभाग ने 5 जुलाई तक अलर्ट को लेकर जो एडवाइजरी जारी की है, उसमें मौसम विभाग ने कहा है कि कहीं-कहीं बिजली भी गिर सकती है,मौसम विभाग ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को इस अवधि के दौरान स्कूल बंद कर रखने की सलाह भी दी है |

उत्तराखंड में शासन स्तर पर 15 आईएएस समेत 17 अफसरों की जिम्मेदारियों में फेरबदल

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देहरादून, लोकसभा चुनाव के दौरान उनसे गृह सचिव का प्रभार हटा कर सचिव दिलीप जावलकर को दे दिया गया था। बगौली कारागार का भी जिम्मा देखेंगे। बगौली को सचिव सूचना प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान प्रौद्योगिकी से मुक्त कर दिया गया है। जावलकर को सहकारिता का प्रभार दिया गया है।कार्मिक सतर्कता विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के विभागों को यथावत रखते हुए उन्हें आवास, आयुक्त आवास, मुख्य प्रशासक उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिद्वार, ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर परियोजना के प्रभार दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को आवास, मुख्य प्रशासक उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण से मुक्त किया गया है। बाकी विभाग यथावत रहेंगे।अध्ययन अवकाश से लौटे सचिव नितेश झा को शहरी विकास, सूचना प्रौद्योगिकी व विज्ञान प्रौद्योगिकी का जिम्मा दिया गया है। सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम को पशुपालन, मत्स्य, दुग्ध विकास और निदेशक मत्स्य का जिम्मा दिया गया। सचिव रंजीत कुमार सिन्हा से आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, परियोजना निदेशक बाह्य सहायतित परियोजनाएं हटा दिए गए हैं। उन्हें तकनीकी शिक्षा का जिम्मा दिया गया है। सचिव हरि चंद्र सेमवाल को पंचायती राज से मुक्त करते हुए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास व आयुक्त खाद्य का जिम्मा दिया गया है। सचिव चंद्रेश यादव से जनगणना, संस्कृत शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग हटाते हुए पंचायती राज का जिम्मा दिया गया है। सचिव बृजेश कुमार संत से समाज कल्याण, आयुक्त समाज कल्याण, अध्यक्ष बहुउद्देश्यीय, वित्त विकास निगम हटाकर ये सभी प्रभार सचिव डॉ. नीरज खैरवाल को दिए गए हैं। खैरवाल से नियोजन हटा दिया गया है। संत से आयुक्त खाद्य हटाकर उन्हें सचिव परिवहन और आयुक्त परिवहन का प्रभार दिया गया है।

सचिव डॉ. सुरेंद्र नारायण पांडेय से आवास, आयुक्त आवास, अपर मुख्य प्रशासक आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर परियोजना, वित्त एवं निदेशक ऑडिट हटाकर कृषि एवं कृषक कल्याण का प्रभार दिया गया है। सचिव विनोद कुमार सुमन को कृषि, पशुपालन, मत्स्य, दुग्ध विकास व सहकारिता हटाकर सचिव आपदा प्रबंधन व पुनर्वास, सचिव एसडीएमए, परियोजना निदेशक बाह्य सहायतित दिए गए हैं। भारतीय संचार सेवा के अधिकारी दीपक कुमार को सचिव जनगणना, संस्कृत शिक्षा व आईएफएस पराग मधुकर धकाते को विशेष सचिव जलागम का जिम्मा दिया गया है।

भाजपा प्रचार तंत्र एक बार फिर अफवाह फैलाने में जुटा : सूर्यकांत धस्माना

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-राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण से भाजपा हुई बेनकाब

-राहुल गांधी ने सच्चे हिन्दू और छद्म हिन्दू की परिभाषा भाजपा को समझाई

देहरादून, संसद में महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए लोकसभा में इंडिया गठबंधन के नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी ने जिस प्रकार से पिछले एक दशक में देश में सत्ताधारी दल के लोगों द्वारा नफरत व हिंसा की राजनीति का पर्दाफाश किया उससे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे व प्रधानमंत्री तो स्वयं राहुल गांधी को टोन के लिए खड़े हो गए परन्तु जिस प्रकार से राहुल गांधी ने दृढ़ता के साथ पीएम मोदी को जवाब दिया उसकी तारीफ पूरी दुनिया व पूरे भारतवर्ष में हो रही है और अब भाजपा बौखलाहट में राहुल गांधी जी के खिलाफ दुष्प्रचार में जुट गई है, यह बात मंगलवार को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भगवान शंकर भगवान बुद्ध गुरुनानक देव जी व इशू मसीह के चित्र दिखाते हुए कहा कि कोई धर्म हिंसा नफरत नहीं सिखाता।
उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म प्रेम सहिष्णुता की शिक्षा देता है व हिंसा और नफरत के खिलाफ है और श्री राहुल गांधी ने सत्ताधारी पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये जो अपने आप को हिन्दू कहते हैं ये नफरत हिंसा और असत्य के साथ हैं , नेता प्रतिपक्ष राहुल का इतना कहते ही प्रधानमंत्री जी खड़े हो कर कहते हैं कि यह बहुत गंभीर आरोप पूरे हिंदू समाज के ऊपर लगाया जा रहा है जिस पर श्री राहुल गांधी द्वारा तुरंत प्रतिवाद करते हुए कहा गया कि नहीं श्री नरेंद्र मोदी जी बीजेपी व आर एस एस पूरा हिन्दू समाज नहीं है ये हिंदू धर्म के ठेकेदार नहीं हैं और हिन्दू कभी हिंसा असत्य व नफरत की बात नहीं करता।
धस्माना ने कहा इसके बावजूद भाजपा के आईटी सेल व भाजपा के मुख्यमंत्रियों व भाजपा के अलग अलग राज्यों के नेताओं ने राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए एक अभियान छेड़ दिया और अनर्गल बातें जो श्री राहुल गांधी ने कही ही नहीं उनके खिलाफ प्रोपेगंडा जो वे पिछले एक दशक से चला रहे हैं फिर शुरू कर दिया। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस हर मोर्चे पर भाजपा के इस दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए तैयार है।
धस्माना ने कहा कि हिन्दू धर्म का मूल ही शांति है और हमारे सनातन धर्म में शुरू और अंत में मंगलाचरण में भगवान से शांति की ही प्रार्थना की जाती है और पृथ्वी से लेकर अंतरिक्ष औषधियों व वनस्पतियों और सारे विश्व में शांति की कामना व प्रार्थना की जाती है ऐसे में जो लोग हिंसा अशांति असत्य व नफरत की बात करते हैं वे सच्चे हिन्दू कैसे हो सकते हैं राहुल का यह प्रश्न ही भाजपा की बौखलाहट का मुख्य कारण है।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कारण माहरा के राजनैतिक सलाहकार अमरजीत सिंह, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, सोशल मीडिया महासचिव अनुराग मित्तल मौजूद रहे।

 

कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया झूठी अफवाह फैलाने का आरोप

मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल खुद है हिंसा के प्रतीक,सबके सामने कर चुके हैं  आरएसएस के कार्यकर्ता के साथ मारपीट: दसौनी | Devbhoomi Khabar ( Dehradun)

देहरादून, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण पर भाजपा के झूठ को उजागर करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का काम सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलना, बयानों को तोड़ना मरोड़ना और कांग्रेस को बदनाम करना हो गया है। दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को तो राहुल गांधी और उनके बयान पर बोलने का कतई अधिकार नहीं है।
दसौनी ने उत्तराखंड भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी को घेरने के लिए गलत व्यक्ति का चुनाव कर दिया है।गरिमा ने कहा प्रेमचंद अग्रवाल तो स्वयं हिन्दू होते हुए हिंसा का प्रतीक हैं। प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए जो प्रेस वार्ता में कहा गया वह कोरा झूठ है। दसौनी ने कहा कि हिंसा का प्रतीक तो स्वयं प्रेमचंद अग्रवाल है जिन्होंने सरेआम और सरेराह सभी के सामने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अपने एक कार्यकर्ता को अपने गनर और ड्राइवर के साथ मिलकर बुरी तरीके से पीटा था।
दसौनी ने कहा कि भाजपा इस बात से स्तब्ध और हताश है कि संसद में किसी ने उसे आईना दिखाया है; उसके मर्म पर चोट की है। जैसा राहुल जी ने स्वयं कहा, ‘तीर सीधा दिल पर लगा है”।
गरिमा ने कहा की भाजपा और उसके नेता अब तक लोगों को गुमराह करने की कोशिश में हिंदू धर्म पर अपने पूर्ण एकाधिकार व एकमात्र स्वामित्व का दावा करते आए हैं। वे दुनिया के सबसे पुराने और सबसे सहिष्णु हिंदू धर्म का दुरुपयोग कर रहे हैं और उसे इस रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, जैसा वह है ही नहीं।
दसौनी ने कहा की बकौल राहुल गांधी हिंदू धर्म तो ऐसा धर्म है जिसने कभी आक्रामकता नहीं दिखाई है। हिंदू धर्म नफ़रत और हिंसा नहीं सिखाता, जबकि भाजपा हिंदू धर्म के नाम पर नफ़रत और हिंसा फैलाती है।
हिंदू धर्म के नाम पर हिंसा और नफ़रत को बढ़ावा देकर भाजपा इस महान धर्म को बदनाम कर रही है। राहुल जी ने इन्हीं सब बातों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई।
गरिमा ने कहा की भाजपा को सबसे ज़्यादा झटका तब लगा जब राहुल जी ने लोक सभा में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के सदस्यों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
भाजपा और उसके नेताओं ने यह मान लिया था कि हिंदू धर्म पर उनका ही एकाधिकार है। अब उन्हें ख़तरा महसूस हो रहा है क्योंकि राहुल गांधी ने उनके झूठ और दोहरे चरित्र को पूरी तरह से बेनक़ाब कर दिया है।
भाजपा नेता हमेशा राहुल जी पर ऐसी बातों का आरोप लगाते रहे हैं, जो उन्होंने कभी कही ही नहीं। उनकी छवि बिगाड़ने के लिए पिछले कई सालों से उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर, काट-छांट कर पेश किया जाता रहा है।
कांग्रेस भाजपा के प्रति जवाबदेह नहीं है और न ही उसे भाजपा से किसी प्रमाणपत्र की ज़रूरत है, लेकिन सच्चाई सामने रखने के लिए यह बताना ज़रूरी है कि राहुल जी ने कल संसद में जो कहा, वह यह था कि भाजपा और आरएसएस वाले खुद के हिंदू होने का दावा करते हैं और फिर भी नफ़रत और हिंसा फैलाते हैं।
कांग्रेस पार्टी राहुल जी द्वारा कही गई इस बात का समर्थन करती है कि भाजपा और आरएसएस के लोग हिंदू होने का दावा तो करते हैं लेकिन नफ़रत और हिंसा फैलाते हैं, जो हिंदू धर्म और अन्य धर्मों के भी मूल सिद्धांतों के ख़िलाफ़ है।
हिंदू धर्म वास्तव में शांति का धर्म है। यह अहिंसा, प्रेम, सहिष्णुता और भाईचारे की सीख देता है।
अगर भाजपा और उसके इकोसिस्टम के लोग सोचते हैं कि वे राहुल जी के भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश कर सकते हैं और इसे लेकर झूठ फैला सकते हैं तो वे बहुत बड़ी गलतफ़हमी में हैं, उतनी ही गलतफ़हमी में जितनी वे ‘400 पार’ के अपने दावों के बारे में थे।
उन्हें एहसास होना चाहिए कि हिंदुस्तान बदल गया है। जितनी जल्दी वे इसे समझ लेंगे, उतना ही उनके लिए बेहतर होगा।
जागरूक जनता भाजपा के व्हाट्सऐप मैसेज पर यक़ीन करने की बजाय राहुल जी का ओरिजिनल भाषण देखेगी जहां पर उसे साफ़ नज़र आएगा कि उन्होंने पूरे हिंदू समाज द्वारा हिंसा-नफ़रत फैलाने की बात नहीं की है, बल्कि बीजेपी सांसदों की ओर इशारा करते हुए उन्हें ही ऐसा कहा है।

हिंदू समाज को हिंसक कहना भारतवर्ष का अपमान : डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल

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देहरादून, लोकसभा में राष्ट्रपति का अभिभाषण पर विपक्ष का नेता राहुल गांधी का हिंदुओं पर हिंसा संबंधी बयान पर प्रदेश का संसदीय कार्य मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कड़ी आपत्ति की है। उन्होंने कहा कि हिन्दू भारत की आत्मा है, हिंदू समाज को हिंसक कहना भारतवर्ष का अपमान है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हिंदू समाज उदारता और सहिष्णुता का प्रतीक है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि सत्ता में ना आने के कारण बौखला गए हैं। जिसके चलते तुष्टिकरण को ध्यान में रखते हुए हिंदू समाज पर अभद्र टिप्पणी के साथ अन्य बातें कही। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को संसदीय गरिमाओं का ध्यान नहीं रहा, जिसकी हम निंदा करते हैं।

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हिंदू समाज को हिंसक कहना राहुल गांधी की बहुत छोटी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी बातों से हिंदू समाज आहत हुआ है। जिसके लिए राहुल गांधी माफी देने योग्य भी नहीं है। कहा कि राहुल गांधी का हिंदू समाज पर बयान उनकी हल्की सोच और अपरिपक्वता को दर्शाता है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इससे पहले भी पी चिदंबरम ने वर्ष 2010 और शिंदे ने 2013 में हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। उन्होंने कहा कि यह उनकी फितरत में है।

 

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत मंत्री गणेश जोशी ने किया वृक्षारोपणसैन्यधाम से 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की शुरुवात

देहरादून, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्यधाम स्थल गुनियाल गांव देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत मां के सम्मान में आवला के पौधे का रोपण कर वृक्षारोपण किया और “एक पेड़ मां के नाम” के अभियान की सैन्य धाम से शुरुआत की। अभियान के तहत सैन्यधाम स्थल में 200 से अधिक विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में इस राष्ट्रव्यापी अभियान में अधिक से अधिक अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रदेशवासियों से अपील की। मंत्री गणेश जोशी ने कहा जिस प्रकार जलवायु परिवर्तन तथा पेड़ों पौधों के कटान से जल स्रोत सुख रहे हैं। ऐसे वृक्षारोपण करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि न केवल पेड़ लगाना जरूरी है, बल्कि जब तक पेड़ मजबूत स्थिति न हो जाए तब तक उसकी देखभाल करना भी आवश्यक है। मंत्री ने बताया इस वर्ष प्रकृति को समर्पित हरेला पर्व पर जल संवर्धन की दिशा में कारगर सिद्ध होने वाले प्रजाति के पौधे लगाए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मां की स्मृति में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा मां के नाम पेड़ लगाने के अभियान से अपनी मां के सम्मान के साथ ही धरती मां की भी रक्षा होगी। मंत्री ने प्रदेश वासियों से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करने भी आव्हान किया।
इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सैन्य धाम के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली और अधिकारियों को निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, निदेशक सैनिक कल्याण अमृत लाल, बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष विनय गुप्ता, लक्ष्मण रावत सहित विभागीय अधिकारीगण एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

लालकुआं के वरिष्ठ पत्रकार उमेश राणा का निधन

लालकुआं के वरिष्ठ पत्रकार उमेश राणा का निधन - Creative News Express |  Uttarakhand
लालकुआं, लालकुआं के वरिष्ठ पत्रकार उमेश राणा का अचानक हृदय गति रुकने से निधन हो गया है, उनके निधन से परिवार के कोहराम मच गया। वहीं क्षेत्र में शोक की लहर है।
जानकारी के अनुसार आज मंगलवार सुबह उन्हें स्वास्थ्य संबंधी शिकायत हुई जिसके बाद परिजनों ने उन्हें नीलकंठ हॉस्पिटल हल्द्वानी में भर्ती कराया। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। हालांकि तमाम कोशिश के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। उनके निधन से परिवार में कोहराम मचा है तो वहीं क्षेत्र में शोक की लहर है।

आबकारी अधिकारी 70 हजार की घूस लेते गिरफ्तार

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रुद्रपुर, ऊधमसिंहनगर के जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा को विजिलेंस की टीम ने 70 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। वह बकाया अधिभार की आड़ में किसी ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहा था। कहा जा रहा था कि इसके बिना शराब के उठान का परमिट जारी नहीं किया जाएगा। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और जिला आबकारी अधिकारी को दबोच लिया। इससे कुछ दिन पहले ही विजिलेंस देहरादून ने राज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त शशिकांत दुबे को घूस लेते गिरफ्तार किया था। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि आबकारी विभाग के तीन-चार अधिकारी और रडार पर हैं। इनके खिलाफ भी विजिलेंस के पास पुख्ता सुबूत हैं। जल्द ही इन पर भी शिकंजा कसा जा सकता है।
विजिलेंस के सूत्रों के मुताबिक अधिभार जमा कराने में रियायत देने और शराब के उठान की मंजूरी देने के एवज में ऊधमसिंहनगर के जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा रिश्वत की मांग कर रहा था। इसके बिना ठेकेदार को मंजूरी न देने की बात समाने आ रही थी। ठेकेदार को घूस देना मंजूर नहीं था। लिहाजा, विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई गई।
विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर ने प्रारंभिक जांच के बाद शिकायत को सही पाते हुए ट्रैप टीम गठित की। मंगलवार दोपहर बाद जिला आबकारी अधिकारी मिश्रा को घूस की रकम लेते गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने मिश्रा के घर पर भी छापेमारी शुरू की है। जिसमें उनकी संपत्ति के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
विजिलेंस की इस कार्रवाई से आबकारी विभाग में हड़कंप की स्थिति है। अन्य विभागों के घूसखोर अधिकारी और कर्मचारी भी सहमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि विजिलेंस की लिस्ट में अभी कई ऐसे नाम और हैं, जिन पर आने वाले दिनों में एक्शन होगा।

ग्राम पंचायत टांगा की व्यथा : डीएम साहिबा हमें एक मोटर पुल दिला दो..!

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-आपदाकाल के चार महिने रहते घरों में कैद
-15 साल से दो किलोमीटर मोटर मार्ग का नहीं हुआ डामरीकरण
-मोबाइल नेटवर्क के अभाव में अवकाश में विद्यार्थी नहीं आते घर

पिथौरागढ़, डीएम साहिबा हमारे ग्राम पंचायत में आपदाकाल के 4 महीने एक तोक वाले दूसरे तोक वालों से नहीं मिल पाते है। एक स्कूल दो जगहों पर चलता है। उत्तराखंड में यह पहला ग्राम पंचायत होगा जिसकी आपदाकाल काल में ऐसी स्थिति रहती है। मंगलवार को 115 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय आकर जिलाधिकारी रीना जोशी के सम्मुख ग्रामीणों ने अपने दुखांत को सुनाया। विकास खंड मुनस्यारी के ग्राम पंचायत टांगा की व्यथा कुछ इस तरह की है।
इस गांव के लिए 80 मीटर स्पान का मोटर पुल बनना था। वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल होने के बाद भी आज तक पुल को बजट नहीं मिल पाया। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने डीपीआर बनाकर शासन को भेज दिया है।
पुल के नहीं होने से एक ही ग्राम पंचायत के टांगा, लोदी, दानीबगड़, लोधियाबगड आदि तोको के लोग आपदाकाल के चार माह आपस में नहीं मिल पाते है। गांव के बीच से बहने वाले टांगा नदी में पुल नहीं होने के कारण प्राथमिक विद्यालय के बच्चे एक तरफ शिक्षक तथा दूसरी तरफ आंगनबाड़ी की बहन जी विद्यार्थियों को पढ़ाती है। इस ग्राम पंचायत में एक नहीं दो नदियां गांव को चीर रही है।जिससे भूस्खलन की घटना भी लगातार बढ़ रही है।
विद्यार्थी भी आपदाकाल में एक साथ बैठकर एक जगह पर स्कूलिंग नहीं कर पाते है। गरारी की हालत इतनी खराब है कि एक आदमी को पार करने के लिए दो लोगों की आवश्यकता होती है।
15 वर्षों से लोदी मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं नहीं हो पाया है।
इस मोटर मार्ग में कोई भी वहां आने जाने से कतराता है। इसलिए लोदी वालों को मोटर मार्ग की सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इस ग्राम पंचायत में मोबाइल का नेटवर्क नहीं है। इस कारण स्कूल की छुट्टी में भी विद्यार्थी अपने गांव नहीं आते है। नेटवर्क नहीं होने के कारण ऑनलाइन क्लासेस तथा उनकी पढ़ाई का कार्य इस गांव में नहीं चल पाता है।
इस गांव के अधिकांश पूर्व सैनिक तथा सेवानिवृत्त लोग वापस गांव को आ रहे है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में गांव वासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पलायन के बाद भी इस ग्राम पंचायत में 1065 की जनसंख्या वर्तमान में रह रही है। जिलाधिकारी के सम्मुख अपनी व्यथा को बताने के बाद ग्रामीणों के प्रति जिलाधिकारी को भी दया आ गई।
उन्होंने बीएसएनएल के सहायक अभियंता को तलब किया। उन्होंने सहायक अभियंता से कहा कि वह तत्काल टांगा जाकर सर्वे कर मोबाइल टावर को प्रस्तावित करे। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता से डीएम ने कहा कि वह शासन स्तर पर दोनों मांगों के लिए बजट जारी करने हेतु प्रयास करे। उन्होंने कहा कि वह स्वयं लोनिवि के सचिव से इस मामले में बातचीत करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व सूबेदार धर्म सिंह परिहार, भगवान सिंह परिहार, ललित सिंह परिहार,गोविंद सिंह परिहार, धर्मेंद्र सुयाल, प्रेम सिंह सेनरी, विक्रम बथियाल के साथ ही जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तलिया की उपस्थित रहे।

राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एएनएम के माध्यम से गर्भवती माताओं का ट्रेकिंग सिस्टम अपडेट रखा जाए

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि बच्चों में कुपोषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जच्चा और बच्चा दोनों का स्वस्थ रहना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एएनएम के माध्यम से गर्भवती माताओं का ट्रेकिंग सिस्टम अपडेट रखा जाए। एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को मिलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चत की जाए। आंगनबाड़ी के माध्यम से बच्चों और माताओं को दिये जाने वाले पुष्टाहार की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। पुष्टाहार की आकस्मिक रूप से गुणवत्ता जांच भी की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कुपोषण से मुक्ति, मातृ-शिशु मृत्यु दर को और कम करने के लिए राज्य के कुछ गांवों को आकांक्षी गांवों के रूप में लिया जाए। कुपोषण से मुक्ति के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को आपसी समन्वय के साथ संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राज्य में बालिकाओं को बेहतर शिक्षा और आत्मनिर्भर बनाने के लिए बनाई गई योजनाओं को और अधिक व्यवहारिक बनाया जाय। महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के कौशल विकास पर भी विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव  आर मीनाक्षी सुंदरम,  चन्द्रेश यादव, निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास प्रशांत आर्य उपस्थित थे।

भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सीए : प्रो. बत्रा

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हरिद्वार(कुलभूषण):आईसीएआई की हरिद्वार शाखा द्वारा आयोजित किये गये सीए सप्ताह के सातवें दिन ब्रांच द्वारा सीए दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें प्रातःकाल में ध्वजारोहण ब्रांच परिसर में रखा गया व सांयकाल को सांस्कृतिक कार्यक्रम होटल गार्डेनिया में आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों सीए तथा उनके परिवारों ने भाग लिया।
आईसीएआई की हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष सीए गिरीश मोहन ने बताया कि इस वर्ष हमने अपने संस्थान की स्थापना की 75 वर्ष पूर्ण होने पर यह विशेष उत्सव का आयोजन किया है। यह महत्वपूर्ण अवसर केवल एक उत्सव ही नहीं अपितु हमारे पेशे को परिभाषित करने वाला समर्पण, अखण्डता और उत्कृष्टता का प्रतीक है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में हरिद्वार ब्रांच द्वारा एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा का स्वागत कर उनको सम्मनित किया गया। इस अवसर पर प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि सीए देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं एवं भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि सीए को कानून की विशेषज्ञता प्राप्त होती है और वह इन सभी मामलों में व्यवसाय का मार्गदर्शन करते हैं। मुख्य अतिथि प्रो. बत्रा ने उपस्थित सभी सदस्यों को सीए दिवस की शुभकामनायें प्रेषित की।
इस अवसर पर सीए हरेन्द्र गर्ग ने सभी वरिष्ठ सदस्यों, साथियों और छात्रों को हार्दिक शुभकमानायें देते हुए कहा कि समस्त सदस्यों की कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता के लिए सभी सराहना के पात्र हैं। यह हमारे पेशे के प्रति हमारा समर्पण और निष्ठा ही है जो हमें गर्व और सम्मान की अनुभूति करवाता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन सीए हिमानी और अदिति सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में आशीष झा व उनकी ‘ई-मैक’ संस्था द्वारा बहुत सुन्दर प्रस्तुतियां दी गयी, जिसकी सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सीए प्रबोध जैन, अर्पित वर्मा, वासु अग्रवाल, अनमोल गर्ग का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर सीए हरि रतूड़ी, सी ए हरेन्द्र गर्ग, अनिल वर्मा, अंकित वर्मा, सुमित शर्मा, विवेक पंवार, विकास बंसल, मुकेश जैन, शिवेष गोयल, राकेश तनेजा, अंकुर अग्रवाल, सारिका अग्रवाल, अनिल गर्ग, आशीष गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ मनाने के लिए सीएम धामी से मिले ग्रीनमैन

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हरिद्वार(कुलभूषण): 16 जुलाई को कर्क संक्रांति के दिन सूर्यदेव के दक्षिणायन में प्रवेश करने वाली खगोलीय घटना दुनिया में एक विशेष प्रकृति पर्व के रुप में जानी जाती है जिसे देवभूमि उत्तराखंड के कुमायूं क्षेत्र में हरेला लोकपर्व के रुप में मनाए जाने की परंपरा प्राचीन काल से ही प्रचलन में है। विश्व समुदाय हर दिन कोई न कोई विशेष दिन मनाता जाता है लेकिन जीने के लिए सबसे जरूरी प्राणवायु को उत्पादित करने वाले वृक्ष के नाम पर अभी तक कोई ‘विशेष दिवस’ की न तो मान्यता मिली है और ना ही घोषणा हो पाई है। इतने महत्वपूर्ण मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए भारतीय वृक्ष न्यास ( ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ने हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ के रुप में मान्यता दिलाने वाली पहल की है। वृक्ष दिवस अभियान के तहत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ग्रीनमैन विजयपाल बघेल के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने भेंट कर समर्थन मांगा। उत्तराखंड के मूल लोकपर्व हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ के रूप में वैश्विक स्वीकार्यता हासिल हो उसके लिए जनाभियान संचालित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री द्वारा हरेला के विषय की मौलिकता पर चिंतन करते हुए इसे उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने वाला कदम बताया, उन्होंने भारतीय वृक्ष न्यास के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हरेला विचार ही वैश्विक हरितक्रांति का आव्हान करने वाला आधार बनेगा। जैसे वृक्ष संरक्षण के लिए उत्तराखंड के चिपको आन्दोलन ने विश्वस्तरीय पहिचान हासिल करते हुए आगे योग के क्षेत्र में योगदिवस तक की वैश्विक यात्रा पूरी करने का कीर्तिमान स्थापित किया उसी तरह हरेला को भी ‘वृक्ष दिवस’ के रूप में स्वीकार्यता मिले, ऐसी शुभकामनाएं वृक्ष दिवस अभियान को दीं। उत्तराखंड सरकार इस प्रकृतिपर्व को पूर्व की भांति प्रमुखता से मनाए जाने के लिए संकल्पित है। सीएम ने वृक्ष दिवस अभियान को यथायोग्य सहयोग देने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री आवास पर भेंट करने वाले शिष्टमंडल में ग्रीनमैन विजयपाल बघेल के साथ हरेला लोकपर्व-24 आयोजन समिति के संयोजक सुरेश सुयाल और संरक्षक जगदीश लाल पाहवा उपस्थित रहे।

हाथरस में भीषण हादसा: हाथरस में भोले बाबा की सत्संग के दौरान भगदड़ में 100 से ज्यादा की मौत

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हाथरस. हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक भक्त घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में कई की हालत गंभीर है. ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं. घटना सिकंदराराऊ थाने के फुलवरिया की है.

इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. ​लखनऊ से यूपी सरकार के दो मंत्री लक्ष्मी नारायण और मंत्री संदीप सिंह हाथरस मौके पर जा रहे हैं. ​यूपी के मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार हाथरस रवाना हो गए हैं.

सुरक्षा के नहीं थे पुख्ता इंतजाम
हादसे में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे. क्षमता से ज्यादा भक्त एकत्र हुए थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद बाहर निकलने की जल्दबाजी में भगदड़ मच गई. देखते ही देखते हालात बिगड़ गए और लोग एक दूसरे के नीचे दब गए. भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई.
काफी देर तक घटनास्थल पर कोई राहत बचाव कार्य शुरू नहीं हुआ था. मृतकों के परिजनों ने कहा, ‘पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते ये भयावह हादसा हुआ है. रात से जाम लगा हुआ था. जैसे ही जाम पुलिस ने खुलवाया, भगदड़ मच गई.’