Friday, May 2, 2025
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चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर

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 – धामी सरकार का चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने हेतु तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष जोर
–  स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु 12 भाषाओं में एडवाइजरी जारी, अन्य राज्यों के डॉक्टर भी दे सकेंगे चारधाम में सेवाएं
–  स्वास्थ्य सचिव ने लिखा सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र, यात्रा से पूर्व स्वास्थ्य जांच, सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारियों पर अपने राज्य में करें व्यापक प्रचार-प्रसार
देहरादून(आरएनएस)।  उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे, जिसके साथ यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई व बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बार राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को पहले से बेहतर बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के दिशा निर्देशों में चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और स्वास्थ्य-संबंधी दृष्टि से बेहतर बनाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं, जो तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। राज्य सरकार ने विभिन्न भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए 12 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श एवं एसओपी जारी कर दी है। डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि यात्रा से पूर्व स्वास्थ्य जांच, सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारियों पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। विशेषकर, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री जैसे ऊँचे-चढ़ते क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों को कठोर जलवायु, निम्न ऑक्सीजन स्तर एवं कठिन मार्ग स्थितियों का सामना करना पड़ता है, अतः तीर्थयात्री जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक तैयारियों के साथ आयें।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि स्क्रीनिंग प्वाइंट, आपातकालीन सेवाएं और हेलीपैड जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर तीर्थयात्रियों की सहायता सुनिश्चित की जाएगी। इस व्यापक परामर्श को सभी राज्यों में पत्र भेजकर संभावित तीर्थयात्रियों तक आवश्यक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया गया है। राज्य सरकार की यह प्रतिबद्धता चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं सर्वोच्च प्राथमिकता
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों पर चारधाम यात्रा को पूरी तरह सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। यात्रियों की सुविधा और स्वास्थ्य की देखभाल सर्वाेच्च प्राथमिकता है, इसलिए डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयों की पूरी व्यवस्था की गई है। चारधाम यात्रा 2025 के दौरान किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी
-यात्रा से पूर्व अनिवार्य स्वास्थ्य जांच कराएं।
-कम से कम दो माह पूर्व पैदल चलने, प्राणायाम एवं हृदय संबंधी व्यायाम अपनाएं।
-आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा साथ रखें।
-स्वास्थ्य एवं पर्यटन पंजीकरण ऐप पर अनिवार्य पंजीकरण करें।
-पर्याप्त जल, संतुलित आहार एवं हल्के गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
-स्क्रीनिंग केंद्र एवं चिकित्सा राहत पोस्ट का लाभ उठाएं।
-हल्की परतों वाले कपड़े, गरम वस्त्र, दस्ताने एवं ऊनी सामग्री साथ रखें।

चिकित्सा विशेषज्ञों की स्वैच्छिक सेवा
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इसके अतिरिक्त, राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से यह भी कहा गया है कि वे अपने राज्य से चिकित्सा विशेषज्ञों, विशेषकर हृदय रोग, अस्थि रोग, सर्जन जैसे चिकित्सकों को स्वैच्छिक रूप से चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित चिकित्सालयों में योगदान देने के लिए प्रेरित करें। विशेषज्ञों से अपेक्षित योगदान कम से कम 15 दिनों के लिए होगा, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और चिकित्सकों को मानव सेवा का अवसर मिल सके।

जागरूकता अभियान के तहत प्रचार सामग्री
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा से संबंधित स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए क्या करें, क्या न करें और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सामग्री भी तैयार की है। ये सामग्री सभी राज्यों में साझा की गई है, ताकि तीर्थ यात्री यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर स्थित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे इस सामग्री को स्थानीय स्तर पर वितरित करें, ताकि आम तीर्थयात्री यात्रा के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

यात्रा मार्गों पर स्क्रीनिंग प्वाइंट
स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल सहित 28 पैरामीटर की जांच के लिए स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। यह सभी प्वाइंट रजिस्ट्रेशन प्वाइंट के साथ जोड़े गए हैं ताकि यात्रा शुरू करने से पहले यात्रियों की पूरी स्वास्थ्य जांच हो सके। यात्रा मार्ग पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट की संख्या बढ़ाई गई है और वहां पर डॉक्टरों के साथ प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती की जाएगी।

तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच कराएं और यात्रा की योजना कम से कम सात दिन पहले बनाएं। केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा के दौरान हर एक से दो घंटे में 5-10 मिनट का विश्राम करें। यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, रेनकोट, छाता, पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री अपनी जरूरी दवाइयां और डॉक्टर का नंबर साथ रखें। यदि यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर या उल्टी महसूस हो तो तुरंत निकटतम मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पर जाएं।

हेल्थ एटीएम और टेलीमेडिसिन की सुविधा
यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को आसान बनाने के लिए यात्रा मार्गों पर हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। यहां पर ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल, वजन, लंबाई और शरीर का तापमान मापा जा सकेगा। साथ ही, टेलीमेडिसिन सेवा के तहत 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा भी दी जाएगी।

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर विशेष ध्यान
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें केदारनाथ यात्रा मार्ग के दौरान आती हैं। इसलिए केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया गया है। यात्रा मार्ग पर 10 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और दो पीएचसी सेंटर स्थापित किए गए हैं। गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड और नारायणकोटी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे, जहां यात्रियों की फ्री हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी।

उमरोली जिला पंचायत सीट पर प्रत्याशियों ने बढ़ाया तापमान, भादसी और गुमालगॉव में अभी ताप रहे हैं घाम

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(“मनखी” की कलम से)

यमकेश्वर, अभी पंचायती राज विभाग के द्वारा पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कयास लगाये जा रहे हैं कि माह मई के तपती गर्मी में पंचायत सरकार के प्रत्याशियों के पसीने खूब बहाने का अवसर मिल सकता है। इसी बीच यमकेश्वर ब्लॉक की तीन जिला पंचायत सीटों में से भादसी और गुमाल गॉव वाले तो अभी घाम तापते हुए दिख रहे हैं, और सोच रहें है कि जब चुनाव और सीटों का आरक्षण फाईनल हो जायेगा तभी जाकर कमर कसेंगे।
लेकिन उमरोली सीट पर दो प्रत्याशियों ने अपना दावा ठोक ही नहीं दिया है, बल्कि उमरोली सीट का तापमान बढ़ा दिया है।
विगत पंचायती चुनाओं की बात की जाय तो आज तक यमकेश्वर ब्लॉक के तीनों सीटें आरक्षित नहीं हुई हैं, वहीं ब्लॉक प्रमुख सीट भी कभी आरक्षित नहीं हुई हैं। पिछले पंचायत चुनाव में उमरोली महिला सीट और भादसी और गुमाल गॉव सामान्य सीट रही है। यमकेश्वर ब्लॉक में ओबीसी श्रेणी में जामल और कुनाउ गॉव आता है। सीटों के आरक्षित होने पर सीटों का समीकरण तय होगें।
वहीं राजनीतिकारों का मानना है कि इस बार गुमालगॉव सीट महिला होने के अधिक संभावना दिखाई देती है, क्योंकि पिछली बार सामान्य सीट थी और उससे पूर्व महिला सीट रही है। इसलिए गुमाल गॉव से कांग्रेस से कविता डबराल और भाजपा से पल्लवी लखेड़ा प्रत्याशी हो सकती हैं। वहीं गुमाल गॉव में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि भादसी सीट हॉट सीट बन सकती है, क्योंकि उक्त सीट का समीकरण हाईकमान से निर्धारित हो सकता है, क्योंकि उक्त सीट पर व्यक्ति विशेष के लिए सीट सामान्य करवाये जाने का भरसक प्रयास हो सकता है।
वहीं उमरोली सीट का समीकरण सामान्य होने के ज्यादा संभावना बताई जा रही है, जिसको देखते हुए उमरोली से जिला पंचायत सीट से दो दावेदारांं द्वारा प्रत्यक्ष रूप से अपनी दावेदारी कर ली है, और चुनाव प्रचार एवं जनता से सीधे संवाद शुरू हो गया है। ग्राम प्रधान मल्ला बनास के बचन बिष्ट दूसरी बार इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं। इस बार स्थानीय होने का लाभ उनको मिल सकता है। वहीं राजनीति में उनका काफी लंबा अनुभव रहा है। जनता के बीच सीधा संवाद उनको लाभ दे सकता है। बचन बिष्ट स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाते आये हैं, समय समय पर उनके द्वारा उचित माध्यम से क्षेत्र की समस्या को शासन-प्रशासन- और सरकार तक अपने पत्रों के माध्यम से पहुॅचाने का प्रयास किया जाता रहा है। अपनी ग्राम सभा को अपने कार्यकाल में आदर्श ग्राम सभा बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसका सीधा लाभ उनको जिला पंचायत में मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर जनता के प्रत्याशी, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा और पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है। वह भी उमरोली जिला पंचायत क्षेत्र में जनता से संवाद करते हुए दिखाई दे रहे हैं और लोगों से अपने पक्ष में वोट करते हुए दिखाई दे रहे हैं,। सुदेश भट्ट की युवाओं मेंं पकड़ अच्छी मानी जाती है। वहीं उनको राजनीति मेंं क्षेत्रीय मुद्दों को प्रबलता से उठाने और जनता के बीच. चर्चित होने में कुशल माने जाते हैं।
लॉकडाउन के समय वह जान जोखिम में डालकर क्षेत्र भ्रमण पर रहे और जरूरतमंदों को दवाई, राशन आदि का वितरण करने में आगे रहे हैं। वहीं क्षेत्र में होने वाले सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी देखने को मिल जाती है, जिससे कि उनको इसका सीधा लाभ मिल सकता है।
वहीं सुदेश जोशी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नौंगाव भी इस बार भी दावेदरी प्रस्तुत कर सकते हैं, आप भी स्थानीय मुद्दों को लेकर हमेशा मुखर रहते हैं, और क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। इसके अलावा अभी सीटों के समीकरण के बाद ही भाजपा और कांग्रेस अपना प्रत्याशी घोषित करेगी जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगा। माना जा रहा है कि बीजेपी से मुकेश देवरानी पूर्व विधायक प्रतिनिधि उम्मीदवार हो सकते हैं, वहीं नीरज कुकेरती भी भाजपा से टिकट के दौड़ में बताये जा रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व जिला पंचायत सदस्य हरिसिंह भण्डारी भी इस चुनाव में मैदान मे उतर सकते हैं। अतः उमरोली सीट के वर्तमान समीकरण काफी रोचक और जनता के बीच चर्चा के विषय बन चुके हैं।

बदमाशों ने घर में घुसकर महिलाओं से लूटी लाखों की नगदी व जेवरात

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हरिद्वार, राज्य की धर्मनगरी हरिद्वार के एक घर में आज तड़के बदमाशों का कहर टूट पड़ा। बदमाशों द्वारा घर में मौजूद महिलाओं को हथियारों के दम पर आंतकित करते हुए उनके घर से लाखों की नगदी व जेवरात लूट लिये गये। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल शुरू कर दी है।
मामला मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के आकाशदीप एनक्लेव फेस टू का है। यहां आज सुबह तीन बदमाशों ने घर में घुसकर महिलाओं से लाखों रुपए की नगदी एवं जेवरात लूट लिए है। जानकारी के अनुसार बहेड़ी रुहाना निवासी आशीष कुमार त्यागी जो कि अपने परिवार सहित मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के आकाशदीप एनक्लेव फेस टू में अपना मकान बना कर रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह मंगलवार रात अपने गांव गए थे घर में उनकी मां,पत्नी और बहन मौजूद थी बताया कि आज सुबह करीब तीन बजे उन्हें घर में कुछ सामान गिरने की आवाज आई तो उन्होंने उठकर देखा कि तीन बदमाश घर में घुस गए है। घर में मौजूद महिलाओं ने उनका विरोध किया तो उन्होंने महिलाओं से मारपीट कर डाली और आतंकित करते हुए घर में रखे लगभग सवा दो लाख रुपये नगद, सोने के जेवरात जिनकी कीमत 30 से 31 लाख रुपए है, लेकर फरार हो गए। वहीं बदमाशो के जाने के बाद मामले की जानकारी आशीष त्यागी की पत्नी ने उन्हें और पड़ोसियों को दी। जिसके बाद मोहल्ले में अफरा—तफरी का माहौल पैदा हो गया और इसकी सूचना मंगलौर कोतवाली पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली साथ ही फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर इसकी पड़ताल की। पीड़ित ने बताया कि उनके द्वारा लिखित रूप से पुलिस को शिकायत दे दी है। इस बारे में एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने बताया कि मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।

 

चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों के लिए बनेंगे विश्राम स्थल

देहरादून, चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों को सरकार आराम करने की सुविधा देगी। इसके लिए परिवहन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। मकसद ये है कि चारधाम यात्रा में आने वाले वाहनों की सड़क दुर्घटनाएं बंद हों। परिवहन विभाग चारधाम यात्रा मार्गों पर वाहन लेकर आने वाले चालक, परिचालकों के लिए विश्राम स्थल बना रहा है। पहले चरण में बदरीनाथ मार्ग पर और उत्तराखंड परिवहन निगम के ऋषिकेश व श्रीनगर बस अड्डों पर निर्माण किया जाएगा।
केदारनाथ आने वाले चालकों की स्थायी सुविधा के लिए रुद्रप्रयाग और गंगोत्री व यमुनोत्री आने वाले चालक-परिचालकों के लिए उत्तरकाशी में भूमि हस्तातंरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। परिवहन विभाग फिलहाल अस्थायी तौर पर यह सुविधा देगा और निर्माण पूरा होने के बाद स्थायी तौर पर चालक, परिचालकों को सुविधा मिलेगी।

 

यूसीसी, महंगाई सहित अनेक मुद्दों को लेकर महिला कांग्रेसियों ने किया सीएम आवास कूच

देहरादून, कांग्रेस की महिला विंग ने आज दून की सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। सीएम आवास घेराव के लिए भारी संख्या में सड़कों पर उतरी महिलाओं ने राज्य में यूसीसी लागू करने का विरोध किया तथा इसे वापस लेने की मांग की। वहीं प्रदेश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े तमाम सवालों को उठाते हुए सड़कों पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इन महिलाओं का आरोप है कि सरकार ने यूसीसी में लिव इन रिलेशनशिप को सरकारी मान्यता देकर देवभूमि की संस्कृति को तार—तार करने का काम किया है। शादी से पहले लड़के और लड़कियों को साथ—साथ रहने की अनुमति दिया जाना सामाजिक व्यवस्था तथा विवाह जैसे बड़े महत्वपूर्ण संस्कारों पर गंभीर चोट पहुंचाने वाली है। उन्होने सरकार से मांग है कि सरकार यूसीसी को वापस ले या फिर इससे लिव इन की वैधता को समाप्त करें।
इन महिलाओं का कहना है कि भाजपा जो कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाती है लेकिन वह खुद भी हिंदू—मुस्लिम की राजनीति करके तुष्टिकरण की राजनीति करती है। महिलाओं का कहना है कि राज्य में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं तथा महिलाओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वही आम आदमी बढ़ती महंगाई से परेशान है लेकिन सरकार का उस तरफ ध्यान नहीं है। वह मस्जिद और मजार तथा मदरसों की राजनीति में जुटी है। राज्य में पहाड़ी और देसी जैसे मुद्दों को पैदा कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है पुलिस ने इन महिलाओं को हाथी बड़कला में रोक दिए जाने पर उन्होंने वहीं सड़क पर धरना देकर प्रदर्शन किया।

 

 

सेवा सुशासन और विकास को लेकर कालसी विकासखंड में हुआ बहुउद्देशीय शिविर आयोजित

देहरादून,उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में सेवा सुशासन और विकास के 3 वर्ष पूर्ण होने पर बहुउद्देशीय शिविर में मुख्य अतिथि दर्जाधारी मंत्री ज्योति प्रसाद गैरोला एवं जिला प्रशासक मधु भट्ट के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया एवं विभागों द्वारा लगाए गए सहायता केन्द्रों का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दर्जाधारी मंत्री ज्योति प्रसाद गैरोला विकासखंड की सम्मानित जनता का अभिनंदन करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की सरकार की 3 वर्ष सेवा सुशासन और विकास में बेमिसाल कार्यों के साथ पूरे हुए हैं।
धामी सरकार लगातार आम जनमानस के लिए योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभ पर पहुंचने का काम कर रही है हमारे प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने नकल विरोधी कानून लाकर इस प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने का काम किया है। धामी सरकार के द्वारा समान नागरिकता कानून भू संरक्षण लैंड जिहाद जैसे कानून लाकर उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए लगातार उत्तराखंड को विकास की धारा में सशक्त और मजबूत बनाने के लिए कटिबद्ध है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी के साथ अटल आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लाखों लोगों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो रहा है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि मधु भट्ट के द्वारा सभी अतिथियों का एवं सम्मानित जनता का अभिनंदन किया और कहा कि हमारे कालसी विकासखंड के दूरदास से आयी माता और बहनों ने अपनी हम भूमिका निभाकर इस कार्यक्रम को भव्य बनाने में अपना योगदान दिया है साथ ही मैं धन्यवाद देना चाहूंगी प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का जिनके द्वारा लगातार योजनाओं के माध्यम से चकराता विधानसभा में जनता हित में कार्य किया जा रहे हैं हम समाज के प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता मूरत राम शर्मा प्रताप सिंह रावत, मंडल अध्यक्ष प्रदीप वर्मा, राजाराम शर्मा, ब्लॉक प्रमुख मटौर सिंह भीम सिंह ,रितेश असवाल ,जवाहर सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारी गण सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की उपस्थिति रही l

प्रदेश के सात जिलों में जल्द होगा महिला छात्रावास का निर्माण

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देहरादून, निर्भया फंड से उत्तराखंड के सात जिलों में जल्द महिला छात्रावास का निर्माण हो जाएगा। इन जिलों में कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के छात्रावास के जगह तय हो गई है। निर्माण के लिए ब्रिडकुल से अनुबंध हो चुका है, जो तीन साल में पूरा होना है। महिला सशक्तीकरण और बाल विकास विभाग की ओर से राज्य में ऐसे 12 छात्रावास बनाने की योजना है। इनमें सात के लिए जगह का चयन होने के साथ बजट स्वीकृति व अन्य औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। बाकी पांच जिलों में जगह के चयन लिए प्रयास जारी हैं। ये छात्रावास 50 से 150 कमरों की क्षमता वाले होंगे, इनके लिए बजट भारत सरकार के निर्भया फंड से जारी होगा।

चयनित जगह और स्वीकृत बजट :

रुद्रप्रयाग भटवाड़ी सैंण, अगस्त्यमुनि 372.31 लाख रुपये
पौड़ी गढ़वाल सिडकुल क्षेत्र, कोटद्वार 360.05 लाख रुपये
टिहरी गढ़वाल सुरसिंगधार, नई टिहरी 357.03 लाख रुपये
हरिद्वार नगर पंचायत, भगवानपुर 279.05 लाख रुपये
पिथौरागढ़ कुमौड़, पिथौरागढ़ 417.49 लाख रुपये
चंपावत सेलाखोला गैर, चंपावत 390.28 लाख रुपये
उत्तरकाशी गोफियारा, बाड़ाहाट 378.19 लाख रुपये

पेड़ बचाने के लिए हस्ताक्षर अभियान

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-30 मार्च को पेड़ काटने की सरकारी नीति की निकाली जायेगी शव यात्रा

-सामाजिक संगठनों की ओर से गांधी पार्क के बाहर चलाया गया हस्ताक्षर अभियान

देहरादून, चिपको आंदोलन की 51वीं वर्षगांठ और चिपको की प्रमुख नेता गौरा देवी के जन्म शताब्दी वर्ष के मौके पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने गांधी पार्क के बाहर पेड़ काटने के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया। एक घंटे के इस सांकेतिक कार्यक्रम में 500 से ज्यादा लोगों ने हस्ताक्षर किये और देहरादून के आसपास पेड़ न कटने देने का संकल्प लिया। यह अभियान 30 मार्च तक जारी रहेगा। 30 मार्च को एक जुलूस निकाला जाएगा और डीएम के माध्यम से एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।
हस्ताक्षर अभियान में शामिल जाने-माने पर्यावरणविद् डॉ. रवि चोपड़ा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस भीषण दौर में केवल पेड़ ही इसका असर कम कर सकते हैं। लेकिन, उत्तराखंड में विकास के नाम पर लगातार पेड़ काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक जितने पेड़ काटे जा चुके हैं और जितनी योजनाएं प्रस्तावित हैं, उसे देखा जाए तो 65 हजार से ज्यादा पेड़ देहरादून के आसपास कट गये हैं या काट दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब एक-एक पेड़ को बचाना होगा।
उत्तराखंड़ महिला मंच के पद्मा गुप्ता ने कहा कि पेड़ काटने की यही रफ्तार रही तो हमारी तीसरी पीढ़ी देहरादून में सर्वाइव नहीं कर पाएगी। साल दर साल देहरादून का टेंपरेचर बढ़ रहा है। यह खतरे की घंटी है। उत्तराखंड इंसानियत मंच के नन्द नन्दन पांडे ने इस तरह के आंदोलन को तेज करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि सरकार पेड़ काटने को सबसे बड़ा विकास मान रही है, जबकि बिना पेड़ काटे भी विकास किया जा सकता है। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट ने आम नागरिकों और युवाओं का आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या इस आंदोलन से जुड़ें और जीवन बचाने की मुहिम को आगे बढ़ाएं।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के नितिन मलेठा ने कहा कि आज सिर्फ एक घंटे के लिए सांकेतिक अभियान चलाया गया। इसमें लोगों ने जिस उत्साह के साथ हिस्सा लिया, वह संतोषजनक था। इस मुहिम से जुड़े सभी लोग 30 मार्च तक अपने-अपने क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। 30 मार्च को पेड़ काटने की सरकारी नीतियों की शव यात्रा निकाली जाएगी और राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा। नशा विरोधी जनमंच के त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि पेड़ बचाने की इस लड़ाई में युवाओं का अच्छा सहयोग मिल रहा है, जो उम्मीद की किरण है। उन्होंने बताया कि यह अभियान सिटीजन फॉर ग्रीन दून, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, उत्तराखंड इंसानियत मंच, एसएफआई, उत्तराखंड महिला मंच, एडीसी फाउंडेशन, सर्वोदय मंडल, नशा विरोधी जन मंच, सीटू, जन संवाद समिति, हिन्द स्वराज मंच आदि अनेक संगठनों और आम नागरिकों से सहयोग से आगे भी जारी रहेगा।
हस्ताक्षर अभियान में कमलेश खंतवाल, इंद्रेश नौटियाल, कमला पंत, तुषार रावत, निर्मला बिष्ट, ज्योत्सना, शांति नेगी, सिद्धार्थ आदि मुख्य रूप से शामिल थे।

गोल्डन कार्ड योजना पर संकट, ह्णकैशलेस इलाज पर खतरा, अस्पतालों की देनदारी 100 करोड़ के पार

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देहरादून, प्रदेश के कर्मचारियों, पेंशनरों और उनके आश्रितों के लिए गोल्डन कार्ड से कैशलेस इलाज संकट में आ गया है। अब कर्मचारियों और पेंशनरों के अंशदान से इलाज का खर्च पूरा नहीं हो रहा हैं। बता दे कि कैशलेस इलाज प्रदान करने वाले अस्पतालों की देनदारी 100 करोड़ से अधिक हो गई हैं। अस्पताल अब कैशलेस इलाज देने में असमर्थता जता रहे हैं। अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो हजारों सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को मेडिकल सेवाओं में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
अंशदायी योजना होने के कारण प्रदेश सरकार की ओर से कोई बजट नहीं दिया जाता है। वर्ष 2021 में राजकीय कर्मचारियों, पेंशनरों के लिए राज्य स्वास्थ्य योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत कर्मचारियों और पेंशनरों के साथ उनके आश्रितों को गोल्डन कार्ड पर असीमित खर्च पर इलाज की सुविधा है।
इस सुविधा के लिए कर्मचारियों व पेंशनरों के वेतन व पेंशन से हर माह अंशदान लिया जाता है। इससे सालाना 120 करोड़ राशि प्राप्त होती है। जबकि इलाज पर होने वाला सालाना खर्च 300 करोड़ पहुंच गया है। ऐसे में योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों की देनदारी 100 करोड़ तक पहुंच गई है। भुगतान न होने पर सूचीबद्ध अस्पताल इलाज करने से मना कर रहे हैं। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट ने पहले ही इंकार कर दिया है। वहीं, अन्य अस्पतालों की ओर से राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को इलाज न करने का अल्टीमेटम दिया जा रहा है।

 

 

राधा रतूड़ी का मुख्य सचिव पद से 31 मार्च को कार्यकाल पूरा, आनंद बर्द्धन बन सकते हैं नए सीएसजानें कौन होंगे अगले मुख्य सचिव, 31 मार्च को खत्म हो रहा सीएस का सेवाकाल |  Know who will be the next Chief Secretary, CS's tenure is ending on March 31  | Patrika News

देहरादून, उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। उन्हें इस पद पर दो बार सेवा विस्तार मिल चुका है, लेकिन इस बार वे पुनः कार्यभार संभालने की इच्छुक नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार, उनके बाद राज्य के नए मुख्य सचिव के रूप में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की नियुक्ति की संभावना व्यक्त की जा रही है।
आनंद बर्द्धन 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में उत्तराखंड प्रशासनिक सेवा में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। उनकी वरिष्ठता के चलते उनके मुख्य सचिव बनने की संभावना मजबूत मानी जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आनंद बर्द्धन का नाम मुख्य सचिव पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, जो पहले ही दो बार सेवा विस्तार ले चुकी हैं, अब मुख्य सूचना आयुक्त (CIC) पद के लिए आवेदन कर चुकी हैं। वर्तमान में सीआईसी चयन की प्रक्रिया जारी है, और संभावना है कि सरकार उनके कार्यकाल समाप्त होने से पहले इस पद पर उनकी नियुक्ति कर सकती है।
आनंद बर्द्धन के बाद दो अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भी मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल हैं। इनमें 1997 बैच के IAS आरके सुधांशु और एल फेनई प्रमुख हैं। हालांकि, वरिष्ठता के आधार पर आनंद बर्द्धन का चयन अधिक संभावित माना जा रहा है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, आनंद बर्द्धन का नाम केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए भी प्रस्तावित हो चुका है, लेकिन उन्होंने उत्तराखंड में ही सेवाएं जारी रखने की इच्छा जताई है। ऐसे में उनके नए मुख्य सचिव बनने की संभावना प्रबल हो गई है।

पुराण (कविता)

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पुराण (कविता)

पुराणों में सच्चिदानंद का वर्णन,
पुराणों से मिलता दिव्य दर्पण।
पुराणों ने जीवन मार्ग दिखाया,
पुराणों ने माया रहस्य बताया।

पुराणों में अद्वैत का सार समाया,
पुराणों ने ब्रह्म का ज्ञान कराया।
पुराणों से धर्म की ज्योति जलती,
पुराणों से भक्ति की गंगा बहती।

पुराणों में छिपा आत्मा का ज्ञान,
पुराणों ने सिखाया मोक्ष – ध्यान।
पुराणों में शिव का तत्त्व विराजे,
पुराणों से भक्तिभाव जो साजे।

पुराणों में नीति का भंडार मिलता,
पुराणों से जग में सद्भाव खिलता।
पुराणों ने माया के भ्रम को हटाया,
पुराणों से आत्मस्वरूप को पाया।

पुराणों में वेदों का मर्म समाया,
पुराणों ने अद्वैत को सत्य बताया।
पुराणों से जीवन धन्य हो जाता,
पुराणों में ही ब्रह्म मिल जाता।

पुराणों से जग में सद्ज्ञान फैलता,
पुराणों से मानव सन्मार्ग चलता।
पुराणों ने सत्य-असत्य को जाना,
पुराणों से धर्म का दीप है जलता।

पुराणों से जीव ने प्रकाश है पाया,
पुराणों ने हर भ्रम को दूर भगाया।
पुराणों में जीवन का सत्य समाया,
पुराणों ने अद्वैत से ब्रह्म मिलाया।

योगेश गहतोड़ी (ज्योतिषाचार्य)
मोबाईल: 9810092532

तृतीय विनय विण्डलास मेमोरियल ऑल इंडिया क्लब बेसबाल चेपियननशिप का आगाज 28 मार्च से

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देहरादून देश की एक मात्र क्लब बेसबाल विनय विण्डलास मेमोरियल इनामी राशि बेसबाल टूर्नामेंट का आगाज राजधानी में 28 मार्च से होगा! परेड ग्राउंड और पवेलियन मैदान में खेली जानी वाली इस इनामी प्रतियोगिता में देश के सर्वश्रेष्ट दस क्लब भाग लेंगे
दो लाख नगद इनामी वाली इस प्रतियोगिता में भाग ले रही टीमों में ग्रुप ए में नाइन फेमस क्लब चंडीगढ़, मुंबई राकर्ष,इंदौर बेसबाल क्लब, बिलासपुर बेसबाल क्लब और खालसा क्लब पंजाब को रखा गया है जबकि ग्रुप बी में फरीदाबाद बेसबाल कलब, दिल्ली रॉयल क्लब, दून स्ट्राईकर,रोहिनो बेसबाल क्लब आसाम और सिटी हाक हरयाणा को रखा गया है!
आयोजक सचिव सतीश आनंद एव अध्यक्ष उत्तराखंड बेसबाल संघ विमल हरनाल ने बताया की प्रतियोगिता का उदघाटन विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा 28 मार्च को सुबह 10 बजे मुख्य अथिति के रूप में करेंगे, समापन अवसर पर निदेशक खेल एवं युवा कल्याण प्रशांत आर्य विजेता खिलाड़ियों को इनामी राशि व चल वैजयंती प्रदान करेंगे!
लीग कम नाकआउट आधार पर खेले जाने वाली इस प्रतियोगिता के तीसरे संस्करण में दर्शकों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, प्रतियोगिता का फाइनल 30 मार्च को दोपहर 2 बजे से पवेलियन मैदान में खेला जायेगा

नगर पालिका ने किया विद्युत सब स्टेशन सील

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मसूरी, वित्तीय वर्ष 2024-25 31 मार्च को समाप्त होने में सिर्फ पांच दिन शेष बचे हैं ऐसे राज्य सरकार के कई विभाग बकाया देनदारी वसूली का अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा वसूली पर जोर दे रहे हैं, इस क्रम में नगर पालिका मसूरी ने भी बकाया देनदारों के खिलाफ वसूली अभियान चला रखा है और बकाया भुगतान वालों पर नोटिस और सील जैसी कार्रवाही की जा रही है ताकि अधिक से अधिक धनराशि वसूल की जा सके l इसी अभियान के तहत आज बुधवार को बकाया भुगतान को लेकर नगर पालिका द्वारा कुंज भवन स्थित विद्युत विभाग के सब स्टेशन को सील किया गया, बताते चले कि इस विद्युत सब स्टेशन पर 2 लाख 5 हजार बकाया है, जबकि विद्युत विभाग मसूरी पर कुल 24 करोड रुपए की बकाया देनदारी है, नगर पालिका मसूरी के अधिशासी अधिकारी संजीव सिंह मारवाह ने बताया कि विद्युत विभाग को 15 दिन का समय दिया गया है, उन्होंने कहा कि लम्बे समय से इस देनदारी के लिये नगर पालिका कई बार पत्र भी भेज चुकी है, मारवाह का कहना कि इस के बकाया देनदारों को भी नोटिस जारी किये गये हैं l वहीं दो विभागों आपसी खींचतान के कारण माल रोड में विद्युत आपूर्ति ठप्प होने से लोग परेशान हैं, लोगों का कहना है कि दोनों विभागों का यह आपसी मामला है लेकिन परेशान आमजन हो रहे हैं l

उत्तराखंड की बेटियों की बुलंद आवाज़: शक्ति वंदन महिला संभाषण प्रतियोगिता का जिला स्तर पर भव्य आयोजन

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देहरादून। सखा क्लब और श्री गुरु राम राय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा जिला स्तर पर आयोजित शक्ति वंदन महिला संभाषण प्रतियोगिता का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित इस प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रदेश की उपलब्धियों, संभावनाओं और चुनौतियों पर युवतियों के दृष्टिकोण को मंच प्रदान करना था।

 

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल रहीं। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, उत्तराखंड आंगनबाड़ी संगठन की अध्यक्ष रेखा नेगी, आंदोलनकारी आशा नौटियाल, तारा पांडे और अखिल भारतीय समानता मंच के विनोद नौटियाल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

 

प्रतियोगिता में देहरादून जिले के विभिन्न कॉलेजों की छात्राओं ने भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए। हिमानी (D.A.V. College) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिन्हें ₹1100 और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। द्वितीय स्थान पर सुप्रिया नौटियाल (SGRR PG College) रहीं, जिन्हें ₹700 और ट्रॉफी प्रदान की गई। तृतीय स्थान साक्षी (SGRR PG College) ने प्राप्त किया, जिनका सम्मान ₹500 की धनराशि और ट्रॉफी के साथ किया गया। सांत्वना पुरस्कार साक्षी रस्तोगी (SGRR PG College) को प्रदान किया गया।

 

एडवोकेट रितु गुजराल, NSS कार्यक्रम अधिकारी अनीता मनोरी ध्यानी और कंप्यूटर शिक्षक बिलाल अहमद ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन श्री गुरु राम राय महाविद्यालय के प्राचार्य मेजर प्रदीप सिंह, NSS कार्यक्रम अधिकारी आनंद सिंह राणा और कार्यक्रम अध्यक्ष सौम्या गौड़ के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

 

कार्यक्रम के समापन पर सखा क्लब ने घोषणा की कि सखा क्लब के महिला विभाग को अब ‘सखा शक्ति वंदन’ के नाम से जाना जाएगा। इसके अंतर्गत भविष्य में उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और आयोजनों की पहल की जाएगी। साथ ही, हर वर्ष 25 मार्च को शक्ति वंदन महिला संभाषण प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिससे महिलाओं को अपनी आवाज़ बुलंद करने का मंच मिलता रहेगा।

 

कार्यक्रम की सफलता में श्री गुरु राम राय महाविद्यालय प्रशासन, NSS टीम और सखा क्लब के सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।