देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं जिलाधिकारी सविन बंसल के सतत् प्रयासों से भिक्षावृत्ति, बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चे राज्य के प्रथम इन्टेंसिव केयर शेल्टर में मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं, दिन प्रतिदिन बच्चों की संख्या भी बढती जा रही है। जहां बच्चें, संगीत, योग, खेल एक्टिविटी के साथ ही शिक्षा में रूचि ले रहे हैं।
जिलाधिकारी सविन बंसल हर क्षेत्र पर तेजी से कार्य कर हैं, वहीं माइक्रोप्लान के तहत तैयार किए गए राज्य का पहला आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर से जंहा भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर आखर ज्ञान के साथ ही तकनीकि ज्ञान तथा संगीत एवं अन्य गतिविधि के माध्यम से मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।
डीएम के माईक्रोप्लान से जहां सड़कों पर भिक्षावृत्ति करते बच्चों को रेस्क्स्यू कर मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। साधुराम इन्टर कालेज में बनाए गए आधुनिक इन्टेंसिव केयर शैल्टर में विशेषज्ञ शिक्षक अपनी-अपनी विधा योग, संगीत, खेल, मंचन, कम्प्यूटर शिक्षा से बच्चों को पारंगत कर रहे है।साधुराम इन्टर कालेज में बनाए गए राज्य के पहले आधुनिक इन्टेसिंव केयर शैल्टर में बच्चों की शिक्षा के साथ ही कम्प्यूटर ज्ञान एवं संगीत के माध्यम से बच्चों को मुख्यधारा से जाड़ने के लिए कम्प्यूटर रूम, म्यूजिक रूम तैयार कर लिया गया है। अब भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किए गए बच्चे तकनीकि ज्ञान के साथ संगीत शिक्षा भी प्राप्त करेंगे। आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर में प्रतिदिन 25-30 बच्चे कक्षाओं में पढाई कर हैं, जिनके भावी भविष्य को सुधारने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों में रेस्क्यू किये बच्चों सहित संस्थानों एवं घरों से भी बच्चे आ रहे हैं। इस मुहिम से जहां बच्चों में शिक्षा के प्रतिरूचि बढ रही है वहीं संगीत, चित्रकला, कम्प्यूटर ज्ञान, खेल के माध्मय से बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ा जा रहा है। आधुनिक केयर शेल्टर में निजी स्कूल/संस्थान की भांति सुविधाएं विकसित की गई हैं।
साधुराम इंटर कॉलेज में बनाए जा रहे आधुनिक इन्टेंसिव केयर शैल्टर में भिक्षावृत्ति से मुक्त कराए गए बच्चों को अन्य बच्चों की भांति मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मॉडल इन्टेसिव केयर शैल्टर को युद्धस्तर विकसित किया जा रहा है, जिसमें बच्चों के शैक्षणिक एवं कौशल विकास को विकसित करने हेतु स्वंयसेवी, विशेषज्ञों द्वारा बच्चों के सर्वागीण विकास में योगदान दिया जा रहा है। जहां बच्चों के लिए पठन-पाठन हेतु कक्षा कक्ष को विकसित किया गया। अब उक्त परिसर में कम्प्यूटर उपकरण स्थापित कर दिए गए हैं । साथ ही संगीत कक्ष स्थापित करते हुए उपकरण को संजोया गया है। उक्त आधुनिक इन्टेंसिव केयर शैल्टर का उद्देश्य इन बच्चों को शैक्षिक विकास हेतु रूचि उत्पन्न करने हेतु आदर्श वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने कार्य किया जा रहा है। आधुनिक केयर शैल्टर में जहां बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था है वहीं बच्चों का नियमित स्वास्थ्य जांच भी की जा रही है।
डीएम का माइक्रोप्लान कामयाब, बच्चे दिखा रहे शिक्षा में रूचि
सीएम धामी के सख्त निर्देश पर नवरात्रि में खाद्य सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई, 147 प्रतिष्ठानों पर छापे, 17 नमूने जांच को भेजे गए
देहरादून, नवरात्रि पर्व के दौरान व्रत में उपयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने हेतु उत्तराखण्ड राज्य में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत कुट्टू के आटे एवं व्रत में प्रयोग होने वाले अन्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच के लिए सघन निरीक्षण एवं नमूना संग्रहण किया जा रहा है।
आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि आज 04 अप्रैल को
राज्यभर में 147 प्रतिष्ठानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। जिसमें से 17 नमूने जांच को भेजे गए। गढ़वाल मनलडल के विभिन्न जनपदों से कुल 11 खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए, जिनमें कुट्टू का आटा, सूजी, खाद्य तेल, सेंधा नमक, चीनी, चौलाई लड्डू, फलाहारी नमकीन, साबूदाना, काला नमक व सत्तू शामिल हैं। इन सभी नमूनों को विश्लेषण हेतु राजकीय खाद्य विश्लेषणशाला को भेजा गया है, जिसे रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के 75 खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया है और यह कार्रवाई निरंतर जारी है। कुट्टू के संदूषित आटे से जनस्वास्थ्य को होने वाले संभावित खतरे को देखते हुए सख्ती से कार्यवाही की जा रही है।
72 खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण, खुले कुट्टू के आटे की बिक्री कहीं नहीं पाई गई
डॉ. आर. राजेश कुमार, आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखण्ड के दिशा-निर्देशन में कुमाऊं मंडल के सभी जनपदों – नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ एवं चम्पावत में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा आज 04 अप्रैल को सघन निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान लगभग 72 खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान कहीं भी खुले कुट्टू के आटे की बिक्री नहीं पाई गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि व्यापारियों द्वारा दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है। नैनीताल के रामनगर क्षेत्र से साबूदाना, सत्तू और काला नमक के नमूने लिए गए। बागेश्वर में कुट्टू के पैक्ड आटे एवं सूजी के नमूने तथा चम्पावत से साबूदाना का नमूना जांच हेतु लिया गया।कुल 06 खाद्य पदार्थों के नमूने राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला, रुद्रपुर को भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात यदि कोई नमूना मानकों पर खरा नहीं उतरता, तो संबंधित खाद्य कारोबारियों के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के अंतर्गत सख्त वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। उपायुक्त डॉ. राजेन्द्र सिंह कबायत ने नैनीताल में स्वयं निरीक्षण करते हुए खाद्य कारोबारियों को गुणवत्तायुक्त और सुरक्षित खाद्य सामग्री विक्रय करने के निर्देश दिए, अन्यथा कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
कारगी के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन की समस्या को मेयर से मिले सूर्यकांत धस्माना
(के. एस. बिष्ट)
देहरादून, धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय राज्य मार्ग हरिद्वार बाई पास रोड में कारगी बंजारावाला ब्राह्मणवाला मंजरा आईएसबीटी के मध्य स्थित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन की समस्या के समाधान की मांग को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों व पार्टी पदाधिकारियों के बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना नगर निगम के महापौर सौरभ थपलियाल से उनके नगर निगम कार्यालय में मिले और मेयर को उक्त समय से अवगत करवाते हुए कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की। इस दौरान सूर्यकांत धस्माना जो बीते दिनों को ही इस कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का मौका मुआयना कर के आए थे ने मेयर सौरभ थपलियाल को बताया कि राष्ट्रीय राज मार्ग से सटा कर बनाए गए इस स्टेशन पर कूड़ा ढुलान व लदान का कार्य करने वाले वाहनों से हमेशा मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है और आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं।
उन्होंने कहा कि कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर जितना कूड़ा डाला जाता है और उतना उठान नहीं होता और रोजाना बचे हुए कूड़े से पूरे स्टेशन पर सौ मीटर से ज्यादा लम्बा कूड़े का पहाड़ खड़ा हो गया है जिससे पूरे इलाके में एक किलोमीटर की परिधि में जुड़े की दुर्गंध व सड़ांध से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। धस्माना ने बताया कि स्थानीय नागरिकों ने शिकायत की है कि जब से यह कूड़ा पढ़ना शुरू हुआ है तब से क्षेत्र में मलेरिया, संक्रमित बीमारियों और डेंगू का प्रकोप हर साल लोग झेल रहे हैं।
इस अवसर पर धस्माना ने मेयर से कहा कि भाजपा सरकार ने देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए हैं किन्तु धर्मपुर छेत्र के इस कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन की दशा देख कर लगता है यह स्मार्ट सिटी के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है। उन्होंने मेयर से मांग की है कि वह सबसे पहले स्वयं एक बार इस कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का मौका मुआयना करें व इसके बाद इसके स्थाई समाधान की कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम इस समस्या का समाधान शीघ्र नहीं करेगा तो मजबूरी में उनको स्थानीय नागरिकों को साथ में लेकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा। मेयर सौरभ थपलियाल ने धस्माना व उनके साथ पहुंचे प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह बहुत जल्द ही कारगी जाकर स्वयं मौका मुआयना करेंगे और उसके स्थाई समाधान के लिए कार्ययोजना तैयार करेंगे।
उन्होंने कहा कि जनता की तकलीफ दूर करना उनकी प्राथमिकता है और निश्चित रूप से कूड़ा निस्तारण व प्रबंधन नगर निगम की जिम्मेदारी है जिसे हर हाल में वे निभाएंगे और जनता को आंदोलन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इस अवसर पर धस्माना के साथ मेयर से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में नगर निगम पार्षद अभिषेक तिवारी, पार्षद जाहिद अंसारी,पार्षद संगीता गुप्ता, अनीस अंसारी, दिनेश सिंह कौशल, विशाल मौर्या, अनुराग मित्तल, ब्लॉक अध्यक्ष ललित भद्री, ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, वार्ड 84 बंजारावाला से पार्षद प्रतिनिधि जोगेंद्र रावत, विवेक घिल्डियाल, सूरज मेहरा, एडवोकेट अरुण ढौढियाल आदि स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
मोनाल सदन ने जीती अंतर्सदनीय कनिष्ठ ब्वॉयज टेबल टेनिस चैम्पियनशिप
देहरादून, द हैरिटेज स्कूल के तत्वावधान में अंतर्सदनीय कनिष्ठ ब्वॉयज टेबल टेनिस प्रतियोगिता 2025 में मोनाल सदन ने एकतरफा मुकबले में 3-1 से जीत दर्ज करते हुए चैम्पियनशिप पर कब्जा किया।
यहां न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के तत्वावधान में अंतर्सदनीय कनिष्ठ ब्वॉयज टेबल टेनिस प्रतियोगिता 2025 में मोनाल सदन ने एकतरफा मुकबले में 3-1 से जीत दर्ज करते हुए चैम्पियनशिप पर कब्जा किया।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी ने छात्रों को खेलने के लिए प्रोत्साहित किया और और इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने टेबल टेनिस का मैच का भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डाक्ट अंजू त्यागी ने विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर अनेक छात्र छात्रायें एवं खेल प्रेमी उपस्थित रहे।
हडको देहरादून में संजय भार्गव ने कार्यभार ग्रहण किया
देहरादून, क्षेत्रीय कार्यालय हडको-देहरादून-में- आज संजय भार्गव द्वारा कार्यभार ग्रहण किया गया ।इस पूर्व वह 2021-23 में भी क्षेत्रीय प्रमुख उत्तराखंड रह चुके है।इससे पूर्व वह चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय कार्यभार देख रहे थे तथा 3 राज्यों हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ देख रहे थे।
श्री भार्गव विभिन्न राज्यों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में लंबा अनुभव रखते है जिसका लाभ राज्य को मिलेगा ।
संजय भार्गव राज्य के विभिन्न संगठन जैसे पब्लिक रिलेशन सोसायटी , आर्ट ऑफ लिविंग, इको ग्रुप सोसायटी एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स उत्तराखंड चैप्टर में सक्रिय रहे है ।
श्री चैतन्या अकेडमी और इन्फिनिटी लर्न ने लॉन्च किया आत्रेय विशेष फीचर P²CBZ के साथ
भारत, । श्री चैतन्या अकेडमी, इन्फिनिटी लर्न की एक पहल भारत का एकमात्र हाइब्रिड लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म जो बड़े पैमाने पर परिणाम आधारित शिक्षा प्रदान करता है ने आत्रेय को लांच किया, जो की एक अनूठा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट कार्यक्रम है। यह डिजिटल टूल और रियल-टाइम परफॉरमेंस ट्रैकिंग को जोड़ता है, जिसमें फिजिक्स विषय की कोचिंग पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिसे नीट उम्मीदवारों के लिए एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र माना जाता है। फिज़िक्स की कक्षाओं को दोगुना करके P²CBZ इस चुनौती का समाधान करता हे, जो छात्रों को नीट परीक्षा में टॉप करने के लिए एक निर्णायक बढ़त प्रदान करती हैं।
पिछले कुछ सालों में, नीट यूजी के लिए आवेदकों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है, 2020 में 15 लाख रजिस्ट्रेशन से लेकर 2024 में 24 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए है। श्री चैतन्या अकेडमी ने पिछले दस सालों में 1 लाख से अधिक डॉक्टर तैयार किए हैं, जिनमें से कई एम्स दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करते हैं| एम्स दिल्ली में पढ़ने वाले 24 प्रतिशत डॉक्टर इसी अकेडमी से हैं। पिछले दो सालों में, संस्थान ने लगातार नीट एयर में पहला स्थान प्राप्त करने वाले छात्र तैयार किए हैं। संस्थान की बेहतरीन शिक्षण प्रणाली और अनुभवी शिक्षकों की मदद से, ग्रेड XI के छात्रों को आत्रेय प्रोग्राम के माध्यम से सर्वोत्तम मार्गदर्शन दिया जाएगा, ताकि वे नीट में शानदार परिणाम हासिल कर सकें।
आत्रेय टेक्नोलॉजी की मदद से छात्रों के प्रदर्शन का विश्लेषण करके, उनकी कमजोरियों को पहचान कर कस्टमाइज्ड लर्निंग के तरीके बताता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है P²CBZ हर दिन चार क्लासेस फिज़िक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी के लिए, और इसके साथ ही फिज़िक्स प्रैक्टिस के लिए एक अतिरिक्त 1 घंटे का विशेष सेशन। यह संरचना छात्रों को नीट की तैयारी को सहज और प्रभावी ढंग से करने में मदद करती है। इसके अलावा, छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए, उनका तनाव दूर करने के लिए वर्कशॉप और कंसल्टेशन सेशन भी आयोजित किए जाते हैं।
सुषमा बोप्पना, इनफिनिटी लर्न की को-फाउंडर, श्री चैतन्या ग्रुप की सीईओ और डायरेक्टर ने कहा “आत्रेय के साथ, हमने व्यक्तिगत सलाह को अत्याधुनिक एआई तकनीक के साथ जोड़कर नीट कोचिंग में बदलाव लेकर आए है। हमारे एआई प्लेटफ़ॉर्म का रियल-टाइम विश्लेषण और हमारे अनुभवी शिक्षकों की मदद से, छात्रों को ऐसी जरूरी जानकारी मिलती है जो उनकी तैयारी को बेहतर बनाती है और उनके एमबीबीएस के सपने को हकीकत में बदलने में मदद करती है। नीट की तैयारी पढ़ाई के साथ-साथ भावनात्मक तत्परता के बारे में भी है। आत्रेय का समग्र विकास इको सिस्टम दोनों पहलुओं को संबोधित करता है, जिससे छात्रों को अपनी तैयारी के सफर में ध्यान और आत्मविश्वास बनाए रखने में मदद मिलती है।”
नए कार्यक्रम की विशेषताओं के बारे में बात करते हुए, उज्ज्वल सिंह, फाउंडिंग सीईओ ऑफ इनफिनिटी लर्न बाय श्री चैतन्या ने कहा, “सीखना एक सफर है, और ‘बच्चा सीखा की नहीं’ के हमारे आदर्श वाक्य से प्रेरित होकर, हम अपने शिक्षार्थियों को वे उपकरण प्रदान करते हैं जिनकी उन्हें उस सफर को अधिक स्पष्टता के साथ नेविगेट करने की आवश्यकता होती है। हमारा लक्ष्य टॉप लेवल के कॉलेजों में प्रवेश दिलाने वाले अग्रणी संस्थान बनना है। हमारा मिशन है हर इच्छुक छात्र को संसाधन उपलब्ध कराकर और उनकी कमजोरियों को मज़बूत बनाकर उन्हें सशक्त बनाना। हमारा P²CBZ दृष्टिकोण (दोगुनी फिज़िक्स की क्लास, साथ ही केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी पर केंद्रित कोचिंग) यह सुनिश्चित करता है कि छात्र फिज़िक्स जैसे पारंपरिक रूप से कठिन माने जाने वाले विषय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें, और साथ ही केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी जैसे अन्य विषयों में भी शीर्ष स्तर की परफॉर्मेंस बनाए रखें।
छह अप्रैल से होगी दून में नौ दिवसीय पुस्तक मेले की शुरुआत
देहरादून। विद्या बुक कलेक्शन की ओर से नौ दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन होने जा रहा है। जिसकी शुरुआत रविवार 6 अप्रैल को होगी। इस मेले की खास बात है कि यहां बच्चों के लिए कई किताबो के साथ विशेष तौर पर पिलो और हैंगिंग बुक्स भी लायी गयी हैं। वहीं हिंदी के साथ अंग्रेजी और गढ़वाली किताबे भी यहां होंगी।
विद्या बुक कलेक्शन और कैफ़े के संस्थापक सतीश रावत ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बच्चों पर मोबाइल का असर है। ऐसे में आगे आने वाले समय मे वे शब्दविहीन हो जाएंगे। बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए ही
शिमला बायपास चौक के पास स्थित विद्या बुक कलेक्शन में पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है। जो कि 6 अप्रैल से लेकर 14 अप्रैल तक रहेगा। उन्होंने बताया कि उनके यहां विशेष तौर पर छोटे बच्चों से लेकर युवाओ तक के लिए किताबे लायी गयी है। साथ ही यह मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए भी एक सुनहरा अवसर है ।जहाँ विभिन्न विषयों, भाषाओं और विधाओं की पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध रहेगा।
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मेले में ये किताबे खास रहेंगी।
• साहित्यिक कृतियाँ (हिंदी, अंग्रेज़ी एवं अन्य भाषाओं में)
• बाल साहित्य एवं चित्र पुस्तकों
• प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित पुस्तकें
• धार्मिक और आध्यात्मिक पुस्तकें
• इतिहास, भूगोल और सामान्य ज्ञान की पुस्तकें
• विज्ञान, गणित और तकनीकी विषयों की पुस्तकें
• आत्मकथा, जीवनी और प्रेरणादायक पुस्तकें
• हेल्थ, फिटनेस और कुकिंग से जुड़ी पुस्तकें आदि।।
केदारनाथ यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य जोरों पर, 270 मजदूर तैनात
रुद्रप्रयाग- आगामी 2 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। पैदल यात्रा मार्ग को सुचारू बनाने के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) के कर्मचारी बर्फ हटाने के कार्य में लगे हुए हैं।
तेज़ी से हो रहा बर्फ हटाने का कार्य डीडीएमए के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वाण ने बताया कि यात्रा मार्ग पर बर्फ हटाने के लिए 270 मजदूरों को तैनात किया गया है। इनमें से 70 मजदूर छोटी लिनचौली से बड़ी लिनचौली तक बर्फ हटाने का कार्य कर रहे हैं।जबकि 200 मजदूर नए और पुराने ट्रैक पर बर्फ हटाने में जुटे हैं।उन्होंने बताया कि प्रशासन का लक्ष्य है कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी रास्तों को पूरी तरह से साफ कर दिया जाए, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
आचार्य किशोरी दास वाजपेयी का योगदान हिन्दी साहित्य के साथ-साथ देश का आजादी में भी महत्वपूर्ण रहा
हरिद्वार(कुलभूषण), आचार्य किशोरी दास वाजपेयी हिन्दी के मूर्धन्य विद्वान थे। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय में आचार्य किशोरी दास वाजपेयी द्वारा हिन्दी व संस्कृत भाषा के क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय योगदान व कार्य पर व्यापक स्तर पर शोध अनुसंधान कराए जाने के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में पहल करते हुए आचार्य किशोरी दास वाजपेयी शोध पीठ की स्थापना की गयी है। यह उद्गार उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 दिनेशचन्द्र शास्त्री ने हिन्दी प्रोत्साहन समिति, उत्तराखण्ड इकाई द्वारा उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में सम्मानित किए जाने पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आचार्य किशोरी दास वाजपेयी का योगदान हिन्दी साहित्य के साथ-साथ देश का आजादी में भी महत्वपूर्ण रहा है। वह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शोध पीठ स्थापित होने से जहां हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में शोध छात्रों को बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे वहीं आने वाली युवा पीढ़ी को हिन्दी जगत के इस महान मूर्धन्य विद्वान के द्वारा किए गए योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध होगी।
इस अवसर पर हिन्दी प्रोत्साहन समिति, उत्तराखण्ड इकाई के प्रदेश अध्यक्ष डा0 पंकज कौशिक ने कहा कि हिन्दी हमारे जीवन व शिक्षा का मूल आधार है। हिन्दी भाषा भारतीय संस्कृति में पूर्ण रूप से रची बसी है। एक तरफ जहां सरकारी स्तर पर हिन्दी को प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं वहीं आम जनता तक अपनी बात को पहुंचाने के लिए सरकारी कार्यालयों में अधिक-से-अधिक हिन्दी भाषा में कार्य किए जाने की और अधिक आवश्यकता है।
इस अवसर पर हिन्दी प्रोत्साहन समिति, उत्तराखण्ड इकाई के प्रदेश महामंत्री कुलभूषण शर्मा व प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमन्त सिंह नेगी ने कहा कि हम सभी को मिलकर हिन्दी भाषा को अधिक-से-अधिक अपने दैनिक जीवन में उपयोग में लाने के प्रयास करने होंगे। हिंदी हमारा गौरव व मातृ भाषा है जिसके माध्यम से हम सरल व सहज शब्दों में अपनी बात देश के आम आदमी तक पहुंचाने में सहायक होते हैं।
संस्कृति तथा कौशल के संवर्धन में युवाओं का होगा अहम योगदान : प्रो बत्रा
हरिद्वार , एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) कॉलेज में आज आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा मेंहदी प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेंहदी प्रतियोगिता में महाविद्यालय की छात्राओं ने बहुत उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। आज आयोजित की गई इस मेहंदी प्रतियोगिता में कई ज्वलंत विषयों जैसे समान नागरिक संहिता, गौरैया संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, नारी सशक्तिकरण, जैसे समसामयिक विषयों पर सुंदर मेंहदी लगाई गई। इस प्रतियोगिता में कॉलेज की छात्रा चारू, कामिनी, इशिका, पायल, संध्या, टिया, हुस्ना, हेमा आदि के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य छात्राओं में रचनात्मक प्रतिभा एवं उनकी कौशल सम्वर्धन को बढा़वा देना है। उन्होंने कहा कि आज संस्कृति और कौशल दोनों के संवर्धन की अहम जिम्मेदारी हमारे युवाओं की हैं। उन्होंने कहा कि मेंहदी प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम युवाओं को अनेक समसामयिक विषयों से अवगत कराने का महत्वपूर्ण जरिया हैं। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन को ऐसे सफल आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि आज समाज में अर्न विद लर्न तथा कौशल संवर्धन की नितांत आवश्यकता हैं। मेंहदी प्रतियोगिता में हुस्ना तथा इशिका को संयुक्त रूप से प्रथम, खुशी ठाकुर एवं मानसी को द्वितीय, हेमा तथा शिवानी को तृतीय पुरस्कार मिला। जबकि चारू, स्नेहा, खुशबू, वंशिका को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस अवसर पर निर्णायक मंडल के रूप में डॉ मोना शर्मा, डॉ पल्लवी, रुचिता सक्सेना ने मुख्य भूमिका निभाई। जबकि कार्यक्रम का संयोजन मुख्य रूप से अमिता मल्होत्रा, प्रशिक्षु गौरव बंसल तथा प्रशिक्षु अर्शिका द्वारा किया गया। इस अवसर पर, डॉ मनोज कुमार सोही, डा शिवकुमार चौहान, डा आशा शर्मा, डा रजनी सिंघल, डा सरेाज शर्मा, डा पूर्णिमा सुन्दरियाल, डा पदमावती तनेजा आदि उपस्थित रहे।