Tuesday, May 20, 2025
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‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड को वैश्विक स्तर पर लाने के लिए किये जाएं शीघ्रता से प्रयास-मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड के ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ को वैश्विक स्तर पर ले जाने की योजना को सितम्बर तक पूर्ण रूप से धरातल पर लाया जाए। उत्पादों की गुणवत्ता, पैकेजिंग और मार्केटिंग का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि हवालबाग और कोटद्वार में बनाये गये रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर की तरह ही राज्य के सभी जनपदों में जल्द रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर बनाये जाएं। युवाओं और स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार के क्षेत्र में बढ़ावा देने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, इसलिए विशेष ध्यान दिया जाए कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बनाई जा रही योजनाओं का नाम सरल और प्रभावी हो।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनता से जुड़ी 15 महत्वपूर्ण योजनाओं को चिन्हित किया जाए, योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए जनपदवार रैंकिंग की व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री ने सचिव ग्राम्य विकास को निर्देश दिये कि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को समय-समय पर गांवों में भेजा जाए। सचिव भी स्वयं कुछ गांवों में जाएं। ग्राम सभाओं की बैठकों में ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को भेजा जाए। अमृत सरोवरों के निर्माण और मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान दिया जाए। अमृत सरोवरों के किनारे वृक्षारोपण भी किया जाए।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। कार्यों की गुणवत्ता में लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे। ग्रामीण निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ‘मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना’ के तहत गांवों को सड़कों से जोड़ने के लिए निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए। गांवों के विकास के लिए सड़क कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया जाए।

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री आवास योजना -ग्रामीण और दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत प्रशिक्षण संस्थाओं को लक्ष्यों की स्वीकृति, लक्ष्य के सापेक्ष कार्य आरंभ एवं लक्ष्य के सापेक्ष प्रशिक्षण में राज्य का प्रथम स्थान है। एन.आर.एल.एम योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के फलस्वरूप विगत दो वर्षों में राज्य को लगातार बोनस प्राप्त हो रहा है। ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ माध्यम से आगामी 03 वर्षों में 25 करोड़ की बिक्री का लक्ष्य रखा गया है। लखपति दीदी योजना के तहत राज्य में अभी तक 93 हजार महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। 2026 तक 2.50 लाख महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत राज्य में 66,596 आवास बनाये गये हैं। एनआरएलएम के तहत राज्य में 66,459 समूहों का गठन किया गया है। जिसमें 5.06 लाख परिवारों को लाभ मिल रहा है। बैठक में जानकारी दी गई कि पीएमजीएसवाई के तहत अभी तक स्वीकृत 1864 बसावटों के सापेक्ष 1845 बसावटें संयोजित की जा चुकी हैं। इन बसावटों से लगभग 22 लाख की जनसंख्या लाभान्वित हुई हैं।

बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुदंरम, श्रीमती राधिका झा, अपर सचिव श्री सविन बंसल, श्री मनुज गोयल, श्री कर्मेन्द्र सिंह एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

“हाउस ऑफ हिमालयाज” व Amazon India के बीच एमओयू किया हस्तांतरित

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ब्रांड को लॉंच करने का उद्देश्य प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुँचाना है : मुख्यमंत्री

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड के अम्ब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” एवं Amazon India के बीच एमओयू हस्तांतरित किया गया। इस अवसर मुख्यमंत्री ने Amazon India के ई-मार्केटिंग पोर्टल पर “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” की विधिवत लांचिंग की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों की ख़रीदारी भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिसंबर माह में इन्वेस्टर समिट में “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड की लांचिंग की गई थी। उन्होंने कहा कि इस ब्रांड को लॉंच करने का उद्देश्य प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुँचाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड में शामिल उत्पादों की प्रोसेसिंग और उत्पादन का अधिकांश कार्य स्वयं सहायता समूह के माध्यम से किया जाता है। जिससे महिला स्वयं सहायता समूहों की आजीविका को मज़बूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न ई-मार्केटिंग पोर्टल्स के माध्यम से प्रदेश के स्थानीय उत्पादों की देश और दुनिया के हर क्षेत्र से ऑनलाइन ख़रीदारी की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री ने सचिव ग्राम्य विकास को निर्देश दिये कि “हाउस ऑफ़ हिमालयाज़” ब्रांड के विभिन्न उत्पादों जैसे जीआई टैगिंग वाले उत्पाद, ऑर्गेनिक उत्पाद, खाद्य उत्पाद, सगंध उत्पाद को कैटेगराइज कर उनकी कैटेगरीवाइस ब्रांडिंग की जाये।

उत्तराखण्ड़ में हरेला पर्व के आयोजन के लिए समितियों का हुआ गठन

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हरेला पर्व थीम- पर्यावरण की रखवाली, घर-घर हरियाली, लाये समृद्धि और खुशहाली’

देहरादून, हरेला पर्व के अन्तर्गत व्यापक राजकीय प्रयासों एवं जनसहभागिता के माध्यम से प्रत्येक जनपद में वृहद वृक्षारोपण किया जाने हेतु इस वर्ष हरेला पर्व की थीम ‘पर्यावरण की रखवाली, घर-घर हरियाली, लाये समृद्धि और खुशहाली’ रखी गई है।
डीएम सोनिका ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पर्व / अभियान के आयोजन हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय सभी सम्बन्धित विभागों, वन विभाग, कृषि, जलागम, शहरी विकास, आवास, ग्राम्य विकास, उद्योग, पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों की एक आयोजन समिति का गठन किया गया है।
समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष, प्रभागीय वनाधिकारी सदस्य सचिव तथा मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त, देहरादून, परियोजना निदेशक, डीआरडीए, जिला विकास अधिकारी, अधीक्षण अभियन्ता, एम०डी०डी०ए०, मुख्य कृषि अधिकारी, मुख्य उद्यान अधिकारी, महाप्रबन्धक, जिला उद्योग केन्द्र, जिला पंचायतराज अधिकारी, समिति के सदस्य बनाये गए है।
जनपद स्तरीय समिति द्वारा सार्वजनिक स्थानों जैसे स्थापित हरेला वनों, नदियों के किनारे, क्रिटकल नदी/गाड़ गदेरे, विद्यालय/कालेज परिसरों, विभागीय परिसरों, सिटी पार्क, आवासीय परिसरों (विकास प्राधिकरणों एवं आर०डब्लू०ए० के सहयोग से) आदि स्थलों को पौधारोपण हेतु चयनित किया जाना प्रस्तावित है।
हरेला पर्व पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, स्थानीय निकायों / संस्थानों/जिला विकास प्राधिकरणों / आर० डब्लू०ए०/एन०जी०ओ०/वन पंचायतें तथा जनमानस की सहभागिता से वृहद वृक्षारोपण किया जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी क्रियान्वयन विभागों के साथ-साथ आर्मी / कैन्ट, आई०टी०बी०पी०,एन०सी०सी०, होमगार्ड, पी०आर०डी०, एस०एच०जी० के साथ convergence के द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाना है। इस वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ / समापन कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति सुनिश्चित की जायेगी, साथ ही कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले ग्रामसभा/ग्राम पंचायत के सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जायेगा।
जनप्रतिनिधियों, विद्यालयी छात्रों, स्थानीय निकायों / संस्थाओं तथा जनमानस की सहभागिता से वृहद वृक्षारोपण किया जायेगा।
जनपद स्तर पर प्रभागीय वनाधिकारी को निःशुल्क पौध वितरण के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। स्थानीय निकायों / संस्थाओं, विद्यालयों, जनप्रतिनिधियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को निःशुल्क पौध वितरण की अधिकतम सीमा जनपद स्तरीय समिति द्वारा जनपद में पौध की उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुए निर्धारित की जायेगी।
हरेला पर्व के अन्तर्गत मुख्य रूप से फलदार प्रजाति के 50 प्रतिशत एवं चारा प्रजाति के पौधों को रोपित किया जायेगा और इनका रखरखाव सम्बन्धित विभाग, स्थानीय ग्रामीणों, सम्बन्धित लाभार्थियों वन पंचायतों, महिला / युवा मंगल दलों के माध्यम से कराया जाय।
हरेला पर्व के अन्तर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का वृहद प्रचार-प्रसार सभी संभव माध्यमों से किया जायेगा ताकि आम जनमानस में वन एंव वन्य जीवों के संरक्षण संवर्द्धन हेतु जन जागरूकता वृद्धि कर आगामी वर्षों में इस कार्यक्रम को एक स्वप्रेरणा से अभियान के रूप में क्रियान्वन किया जा सके।
हरेला कार्यक्रम के दौरान सम्बन्धित विभागों द्वारा दो पौध प्रति परिवार के अनुसार पौध उपलब्ध कराये जाने हेतु सम्बन्धित जनपद स्तरीय विभागीय अधिकारी जिम्मेदार होंगे। कार्यक्रम के प्रथम तीन दिवसों 50 प्रतिशत् पौध रोपित किया जाना प्रस्तावित है।

शर्मसार करने वाली पुलिसिया हरकत

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केदार नाथ यात्रा में कानून ब्यवस्था का जिम्मा सम्भालने वाली मित्र पुलिस की एक के बाद एक घिनोनी हरकत सामने आ रही है। अभी कुछ दिन पहले धाम में पुलिस द्वारा राजस्थान के यात्रियों के साथ अभद्रता का प्रकरण सामने आया। पुलिस की इस हरकत का तीर्थ पुरोहितों ने भी जमकर विरोध किया लेकिन अपनी शाख पर बट्टा लगने से तिलमलाई पुलिस ने तीर्थ पुरोहितों की आवाज को भी अनसुना कर दिया। यही नही केदारनाथ में तैनात पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी तीर्थ पुरोहितों द्वारा आपत्ति दर्ज की गई लेकिन आला अधिकारियों द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया। यात्रा के शुरुआत से ही जनपद पुलिस केवल अपनी तारीफों को प्रचारित कर स्वयं ही अपनी पीठ थपथपाती रही।
अब केदारनाथ धाम में पुलिस की शर्मशार करने वाली हरकत सामने आई है। पिछले वर्ष इंदौर से केदारनाथ यात्रा पर आई एक महिला से केदारनाथ धाम में पुलिस के दरोगा द्वारा शराब के नशे में छेड छाड की गई जबकि महिला पुलिस संरक्षण में केदारनाथ पुलिस कैंप मे थी। स्थानीय चौकी इंचार्ज ने भी जानते हुये इस कृत्य को बढावा दिया। महिला द्वारा जैसे तैसे अपनी सुरक्षा की गई व अपनी शिकायत पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग से भी की । दूसरे प्रदेश की होने के कारण एक साल तक प्रकरण को स्थानीय पुलिस बहाने बनाकर दबाने का प्रयास करती रही ।Martyr Of Itbp In Kedarnath Awarded President Award. - Amar Ujala Hindi  News Live - केदारनाथ में शहीद 6 जांबाजों को राष्ट्रपति पदक
लेकिन महिला ने हार नही मानी ,सीएम पोर्टल व पुलिस महानिदेशक से हुई शिकायत के बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रकरण का संज्ञान लिया गया तब जाकर पुलिस महानिदेशक द्वारा गठित जाँच समिति की रिपोर्ट के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दोशियों को निलंबित किया गया। केदारनाथ जैसे धार्मिक स्थल मे घटित पूरा घटना क्रम ये बताने के लिये काफी है कि मित्र पुलिस का चोला ओडकर पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी बैखोफ होकर कैसे महकमे को दागी बना रहे है ओर कार्यवाही करनै के बजाय उच्च अधिकारी प्रकरण को दबाने में जुट जाते है। केदारनाथ जैसे पवित्र धाम में पुलिस की इस घिनोनी हरकत पर जनपद के उच्च अधिकारी चाहे कुछ भी सफाई दे लेकिन वास्तविकता यही है कि जनपद पुलिस के आला अधिकारियों का उनके अधिनस्थो को कोई भय नहीं है ओर हो भी क्यों जब आला अधिकारी ही ऐसी घटनाओं को दबाने में जुट जाते है। यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि महिला ने छेड छाड करने वाले दरोगा पर शराब के नशे में होना बताया । एक ओर पुलिस प्रचलित केदारनाथ यात्रा में लगातार अबैध शराब बरामद कर अपनी उपलब्धि प्रचारित करने में जुटी है वहीं पुलिस चौकी केदारनाथ के पुलिस कर्मियों तक ये शराब कैसे पहुँची पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खडा करता है।
बहरहाल पुलिस की इस घिनोनी हरकत की जितनी निंदा की जाए कम है। पुलिस महानिदेशक के हस्तक्षेप के बाद महिला की सुनवाई हुई ओर दोशियों पर कार्यवाही अमल मे लाई गई। यहाँ यह कहना जरूरी हो जाता है कि ऐसे कितने ही लोग पुलिस की गैर जिम्मेदराना हरकतों के शिकार होते है व न्याय के लिये उच्च अधिकारियों से उम्मीद करते है लेकिन उन्हे न्याय देना छोड उच्च अधिकारी भी मामले को दबाने का प्रयास करते रहते है। उम्मीद है कि पुलिस के आला अधिकारी ऐसी घटनाओं से सबक लेकर पारदर्शिता के साथ कार्यवाही अमल में लायेगें, जिससे जनता का मित्र पुलिस पर विश्वास कायम रहे व पुलिसिया तंत्र लोगों पर हावी न हो सके।

तिलबाडा के पास रतनपुर- अंद्रिया थैडा मोटर मार्ग पर वाहन दुर्घटनाग्रस्त, दो की मौत

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(देवेंन्द्र चमंली)
रुद्रप्रयाग- तिलबाडा के पास रतनपुर-अंद्रियाँ थेडा मोटर मार्ग पर एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया वाहन मे पाँच लोग सवार थे। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
घटना शाँय करीब 4:00 बजे की है , जिला आपदा कन्ट्रोल रूम को सूचना प्राप्त हुई कि रतनपुर आन्द्रिया थेडा मोटर मार्ग पर मूल्या आन्द्रिया के समीप एक वाहन दुर्घनाग्रस्त हो गया। सूचना पर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस ने घटना स्थल पर पहुँचकर वाहन में बैठे पाँच व्यक्तियों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। घटना के दौरान दो व्यक्तियों की मृत्यु भी हो गई। गाड़ी में सवार सभी व्यक्ति घेघडखाल के रहने वाले हैं।

घटना का विवरणः-

वाहन संख्या -UK13TA1068
घायल व्यक्ति

01) मनीष सिंह, उम्र -12 वर्ष पुत्र दिनेश सिंह

02) दिनेश सिंह, उम्र – 45 वर्ष पुत्र जसपाल सिंह

03) राकेश सिंह, उम्र – 42 वर्ष, पुत्र नारायण सिंह

मृतक

01) दीपक सिंह उम्र -14 वर्ष, पुत्र दिनेश सिंह

02) जय सिंह उम्र – 65 वर्ष, पुत्र मुर्खल्या सिंह

मूसलाधार वारिस से संगम बाजार स्थित सुरंग पर चट्टान टूटी, बेलणी में घरो के अंदर घुसा पानी

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रुद्रप्रयाग- आज सुबह हुई मूसलाधार वारिस ने आम जनता की मुस्किलें बडा दी। लगभग आधे घंटे हुई मूसलाधार वारिस ने लोगों में दहसत पैदा कर दी। रुद्रप्रयाग के वेलणी में कई घरों में बरसाती पानी घुस गया।
आज प्रातः 4 बजे लगभग हुई मूसलाधार वारिस से जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में केदारनाथ मोटर मार्ग पर संगम बाजार सुरंग के ऊपर से चट्टान टूटने के कारण सुरंग के एक छोर पर भारी मलबा जमा हो गया जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग यहाँ पर बाधित हो गया। वहीं भारी वारिस से बेलणी मे सडक का पानी घरों मे घुसने से अफरा तफरी मच गई, नगर पालिका व लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण वेलणी सडक की नालियाँ मलबे से अटी पडी है , जबकि वेलणी में पीएमजीएसवाई आफिस के नीचे की ओर सडक पर पुस्ता भी धसाँ हुआ है व आवासीय भवनो की ओर ढलान होने से सडक का पानी घरों मे घुस रहा है। आज सुबह की वारिस से यहाँ अफरा तफरी मच गई जगवाण भवन में लोगो के घरों में सडक का गंदा पानी घुस गया।

फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ : वायरस हटाने के नाम पर करते थे ठगी, संचालक सहित 3 गिरफ्तार

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देहरादून, राजपुर क्षेत्र दून विहार गली नंबर 3 के पास स्थित डेस्टिनी फिटनेस जिम के ऊपर वाले फ्लोर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित होने तथा उक्त कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को गोपनीय माध्यम से प्राप्त हुई, जिस पर एसएसपी देहरादून द्वारा क्षेत्राधिकार मसूरी व थानाध्यक्ष राजपुर को तत्काल प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित करते हुए पुलिस टीम का गठन किया गया।
सीओ राजपुर ने बताया कि राजपुर स्थित कॉल सेन्टर (टेकिनियो बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड) पर दबिश दी गई, तो मौके पर एक बडे हॉल मे कुछ युवक/युवतियां लैपटॉप व कम्पयूटर सिस्टम के सामने बैठकर हैडफोन लगाकर कॉल पर बात कर रहे थे जो स्वंय को अंतर्राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगो से उनके कम्पयूटर सिस्टम से वायरस/ बग हटाकर उनके बैंक खातो की जानकारी प्राप्त कर रहे थे, जिनसे मौके पर पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे सभी सार्थक, शाहरुख, खुशनूर व करुणेश उर्फ करन नाम के व्यक्तियों के लिए काम करते है।
आपको बता दे कि बीते ढाई सालों में पुलिस और एसटीएफ देहरादून के अलग अलग क्षेत्रों से 6 फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ कर चुकी है।
कॉल सेंटर के माध्यम से वे एंटीवायरस तकनीकी सपोर्ट हेतु विदेशी नागरिकों को सपोर्ट देने के नाम पर उनसे गिफ्ट कार्ड का समस्त विवरण लेते हैं और उनसे करुणेश का साथी जो विदेश में रहता है, विदेशी नागरिको के समस्त पैसा निकाल लेता है, जो कि डॉलर में होता है।

नाम पता गिरफ्तार अभियुक्त :
1-सार्थक पुत्र सुनील निवासी 910 कालरी जम्मू थाना बलवल जम्मू हाल निवासी 14 कैनल रोड देहरादून उम्र 32 वर्ष
2-खुशनूर पुत्र कमरुद्दीन निवासी संगम विहार नई दिल्ली उम्र 39 वर्ष
3- शाहरुख अली पुत्र गुलफाम अली निवासी केदार वाला थाना सहसपुर देहरादून उम्र 29 वर्ष

बरामदगी :
1- लैपटॉप – 36
2- मोबाइल फोन- 05
3- लैपटॉप चार्जर-36
4- माउस-36
5- हेडफोन-31
6- मॉडेम-2

धामी के सीएम के रूप में तीन साल पूरे होने पर ‘X’ पर ट्रेंड करता रहा #DhakadDhamike3saal

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-समान नागरिक सहिंता सहित नकल विरोधी कानून, रोजगार, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे तमाम महत्वपूर्ण निर्णयों का हुआ एक्स पर खूब जिक्र

प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है। इन तीन वर्षों में सीएम धामी ने उत्तराखंड में समान नागरिक सहिंता को लागू करने सहित नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण कानून जैसे तमाम बड़े फैसले लिए तो ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिये धामी प्रदेश में बड़े निवेश को भी आकर्षित करने में कामयाब रहे। सीएम धामी के कार्यकाल के 3 वर्ष पूर्ण पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर आज सुबह से ही #DhakadDhamike3saal ट्रेंडिंग रहा।

श्री पुष्कर सिंह धामी को 4 जुलाई 2021 को पहली बार भाजपा आलकमान ने राज्य की बागडोर सौंपी थी। युवा धामी के चयन एवं नेतृत्व क्षमता को लेकर तब तमाम तरह की अटकलों और चर्चाओं का दौर चला लेकिन दृढ़ इरादों के पक्के धामी ने अपने छोटे से कार्यकाल से ही तब दर्शा दिया था कि वे लंबी रेस के लिए तैयार हैं। नतीजा, सीएम धामी के नेतृत्व में पहली बार ऐसा हुआ जब राज्य की सत्ता में लगातार दूसरी बार कोई दल सत्ता में लौटा।

मुख्यमंत्री धामी ने अपनी दूसरी इनिंग की शुरुआत करने से पहले ही जनता जनार्दन से सत्ता में आने पर समान नागरिक सहिंता को प्रदेश में लागू करने का वादा किया और इस वर्ष सम्पन्न हुए लोकसभा चुनावों से पहले धामी ने इस निर्णय को धरातल पर उतारते हुए देश में वो कर दिखाया जो आज तक किसी राज्य ने नहीं किया। उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है जहां समान नागरिक सहिंता लागू है। आज मुख्यमंत्री धामी ने सीएम के रूप में तीन वर्ष पूरे किये तो सुबह से ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर समान नागरिक संहिता सहित तमाम ऐतिहासिक निर्णय x पर ट्रेंड करते रहे।

इन तमाम निर्णयों की होती रही चर्चा

-समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड

-प्रदेश में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया।

-उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए धर्मांतरण कानून लाया गया।

-प्रदेश में दंगारोधी कानून को लागू किया गया है।

-लैंड जेहाद पर कार्यवाही करके देवभूमि उत्तराखंड में सुख, शांति और अमन-चैन सुनिश्चित किया है। लैंड जिहाद के तहत की गई कार्यवाही के दौरान प्रदेश में करीब 5 हजार एकड़ सरकारी भूमि को कब्जामुक्त कराया गया है।

-सरकारी नौकरी में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया।

-राज्य आंदोलनकारियों एवं उनके सभी आश्रित पात्रों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का निर्णय लिया गया।

-राज्य में निःशुल्क जांच योजना के तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधा दी जा रही है।

-आयुष्मान योजना के तहत उत्तराखंड में इस योजना के तहत 55 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाएं जा चुके हैं, जिसमें से 9 लाख 11 हजार मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जा चुका है।

-उत्तराखंड नई शिक्षा नीति को सबसे पहले लागू करने वाला राज्य बना।

-नारी सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रोजेक्ट कॉस्ट का 30 प्रतिशत या एक लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।

-उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में विभिन्न देशों के उद्योगपतियों द्वारा 3.56 लाख करोड़ के 1,779 एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं। राज्य सरकार 20 फीसदी करार को धरातल पर उतार चुकी है।

 

धामी सरकार के 3 बेमिसाल सालों ने रखी विकसित उत्तराखंड की नींव : भट्ट

  • धामी के कई निर्णय देश एवं अन्य राज्यों के रॉल मॉडल : भट्ट
  • धामी सरकार के तीन साल बेमिसाल, देवभूमि का स्वरूप बरकरार रखते हुए उत्तराखंड विकसित राज्य बनने की दिशा में अग्रसर : भट्टDhami government Three years:-भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने गिनाई  सरकार उपलब्धियां कहा-धामी के निर्णय बने देश एवं अन्य राज्यों के लिए रॉल  मॉडल ...

देहरादून । भाजपा ने मुख्यमंत्री धामी के तीन साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताते हुए, उनके ऐतिहासिक निर्णयों के लिए बधाई दी है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, उनके नेतृत्व में देवभूमि का स्वरूप बरकरार रखते हुए हम विकसित राज्य निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं ।
पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री के तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए भट्ट ने इन 3 सालों को राज्य के विकास और जनविश्वास की दृष्टि से बेमिसाल बताया । इस दौरान पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अनेकों ऐतिहासिक एवं साहसिक कदम उठाए हैं। उनके राज्य के देवभूमि स्वरूप को बनाए रखने वाले निर्णयों ने देश के कई राज्यों के लिए नजीर बनने का काम किया है । ऐसे तमाम निर्णयों से उत्तराखंड की छवि को विशेष बनाने के लिए मुख्यमंत्री धामी साधुवाद के पात्र हैं । जिसके क्रम में उत्तराखंड को समान नागरिक संहिता लागू कर देश का पहला राज्य बनने का गौरव हासिल हुआ । आज इसी कानून के संदर्भ में अन्य राज्य भी प्रयास कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में जबरन धार्मांतरण के प्रयास को विफल करने के लिए कठोरतम कानून लागू किया गया। अवैध धार्मिक अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही कर हजारों एकड़ जमीन को कब्जे से मुक्त कराकर लैंड जेहाद की कोशिशों को जमींदोज किया गया। कुछ शरारती तत्व जो आंदोलन के नाम पर सरकारी संपत्ति की क्षति पहुंचाते थे उसके लिए ऐसा कठोर दंगारोधी कानून बनाया गया है कि अब सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले दंगाइयों से संपत्ति की भरपाई की जाएगी।

मातृ शक्ति सशक्तिकरण को समर्पित आरक्षण और सरकार की योजनाएं :

उन्होंने कहा, ऐसे अनेकों कदम जनहित में हमारी सरकार ने उठाए हैं, चाहे मातृ शक्ति को 30 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की बात हो या उन्हे स्वरोजगार की दृष्टि से परियोजना लागत का 30 प्रतिशत या एक लाख रुपये की सब्सिडी दिया जाना, महिला स्वयं सहायता समूह को पांच लाख का ऋण बिना ब्याज का दिया जाना हो। लखपति दीदी योजना के तहत अब तक 80 हजार महिलाओं को लखपति बनाया जा चुका है जबकि 2025 तक एक लाख 25 हजार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसी तरह युवाओं, किसानों के लिए ऐसी महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई जा रही है जो उनके विकास को त्वरिता देंगी, साथ ही साथ प्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने का महत्वपूर्ण प्रयास करेंगी। उज्ज्वला गैस कनेक्शन धारक महिलाओं को साल में 3 सिलेंडर की फ्री रिफिलिंग सुविधा दी जा रही है।

कठोरतम नकल निरोधक कानून के संरक्षण में पारदर्शी परीक्षाएं हो रही संचालित :

हमारी सरकार देश का सबसे कठोरतम नकल निरोधक कानून राज्य में लेकर आई, जिसके संरक्षण में नकलविहीन पारदर्शी परीक्षाएं लगातार संचालित हो रही हैं । अब इसी नकल विरोधी कानून की तर्ज पर गुजरात, मध्य प्रदेश जैसे कई राज्य नियम बना रहे हैं और केंद्र में भी हाल में ही एंटी पेपर लीक कानून लागू हुआ है। वहीं होम स्टे, मोटा अनाज उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाना, नई खेल नीति जैसे संदर्भों में विशेष कार्य हुआ है।

रोजगार सृजन में सर्वकालिक रिकॉर्ड बनाया, 19 हजार पदों पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी :

इसी तरह विभिन्न विभागों के रोजगार सृजन के बाद हुई नियुक्तियों को मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है जो इस बात का संकेत है कि रोजगार के संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशेष रूप से प्रयासरत हैं और बेरोजगारेां के लिए उनका विशेष ध्यान है। हाल फिलहाल 19 हजार पदों पर भर्ती की विज्ञप्तियां शीघ्र ही जारी होने वाली है। सरकार लगातार जन मुद्दों पर जागरूकता करने के साथ-साथ जनता को लाभान्वित करने की योजना को कार्यान्वित कर रही है । भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ते हुए अब तक 63 लोगों को दंडित किया जा चुका है।

राज्यवासियों के विकास और स्वास्थ्य दोनों को लेकर सरकार ने किए शानदार काम :

साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से 55 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की चिंता की जा रही है।
जिसके तहत अभी तक 19.11 लाख मरीजों का निशुल्क उपचार कियागया है जिस पर 1 करोड़ 72 लाख से अधिक का खर्च आया है। वहीं प्रदेश में 207 प्रकार की पैथोलाजी जांचे निशुल्क कर दी गई है। विकास की योजनाओं के तहत केदारनाथ रोपवे एवं कर्णप्रयाग रेल लाइन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल है। केदारनाथ रोपवे के तहत 16 किलोमीटर की दूरी जो 5-6 घंटों में पूरी होती थी अब मात्र 28 मिनट में पूरी होगी। पीएम आवास योजना पर शानदार काम हुआ और निशुल्क अन्न योजना से सबके भोजन की चिंता की गई, साथ ही किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सब्सिडी दी जा रही हैं । इसी तरह मुख्यमंत्री ने पीएम धामी के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए आदि कैलास में योग दिवस मनाकर इसे पुनः राष्ट्रीय फलक पर लाने का उपक्रम किया है। आज आदि कैलास के दर्शन के महत्व महत्व और पर्यटकों के लिए उसकी विशिष्टता चर्चा का विषय बन गई है। सफल इनवेंस्टर समिट राज्य में बेरोजगारी समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होने वाली है । साथ ही हवाई यात्रा को लेकर विशेष प्रबंधन किया गया है। हवाई अड्डों का सुदृढ़ीकरण और स्थानीयकरण किया जा रहा है जिसका लाभ आम आदमी को भी मिलेगा।

रिकॉर्ड चारधाम यात्रा की तरह कांवड़ यात्रा भी होगी सफल और सकुशल संपन्न :

यात्रा प्रबंधन को लेकर धामी सरकार के शानदार ट्रेक रिकार्ड के कारण, इस वर्ष चारधाम यात्रा में लगभग 52 दिनों में 34 लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए है। वहीं 22जुलाई से कांवड़ यात्रा प्रारंभ होगी जिसके प्रबंधन एवं सुरक्षा की दृष्टि से भव्य और दिव्य होने की उम्मीद जताई।

राज्यसभा में मोदी 1.0 एवं 2.0 की भांति मोदी 3.0 में भी राज्यवासियों की आकांक्षाओं को रखने का अवसर मिला :

इस दौरान पत्रकारों द्वारा उनके राज्यसभा में पहले संबोधन को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, सदन में उन्हे राज्य निर्माण आंदोलन और देश की सीमाओं में शहादत देने वालों पुण्यात्माओं को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जारी बहस में बोलते हुए उन्होंने उत्तराखंड जैसे भौगोलिक रूप से दुर्गम, अति पिछड़ा और विदेशी सीमाओं से लगे राज्य को देश की मुख्य धारा से जोड़ने की और सबका ध्यान आकृष्ट किया। मोदी 1.0 और मोदी 2.0 के कामों की भांति मोदी 3.0 में भी राज्य गठन के सपनों ने आकार लेने को लेकर जनता का पक्ष रखा।

 

उपचुनावों में विकास के नाम पर कमल का खिलना तय :

बद्रीनाथ और मंगलोर विधानसभा को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, लोकसभा में पांचों सीट जीतने का इतिहास दोनों जगह जनता दोहराने जा रही है। वहां की जनता जानती है कि अपने क्षेत्र में विकास की रफ्तार को और अधिक तेज करना है तो विधानसभा में प्रतिनिधि राज्य और केंद्र सरकार से सामंजस्य रखने वाला होना चाहिए । लिहाजा विपक्ष चाहे जितने हवा हवाई दावे कर ले, जनता विकास के नाम पर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मुहर लगाने वाली है । हम दोनों सीटों पर बड़े अंतर से कमल खिलाने वाले हैं ।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष के साथ महामंत्री आदित्य कोठारी, विधायक विनोद चमोली, मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, राजेंद्र नेगी, कमलेश उनियाल, माणिक निधि शर्मा,श्रीमती कमलेश रमन, राजीव तलवार प्रमुख रूप से मौजूद रहे |

अब निर्माण श्रमिकों के बच्चे भी बनेंगे इंजीनियर और फैशन डिजाइनर

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-दून में 58 व हल्द्वानी में 256 बच्चों को दी जा रही शिक्षा

-श्रमिकों का कार्य स्थल पर कैंप लगाकर किया जाएगा पंजीकरण

देहरादून, निर्माण श्रमिकों के बच्चे भी अब इंजीनियर, फैशन डिजाइनर बनेंगे। सभी सरकारी एवं गैर सरकारी भवनों के निर्माण, मॉल, सड़क निर्माण, बांध, पुल, हवाई पट्टी, बाढ़ नियंत्रण, विद्युत उत्पादन, पारेषण एवं वितरण, जल-कल, तेल एंव गैस इन्सटालेशन, नहर, जलाशय, पाइप लाइन, टावर, टेलीविजन, टेलीफोन मोबाइल टावर आदि स्थानों पर कार्यरत निर्माण श्रमिकों का कार्य स्थल पर कैंप लगाकर पंजीकरण होगा।

उत्तराखंड़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष आर मीनाक्षी सुंदरम ने श्रम प्रवर्तन अधिकारियों को ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कर्मकार बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं उनके आश्रितों के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को कार्यस्थल पर मोबाइल लर्निंग स्कूल के माध्यम से शिक्षा देने के लिए देहरादून व हल्द्वानी में दो बसों का संचालन किया जा रहा है। दून में 58 व हल्द्वानी में 256 बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर में दो बस संचालित करने के लिए फर्म का चयन किया जा रहा है। भविष्य में राज्य के अन्य जिलों में भी पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को कार्य स्थल पर मोबाइल लर्निंग स्कूल के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।

अध्यक्ष सुंदरम ने बताया कि बोर्ड के अन्तर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा कोर्सेज के तहत बच्चों को आईटीआई, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल व प्रोडक्शन, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की शिक्षा के लिए संस्थानों का चयन किया जा रहा है।

भविष्य में उच्च शिक्षा के लिए भी संस्थानों का चयन कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड के अन्तर्गत ईडीपी या आरपीएल एवं जयानन्द भारती कौशल विकास योजना के माध्यम से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को स्वयं एवं उनके परिवारों की आश्रित महिलाओं, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने का काम भी होगा। इसके लिए सिलाई मशीन ऑपरेशन, फैशन डिजाइनिंग, जूट बैग, हैंडीक्राफ्ट व अन्य ट्रेड में प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

“स्वच्छता के सिपाही” पुस्तक का विधानसभा अध्यक्ष ने किया विमोचन

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देहरादून, विगत एक दशक से मोबाइल नहीं पुस्तक दो अभियान चला रहे इंजी. ललित शौर्य की पुस्तक “स्वच्छता के सिपाही” के द्वितीय संस्करण का विमोचन विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने अपने शासकीय आवास R1 यमुना कॉलोनी देहरादून में किया। पुस्तक विमोचन का यह कार्यक्रम हिमालयन हेरीटेज सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित किया गया। पुस्तक के लेखक इंजी. ललित शौर्य की यह तेरवीं पुस्तक है। इससे पूर्व वह बच्चों के लिए 12 पुस्तकें लिख चुके हैं।

पुस्तक का विमोचन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्वक्षता को एक मुहिम की तरह वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के जन-जन में पहुँचाया है। आज संपूर्ण देश में प्रत्येक शहरों, नगर निगमों, नगर पंचायतों तथा गाँवो स्वक्षता सर्वेक्षण की रैंकिंग होती है और इसमें प्रथम आने की होड़ लगी रहती है। स्वक्षता एक आदत की तरह है। यह पुस्तक बच्चों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। इसमें डस्टबिन की पहचान के बारे में भी बताया गया है। लेखक इंजी. ललित शौर्य युवा हैं, इनका यह प्रयास सराहनीय है। वह समाज के प्रति जागरूक हैं। पुस्तक के अनुक्रम में लिखे टॉपिक प्रेरित करने वाले हैं। निश्चित ही लेखक का सराहनीय प्रयास नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा।

इसके साथ ही वरिष्ठ साहित्यकार व राज्य आन्दोलनकारी हेमचन्द्र सकलानी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण को अपनी कुछ चर्चित कृतियां (पुस्तकें) भेंट की। श्रीमती खण्डूडी ने सकलानी जी द्वारा प्रकाशित अनेक पुस्तकों को राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ इस हेतु सकलानी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनोद खंडूरी, हिमालयन हेरिटेज सोसायटी के सचिव रजनीश कौंसवाल, लेखक इंजी.ललित शौर्य, भारत चोहान उपस्थित रहे।