देहरादून, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनंद बर्धन को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। वह 31 मार्च को वर्तमान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के सेवा विस्तार समाप्त होने के बाद पदभार ग्रहण करेंगे।
शासन के इस आदेश के साथ मुख्य सचिव पद को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया है। वर्तमान में आनंद बर्धन अपर मुख्य सचिव पद पर कार्यरत हैं और अपने प्रशासनिक करियर में कई अहम पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। उनकी नियुक्ति से राज्य प्रशासन को अनुभवी नेतृत्व मिलने की उम्मीद है।
आनंद बर्धन संभालेंगे उत्तराखण्ड़ के मुख्य सचिव की कमान
अभिनेत्री नीलम कोठारी को पसंद आई एलोरा मेल्टिंग मोमेंट्स की बेकरी
एलोरा मेल्टिंग मोमेंट्स में पहुंचकर लिया बेकरि का लुत्फ, लोगों के साथ खिंचवाई फोटोस*
देहरादून। देहरादून एक कार्यक्रम की सिलसिले में पहुंची अभिनेत्री नीलम कोठारी आज राजपुर रोड स्थित एलोरा मेल्टिंग मोमेंट्स की बेकरी में पहुंची जहां उन्होंने न सिर्फ वहां की बेकरी प्रोडक्ट का लूट लिया वहीं लोगों के साथ फोटोस भी खिंचवाई।
इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए अभिनेत्री नीलम ने कहा कि उत्तराखंड से उनका पुराना नाता रहा है उन्होंने कई फिल्मों की शूटिंग मसूरी और उत्तराखंड के कई हिस्सों में की है ऋषिकेश में भी उन्होंने कई फिल्मों की शूटिंग की है यही नहीं जब भी किसी फिल्म में पहाड़ों का बर्फ का सीक्वेंस होता था तो कश्मीर के बाद पहली पसंद उत्तराखंड ही होता था तो उत्तराखंड से उनका आज का नाता नहीं है बहुत पुराना नाता है वही एलोरास मेल्टिंग मोमेंट्स के बारे में बात करते हैं उन्होंने कहा कि वह पहले भी यहां बहुत पहले आई है और आज एक बार फ़िर यहां पर आकर उनको बहुत अच्छा लग रहा है कि सब कुछ कितना बदल गया है और कितने बड़े स्तर पर अब मेल्टिंग मोमेंट्स बेकरी के प्रोडक्ट्स बाजार में लेकर आ रहा है उन्होंने कहा कि उन्होंने काम करना बंद नहीं किया है वह अभी भी फिल्म इंडस्ट्री में बनी हुई है और अब जबकि वेब सीरीज का वक्त है तो वह वेब सीरीज कर रही हैं उन्होंने अभी बॉलीवुड वाइव्स के दो सीजन करें हैं और आगे भी कई वेब सीरीज में दिखेंगी।
इस मौके पर मेल्टिंग मोमेंट्स के ओनर द्रोण गुलाटी ने अपने पूरे स्टाफ से नीलम कोठारी को मिलवाया और उनको उपहार स्वरूप बेकरी प्रोडक्ट्स भी दिए। इस मौके पर फोटू ले इवेंट्स के प्रबंधक हरमेश गांधी, सौरभ ध्यानी, फारवी वाधवा, प्रिया गुलाटी, आदि मौजूद रहे।
नन्दा गौरा योजना के 40 हजार 504 लाभार्थियों को 01 अरब 72 करोड़ 44 लाख 04 हजार रुपए की धनराशि का मुख्यमंत्री ने डीबीटी के माध्यम से किया वितरण
योजना से विगत 05 वर्ष में 02 लाख 84 हजार 559 लाभार्थियों को कुल 09 अरब 68 करोड़ 64 लाख 51 हजार की धनराशि प्रदान की गई।*
*बालिका के जन्म और 12वीं पास करने पर दी जा रही है कुल 62 हजार की धनराशि।*
*बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे हैं अनेक कार्य-मुख्यमंत्री*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से डीबीटी के माध्यम से नंदा गौरा योजना के 40 हजार 504 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2024-25 में लाभान्वित 01 अरब 72 करोड़ 44 लाख 04 हजार रुपए की धनराशि का वितरण किया। इस योजना के माध्यम से विगत 05 वर्ष में 02 लाख 84 हजार 559 लाभार्थियों को कुल 09 अरब 68 करोड़ 64 लाख 51 हजार की धनराशि डीबीटी के माध्यम से प्रदान की गई।
नंदा गौरा योजना के अंतर्गत उत्तराखंड में कन्या के जन्म पर 11 हजार एवं एवं 12वीं उत्तीर्ण करने पर 51 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लाभार्थियों में जन्म पर 08 हजार 616 बालिकाओं को 09 करोड़ 81 लाख 16 हजार की धनराशि और 12वीं पास करने वाली 31 हजार 888 बालिकाओं को 01 अरब 62 करोड़ 62 लाख 88 हजार की धनराशि मुख्यमंत्री द्वारा डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। नंदा गौरा योजना से बड़ी संख्या में राज्य के गरीब परिवारों की बालिकाएं लाभान्वित हो रही हैं। उत्तराखण्ड में बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, सचिव श्री चंद्रेश कुमार यादव, निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्री प्रशांत आर्य और महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित है।
रंगारंग कार्यक्रम के साथ इंडो नेपाल व्यापार मेला-2025 का हुआ समापन
देहरादून। इंडो नेपाल व्यापार मेले का समापन हो गया। सात दिन चले इस मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए थे। मेले में लोगों ने जमकर खूब खरीददारी की। मेले का प्रमुख उद्देश्य दोनों देशो के आपसी संबंधों को मजबूत करना है।
गुरूवार को इंडो नेपाल व्यापर मेले का समापन हो गया मेले में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सिरकत की। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि दोनों देश आर्थिक तौर पर मजबूत होंगे। कहा कि नेपाल से जल्द ही उत्तराखंड के लिये हवाई सेवा शुरू की जाएगी। कहा कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होंगे। तथा पर्यटन के क्षेत्र में भी दोनों देश मजबूत होंगे
मेले की समाप्ति पर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया गया। तथा सभी अतिथियों को माया को चिन्ह भेट किया गया। मेले के समापन पर रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस मौके पर कंचनपुर उद्योग वाणिज्य महासंघ के अध्यक्ष पीतांबर जोशी, , सुयश अग्रवाल उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल अध्यक्ष पंकज गुप्ता, पी एच डी चैबर के अध्यक्ष हेमंत कोचर, रियल होस्ट के संस्थापक संजय सिंह, वीर गोर्खा समिति अध्यक्ष कमल थापा, आदि मौजूद रहे।
देश सेवा सर्वोपरि, ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का करें निर्वहन : सीएम योगी
लखनऊ (आरएनएस)। गुरुवार को लखनऊ के लोक भवन में आयोजित समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष विभाग और गृह विभाग के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा चयनित 283 चिकित्सा अधिकारियों और कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
इस दौरान सीएम योगी ने नवचयनित अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की सेवा नारों या भाषणों से नहीं, बल्कि ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से होती है। उन्होंने नवचयनितों से अपील की कि वे पूरी तत्परता और पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें, ताकि उत्तर प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सके।
इस समारोह में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 283 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इनमें आयुष विभाग के 163 चिकित्सा अधिकारी, 2 रीडर (आयुर्वेद), 19 प्रोफेसर, 3 प्रवक्ता (होम्योपैथी) और गृह विभाग के तहत विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के 96 कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक शामिल हैं। नियुक्ति पत्र पाकर सभी नवचयनित अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे।
उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए सीएम योगी की पारदर्शी और निष्पक्ष चयन प्रक्रिया की जमकर सराहना की। सीएम योगी ने इस अवसर पर यूपीपीएससी और यूपीएसएसएससी को शासन की मंशा के अनुरूप भर्ती प्रक्रिया को ईमानदारी से संपन्न करने के लिए धन्यवाद दिया और सभी नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में पिछले 8 वर्षों की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों में हमने प्रदेश में 8.30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। अगर यह नियुक्तियां शुचिता और पारदर्शिता के साथ नहीं होतीं, तो ये सभी मामले कोर्ट में लंबित हो जाते और एक भी भर्ती पूरी नहीं हो पाती। उन्होंने कहा कि इन 8 वर्षों में 1,56,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई, 60,200 पुलिसकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया हाल ही में पूरी हुई है और साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई है। अन्य विभागों में भी इसी तत्परता के साथ भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। आज जब प्रशिक्षित और दक्ष कार्मिक शासकीय सेवा का हिस्सा बनते हैं, तो कार्य पद्धति में तेजी आती है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश आज बीमारू राज्य नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है।
सीएम योगी ने 2017 से पहले की प्रदेश की स्थिति और पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि 8 वर्ष पहले यूपीपीएससी, यूपीएसएसएससी और पुलिस भर्ती बोर्ड की कार्य पद्धति पर गंभीर सवाल उठते थे। हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक याचिकाएं लंबित रहती थीं। तत्कालीन सरकार और आयोगों की कार्य पद्धति पर माननीय न्यायालय ने भी सवाल खड़े किए थे। उस समय उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन असल में बीमारू तत्कालीन व्यवस्था थी। अनिर्णय की स्थिति के कारण समाज का हर तबका तबाह था। उन्होंने कहा कि आज सरकार की तत्परता, सुचिता और पारदर्शिता के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनकर उभरा है, जो देश की अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने के लिए तैयार है।
सीएम योगी ने आयुष विभाग में नियुक्त चिकित्सा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आयुष, आयुर्वेद, होम्योपैथी और अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियां भारत की प्राचीन विरासत का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इन पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए अलग मंत्रालय बनाया और आज इसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में एक आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना हो चुकी है। वर्तमान में 2,114 आयुर्वेद, 254 यूनानी और 1,585 होम्योपैथी चिकित्सालय संचालित हो रहे हैं। लखनऊ और पीलीभीत में निर्माणाधीन आयुष चिकित्सालयों का कार्य अंतिम चरण में है। 15 जनपदों में 50 सैया वाले इंटीग्रेटेड आयुष हॉस्पिटल शुरू हो चुके हैं, जबकि 3 जनपदों में निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही 1,034 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए गए हैं और 225 आयुष चिकित्सालयों में योग व वेलनेस सेंटर शुरू किए गए हैं।
सीएम योगी ने आयुष के क्षेत्र में हेल्थ टूरिज्म की संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में शुद्ध वातावरण और प्रचुर जल संसाधन हेल्थ टूरिज्म के लिए अनुकूल हैं। हमने धार्मिक टूरिज्म में उत्तर प्रदेश को नंबर एक बनाया है, अब हेल्थ टूरिज्म में भी इसे शीर्ष पर ले जाएंगे। आयुष हॉस्पिटल और वेलनेस सेंटर इसके नए केंद्र बन सकते हैं। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से अपील की कि वे आयुर्वेद की प्राचीन पद्धतियों और दादी के नुस्खों को संरक्षित करें और लोगों को प्राकृतिक खेती व संतुलित जीवनशैली के प्रति जागरूक करें।
उन्होंने एफएसएल लैब के 96 कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायकों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए कहा कि जुलाई 2024 में लागू तीन नए कानूनों में एफएसएल लैब की भूमिका अहम है। किसी भी पीडि़त को समय से न्याय मिले और अपराधी को सजा दिलाने के लिए साक्ष्य जरूरी हैं। पहले प्रदेश में केवल 4 एफएसएल लैब थीं, अब 12 हैं और 6 निर्माणाधीन हैं। हर रेंज स्तर पर एफएसएल लैब स्थापित करने और हर जनपद में 2-2 मोबाइल लैब उपलब्ध कराने की योजना है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश स्टेट फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की गई है, जहां डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू किए गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि अगले 10 वर्षों में इस इंस्टीट्यूट से निकलने वाले छात्रों के लिए देश-दुनिया में नौकरी की कमी नहीं होगी।
सीएम योगी ने आस्था और विरासत के सम्मान से रोजगार सृजन की बात करते हुए कहा कि महाकुंभ की सफलता में सभी विभागों के कार्मिकों की मेहनत दिखी। 45 दिनों के इस आयोजन में दुनिया भर से लोग आए और इसकी तारीफ की। काशी, अयोध्या, चित्रकूट, गोरखपुर, नैमिषारण्य, मथुरा-वृंदावन और सुख तीर्थ जैसे क्षेत्रों में आस्था के सम्मान से लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। जब हम अपनी विरासत पर गर्व करते हैं, तो दुनिया उससे जुड़ती है। पहले लोग योग को हेय दृष्टि से देखते थे, लेकिन आज 193 देश विश्व योग दिवस मनाते हैं।
सीएम योगी ने आजमगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले आजमगढ़ के नौजवानों को होटल या धर्मशाला में जगह नहीं मिलती थी, लेकिन आज वहां से एफएसएल लैब के लिए टेक्निकल स्टाफ का चयन हो रहा है। आजमगढ़ में महाराज सुहेलदेव विश्वविद्यालय, एयरपोर्ट और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ एक नई पहचान बन रही है। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें पहचान का संकट खड़ा करती थीं, लेकिन आज हमारी सरकार युवाओं को नई पहचान के साथ वैश्विक मंच पर स्थापित कर रही है।
सीएम योगी ने नवचयनित अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र मिलने के बाद यह न सोचें कि ड्यूटी न करना आपका अधिकार है। जैसा करेंगे, वैसा फल पाएंगे। देश की सेवा नारों या भाषणों से नहीं, बल्कि ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से होती है। जो काम कल करना है, उसे आज ही निपटा लें। उन्होंने कहा कि तत्परता और पारदर्शिता से काम करने पर जनता उनकी कार्य पद्धति को स्वीकार करेगी और वे सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकेंगे। सीएम योगी ने नवचयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि वे उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने 1232 नर्सिंग अधिकारियों को प्रदान किये नियुक्ति पत्र
– दून मेडिकल कॉलेज के सभागार का किया लोकार्पण।
– साढ़े तीन साल में 22 हजार से अधिक युवाओं को दी जा चुकी है सरकारी नौकरी : सीएम
– राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का हुआ है तेजी से विकास।
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, पटेलनगर में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में नवनियुक्त नर्सिंग अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। प्रदेश में 1232 नये नर्सिंग अधिकारियों का नियुक्ति दी गई है। इस अवसर पर उन्होंने 26 करोड़ की लागत से बने दून मेडिकल कॉलेज के सभागार का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने सभी नर्सिंग अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि अब सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को त्वरित चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब पूरा विश्व इस संकट से जूझ रहा था, तब हमारे नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मी फ्रंटलाइन वॉरियर बनकर निःस्वार्थ सेवा में जुटे हुए थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की देखभाल करते हुए उनके जीवन को बचाने के लिए अथक परिश्रम किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नव नियुक्त नर्सिंग अधिकारी पूर्ण निष्ठा, समर्पण और मानवीय मूल्यों के साथ कार्य करेंगे और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई ऊँचाई प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में लगभग 11 लाख से अधिक मरीजों को 2100 करोड़ रुपये से अधिक के कैशलेस उपचार का लाभ प्राप्त हो चुका है। इसके अलावा, राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं, ताकि हमारे सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को उनके जिले में ही आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध हो सकें। राज्य के प्रत्येक क्षेत्र के लिए हेली एंबुलेंस सेवा भी प्रारंभ की गई है, जो किसी भी आपात स्थिति में सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए भी निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं, इसी क्रम में, चिकित्सा शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए अब तक 173 असिस्टेंट प्रोफेसर्स, 56 संकाय सदस्य और 185 तकनीशियन नियुक्त किए जा चुके हैं। इसी का परिणाम है कि 3 वर्ष में ही प्रदेश के 22 हजार से अधिक युवा सरकारी नौकरी पाने में सफल रहे हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि लोगों को उनके घर पर ही बेहतर और किफायती इलाज मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के जल्द संचालन की तैयारी है। जिससे एक ओर सरकार को चिकित्सक वहीं,दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मेडिकल कॉलेज के बेहतर संचालन के लिए सुव्यवस्थित ट्रांसफर पॉलिसी, फैकल्टी को समय पर प्रोन्नति, मेडिकल कॉलेज में सीटों के अनुसार कार्मिकों की नियुक्ति आदि की योजना है। इसके साथ ही संविदा कार्मिकों के मानदेय को संशोधित करने और संविदा में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को समायोजित करने का भी प्रयास किया जाएगा।
सचिव चिकित्सा डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि विभाग का संकल्प है कि चिकित्सा के साथ ही चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ किया जाए। इसके लिए समय-समय पर चिकित्सक से लेकर चतुर्थ श्रेणी स्तर के कार्मिकों की भर्ती हो रही है। चिकित्सा विभाग के इन्फ्रास्ट्रक्चर का पूर्ण प्रयोग हो इसके लिए मानवीय संसाधनों की नियुक्ति हो रही है। जहां मानवीय संसाधन है वहां भौतिक संसाधनों की आपूर्ति की जा रही है।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज, डॉ. गीता जैन एवं सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित थे।
सीएम के डीएम को सख्त निर्देश, निकृष्ट अनाज का एक भी दाना न पंहुचने पाए जन की थाली तक
– संदेहास्पदक रिकार्ड, स्टेटमेंट, फेल्ड सैम्पल के चलते कार्यवाही रखनी पड़ी बरकार
– अनाज की खेपों की खेप, रिजेक्ट होने की संभावना
– मौके पर प्रशासनिक टीम एक-एक खेप की कर रही है, मिश्रित सूचक विधि सैम्पलिंग
देहरादून(आरएनएस)। सीएम के संकल्प, सरकार की छवि बरकार रखने को जिला प्रशासन दूरी नही धूरी की तरह हर वक्त सजग है कोताही लापरवाही निष्ठाहीनता पर जिला प्रशासन देहरादून का दूसरे दिन भी निरंतर एक बाद एक एक्शन जारी। जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज खाद्य गोदाम गुलरघाटी का औचक निरीक्षण के दूसरे दिन भी प्रशासन की कार्यवाही गतिमान है। एडीएम व प्रशासनिक अमला मौके पर गोदाम में अनाज की सैम्पलिंग की प्रत्येक खेप की सैम्पल कर रही है। डीएम के निरीक्षण के दौरान गोदाम में रजिस्टर मेंटन न होने तथा रखरखाव व्यवस्था में कई लापरवाही सामने आई थी।
डीएम के निर्देश पर गुलर घाटी खाद्य गोदाम में सभी लाट में रखे चावलों के नमूने लेकर जांच।
जिलाधिकारी सविन बंसल के औचक निरीक्षण के बाद खाद्य गोदाम गुलरघाटी में भारी अननियमिता सामने आने पर खाद्यान्न की सैंपलिंग दूसरे दिन भी जारी रही। अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने गोदाम में प्रत्येक लाट में रखे चावल के बोरों की रेन्डमली नमूने लेकर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच की गई। जिसमें अधिकांश लाँट में रखे खाद्य पदार्थ (चावल) मानकों पर खरा नही उतरे। जिन्हें नष्ट कराने के निर्देश जारी किए गए है।
अपर जिलाधिकारी ने गोदाम में फस्ट इन, फस्ट आउट आधार पर खाद्यान्न स्टोर और विपणन के लिए समुचित व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। ताकि गोदाम से गुणवत्ता के साथ खाद्यान्न का विपणन हो सके।
गोदाम में खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग के दौरान संभागीय खाद्य निरीक्षक बंशी लाल राणा, डिप्टी आरएमओ अन्नू जैकरे, तहसीलदार सतेन्द्र देव, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल, नायब तहसीलदार, राजस्व उपनिरीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ गोदाम में रखे अनाज की सैम्पलिंग के साथ ही स्टॉक के साथ ही रिकार्ड स्टेटमेंट जांच की कार्यवाही कर रहे हैं। डीएम के निरीक्षण के दौरान अनाज रखने हेतु मानकों के अनुसार व्यवस्था नहीं पाई गई थी नही चूहों से अनाज की सुरक्षा के लिए चूहेदानी व्यवस्था नहीं थी। जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। साथ ही अनाज की बोरियों में उल्लिखित वजन से कम वजन पाया गया।
मा0 मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि खराब अनाज जनमानस तक न पंहुचे इसके लिए गोदाम में रखी अनाज की प्रत्येक खेप की सैम्पलिंग की जा रही है। वहीं डीएम सम्बन्धित अधिकारियों पर कार्यवाही करने का मन बना चुके। शीघ्र ही सम्बन्धित कार्मिकों पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जा सकती है। आज भी 12 लॉट के सैम्पल फेल पाए गए।
चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर
– धामी सरकार का चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने हेतु तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष जोर
– स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु 12 भाषाओं में एडवाइजरी जारी, अन्य राज्यों के डॉक्टर भी दे सकेंगे चारधाम में सेवाएं
– स्वास्थ्य सचिव ने लिखा सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र, यात्रा से पूर्व स्वास्थ्य जांच, सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारियों पर अपने राज्य में करें व्यापक प्रचार-प्रसार
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे, जिसके साथ यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई व बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बार राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को पहले से बेहतर बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के दिशा निर्देशों में चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और स्वास्थ्य-संबंधी दृष्टि से बेहतर बनाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं, जो तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। राज्य सरकार ने विभिन्न भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए 12 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श एवं एसओपी जारी कर दी है। डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि यात्रा से पूर्व स्वास्थ्य जांच, सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारियों पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। विशेषकर, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री जैसे ऊँचे-चढ़ते क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों को कठोर जलवायु, निम्न ऑक्सीजन स्तर एवं कठिन मार्ग स्थितियों का सामना करना पड़ता है, अतः तीर्थयात्री जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक तैयारियों के साथ आयें।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि स्क्रीनिंग प्वाइंट, आपातकालीन सेवाएं और हेलीपैड जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर तीर्थयात्रियों की सहायता सुनिश्चित की जाएगी। इस व्यापक परामर्श को सभी राज्यों में पत्र भेजकर संभावित तीर्थयात्रियों तक आवश्यक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया गया है। राज्य सरकार की यह प्रतिबद्धता चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं सर्वोच्च प्राथमिकता
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों पर चारधाम यात्रा को पूरी तरह सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। यात्रियों की सुविधा और स्वास्थ्य की देखभाल सर्वाेच्च प्राथमिकता है, इसलिए डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयों की पूरी व्यवस्था की गई है। चारधाम यात्रा 2025 के दौरान किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी
-यात्रा से पूर्व अनिवार्य स्वास्थ्य जांच कराएं।
-कम से कम दो माह पूर्व पैदल चलने, प्राणायाम एवं हृदय संबंधी व्यायाम अपनाएं।
-आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा साथ रखें।
-स्वास्थ्य एवं पर्यटन पंजीकरण ऐप पर अनिवार्य पंजीकरण करें।
-पर्याप्त जल, संतुलित आहार एवं हल्के गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
-स्क्रीनिंग केंद्र एवं चिकित्सा राहत पोस्ट का लाभ उठाएं।
-हल्की परतों वाले कपड़े, गरम वस्त्र, दस्ताने एवं ऊनी सामग्री साथ रखें।
चिकित्सा विशेषज्ञों की स्वैच्छिक सेवा
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इसके अतिरिक्त, राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से यह भी कहा गया है कि वे अपने राज्य से चिकित्सा विशेषज्ञों, विशेषकर हृदय रोग, अस्थि रोग, सर्जन जैसे चिकित्सकों को स्वैच्छिक रूप से चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित चिकित्सालयों में योगदान देने के लिए प्रेरित करें। विशेषज्ञों से अपेक्षित योगदान कम से कम 15 दिनों के लिए होगा, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और चिकित्सकों को मानव सेवा का अवसर मिल सके।
जागरूकता अभियान के तहत प्रचार सामग्री
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा से संबंधित स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए क्या करें, क्या न करें और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सामग्री भी तैयार की है। ये सामग्री सभी राज्यों में साझा की गई है, ताकि तीर्थ यात्री यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर स्थित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे इस सामग्री को स्थानीय स्तर पर वितरित करें, ताकि आम तीर्थयात्री यात्रा के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
यात्रा मार्गों पर स्क्रीनिंग प्वाइंट
स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल सहित 28 पैरामीटर की जांच के लिए स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। यह सभी प्वाइंट रजिस्ट्रेशन प्वाइंट के साथ जोड़े गए हैं ताकि यात्रा शुरू करने से पहले यात्रियों की पूरी स्वास्थ्य जांच हो सके। यात्रा मार्ग पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट की संख्या बढ़ाई गई है और वहां पर डॉक्टरों के साथ प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती की जाएगी।
तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच कराएं और यात्रा की योजना कम से कम सात दिन पहले बनाएं। केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा के दौरान हर एक से दो घंटे में 5-10 मिनट का विश्राम करें। यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, रेनकोट, छाता, पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री अपनी जरूरी दवाइयां और डॉक्टर का नंबर साथ रखें। यदि यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर या उल्टी महसूस हो तो तुरंत निकटतम मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पर जाएं।
हेल्थ एटीएम और टेलीमेडिसिन की सुविधा
यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को आसान बनाने के लिए यात्रा मार्गों पर हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। यहां पर ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल, वजन, लंबाई और शरीर का तापमान मापा जा सकेगा। साथ ही, टेलीमेडिसिन सेवा के तहत 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा भी दी जाएगी।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर विशेष ध्यान
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें केदारनाथ यात्रा मार्ग के दौरान आती हैं। इसलिए केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया गया है। यात्रा मार्ग पर 10 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और दो पीएचसी सेंटर स्थापित किए गए हैं। गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड और नारायणकोटी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे, जहां यात्रियों की फ्री हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी।
उमरोली जिला पंचायत सीट पर प्रत्याशियों ने बढ़ाया तापमान, भादसी और गुमालगॉव में अभी ताप रहे हैं घाम
(“मनखी” की कलम से)
यमकेश्वर, अभी पंचायती राज विभाग के द्वारा पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कयास लगाये जा रहे हैं कि माह मई के तपती गर्मी में पंचायत सरकार के प्रत्याशियों के पसीने खूब बहाने का अवसर मिल सकता है। इसी बीच यमकेश्वर ब्लॉक की तीन जिला पंचायत सीटों में से भादसी और गुमाल गॉव वाले तो अभी घाम तापते हुए दिख रहे हैं, और सोच रहें है कि जब चुनाव और सीटों का आरक्षण फाईनल हो जायेगा तभी जाकर कमर कसेंगे।
लेकिन उमरोली सीट पर दो प्रत्याशियों ने अपना दावा ठोक ही नहीं दिया है, बल्कि उमरोली सीट का तापमान बढ़ा दिया है।
विगत पंचायती चुनाओं की बात की जाय तो आज तक यमकेश्वर ब्लॉक के तीनों सीटें आरक्षित नहीं हुई हैं, वहीं ब्लॉक प्रमुख सीट भी कभी आरक्षित नहीं हुई हैं। पिछले पंचायत चुनाव में उमरोली महिला सीट और भादसी और गुमाल गॉव सामान्य सीट रही है। यमकेश्वर ब्लॉक में ओबीसी श्रेणी में जामल और कुनाउ गॉव आता है। सीटों के आरक्षित होने पर सीटों का समीकरण तय होगें।
वहीं राजनीतिकारों का मानना है कि इस बार गुमालगॉव सीट महिला होने के अधिक संभावना दिखाई देती है, क्योंकि पिछली बार सामान्य सीट थी और उससे पूर्व महिला सीट रही है। इसलिए गुमाल गॉव से कांग्रेस से कविता डबराल और भाजपा से पल्लवी लखेड़ा प्रत्याशी हो सकती हैं। वहीं गुमाल गॉव में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि भादसी सीट हॉट सीट बन सकती है, क्योंकि उक्त सीट का समीकरण हाईकमान से निर्धारित हो सकता है, क्योंकि उक्त सीट पर व्यक्ति विशेष के लिए सीट सामान्य करवाये जाने का भरसक प्रयास हो सकता है।
वहीं उमरोली सीट का समीकरण सामान्य होने के ज्यादा संभावना बताई जा रही है, जिसको देखते हुए उमरोली से जिला पंचायत सीट से दो दावेदारांं द्वारा प्रत्यक्ष रूप से अपनी दावेदारी कर ली है, और चुनाव प्रचार एवं जनता से सीधे संवाद शुरू हो गया है। ग्राम प्रधान मल्ला बनास के बचन बिष्ट दूसरी बार इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं। इस बार स्थानीय होने का लाभ उनको मिल सकता है। वहीं राजनीति में उनका काफी लंबा अनुभव रहा है। जनता के बीच सीधा संवाद उनको लाभ दे सकता है। बचन बिष्ट स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाते आये हैं, समय समय पर उनके द्वारा उचित माध्यम से क्षेत्र की समस्या को शासन-प्रशासन- और सरकार तक अपने पत्रों के माध्यम से पहुॅचाने का प्रयास किया जाता रहा है। अपनी ग्राम सभा को अपने कार्यकाल में आदर्श ग्राम सभा बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसका सीधा लाभ उनको जिला पंचायत में मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर जनता के प्रत्याशी, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा और पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है। वह भी उमरोली जिला पंचायत क्षेत्र में जनता से संवाद करते हुए दिखाई दे रहे हैं और लोगों से अपने पक्ष में वोट करते हुए दिखाई दे रहे हैं,। सुदेश भट्ट की युवाओं मेंं पकड़ अच्छी मानी जाती है। वहीं उनको राजनीति मेंं क्षेत्रीय मुद्दों को प्रबलता से उठाने और जनता के बीच. चर्चित होने में कुशल माने जाते हैं।
लॉकडाउन के समय वह जान जोखिम में डालकर क्षेत्र भ्रमण पर रहे और जरूरतमंदों को दवाई, राशन आदि का वितरण करने में आगे रहे हैं। वहीं क्षेत्र में होने वाले सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी देखने को मिल जाती है, जिससे कि उनको इसका सीधा लाभ मिल सकता है।
वहीं सुदेश जोशी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नौंगाव भी इस बार भी दावेदरी प्रस्तुत कर सकते हैं, आप भी स्थानीय मुद्दों को लेकर हमेशा मुखर रहते हैं, और क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। इसके अलावा अभी सीटों के समीकरण के बाद ही भाजपा और कांग्रेस अपना प्रत्याशी घोषित करेगी जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगा। माना जा रहा है कि बीजेपी से मुकेश देवरानी पूर्व विधायक प्रतिनिधि उम्मीदवार हो सकते हैं, वहीं नीरज कुकेरती भी भाजपा से टिकट के दौड़ में बताये जा रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व जिला पंचायत सदस्य हरिसिंह भण्डारी भी इस चुनाव में मैदान मे उतर सकते हैं। अतः उमरोली सीट के वर्तमान समीकरण काफी रोचक और जनता के बीच चर्चा के विषय बन चुके हैं।
बदमाशों ने घर में घुसकर महिलाओं से लूटी लाखों की नगदी व जेवरात
हरिद्वार, राज्य की धर्मनगरी हरिद्वार के एक घर में आज तड़के बदमाशों का कहर टूट पड़ा। बदमाशों द्वारा घर में मौजूद महिलाओं को हथियारों के दम पर आंतकित करते हुए उनके घर से लाखों की नगदी व जेवरात लूट लिये गये। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल शुरू कर दी है।
मामला मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के आकाशदीप एनक्लेव फेस टू का है। यहां आज सुबह तीन बदमाशों ने घर में घुसकर महिलाओं से लाखों रुपए की नगदी एवं जेवरात लूट लिए है। जानकारी के अनुसार बहेड़ी रुहाना निवासी आशीष कुमार त्यागी जो कि अपने परिवार सहित मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के आकाशदीप एनक्लेव फेस टू में अपना मकान बना कर रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह मंगलवार रात अपने गांव गए थे घर में उनकी मां,पत्नी और बहन मौजूद थी बताया कि आज सुबह करीब तीन बजे उन्हें घर में कुछ सामान गिरने की आवाज आई तो उन्होंने उठकर देखा कि तीन बदमाश घर में घुस गए है। घर में मौजूद महिलाओं ने उनका विरोध किया तो उन्होंने महिलाओं से मारपीट कर डाली और आतंकित करते हुए घर में रखे लगभग सवा दो लाख रुपये नगद, सोने के जेवरात जिनकी कीमत 30 से 31 लाख रुपए है, लेकर फरार हो गए। वहीं बदमाशो के जाने के बाद मामले की जानकारी आशीष त्यागी की पत्नी ने उन्हें और पड़ोसियों को दी। जिसके बाद मोहल्ले में अफरा—तफरी का माहौल पैदा हो गया और इसकी सूचना मंगलौर कोतवाली पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली साथ ही फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर इसकी पड़ताल की। पीड़ित ने बताया कि उनके द्वारा लिखित रूप से पुलिस को शिकायत दे दी है। इस बारे में एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने बताया कि मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।
चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों के लिए बनेंगे विश्राम स्थल
देहरादून, चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों को सरकार आराम करने की सुविधा देगी। इसके लिए परिवहन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। मकसद ये है कि चारधाम यात्रा में आने वाले वाहनों की सड़क दुर्घटनाएं बंद हों। परिवहन विभाग चारधाम यात्रा मार्गों पर वाहन लेकर आने वाले चालक, परिचालकों के लिए विश्राम स्थल बना रहा है। पहले चरण में बदरीनाथ मार्ग पर और उत्तराखंड परिवहन निगम के ऋषिकेश व श्रीनगर बस अड्डों पर निर्माण किया जाएगा।
केदारनाथ आने वाले चालकों की स्थायी सुविधा के लिए रुद्रप्रयाग और गंगोत्री व यमुनोत्री आने वाले चालक-परिचालकों के लिए उत्तरकाशी में भूमि हस्तातंरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। परिवहन विभाग फिलहाल अस्थायी तौर पर यह सुविधा देगा और निर्माण पूरा होने के बाद स्थायी तौर पर चालक, परिचालकों को सुविधा मिलेगी।
यूसीसी, महंगाई सहित अनेक मुद्दों को लेकर महिला कांग्रेसियों ने किया सीएम आवास कूच
देहरादून, कांग्रेस की महिला विंग ने आज दून की सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। सीएम आवास घेराव के लिए भारी संख्या में सड़कों पर उतरी महिलाओं ने राज्य में यूसीसी लागू करने का विरोध किया तथा इसे वापस लेने की मांग की। वहीं प्रदेश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े तमाम सवालों को उठाते हुए सड़कों पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इन महिलाओं का आरोप है कि सरकार ने यूसीसी में लिव इन रिलेशनशिप को सरकारी मान्यता देकर देवभूमि की संस्कृति को तार—तार करने का काम किया है। शादी से पहले लड़के और लड़कियों को साथ—साथ रहने की अनुमति दिया जाना सामाजिक व्यवस्था तथा विवाह जैसे बड़े महत्वपूर्ण संस्कारों पर गंभीर चोट पहुंचाने वाली है। उन्होने सरकार से मांग है कि सरकार यूसीसी को वापस ले या फिर इससे लिव इन की वैधता को समाप्त करें।
इन महिलाओं का कहना है कि भाजपा जो कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाती है लेकिन वह खुद भी हिंदू—मुस्लिम की राजनीति करके तुष्टिकरण की राजनीति करती है। महिलाओं का कहना है कि राज्य में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं तथा महिलाओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वही आम आदमी बढ़ती महंगाई से परेशान है लेकिन सरकार का उस तरफ ध्यान नहीं है। वह मस्जिद और मजार तथा मदरसों की राजनीति में जुटी है। राज्य में पहाड़ी और देसी जैसे मुद्दों को पैदा कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है पुलिस ने इन महिलाओं को हाथी बड़कला में रोक दिए जाने पर उन्होंने वहीं सड़क पर धरना देकर प्रदर्शन किया।
सेवा सुशासन और विकास को लेकर कालसी विकासखंड में हुआ बहुउद्देशीय शिविर आयोजित
देहरादून,उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में सेवा सुशासन और विकास के 3 वर्ष पूर्ण होने पर बहुउद्देशीय शिविर में मुख्य अतिथि दर्जाधारी मंत्री ज्योति प्रसाद गैरोला एवं जिला प्रशासक मधु भट्ट के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया एवं विभागों द्वारा लगाए गए सहायता केन्द्रों का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दर्जाधारी मंत्री ज्योति प्रसाद गैरोला विकासखंड की सम्मानित जनता का अभिनंदन करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की सरकार की 3 वर्ष सेवा सुशासन और विकास में बेमिसाल कार्यों के साथ पूरे हुए हैं।
धामी सरकार लगातार आम जनमानस के लिए योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभ पर पहुंचने का काम कर रही है हमारे प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने नकल विरोधी कानून लाकर इस प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने का काम किया है। धामी सरकार के द्वारा समान नागरिकता कानून भू संरक्षण लैंड जिहाद जैसे कानून लाकर उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए लगातार उत्तराखंड को विकास की धारा में सशक्त और मजबूत बनाने के लिए कटिबद्ध है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी के साथ अटल आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लाखों लोगों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो रहा है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि मधु भट्ट के द्वारा सभी अतिथियों का एवं सम्मानित जनता का अभिनंदन किया और कहा कि हमारे कालसी विकासखंड के दूरदास से आयी माता और बहनों ने अपनी हम भूमिका निभाकर इस कार्यक्रम को भव्य बनाने में अपना योगदान दिया है साथ ही मैं धन्यवाद देना चाहूंगी प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का जिनके द्वारा लगातार योजनाओं के माध्यम से चकराता विधानसभा में जनता हित में कार्य किया जा रहे हैं हम समाज के प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता मूरत राम शर्मा प्रताप सिंह रावत, मंडल अध्यक्ष प्रदीप वर्मा, राजाराम शर्मा, ब्लॉक प्रमुख मटौर सिंह भीम सिंह ,रितेश असवाल ,जवाहर सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारी गण सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की उपस्थिति रही l