Tuesday, June 17, 2025
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शटलर लक्ष्य सेन को ग्राफिक एरा ने दिये 25 लाख रुपये

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जल्दबाजी में हुई गलतियों को हार की वजह बताया

देहरादून। ओलम्पिक में नया इतिहास रचकर लौटे शटलर लक्ष्य सेन को ग्राफिक एरा ने 25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के छात्र व ओलम्पिक खिलाड़ी लक्ष्य सेन का आज विश्वविद्यालय पहुंचने पर जोरदार अभिनंदन किया गया। लक्ष्य ने ओलम्पिक का सेमी फाइनल हारने की वजह जल्दबाजी में हुई अपनी गलतियों को बताया।

देश के गौरव व ग्राफिक एरा के एमबीए के छात्र लक्ष्य सेन आज अपने परिवार के साथ अपने विश्वविद्यालय पहुंचे। अवकाश होने के बावजूद अपने चहेते लक्ष्य सेन के स्वागत के लिए शिक्षक और छात्र छात्राएं आज बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय पहुंचे थे। ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कंवेंशन सेंटर पहुंचने पर लक्ष्य सेन का ढोल नगाड़ों और फूलों की वर्षा करके स्वागत किया गया।

अभिनंदन समारोह में शटलर लक्ष्य सेन ने कहा कि सेमी फाइनल की शुरुआत में वह अच्छा खेल रहे थे और उनके जीतने के चांस भी थे, लेकिन उन्होंने कुछ गलतियां की, जिनकी वजह से मैच हाथ से निकल गया। लक्ष्य सेन ने देश भर से मिले प्रेम और शुभकामनाओं के लिए सबका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देश में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए हर स्तर पर सपोर्ट देने की पैरवी करते हुए कहा कि केवल बड़े मुकाबलों के लिए ही नहीं, बल्कि छोटे स्तर से सपोर्ट करना ज्यादा महत्वपूर्ण होगा।

लक्ष्य सेन ने कहा कि ओलम्पिक खेलों से उन्हें जो अनुभव मिला है, उसका लाभ उन्हें भविष्य में होने वाले मुकाबलों में मिलेगा। उन्होंने युवाओं को स्वस्थ रहने के लिए घर का खाना खाने की सलाह दी।

समारोह को सम्बोधित करते हुए ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि ओलम्पिक खेलों में पहली बार मेन्स सिंगल्स में सेमी फाइनल तक पहुंच कर इतिहास रचने वाले शटलर लक्ष्य सेन देश और ग्राफिक एरा का गौरव हैं। लक्ष्य सेन ने अपने सामर्थ्य, कौशल और जुनून से पूरे देश के लोगों का दिल जीत लिया है। महज 23 साल की उम्र में युवा शटलर लक्ष्य सेन ने बैडमिन्टन के बड़े से बड़े खिलाड़ी को मात देने में कामयाबी हासिल की है।

डॉ घनशाला ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में लक्ष्य सेन दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में एक होंगे और एक के बाद एक गोल्ड जीतेंगे। ओलम्पिक खेलों का उनका यह पहला तजुर्बा है, यह सफलता की सीढ़ियां चढ़ने में उनका मददगार साबित होगा। उनके इस सफर में ग्राफिक एरा उनके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने खुशी जाहिर की कि इस बार ओलम्पिक खेलों में ग्राफिक एरा के पांच छात्र-छात्राएं देश की ओर से खेले।

समारोह में डॉ कमल घनशाला और ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला ने लक्ष्य सेन को 25 लाख रुपये का चैक भेंट करने के साथ ही फूलों और शॉल से उनका अभिनंदन किया। लक्ष्य सेन ने शिक्षकों और बच्चों के साथ सैल्फी भी ली।

अभिनंदन समारोह को लक्ष्य की माता श्रीमती निर्मला धीरेंद्र सेन और लक्ष्य के पिता श्री डी के सेन ने भी सम्बोधित किया। लक्ष्य के माता पिता के साथ उत्तरांचल स्टेट बैडमिन्टन एसोसियेशन के महासचिव बी एन मनकोटी का भी ग्राफिक एरा ने अभिनंदन किया। समारोह ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ संजय जसोला और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

एसडीआरएफ की मदों में रिकवरी एवं पुनर्निर्माण के पुनर्निधारण से लाभान्वित होगा उत्तराखंड

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देहरादून(आरएनएस)। गृह मंत्रालय भारत सरकार, आपदा प्रबंधन प्रभाग द्वारा एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की दरों का पुनर्निर्धारण किए जाने पर राज्य कैबिनेट ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया है। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्तर से प्रभावी पैरवी की गई जिसके फलस्वरूप सकारात्मक परिणाम सामने हैं।
दरअसल, पूर्व में एसडीआरएफ की मदों में रिकवरी एवं पुनर्निर्माण के लिए मानक तय नहीं थे और दरें भी काफी कम थी। इसके चलते आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की  मरम्मत में व्यावहारिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
इन व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा कई बार गृह मंत्रालय, भारत सरकार को पत्र प्रेषित करते हुए अनुरोध किया गया था। मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से मिलकर एस०डी०आर०एफ० के मानक की धनराशि बढ़ाये जाने के लिए कई बार अनुरोध किया गया। उनके द्वारा इस बारे में उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए धनराशि बढ़ाये जाने के लिए प्रभावी पैरवी की गयी, जिसके फलस्वरूप भारत सरकार, गृह मंत्रालय द्वारा अब रिकवरी और पुनर्निर्माण के सम्बन्ध में  14.08.2024 को विस्तृत नवीन दिशा-निर्देश निर्गत कर दिये गये हैं और विभिन्न कार्यों के लिए लागू मानकों में वृद्धि कर दी गयी है। ऐसा करने से उत्तराखण्ड जैसे आपदा से प्रभावित राज्य को अत्यधिक लाभ होगा तथा आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों की मरम्मत में सुविधा होगी और जन सामान्य की परेशानियो को दूर किया जाना संभव हो सकेगा।
मुख्य संशोधन
पूर्व में मैदानी इलाकों में पक्के घरों के लिये निर्धारित मानक रू0 1.20 लाख प्रति घर के स्थान पर अब 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रू० 90 हजार प्रति घर तथा 70 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर रू0 1.80 लाख कर दिया गया है तथा पहाडी क्षेत्रों पूर्व निर्धारित मानक 1.30 लाख प्रति घर के स्थान पर अब 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रु० 1.00 लाख प्रति घर तथा 70 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर रू0 2.00 लाख प्रति घर कर दिया गया है।
प्राथमिक स्कूलों के लिए पूर्व में निर्धारित मानक प्रति विद्यालय रुपये 2 लाख की सीमा के अध्यधीन रहते हुए वास्तविक व्यय के अनुसार परिवर्तित करते हुए प्राथमिक स्कूलों के लिये 30 से 70 प्रशित की क्षति होने पर रु0 7.50 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रु० 15.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के नाम से पूर्व में मानक निर्धारित नहीं थे, किन्तु अब माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के 30 से 70 प्रतिशत क्षति होने की दशा में रू0 12.50 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 25.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये पूर्व में रू0 2.50 लाख प्रति यूनिट की अधिकतम सीमा के अध्यधीन वास्तविक व्यय के अनुसार अनुमन्य था, जिसको अब वृद्धि कर उपकेन्द्र मैदानी क्षेत्र के लिये 30 से 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 9.20 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 18.40 लाख अनुमन्य किया गया है। पर्वतीय क्षेत्र के लिये यह राशि क्रमशः रू0 7.91 लाख तथा रू0 15.81 लाख अनुमन्य किया गया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये मैदानी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की क्षति तक रू० 20.99 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर 41.97 लाख अनुमन्य है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर्वतीय क्षेत्रों के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 24.72 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक रू0 49.45 लाख अनुमन्य है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मैदानी क्षेत्र के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू०79.06 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 158.12 लाख अनुमन्य किया गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर्वतीय क्षेत्र के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू० 92.86 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 185.72 लाख
अनुमन्य किया गया है।
पुल प्रति संख्या में 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 1750.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 3500.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
तटबन्ध प्रति कि०मी० के लिये 70 प्रतिशत की क्षति तक रू0 50.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक की क्षति पर रू0 100.00 लाख अनुमन्य किया गया है।
सामुदायिक भवन के लिये निर्धारित मानकों में भी वृद्धि की गयी है।
सड़क एवं परिवहन खण्ड में ईकाई प्रति कि०मी० के लिये प्रमुख जिला सड़के के लिये मैदानी क्षेत्र में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू0 32.00 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 64.00 अनुमन्य किया गया है। इसी प्रकार पहाड़ी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू0 93.75 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 187.75 लाख अनुमन्य है।
अन्य जिला सड़कों के लिये भी मैदानी क्षेत्रों में 70 प्रतिशत की सीमा तक रू० 26.75 लाख तथा 70 प्रतिशत से अधिक होने पर रू0 54.50 लाख अनुमन्य किया गया है। इसी प्रकार पहाड़ी क्षेत्रों के लिए 70 प्रतिशत की सीमा तक 80 लाख तथा पहाड़ी सड़कों के लिए 159.88 लाख अनुमन्य किया गया है।

रिस्पना में बहे बच्चे का शव दुधली में मिला

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देहरादून(आरएनएस)।  रिस्पना नदी में बहे छह साल के बच्चे का शव एसडीआरएफ ने दूसरे दिन दुधली क्षेत्र से बरामद कर लिया है। बच्चा शुक्रवार दोपहर नदी की तेज धाराओं में बह गया था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डालनवाला कोवाली की प्रभारी निरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि शुक्रवार को आठ वर्षीय इब्राहिम पुत्र श्मशाद निवासी संजय कॉलोनी इंदर रोड डालनवाला अपने दोस्तों के साथ रिस्पना नदी के किराने गया था। बच्चे बारिश में नदी में आ रहे सामान को निकाल रहे थे। इस दौरान नदी में बह रही एक गेंद को निकालने के चक्कर में इब्राहिम का पैर फिसल गया और वह नदी की तेज धाराओं में बह गया। इब्राहिम के साथ एक और बच्चा भी बह गया था, उसे स्थानीय लोगों ने बचा लिया था। एसडीआरएफ और पुलिस दो दिन से बच्चे की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही थी। शनिवार को बच्चे का शव फन्दोंवाला दूधली क्षेत्र में नदी के किनारे मिला। नेगी ने बताया कि शव पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल भिजवाया गया है। उधर, बच्चे का शव मिलने के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है।

कोलकाता की घटना के विरोध में चिकित्सकों ने किया कार्य बहिष्कार, ओपीडी रही ठप

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अल्मोड़ा(आरएनएस)।  पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या के मामले में दोषियों को कड़ी सजा देने और चिकित्सा कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग को लेकर अल्मोड़ा जिला चिकित्सालय में चिकित्सक तथा कर्मचारी शनिवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। प्रान्तीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखण्ड के आह्वान पर अल्मोड़ा जनपद के राजकीय चिकित्सालयों के चिकित्सक शनिवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। जिला चिकित्सालय परिसर में चिकित्सकों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग उठाते हुए काली पट्टी बाँध प्रदर्शन किया। कार्य बहिष्कार और धरना प्रदर्शन में चिकित्सकों ने कहा कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या शर्मनाक घटना है। उन्होंने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। चिकित्सकों का कहना है कि अस्पतालों में ऐसे वाकये न हों इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहनी चाहिए। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ जिला अल्मोड़ा के अध्यक्ष डॉ मनीष पंत ने कहा कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और फिर बर्बरतापूर्ण हत्या करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में चिकित्सकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।

संघ के जनपद सचिव डॉ जीवन सिंह मपवाल ने कहा कि कोलकाता मामले पर दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए, सरकार को चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कार्य करने चाहिए, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के कई मामले सामने आ रहे हैं इस पर सरकार को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों और कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते अस्पताल में पहुंचे मरीजों को बगैर जांच और उपचार के वापस घरों को लौटना पड़ा। यहाँ प्रदर्शन में सीएमएस डॉ एच सी गड़कोटी, डॉ मनीष पंत, डॉ जीवन मपवाल, डॉ सौरभ, डॉ हरीश, डॉ धीरज, डॉ मोहित, डॉ अरविन्द पांगती, डॉ कुसुमलता, डॉ हेमा, डॉ प्रियंका, डॉ प्रेरणा, डॉ अखिलेश, नर्सिंग ऑफिसर प्रेमलता, मंजू, फार्मासिस्ट बीडी साह, श्याम लाल मनराल, प्रेम हिमांशु, राजेंद्र लटवाल आदि सहित अन्य चिकित्सक व स्टाफ मौजूद रहा।

क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड का झांसा देकर रियल स्टेट कर्मी से ठगे 5.99 लाख

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हल्द्वानी(आरएनएस)।  बरेली रोड निवासी रियल एस्टेट कंपनी के एक कर्मचारी को क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट का झांसा देकर एक महिला ने 5 लाख 99 हजार 997 रुपये की साइबर ठगी कर ली। ठगी गई रकम पीड़ित के खाते से तीन बार में निकाली गई। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तल्ली हल्द्वानी निवासी कंपनी कर्मचारी मधुसूदन जोशी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि दो अगस्त की दोपहर उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई। बात करने वाली कोई महिला थी, जिसने अपना नाम सोनाक्षी शर्मा बताया। साथ ही खुद को एक निजी बैंक का कर्मचारी बताया। इसके बाद उन्हें क्रेडिट कार्ड में 15000 क्रेडिट रिवार्ड प्वाइंट मिलने की बात कहकर उन्हें रिडीम कराने का झांसा दिया। बातों में विश्वास में लेकर महिला जालसाज ने कंपनी कर्मचारी से बैंक का रिवॉर्ड प्वाइंट ऐप डाउनलोड करा लिया। फिर उनका बैंक खाता, आधार कार्ड नंबर और पैन कार्ड की जानकारी ऐप में दर्ज करा ली। इसके बाद कॉल को होल्ड कर दिया। कुछ ही देर में कंपनी कर्मचारी के मोबाइल पर उनके बैंक खाते से रकम कटने के तीन मैसेज आए। तीनों बार में बैंक खाते से अलग-अलग 1,99,999 रुपये यानि कुल 5 लाख 99 हजार 997 रुपये उड़ा लिए गए। जब पीड़ित ने यह रकम कटने के बारे में पूछा तो महिला ने कॉल काट दी। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने साइबर थाना रुद्रपुर में शिकायत की। वहां से शिकायत को कोतवाली हल्द्वानी ट्रांसफर कर दिया गया। कोतवाल उमेश कुमार मलिक ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

देश हमेशा शहीदों का ऋणी रहेगा-पंडित अधीर कौशिक

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हरिद्वार (कुलभूषण)। पंचपुरी हलवाई समाज कल्याण समिति के 30वें वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर राज्य की सुख समृद्धि की कामना से कनखल स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर में हवन पूजन किया और देश के वीर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान समिति के संरक्षक श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वीर शहीदों की गाथाओं को हमेशा याद रखा जाएगा और देश हमेशा शहीदों का ऋणी रहेगा। शहीदों के बलिदान से ही देश को आजादी मिली। युवा पीढ़ी देश के अमर शहीदों के बलिदानों से प्रेरण लेकर राष्ट्रहित में अपना सहयोग प्रदान करे। उन्होंने कहा कि शीतला माता हमेशा भक्तों का कल्याण करती है। निस्वार्थ रूप से समाज सेवा में योगदान कर रहे पंचपुरी हलवाई समाज ने राज्य की सुख समृद्वि एंव लोक कल्याण के उद्देश से हवन पूजन कर सराहनीय कार्य किया है। पंचपुरी हलवाई कल्याण समिति के अध्यक्ष सोमपाल कश्यप ने बताया कि समिति की और से प्रतिवर्ष शीतला माता मंदिर में हवन पूजन व प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाता है। जिसमें समिति के सभी सदस्य परिवार सहित शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि पंचपुरी हलवाई समाज समिति ने सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सभी समारोह में प्लास्टिक से बनी क्राकरी का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया है। आम लोगो को भी दिशा निदेशों का पालन करते हुए प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान करना चाहिए। इस अवसर पर सोमपाल कश्यप, राकेश उपाध्याय, उमेश कश्यप, रोहित कुमार, रवि कुमार शास्त्री, पप्पन कश्यप, मनोज कुमार ,सुरेंद्र कुमार, सुंदर कुमार, मनीष कश्यप, दीपक शर्मा, सनी कुमार, आदि मौजूद रहे।

भागदौड़ वाले इस जीवन में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए-डा.विशाल गर्ग

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हरिद्वार ( कुलभूषण)। रोटरी क्लब सेंट्रल द्वारा निशुल्क चिकित्सा कैंप का आयोजन किया गया। चिकित्सा कैंप में मेदांता द मेडिसिन सिटी के हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच की गई। चिकित्सा कैंप का मुख्य अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग ने उद्घाटन किया। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि मेदांता द मेडिसिटी के चिकित्सकों द्वारा हृदय रोग एवं फेफड़ों की जांच विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की गई है। रोटरी क्लब सेंट्रल द्वारा लगातार समाज सेवा के कार्यों को किया जा रहा है। ऐसे कैंप रोगियों के लिए वरदान साबित होते हैं। एक ही छत के नीचे कई बीमारियों का परामर्श एवं जांच रोगियों को उपलब्ध हो जाती है। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि भागदौड़ वाले इस जीवन में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मामूली सी बीमारी का भी समय रहते उपचार विशेषज्ञ चिकित्सक का परामर्श रोगी का मार्गदर्शन करता है। उन्होंने कहा कि खान-पान पर विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। शरीर निरोगी रहेगा तो जीवन की सभी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। विशाल गर्ग ने चिकित्सकों की टीम का आभार प्रकट किया। रोटरी क्लब सेंट्रल के अध्यक्ष सुमित लूथरा ने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा हृदय रोग जांच, फेफड़ों की जांच के साथ-साथ बीपी शुगर पीएफटी आदि की जांच निशुल्क की गई। रोगियों को चिकित्सकों द्वारा परामर्श दिए गए। निशुल्क कैंप में सैकड़ांे रोगियों ने जांच का लाभ लिया। सुमित लूथरा ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों का हाल विशेषज्ञ चिकित्सक बेहतर तरीके से करते हैं। आगे भी इस तरह के कैंप आयोजित किए जाएंगे। डिप्टी मैनेजर नितिन शर्मा, एसएस गर्वनर विनय कुमार ने चिकित्सकों का आभार जताया। चिकित्सा टीम में डा.एसके तनेजा, डा.शाहिद खान, नितिन शर्मा, उपेंद्र, अंजलि, सौरभ, सुशील आदि ने अपनी सेवाएं रोगियों को प्रदान की। रोटरी क्लब सेंट्रल के अनिल दीवान, प्रेम अरोड़ा, विनेश मेहता, राजीव शर्मा, समीर गुप्ता आदि ने कैंप में सहयोग प्रदान किया।

व्यापारियों ने शहर में कॉरिडोर के नाम पर हो रही नपाई का जताया विरोध

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हरिद्वार ( कुलभूषण) हरिद्वार महानगर कांग्रेस व व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सर्वे टीम व तहसीलदार से वार्ता हुई जिसमें सभी ने एक स्वर में बाजारों की नपाई करने का विरोध किया।
इस मौके पर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि जब नगर विधायक मदन कौशिक जी ने कारिडोर योजना रोड़ी बेलवाला में शिफ्ट होने की बात कही है तो कारिडोर योजना के लिए अपर रोड़ पर बाजारों की नपाई का क्या औचित्य है?
इस मौके पर शहर अध्यक्ष व्यापार मण्डल राजीव पाराशर ने कहा कि व्यापारी वर्ग में पिछले दो साल से भय की स्थिति है और हम बिना किसी सहमति के किसी भी टीम को बाजार में नपाई नहीं करने देंगे,
शहर महामंत्री व्यापार मण्डल अमन शर्मा और निवर्तमान पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि व्यापारियों में भारी आक्रोश है और हम प्रशासन से मांग करते हैं कि कारिडोर योजना रोड़ी बेलवाला में स्थानांतरित करने के बाद बाजार की नपाई का कोई औचित्य नहीं है?
व्यापारी नेता राहुल शर्मा ने कहा कि अगर बाजार की नपाई हुई तो व्यापारी बाजार बंद कर इसका विरोध करेगा।।
इस मौके पर जिला महामंत्री व्यापार मण्डल संजीव नैय्यर ने भी नपाई करने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा सर्वे टीम बिना सामंजस्य के आगे न बढ़े,
इस मौके पर वरिष्ठ व्यापारी नेता कमल ब्रजवासी,युवा व्यापार मण्डल अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता,संजय त्रिवाल, अतुल चौहान,ऋषभ गोयल,गौरव मेहता, विपुल गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।।

मुख्यमंत्री ने किया उत्तराखण्डी फिल्म ‘मीठी- मां कु आशीर्वाद’ का पोस्टर एवं प्रोमो रिलीज

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फिल्म को बताया नई पीढ़ी को अपने परम्परागत व्यंजनों एवं संस्कृति से परिचित कराने का प्रयास

देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जी.एम.एस रोड़ स्थित होटल में उत्तराखण्ड के व्यंजनों एवं खानपान पर आधारित फिल्म ‘मीठी’ मां कु आशीर्वाद का पोस्टर एवं प्रोमो रिलीज किया। उन्होंने फिल्म को नई पीढ़ी को अपने परम्परागत व्यंजनों, खानपान एवं संस्कृति से परिचित कराने का प्रयास बताते हुए कहा कि यह फिल्म महिलाओं के हुनर और यहां की संस्कृति को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगी। हमारे पारंपरिक व्यंजन और संस्कृति को पहचान दिलाने में भी यह फिल्म महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म की कहानी केवल एक महिला की नहीं बल्कि उन सभी महिलाओं की कहानी है जो अपने संघर्ष से समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही है। आज हमारी मातृशक्ति स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर इसे पहचान दिलाने का कार्य कर रही है। हमारे स्थानीय उत्पादों की पहचान और मांग देश व दुनिया में बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फिल्म हमारे व्यंजनों और संस्कृति को देश व दुनिया में नई पहचान दिलाने का काम करेगी। हम फिल्मों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी संजो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए उत्तराखण्ड फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनता जा रहा है। पिछले वर्ष राज्य में 250 से अधिक फिल्मों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास उत्तराखण्ड को फिल्म निर्माण का हब बनाने का है। फिल्मांकन के लिए पूरा उत्तराखण्ड ही डेस्टिनेशन है। राज्य में फिल्म निर्माण के लिए फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज... - Uttarakhand DIPR | Facebook

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2024 की फिल्म नीति को मंजूरी दे दी गई है। इससे हमारे पर्यटन स्थलों को देश दुनिया में नई पहचान मिलेगी। नई फिल्म नीति के तहत स्थानीय फिल्मों के लिए दो करोड रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। फिल्मांकन के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है ताकि फिल्म निर्माताओं को सुविधा हो। फिल्मों और ओटीटी की शूटिंग पर भी सब्सिडी दी जा रही है। सरकार द्वारा फिल्म उद्योग को उत्साहित करने के लिए कई अन्य योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे कलाकार अपनी प्रतिभा के बल पर फिल्म जगत में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सके इसके भी प्रयास किए जा रहे है।मुख्यमंत्री ने किया उत्तराखण्डी फिल्म 'मीठी- मां कु आशीर्वाद' का पोस्टर व प्रोमो रिलीज - Uttarakhand Morning Post

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्थानीय कलाकारों एवं संस्कृति कर्मियों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। प्रसिद्ध गढ़वाली फिल्मों की अभिनेत्री गीता उनियाल को उनकी बीमारी के दौरान भी हरसंभव मदद की गई थी। उन्होंने कहा कि अभी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद का अपना कोई अलग से भवन और ऑडीटोरियम नही है, इसके लिए गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में इसके लिए स्थान की व्यवस्था के प्रयास किए जाएंगे ताकि स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक मंच मिल सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दो मोबाईल थिएटर को हरी झंडी दिखाकर पर्वतीय क्षेत्रों के लिए रवाना किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल,  गणेश जोशी, सांसद  नरेश बसंल, विधायक  सविता कपूर, पद्मश्री श्रीमती माधुरी बर्थ्वाल, प्रसिद्ध लोक गायिका  मीना राणा, फिल्म अभिनेता  बलदेव राणा, कलर्ड चैकर्स फिल्म एण्ड इंटरटेनमेंट प्रा0 लि0 के एम.डी एवं फिल्म निर्माता वैभव गोयल, फिल्म निर्देशक  कांता प्रसाद सहित फिल्म उद्योग से जुड़े लोग तथा संस्कृति कर्मी उपस्थित थे।

पश्चिम बंगाल में भय और अपराध चरम पर, राज्य सरकार को तुरंत बर्खास्त करे केंद्र : श्रीमहंत रविंद्र पुरी

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हरिद्वार ( कुलभूषण) कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की जूनियर डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, अखिल भारतीय सनातन परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी जी महाराज के नेतृत्व में एस. एम. जे. एन. पी जी कॉलेज हरिद्वार के छात्र-छात्राओं द्वारा रैली निकाल कर अपना विरोध दर्ज किया गया। इस अवसर पर श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कोलकाता में घटित इस विभत्स घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया हैं। उन्होंने कहा नारी को देवी मानने वाले देश में इस तरह की घटनाएं समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकती। इस घटना से संत समाज सहित सभी वर्गो में अत्यधिक रोष व्याप्त हैं। घटना के इतने समय बाद भी दोषियों का न पकड़ा जाना पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामी को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपना त्यागपत्र देना चाहिए और यदि वो अपना त्यागपत्र नही देती तो केंद्र सरकार को चाहिए कि वह राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाए।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि इस घटना से पूरा देश स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक देश की बेटियां इस निर्ममता का शिकार बनती रहेगी और आखिर निर्भया को अपने ही देश में कब मिलेगा इंसाफ। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता हैं कि दोषियों का पकड़कर ऐसी सजा दी जाए जिससे अपराधियों में कानून का डर बन सके। इस अवसर पर एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार की पूर्व छात्र एसोसिएशन सार्थक के कोषाध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि अब इस तरह के अपराधिक कृत्यों से बेटियों तथा उनके परिवारजनों में भय व्याप्त हैं। डॉ संजय माहेश्वरी ने इस घटना में पीड़ित परिवार को तुरंत न्याय की मांग की।
कॉलेज की छात्रा अर्शिका ने कहा कि डॉक्टर हमारे जीवन को भगवान बनकर बचाते हैं और कोलकाता में डॉक्टर महिला के साथ हुई ऐसी दरिंदगी कहीं न कहीं महिला सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लगाती हैं। आज हम सभी यह सोचने को विवश हैं कि जब अपने वर्क प्लेस पर ही नारी सुरक्षित नहीं हैं तो सड़क पर सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी, पीड़िता के परिवार को न्याय न मिलना, पश्चिम बंगाल सरकार की बड़ी विफलता हैं इस रैली में डॉ जे सी आर्य, डॉ शिव कुमार चौहान, डॉ मनोज सोही, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, वैभव बत्रा, डॉ पल्लवी, डॉ पुनीता शर्मा, विनीत सक्सेना, यादवेंद्र सिंह, डॉ रजनी सिंघल, डॉ लता शर्मा, गौरव बंसल, आर्शिका, अंजली, मोहित, अनुज आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं सम्मिलित हुए।