Friday, May 2, 2025
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डीएम के निर्देशों पर सीडीओ ने की स्कूलों में फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा

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देहरादून(आरएनएस)।  जिले में निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस बढ़ाने की शिकायतों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों पर मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने विभिन्न निजी स्कूल संचालकों के साथ वार्ता की। इस दौरान निजी विद्यालयों के विगत पांच वर्षों  के फीस स्टक्चर की जांच की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों को सख्त हिदायत दी कि स्कूल फीस के लिए आरटीई एक्ट और प्रोविजन के अनुसार ही काम करना सुनिश्चित करें। अभिभावक और बच्चों को किसी एक निश्चित दुकान से किताबें और ड्रेस खरीदने के लिए भी बाध्य न किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों को जानकारी देते हुए बताया कि एक्ट के अनुसार विद्यालय तीन वर्ष में अधिकतम 10 प्रतिशत से अधिक फीस नही बढ़ा सकते। स्कूल प्रशासन के व्यय निकालने के बाद स्कूल की कुल जमा 20 प्रतिशत से अधिक नही होनी चाहिए। शिक्षा विभाग के संज्ञान में लाए बिना कोई भी निजी स्कूल अपनी मनमानी से फीस नही बढ़ा सकते है और यदि 10 प्रतिशत तक फीस बढ़ानी आवश्यक हो तो स्कूल को इसके औचित्यपूर्ण कारण भी शिक्षा विभाग को बताने होंगे। मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निजी स्कूल संचालकों के साथ नियमों की जानकारी साझा करने के निर्देश भी दिए। निजी स्कूल संचालकों को हिदायत दी कि इसके बावजूद भी कही से मनमानी फीस बढ़ाने की शिकायत मिली तो स्कूल के विरूद्व कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा सभी निजी स्कूल संचालकों को राज्य सरकार के नियमों और एनसीईआरटी की किताबों को लगाने सहित कई बिन्दुओं पर निर्देश दिए गए।
बैठक में निजी विद्यालयों में फीस बढ़ोत्तरी की गहन समीक्षा की गई। कई निजी प्रतिष्ठित स्कूलों स्कूलों मनमानी फीस बढ़ाए जाने की शिकायत सही मिलने पर स्कूल संचालकों को फीस स्ट्रक्चर संशोधित करने हेतु सख्त निर्देश दिए गए। जिसमें एनएन मैरी को फीस स्ट्रक्चर ठीक करने की हिदायत दी गई। वही जांच में ज्ञानंदा स्कूल एवं सेंट जोसेएफ स्कूल की फीस स्टक्चर में सही पाए गए। समरवैली एवं अन्य निजी स्कूलों की अगले दिन बुधवार को समीक्षा की जाएगी। बैठक में उप जिलाधिकारी हरिगिरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी वीके ढौडियाल एवं खंड शिक्षा अधिकारी हेमलता गौड़ सहित निजी स्कूल एन मेरी के प्रधानाचार्य व प्रबन्धक,ज्ञानंदा के समन्वयक सेंड जोजफ के प्रतिनिधि, संचालक मौजूद थे।

मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने विभागों को बजट प्रावधान के अनुरूप राजस्व बढ़ाने के निर्देश दिए

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  – विभाग वित्तीय वर्ष के प्रस्ताव एवं वार्षिक कार्ययोजना करें तैयार: सीएस
  –  मा0 मंत्रिमण्डल के प्रस्ताव ससमय भेजे जाएं
  –  चारधाम यात्रा की समस्त व्यवस्थाओं हेतु अलग-अलग सचिवों का भ्रमण एवं निरीक्षण कार्यक्रम तय
देहरादून(आरएनएस)।  नवनियुक्त मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद  आज सचिवालय में आयोजित अपनी पहली सचिव समिति की बैठक में सभी विभागों को बजट प्रावधान के अनुरूप राजस्व बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने पूंजीगत मद पर व्यय बढ़ाने के लिए प्रयास के साथ विभागों को अपनी वार्षिक कार्य योजना पहले से ही तैयार करने तथा प्रत्येक माह का लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों से अपेक्षा की गई है कि वार्षिक कार्ययोजना में भौतिक एवं वित्तीय, आउटकम एवं आउटपुट सम्बन्धित सूचनाएं समाहित करें। आज की बैठक में मुख्य सचिव ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के आय-व्यय, लक्ष्यों की प्राप्ति की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि विभाग आगामी वित्तीय वर्ष के प्रस्ताव पहले से तैयार रखे। उनके द्वारा विभिन्न परियोजनाओं एवं योजनाओं के अन्तर्गत स्वीकृत किये जाने वाले अवस्थापना विकास से सम्बन्धित परियोजनाओं का चिन्हांकन कर परियोजनाओं की सूची तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
व्यय वित्त समिति (ईएफसी) गति शक्ति पोर्टल के माध्यम से किये जाने की हिदायत देते हुए मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने विभागों अपने प्रस्ताव गति शक्ति पोर्टल पर निरन्तर अपडेट करने के कड़े निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव के निर्देश पर परियोजनाओं के गठन से लेकर उसके कार्यान्वयन तक सभी गतिविधियाँ गतिशक्ति पोर्टल के माध्यम से किये जाएगें। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को  निर्देश दिए हैं कि प्रस्ताव मा0 मंत्रिमंडल में प्रस्तुत करने से पूर्व पूरी तरह से तैयार करने के साथ ही ससमय भेजे जाए। इसके साथ ही सीएस ने निर्देश दिए हैं कि लैण्ड बैंक ससमय तैयार रखा जाए ताकि प्रस्तावों पर अविलंब कार्य प्रारम्भ किया जा सके।
चारधाम यात्रा मार्ग की पुख्ता व्यवस्थाओं को लेकर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिव स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देश दिए हैं कि आगामी यात्रा सीजन के दृष्टिगत सभी विभागों को अभी से अपनी तैयारियां समयबद्धता से पूरी करनी हैं। उन्होंने यात्रा मार्ग पर सभी जरूरतों का अभी से आंकलन करते हुए सभी व्यवस्थाएं यात्रा आरम्भ से पहले दुरूस्त करने के निर्देश दिए हैं। सचिव युगल किशोर पंत को देहरादून से केदारनाथ, सचिव डा0 आर राजेश कुमार को बद्रीनाथ यात्रा मार्ग, सचिव डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम को गंगोत्री धाम तथा  डॉ नीरज खैरवाल को यमुनोत्री धाम की जिम्मेदारी दी गई है।   बैठक में सभी प्रमुख सचिव एवं सचिव मौजूद रहे।

आईओसी अध्यक्षा पीटी उषा ने की फुटबालर देवेंद्र सिंह बिष्ट की सराहना

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“राज्य में हुये 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रोटोकॉल उप समिति के सदस्य के रुप में बिष्ट ने किया सराहनीय कार्य”

नई दिल्ली/ देहरादून, उत्तराखंड़ में हुये 38वें राष्ट्रीय खेल के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्षा पीटी ऊषा ने फुटबालर देवेंद्र सिंह बिष्ट की सराहना करते हुए बधाई दी है।
ओएनजीसी देहरादून में सेवारत फुटबालर एवं राष्ट्रीय स्तर के कोच देवेंद्र सिंह बिष्ट ने प्रदेश में आयोजित राष्ट्रीय खेल की प्रोटोकॉल उप समिति के सदस्य के तौर पर सराहनीय कार्य किया। भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से भेजे गये पत्र में कहा गया “मैं 38वें राष्ट्रीय खेलों, उत्तराखंड के दौरान आपके अविश्वसनीय कार्य के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। खेलों को सफल बनाने में आपके समर्पण और अमूल्य योगदान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। खेलों की तकनीकी अखंडता और परिचालन दक्षता को बनाए रखने के लिए आपकी प्रतिबद्धता ने सभी हितधारकों के लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आपकी विशेषज्ञता, सावधानीपूर्वक निरीक्षण और सक्रिय दृष्टिकोण ने निष्पक्ष खेल और उत्कृष्टता की भावना को बनाए रखते हुए विभिन्न खेल विषयों के सुचारू निष्पादन में मदद की।
आपने जो कुछ भी किया उसके लिए एक बार फिर धन्यवाद।
आपके इस योगदान को हमेशा 38वें राष्ट्रीय खेलों, उत्तराखंड के एक अनिवार्य हिस्से के रूप में याद किया जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने किए परिवहन विभाग के अन्तर्गत सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) पद पर नियुक्त 08 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान

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देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में परिवहन विभाग के अन्तर्गत सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) पद पर नियुक्त 08 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह आपके जीवन की नई शुरुआत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नव चयनित अभ्यर्थी अपने कार्यक्षेत्र में नवाचार करेंगे और परिवहन विभाग में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है। राज्य में परिवहन के क्षेत्र में बहुत चुनौतियां हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वाहनों की फिटनेस जाँच, मोटर वाहन अधिनियम और नियमों के पालन कराने और सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यों में सम्भागीय निरीक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, ऐसे में सड़क सुरक्षा और वाहनों की फिटनेस से संबंधित कार्यों में परिवहन विभाग की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
इस अवसर पर सचिव परिवहन बृजेश कुमार संत, अपर सचिव परिवहन एवं प्रबंध निदेशक उत्तराखण्ड परिवहन निगम  रीना जोशी एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

 

मनोवैज्ञानिक मुद्दों, हस्तक्षेप और प्रबंधन पर आयोजित हुआ 6वां दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वर्चुवल सम्मेलन

मनोवैज्ञानिक मुद्दों, हस्तक्षेप और प्रबंधन पर 06वां दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वर्चुवल सम्मेलन आयोजित - skgnews
देहरादून, मनोवैज्ञानिक मुद्दों, हस्तक्षेप और प्रबंधन पर 6 वां दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वर्चुवल सम्मेलन स्पीकिंग क्यूब ऑनलाइन मानसिक स्वास्थ्य कंसल्टिंग फाउंडेशन, स्पेक्स और श्री देव सुमन विश्वविद्यालय, उत्तराखंड राज्य विश्वविद्यालय के सहयोग से 30 व 31 मार्च 2025 को आयोजित किया गया।
मेजर अनुपा कैरी, निदेशक पेरिनेटल मानसिक स्वास्थ्य और स्पीकिंगक्यूब की सलाहकार मनोवैज्ञानिक ने सत्र का स्वागत भाषण दिया।डॉ. शांत कुमार नेगी ने सभी संवेदनशील प्राणियों की समृद्धि के लिए बुद्ध को समर्पित प्रार्थना की। प्रोफेसर डॉ. दीपिका चमोली शाही, सम्मेलन अध्यक्ष व संस्थापक स्पीकिंगक्यूब की निदेशक ने देवी शक्ति की प्रार्थना के साथ सत्र की शुरुआत की। डॉ. दीपिका ने स्पीकिंग क्यूब का संक्षिप्त परिचय दिया।उनके द्वारा मनोवैज्ञानिक मुद्दों, हस्तक्षेप और प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए गए।
प्रोफेसर डॉ. रीता, सम्मेलन अध्यक्ष, स्पीकिंगक्यूब सलाहकार, अमिटी विश्वविद्यालय नोएडा के मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर ने सम्मेलन के उद्देश्य और वर्तमान परिदृश्य में विषय की प्रासंगिकता पर चर्चा की। डॉ. रीता ने मनोवैज्ञानिक मुद्दों, हस्तक्षेप और प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए।
कैलिफ़ोर्निया, यूएसए में एकेडमी ऑफ माइंडफुल साइकोलॉजी के संस्थापक और अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. नील कोब्रिन, सम्मानित अतिथि, ने वर्तमान समाज में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और आत्म-जागरूकता कैसे मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है, इस पर चर्चा की।
डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, पद्मश्री और पद्म भूषण प्राप्तकर्ता तथा सम्मेलन के संरक्षक ने वर्तमान समय में मनोवैज्ञानिक मुद्दों को समझने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से हमारी सोशल मीडिया की लत के संदर्भ में बात रखी।
डॉ. बृज मोहन शर्मा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य केवल एक व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक मुद्दा भी है, जिसे सभी क्षेत्रों से सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। इस सम्मेलन ने यह भी दिखाया कि इस क्षेत्र में नवीनतम विकास के साथ अपडेट रहना कितना महत्वपूर्ण है, खासकर जब हम एक अधिक आपस में जुड़े और डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं। 6वां अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल सम्मेलन एक उत्कृष्ट मंच था, जो सहयोग को बढ़ावा देने और मानसिक स्वास्थ्य अनुसंधान और अभ्यास की सीमाओं को चुनौती देने के लिए आदर्श था। प्रोफेसर एन.के. जोशी, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति (राज्य विश्वविद्यालय उत्तराखंड), सम्मानित अतिथि ने सभा को अपना संदेश साझा किया।
राज्य मंत्री श्रीमती मधु भट्ट, सम्मेलन की मुख्य अतिथि ने भावनात्मक कल्याण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के महत्व पर अपने विचार साझा किए। श्रीमती मधु भट्ट ने मानसिक स्वास्थ्य को अधिक से अधिक संबोधित करने की आवश्यकता पर चर्चा की। माननीय राज्य मंत्री ने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 15 विशेषज्ञों को सम्मानित किया।
सम्मेलन में अन्य प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे, डॉ. रोहित कमांडेंट मेडिकल, बीएसएफ प्रोफेसर डॉ. गुलशन कुमार ढींगरा डीन बोटनी, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय,
प्रोफेसर डॉ. रूपाली शर्मा, प्रोफेसर आई ए पी एस, अमिटी नोएडा प्रोफेसर डॉ. नवेद इकबाल, मनोविज्ञान विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ. लोब्जांग त्सुलट्रीम भूटिया, हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट तिब्बती बौद्ध धर्म, सी आई बी एस, लद्दाख श्रीमती शिखा चमोली, डेटा इंजीनियर, एक्स मेटा डॉ. खेनपो रंगडोल, अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय ड्रिक्यंग काग्यु फाउंडेशन प्रोफेसर डॉ. पद्मा पिल्लई, एसोसिएट डीन मानव संचार, सनवे यूनिवर्सिटी, मलेशिया प्रोफेसर डॉ. आशा मिश्रा, जूलॉजी विभाग एचआरपीजी कॉलेज, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ. अनीता गहलोत डीन रिसर्च एंड इनोवेशन, उत्तरांचल विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ. गीता राणा, स्वामी राम विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ. विजय सेन पांडेय सी.एम कॉलेज, दरभंगा, डॉ. स्टंजिन नामगैल, लद्दाख विश्वविद्यालय प्रोफेसर सुनील जागलान, एमडीयू, डॉ. रेणुका जोशी डी ए वी पी जी कॉलेज केंद्रीय विश्वविद्यालय गढ़वाल, डॉ. सुरेंद्र ढालवाल, एचओडी, मनोविज्ञान एनआईवीएच और डॉ. सारन्या सुंदराजू, मनो ऑन्कोलॉजिस्ट को उनके संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्री रितेश सिन्हा, मुख्य वक्ता और माइक्रोसॉफ्ट यूएसए के प्रमुख सलाहकार ने मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में सभा को जानकारी दी। उन्होंने मनोविज्ञान छात्रों को पढ़ाने के लिए ए आई मरीजों के उपयोग पर चर्चा की। प्रोफेसर डॉ. शालिनी सिंह शर्मा, ईग्रो रिसर्च प्रमुख, सम्मेलन सलाहकार ने जीवन में व्यवहारिक विज्ञान के महत्व पर चर्चा की।
प्रोफेसर डॉ. अभा सिंह, मुख्य वक्ता और एसडीआई विश्वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर ने सभा को अपना संदेश साझा किया और बताया कि कैसे ट्रांसेंडेंटल मनोविज्ञान वर्तमान दुनिया को कठिन जीवन स्थितियों से निपटने में मदद कर सकता है।
प्रोफेसर डॉ. राजेश सिंह, मुख्य वक्ता और अनुसंधान एवं नवाचार निदेशक ने मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा की और मानसिक स्वास्थ्य नवाचार में विभिन्न तरीकों को साझा किया।
प्रोफेसर डॉ. गुलशन कुमार ढींगरा, कार्यक्रम अध्यक्ष और श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के बोटनी विभाग के डीन एवं एचओडी ने सभा को अंतःविषय अनुसंधानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्पीकिंगक्यूब एक ऐसा पाठ्यक्रम बनाए जो छात्रों के जीवन की समझ को बढ़ाए और मानसिक स्वास्थ्य को ऊंचा उठाए। प्रोफेसर डॉ. हरप्रीत भाटिया, प्रतिष्ठित वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग ने मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने में मनोचिकित्सा की भूमिका पर चर्चा की।प्रोफेसर डॉ. रूपाली शर्मा ए एआई पी एस अमिटी नोएडा से सभा को सांस्कृतिक दक्षता के बारे में जानकारी दी।प्रोफेसर डॉ. दोंठू राज किरण एन आर आई अकादमी ऑफ साइंसेज मंगलागिरी एपी से हालिया मनोचिकित्सा प्रबंधन प्रवृत्तियों पर अपने विचार साझा किए।
दूसरा दिन सत्र का आरंभ स्नेहा भारद्वाज द्वारा किया गया जो स्पीकिंगक्यूब की मनोवैज्ञानिक हैं। सत्र को शिखा चमोली सिन्हा ने आगे बढ़ाया, जो पूर्व मेटा डेटा इंजीनियर हैं (यूएसए)।इनके द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और इसके सोशल मीडिया से संबंध तथा ए आई कैसे एक अच्छा सहायक हो सकता है इस पर चर्चा की। डॉ. सारन्या सुंदराराजू जो एक मनो-ऑन्कोलॉजिस्ट हैं और एन आई आई टी यूनिवर्सिटी मलेशिया से पोस्ट डॉक्टोरल उम्मीदवार हैं उन्होंने कैंसर रोगियों के लिए गरिमा चिकित्सा पर चर्चा की।
श्रीमती सुजाता ने मिस दृष्टि सिंह, मिस सृष्टि सिंह, मिस दिशा रॉय, मिस अनन्या आर जंग, स्नेहा भारद्वाज, काजल तोमर,अलिस जायसवाल, जस्मन शेर सिंह, मालविना चानाम, अलका व आबिदा वाणी का सम्मान किया।मेजर अनुपा कैरी ने पेरिनेटल मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग में चिकित्सीय दृष्टिकोणों पर चर्चा की।प्रोफेसर डॉ. निधि वर्मा अमिटी गुरुग्राम से मनोविज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं जिन्होंने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में व्यक्तित्व को पूर्वाग्रह कारकों के रूप में साझा किया। प्रोफेसर डॉ. नदीम लुकमान चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से एसोसिएट प्रोफेसर हैं जिन्होंने मनोविज्ञान में अनुसंधान के महत्व पर चर्चा की।
प्रोफेसर डॉ. दीपिका चमोली शाही जिन्होंने स्पीकिंगक्यूब की संस्थापक एवं निदेशक हैं तथा एवं सेंट लियो यूनिवर्सिटी (ऑनलाइन) में सहायक फैकल्टी हैं उन्होंने प्रतिभागियों के साथ हालिया मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेपों पर प्रश्न उत्तर सत्र आयोजित किया।
समापन सत्र में मिस सुजाता पॉल ने सभा को संबोधित करते हुए मानसिक स्वास्थ्य का महत्व बताया तथा क्रिएटिव टीम एवं पूर्व सदस्यों का सम्मान किया जिन्होंने अतीत में योगदान दिया था।

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एक महीने की इबादतों का ईनाम है ईद : सूर्यकांत धस्माना

देहरादून, रमज़ान शरीफ के पवित्र महीने में एक महीने तक लगातार बुझे पेट प्यासी जुबान और पवित्र मन से अल्लाह ताला की इबादत का ईनाम ईद है यह बात आज मंजरा में आयोजित ईद मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने ईद की बधाई देते हुए कही। उन्होंने कहा कि रोज़ा रखने का मतलब केवल भूखा प्यास रहना नहीं बल्कि रोजेदार के शरीर के हर अंग का रोजा होता है और उसमें जुबान गलत ना बोले,कान गलत बात ना सुने आंख कोई बुरा काम ना देखे हाथ किसी का बुरा ना करे और पैर किसी गलत ओर ना जाए इसे असली रोज़ा कहते हैं। श्री धस्माना ने कहा कि भारत के लोग भाग्यशाली हैं जिनको दुनिया के सारे त्योहार मनाने को मिलते हैं, उन्होंने कहा कि हमें होली ईद दिवाली गुरु पर्व और क्रिसमस समेत अनेकों त्योहार मनाने को मिलते हैं। श्री धस्माना ने मंजरा के अलावा टर्नर रोड, सुभाषनगर, ब्राह्मणवाला, मेहुवाला , कावली, सत्योवाली घाटी, राजपुर , डालनवाला छेत्र में आयोजित कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया व लोगों को ईद की मुबारकबाद दी।
इस अवसर पर मंजरा के पार्षद श्री जाहिद अंसारी, ब्राह्मणवाला के पार्षद मुकीम अहमद, मेहूवाला की पार्षद तरन्नुम अंसारी,पूर्व पार्षद हरि भट्ट,पूर्व पार्षद सीता राम नौटियाल,पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर, पूर्व प्रधान सुलेमान अंसारी , अनीस अंसारी , यामीन खान, रिजवान अहमद, आनंद सिंह पुंडीर, दिनेश कौशल , जगपाल शर्मा, सोनू काजी, इजहार अहमद, सुल्तान अहमद, इकराम, महमूदन, समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।

सीएम धामी ने कोरोनेशन अस्पताल पहुंचकर फूड प्वाइजनिंग से बीमार लोगों को हाल चाल जाना

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देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कोरोनेशन अस्पताल पहुंचकर फूड प्वाइजनिंग से बीमार लोगों को हाल चाल जाना। देहरादून जनपद में फूड प्वाइजनिंग की वजह से लगभग 100 से अधिक लोग बीमार हो गये। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सहारनपुर से सप्लाई हुए कुट्टू के आटे में मिलावट की संभावना से लोगों का स्वास्थ्य खराब हुआ।
मुख्यमंत्री ने कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत कर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों में भर्ती लोगों को समुचित इलाज देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जाए। फूड प्वाइजनिंग की वजह से कोरोनेशन अस्पताल में 66 और दून मेडिकल कॉलेज में 44 मरीज भर्ती हैं। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग और जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि जिन भी अस्पतालों में मरीज आ रहे हैं, उनके इलाज का पूरा प्रबंध किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर से जिस दुकान के लिए कुट्टू का आटा सप्लाई हुआ है, वह दुकान सील कर ली गई है। उस दुकान से जिन दुकानों के लिए कुट्टू का आटा सप्लाई हुआ है, उनको भी सूचना दे दी गई है। सहारनपुर के जिला प्रशासन को भी देहरादून जिला प्रशासन से इसके बारे में जानकारी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जिनके कारण यह घटना हुई है, स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिये गये हैं कि पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग और अन्य संबंधित विभाग मिलकर घटना की पूरी जांच करेंगे। लापरवाही करने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।

नवनियुक्त मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने किया पदभार ग्रहण

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देहरादून, नवनियुक्त मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय स्थित मुख्य सचिव कार्यालय में पदभार ग्रहण किया।
निवर्तमान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन को पदभार सौंपा। इस अवसर पर नवनियुक्त मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कहा कि सरकार की नीतियों का राज्य के विकास में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करना प्रशासन की प्राथमिकता है | आजीविका, रोजगार, कौशल विकास व रिवर्स माइग्रेशन भी प्रमुख प्राथमिकताओ में है | आजीविका के नए-नए अवसरो पर काम करना तथा इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना राज्य की प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है |
शहरीकरण तथा राज्य का स्वास्थ्य क्षेत्र भी एक बड़ी चुनौती है | हमें शहरों को बेहतर बनाने तथा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर कार्य करना होगा | इसके साथ ही जल संरक्षण भी एक बड़ा मुद्दा है, जल संकट का सामना पूरी दुनिया कर रही है | इन मुख्य मुद्दों पर आम नागरिक के हित में धरातल पर प्रभावी कार्य करने की जरूरत है |
राज्य की वित्तीय स्थिति पर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कहा कि हमें नए संसाधनों की खोज तथा वर्तमान संसाधनों को बढ़ाने पर निरंतर कार्य करना होगा । इस अवसर पर सचिवालय के सभी अधिकारी / कर्मचारी उपस्थित थे।

गंगोत्री मंदिर के कपाट अक्षय तृतीया बुधवार 30 अप्रैल को पूर्वाह्न खुलेंगे

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* नव संवत्सर पर श्री गंगोत्री मंदिर समिति ने कपाट खुलने की तिथि तथा समय की घोषणा की

उत्तरकाशी, श्री गंगोत्री धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष अक्षय तृतीया बुधवार 30 अप्रैल को पूर्वाह्न 10.30 बजे खुलेंगे।
श्री गंगोत्री धाम के कपाट पारंपरिक रूप से अक्षय तृतीया के अवसर पर खुलते है आज नव संवत्सर पर श्री गंगोत्री मंदिर समिति द्वारा मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखवा मे कपाट खुलने का समय -मुहूर्त तय किया। अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को ही श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भी इसी दिन खुलेंगे यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के समय की घोषणा यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा 3 अप्रैल यमुना जयंती पर होगी।
वहीं श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ तथा श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तथा समय पहले ही घोषित है।श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार 4 मई को प्रात: 6 बजे तथा श्री केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 2 मई को प्रात: 7 बजे खुलेंगे।

KISNA डायमंड एंड गोल्ड ज्वैलरी ने उत्तराखंड में अपना तीसरा एक्सक्लूसिव शोरूम लॉन्च किया

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भारत में 70वां शोरूम खोला गया

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री एवं वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने नए शोरूम का उद्घाटन किया

देहरादून,  किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वैलरी ने उत्तराखंड, देहरादून में जीएमएस रोड पर अपने तीसरे एक्सक्लूसिव शोरूम के भव्य उद्घाटन की घोषणा की। यह किसना का देशभर में 70वां एक्सक्लूसिव शोरूम है। उद्घाटन के अवसर पर हरि कृष्ण समूह के संस्थापक और प्रबंध निदेशक श्री घनश्याम ढोलकिया मौजूद थे। लॉन्च के अवसर पर किसना आकर्षक उद्घाटन ऑफर दे रहा है, जिसमें हीरे के आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 50% से 100% तक की छूट और सोने के आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 25% की छूट शामिल है।
उत्सव की भावना को और बढ़ाते हुए किसना ने अपने ‘अक्षय कलेक्शन’ का भी अनावरण किया है, जो आगामी समारोहों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है, जिसमें समकालीन डिजाइनों के साथ कालातीत लालित्य का सहज मिश्रण है। अपने खूबसूरत नज़ारों, औपनिवेशिक वास्तुकला और जीवंत सांस्कृतिक विरासत के लिए मशहूर देहरादून में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। शहर की शान और प्राकृतिक सुंदरता से प्रेरणा लेते हुए, किसना ने ऐसे कलेक्शन पेश किए हैं जो इस भावना को दर्शाते हैं।
श्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री और वन मंत्री, उत्तराखंड, ने इस अवसर पर कहा: “मैं घनश्याम ढोलकिया जी को देहरादून में किसना ब्रांड का 70वां शोरूम खोलने के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। यह न सिर्फ ब्रांड बल्कि हमारे राज्य के लिए भी गर्व का विषय है। मैं उन्हें इसलिए भी बधाई देता हूँ कि उन्होंने 1 करोड़ से 15,000 करोड़ रुपये के टर्नओवर तक का प्रेरणादायक सफर तय किया है। व्यवसायिक सफलता के साथ-साथ समाज में जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं।”
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, हरि कृष्ण समूह के संस्थापक और प्रबंध निदेशक, श्री घनश्याम ढोलकिया ने कहा: “देहरादून पारंपरिक और आधुनिक आभूषणों के लिए अपनी विकसित होती उपभोक्ता प्राथमिकताओं के साथ अपार विकास की संभावना प्रस्तुत करता है। उत्तराखंड में हमारा विस्तार एक असाधारण खुदरा अनुभव प्रदान करके इस बाजार की सेवा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह हमारे विज़न, ‘हर घर किसना’ के साथ भी मेल खाता है, जहाँ हमारा लक्ष्य भारत का सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला आभूषण ब्रांड बनना है, जिससे हर महिला का हीरे के आभूषण खरीदने का सपना साकार हो सके।”
किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वैलरी के निदेशक श्री पराग शाह ने कहा: ”देहरादून में हमारे शोरूम का उद्घाटन हमारी राष्ट्रव्यापी विकास योजना में एक रणनीतिक कदम है। भारत के सबसे तेजी से बढ़ते आभूषण ब्रांडों में से एक के रूप में, हम प्रमुख बाजारों में अपने पदचिह्न का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्राहकों की खुशी और क्षेत्रीय प्राथमिकताओं पर विशेष ध्यान देने के साथ, हम शहर के उत्सव के क्षणों और मील के पत्थरों का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं।”
समुदाय को वापस देने की किसना की प्रतिबद्धता के अनुरूप, ब्रांड ने लॉन्च इवेंट के हिस्से के रूप में रक्तदान शिविर का आयोजन किया और वंचितों के लिए भोजन वितरण अभियान की भी मेजबानी की।

टिमरू औषधि के रूप में रामबाण-स्थानीय महिलाओं ने टिमरू से टूथपेस्ट और माउथ वाश बनाकर नया स्टार्टअप वर्णनम आइकॉनिक के नाम से शुरू किया

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अपने दांतों को मजबूत और मसूड़ों की सुरक्षा

देहरादून। उत्तराखंड तिमूर यानि टिमरू का परफ्यूम प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा देश-विदेश में मशहूर हो गया तो वही स्थानीय महिलाओं ने टिमरू से टूथपेस्ट और माउथ वाश बनाकर नया स्टार्टअप वर्णनम आइकॉनिक के नाम से शुरू किया है|| वरनम नाम से टूथपेस्ट ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय है। बच्चों के लिए भी अलग-अलग फ्लेवर में लाये हैं। जिसमें स्ट्राबेरी, बबलगम, मेंगो के साथ ही अन्य फ्लेवर भी हैं। जल्द ही अलग-अलग फ्लेवर में माउथवॉश भी तैयार होकर बाजार में आ रहा है। सोनल जैन तथा मंजू भसीन ने बताया कि हमने नेचर और साइंस को साथ लेकर काम किया है। इस स्टार्टअप में महिलाओं को ज्यादा जोड़ा है। स्वरोजगार के साथ ही महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं। रीसर्च, ऑफिस, पैकिंग के साथ ही मार्केटिंग का काम भी महिलाएं देख रही हैं। इस स्टार्टअप में लगभग 50 लोग हैं जिनमें 90 प्रतिशत स्थानीय लोग हैं। अपने उत्पादों द्वारा प्रकृति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते। टूथपेस्ट के प्रयोग से मुंह और दांतों की समस्यों जैसेवाइटनिंग, सेन्सटिविटी, और remineralization क़ो दूर किया जा रहा है

दो महिलाओं ने शुरू किया वर्णनम आइकॉनिक नाम से स्टार्टअप
उपभोक्ताओं की दांतो संबंधी समस्याओं से दूर रखने की सोच को लेकर अपना वर्णनम आइकॉनिक स्टार्टअप शुरू किया। दो महिलाओं से यह स्टार्टअप शुरू किया था और आज कई लोग उनके साथ जुड़े हैं । डेंटिस्ट से क्लीनिकल टेस्ट में सेंसिटिविटी पर 94 प्रतिशत पॉजिटिव रिजल्ट आया। जबकि व्हाइटनिंग पर 84 प्रतिशत रिजल्ट आया है। दांतों के लिए टिमरू औषधि के रूप में रामबाण की तरह काम रहा है। टिमरू औषधि है और इसीलिए इसे जन जन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। हमने feb 2024 से रिसर्च शुरू की तब हमें एक और नेचुरल सुपर इफेक्टिव ingredient का पता चला जिसका नाम bio HAP है, इन दोनों क़ो मिला कर एक सुपर टूथपेस्ट तैयार हुआ जिसका लोगो से बहुत अच्छा रिस्पांस आ रहा है!
हमने 6 महीने पहले ही मार्केटिंग शुरू की है। हरिद्वार में टिमरू से टूथपेस्ट का उत्पादन कर देशभर में ई कॉमर्स से भेजा जा रहा है।

इसमें नीम, मिशवाक, लौंग जिरेनियम आदि भी इसमें डाली गई है। वरनम आइकॉनिक कि डायरेक्टर श्रीमती सोनल जैन एवं मंजू भसीन ने बतया कि अभी हम इसको सम्पूर्ण देश में इसको ले कर जाएंगे तथा उप्रेती सिस्टर्स क़ो अपना ब्रांड ambassador चुना है क्यूंकि वर्णनम तथा उप्रेती सिस्टर्स का लक्ष्य है, अपनी जड़ो यानि टीमूर हमारी उत्तराखंड की पहचान. उप्रेती sisters भी folk music से सम्पूर्ण भारत में पहचान बनाये हुई है तथा टीमूर उनके दिल के बहुत करीब है||

 

 

सीएम का दुर्गम क्षेत्र में पहुंचे निवेश नीति पर डीएम का विशेष फोकस

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देहरादून(आरएनएस)।   सीएम की दुर्गम क्षेत्र प्रथम की नीति पर  जिला प्रशासन आगे बढ रहा है जिससे जनपद के सामरिक क्षेत्र जौनसार बावर जिलाधिकारी  जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश है कि दुर्गम क्षेत्रों में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार का दुर्गम क्षेत्र की प्रथम नीति को आगे बढाने जिला प्रशासन का विशेष फोकस है, इसी का परिणाम है कि प्रशासन निरंतर दुर्गम क्षेत्रों में बहुउद्देशीय शिविर, जनसंवाद कार्यक्रम, भ्रमण इत्यादि कार्यक्रमों से जनमानस के बीच जाकर क्षेत्र समस्याओं का समाधान करने हेतु वचनबद्ध है तथा हितधारकों लाभार्थियों को योजना का शत्प्रतिशत् लाभ मिले इसके लिए निरंतर प्रयासरत् है।
डीएम ने कहा कि क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय की मांग पर प्रस्ताव भेजा गया है जिस पर केन्द्रीय विद्यालयों की पृच्छाएं निराकरण करते हुए पुनः प्रेषित की गई। उन्होंने कहा कि जहां क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय खुलने से जनमानस को सुविधा होगी वहीं बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल पाएगी। डीएम ने समुचित जिम्मेदारी लेते हुए कार्यपूर्ण कराने का विश्वास दिलाया तथा  क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपेक्षा की।
जिलाधिकारी सविन बंसल में गौ सेवा संरक्षण समिति के वार्षिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर आमंत्रण करने हेतु क्षेत्रवासियों का धन्यवाद दिया। डीएम ने कहा कि गौ माता सेवा सिर्फ धार्मिक विचारधारा या नैतिक जिम्मेदारी ही नी मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्यका अचूक साथी भी है। इस अवसर पर पूर्व आईपीएस जगत राम जोशी, उप जिलाधिकारी गौरी प्रभात, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षा, अध्यक्ष गौ संरक्षण सेवा समिति, राकेश चौहान, सचिव सतपाल राय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।