देहरादून – उत्तराखंड के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र एवं दूर दराज के जगह पर रह रहे नेत्रहीन लोगों को मदद करने के लिए सीव्यू सेवा ट्रस्ट के द्वारा आज देहरादून के धरमपुर निकट रेवती नर्सिंग होम के पास सी व्यू आई केयर सेंटर का शुभारंभ किया। इस का शुभारंभ गढ़ कोकिला हेमा नेगी कराशी ने किया। इस सेंटर में विशेष सेवाए जिसमे कम रोशनी, भैंगापन, आलसी आँख, केरेटोकोनस जैसे लाइलाज आंखों की बीमारियों का बिना ऑपरेशन और बिना दवाई के सी व्यू की प्रिशिक्षित टीम द्वारा सुविधा प्रदान की जाएंगी। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोलते हुए सीव्यू सेवा ट्रस्ट एवं सीव्यू आई केयर के संस्थापक महावीर बर्थवाल ने कहा “यह सीव्यू सेवा ट्रस्ट केंद्र उत्तराखंड के दृष्टिबाधित लोगों को हर मुश्किल एवं जटिल बीमारियों से निजात दिलाने के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहरों में जाने की जरूरत नही पड़ेगी और उनका उचित उपचार करने में मदद करेगा। सीव्यू सेवा ट्रस्ट एवं सीव्यू आई केयर द्वारा हर रविवार को प्रदेश के विभिन्न सुदूर प्रवर्तीय क्षेत्रो में कैंप का आयोजन किया जाता है एवं नेत्र से संबंधित गंभीर और जटिल बीमारियों को पहचान कर इस अत्याधुनिक केंद्र पर उपचार किया जा रहा है। “इस मौके पर सी व्यू एवं सी व्यू सेवा ट्रस्ट की टीम मौजूद रही।
एलेन संस्थान की ओर से मेधावी छात्रों को दिए गए नकद पुरस्कार, सम्मानित कर मनाया विजय उत्सव
नीट-यूजी में ऑल इंडिया रैंक-69 वाले सारांश मित्तल को एक लाख रुपए, अन्य को दी गई 21-21 हजार की धनराशि
देहरादून। रविवार को जीएमएस रोड स्थित होटल सन पार्क इन में आयोजित एक भव्य समारोह में एलेन करियर इंस्टीट्यूट द्वारा हाल ही में आयोजित जेई एडवांस्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने वाले छात्रों के सम्मान में विजय उत्सव मनाया गया। इस मौके पर नीट-यूजी में ऑल इंडिया रैंक-69 प्राप्त करने वाले सारांश मित्तल को एक लाख रुपए की राशि प्रदान की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत एलेन के ज़ोनल हेड एवं वाइस प्रेसिडेंट सदानंद वाणी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस मौके पर एलेन उत्तराखंड के सेंटर हेड विनय माकिन ने अपनी अकादमिक, प्रशासनिक टीम और छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि एलेन को क्षेत्र का नंबर एक संस्थान बनाने का जो सामूहिक सपना था, वह अब साकार हो रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस मेहनती टीम को अपने लक्ष्य को पाने से कोई नहीं रोक सकता। इस मौके पर करीब 71 छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए, जिनमें नीट-यूजी में ऑल इंडिया रैंक-69 प्राप्त करने वाले सारांश मित्तल को एक लाख रुपए और नीट यूजी में ऑल इंडिया रैंक-304 प्राप्त करने वाली अनुष्का राणा और जेई एडवांस्ड में ऑल इंडिया रैंक-536 हासिल करने वाले केशव मित्तल को 21-21 हजार रुपए नकद पुरस्कार राशि प्रदान की गई। साथ ही अन्य छात्रों को भी सम्मानित किया गया। इसके साथ ही जेई एडवांस्ड के शौर्य अग्रवाल ( ऑल इंडिया रैंक-1141),आदित्य त्यागी (ऑल इंडिया रैंक-1529),कुषाग्र पंत (ऑल इंडिया रैंक-2405),दिव्यांशु रावत (ऑल इंडिया रैंक-2619) और नीट यूजी के इक्शित कोहली (ऑल इंडिया रैंक-2462),
अदीबा नदीम (ऑल इंडिया रैंक-2582),तुषार कुमार (ऑल इंडिया रैंक-3133), अर्श गुसाईं (ऑल इंडिया रैंक- 4065) शामिल थे। साथ ही इस सत्र में उत्तराखंड से एनएसईजेएस के तीनों चयनित विद्यार्थी एलेन के ही छात्र थे, जिन्हें इस विक्ट्री सेलिब्रेशन के दौरान सम्मानित किया गया। इनमें निर्मय प्रताप सिंह,आर्यमन चौबे, रुद्राक्ष रावत शामिल है। वहीं इससे पूर्व गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके पश्चात एलेन देहरादून के छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा एकल शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात सदानंद वाणी का प्रेरणादायक भाषण हुआ, जिसमें उन्होंने इस फलदायी यात्रा की नींव रखने वाली सोच पर प्रकाश डाला। एलेन के वाइस प्रेसिडेंट सदानंद वाणी ने कहा कि अभिभावकों द्वारा संस्था में दिखाए गए विश्वास के लिए वह आभारी हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग शाखाएं खोलने का उद्देश्य छात्रों को कोटा में दी जाने वाली शिक्षा और मूल्यों से परिचित कराना था, और आज इन सफल छात्रों को देखकर लगता है कि वह उद्देश्य पूरा हो गया है।
सेंटर हेड विनय माकिन ने उत्तराखंड के छात्रों और अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके साथ जुड़कर ही ऐसा राष्ट्रीय स्तर का गौरवपूर्ण परिणाम संभव हो पाया। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों और सभी आगंतुकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी शुभकामनाएं छात्रों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी, जिन्होंने सिर्फ अपने परिवार का ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
डॉ. अजीत पाठक 21वीं बार पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित
उत्तराखंड को मिली ऑल इंडिया पी.आर. कॉन्फ्रेंस-2025 की मेजबानी
देहरादून, । देशभर के जनसंपर्क समुदाय के लिए—और विशेष रूप से उत्तराखंड के लिए—यह अत्यंत गर्व का क्षण है, कि डॉ. अजीत पाठक को जनसंपर्क सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) का लगातार 21वीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित किया गया है। नई दिल्ली में गत शनिवार को आयोजित पीआरएसआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वर्ष 2025–2027 कार्यकाल के लिए नई कार्यकारिणी के चुनाव सम्पन्न कराए गए, जिसमें देशभर के 25 राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
डॉ. पाठक एवं उनकी टीम का निर्विरोध चुनाव किया गया। इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र भट्ट, सदस्य दीपक शर्मा , संजय पांडेय द्वारा गर्मजोशी के साथ नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पाठक एवं अन्य पदाधिकारियों का स्वागत किया है। डॉ. पाठक द्वारा वर्ष दिसंबर 2025 में प्रस्तावित ऑल इंडिया पी.आर. कॉन्फ्रेंस-2025 की मेजबानी उत्तराखंड को दी गई। डॉ. पाठक द्वारा कहा गया कि आमजन तक केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं के प्रचार-प्रसार में पीआरएसआई की महत्वपूर्ण भूमिका है।
देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि विजारनिया, उपाध्यक्ष डॉ. ए. एन. त्रिपाठी, सचिव श्री अनिल सती, कोषाध्यक्ष श्री सुरेश चंद्र भट्ट, सहित सभी पदाधिकारीगणों एवं सदस्यों द्वारा डॉ. अजीत पाठक एवं उनकी टीम को हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी गई।
श्री रवि विजारनिया ने कहा राष्ट्रीय कार्यकारणी द्वारा वर्ष 2025 में राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस उत्तराखंड में कराये जाने का निर्णय उत्तराखंड के लिए गर्व का अवसर है और क्षेत्रीय जनसंपर्क जगत के लिए उत्साहवर्धक है।
डॉ. अजीत पाठक, जो भारत में जनसंपर्क क्षेत्र में डॉक्टरेट उपाधि प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति हैं तथा ग्लोबल अलायंस फॉर पब्लिक रिलेशंस एंड कम्युनिकेशन मैनेजमेंट के पूर्व सचिव रह चुके हैं, का करियर जनसंपर्क क्षेत्र में अनुकरणीय रहा है। वे लंबे समय तक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में महाप्रबंधक के रूप में कार्य कर चुके हैं। जनसंपर्क शिक्षा, रणनीतिक संचार और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने में उनके योगदान को वैश्विक स्तर पर सराहा गया है।
‘आस -त्वेसे मिलणै की’ एक मर्मस्पर्शी युगल गीत
प्रेम, विरह और उत्तराखंड की सांस्कृतिक आत्मा को संजोय म्युज़िकल राब्ता की सार्थक प्रस्तुति”
देहरादून, उत्तराखंड़ की लोकसंस्कृति और भावनाओं को संजोए हुए, ‘म्यूज़िकल राब्ता’ के बैनर तले नया गढ़वाली युगल गीत ‘आस -त्वेसे मिलणै की’ श्रोताओं के बीच दस्तक दे चुका है। इस गीत को अपनी सुरीली आवाज़ से संवारा है उत्तराखंड की जानी-मानी गायिका श्रद्धा कूहुप्रिया और नवोदित गायक नियो फर्स्वान ने। गीत के बोल लिखे हैं प्रदीप फर्स्वान ने और संगीत संयोजन किया है हैदर अली ने।
‘आस’ एक सोलफुल गढ़वाली प्रेम गीत है, जिसमें प्रेम, विरह और मिलन की भावनाओं के साथ उत्तराखंड की सांस्कृतिक जड़ों को बड़े ही भावुक अंदाज़ में प्रस्तुत किया गया है। यह गीत न केवल संगीतप्रेमियों को भावुक करता है, बल्कि उन्हें पहाड़ की मिट्टी और भावनाओं से जोड़ता है।
*रैथल, हर्षिल और भंगेली गाँव में हुई शूटिंग :*
इस गीत की शूटिंग उत्तरकाशी ज़िले के सुंदर स्थलों रैथल, भंगेली गाँव और हर्षिल में की गई। दो दिनों तक चली इस शूटिंग में कलाकारों और टीम ने रात-दिन की मेहनत के साथ कई यादगार दृश्य कैद किए। इस गीत का निर्देशन किया है युवा निर्देशक युद्धवीर सिंह नेगी (युवी) ने, जिन्होंने इस भावनात्मक कहानी को बहुत ही खूबसूरती से परदे पर उतारा है।
श्रद्धा कूहुप्रिया उत्तराखंड़ की एक विशिष्ट आवाज़ बन चुकी हैं, जो हर भाव और शैली को पूरी आत्मा से निभाती हैं। चाहे जागर हो, प्रेम गीत, या कोई नृत्य गीत, हर विधा में उन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है।
इससे पहले उनके चर्चित गीत रहे हैं :
1. ‘धुन्याल जीतू बगड़वाल’ – पांड़वाज़ के साथ जागर शैली में
2. ‘सौं खैकी बोल’ – एक लोकप्रिय प्रेम गीत
3. ‘छुबकू यारा’ – नरेन्द्र सिंह नेगी जी द्वारा प्रस्तुत नृत्य गीत
‘आस -त्वेसे मिलणै की’ न केवल संगीत का एक सुंदर नमूना है, बल्कि यह उत्तराखंड की समृद्ध परंपरा, प्रकृति और भावनाओं का एक जीवंत चित्र भी है।
मारुति रिट्ज सीमेंट भरे ट्राले से टकराई, चार की मौत
देहरादून, दून में एकबार फिर सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी, मामला देहरादून दिल्ली हाईवे पर आशारोडी का है जहां रविवार प्रातः लगभग 03:10 बजे वाहन संख्या एचआर 42 ई 2701 मारुति रिट्ज कार सफेद रंग, जो सहारनपुर की ओर से देहरादून आ रही थी, उक्त कार के आगे वाहन संख्या एचआर 63एफ 5353 ट्रोला चल रहा था जिसमें सीमेंट भरा था, आशारोड़ी जंगल के पास कार सवार खुद पीछे से उसके आगे चल रहे सीमेंट के ट्राले से टकरा गए जिसमें कार सवार पांच व्यक्ति (1) अंकुश पुत्र अजीत निवासी पुरखास धीरन, जिला सोनीपत, हरियाणा (2) पारस पुत्र जयकरण निवासी पुरखास धीरन, जिला सोनीपत, हरियाणा (3) विनय पुत्र विजय निवासी पुरखास धीरन, जिला सोनीपत, हरियाणा (4) नवीन पुत्र नरेश निवासी खेड़ी तहसील रोहतक हरियाणा (5) अंकित पुत्र राजेश निवासी मेरिडा, तहसील जुलाना, जिला जींद, हरियाणा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें पुलिस द्वारा 108 के माध्यम से उपचार हेतु कोरोनेशन/दून अस्पताल भिजवाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा उनमें से 04 व्यक्तियों को मृत घोषित कर दिया, 01 घायल व्यक्ति का दून अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस द्वारा मृतक तथा घायल के परिजनों को सूचित किया गया है जिनके आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वाहन संख्या एचआर 63एफ 5353 ट्रोला को पुलिस द्वारा कब्जे में लेकर उसके चालक आफताब पुत्र जुल्फिकार निवासी शेखपुरा कदीम थाना देहात कोतवाली सहारनपुर जिला सहारनपुर से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है। घटना में अग्रिम कार्रवाई प्रचलित है l
मृतक :
1- अंकुश पुत्र अजीत निवासी पुरखास धीरन, जिला सोनीपत, हरियाणा
2- पारस पुत्र जयकरण निवासी पुरखास धीरन, जिला सोनीपत, हरियाणा
3- अंकित पुत्र राजेश निवासी मेरिडा तहसील जुलाना, जिला जींद, हरियाणा
4- नवीन पुत्र नरेश निवासी खेड़ी, तहसील रोहतक, हरियाणा
घायल व्यक्ति :
विनय पुत्र विजय निवासी पुरखास धीरन जिला सोनीपत हरियाणा
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर यूकॉस्ट में विशेष आयोजन: स्वयं और समाज के लिए” “योग” इस थीम के साथ मनाया
देहरादून । उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 , गहन अध्यात्मिक ऊर्जा के साथ मनाया गया । इस अवसर पर योग प्रशिक्षिका श्रीमती सीमा ताक एवं उनकी टीम ने प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों व ध्यान क्रियाओं का अभ्यास कराया। इस आयोजन में यूकॉस्ट और आंचलिक विज्ञान केंद्र (RSC) के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा कई अन्य संस्थाओं के लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इस दिवस का उद्देश्य समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और दैनिक जीवन में योग की महत्ता को रेखांकित करना था, जो इस वर्ष की थीम “योग : स्वयं और समाज के लिए” के अनुरूप था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध फिल्म एवं टेलीविजन अभिनेता श्री हेमंत पांडे जी ने भी योग सत्र में प्रतिभाग किया। उन्होंने उपस्थिति लोगों योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी और कहा की एक सफल जीवन शैली के लिए, सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक सजगता और आंतरिक संतुलन बहुत आवश्यक है। यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए , प्रतिभागियों को योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया और कहा कि योग जैसे पारंपरिक ज्ञान प्रणाली को विज्ञान-आधारित जन कल्याणकारी पहलों में शामिल करना स्थायी स्वास्थ्य और विकास की दिशा में एक प्रभावी कदम है। कार्यक्रम का समापन सामूहिक ध्यान-अभ्यास और दैनिक जीवन में योग को समाहित करने के संकल्प के साथ हुआ।
डा. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने की द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट
कुछ क्षण केवल व्यक्तिगत नहीं होते वे विचारों, संस्कारों और संकल्पों के संगम बन जाते हैं।
देहरादून, राष्ट्रपति निकेतन, देहरादून में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से डा. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने शिष्टाचार भेंट की. यह एक प्रकार का एक आत्मीय और ऐतिहासिक अवसर रहा, जिसमें संवाद ने दर्शन का रूप ले लिया।
इस अवसर पर डा. निशंक का माननीय राष्ट्रपति जी से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025( Yoga for One Earth, One Health | एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग) के विविध पक्षों, उनके उत्तराखंड प्रवास, वैदिक परंपरा की समकालीन प्रासंगिकता, विश्वशांति, भारतीय ज्ञान परंपरा और वर्तमान वैश्विक संदर्भ में भारत की भूमिका जैसे गूढ़ और दूरदृष्टिपूर्ण विषयों पर भी सारगर्भित चर्चा हुई।
माननीय राष्ट्रपति जी का चिंतन न केवल विद्वतापूर्ण था, बल्कि उसमें भारतीय आत्मा की गूंज स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही थी। उनकी विनम्रता, सहजता और राष्ट्र के प्रति समर्पित दृष्टिकोण अत्यंत प्रेरणादायक है।
चर्चा के इस सारगर्भित क्रम में डा. निशंक ने माननीय राष्ट्रपति जी को हिमालय की गोद में स्थित भारतवर्ष के प्रथम ‘लेखक गांव’ (थानों, देहरादून) में आने का निमंत्रण भी दिया, जो साहित्य, संस्कृति एवं भारतीय मनीषा के संरक्षण और संवर्धन हेतु समर्पित एक दिव्य प्रयास है।
इस अवसर पर लेखक गाँव की निदेशक विदुषी “निशंक” व आर्यन देव उनियाल भी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण से दिया “हर घर योग, हर जन निरोग’’ का संदेश
– मुख्यमंत्री ने राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ
– गैरसैंण की धरती से मुख्यमंत्री का उदघोष : उत्तराखंड को बनाएंगे योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी
– गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की होगी स्थापना
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी लगाया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहाँ आमंत्रित किया जायेगा।
सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है भराड़ीसैंण
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विदेशी मेहमानों के सान्निध्य ने इस आयोजन को वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा भराड़ीसैंण, गीष्मकालीन राजधानी होने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र भी है। उन्होंने कहा 8 मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योगा- अभ्यास, देवभूमि उत्तराखंड को योग और अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाएगी योग नीति
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और अध्यात्म की भूमि भी है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। योग नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जिसके तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पाँच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
योग करता है एकाग्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है। योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम से शरीर और मन को तनाव से मुक्त कर सकते हैं। योग मन की एकाग्रता बढ़ाने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।
योग ने किया विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व, योग को जीवन दर्शन के रूप में भी अपना रहा है। योग ने पूरे विश्व में जाति, भाषा, धर्म और भौगोलिक सीमाओं को पार कर मानव समाज को जोड़ने का काम किया है। योग वैश्विक एकता, समरसता और बंधुत्व का सेतु बनकर समस्त विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच और प्रेरणादायक नेतृत्व ने योग को ग्लोबल कनेक्टिविटी और मानवता की सेहत का मंत्र बनाकर विश्वपटल पर एक नई पहचान दिलाई है।
पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में रोजगार सृजन और पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार ने स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया है। ये कमेटी प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगी। हम युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।
विद्यार्थियों से मिलने उनके बीच पहुंचे मुख्यमंत्री
भराड़ीसैंण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मुख्यमंत्री विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने लोगों से संवाद कर उनका हालचाल जाना और छात्रों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह और उमंग देखने को मिला । मुख्यमंत्री ने सभी को योग के महत्व से अवगत कराया और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संदेश दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, विधायक श्री अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे, सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
मंत्री जोशी की बर्खास्तगी को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने किया प्रदर्शन
-आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में हाईकोर्ट ने लिया है संज्ञान
-प्रदेश में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
देहरादून (विकासनगर), राज्य के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आय से अधिक सम्पत्ति, उद्यान, सैन्य धाम, तराई बीज विकास निगम व कृषि मेले के टेंडर घोटाले को लेकर चर्चाओं में हैं, अब तो भाजपा के कैबिनेट मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अधिवक्ता विकेश नेगी की याचिका पर हाईकोर्ट ने 23 जुलाई की तारीख तय की है।
वहीं जन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तहसील विकासनगर में प्रदर्शन कर कृषि मंत्री गणेश जोशी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की। मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार असवाल को सौंपा गया।
नेगी ने आरोप लगाया कि मंत्री के कार्यकाल में विभिन्न विभागीय योजनाओं में अनियमितताएं सामने आई हैं, जिससे शासन की साख प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री पर उद्यान विभाग में पूर्व निदेशक से जुड़े मामले में हस्तक्षेप, कृषि मेलों में वित्तीय अनियमितताएं, तराई बीज विकास निगम की परिसंपत्तियों की बिक्री और जैविक खेती व बागवानी योजनाओं में संभावित गड़बड़ियों जैसे गंभीर आरोप हैं।
नेगी ने यह भी कहा कि विगत वर्षों में मंत्री से जुड़े व्यक्तियों द्वारा बड़ी मात्रा में संपत्ति अर्जित की गई है, जिसकी निष्पक्ष जांच आवश्यक है। उन्होंने दावा किया कि उच्च न्यायालय द्वारा भी इन मामलों में नोटिस जारी किया गया है, जिसे देखते हुए सरकार को इस पर त्वरित निर्णय लेना चाहिए।
उन्होंने मांग की कि मंत्री से संबंधित वित्तीय और संपत्ति मामलों की जांच कराई जाए तथा पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु उचित कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन में आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, महिपाल सिंह रावत, राम सिंह तोमर, हाजी असद, अनिल आर्य, सरोज गांधी, मोहम्मद इस्लाम, परवीन, नरेंद्र तोमर, मान चंद्र राणा, यूनुस, जयकृत नेगी, बिल्लू गिल्बर्ट, विक्रम पाल, कुंवर सिंह नेगी, मुकेश पसपोला, सुशील भारद्वाज, विनय गुप्ता, भीम सिंह बिष्ट, अरविंद साहनी, दीपांशु अग्रवाल, अंकुर वर्मा, निशा खातून, गफूर, दीपक अग्रवाल, नाहिद खान, मोहम्मद शफी, नरेश ठाकुर, सायरा बानो, मेहंदी हसन, विनोद जैन, भगत सिंह, सलीम मिर्जा, मनीष नेगी, जाबिर हसन, मनीष भटनागर, भूरा, क्रिस्टीना, सुनील कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कांग्रेसजन पंचायत चुनाव को संगठन विस्तार के उत्सव के रूप में लें : महर्षि
देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में हरिद्वार को छोड़कर शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे संगठन विस्तार के उत्सव की तरह लेने का आह्वान किया है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी एव मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा तथा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ कर पार्टी की विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का एक बेहतर अवसर बताया है और इसके लिए पार्टी के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
महर्षि ने कहा कि प्रदेश में लंबे समय से पंचायती राज व्यवस्था को राज्य सरकार द्वारा स्थगित रखा गया है। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सब कुछ जनप्रतिनिधित्व विहीन हो गया था। जिला सरकार नाम की यह व्यवस्था कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पहले प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया, फिर इसे प्रयोगशाला बनाते हुए जनप्रतिनिधियों को ही प्रशासक बनाया गया और इसी माह एक बार फिर पंचायतों को नौकरशाही के अधीन कर दिया गया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सरकार अब पंचायत चुनाव के लिए तैयार हुई है, इसलिए इस अवसर का पार्टीजनों द्वारा लाभ उठाया जाना चाहिए। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और राजीव गांधी जी द्वारा पंचायती राज कानून लागू किए जाने से एक बड़ा स्वप्न साकार हुआ था। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सभी पदों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करने की जरूरत है, ताकि प्रदेश में कांग्रेस द्बारा फिर एक बार जनादेश प्राप्त किया जाए।
महर्षि ने कहा कि पंचायत चुनाव वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास है, इसलिए इसे बहुत संजीदगी से लेने की जरूरत है। पंचायत चुनाव की पृष्ठभूमि ही अगले चुनाव में कांग्रेस को वापस सत्तारूढ़ करने का आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष करण महरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य स्वयं पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं को विचारधारा की दृष्टि से अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का यह बेहतर अवसर है, इसमें कोई कोरकसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए।