Thursday, May 15, 2025
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मुख्य सचिव ने हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान और शारदा कॉरिडोर के सम्बन्ध में बैठक ली

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान और शारदा कॉरिडोर के सम्बन्ध में बैठक ली। बैठक के दौरान उत्तराखंड निवेश एवं अवसंरचना विकास बोर्ड (यूआईआईडीबी) ने उक्त विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि हरिद्वार कॉरिडोर के अंतर्गत सभी प्रोजेक्ट्स की प्राथमिकता निर्धारित की जाए। उन्होंने कहा कि जिन प्रोजेक्ट्स को शीघ्र धरातल पर उतारने की आवश्यकता है, उनको प्राथमिकता पर लेते हुए कार्य प्रारम्भ किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि हरिद्वार एवं उसका धार्मिक महत्त्व भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में रह रहे लोगों की आस्था से जुड़ा है हरिद्वार कॉरिडोर के विकास कार्यों में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि आस्था से जुड़े क्षेत्रों एवं उनके मूल स्वरूप से किसी प्रकार की छेड़छाड़ ना हो। उन्होंने योजनाओं से जुड़े हितधारकों से लगातार संवाद किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कॉरिडोर के अंतर्गत सभी प्रोजेक्ट पर बजट, कार्यदायी संस्था, उसका रखरखाव सहित समग्र प्लान शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने यूआईआईडीबी को प्रत्येक प्रोजेक्ट की प्रकृति को देखते हुए, उनसे सम्बन्धित विभागों को योजना में शामिल किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने हरिद्वार कॉरिडोर के प्रोजेक्ट्स पर चर्चा के दौरान ब्रह्मकुंड और महिला घाट के क्षेत्र को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सती कुंड के पुनर्विकास कार्य में सती कुंड के ऐतिहासिक महत्त्व और उसकी थीम को बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि नदी दर्शन में अवरोध न उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों की डीपीआर तैयार हो गयी है, उन पर आगे की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जाए।
मुख्य सचिव ने शारदा नदी रिवरफ्रंट डेवलपमेंट के कार्यों की भी प्राथमिकता निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों की प्रकृति के अनुसार सम्बन्धित विभाग द्वारा ही कार्यों को संपन्न कराया जाए। उन्होंने वन भूमि में ईको टूरिज्म गतिविधियों को शामिल किए जाने की भी बात कही। उन्होंने यूआईआईडीबी को जिलाधिकारी चंपावत की प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट्स को भी शारदा कॉरिडोर में शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना में टूरिज्म सर्किट के विकास के साथ ही कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए हेलीपैड और हेलीपोर्ट के प्रावधान रखे जाएं।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश मास्टर प्लान पर चर्चा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऋषिकेश का मोबिलिटी प्लान और पुराना रेलवे स्टेशन के आसपास प्रस्तावित कार्यों को समग्र रूप से तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि चंद्रभागा नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए हाईड्रोलॉजी सर्वे कराया जाए।
मुख्य सचिव ने सभी प्रोजेक्ट्स की प्राथमिकता निर्धारित करते हुए नितांत आवश्यक कार्यों को तत्काल शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कॉरिडोर, शारदा रिवरफ्रंट डेवेलपमेंट और ऋषिकेश मास्टर प्लान कार्यों के महत्त्व को देखते हुए शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही शुरू की जाए।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने की जून में होने वाले कृषि मेले की तैयारियों की समीक्षा बैठक

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देहरादून(आरएनएस)।  कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को देहरादून स्थित कैंप कार्यालय में आगामी जून माह में कृषि मेले की तैयारियों को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने एवं सभी तैयारियों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
यह कृषि मेला देहरादून में किया जाना प्रस्तावित है। कृषि विभाग द्वारा आयोजित इस मेगा इवेंट में भारत के विभिन्न राज्यों से आए स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाए जाएंगे, जिन्हें आगंतुक देख और खरीद सकेंगे। कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं में मिलेट्स (मोटे अनाज) की उपयोगिता पर चर्चा, वैज्ञानिक सत्र, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों और स्टार्टअप्स द्वारा प्रस्तुतिकरण शामिल हैं। साथ ही कृषि विश्वविद्यालय, एफपीओ, स्वयं सहायता समूह, किसान संगठन, स्टार्टअप, कोऑपरेटिव सोसाइटीज आदि भी इस फेयर में भाग लेंगे। महोत्सव में केंद्र सरकार से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, सभी राज्यों के कृषि मंत्री और विदेशी मेहमानों की उपस्थिति भी प्रस्तावित है। कृषि मंत्री जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस महत्वपूर्ण आयोजन की सभी तैयारियां अभी से शुरू कर दी जाएं ताकि उत्तराखण्ड को वैश्विक कृषि मंच पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया जा सके।
बैठक में सचिव कृषि डा0 एसएन पांडे, कृषि निदेशक केसी पाठक, निदेशक बागवानी मिशन महेंद्र पाल, एमडी जैविक बोर्ड विनय कुमार, डा0 रतन कुमार, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

राज्य सरकार चिकित्सकों की समस्याओं को लेकर पूरी तरह संवेदनशील- डॉ आर राजेश कुमार

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देहरादून, प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. मनोज वर्मा के नेतृत्व में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार से मुलाक़ात कर चिकित्सा समुदाय से जुड़ी विभिन्न लंबित मांगों पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के विशेषज्ञ चिकित्सकों से संबंधित प्रमुख समस्याओं को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत किया।

वार्ता के दौरान संघ ने विशेष रूप से उन विशेषज्ञ चिकित्सकों के हित में बात रखी जो वर्ष 2016 और 2017 में पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) हेतु गए थे। इन्हें अनुमन्य किए गए असाधारण अवैतनिक अवकाश (EOL) को अवैतनिक अध्ययन अवकाश (Study Leave Without Pay) में परिवर्तित किए जाने की माँग प्रमुखता से उठाई गई। यह परिवर्तन न केवल सेवा पुस्तिका (Service Records) में स्पष्टता लाएगा, बल्कि चिकित्सकों की वरिष्ठता और भविष्य की प्रोन्नति पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने प्रतिनिधिमंडल की बात को गंभीरतापूर्वक सुना और कहा कि राज्य सरकार चिकित्सकों की समस्याओं को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है। पीजी में गए चिकित्सकों के अध्ययन अवकाश से जुड़ा यह विषय तकनीकी व प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और हम इसे यथोचित प्राथमिकता के साथ हल करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। संबंधित विभागों से समन्वय कर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की मंशा है कि चिकित्सकगण बिना अनावश्यक बाधाओं के अपने दायित्वों का निर्वहन करें और उनकी सेवा संबंधित सभी विषयों का निराकरण पारदर्शिता एवं नियमों के अनुरूप किया जाए।

स्वास्थ्य सचिव के इस आश्वासन से चिकित्सा समुदाय में संतोष और भरोसे का वातावरण बना है। इस महत्वपूर्ण बैठक में डॉ. परमार्थ जोशी, डॉ. निशांत अंजुम एवं डॉ. अभिषेक नौटियाल भी उपस्थित रहे। प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर चिकित्सा समुदाय में नवीन आशा, विश्वास एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में निकली “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा”

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बुधवार को शौर्य स्थल चीड़बाग से गांधी पार्क तक भव्य “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का आयोजन किया गया।
यह यात्रा हाल ही में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सफलतापूर्वक चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” की ऐतिहासिक विजय को समर्पित रही। हजारों की संख्या में आमजन, पूर्व सैनिक, युवा वर्ग एवं मातृशक्ति ने तिरंगे के साथ पद यात्रा में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शौर्य स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले वीर सैनिकों, वायुसेना, नौसेना और सभी सुरक्षा बलों को नमन करते हुए कहा कि भारत ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में पूरी तरह सक्षम है।
मुख्यमंत्री ने कहा ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने न केवल अपने वीर सपूतों की बहादुरी का प्रदर्शन किया, बल्कि आतंकवाद और उसके समर्थकों को यह स्पष्ट संदेश भी दिया कि नया भारत अब हर आतंकी कार्रवाई का जवाब उसी की भाषा में देगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज भारत किसी भी आतंकी चुनौती का मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है और अब देश की सीमाओं की रक्षा अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीक से की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड वीर भूमि है, जहाँ का लगभग हर परिवार देशसेवा से जुड़ा है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया कि वे सेना और सुरक्षा बलों के अनुशासन, शौर्य और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष्य में ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ को प्रत्येक वर्ष मनाए जाने का आह्वान किया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक खजान दास, उमेश शर्मा काऊ, बृज भूषण गैरोला, भरत चौधरी, मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल, पूर्व राजसभा सांसद तरुण विजय, भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, दर्जाधारी रजनी रावत, डॉ. देवेंद्र भसीन, श्याम अग्रवाल मौजूद रहे।
इसके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता एन के गुसाईं, बीर सिंह रावत, अजबपुुर मंडल (रायपुर विधानसभा) पदाधिकारीगण आर पी नौटियाल, सुनील जुयाल, युवा नेता जखमोला, नैथानी, कोठारी, बिष्ट, बलोदी, राणा सहित अनेक सहयोगियों के साथ तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा में चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल से गांधी पार्क तक शामिल रहे।

CBSE Result 2025 : 10वीं में 93.66% और 12वीं में 88.39% छात्र हुए पास

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नई दिल्ली, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने मंगलवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस साल कक्षा 12वीं का कुल पास प्रतिशत 88.39% और कक्षा 10वीं का 93.66% रहा है। छात्र-छात्राएं अपने परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट्स cbse.gov.in, cbseresults.nic.in, results.cbse.nic.in और results.gov.in पर जाकर देख सकते हैं।
CBSE की ओर से देशभर के 17 रीजन में सबसे बेहतर प्रदर्शन विजयवाड़ा का रहा है, जहां पास प्रतिशत 99.60% दर्ज किया गया। त्रिवेंद्रम 99.32% के साथ दूसरे स्थान पर रहा। वहीं प्रयागराज 79.53% के साथ अंतिम स्थान (17वां) पर रहा। दिल्ली वेस्ट का रिजल्ट 95.37%, दिल्ली ईस्ट का 95.06%, चंडीगढ़ का 91.61%, पंचकूला का 91.17% और देहरादून का 83.45% रहा।
जवाहर नवोदय विद्यालयों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए 99.29% पास प्रतिशत हासिल किया। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों का पास प्रतिशत 91.57% रहा, जबकि निजी स्कूलों का प्रदर्शन सबसे कम रहा — 87.94%।
गाजियाबाद में जयपुरिया स्कूल की निशिका भंडारी और सेंट टेरेसा स्कूल की रूपसा ने 99.4% अंक हासिल किए। वहीं नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की सिया मखीजा ने 99.02% अंक प्राप्त किए। गौतमबुद्ध नगर जिले में इस बार 81.29% छात्र पास हुए, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 5% कम है।
CBSE 12वीं में लड़कियों का पास प्रतिशत 91% रहा, जो लड़कों की तुलना में 5.94% अधिक है। वहीं 10वीं में भी लड़कियों ने बाजी मारी — 95% लड़कियां पास हुईं जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 92.63% रहा। वहीं 10वीं कक्षा में कुल 93.66% छात्र सफल हुए हैं। नोएडा रीजन से इस बार 1,70,111 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 1,50,795 पास हुए। जिले का कुल पास प्रतिशत 89.41% रहा।

परिणाम ऐसे करें चेक : बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं- cbseresults.nic.in

“CBSE Board Result 2025” लिंक पर क्लिक करें।

रोल नंबर, एडमिट कार्ड आईडी, स्कूल कोड और जन्मतिथि दर्ज करें। स्क्रीन पर परिणाम दिखाई देगा, जिसे डाउनलोड कर सकते हैं।

इस साल कक्षा 12वीं की परीक्षा में 17,04,367 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 16,92,794 उपस्थित हुए और 14,96,307 पास हुए। CBSE के परिणामों में इस साल हल्की सी बढ़त देखने को मिली है। 12वीं में कुल पास प्रतिशत में 0.41% की वृद्धि हुई है, जबकि 10वीं का परिणाम पिछले साल से बेहतर रहा है। लड़कियों का प्रदर्शन दोनों कक्षाओं में लड़कों से बेहतर रहा है। बोर्ड द्वारा जारी न किए जाने वाले टॉपर्स की सूची के बावजूद छात्रों की उत्कृष्ट उपलब्धियों ने समाज में शिक्षा के प्रति भरोसे को और मजबूत किया है।

प्रदेश में सांस्कृतिक दलों के पंजीकरण प्रक्रिया की हुई शुरुआत

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 – पंजीकरण प्रक्रिया के पहले दिन कालसी ब्लाक के 24 सांस्कृतिक दल रहे शामिल
देहरादून(आरएनएस)।   सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा राज्य सरकार की जन कल्याण कारी नीतियों एवं योजनाओं का विभागीय गीत नाट्य योजना के तहत पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाता है। इसके तहत गढ़वाल मंडल के अंतर्गत आने वाले जनपदों का ऑडिशन सूचना भवन देहरादून में 13 मई से 20 मई, 2025 तक तथा कुमांऊ मंडल के अंतर्गत आने वाले जनपदों का ऑडिशन 26 मई से 30 मई, 2025 तक एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी में होंगे। पंजीकरण प्रक्रिया की शुरूआत मंगलवार को कालसी ब्लाक के सांस्कृतिक दलों से हुई जिससे 24 दलों ने प्रतिभाग किया
इस अवसर पर सूचना महानिदेशक वंशीधर तिवारी ने कहा कि सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग पर्वतीय राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप अपनी गीत एवं नाटय योजना को सुदृढ़ कर सरकार की नीतियों, निर्णयों एवं उपलब्धियों के प्रति जनजागरण का महत्वपूर्ण कार्य सशक्त एवं प्रभावी ढंग से सम्पादित कर रहा है। इस योजना से एक ओर राज्य की अपनी लोक संस्कृति को सहेजने और संजोने का गुरूत्तर कार्य हो रहा है। वहीं स्थानीय प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिल रहा है।
उन्होने कहा कि राज्य स्तर पर पंजीकृत लोक गीत, लोक नृत्य, कठपुतली, कब्बाली, भजन, नाटक, नुक्कड़ नाटय दलों के पंजीकरण से शासन की नीतियों निणर्याे और उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार का कार्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से किये जाने के साथ ही युवाओं को भी इससे अपनी लोक संस्कृति से जुडने का अवसर मिलता है।
सांस्कृतिक दलों की चयन प्रक्रिया में पदमश्री प्रीतम भरतवाण प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी संयुक्त निदेशक सूचना के.एस.चौहान गीत नाट्य प्रभाग भारत सरकार के सहायक निदेशक सन्तोष आशीष संस्कृति विभाग के नरेन्द्र शर्मा शामिल है।

सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं भव्य कुंभ मेला आयोजन की रहेगी प्राथमिकता : सोनिका

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हरिद्वार, शासन के निर्देशों के क्रम में आईएएस सोनिका ने आज मेला अधिकारी कुंभ हरिद्वार का पदभार ग्रहण कर लिया है। मेला नियंत्रण भवन (सीसीआर) में प्रेस से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ का आयोजन सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित ढंग से भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं तैयारियां की जा रही हैं। जिसके लिए केन्द्र सरकार के दिशा निर्देशन में शासन स्तर एवं जिला स्तर पर कई महत्वपूर्ण बैठके आयोजित की जा चुकी हैं। उन्होंनेे कहा कि कुंभ को सुव्यवस्थित एवं भव्यता के साथ आयोजन करने के लिए सभी आवश्यक तैयारिया की जा रही है जिसमें मुख्यतः सुरक्षा के दृष्टिगत, पार्किंग, यातायात एवं साफ सफाई के लिए रोड मैप तैयार किया जा रहा है जिसके लिए सभी के सुझाव भी लिए जाएगें, ताकि व्यवस्था सुव्यवस्थित तरीके से की जा सके। उन्होंने कहा का कुम्भ मेले के सफल आयोजन हेतु सभी से समन्वय करते हुए कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुरूप ही निर्माण कार्य कराएं जाएंगे।

ईपीएस पेंशन धारकों को जल्द मिले न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये का लाभ

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देहरादून(आरएनएस)। ईपीएस 95 पेंशनर्स को न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये का लाभ देने की मांग तेज हो गई है। ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये के साथ ही महंगाई भत्ता का लाभ देने की मांग को दबाव बनाया। समिति पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि जल्द मांग पूरी न होने पर राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन खड़ा किया जाएगा। राष्ट्रीय संघर्ष समिति के महासचिव बीएस रावत ने कहा कि इस बार देश भर के कर्मचारी एकजुट हैं। रिटायरमेंट के बाद मात्र 1100 रुपये पेंशन मिलने से पेंशनर्स आहत हैं। नाममात्र की पेंशन देने से शर्मनाक स्थिति बनी हुई है। इस पेंशन से दवाई तक का इंतजाम नहीं हो रहा है। जिस समय रिटायरमेंट के बाद आदमी को सबसे अधिक वित्तीय सुरक्षा की जरूरत होती है, उस समय ही उन्हें बदहाल स्थिति में छोड़ दिया जा रहा है। कहा कि सरकार इस नाममात्र की पेंशन से पेंशनर्स को निजात दिलाए। कहा कि सरकार जल्द पेंशनर्स की पूर्व में दी गई सेवाओं का सम्मान करते हुए न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये का लाभ दे। न्यूनतम पेंशन के साथ ही पेंशनर्स को नियमित रूप से महंगाई भत्ते का भी लाभ सुनिश्चित कराया जाए। इस सामाजिक सुरक्षा के लिए सरकार के पास किसी भी तरह के बजट की कोई कमी नहीं है। सरकार के पास ईपीएफ की आठ लाख करोड़ की पूंजी है। इसमें हर महीने 80 हजार करोड़ का ब्याज जमा हो रहा है। यदि 7500 रुपये न्यूनतम वेतन और महंगाई भत्ते का लाभ दिया जाता है, तो सिर्फ 43 हजार करोड़ का खर्चा होगा। इसका सीधा असर 70 लाख पेंशनर्स के साथ ही सात करोड़ ईपीएस सदस्यों पर पड़ेगा। कहा कि जब तक ये लाभ पेंशनर्स को नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।

थलीसैण उप जिला चिकित्सालय के निर्माण को 214 करोड़ स्वीकृत

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 – 50 शैय्यायुक्त अस्पताल में मिलेगी आधुनिक चिकित्सा  सुविधाएं
 – स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत बोले लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे शहरों के चक्कर
देहरादून(आरएनएस)।  राज्य सरकार ने उप जिला चिकित्सालय थलीसैण में ढांचागत सुविधाओं के विकास एवं आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिये 214 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इससे दूरस्थ क्षेत्र की लगभग एक लाख की आबादी को उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा, साथ ही लोगों को हर बीमारी के उपचार के लिये हायर सेंटर का रूख नहीं करना पडेगा।
पौड़ी जनपद के दूरस्थ क्षेत्र के थलीसैण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को उप जिला चिकित्सालय का दर्जा देने के बाद अब राज्य सरकार ने इसके लिये 214.7 करोड़ की धनराशि मंजूर की है। जिससे 50 शैय्यायुक्त इस स्वास्थ्य केन्द्र को उप जिला अस्पताल के मानकों के अनुसार संसाधन सम्पन्न किया जायेगा। स्वीकृत धनराशि से अस्पताल में ढांचागत सुविधाओं का विकास किया जायेगा, साथ ही नये व आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की भी खरीद की जायेगी। इसके अलावा बजट में चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के लिये अस्पताल परिसर में आवासीय सुविधा की भी व्यवस्था की गई है। जिससे आपातकालीन स्थिति में मरीजों को तत्काल उपचार मिल सकेगा साथ ही वार्ड में भर्ती मरीजों के रूटीन स्वास्थ्य परीक्षण में आसानी होगी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक उप जिला अस्पताल बनने से स्वास्थ्य केन्द्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन, सर्जन, महिला  चिकित्साधिकारी, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, पैथोलॉजिस्ट आदि शामिल है। जिससे थलीसैंण, वीरोंखाल, पोखड़ा व पाबौं के आंशिक क्षेत्र की तकरीबन एक लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।

” थलीसैण उप जिला चिकित्सालय के लिये सरकार ने 214.7 करोड़ की धनराशि मंजूर कर दी है। जिससे अस्पताल में अवस्थापना कार्यों के साथ ही चिकित्सा सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जायेगा। जिसका लाभ थलीसैण सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की एक लाख से अधिक आबादी को मिलेगा।- डॉ. धन सिंह रावत, चिकित्सा स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड।”

उच्चीकृत स्वास्थ्य केन्द्रों में मिलेगी बेहतर सुविधाएं
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एंव विस्तारीकरण को लेकर लगातार प्रयासरत है। इसी के तहत सरकार ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा इकाईयों का अपग्रेडेशन कर उन्हें सुविधा सम्पन्न बना रही है ताकि स्थानीय स्तर पर आम लोगों को बेहतर उपचार सुलभ हो सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेशभर में 21 उप जिला चिकित्सालय स्थापित हैं। इसके अलावा 6 चिकित्सा इकाईयों को उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकृत किया गया है। जिसमें गैरसैण, खानपुर, पुरोला, थलीसैण, डोईवाला और भटवाड़ी शामिल है। इसके साथ ही सीएचसी भगवानपुर, चिन्यालीसौड़, हिण्डोलाखाल और पीएचसी-ए गुप्तकाशी का भी उच्चीकरण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों के उच्चीकरण से आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल का 10वीं और 12वीं का सीबीएसई रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा

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सेलाकुई। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित वर्ष 2024-25 की बोर्ड परीक्षा में विद्यालय के कक्षा बारहवीं और दसवीं के छात्रों ने लगातार शानदार अंकों के साथ व्यक्तिगत एवं संस्थागत रूप से अप्रतिम प्रदर्शन करके सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल ने स्वयं को देश के शीर्ष (सीबीएसई) सह-शैक्षिक आवासीय स्कूलों में श्रेष्ठता के शिखर पर स्थापित किया है।

कक्षा 12 ह्यूमैनिटीज वर्ग में छात्र सोमेश अगरवाल 98% के साथ टॉपर रहे, साथ ही नूर आलम 97.2%, रीत झोरार 96.5%, संजना 94.7% और अदिना और टी.हूकिप ने 94.2% अंक अर्जित किएI

साइंस वर्ग में कृष्णव अगरवाल 97.2% के साथ टॉपर रहेI साथ ही राजवीर राय 94.2%, कृष्णा अगरवाल, अतेनसेंगर और नवराज ने 90 % अर्जित कर विद्यालय का गौरव बढ़ायाI

कॉमर्स वर्ग में हरिओम अग्रवाल 95.5% के साथ टॉपर रहेंI साथ ही नीव राठी 93.5%, वैभव राणा 93.5%, वेदान्त सवालिया 93.2%, कृत अगरवाल 92.7% और लक्ष्य कुमार ने भी 92.7% अंक प्राप्त किए हैं।

सीबीएसई 10वीं के परिणामों में दक्ष जैन 95.6% अंकों के साथ विद्यालय टॉपर रहेI साथ ही अन्विता गर्ग 94.6%, दिव्यांशी मित्तल 92.6%, अदिति 92.4%, स्वरित कुमारी 92% अंकों के साथ अत्यंत सराहनीय प्रदर्शन किया है।

सेलाकुई इंटरनेशनल विद्यालय के हेडमास्टर डॉ. दिलीप कुमार पांडा ने बताया कि विद्यालय के परीक्षा परिणामों का मुख्य आकर्षण सदैव से कक्षा दसवीं और बारहवीं के परिणामों का उत्कृष्ट एवं उल्लेखनीय प्रयास रहा है। पूरे बैच का प्रदर्शन वास्तव में पूरे स्कूल के सतत एवं समेकित प्रयास की अभिव्यक्ति है। छात्रों का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी निजी रूप से विद्यालय की गौरवशाली परंपरागत उपलब्धि है। सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल सिद्धांततः विद्यालय की उपलब्धि एवं छात्रों का निजी शैक्षिक प्रदर्शन केवल टॉपर्स तक ही सीमित न होकर पूरे बैच की सामूहिक एवं विद्यालय की संकुल शैक्षिक उपलब्धि के रूप में देखता है।