Sunday, June 8, 2025
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जनमानस की शिकायत पर नहीं रुक रहा डीएम का निरीक्षण अभियान

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-लचर कार्यप्रणाली और सुस्त कर्मचारियों पर डीएम का हमला बोल
-डीएम की एक टूक, लापरवाह नौकरशाही नहीं होगी बर्दाश्त मूसलाधार बारिश भी नहीं तोड़ सकी डीएम के सिस्टम को दुरुस्त करने का जज़्बा
-10 बजने से चंद मिनट पहले पहुँचे तहसील कार्यालय साढ़े दस बजे तक भी ना पहुँचने वालों पर गिरी गाज, कुछ का तबादला, कुछ का वेतन कटा
-कोर्ट मामलों को छोड़ते हुए 10 लाख से ऊपर की वसूली की पेंडेंसी ख़त्म करने को अधिकारियों को एक माह समय दिया, उसके बाद होगी कार्रवाही
-एमडीडीए के एसई को लताड़ लगाते हुए एमडीडीए बिल्डिंग की ख़राब लिफ्ट को एक माह में दुरुस्त करने के दिए निर्देश
-पुरानी तहसील की भूमि का भी किया निरीक्षण एसपी ट्रैफिक और प्रशासन की संयुक्त टीम के साथ निरीक्षण कर मैकेनिकल ऑटोमेटेड पार्किंग बनाये जाने का लिया गया निर्णय
-अधिकारियों कर्मचारियों को कार्यप्रणाली सुधारने की नसीहत देते हुए आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारित करने की दी हिदायत

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बसंल ने तहसील सदर का किया औचक निरीक्षण। जिलाधिकारी आज सुबह वर्षा के बीच प्रातः 9ः50 बजे तहसील सदर पंहुचे। जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करते हुए देरी से आने वाले कार्मिकों जारी की चेतावनी, 10ः30 बजे बाद आने वाले कार्मिकों का 01 दिन के वेतन रोकने के दिए निर्देश। सुस्त कार्य प्रणाली पर डब्लू.बी.एन, ए.डब्लू.बी.एन के तबादले को किया आदेशित।
जिलाधिकारी ने कार्यालयों में जनमानस हेतु आदर्श माहौल स्थापित करने तथा जनमासन के साथ व्यवहार में सौम्यता रखने तथा आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील परिसर में सीढीयों पर गंदगी पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सफाई व्यवस्था हेतु लगाए गए ठकेदार पर अर्थदण्ड की कार्यवाही के निर्देश दिए,जिलाधिकारी के निर्देशो के अनुपालन में नगर निगम द्वारा सम्बन्धित ठकेदार पर 01 लाख का अर्थदण्ड लगया। साथ ही तहसील परिसर में लिफ्ट खराब होने पर नाराजगी जाहिर की। मौके पर मौजूद एमडीडीए के अधिकारियों ने बताया कि लिफ्ट पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने 01 माह के भीतर लिफ्ट ठीक कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान तहसील में वसूली की प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए वसूली बढाने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि 10 लाख से अधिक के बकायेदारों से 01 माह के भीतर वसूली की जाए।, इस कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबन की कार्यवाही की चेतावनी दी। उन्होंने लम्बित वाद की स्थिति जानी, म्यूटेशन आदेश के उपरान्त पोर्टल पर अद्यतन किये गए अभिलेखों का विवरण जाना। निर्देशित किया कि म्यूटेशन के आदेश उपरान्त तत्काल पोर्टल पर अद्यतन कर लिए जाएं।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए के अधिकारियों केसाथ पुरानी तहसील का निरीक्षण कर इस स्थान पर मल्टीलेवल ओटोमैटिक/ मैकेनाईज पार्किंग बनाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। पुराने तहसील परिसर में पार्किंग बनने से जहां बाजार की सड़के जाममुक्त रहेंगी, वहीं यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।

 

 

संविधान मात्र दस्तावेज़ नहीं, अपितु जीवन जीने का एक माध्यम भी है

देहरादून, भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर आधारित फिल्म की श्रंखला के छठवें एपिसोड का प्रदर्शन दून पुस्तकालय के सभागार में किया गया। सुपरिचित फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल द्वारा इस लोकप्रिय धारावाहिक का निर्देशन किया गया है। इस अवसर पर पत्रकार भूपेन्द्र कण्डारी ने कहा कि समाज की संरचना में जो महत्व दैवीय उत्पत्ति के सिद्धांत का है, वही महत्व विकसित समाज की स्थापना में संविधान का है। संविधान केवल दस्तावेज़ नहीं है बल्कि जीवन जीने का एक माध्यम है। वर्तमान परिपेक्ष में संविधान की मूल भावना और उसके उद्देश्य को आम लोगों तक ले जाया जाना नितांत आवश्यक है। इस मौके पर जन संवाद समिति के प्रमुख सतीश धौलाखंडी नेे कार्यक्रम के उद्देश्यों पर जानकारी दी और कहा कि संविधान पर आधारित यह एपिसोड सामान्य जनों के लिए ज्ञानवर्धक साबित हो रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में सफ़दर हाशमी द्वारा लिखित ‘औरत’ नाटक का मंचन किया गया। कलाकारों द्धारा इस नाटक के माध्यम से इस बात को मुखरता के साथ दर्शाने का प्रयास किया गया कि महिलायें आज हर क्षेत्र में आगे हैं पर फिर भी पुरुष प्रधान समाज उनकी प्रगति में अवरोध पैदा करता है। उनकी मानसिक, शारीरिक, नैतिक और बौद्धिक क्षमता समृद्ध होने के बाद भी भी उनकी स्थिति शोचनीय बनी हुई है। नारी चाहे वह बच्ची हो, लड़की हो, पत्नी हो, मां हो, उसे क़दम-क़दम पर शोषण और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। उसे भाई की तुलना में अधिक काम करना पड़ता है। उसकी पढने-लिखने और आगे बढ़ने की आकांक्षाओं को सीमित किया जाता है। कारखानों में उसे कम वेतन और छंटनी का शिकार होना पड़ता है। ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है। सड़कों पर अपमानित होना पड़ता है। समाज में यह अमूमन यह ही माना जाता है कि उसका सौंदर्य और यौवन उपभोग के लिये ही है।

नाटक में हिमांशु बिम्सवाल, मेघा,पंकज डंगवाल, गायत्री टम्टा,सुधीर,शेखर,प्रियांशी,संजना,उपासना,अमित,विनीता ऋतुंजय,सैयद इक्देदार अली, सतीश धौलाखंडी ,धीरज रावत ने उत्कृष्ट अभिनय किया ।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का संचालन इप्टा के उत्तराखण्ड अध्यक्ष डॉ. वी. के. डोभाल ने किया।
इस अवसर पर सुंदर बिष्ट, मनोज कुमार,शोभा शर्मा, अवतार सिंह, साहब नक़वी,हर्षमनी भट्ट, राकेश कुमार, कुलभूषण नैथानी, सुधांशु ,देवेंद्र कुमार, डॉ.अतुल शर्मा, कांता डंगवाल,सहित शहर के अनेक रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, सहित दून पुस्तकालय के कुछ युवा पाठक उपस्थित रहे।

जम्मू कश्मीर और हरियाणा में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी बतौर स्टार प्रचारक कर रहे प्रचार

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जम्मू कश्मीर , जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के तीसरे चरण में भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एक बार फिर धुआंधार प्रचार करते हुए दिखेंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तीसरे चरण के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी व केंद्रीय मंत्रियों के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री धामी का भाजपा आलाकमान निरंतर चुनावों में प्रचार के दौरान इस्तेमाल कर रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान धामी ने देशभर में 60 से अधिक जनसभाओं को संबोधित किया था। जम्मू कश्मीर विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में भी उनका आलाकमान ने भरपूर उपयोग किया। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी उन्हें स्टार प्रचारकों में शामिल किया गया है। अब, जम्मू कश्मीर विधानसभा के तीसरे चरण के चुनावों के लिए जारी सूची में भी धामी को स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किया गया है।

दरसअल, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में लागू किए गए तमाम फैसलों को लेकर देश में चर्चित रहे हैं। समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी सख्त कानून, धर्मांतरण कानून और लैंड जिहाद के जरिए मुख्यमंत्री धामी अपनी अलग छवि बनाने में कामयाब रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी की पहचान पिछले तीन वर्षों में सख्त कानून बनाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में उभरी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को किया संबोधित

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केदारनाथ क्षेत्र, उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम।

केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में जारी किए 30 करोड़ रूपए।

देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिणिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।

महाविद्यालय में स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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 टिहरी गढ़वाल , स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राजकीय महाविद्यालय खाडी में किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्रों को तनाव से निपटने के तरीके के बारे में जागरूक करना और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए तथा स्ट्रेस मैनेजमेंट की तकनीकी और समय प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गई ।उन्होंने बताया कि इन तकनीकियों को दैनिक जीवन में शामिल करके तनाव को काफी हद तक काम किया जा सकता है। तनाव आज के समय में एक आम समस्या बन चुका है और इसका प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है विषय विशेषज्ञ डॉक्टर तनुजा पोखरियाल ने बताया कि हमें अपने तनाव व समस्या के बारे में अपने परिजनों से खुलकर चर्चा करनी चाहिए जिससे समाधान की ओर बढ़ा जा सके उनके द्वारा बताया गया कि किस प्रकार नकारात्मक विचार दबाव और जीवन की अनिश्चितताएं तनाव को जन्म देती हैं उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आत्म जागरूकता और सकारात्मक सोच तनाव को प्रबंध करते हैं। कार्यशाला की संयोजक डॉक्टर सीमा पांडे द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि योग और ध्यान न केवल शरीर को लचीला और स्वस्थ बनाते हैं बल्कि मन को शांत और स्थिर भी रखता है तनाव से बचने के लिए यह सबसे सरल और प्रभावित तरीका है ,उन्होंने छात्राओं को यह भी कहा कि जितना ज्यादा हम संचार के माध्यम का प्रयोग करेगे उतना ही हम परिवार और समाज से दूर होते जायेगे ।इसी क्रम में कार्यशाला की आयोजक डॉक्टर संगीता बिजलवान जोशी द्वारा छात्राओं को तनाव से निपटने के लिए समूह गतिविधियों के माध्यम से समस्या समाधान और तनाव निवारण की तकनीकियों को सिखाया उनके द्वारा बताया गया कि किस तरह हम तनाव के शारीरिक मानसिक लक्षणों की पहचान करते हैं तथा उनसे निपटने के लिए रणनीतियां को विकसित करते हैं उनके द्वारा छात्रों को स्वस्थ भोजन ,व्यायाम तथा पसंद के कार्य करने के लिए प्रेरित किया समापन सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ए 0के 0सिंह ने कार्यशाला के सफल होने तथा इस कार्यशाला द्वारा तनाव प्रबंधन के महत्व को उजागर किया और सभी को अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा दी साथ यह कहा कि समय-समय पर इस तरह के कार्यशालाएं का आयोजित होते रहनी चाहिए जिससे छात्रा छात्राओ को तनाव से निपटने के लिए सशक्त बनाया जा सके और जीवन को एक नई दृष्टि से देखने के लिए प्रेरित किया जा सके ।कार्यशाला में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ0 निरंजना ,डॉ शन्नवर, डॉ0 मीना डॉ0 ईरा सिंह डॉ0अनुराधा कार्यालय अधीक्षक आर 0एस 0बिष्ट दीपक ,मनीषा ,आशीष ,तथा कार्यशाला के वॉलिंटियर्स काजल, सुभाष ,अमन, रितिका राखी, निकिता ,कल्पना, मीनाक्षी प्रीति ,प्रियंका,कोमल, सहित महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. यह पहल मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है जिससे सभी प्रतिभागियों ने बेहद सराहा और इसमें भाग लेने के लिए आभार व्यक्त किया।

उपायुक्त सुकृति रैवानी सहित केंद्रीय विद्यालय संगठन के तीन लोगों को मिला सम्मान

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देहरादून, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन में भारत विकास परिषद द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये हिंदी दिवस के अवसर पर 15 लोगों को सम्मानित किया गया जिसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग की उपायुक्त डॉ सुकृति रैवानी सहित सहायक आयुक्त स्वाति अग्रवाल एवं केंद्रीय विद्यालय सर्वेक्षण विभाग के प्राचार्य विजय नैथानी को सम्मानित किया गया !
जोहड़ी गावँ स्थित एक विद्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अथिति राजपुर विधायक खजांनदास ने कहा कि शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र की इन हस्तियों को सम्मानित करते हुए उन्हें स्वयं गर्व का अनुभव हो रहा है !
उन्होंने कहा शिक्षा ही एक ऐसा माध्य्म है जो मनुष्य को जीवन के उच्च शिखर तक ले जाकर देश की मजबूत आधारशिला रख सकता है !
समान्नित व्यक्तियों में केंद्रीय विद्यालय संगठन की उपायुक्त डॉ सुकृति रैवानी को देश के 25 संभागों में शिक्षा , खेल , सांस्कृतिक एवं अन्य रचनात्मक कार्यो में देहरादून संभाग का नाम रोशन करने के लिये समानित किया गया।

दशज्यूला महोत्सव- खराब मौसम के चलते नहीं पहुँच पाये मुख्यमंत्री, वर्चुअली किया जनता को संबोधित

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“तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से जनता को सम्बोधित किया व छैत्र के विकास के लिये प्रतिबद्धता दिखाई। मेले में पहुँचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एँव राज्य सभा सदस्य महेन्द्र भट्ट ने सरकार की ओर से मेले के लिये पाँच लाख देने व छैत्र की बहुप्रतिक्षित माँग गढी धार मोटर मार्ग को कोटखाल जागतोली मोटर मार्ग मिसिझग लिंक को जोडने की घोषणा की”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रूद्रप्रयाग- नन्दाष्टमी को जागतोली में आयोजित तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। समापन समारोह के समापन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पहुँचना था लेकिन विगत दो दिनों से हो रही भारी वारिस के कारण मुख्यमंत्री नहीं पहुँच पाये। उन्होने वर्चुअल माध्यम से मेले में उपस्थित जनमानस को सम्बोधित किया व छैत्र का हर संभव विकास करने का वादा किया। समापन अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद महेन्द्र भट्ट ने जनता को सम्बोधित किया व सरकार की ओर से मेले व छैत्र के विकास की घोसणा की।
आज दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर सूबे के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास देहरादून से वर्चुअल रूप जागतोली में उपस्थित दशज्यूला छैत्र की जनता को सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और साहित्यिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। उन्होने कहा कि पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है।
केदारनाथ छैत्र की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।
उन्होने कहा कि सरकार द्वारा केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।
दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर लोक गायक गजेन्द्र राणा, पूनम सती व सौरभ मैठाणी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भारी वारिस के बाबजूद दर्शको ने देर सांय तक भरपूर लुफ्त उठाया।
तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर शिरकत करते हुए राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट् ने कहा कि जागतोली में दशज्यूला महोत्सव के आयोजन के लिए पांच लाख रुपये देने, महोत्सव को राजकीय मेला घोषित करने तथा दशज्यूला क्षेत्र में फैली हर समस्या के निराकरण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है एवं जल्द क्षेत्र को मुख्यमंत्री कई सौगात देने जा रहे हैं। छैत्र को गढीधार उडामांडा मोटर मार्ग से कोटखाल जागतोली मार्ग से जोडने की बहुप्रतिक्षित 1700 मीटर मिसिंग लिंक के 14 सितम्बर को टेंडर निकाले जाने की उन्होने मंच से घोषणा की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, राज्य मंत्री चण्डी प्रसाद भटट्, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष महाबीर पंवार, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, जिला पंचायत सदस्य सविता भण्डारी ने भी अपने विचार रखे। मेला समिति के महासचिव कालिका काण्डपाल ने दशज्यूला की धार्मिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों को रूबरू करवाया जबकि महोत्सव अध्यक्ष जयवर्धन काण्डपाल ने आगन्तुकों व आम जनमानस का स्वागत करते हुये आभार व्यक्त किया।
महोत्सव के समापन अवसर पर लोक गायक सौरभ मैठाणी ने तू रैली मां तू रैदी दुर्गा की स्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा गजेन्द्र राणा व पूनम सती द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर आनन्द उठाया। बीरेन्द्र बर्त्वाल, आशुतोष पुरोहित, राजेन्द्र काण्डपाल ने महोत्सव का संचालन सयुंक्त रूप से किया। इससे पहले जागतोली दशज्यूला महोत्सव के समापन अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर अमर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए।
इस मौके पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ,मेला समिति के संरक्षक लखपत सिंह भण्डारी, संयोजक निधे किशोर काण्डपाल, मेला समिति उपाध्यक्ष सुमन पंवार, भूवेन्द्र नेगी, दलेब सिंह राणा, भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, भाजपा जिला प्रभारी ऋर्षि कन्डवाल, अजय सेमवाल, सुमन जमलोकी, गम्भीर बिष्ट,भाजपा चोपता मण्डल अध्यक्ष त्रिलोचन भटट्, महामंत्री अर्जुन नेगी, मुख्यमंत्री समन्वय अधिकारी दलवीर सिंह दानू, हीरा सिंह नेगी, विजयपाल सिंह कठैत, पार्वती गुसाईं, शान्ति चमोला,आचार्य विपिन चन्द्र काण्डपाल, पूर्ण सिंह नेगी, सहित महोत्सव पदाधिकारी, सदस्य, छैत्रीय जनप्रतिनिधि सहित छैत्र के विभिन्न गाँवो के ग्रामीण मौजूद रहे।

मिस उत्तराखंड 2025 के ऑडिशन 15 सितंबर को होंगे आयोजित

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,देहरादून: हिमालयन बज़ ने आज घोषणा करते हुए बताया की मिस उत्तराखंड 2025 के ऑडिशन रविवार, 15 सितंबर को माया देवी यूनिवर्सिटी परिसर में सुबह 11 बजे से शुरू होंगे। यह घोषणा आज दून लाइब्रेरी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई, जहाँ आयोजक गौरवेश्वर सिंह ने कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

अपने 9वें संस्करण में, मिस उत्तराखंड राज्य की सबसे प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिताओं में से एक बन गई है, जो युवा महिलाओं को अपनी प्रतिभा, सुंदरता और बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करती है।

इस वर्ष के ऑडिशन में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से 100 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है। ऑडिशन में प्रतिभागियों का मूल्यांकन उनके रैंप वॉक, भाषण देने, शैक्षणिक पृष्ठभूमि और समग्र व्यक्तित्व के आधार पर किया जाएगा।

इस आयोजन के बारे में आगे बात करते हुए गौरवेश्वर सिंह ने कहा, “मिस उत्तराखंड हमेशा से एक सौंदर्य प्रतियोगिता से कहीं बढ़कर रहा है। यह सशक्तिकरण, आत्मविश्वास और समुदाय का उत्सव है। हर साल, हम प्रतिभाओं का एक अविश्वसनीय समूह देखते हैं, और 2025 का संस्करण और भी रोमांचक होने वाला है। हम यह देखने के लिए उत्साहित हैं कि इस बार हमारे प्रतिभागी क्या कुछ नया लेकर आते हैं।”

प्रतियोगिता के लिए पात्रता मानदंड निष्पक्षता और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित किए गए हैं। प्रतिभागियों की आयु 17 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए, उनकी न्यूनतम ऊंचाई 5’2″ और अधिक होनी चाहिए और वे अविवाहित होने चाहिए। माया देवी यूनिवर्सिटी के प्रो वाईस चांसलर मनीष पांडेय ने कहा कि इन मानदंडों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रतियोगिता में शारीरिक सुंदरता और व्यक्तित्व दोनों को दर्शाया जाए। ऑडिशन का निर्णय फ्रंटरो कुट्ट्यूर की सीमा कश्यप व लावण्या आहूजा, मॉडल व कोरियोग्राफर सात्विका गोयल, और मॉडल व मिस्टर उत्तराखंड 2019 के फाइनलिस्ट रजत बिष्ट करेंगे।

मिस उत्तराखंड 2025 का फिनाले फरवरी 2025 में आयोजित होगा। कार्यक्रम को माया देवी यूनिवर्सिटी, फ्रंटरो कुट्ट्यूर और धर्मा क्रिएशन्स द्वारा समर्थित किया गया है।

मसूरी रोड पर बड़ा सड़क हादसा : पर्यटकों का वाहन खाई में गिरा, 02 की मौत, 04 घायल

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मसूरी,(दीपक सक्सेना) आज सुबह करीब 5:00 a.m पर एक टाटा टियागो कार UP-46M/6977 ऋषि आश्रम के पास शिवालिक मैगी प्वाइंट मोड पर गहरी खाई में गिर गई । जिसकी सूचना मिलने पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची फायर सर्विस, एसडीआरएफ को भी सूचना दे दी गई थी । और कार में फंसे सभी 06 सवारियों को खाई से बाहर निकाला गया । कार सवार नोएडा से मसूरी घूमने जा रहे थे । इनमें से 02 की मृत्यु हो चुकी है जबकि 04 घायल है सभी को दून अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस भेज दिया गया है । विधिक कार्रवाई जारी है ।
इस रेस्क्यू अभियान में पुलिस ,फायर सर्विस व एसडीआरएफ की टीम लगी रही । मृतको व घायलों के नाम निम्नलिखित है —
1- अनिल कुमार पुत्र बालेराम निवासी सेक्टर 134 , नोएडा, जिला गौतम बुध नगर उत्तर प्रदेश उम्र करीब- 32 वर्ष (driver मृतक)
2 – गुल्लू पुत्र बालेराम निवासी उपरोक्त उम्र 29 वर्ष
3 – अजय पुत्र छत्रपाल निवासी चोला चौकी बुलंदशहर उत्तर प्रदेश उम्र -31 वर्ष (मृतक)
4 – राजू पुत्र रविंद्र निवासी नगली बजितपुर , सेक्टर 135 नोएडा उत्तर प्रदेश , उम्र करीब -30 वर्ष ।(घायल)
5 – मोनू पुत्र चरण सिंह निवासी ढकोली थाना बीवी नगर बुलंदशहर उत्तर प्रदेश उम्र- 28 वर्ष (घायल)
6 – सुभाष पुत्र संजय निवासी सेक्टर 134 नगली थाना एक्सप्रेस नोएडा जिला गौतम बुद्ध नगर उम्र 27 वर्ष (घायल)

दशज्यूला महोत्सव में दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों की रही धूम

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रुद्रप्रयाग- भारी वारिस के बीच तीन दिवसीय दशज्यूला महोत्सव के दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों व विभिन्न गांवों के महिला मंगल दलों की महिलाओं की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी। बारिश के बावजूद लोगों ने महोत्सव का जमकर आनंद लिया।
जागतोली मे आयोजित दशज्यूला महोत्सव में दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि बदरी-केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेसी नेता गणेश गोदियाल उपस्थित रहे। जनता को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि दशज्यूला क्षेत्र में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह धार्मिक ही नहीं रमणीक स्थान भी है। इसलिए यहां का चहुंमुखी विकास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक मेलों के आयोजनों से उभरते कलाकारों को उचित मौका मिलता है। कहा कि पहाड़ के ऐसे धार्मिक मेलों के दौरान सभी को राजनीति से हटकर एक मंच पर आने की जरूरत है। ताकि ये आयोजन भव्य हो सके। विशिष्ट अतिथि केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि मेले मिलन के अवसर देते हैं। धार्मिक मेलों के आयोजन से क्षेत्र व समाज में नई ऊर्जा का संचार होता है। महोत्सव महासचिव कालिका काण्डपाल ने दशज्यूला क्षेत्र के पौराणिक, आध्यात्मिक, धार्मिक , सांस्कृतिक गतिविधियों, परम्पराओं की व्यापक जानकारी दी। साथ ही कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल व मनोज रावत के जीवन को लेकर भी जानकारी दी। महोत्सव अध्यक्ष जयवर्धन काण्डपाल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया साथ ही जागतोली दशज्यूला महोत्सव के सफल आयोजन में सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद किया। महोत्सव में भरत मैखुरी, अनूप नेगी, मोन्टी मनवाल, संजय नेगी ने संगीत में साथ दिया। बीरेन्द्र बर्त्वाल, राजेन्द्र काण्डपाल, सुमन पंवार ने महोत्सव का संचालन सयुंक्त रूप से किया। गरिमा, आरूषी, बजरंग बली स्वयं सहायता समूह जरम्वाड द्वारा अतिथियों को स्थानीय व्यंजनों से रूबरू किया गया है। इससे पहले शुक्रवार को जागतोली महोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जागतोली पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जागतोली दशज्यूला महोत्सव के समापन पर सुप्रसिद्ध लोक गायक गजेन्द्र राणा, पूनम सती व सौरभ मैठाणी द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इस मौके पर पूर्व जिपं सदस्य एवं मेला संरक्षक लखपत सिंह भण्डारी, संयोजक निधे किशोर काण्डपाल, दर्शन सिंह जग्गी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन गहरवार, प्रधान दलेब राणा, कान्ती देवी, हेमलता काण्डपाल, गोकुल लाल टमटा, पूर्व जिलाध्यक्ष ईश्वर बिष्ट, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष कर्मवीर कुवर, दीप राणा, हयात सिंह राणा, संग्राम सिंह बर्त्वाल, अर्जुन गहरवार, पुष्पेन्द्र पंवार, छात्र संघ सुधांशु थपलियाल, मानवेन्द्र बर्त्वाल, अर्जुन पुरोहित, ओमप्रकाश सेमवाल, मुरली दीवान, राजेश चमोली, राखी भण्डारी, देवेश्वरी वशिष्ठ सहित महोत्सव के सभी पदाधिकारी, सदस्य एवं क्षेत्रीय जनता मौजूद थी।

नाबालिक ने की खुदकुशी, जून में लाया गया था बाल संरक्षण गृह

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पौड़ी, जनपद के बाल संरक्षण गृह से एक किशोर द्वारा आत्महत्या करने से हड़कंप मच गया, मिली जानकारी के मुताबिक संरक्षण गृह में रह रहे 17 वर्ष किशोर ने टी शर्ट का फंदा बनाकर अपनी जान दे दी। पौड़ी शहर के गाडोली के समीप बाल संरक्षण गृह में एक नाबालिग की आत्महत्या की सूचना के बाद पुलिस और प्रसाशन की टीम मौके पर पहुंची । एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि बाल संरक्षण गृह पौड़ी में एक 17 साल के बालक ने आत्महत्या कर दी है उन्होंने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता अभी नही लग पाया है उन्होंने बताया कि परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है साथ ही शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पौड़ी भेज दिया गया है, उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद व जांच के बाद आत्महत्या के प्रमुख कारण का पता चल पाएगा।
कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि 17 साल का नाबालिक कोटद्वार का रहने वाला था पोक्सो अधिनियम के तहत उस पर मामला विचारधीन है, उसे बीते 29 जून को बाल संरक्षण गृह में लाया गया था, पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम
रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही जाएगी।

 

विनोबा भावे को उनकी 129वीं जयंती पर किया गया याद

देहरादून (दीपिका गौड़), आचार्य विनोबा भावे की 129 वीं जयंती पर उनका भाव पूर्ण स्मरण किया गया, जिला सर्वाेदय मंडल, देहरादून द्वारा दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सहयोग से गुरुवार को पुस्तकालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. इन्दु शुक्ल, उपाध्यक्ष, देहरादून सर्वाेदय मंडल ने की। इस अवसर पर विनोबा के कुछ प्रिय भजन गीतों गायन भी किया गया। लोगों द्वारा बिनोवा जी के चित्र पर पुष्पांजलि भी दी गयी।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रसिद्ध पर्यावरणविद डॉ. रवि चोपड़ा ने सर्वाेदय और विनोबा पर अपने सम्यक विचार रखें। उन्होंने उनके विचार व जीवन से जुड़े अनेक उदाहरण लोगों के सामने रखा। उल्लेखनीय है कि डॉ.चोपड़ा ने विनोबा,सर्वाेदय और भूदान को बहुत निकट से देखा और समझा है। कार्यक्रम में सह वक्ता के रूप में अशोक कुमार निदेशक, दूरदर्शन और आकाशवाणी थे। इन्होंने भी सर्वाेदय और भूदान के साथ विनोबा के जीवन और दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किये। अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने गांधी व बिनोवा दर्शन से प्रभावित होकर अपनी दिनचर्या भी उनकी दर्शन शैली में समाहित की हुई है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि विनोबा जी एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ महात्मा गांधी द्वारा घोषित प्रथम सत्याग्रही थे। धुलिया जेल मे उनके द्वारा लिखित गीता दर्शन और विभिन्न धर्माे के ग्रंथों पर आधारित यथा-कुरान सार ,धम्मपद सार,बाइबिल, गुरुग्रंथ साहब, वैदिक धर्म सार इत्यादि के अतिरिक्त ईसावास्यवृत्ति,स्थितप्रज्ञ दर्शन उनकी प्रमुख कालजयी रचनाएं हैं।उनका भूदान आंदोलन जिसमें संपूर्ण देश में लगभग 48 लाख एकड जमीन दान में मिली उसीके कारण भारत देश एक बहुत बड़े सामाजिक सशस्त्र संघर्ष से बच गया।
सर्वोदयी विचारक विजय शंकर शुक्ल ने कहा कि विनोबा के प्रभाव से उत्तराखंड में हरिद्वार को छोड़कर करीब 3000 एकड जमीन भूदान में प्राप्त हुई और उत्तरकाशी जिले का जिलादान संपन्न हुआ। विनोबा जी ने निष्पक्ष और निर्बैर रहते हुए निर्भय और फिर अभय होने का सूत्र देते हुए जय जगत का उद्घोष किया। वह कहते थे कि मैं किसी देश विशेष का अभिमानी नहीं,किसी धर्म विशेष का आग्रही नहीं,किसी संप्रदाय, मत मतांतर के उलझन में न पड़कर प्रकृति के स्वतंत्र उद्यान में शून्य भेदभाव से विचरण करने वाला व्यक्ति हूं।
कार्यक्रम का संचालन सुप्रसिद्ध अधिवक्ता हरवीर सिंह कुशवाहा ने किया। प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के चंद्रशेखर तिवारी ने सभागार में उपस्थित जनों का स्वागत किया।
इस अवसर पर कुसुम रावत, हिमांशु आहूजा, डॉ.राजेश पाल, चन्दन नेगी, सुरेन्द सजवाण, शैलेंद्र भंडारी, समदर्शी बड़थ्वाल, सुंदर सिंह बिष्ट व मनमोहन चढ्ढा, अतुल शर्मा सहित कई सर्वोदयी विचारक लेखक, साहित्यकार, व अनेक पाठक और प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।

 

कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण शुरू, भैरव मंदिर में होगा समापनCongress Kedarnath Pratishtha Raksha Yatra Second Phase Begins Today  Uttarakhand News In Hindi - Amar Ujala Hindi News Live - Uttarakhand:  कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण आज से शुरू ...

देहरादून, प्रदेश कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो गया, केदारनाथ धाम में आपदा के चलते पार्टी को अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी, लेकिन अब पार्टी ने अपनी यात्रा दोबारा शुरू कर दी है। केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण आज गुरुवार से शुरू हो गया है। यात्रा केदारनाथ धाम तक जाएगी। वहां पूजा अर्चना के साथ भैरव मंदिर में यात्रा का समापन किया जाएगा। बुधवार को रुद्रप्रयाग की ओर जाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कीर्तिनगर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक के दौरान माहरा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दूसरे चरण की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने की अपील की। कहा कि हमारे मठ-मंदिरों को भाजपा साजिश के तहत अन्यंत्र शिफ्ट करना चाहती है, जिसे कांग्रेस पार्टी द्वारा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज गुरुवार को सीतापुर में सुबह साढ़े सात बजे सेवादल कार्यकर्ताओं के ध्वजारोहण के बाद सीतापुर से केदारनाथ के लिए यात्रा प्रारंभ हुई ।
इसके बाद देर सांय को केदारनाथ धाम में यात्रा पहुंचेगी। केदारनाथ में रात्रि विश्राम के बाद 13 सितंबर को सुबह केदारनाथ में जलाभिषेक के साथ यात्रा का समापन किया जाएगा। यात्रा का जगह जगह पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया।