रिपोर्ट/(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- काँग्रेस केदारनाथ उप चुनाव को लेकर भाजपा पर आक्रामक होती नजर आ रही है। काँग्रेस का कहना है कि आज तक सोई हुई सरकार को जगाने का कार्य खुद भाजपा के कार्यकर्ता कर रहे है। कुछ दिन पूर्व तल्लानागपुर के चोपता में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम पर काँग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंच सजा कर सरकार की नींद तोड़ने का कार्य किया है।
काँग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन गहरवार ने चुटकी लेते हुये कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने चोपता में आयोजित जनसमर्थन कार्यक्रम में मंच सजाकर सरकार के छद्म विकास कार्यों की हकीकत जनता के सामने रख दी। मंच से जिस तरह वक्ताओं ने छैत्र के पिछडेपन व अटके विकास कार्यों की बात प्रमुखता से रखी ओर मंच पर बैठे संगठन पदाधिकारियों द्वारा 15 दिन में समस्याओं का हल करने की बात कही गयी उससे साफ स्पष्ट होता है कि पिछले वर्षों में सरकार व जन प्रतिनिधियों द्वारा छैत्र की घोर अनदेखी की गयी जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड रहा है।
उन्होने कहा कि कार्यक्रम में मौजूद भाजपा प्रदेश संगठन के बडे पदाधिकारियों को ये बताना चाहिए कि अब वे आखिर किस मुहँ से वे जनता से वोट माँग रहे है।
बता दें कि भाजपा सरकार व संगठन के लिये प्रतिष्ठा का सवाल बनी केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव में भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोडना चाहती है। बकायदा सरकार के कैबिनेट मंत्री सहित संगठन के बडे पदाधिकारियों को छैत्रों में जिम्मेदारियाँ सौंपी गयी है।
काँग्रेस नेता का कहना है कि भाजपा प्रदेश संगठन के पदाधिकारी सीट को बरकरार रखने के लिये खूब कसरत कर रहे है। वहीं संभावित दावेदार भी शक्ति प्रदर्शन में जुटे है। कहा कि विगत 20 सितम्बर को चाँद धार चोपता में आयोजित भाजपा के जनसमर्थन कार्यक्रम में छैत्र की बदहाली की हकीकत जनता के सामने आई है।
भाजपा के प्रदेश संगठन के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में हुये जन समर्थन कार्यक्रम में असहजता की स्थिति तब उत्पन्न हुई जब सरकार की उपलब्धि गिनाने के लिये सजाये गये मंच से वक्ताओं ने छैत्र की बदहाली व रुके विकास कार्यों की बात प्रमुखता उठाई व छैत्र के विकास की अनदेखी का आरोप लगाया । मामले को काँग्रेस ने लपक लिया ओर इसे सरकार की उदासीनता करार देते हुये कहा कि जनता ने मंच सजाकर सरकार के विकास कार्यों की पोल खोल दी। काँग्रेस नेता अर्जुन गहरवार ने कहा कि भाजपा सरकार व संगठन जनता को बरगलाने की लाख कोशिष करे केदारनाथ विधान सभा की जनता को विगत वर्षो हुये विकास कार्यों का हिसाब देना ही होगा।
चोपता में मंच सजाकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने खोली सरकार के विकास कार्यों की पोल- गहरवार
धामी सरकार में विजिलेंस ने 57 ट्रैप कर 68 भ्रष्टाचारियों को भेजा जेल
-धामी सरकार में हर भ्रष्टाचारी की जगह जेल, छोटा हो या बड़ा किसी को नहीं देवभूमि में छूट
-भ्रष्टाचारियों के लिए काल बना धामी सरकार का 1064 “भ्रष्टाचारमुक्त एप”
-एप लांच के बाद भ्रष्टाचारियों के खिलाफ पीड़ितों की शिकायतों पर हो रही त्वरित कार्यवाही
-विजिलेंस को एप पर मिली करीब 973 शिकायतें, भ्रष्टाचार से जुड़ी 38 पर चल रही जांच
-20 साल में महज 220 ट्रैप कर विजिलेंस ने गिरफ्तार किए थे 232 भ्रष्टाचारी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भ्रष्टाचारमुक्त शासन की मुहिम रिश्वतखोरों के लिए काल साबित हो रही है। महज तीन साल से कम समय में विजिलेंस ने रिकॉर्ड 57 ट्रैप कर 68 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। भ्रष्टाचारियों पर यह कार्रवाई ‘भ्रष्टाचारमुक्त एप 1064’ की लांचिंग के बाद तेजी से हुई है। एप पर अब तक करीब 973 विजिलेंस और नॉन विजिलेंस की शिकायतों दर्ज हुई हैं। इनमें से भ्रष्टाचार से जुड़ी 38 शिकायतों पर विजिलेंस जांच गतिमान है। जबकि नॉन विजिलेंस से जुड़ी शिकायतें सम्बन्धित विभागों को भेजी गई हैं।
देवभूमि को भ्रष्टाचार के दानवों से मुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार सख्त प्रशासक की भूमिका में कार्य कर रही है। खासकर मुख्यमंत्री धामी का साफ संदेश है कि भ्रष्टाचारी चाहिए बड़ा हो या छोटा, सब की जगह जेल में है। इस पर मुख्यमंत्री धामी सरकार ने आईएएस, आईएफएस समेत कई पॉवरफुल को जेल भेजकर पहले ही अपनी मंशा जगजाहिर कर दी थी। इसका परिणाम यह रहा कि 23 साल के उत्तराखंड में जहां भ्रष्टाचार से जुड़े 281 ट्रैप में कुल 303 गिरफ्तार हुए हैं। वहीं, अकेले धामी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड 57 ट्रैप कर विजिलेंस ने 68 भ्रष्टाचारियों को सलाखों के भीतर डाला है। विजिलेंस की इस कार्रवाई में 13 से ज्यादा सरकारी कर्मचारी और बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल में भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई की ठानी और “भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड” की मुहिम को आगे बढ़ाया। इस मुहिम के लिए विजिलेंस ने भी “1064 एप” पर मिली भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार किया। अब यह एप न केवल विजिलेंस बल्कि आम नागरिक के लिए भी मददगार साबित हो रहा है। इस एप के मार्फत आम नागरिक बेझिझक रिश्वतखोरों, कामचोरों और बेवजह काम लटकाने वालों को सबक सीखा रहे हैं। यही नहीं पहले लोग विजिलेंस के पास जाने से न केवल डरते थे, बल्कि बचते भी थे। इसके पीछे सरकारें विजिलेंस को खुली छूट नहीं देती थी। इससे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद रहते थे। लेकिन अब ऑनलाइन शिकायत दर्ज होने के बाद विजिलेंस की भी मजबूरी है कि शिकायत को जिम्मेदारी के साथ समय पर निस्तारण करें। यही कारण है कि पिछले 20 सालों तक 220 ट्रैप में 232 गिरफ्तार हुए और अब 3 साल में ही रिकॉर्ड 57 ट्रैप कर 68 भ्रष्टाचारियों पर विजिलेंस ने बड़ी करवाई की है। जबकि इस साल अब तक रिकॉर्ड 23 ट्रैप कर 30 को जेल भेज दिया है।
8 माह में 23 ट्रैप कर 30 रिश्वतखोर भेजे जेल
2022 में मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश का असर रहा कि विजिलेंस ने 14 ट्रैप और 15 गिरफ्तारी की। 2023 में विजिलेंस ने यह कार्रवाई आगे बढाते हुए 18 ट्रैप कर 20 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। जबकि 2024 में विजिलेंस भ्रष्टाचारियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाई में जुटा है। अब तक 9 माह में विजिलेंस ने रिकॉर्ड 23 ट्रैप कर 30 रिश्वतखोरों को जेल भेजा है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर सख्त कार्रवाई के साथ कार्य कर रही है। भ्रष्टाचारी छोटा हो या बड़ा, सब की जगह जेल में हैं। देवभूमि में भ्रष्टाचारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए सरकार ने विजिलेंस को पहले से ज्यादा संसाधन युक्त बनाकर भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मेरे द्वारा स्वयं विजिलेंस के कार्यों की मॉनिटरिंग और समीक्षा की जा रही है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड।
जमीनी विवाद में जमकर चले लाठी डंडे, एक की मौत, ग्राम प्रधान सहित चार घायल
हरिद्वार, जनपद में जमीनी विवाद को लेकर मंगलवार सुबह दो पक्ष आमनेसामने आ गये जिनके बीच जमकर लाठी डंडे चले। इस भिंड़त में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गयी वहीं ग्राम प्रधान सहित चार लोग गम्भीर रूप से घायल हुए है। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है। वहीं गांव में तनाव को देखते हुए सिविल अस्पताल से लेकर गांव तक पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामला मंगलौर थाना क्षेत्र के आमखेड़ी गांव का है। यहंा गांव में एक जमीन को लेेकर लम्बे समय से दो पक्षों में विवाद चल रहा था। आज सुबह एक बार फिर दोनो पक्ष आमने—सामने आ गये। जिनके बीच जमकर लाठी डंडे चले और विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। जिसके बाद दोनो पक्षों के बीच पथराव भी किया गया। इस दौरान एक ग्रामीण आजाद की मौके पर ही मौत हो गई.। जबकि ग्राम प्रधान रविंद्र सेवाराम और सुंदर सहित चार लोग घायल हो गए।
खूनी संघर्ष होने की सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शांति कुमार पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे तब तक हमलावर मौके से भाग चुके थे पुलिस ने घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया इसके बाद गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया हैै। सूचना पाकर पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई है मामले की जांच की जा रही है बताते चले कि इससे पहले भी जमीन को लेकर दोनों पक्ष सामने सामने आ चुके हैं और पूर्व में भी कई बार मारपीट की घटना हो चुकी है।
डेडलाइन : सभी सड़कें 15 अक्टूबर तक गड्ढ़ा मुक्त कर दी जाएंगी
-नगर निकायों में आंतरिक मार्गों की मरम्मत एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान दें : सीएम
-राज्य में प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए कुल 427.87 करोड़ रूपये की धनराशि आवंटित
देहरादून, प्रदेश की सड़कों की बदहाली को लेकर विपक्ष हमलावर है और सीएम ने सड़कें ठीक करने के लिए 15 अक्टूबर की डेडलाइन दे दी। मंगलवार को सीएम ने कहा कि सभी सड़कें 15 अक्टूबर तक गड्ढ़ा मुक्त की जाएं।
; राज्य में अतिवृष्टि से प्रभावित सभी क्षेत्रों में स्थिति सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किये जाएं। सचिव, विभागाध्यक्ष एवं सभी जिलाधिकारी पुनर्निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा करें। जो कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं, उनका भौतिक सत्यापन किया जाए। जो सड़कें अभी बंद हैं, उन्हें यथाशीघ्र सुचारू किया जाए।
आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर सड़कों के स्थाई ट्रीटमेंट की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ये निर्देश मंगलवार को आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में सभी स्थितियां सामान्य बनाई जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि जन सामान्य को किसी भी प्रकार से परेशानी न हो। इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य कर समस्याओं का समाधान करें। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आंकलन कर मानकों के अनुसार क्षतिपूर्ति की जाए। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों को आदर्श जनपद बनाने की दिशा में कार्य करें। जिन गांवों से लोगों को विस्थापित करना है, विस्थापन की कार्यवाही भी जल्द की जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नियमित जनपदों की विभिन्न व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्षा काल के बाद होने वाली जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। जल जनित रोगों से बचाव के लिए मुख्यमंत्री ने नियमित जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अस्पतालों में सफाई व्यवस्था के साथ ही मरीजों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। उन्होंने नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में आंतरिक मार्गों की मरम्मत एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं।
प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए कुल 427.87 करोड़ रूपये की धनराशि आवंटित की जा चुकी है। इसमें राज्य आपदा मोचन निधि से 386.87 करोड़ रूपये, राज्य सेक्टर न्यूनीकरण मद से 15 करोड़ और राज्य सेक्टर नॉन एसडीआरएफ मद से 26 करोड़ रूपये अवमुक्त किये गये हैं। राज्य आपदा मोचन निधि के पुर्स्थापना और पुनर्वास मद के लिए विभागों को 95 करोड़ की धनराशि और दी जा रही है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को 50 करोड़, पीएमजीएसवाई को 15 करोड़, पेयजल निगम को 20 करोड़ एवं यूपीसीएल को 10 करोड़ रूपये की धनराशि दी जा रही है।
बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिला, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलैश बगोली, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, आर.सी अजय मिश्रा, संबंधित विभागों के अपर सचिव, विभागध्यक्ष एवं सभी जिलाधिकारी जुड़े थे।
शिक्षा विभाग में नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लायें अधिकारी : डॉ. धन सिंह रावत
-सीआरपी-बीआरपी, अतिथि शिक्षक व चतुर्थ श्रेणी के पदों को भरने के निर्देश
-27 सितम्बर को होगी बेसिक शिक्षकों की तीसरे चरण की काउंसलिंग
देहरादून, सूबे में गुणवत्तापरक शिक्षा के लिये सरकार द्वारा तमाम प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके तहत विभाग के अंतर्गत रिक्त चल रहे सीआरपी-बीआरपी, चतुर्थ श्रेणी, अतिथि शिक्षक एवं प्राथमिक शिक्षकों के पदों को शीघ्र भरा जायेगा। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये है। प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर तीसरे चरण की काउंसलिंग के लिये 27 सितम्बर की तिथि निर्धारित कर दी गई है।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज शासकीय आवास पर विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के सुदृढी़करण को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। डा. रावत ने बताया कि प्रदेश में शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार के लिये विभाग में लम्बे समय से रिक्त चल रहे पदों को शीघ्र भरा जायेगा।
उन्होंने बताया कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत सीआरपी-बीआरपी के 955 पदों पर भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिसको एक माह के भीतर पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये गये हैं। इसी प्रकार चुतर्थ श्रेणी के लगभग 2500 पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पदोन्नति के पदों को भरे जाने के लिये पूर्व की बैठकों में लिये गये निर्णयों के अनुसार शिक्षकों की प्रोन्नति की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये। प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त पदो ंके भर्ती प्रक्रिया के तहत करीब 1400 पदों के लिये तीसरे चरण की काउंसलिंग 27 सितम्बर को आयोजित की जायेगी जिसके लिये सभी जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने को कहा गया है ताकि सभी जनपदों में रिक्त पदो ंके सापेक्ष एक ही दिन काउंसलिंग का आयोजन किया जा सके।
विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को डायट एवं एससीईआरटी की नियमावली शीघ्र तैयार करने के साथ ही प्रस्ताव शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने धारा-27 तथा अंतरमंडलीय स्थानांतरण की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा एनसीसी विस्तार योजना को लेकर बुलाई गई बैठक का हवाला देते हुये राज्य में एनसीसी विस्तार की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा ताकि केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत एनसीसी के 7500 सीटों को विधिवत भरा जा सके।
बैठक में विद्यालयी शिक्षा सचिव रविनाथ रमन, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान, निदेशक प्राथमिक शिक्षा आर के उनियाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर ब्यास, अपर निदेशक प्राथमिक शिक्षा रघुनाथ लाल, अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डॉ. मुकुल सती, पदमेन्द्र सकलानी, अनु सचिव विकास श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
श्री बद्री केदार दर्शन को पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला
चमोली, बालीवुड अभिनेत्री व मिस इंडिया यूनिवर्स उर्वशी रौतेला ने पारिवारिक सदस्यों के साथ श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम के दर्शन किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री बदरीनाथ धाम तथा केदारनाथ धाम के दर्शन से वह अभिभूत है। उन्होंने श्रद्धालुओं से चारधाम यात्रा पर आने की हेतु भी कहा। मंगलवार प्रात: बालीवुड अभिनेत्री पहले श्री केदारनाथ धाम पहुंची मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की ,भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया। उनके साथ पिता मनवर रौतेला, माता मीरा रौतेला व भाई यशराज रौतेला भी थे।
पूजा-अर्चना पश्चात बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बालीवुड अभिनेत्री तथा परिजनों को भगवान केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया। इस अवसर पर पुजारी शिवशंकर लिंग, सहायक अभियंता गिरीश देवली, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, अरविंद शुक्ला कुलदीप धर्म्वाण सहित तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया श्री केदारनाथ धाम में दर्शन के पश्चात बालीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला दोपहर को श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंची।
मंदिर में दर्शन पश्चात प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी ने बालीवुड अभिनेत्री को भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट किया। इस अवसर पर बालीवुड अभिनेत्री ने श्री बदरीनाथ मंदिर सिंह द्वार पर अपने प्रशंसकों के साथ फोटो भी खिंचवाए। कोटद्वार पौड़ी जनपद की मूल निवासी बालीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने “सिंह साब द ग्रेट” “सनम रे”सहित कई फिल्मों तथा धारावाहिकों में अभिनय किया है इससे पहले उन्होंने कई ब्यूटी कांटेस्ट के खिताब भी जीते है।
इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान वेदपाठी रविंद्र भट्ट,तीर्थ पुरोहित मौनू पंचभैया, जेई गिरीश रावत,डा. हरीश गौड़ अजीत भंडारी योगंबर नेगी, हरीश जोशी आदि मौजूद रहे।
देवभूमि में मिलावटखोरी नहीं की जाएगी बर्दाश्त, मिलावटखोरी पर होगी कड़ी कार्रवाई : सीएम धामी
उत्तराखण्ड में मिलावटी देशी घी और मक्खन बेचने वालों के खिलाफ प्रदेशव्यापी छापेमारी अभियान शुरू
देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देशों पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि नियंत्रक विभाग ने प्रदेशभर में देशी घी और मक्खन में मिलावट पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया गय है। राज्य के सभी जनपदों में अभियान शुरू हो गया है। देशी घी और मक्खन के साथ ही मिठाई की दुकानों से सैंपल भी लिये गये। स्वास्थ्य सचिव और खाद्य आयुक्त डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में मिलावटी घी और मक्खन बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर लड्डू का सैंपल लेकर जांच के निर्देश दिए हैं साथ ही बाजार में बिकने वाले घी की जांच के लिए भी कहा गया है।
कई नामी कंपनियों के घी व मक्खन के सैंपल लिए गये
खाद्य विभाग के अपर आयुक्त ताजबर जग्गी ने कहा कि मिलावटी घी और मक्खन पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेशव्यापी अभियान शुरू कर दिया गया है। सभी जनपदों में मिठाइयों की दुकानों और देशी घी व मक्खन बेचने वालों की दुकानों पर छापेमारी के निर्देश अधिकारियों को दिये गये थे। जिसको लेकर कार्रवाई शुरू हो गई है। जांच टीम द्वारा कई कंपनियों के घी व मक्खन के सैंपल भी लिये गये है। सैंपल का टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान मण्डल के उपायुक्त और जनपदीय अभिहित अधिकारी के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है। जिसमें वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राज्य में स्थित विनिर्माण इकाइयों, भण्डारणकर्ता विक्रेताओं का सघन निरीक्षण करते स्थानीय एवं विभिन्न ब्रांडों के घी एवं मक्खन के विधिक एवं सर्विलांस नमूनों का संग्रहण करेंगे।
देहरादून में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक छापेमारी
गढ़वाल मंडल में डिप्टी कमिश्नर आरएस रावत के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया। देहरादून जनपद के विभिन्न स्थानों पर देशी घी व मक्खन की जांच की गई। विभिन्न सैंपलों के नमूने इक्कठे कर जांच के लिए लैब भेजे गये। देहरादून जनपद के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण इलाकों हरबर्टपुर, सहसपुर, सुद्वोवाला में भी सघन छापेमारी अभियान चलाया गया। छापेमारी टीम में सीनियर एफएसओ रमेश सिंह, संतोष सिंह, संजय तिवारी, डीओ मनीष सिंह मौजूद रहे।
कुमाँऊ मण्डल में भी युद्वस्तर पर अभियान शुरू
वहीं कुमाँऊ मण्डल में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उपायुक्त अनोज कुमार थपलियाल के नेतृत्व में टीम ने हल्द्वानी क्षेत्र में मिलावटी घी के विक्रय एवं भण्डारण के रोकथाम हेतु नगर के मुख्य घी विक्रेता/थोक विक्रेता/वितरण प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण अभियान चलाकर नमूने जांच के लिए लैब भेजे गये। अभियान के दौरान टीम द्वारा मंगल पड़ाव, कालाढूंगी रोड एवं रामपुर रोड, हल्द्वानी स्थित घी के थोक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। उपायुक्त अनोज कुमार थपलियाल ने बताया कि घी के विभिन्न ब्राण्डों-पारस, पहलवान, मदर डेयरी एवं हेल्थ मेड देसी घी आदि के कुल चार नमूने संग्रहित किये गये तथा नोवा ब्राण्ड स्किम्ड मिल्क पाउडर का एक नमूना लेकर जांच के लिए लैब भेजे गये। जॉच रिपोर्ट प्राप्त होने पर तद्नुसार कार्यवाही की जायेगी। वहीं वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, रामनगर असलम खॉ द्वारा भी घी का एक नमूना संग्रहित किया गया। यह अभियान सम्पूर्ण जनपद में आगे भी जारी रहेगा। अभियान दल में अभिहित अधिकारी, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, नैनीताल संजय कुमार सिंह, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, हल्द्वानी, अभय कुमार सिंह तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी, हल्द्वानी, कैलाश चन्द्र टम्टा आदि मौजूद रहे।
टेडी खीर साबित होगा भाजपा के लिये केदारनाथ उप चुनाव में प्रत्याशी चयन करना
“सरकार के ढाई वर्ष का कामकाज, स्थानीय मुद्धे व प्रत्याशी चयन केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव हार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगें”।
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव तारीखों की घोषणा होना अभी बाकी है लेकिन विधान सभा छैत्र में दावेदारों के साथ साथ सरकार व भाजपा संगठन की सक्रियता ने माहौल को अभी से चुनावी बना दिया है। संभावित दावेदारों का गाँव गाँव भ्रमण व छैत्रो में शक्ति प्रदर्शन का दौर भी शुरु हो चुका है। वर्तमान की बात करें तो यहाँ मुख्य मुकाबला भाजपा व काँग्रेस के बीच नजर आ रहा है। लेकिन भाजपा किसे दावेदार बनाती है असली तस्बीर उसके बाद सामने आयेगी। यह उप चुनाव सरकार व संगठन की प्रतिष्ठा से जुडा होने के कारण भाजपा को यहाँ प्रत्यासी चयन करना टेडी खीर साबित होगा।
राष्ट्रीय दलों की बात करें तो काँग्रेस से पूर्व विधायक मनोज रावत के साथ जनसंपर्क अभियान की कमान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल संभाले नजर आ रहे है ऐसे में अगर कुछ अप्रत्यासित नहीं होता है तो मनोज रावत का काँग्रेस से लड़ना तय माना जा रहा है । जबकि भाजपा में दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति दिखाई दे रही है।
बता दें कि भाजपा की विधायक शैला रानी रावत के असामयिक निधन होने के कारण खाली हुई केदारनाथ सीट पर उप चुनाव होना है। भाजपा की बात करें तो मुख्य दावेदारों में दिवंगत विधायक शैला रानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत का दावा सहानुभूति लहर के कारण मजबूत माना जा रहा है। वहीं जाने माने समाज सेवी कुलदीप रावत लोक सभा चुनावों के समय भाजपा में शामिल हो गये थे, पिछले विधान सभा चुनावों पर नजर दौडाये तो उन्हे मिला जनसमर्थन व हार के बाबजूद छैत्र मे उनकी सक्रियता उनकी दावेदारी को मजबूत करता है। वहीं भाजपा की पूर्व विधायक व महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल की दस वर्ष के अंतराल बाद भी जनता में लोकप्रियता आज भी बरकरार है। ये सभी उम्मीदवार छैत्र में लगातार सक्रियता से जनसंपर्क में जुटे हुये हैं। सभी दावेदारों की सक्रियता के चलते भाजपा पशोपेश की स्थिति में जरूर होगी।
भाजपा के लिये सबसे बडी चुनौती समाज सेवी कुलदीप रावत ने खडी की है, छैत्र में उनकी सक्रियता ओर उनके स्वागत में नारायणकोटी व चोपता में आयोजित जनसमर्थन कार्यक्रम में जुटी भारी भीड़ के चलते पार्टी को उन्हें नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।
लोक सभा चुनाव के नतीजों के बाद अभी हाल ही में सम्पन्न हुये बद्रीनाथ व मंगलोर विधान सभा उप चुनाव में शिकस्त मिलने के बाद प्रचंड बहुमत की धामी सरकार को बडा झटका लगा है। ऐडी चोटी का जोर लगाने के बाबजूद भी भाजपा लोक सभा चुनाव नतीजों की खुशी को बरकरार नहीं रख पायी। अब केदारनाथ बिधान सभा सीट फतह करना भाजपा संगठन व सरकार के सामने किसी चुनौती से कम नहीं है।
देश विदेश में धार्मिक महत्व व प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ ड्रीम प्रोजक्ट से जुडी होने के कारण विपक्षी पार्टियों सहित पूरे देश की निगाह केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव पर है।
भले ही चुनाव के नतीजों से प्रदेश सरकार की स्थिरता पर कोई फर्क नहीं पडेगा लेकिन बद्रीनाथ व मंगलोर में हुई हार की तरह इसे भी सरकार के कामकाज व जनता में विश्वास से जोड़कर जरुर देखा जायेगा। यही कारण है कि भाजपा संगठन व सरकार केदारनाथ विधानसभा सीट बरकरार रखने के लिये ऐडी चोटी का जोर लगाने में जुटी है।
उप चुनाव में सरकार के कामकाज, स्थानीय मुद्धे व प्रत्याशी चयन भी सीट के हार जीत में अहम भूमिका निभायेगें। फिलहाल संभावित दावेदारों के साथ साथ सरकार व संगठन की सक्रियता के कारण केदार नाथ विधानसभा छैत्र में अभी से चुनाव जैसा माहौल बना हुआ है। इस बीच प्रदेश में सत्तारुड़ भाजपा को प्रत्याशी चयन करना आसान नही होगा। अब देखना यह है कि भाजपा किस प्रत्यासी पर दाँव खेलती है।
दून अस्पताल के टॉयलेट में मिला नवजात का शव, पुलिस जांच में जुटी
‘अस्पताल प्रशासन बोला- अस्पताल में पूरी है महिलाओं और बच्चों की संख्या’
देहरादून(दीपिका गौड़), दून अस्पताल में नवजात के शव मिलने से हड़कंप मच गया, मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को अस्पताल के इमरजेंसी के भवन के पीछे टॉयलेट की सीट में एक नवजात शिशु के शव फंसा मिला, मौके पर पहुंची पुलिस और अस्पताल के कर्मचारियों ने टॉयलेट सीट को तोड़कर शव को बाहर निकाला l डॉक्टर ने नवजात का परीक्षण किया तो बच्चा मृत पाया गया, इसके बाद दून अस्पताल प्रशासन ने नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, वहीं दून अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही यह यह जानकारी मिल पाएगी के बच्चे की मौत कैसे, कब हुई और उसकी उम्र क्या थी l
बताते चलें कि इमरजेंसी भवन के पीछे स्थित टॉयलेट में जब एक सफाई कर्मी साफ – सफाई करने के लिए गया तो उसने टॉयलेट सीट पर नवजात शिशु के शव को देखा जिसका सिर सीट में फंसा हुआ था. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, मौके पर पुलिस पहुंची और टॉयलेट सीट को तोड़कर बच्चे के शव को निकाल लिया l
इस संबंध में अस्पताल प्रशासन ने जानकारी देते हुए कहा कि शौचालय में नवजात शिशु का शव मिलने के बाद अस्पताल में पिछले 2 से 3 दिन में पैदा हुए बच्चों, गर्भवती महिलाओं की काउंटिंग की गई और इसके अलावा निक्कू वार्ड में भर्ती बच्चों की भी गणना की गई है जिनमें बच्चों की संख्या पूर्ण पाई गई है, वहीं इस मामले में पुलिस प्रशासन भी जांच में जुटा हुआ है l अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग अग्रवाल का कहना है कि जिस शौचालय में बच्चा मृत पाया गया था उसकी छानबीन कर ली गई है, इसके बाद कल से टॉयलेट रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा l
लोक निर्माण विभाग(प्रांतीय खंड़) ने स्वच्छता ही सेवा को लेकर चलाया स्वच्छता अभियान
देहरादून, स्वच्छता ही सेवा के साथ स्वच्छ दून सुन्दर दून की अवधारण को साकार करने के उद्देश्य को लेकर प्रान्तीय खण्ड, लोक निर्माण विभाग ने डालनवाला क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। जिसमें बड़ी संख्या में विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया । सोमवार को विभाग के इन कार्मिकों द्वारा बलबीर रोड़ चौराहे से तेग बहादूर रोड़ फव्वारा चौक तक सफाई का कार्य करते हुये जनमानस को कूड़ा सड़क पर एवं इधर-उधर न डालने तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर स्टाफ ऑफिसर एवं सहायक अभियन्ता इं. जीएस कौण्डल ने अभियान को सफल बनाने के लिये उपस्थित सभी कार्मिकों धन्यवाद ज्ञापित किया गया, सफाई अभियान में अपर सहायक अभियन्ता इं. मुस्ताक आलम, राजेश प्रसाद, कार्यअभिकर्ता बलवीर, मेट राजेश कुमार, अंकित थापा, अमन सिंह, गणेश चन्द, अंकित कुमार, श्रवण कुमार, प्रकाश सिंह धामी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
द वॉइस ऑफ वॉरियर्स फाउंडेशन ने ट्रांसजेंडर समुदाय के आयोजित किया एडवोकेसी कार्यक्रम
देहरादून, “द वॉइस ऑफ वॉरियर्स फाउंडेशन” द्वारा हमसफ़र ट्रस्ट मुंबई के सहयोग से ट्रांसजेंडर समुदाय के हक और अधिकारों के लिए जिला समाज कल्याण देहरादून के साथ मॉडर्न दून लाइब्रेरी में सोमवार को एक एडवोकेसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला समाज कार्यालय से मुख्य चिकित्साधिकारी, उत्तराखंड़ महिला मंच से निर्मला और कमला पंत, मुख्य शिक्षाधिकारी देहरादून से प्रिया, जिला सेवायोजन अधिकारी देहरादून, जिला समाज कल्याण अधिकारी पूनम चमोली, लीड बैंक से कुलभूषण, विकास, मुकेश स्किल डेवलपमेंट को उक्त कार्यक्रम में मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में चंडीगढ़ से ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य और सक्षम प्रकृति वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष समाज सेविका धनंजय चौहान भी कार्यक्रम आमंत्रित थी। इस कार्यक्रम में क्वियर-ट्रांसजेंडर लोगों से भेदभाव और मानवाधिकारों के प्रति धनंजय मैडम ने क्वियर/ट्रांस समुदाय की आवाज को अधिकारी गणों के सामने रखा।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को एलजीबीटीक्यू समुदाय के सदस्यों के सामने आने वाली चुनौतियों के साथ-साथ लिंग और कामुकता के मुद्दों पर संवेदनशील बनाना और ट्रांसजेंडर पहचान पत्र प्रमाण पत्र, ट्रांस व्यक्तियों के लिए सरकारी योजनाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) 2019 और नियम 2020 अधिनियम पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम में “वॉइस ऑफ वॉरियर्स”संस्था की सचिव ओशिन सरकार, उपाध्यक्ष अनुभव सिंह, कोषाध्यक्ष मनोज, अध्यक्ष बनी राणा, सदस्य नैना, नकुल एवं देहरादून के ट्रांसजेंडर/ किन्नर समुदाय से निशा चौहान,अनामिका, शिखा, बिन्नी, अनुष्का, अदिति, करिश्मा, फेबी, सोनिया समेत काफी लोग क्वियर/ट्रांस समुदाय से मौजूद रहे।
राजधानी को कूड़ा मुक्त बनाने हेतु सरकारी तंत्र और दूनवासियों को एक साथ करनी होगी नई पहल
देहरादून, स्वच्छ दून सुन्दर दून के नारे को बंददाग करने वालों को एक पहल के माध्यम से मैड संस्था और संयुक्त नागरिक संगठन ने सकारात्मक जवाब दिया, और चेताया कि राजधानी दून की सड़कों के किनारों पर पर्यटकों द्वारा चलती गाड़ियों के शीशों से फेके गए पॉलिथीन बैग, कांच प्लास्टिक की बोतलें, चिप्स के खाली पैकेट आदि जो स्मार्ट सिटी को दागदार बनाने में जुटे हैं। इसके खिलाफ एक सार्थक पहल के माध्यम से आवाज उठायी जायेगी, स्वच्छता की मुहिम लेकर चल रही मैड संस्था का मानना है अंत्येष्टि के बाद फेके गए कपड़े, रजाई गद्दे, देवी देवताओं की टूटी मूर्तियां, हाथों के दस्ताने, प्लास्टर के टुकड़े नागरिकों में जागरूकता की कमी के प्रमाण हैं। राजधानी दून को कूड़ा मुक्त बनाने हेतु सरकारी तंत्र और दूनवासियों को एक साथ नई पहल करनी होगी।
यह उद्गार राष्ट्रीय बालिका दिवस पर युवाओं की संस्था मैड के वालंटियर छात्र-छात्राओं द्वारा रायपुर रोड पर आयोजित सफाई अभियान के समापन पर संयुक्त नागरिक संगठन के प्रतिनिधियों ने व्यक्त किये। इस प्रयास में सड़कों के किनारे से कूड़ा करकट इकठ्ठा कर बड़े बैगों में भरकर निगम की गाड़ियों में भरकर रवाना किया गया।
अभियान के समापन में समाजसेवियों द्वारा स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक मैड से भावनात्मक रूप से जुड़े हैं और भावी अभियानों में प्रोत्साहन देने हेतु सहयोगी बनकर मनोबल बढ़ाने का लगातार प्रयास करते रहेंगे।
अभियान में मैड के संचित खंडवाल, दीपांशु वर्मा, अम्बिका, निषाद,अर्पित गर्ग, अक्षिता सजवाण, रचना, अर्णव नेगी, प्रिंस कपूर, यश सिंघल, मानवी नेगी तथा समाज सेवियों में डॉ. शैलेंद्र कौशिक, नवीन सडाना, अवधेश शर्मा, विनोद नौटियाल, एडवोकेट रविसिंह नेगी, गिरीशचंद्र भट्ट, लेफ्टिनेंट कर्नल बीएम थापा, सीएस नेगी, सुशील त्यागी, प्रदीप कुकरेती आदि शामिल थे।
दून पुस्तकालय में रितुपर्णाे घोष की फिल्म चोखेर बाली का हुआ प्रर्दशन
देहरादून, सोमवार की सायं दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में रितुपर्णाे घोष की चर्चित फिल्म चोखेर बाली का प्रर्दशन किया गया। पुस्तक लोकार्पण, वाचन और चर्चा, संगीत, लोक परंपराएं और लोक कलाएं, इतिहास और पत्रकारिता पर आधारित कार्यक्रमों में आज, फीचर व वृत्तचित्र के कार्यक्रम के तहत यह फ़िल्म सभागार में प्रस्तुत की गई। उल्लेखनीय बात यह भी है कि विगत सप्ताह इस फिल्म की सह नायिका राइमा सेन देव वर्मा के साथ एक बातचीत का एक कार्यक्रम दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र ने आयोजित किया था।
वस्तुतः चोखेर बाली 2003 की बंगाली भाषा की एक नाट्य फिल्म है, जो रवीन्द्रनाथ टैगोर के 1903 के उपन्यास चोखेर बाली पर आधारित है।
बीसवीं सदी की शुरुआत में बनी इस फ़िल्म में बिनोदिनी एक युवा बंगाली लड़की है, जो शादी के तुरंत बाद अपने बीमार पति की मृत्यु के बाद विधवा हो जाती है। रितुपर्णाे घोष द्वारा निर्देशित, इस फिल्म में ऐश्वर्या राय को बिनोदिनी और राइमा सेन को आशालता के किरदार में दिखाया गया है, आशालता और बिनोदिनी एक-दूसरे को चोखेर बाली, या आंख में किरकिरी के रूप में संदर्भित करते हैं। इस फिल्म में महेंद्र के रूप में प्रोसेनजीत चटर्जी, महेंद्र की मां राजलक्ष्मी के रूप में लिली चक्रवर्ती, बिहारी के रूप में टोटा रॉय चौधरी, महेंद्र के सबसे अच्छे दोस्त, और एक कैमियो भूमिका में स्वस्तिका मुखर्जी कलाकारों के रूप में शामिल हैं।
इस अवसर पर सभागार में, हिमांशु आहूजा, अरुण कुमार असफल, ओशीन सरकार, कुलभूषण नैथानी, अपर्णा वर्धन, चन्द्रशेखर तिवारी, दयानन्द अरोड़ा, शेलेन्द्र कुमार, मनोज कुमार, डॉ. वी.के. डोभाल व सुंदर बिष्ट, सहित अनेक फिल्म से जुड़े लोग, फिल्म प्रेमी, लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी, पुस्तकालय के सदस्य तथा बड़ी संख्या में युवा पाठक उपस्थित रहे l
गणेश जोशी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच तो होनी ही चाहिए : दसौनी
देहरादून, उत्तराखंड़ के काबीना मंत्री गणेश जोशी पर आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच का आदेश देने वाले जज मनीष मिश्रा के तबादले के बाद उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा की जज के तबादले से कुछ नहीं बदला है, यह तबादला संयोग भी हो सकता है और प्रयोग भी, परंतु उससे कोई व्यापक असर नहीं पड़ता, गणेश जोशी पर लगे आरोप अब भी अपनी जगह पर यथावत हैं, और सवाल भी कायम है।
गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि बस अब प्रदेश की जनता को इंतजार है तो धामी कैबिनेट की अनुमति का जिसकी अवधि मात्र 8 अक्टूबर तक है। गरिमा ने कहा कि 8 अक्टूबर से पहले धामी कैबिनेट को गणेश जोशी प्रकरण पर फैसला लेना है और विजिलेंस विभाग को गणेश जोशी से पूछताछ और आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच की अनुमति दी जानी है।
दसोनी ने कहा कि विपक्ष को और प्रदेश की जनता को पूरा भरोसा है कि विपक्षी दल के नेताओं पर छोटी-छोटी बातों पर ईडी और सीबीआई की जांच बैठाने वाली भाजपा सरकार अपने मंत्री पर उठे सवालों में पक्षपात नहीं करेगी और विजिलेंस विभाग को जांच की पूरी अनुमति देगी। गरिमा ने यह भी कहा की यह धामी सरकार के पास एक सुनहरा मौका है जनता का खोया हुआ विश्वास वापस जीतने का।
उसके लिए यह जरूरी है कि वह गणेश जोशी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच कराएं और 8 अक्टूबर से पहले पहले विजिलेंस विभाग को गणेश जोशी से पूछताछ और पूरे प्रकरण की जांच करने का मौका दें। दसौनी ने कहा की पूरे प्रदेश में यह संदेश जा रहा की धामी सरकार दोहरे मापदंड अपनाती है और अपने दल के आरोपियों को बचाने का भरसक प्रयास कर रही है।