Tuesday, May 13, 2025
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फिल्म ‘मीठी-मां कु आशीर्वाद’ 30 अगस्त से होगी सिनेमाघरों में प्रदर्शित

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” फिल्म देहरादून के सैंट्रियो मॉल, ऋषिकेश के रामा पैलेस, विकासनगर के न्यू उपासना सिनेमा, रुड़की के आरआर सिनेमा और कोटद्वार के केए सिनेमा में एक साथ होगी रिलीज”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखण्ड़ के सम सामायिक विषयों को लेकर बनी बहुप्रतिक्षित फिल्म ‘मीठी-मां कु आशीर्वाद’ शुक्रवार 30 अगस्त को एक साथ पांच सिल्वर स्कीन पर अपनी समृद्ध खानपान की विरासत के साथ प्रदर्शित करने के लिए तैयार है, राज्य की पहाड़ी खानपान की परंम्पराओं का जश्न मनाने वाली यह अनूठी फिल्म उत्तराखण्ड के सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।
‘मीठी-मां कु आशीर्वाद की कहानी को खूबसूरती से बुनती है जो एक गांव की लड़की है, जिसे अपनी मां की पाक कौशल और उत्तराखण्ड की समृद्ध खाद्य परंम्पराओं की विरासत मिली है। फिल्म में भोजन और लोगों के बीच के गहरे संबंध को दर्शाया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे उत्तराखण्ड के सरल लेकिन पौष्टिक व्यंजन, कहानी को आगे बढाते हैं और दर्शकों को पात्रों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

*खानपान, रीति-रिवाजों और पारंपरिक विरासत पर आधारित है फिल्म :
उत्तराखण्ड़ के सुरम्य परिदृश्यों की पृष्ठ भूमि में बनी यह फिल्म मीठी के जीवन को दर्शाती है जिसमें में वह उन चुनौतियों का सामना करती है जो उसे अपना गांव छोडकर शहर में जाने के लिए मजबूर करती हैं। अपने पहाड़ी पारंम्परिक व्यंजनों के लिए उपहास का सामना करने के बावजूद मीठी की पाक कला की प्रतिभा सड़क किनारे के ढाबे के ग्राहकों से लेकर मास्टर सेफ शैली की प्रतियोगिता के जजों तक सभी को मंत्रमुग्ध करती है। फिल्म दर्शकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाती है, जिसमें मीठी अपनी विरासत को संरक्षित करने, अतित के घाव को दूर करने और अपनी पैतृक भूमि पर गर्व करने वाले भविष्य का निर्माण करने का प्रयास करती है।

उत्तराखण्डी भोजन, विशेष रूप से मोटे अनाजों से बने व्यंजन, पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, फिर भी मुख्यधारा की बातचीत में इसका प्रतिनिधित्व कम ही होता है। इस बात ने हमें एक ऐसी कहानी बनाने के लिए प्रेरित किया जो शहरी और समकालीन पृष्ठभूमि पर आधारित उत्तराखण्ड की संस्कृति, विरासत और पलायन के विषयों को छूती है, वैभव गोयल निर्माता ‘मीठी-मां कु आशीर्वाद’ ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए कहा। फिल्मांकन से करीब एक साल पहले गोयल ने पद्मश्री माधुरी बडथ्वाल के नेतृत्व में बॉलीवुड ऑडिशन शैली के माध्यम से फिल्म में उत्तराखण्ड की नई और युवा प्रतिभाओं को फिल्म में एक्टिंग का मौका भी दिया।

उत्तरकाशी के जखोल गांव में हुई फिल्म की शूटिंग :

फिल्म की शूटिंग उत्तरकाशी के जखोल गांव में की गई, जहां राजमा और सेब की खेती ने ग्रामीणों को अपनी आजीविका चलाने में सक्षम बनाया है। अतिरिक्त दृश्य देहरादून, हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, दिल्ली और नोएडा में फिल्माए गए हैं। पवनदीप राजन और विवेक नौटियाल के गीतों और आदी द्वारा रचित संगीत वाली फिल्म का जीवंत साउंडट्रैक फिल्म की अपील में इजाफा करता है।
कांता प्रसाद द्वारा निर्देशित और कलर्ड चेकर्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले वैभव गोयल द्वारा निर्मित, ‘मीठी-मां कु आशीर्वाद’ उत्तराखण्ड के लोगों का दिल छू लेने वाली कहानी, शानदार दृश्यों और भावपूर्ण संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए तैयार है। यह फिल्म शुक्रवार 30 अगस्त को देहरादून के सैंट्रियो मॉल, ऋषिकेश के रामा पैलेस, विकासनगर के न्यू उपासना सिनेमा, रुड़की के आरआर सिनेमा और कोटद्वार के केए सिनेमा में एक साथ रिलीज होगी।

इन कलाकारों ने किया अभिनय :

बहुप्रतिक्षित फिल्म की स्टार कास्ट में अभिनेत्री मेघा खुगशाल, अभिनेता मोहित घिल्डियाल, सहायक अभिनेता नवल सेमवाल, पार्थ कोटियाल, अन्य प्रमुख कलाकारों में पद्मेन्द्र रावत, मुकेश शर्मा, अंजली रमोला, डा. सृष्टि रावत, संदीप नायक, रणवीर चौहान, नीलम रावत, संजय बडोनी, राजश नौंगाईं, राजीव शुक्ला और रोमा पंडित शामिल हैं।
फिल्म के परदे के पीछे की प्रतिभा भी उतनी ही प्रभावशाली रही जिसमें डीओपी कुलदीप सिंह रावत के साथ लेखक धर्मेश सागर मौजूद थे। फिल्म में संगीत निर्देशन आर-नेड ने दिया है जबकि गीत आदी ने लिखे हैं। साउंड ट्रैक को अपनी आवाज देने वाले पवनदीप राजन और विवेक नौटियाल हैं। लाइन प्रोड्यूसर निखिल जैन, क्षितिज सिंह और निखिल नाहर भी मौजूद रहे।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने खाद्य सुरक्षा के सम्बन्ध में दायर वादों की त्वरित सुनवाई हेतु जिलाधिकारियों को निर्देश दिए

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*देहरादून में गढ़वाल मण्डल फूड टेस्टिंग लैब*

*सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य के उत्तराखण्ड की सीमा पर स्थित जिलों में मिलावटी दुग्ध व खाद्य उत्पादों की सयुंक्त निगरानी एवं प्रवर्तन कार्यां हेतु मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश से अनुरोध*

 

*त्यौहारों के दौरान विशेष अभियान संचालित कर टेस्टिंग तथा मिलावटी कार्यों में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश*

*भोजनमाताओं व आंगनबाड़ी वर्कर्स को फूड टेस्टिंग में प्रशिक्षण*

 

*राज्य में अभी तक उत्तराखण्ड सचिवालय पहला कैम्पस है जिसे एफडीए द्वारा ईट राइट इण्डिया का प्रमाणीकरण प्राप्त*

 

देहरादून, खाद्य सुरक्षा के सम्बन्ध में न्याय निर्णयन हेतु दायर वादों के विलम्ब के मामलों का गम्भीरता से संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने न्याय निर्णायक अधिकारी/जिलाधिकारी/एडीएम को वादों की त्वरित सुनवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देशों के ससमय अनुपालन ना होने की दशा में उत्तरदायी अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के भी निर्देश दिए हैं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारियों को मुख्य सचिव की ओर से पत्र प्रेषित किया जा रहा है। उन्होंने सचिवालय में सुरक्षित भोजन एवं स्वस्थ्य आहार पर गठित राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 नियम 2011 की धारा 68 तहत न्याय निर्णयन हेतु दायर वादों के विलम्ब से निस्तारण के फलस्वरूप बढ़ती वादों की संख्या तथा इस कारण प्रवर्तन कार्यो पर प्रतिकूल प्रभाव पर स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य आपूर्ति व पुलिस विभाग से रिपोर्ट तलब की। मुख्य सचिव ने त्यौहारों के दौरान विशेष अभियान संचालित कर दुग्ध, मिठाई व अन्य खाद्य उत्पादों की टेस्टिंग तथा मिलावटी कार्यों में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को देहरादून में गढ़वाल मण्डल की फूड टेस्टिंग लैब के संचालन को आरम्भ करने के लिए 2 माह की डेडलाइन दी है। इस गढ़वाल मण्डल फूड टेस्टिंग लैब की अधिसूचना की कार्यवाही गतिमान है। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 13 पदों की स्वीकृति दे दी गई है। इस सम्बन्ध में 23 करोड़ का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जा चुका है। आरम्भ में इस लैब की क्षमता 5000 सैम्पलिंग टेस्ट की होगी। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने रूद्रपुर में अल्ट्रा मॉर्डन माइक्रोबाइलोजिकल फूड लैब की स्थापना तथा लैब में आधुनिकतम उपकरण की उपलब्धता के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार द्वारा फूड सेफटी ऑन व्हील्स प्रोग्राम के संचालन हेतु भी संविदा के आधार पर 8 पदों की स्वीकृति दी गई है। मुख्य सचिव राज्य में अधिकाधिक टेस्टिंग बढ़ाये जाने तथा टेस्टिंग रिपोर्ट समयबद्धता से तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भोजनमाताओं व आंगनबाड़ी वर्कर्स को भी फूड टेस्टिंग में प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग को सभी आवासीय विद्यालयों में फूड सेफटी के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने होटल मेनेजमेंट के प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थियों को फूड सेफटी की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने आमजन के लिए सैम्पल टेस्टिंग किट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के उत्तराखण्ड की सीमा पर स्थित जिलों में मिलावटी दुग्ध व दुग्ध व खाद्य उत्पादों की सयुंक्त निगरानी एवं प्रवर्तन कार्यां को संचालित करने की दृष्टि से मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को पत्र भेजा जा रहा है। उन्होंने इस सम्बन्ध में सयुंक्त प्रवर्तन कार्यवाही हेतु निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने ईट राइट इण्डिया अभियान के तहत ईट राइट कैम्पस/ईट राइट स्कूल प्रमाणीकरण में सभी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, शासकीय एवं गैर शासकीय कैम्पस को जोड़ने के निर्देश दिए हैं। राज्य में अभी तक उत्तराखण्ड सचिवालय पहला कैम्पस है जिसे एफडीए द्वारा ईट राइट इण्डिया का प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है।

बैठक में जानकारी दी गई कि चार धाम यात्रा मार्ग पर खाद्य कारोबारकर्ताओं के प्रतिष्ठानों पर विक्रय किये जा रहे खाद्य पदार्थों की जांच एवं अपमिश्रित खाद्य पदार्थों के विक्रय पर रोक लगाये – जाने हेतु खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की अतिरिक्त रूप से तैनाती की गयी है। 1418 खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किये गये। 190 विधिक तथा 519 सर्विलांस नमूने जॉच हेतु लिये गये है। 20 खाद्य कारोबारियों के विरूद्ध न्यायालय में वाद दायर किये गये है तथा न्यायालय द्वारा 09 खाद्य कारोबारियों पर 3,30,000 रूपये का जुर्माना अधिरोपित किया गया है। चारधाम यात्रामार्ग पर मोबाईल खाद्य विश्लेषणशाला के माध्यम से आम जनमानस एवं खाद्य कारोबारकर्ताओं द्वारा उपलब्ध करायी गयी सामग्री की मौके पर जाँच/प्रशिक्षण/जनजागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 601 खाद्य पदार्थों की मौके पर सर्वेलांस जाँच की गयी, जिसमें से 529 खाद्य पदार्थ जाँच में सही पाये गये तथा 72 मानको के अनुरूप नही पाये गये। उक्त कार्यक्रम को प्रभावी रूप से चलाने हेतु 02 नवीन संचल खाद्य विश्लेषणाशालाओं के संचालन हेतु टैक्निकल स्टाफ की आउटसोर्स के माध्यम से तैनाती की अनुमति प्राप्त हो गयी है तथा पदों को भरे जाने की कार्यवाही गतिमान है।

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखण्ड के अधीन कार्यरत खाद्य संरक्षा तथा – सर्तकता सह अभिसूचना इकाई के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के प्रवेश मार्गो पर सघन चैकिंग अभियान संचालित किया जा रहा हैं।

खाद्य सुरक्षा आयुक्त के द्वारा खाद्य संरक्षा तथा सर्तकता सह अभिसूचना के अधिकारियों की टीम गठित करते हुए चारधाम यात्रा / पर्यटक सीजन में सघन – प्रर्वतन की कार्यवाही की जा रही है।

खाद्य पदार्थों में मिलावट के सम्बन्ध में विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन मामलो की प्रभावी पैरवी ए०पी०ओ० के माध्यम से कराये जाने हेतु जनपदीय अभिहित अधिकारियों को प्रकरण जिला स्तरीय सलाहाकार समिति के समक्ष रखने हुये निर्देशित किया गया है।

खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत दायर विभिन्न वादों का निस्तारण करने वाले न्याय निर्णायक अधिकारी/ए०डी०एम० को प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु भारतीय खाद्य संरक्षा एंव मानक प्राधिकरण नई दिल्ली को अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया है।

खाद्य सुरक्षा के सम्बन्ध में आम जनमानस द्वारा विभागीय हैल्प लाईन पर प्राप्त शिकायतो/जानकारी की पंजीकरण प्रक्रिया का ऑटो डिजीटाइजेशन कर हैल्पलाईन न0 18001804246 को 24×7 संचालित किये जाने एवं आई०ई०सी० के माध्यम से टोल फ्री न० के व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

उद्योग जगत से सहयोग लेते हुए सी०एस०आर० फंड के तहत चारधाम यात्रा मार्ग पर 1200 स्ट्रीट वेंडर को फॉस्टेक प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु कार्यवाही गतिमान है। जनपद देहरादून में नैस्ले इण्डिया के सहयोग से स्ट्रीट फूड वेंडर को फॉस्टेक प्रशिक्षण का आरम्भ किया गया है तथा जनपद रूद्रप्रयाग, पौडी, चमोली, उत्तरकाशी एवं टिहरी में फॉस्टेक प्रशिक्षण प्रदान किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।

 

बैठक में प्रमुख सचिव श्री एल फैनई, सचिव डा0 आर राजेश कुमार सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, पुलिस, महिला एवं बाल कल्याण विकास के अधिकारी मौजूद रहे।

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार, पाकिस्तान व चीन से जुडे़ हैं आरोपियों के तार

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देहरादून, एसटीएफ ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले तीन लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किये गये तीनों लोगों के चीन व पाकिस्तान से तार जुड़े हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि मोहब्बेवाला, निवासी पीडित द्वारा माह जून—2024 में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मुकदमा पंजीकृत कराया कि उसके द्वारा नौकरी के लिए आनलाईन सर्च किया गया था जिस पर अज्ञात साइबर ठगों द्वारा पीडित को व्हाट्सएप नम्बर से फोन कर बताया कि उन्हें उसका सीवी/रिज्यूम प्राप्त हुआ है जिसके लिये पहले उसको रजिस्टेशन चार्ज 14 हजार 800 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा, पीडित द्वारा भुगतान करने के बाद इन्टरव्यू के लिए एसकेवाईआईपी से फोन आया तथा उनके द्वारा लगभग एक घंटे तक टैक्निकल इन्टरव्यू लिया गया और उसके बाद 22 नवम्बर 2023 को फाईनल राउंड के लिए इन्टरव्यू लेने के बाद सलैक्शन हो जाने की बात कहकर दस्तावेज वैरिफिकेशन, जॉब सिक्यिोरिटी, फास्ट ट्रैक वीजा क्वीक सोल्यूशन आकाउंट में रुपये जमा कराये गये। पीडित का पैसा 3 महीने में वापस करने की बात कही गयी। इसके बाद इसी प्रकार पीडित को अन्य व्हाट्सएप नम्बर से पुनः कॉल आयी व कोका कोला यूके एएस एवीपी में वेकैन्सी होना बताकर फिर से वही रजिस्ट्रेशन, इण्टरव्यू आदि दोहराकर शिकायतकर्ता से पुनः विभिन्न खातों में भुगतान कराकर बाईस लाख छियानवे हजार रुपये की साईबर ठगी की गई। इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये खुलासे हेतु गठित टीम को समुचित दिशा—निर्देश दिये गये। जांच के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपियों को चिन्ह्ति करते हुये आरोपियों की तलाश जारी की तथा आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु कई स्थानों पर दबिशें दी। मुकदमें के मास्टरमाइण्ड सहित 3 आरोपियो अलमास आजम, अनस आजम व सचिन अग्रवाल को मेट्रो स्टेशन जनकपुरी वैस्ट दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। अपराधी फर्जी आईडी, मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप, टेलीग्राम और जानी—मानी कंपनियों से मिलते—जुलते ईमेल पते का उपयोग करके नौकरी चाहने वालों से संपर्क करते हैं। वे नौकरी चाहने वालों का पूरा विश्वास जीतकर उन्हें दस्तावेज सत्यापन, रजिस्ट्रेशन, जॉब सिक्योरिटी, फास्ट—ट्रैक वीजा आदि के नाम पर विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर धोखा देते हैं। इस प्रक्रिया में दुबई का मास्टरमाइंड (पाकिस्तानी एजेंटों) भारतीय सहयोगी को शामिल करता है, जो पूरे बैंक खाते के किट प्राप्त करते हैं। वहीं, चीनी एजेंट व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से क्रिप्टो भुगतान और वास्तविक समय में यूपीआई विवरणों के लिए निर्देश देते हैं। प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपियों द्वारा दुबई, चाईना व पाकिस्तान से कनैक्शन होना स्वीकार किया गया है जिनके सम्बन्ध में इनके मोबाइल फोन में भी व्हाट्सएप, टेलीग्राम के माध्यम से चैटिंग होनी पायी गयी।

Good News: उत्तराखंड की 4000 महिला अभ्यर्थियों को टाटा में नौकरी का अवसर

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देहरादून, टाटा समूह के चीफ रिसोर्स आफिसर रंजन बंदोपाध्याय ने बताया कि टाटा ने अपने कर्नाटका स्थित प्लांट में उत्तराखंड की 4000 महिला अभ्यर्थियों को एनपीएस एवं एनएटीएस कार्यक्रम के अंतर्गत जॉब वेकैंसी निकाली जा रही है।
आज यहां टाटा समूह के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर रंजन बंदोपाध्याय की ओर से इस सिलसिले में राज्य के नियोजन विभाग के स्टेट पीपीपी एक्सपर्ट एवं नोडल फॉर ईएपी सुमंता शर्मा को पत्र भेजकर अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के युवाओं को सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में, राज्य के नियोजन विभाग को देश की नामी कंपनी टाटा ग्रुप से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें टाटा ने अपने कर्नाटका स्थित प्लांट में उत्तराखंड की 4000 महिला अभ्यर्थियों को एनपीएस एवं एनएटीएस कार्यक्रम के अंतर्गत जॉब वेकैंसी निकाने जाने की जानकारी दी है। जल्द ही टाटा समूह इन कार्यक्रमों के अंतर्गत राज्य में नियुक्त प्रक्रिया प्रारंभ करेगा। राज्य की पुष्कर धामी सरकार निरंतर युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों के अलावा निजी क्षेत्र व स्वरोजगार के क्षेत्र में युवाओं को अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। युवाओं को देश—विदेश में भी रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
अब टाटा समूह की टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने उत्तराखंड से 4000 महिला अभ्यर्थियों की भर्ती की विज्ञप्ति निकाली है। एनपीएस एवं एनएटीएस कार्यक्रम के अंतर्गत टाटा के होसुर, तमिलनाडु एवं कोलार कर्नाटक स्थित कंपनी के प्लांट्स के लिए यह रीक्रूटमेंट किया जाना है। एमपीएस के लिए अहर्ता कक्षा 10 उत्तीर्ण अथवा 12 रखी गई है जबकि एनएटीएस के लिए कक्षा 10, कक्षा 12 व आईटीआई डिप्लोमा रखी गई है। नियुत्तिQ के लिए युवाओं को नॉलेज टेस्ट, बीड टेस्ट, पीडीटी(साइको डाइग्नोस्टिक टेस्ट) से गुजरना होगा। टाटा कंपनी की ओर से अवगत कराया गया है कि चयन के बाद इन युवाओं को शॉप फ्लोर टेक्नीशियन के रूप में नियुत्तिQ दी जाएगी। युवाओं को निर्धारित वेतन के साथ ही रहने, खाने एवं आने जाने की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अलावा भी कंपनी पालिसी के अंतर्गत तमाम अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

धामी के निर्णयों से सतत विकास लक्ष्यों में भी राज्य ने देशभर में किया टॉप

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-प्रतिष्ठित मीडिया समूह नव भारत टाइम्स के सर्वे में टॉप पर मुख्यमंत्री धामी

योगी के बाद देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में शुमार पुष्कर सिंह धामी

बड़े और कड़े फैसलों से बढ़ी मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता

-यूसीसी, नकलरोधी कानून और लैंड जिहाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के निर्णय बने नजीर

–मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता पर सबसे ज्यादा 51.1 फीसद लोगों ने लगाई मुहर

-हिमंत को 16.9 प्रतिशत तो सांवत को 16.3 और पटेल को 15.7 फीसदी मत

देहरादून। देश के युवा मुख्यमंत्रियों में शुमार पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता से देशभर में योगी के बाद भाजपा शासित राज्यों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का खिताब हासिल किया है। मुख्यमंत्री धामी के देशभर में नजीर बने कड़े और बड़े फैसलों और राज्य के विकास को लेकर लिए गए नीति निर्णयों से अलग छवि उभरी है। खासकर मातृशक्ति और युवा वर्ग में राज्य के हित में लिए गए फैसलों से मुख्यमंत्री धामी खासे चहेते हैं।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह नव भारत टाइम्स ने अपने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर सीएम योगी के बाद भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री को लेकर पोल कराया। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर 51.1 फीसद जनता ने पोल कर सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पर मुहर लगाई है। जबकि पोल के दौरान जनता ने कमेंट के माध्यम से भी मुख्यमंत्री धामी के फैसलों और कामकाज की खुलकर तारीफ की है।योगी के बाद देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में शुमार पुष्कर सिंह धामी  | उत्तराखंड PostmanIndia

इसके अलावा सर्वे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा को 16.9 फीसदी, गोवा के प्रमोद सांवत को 16.3 फीसद तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को मात्र 15.7 लोगों ने वोट दिया है। उल्लेखनीय है कि पहले भी इंडियन एक्सप्रेस के देश के ताकतवर भारतीयों की सूची में मुख्यमंत्री धामी ने 61 वां स्थान प्राप्त कर खासी धाक जमाई थी। जबकि विकास कार्यों को लेकर नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों(एसडीजी) रैंकिंग में भी देशभर में उत्तराखंड को पहला स्थान दिलाकर मुख्यमंत्री धामी ने अपने काम पर लोकप्रियता की लंबी लकीर खींची है। इधर, मुख्यमंत्री धामी की आमजनों के बीच तथा सोशल मीडिया में भी खासी लोकप्रियता है। कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री धामी प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह के बाद देश में सबसे ज्यादा फ़ॉलो किए जाने वाले नेताओं की सूची में दर्ज हो चुके हैं। अकेले फेसबुक पेज पर उनके फॉलोवर्स एक करोड़ पार हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने ऐसे बनाई अलग पहचान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महज तीन साल में विकास के साथ कानून व्यवस्था को लेकर बड़े फैसले लिए हैं। सबसे पहले देश का पहला सख्त नकलरोधी कानून लागू कर मुख्यमंत्री धामी ने देश के लिए नजीर पेश की है। खासकर उत्तराखंड के बाद यूपी और केंद्र सरकार ने कड़ा नकलरोधी कानून लागू किया है। इसके अलावा भारतीय संविधान में दी गई समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी कानून की व्यवस्था को सबसे पहले राज्य में लागू करने का निर्णय लेकर देशभर में मिसाल कायम की है। इसके अलावा सैकड़ों हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमणमुक्त कर लैंड जिहाद पर प्रभावी कार्रवाई की गई। साथ ही सख्त दंगारोधी कानून, धर्म परिवर्तन कानून जैसे कई बड़े कानून बनाए हैं। इसके अलावा सिलक्यारा सुरंग आपदा में 41 मजदूरों का सकुशल रेस्क्यू, जोशीमठ आपदा से निपटने से लेकर हल्द्वानी और राज्य में हाल ही में केदारनाथ आपदा समेत अन्य स्थानों पर आई आपदा में मुख्यमंत्री धामी ने बड़ी सूझबूझ से जिम्मेदारी निभाई है। इसके अलावा कुशल राजनीतिज्ञ की भूमिका में भी युवा मुख्यमंत्री धामी ने लोकसभा चुनाव में देशभर में जहां ताबड़तोड़ जनसभाएं की हैं, वहीं उत्तराखंड की पांचों सीटों पर रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाई है।

दून के “टिहरी नगर” में हुआ गढ़वाल की प्राचीन रामलीला का हनुमान ध्वज स्थापित

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“इस साल रामलीला का शारदीय नवरात्रों में 3 से 13 अक्टूबर 2024 तक होगा भव्य आयोजन”

देहरादून, श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952 द्वारा गढ़वाल की ऐतिहासिक रामलीला को देहरादून में पुनर्जीवित करने के लिए निर्णय लिया गया और आजाद मैदान, टिहरी नगर, अजबपुर कलां, दून यूनिवर्सिटी रोड में “हनुमान ध्वजा स्थापना” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्थल से सभी क्षेत्रवासियों ने मिलकर “हनुमान ध्वजा” को टिहरी नगर में जन्माष्टमी के पावन अवसर पर गढ़वाल के वाद–यंत्र “ढोल दमाऊ” के साथ परिक्रमा करवाई गयी। तत्पश्चात विधि विधान से “हनुमान ध्वजा” की स्थापना की गई।
श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा कि गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी टिहरी में 1952 से हर वर्ष रामलीला के सफल आयोजन की कामना हेतु जन्माष्टमी के पावन अवसर पर हनुमान ध्वजा का विधि विधान से स्थापना होती थी और इसी दिन से रिहर्सल का कार्य भी आरंभ होता था, अतः हमने भी वही परंपरा का पालन किया है। गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी पुरानी टिहरी की 1952 से होने वाली प्राचीन रामलीला का अपने आप में बहुत बड़ा ऐतिहास है और या रामलीला 1952 से पुरानी टिहरी डूबने तक आयोजन किया गया। गढ़वाल की धरोहर इस रामलीला को 2023 में 21 वर्षों बाद देहरादून में पुनर्जीवित किया गया और विभिन्न माध्यमों से रामलीला मंचन को पिछले वर्ष रिकार्ड 10 लाख लोगों तक पहुंचने में सफलता पाई।
उन्होंने कहा कि रामलीला से न सिर्फ इतिहास को जीवित करने का मौका मिलता है बल्कि आने वाली पीढियां के लिए मनोरंजन से अपने इतिहास और सनातन धर्म की परंपराओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलता है।
उल्लेखनीय है कि अजबपुर, देहरादून स्थित टिहरी नगर में इस साल रामलीला आने वाले शारदीय नवरात्रों में 3 अक्टूबर से 13 अक्टूबर 2024 तक भव्य रूप से आयोजित की जाएगी। इस रामलीला में चौपाई, कथा, संवाद, मंचन आदि सब टिहरी की 1952 से चली आ रही प्रसिद्ध व प्राचीन रामलीला के जैसा ही होगा, जिससे टिहरी के लोगों का अपनत्व देहरादून में भी जुड़ रहे। पिछले वर्ष 2023 में आयोजित “भव्य रामलीला” में विशेष आकर्षण के रूप में उत्तराखंड़ के इतिहास में पहली बार”Laser Show” व Digital Live Telecast का प्रसारण किया गया था।
इह मौके पर कार्यक्रम में अध्यक्ष अभिनव थापर, सचिव अमित पंत, गिरीश पैन्यूली, गिरीश पांडे, नरेश मुल्तानी, मनोज जोशी,शिवप्रसाद नौटियाल, राकेश पांडे, बिजेंद्र प्रसाद पंत, दिनेश मिश्रा, मंगानद नौटियाल, नवीन रमोला, दुर्गा नौटियाल, उर्मिला पंत, सरिता जुयाल, किरण बहुगुणा, कुलदीप बिष्ट, रश्मि पंवार, बबली सकलानी, पूनम सकलानी आदि मौजूद रहे l

 

श्री बदरीनाथ धाम में धूमधाम से मनायी जा रही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, भव्य रूप से सजाया गया मंदिर परिसर

श्री बदरीनाथ धाम में धूमधाम से मनाया जा रहा कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व –  Aakash Gyan Vatika
“श्री केदारनाथ धाम सहित श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, श्री त्रियुगीनारायण मंदिर, श्री गोपाल जी मंदिर नंदप्रयाग में भी जन्माष्टमी मनायी जा रही”

चमोली (बदरीनाथ), श्री बदरीनाथ धाम में जन्माष्टमी का पर्व‌ धूमधाम एवं उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है। इसके लिए श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ने तैयारियां पूरी कर ली है। श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर को भब्य रूप से सजाया गया है।श्री कृष्ण जन्माष्टमी से पहले मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया है।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने सभी तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी है। कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म धर्म‌ की रक्षा तथा आसुरी प्रवृत्तियों‌ के विनाश के लिए हुआ।
बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल जन्माष्टमी कार्यक्रम हेतु रविवार प्रात: को ही श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गये है।
मुख्य कार्याधिकारी मंदिर समिति की ओर से आयोजित भजन संध्या, भगवान श्रीकृष्ण के जन्माष्टमी कार्यक्रम में देर रात तक मौजूद रहेंगे। उन्होंने सभी को जन्माष्टमी पर्व की शुभकामनाएं दी है।

आज जन्माष्टमी कार्यक्रम के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के गर्भगृह सभा मंडप में रावल अमरनाथ नंबूदरी द्वारा भगवान बदरीविशाल, श्री नारद जी उद्धव जी सहित सभी सभामंडप में मौजूद देवताओं श्री कुबेर जी नारद जी नर- नारायण जी का विशेष श्रृंगार शुरू हो गया है‌। रात्रि 10 बजकर 45 मिनट से भगवान श्री कृष्ण के जन्माष्टमी पर्व की शुरुआत हो जायेगी तथा मध्य रात्रि में भगवान श्री कृष्ण का जन्म होगा तथा जन्म के बाद जन्मोत्सव मनाया जायेगा।
इससे पहले तप्तकुंड कीर्तन मंडली, महिला मंगल दल माणा, महिला मंगल दल बामणी, सरस्वती शिशु मंदिर बामणी,द्वारा भजन कीर्तन संध्या आयोजित होगी इसके पश्चात बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित सदस्य गण, मुख्य कार्याधिकारी एवं आचार्य जगमोहन कोटियाल,डा. शैलेन्द्र नारायण कोटियाल भगवान कृष्ण जन्माष्टमी पर संबोधित करेंगे।इसके पश्चात धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट पूजा आरंभ करेंगे।
भगवान कृष्ण के जन्म पश्चात कल मंगलवार को श्री बदरीश पंडा पंचायत की ओर से बदरीनाथ धाम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा भगवान कृष्ण जन्मोत्सव की भब्य झांकी श्री बदरीनाथ के भ्रमण पश्चात श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंचेगी जहां जन्मोत्सव कार्यक्रम का समापन होगा।
आज जन्माष्टमी कार्यक्रम में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी,मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी‌,‌मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी विवेक थपलियाल, स. नोडल अधिकारी राजेंद्र सेमवाल, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी,नरेंद्र खाती,अजय सती, अनसुया नौटियाल, अजीत भंडारी, भागवत मेहता,संजय भंडारी,वैभव उनियाल, हरेंद्र कोठारी, विकास सनवाल चंदन फर्स्वाण विपुल मेहता राहुल मैखुरी अमित डिमरी आदि मौजूद रहेंगे।

आज नीति घाटी के लौंग गांव से श्रद्धालु पुरुष – महिलाओं का दल श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचा। महिला मंगल दल ने पारंपरिक परिधान स्थानीय बोली भाषा में झूमेलो एवं चांचड़ी गाकर भगवान बदरीविशाल का भजन-कीर्तन किया।
इस अवसर पर पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, डिमरी पंचायत पूर्व अध्यक्ष विनोद डिमरी सहित ग्राम पंचायत प्रधान बलवंत सिंह पंवार, गंगा देवी, पुष्कर सिंह,‌मनोज पंवार, दलवीर पंवार सहित कई श्रद्धालु एवं‌ तीर्थयात्री मौजूद रहे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम में भी श्री जन्माष्टमी पर्व उल्लासपूर्वक मनाया जायेगा।
कार्यक्रम में पुजारी शिवशंकर लिंग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी/ मंदिर प्रभारी केदारनाथ यदुवीर सिंह पुष्पवान, सहित तीर्थ पुरोहितगण, एवं धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल,‌लोकेंद्र रिवाड़ी,प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण,‌विक्रम रावत,ललित‌ त्रिवेदी सहित सभी अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहेंगे।

श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाने की तैयारी बीते कल‌ रविवार से ही शुरू हो गयी है इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी/ श्री नृसिंह मंदिर प्रभारी विजेंद्र बिष्ट,‌ कर्मचारी संघ सचिव‌ अरविंद पंत, वरिष्ठ सहायक संदीप कपरुवाण, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी,‌ सुशील डिमरी, प्रबंधक भूपेंद्र राणा , रामप्रसाद थपलियाल आदि मौजूद रहेंगे।
श्री त्रिजुगीनारायण मंदिर,श्री गोपाल जी मंदिर नंदप्रयाग एवं मंदिर समिति के अधीनस्थ मंदिरों, दस्तूरधारी मंदिरों में भी जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।

 

‘रुण-झुण चौमास‘ में गढ़वाली लोकगीतों की हुई शानदार प्रस्तुति

रुण-झुण चौमास' कार्यक्रम में हुई गढ़वाली लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति |  Udaipur Kiran in

 

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से ‘रुण-झुण चौमास‘ शीर्षक के तहत गढ़वाली लोकगीतों का एक कार्यक्रम संस्थान के सभागार में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में गढ़वाल अंचल में गाये जाने वाले परम्परागत वर्षाकालीन गीतों की शानदार प्रस्तुति दी गई। इसमें श्रीकृष्ण से सम्बन्धित कुछ गीतों की प्रस्तुति भी कलाकारों द्वारा दी गई। रविवार सायं आयोजित गढ़वाली लोक संगीत के इस विशेष कार्यक्रम में आशा रावत, मीना उनियाल, पुष्पा रावत, अंजु भट्ट एवं बीना गुसांई ने समूह गायन कर शानदार प्रस्तुति दी और सभागार में उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम में संगीत के तौर पर ढोलक पर सैकत मंडल, बांसुरी पर महेश चन्द एवं हारमोनियम पर रॉबिन करमाकर ने साथ दिया।
कार्यक्रम में प्रस्तुत गीतों में रुण-झुण चौमास और हरे-भरे हो गये पहाड़, सूखी धरती की तीस बुझने, गाड़ -गधेरों, नौलों-धारों में पानी छलछला उठने, कुहरे के पसरने जैसे सौन्दर्य के साथ पहाड़ के धुर छानियों में रह रहे पशुपालकों के जनजीवन, घनघोर वर्षा में प्रियतम के वियोग व विवाहिता बेटी के अपने मायके की याद से जुड़े अनेक मार्मिक पक्ष उजागर हुए। रुण-झुण चौमास के इन विविध रंगों की प्रस्तुति को श्रोताओं ने खूब सराहा।
प्रस्तुति देने वाले कलाकारों ने सबसे पहले पारम्परिक गढ़वाली लोकगीत ‘जय जय बद्रीनाथ जी झमको ‘ गाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद ‘जलम्यूं नारैणा,‘ ‘ठंडु माठु चौमास‘, ‘सेरा की मींडोली‘, ‘ले पोथली को मास‘, ‘चौमासी रिमझिम‘, ‘मथुरा जनम तेरो बाल गोविन्दा जी‘, ‘ननि ननि घिंगर की डाळी‘, के साथ ही बीना कंडारी द्वारा रचित ‘टिकुली बिंदुली‘ व ‘डांडी कांठी‘ आदि गीतों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के अन्त में सुपरिचित संस्कृतिकर्मी व लोकगायक स्व. केशव अनुरागी द्वारा रचित प्रसिद्ध गीत ‘हे दीदी हे भुली हे ब्वारी‘ से किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने श्रोताओं का स्वागत किया। निकोलस हॉफलैंड ने ने शानदार प्रस्तुति के लिए कलाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना की और श्रोताओं का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शान्ति बिन्जोला ने किया।
इस दौरान सभागार में अनेक संस्कृति प्रेमी, रंगकर्मी, लोक गायक,लेखक,साहित्यकार व पाठक सहित शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कौलागढ़ में नशा विरोधी जागरूकता मार्च : सैकड़ों लोग हुए शामिल, 1 सितंबर को नेहरूग्राम में निकाला जाएगा मार्च

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देहरादून, नशा विरोधी जन अभियान टीम की ओर से इस बार कौलागढ़ में जन जागरूकता मार्च निकाला गया। यह अभियान का दूसरा मार्च था। इससे पहले 11 अगस्त को पंडितवाड़ी में मार्च निकाला गया था। कौलागढ़ में निकाले गये मार्च में एक बार फिर दर्जनों संगठनों से जुड़े लोग शामिल हुए। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में इस मार्च में शामिल हुए। लोगों का कहना था कि आने वाले दिनों में कौलागढ़ में नशे के खिलाफ एक बड़ा मार्च निकाला जाएगा।
जागरूकता मार्च की शुरुआत रविवार को कौलागढ़ के पंचायत भवन से हुई। सुबह विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पंचायत भवन में एकत्रित हुए। यहां एक सभा का आयोजन किया गया। सभा में टीम के सदस्य त्रिलोचन भट्ट और निर्मला बिष्ट ने देहरादून और पूरे उत्तराखंड में ड्रग्स की बढ़ती प्रवत्ति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि ड्रग्स को यहीं नहीं रोका गया तो आने वाले समय में बेहद भयंकर स्थिति सामने आने वाली है। उन्होंने कहा कि नशे के धंधेबाजों की नजर हमारे एक-एक बच्चे पर है। वे हर बच्चे को नशेड़ी बनाने की फिराक में हैं, ताकि मोटा पैसा कमा सकें। उनका कहना था कि एक बार कोई नशे की चपेट में आ जाता है तो फिर बाहर निकलना बहुत कठिन होता है। अब तक कई युवाओं की मौत हो चुकी है।
पंचायत भवन से हाथों में तख्तियां लेकर, नारे लगाते हुए और जनगीत गाते हुए जागरूकता मार्च निकाला गया। यह मार्च कौलागढ़ की सभी गलियों और मुख्य सड़कों से गुजरा। लोगों के हाथों में तख्तियां थी, जिन पर लोगों को ड्रग्स को लेकर सावधान होने के स्लोगन लिखे हुए थे। लोग जन-जन ने ये ठाना है, नशे को भगाना है। नशा नहीं रोजगार दो, जीने का अधिकार दो, नशे पर पाबंदी होगी, महिला हिंसा तभी रुकेगी, आज ही बोलो-नशे को ना, अभी बोला-नशे को ना जैसे नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही नशा विरोधी जनगीत गा रहे थे। इस दौरान पर्चे भी बांटे गये। पर्चे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस मुहिम से जुड़ने की अपील की गई है।
मार्च एफआरआई के कौलागढ़ गेट पर समाप्त हुआ। टीम की सदस्य और उत्तराखंड महिला मंच की अध्यक्ष कमला पंत ने कहा कि कौलागढ़ में लोगों का अच्छा समर्थन मिला, हालांकि कई ऐसे लोग भी मिले, जिन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के मार्च की जानकारी नहीं थी। उनका कहना था कि लोगों में नशे के खिलाफ सख्त नाराजगी है, जरूरत सिर्फ लोगों तक पहुंचने और उन्हें अभियान में शामिल करने की है। इस मौके पर 1 सितंबर को नेहरूग्राम में जागरूकता मार्च निकालने का ऐलान किया गया। ये कैसी राजधानी है, जैसे जनगीत के रचियिता चंदन नेगी ने अपील की कि हर परिवार से कम से कम एक व्यक्ति इस आंदोलन से जुड़े। ऐसा नहीं किया गया तो नशा उत्तराखंड के एक-एक घर तक पहुंचने वाला है।

इन संगठनों ने लिया भाग :
जन जागरूकता मार्च में मुख्य रूप से उत्तराखंड इंसानियत मंच, उत्तराखंड महिला मंच, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, राष्ट्रीय जन विज्ञान, जन संवाद समिति, सिटीजन फॉर ग्रीन दून, इप्टा, सर्वोदय मंडल आदि संगठन शामिल हुए।
यह लोग थे शामिल :
जिन प्रमुख लोगों ने मार्च में हिस्सा लिया, उनमें प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ. रवि चोपड़ा, पूर्व शिक्षा निदेशक डॉ. नन्द नन्दन पांडेय, जनगीत गायक सतीश धौलाखंडी के साथ ही लक्ष्मी थापा, बबीता मैठाणी, मातेश्वरी रजवार, शांता नेगी, पद्मा गुप्ता, बबीता डंगवाल, ऊषा भट्ट, विजय नैथानी, शकुंतला मुंडेपी, हरिओम पाली, विजय भट्ट, हिमांशु अरोड़ा, राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल, सुनील बिष्ट आदि शामिल थे।

कर्मचारी- शिक्षक संगठन ने की प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग

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हरिद्वार ( कुलभूषण) उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी- शिक्षक संगठन जनपद- हरिद्वार ने राज्य की बहुचर्चित प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा को निरस्त करने की मांग की। संगठन के जिला महामंत्री ललित मोहन जोशी ने अवगत कराया कि राज्य के लगभग 90% राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के एल टी एवं प्रबक्ता संवर्ग के शिक्षकों द्वारा प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उक्त भर्ती परीक्षा में मात्र 10 प्रतिशत से कम प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षक ही सम्मिलित हो पा रहे हैं, जबकि 90 प्रतिशत से अधिक एल०टी० व प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को उक्त भर्ती परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित किया जा रहा है। सीधी भर्ती के लिए विज्ञापित पदों के सापेक्ष आवेदन करने बाले एवं पात्र अभ्यर्थियों की संख्या अति न्यून है जो कि लोक सेवा आयोग के मानकों के विपरीत है। शिक्षकों द्वारा विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा को निरस्त करवाकर पूर्व की भांति प्रधानाचार्य के पदो को शत प्रतिशत पदोन्नति के माध्यम से भरने की मांग की जा रही है जो कि न्यायोचित प्रतीत होती है।

संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी एवं राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व को पत्र लिखकर जिला महामंत्री ललित मोहन जोशी ने मांग की है कि 90 प्रतिशत से भी अधिक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की उपरोक्त मांग पर मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से सीधी वार्ता एवं पत्राचार करते हुए प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा को शीघ्र निरस्त करने एवं पूर्व की भांति प्रधानाचार्य के पदों को शत प्रतिशत पदोन्नति के माध्यम से भरने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाए।

आपदा के 25 दिनों के बाद घोड़े- खच्चरों से शुरू हुई केदार नाथ के लिये राशन एवं अन्य सामग्री की आपूर्ति

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते बंद हुए पैदल मार्ग पर आखिरकार घोड़े- खच्चरों की आवाजाही शुरु हो गयी। आपदा के 26वें दिन घोड़े- खच्चरों से केदार नाथ के लिये राशन एवं अन्य अनिवार्य सामग्री की आपूर्ति भी शुरू हो गई है।
केदारनाथ पैदल मार्ग को जिला प्रशासन के अथक प्रयासों एँव मजदूरों की कड़ी मेहनत के बाद दुरुस्त करने में कामयाबी मिली है 25 दिन बाद ही घोड़े खच्चर केदारनाथ पहुंचना शुरू हो गए हैं।
बता दें कि 31 जुलाई की रात केदारनाथ पैदल मार्ग भारी जल त्रासदी के कारण जगह-जगह ध्वस्त हो गया था। जिसके बाद प्राथमिकता के तहत पैदल मार्ग में फँसे तीर्थ यात्राओं को सुरक्षित निकाला गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी और डीएम सौरभ गहरवार के नेतृत्व में चले रेस्क्यू अभियान में हजारों श्रद्धालुओं एवं स्थानीय जनता को हेली सेवा के साथ पैदल आवाजाही से उनकी जान को बचाया गया। इसके बाद प्रशासन की ओर से पैदल मार्ग को तेजी के साथ दुरुस्त करने की चुनौती थी। इस चुनौती को भी जिला प्रशासन ने पार पा लिया जिसके बाद मार्ग को घोड़ा खच्चर संचालन के लिए भी दुरुस्त कर लिया गया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि आपदा से 19 किलोमीटर पैदल मार्ग 29 जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। जिलाधिकारी के निर्देशन एवं निगरानी में तेजी से काम होने के चलते पैदल मार्ग के बाद घोड़े खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है।
जिला प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द पैदल मार्ग को और अधिक दुरुस्त किया जाए, जिससे ज्यादा संख्या में भक्त बाबा केदारनाथ के धाम पहुंच सके। पैदल मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में लोनिवि गुप्तकाशी के मजदूर मार्ग का ट्रीटमेंट करने में लगे हुए हैं। इसके अलावा सोनप्रयाग – गौरीकुण्ड राजमार्ग को भी दुरुस्त करने का काम तेजी से चल रहा है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुशार छतिग्रस्त हुये एनएच पर भी जल्द ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। एनएच विभाग की मशीने और मजदूर रात दिन राजमार्ग को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं।

आपदा प्रभावितों की समस्याओं प्रमुखता से उठायें कांग्रेस जन- सूरज नेगी

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रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने ऊखीमठ विकासखंड की तुंगनाथ घाटी के आपदा ग्रस्त छैत्र का एक दिवसीय दौरा किया। आपदा के बाद उत्पन्न हुई जन समस्यायों को देखते हुये उन्होने काँग्रेस कार्यकर्ताओं से आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद कर उनकी समस्याओं को प्रार्थमिकता से उठाने की अपील की। छैत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओ के प्रभावित छैत्रों में जन समस्या सुनने के बाद उन्होंने कहा कि विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण तुंगनाथ घाटी के मुक्कू गांव के ग्वाड दिलना पापड़ी मस्तरा ताला सहित विभिन्न क्षेत्रों में भू धँसाव और भू कटाव के कारण कई इलाकों में ग्रामीणों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है काँग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा के निर्देशों पर कांग्रेसियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रभावित छैत्र का दौरा किया ।
काँग्रेस प्रवक्ता ने कहा ग्रामीण आपदा के बाद खौप के साए में जीने को मजबूर हैं भू धँसाव के कारण कई आवासीय व व्यावसायिक भवनों के साथ-साथ कृषि भूमिका कटाव भी हुआ है सरकार व प्रशासन से मांग की है कि अति शीघ्र प्रभावित क्षेत्रों में आम जनमानस को उनके भवनों व कृषि भूमिका मुआवजा वितरित कर जनता को राहत पहुंचाई जाए केदारनाथ क्षेत्र के तुंगनाथ घाटी के आपदा ग्रस्त क्षेत्र का एक दिवसीय दौरे पर वरिष्ठ कांग्रेस जनों के साथ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार जनपद रुद्रप्रयाग की केदार घाटी में भारी वर्षा होने के कारण क्षेत्र के ताला मस्तरा व मुख्य छैत्र के ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ है जिस कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण रात को सो नहीं पा रहे प्रभावित क्षेत्रों में सड़क बिजली पानी रास्तों जैसी सेवाएं भी बाधित हो रही है जिसके चलते क्षेत्र वासियों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ा रहा है उन्होंने कहा कि भूस्खलन व भू कटाव की घटनाएं क्षेत्र में आए दिन हो रही हैं वहीं कई सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ लोगों की निजी संपत्तियों को भी भारी क्षति पहुंची है
वही उनके साथ आपदा ग्रस्त छैत्र भ्रमण में ऊखीमठ ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष अवतार सिंह नेगी एवं मनरेगा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक बगवाड़ी ने कहा कि सरकार व प्रशासन को जल्द से जल्द आपदा प्रवाहित लोगों को मुआवजा वितरित करने के साथ-साथ उनके विस्थापन की कार्रवाई शुरू कर देनी चाहिए उन्होंने कहा कि तुंगनाथ घाटी व मक्कु क्षेत्र के ग्रामीणों में भय का माहौल है पार्टी नेताओं ने कहा यदि शीघ्र आपदा ग्रस्त क्षेत्र की में स्थिति सामान्य नहीं होती है तो कांग्रेस जनता के साथ मिलकर आंदोलन को बाध्य होगें।
क्षेत्र भ्रमण में उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वह गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हर्ष प्रीतम नेगी युवा कांग्रेस के जिला को ऑर्डिनेटर गोपी रोथाण सेवादल के जिला महामंत्री दिनेश पुरोहित जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव पंकज राणा डॉक्टर कैलाश पुष्पवान बॉबी रावत भूपेंद्र नेगी आदि कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।