Saturday, June 7, 2025
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बीएचईएल में योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ

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हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा ), योग मंडल, बीएचईएल हरिद्वार के तत्वावधान में, आज 44वें योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, उपनगरी स्थित इंटरनेशनल क्लब में किया गया । शिविर का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, महाप्रबंधक एवं प्रमुख (सीएफएफपी) श्री रंजन कुमार, ‘द डिवाइन लाइफ सोसाइटी’ शिवानन्द आश्रम, ऋषिकेश के स्वामी धर्मनिष्ठानन्द जी तथा योग मंडल के अध्यक्ष एवं महाप्रबंधक (वाणिज्य, ईसीएंडपी, एसएएस, सीडीएक्स) श्री सुनील कुमार सोमानी ने, दीप प्रज्वलन द्वारा किया ।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री रंजन कुमार ने यौगिक क्रियाओं से होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान, मानवीय विकारों को दूर करने में बेहद सहायक हैं । अपने स्वागत सम्बोधन में श्री सुनील कुमार सोमानी ने स्वामी धर्मनिष्ठानन्द जी एवं ‘द डिवाइन लाइफ सोसाइटी’ का आभार व्यक्त किया । योग मंडल के सचिव एवं वरिष्ठ प्रबंधक (डब्ल्यूईएवंएस) श्री शिव प्रकाश ने, प्रशिक्षण शिविर के आयोजन से संबंधित विस्तृत जानकारी दी ।

उल्लेखनीय है कि 20 से 28 सितम्बर तक, स्वामी धर्मनिष्ठानन्द जी के कुशल निर्देशन में चलने वाले इस शिविर में, प्रतिदिन दो कक्षाएं आयोजित की जाएंगी । प्रात: कालीन कक्षा सामुदायिक केन्द्र, फेस-3, शिवालिक नगर में तथा सायं कालीन कक्षा केन्द्रीय विद्यालय में आयोजित की जायेगी । जबकि अंतिम दिन, 29 सितम्बर को दिल्ली पब्लिक स्कूल में शंख प्रक्षालन, कुंजल एवं नेति आदि यौगिक क्रियाओं का अभ्यास कराया जाएगा ।

इस अवसर पर बीएचईएल के अन्य महाप्रबंधक, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिजन तथा योग मंडल के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे ।

अध्यात्म से ही मानव का ह्रदय परिवर्तित हो सकता है – सतपाल महाराज

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हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा )। रानीपुर स्थित दशहरा मैदान बी.एच.ई.एल., सेक्टर 4 में आध्यात्मिक गुरु सतपाल  महाराज के जन्मोत्सव पर श्री प्रेमनगर आश्रम द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मेलन में अपार जनसमुदाय को संबोधित करते हुए  महाराज जी ने कहा कि हमारा देश तो राम, कृष्ण का देश रहा है। हमारे देश में हमेशा अहिंसा की बात की गई है, शांति की बात की गई है। इसी राम कृष्ण के देश से बुद्ध, महावीर व अनेक संतों ने शांति की आवाज उठाई। वह अध्यात्मवाद की आवाज फिर से गुंजनी चाहिए, जिससे सारा भूमंडल सुख व शांति से आगे बढ़े। आज इस कलिकाल के अंदर, इस विषम परिस्थिति के अंदर एक भयानक विनाश का रोग लग गया है, इसका निदान केवल मात्र अध्यात्म ही है। अध्यात्म के द्वारा ही मानव के हृदय का परिवर्तन संभव है। जब मानव का हृदय बदलेगा तो समाज में भाईचारा, सहिष्णुता, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता, सद्भावना आदि पल्लवित होगी।
श्री सतपाल जी महाराज ने आगे कहा कि आज का मानव केवल तबाही मचाने में लगा हुआ है। आज हम कितना विनाश कर सकते हैं, वह विनाश करने की क्षमता हमारी शक्ति बन गई है। जबकि शक्ति तो उसे कहा जाता है जो कुछ अच्छा कर दे, जिससे मानव समाज का भला हो, जिससे मानव का हृदय परिवर्तन हो और सद्भावना समस्त वसुधा पर फैले।
श्री महाराज जी ने कहा कि हम सभी देवभूमि की गोद में बैठकर सत्संग रूपी गंगा में गोटा लगा रहे है| गंगा हिमालय से बहती है, यह धरती की धारा नहीं थी, यह स्वर्ग की धारा थी पर भागीरथ ने तपस्या की तो स्वर्ग की धारा को धरती पर ले आया। हम भी तपस्या करेंगे, हम भी कर्म करेंगे तो हम भी स्वर्ग को धरती पर ला सकते हैं, यही गंगा का संदेश है। इसलिए गंगा की भावना को समझो, माँ गंगा से हमे प्रेरणा लेनी है और देश के विकास में अपना योगदान दे।
कार्यक्रम से पूर्व  महाराज , पूज्य माता श्रीअमृता जी व अन्य विभूतियों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया गया तथा संत-महात्माओं ने अपने सार गर्भित विचार रखे। इस मौके पर देश-विदेश से सैकड़ों की संख्या में भक्तगणों ने कार्यक्रम में पहुँच कर महाराज जी के प्रवचन और दर्शनों से लाभ उठाया। भजन गायकों ने महाराज  को जन्मदिन की बधाई दी। मंच संचालन महात्मा  हरिसंतोषानंद जी ने किया।

भाजपा सदस्यता अभियान की बैठक में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव की चर्चा

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रुद्रप्रयाग: भारतीय जनता पार्टी सतेराखाल चोपता मंडल सदस्यता अभियान 2024 के तहत आयोजित बैठक में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव का मुद्धा छाया रहा। चोपता दुर्गाधार में आयोजित बैठक में मुख्य वक्ता प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने शिरकत की।

प्रदेश महामंत्री संगठध अजेय कुमार ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ताओ को भाजपा सदस्यता टोल फ्री नंबर 88 000 02024 पर अपने-अपने बूथों पर मिस कॉल करवाकर हर समुदाय व हर वर्ग के लोगों को सदस्यता अभियान से जोड़ते हुए अधिक से अधिक सदस्य बनाने है। उन्होने कहा कि यह कार्यक्रम बूथ स्तर पर घर-घर जाकर पूर्ण किया जाना है इसलिये बूथों पर पन्ना प्रमुखों को भी सक्रिय रहना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य देश के जन-जन को भाजपा की राष्ट्र निर्माण की भावना एँव पार्टी की विचारधारा से जोड़ना है। जिससे 2047 तक भारत को एक पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की परिकल्पना साकार हो सके।
उन्होंने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की विचारधारा व सरकार की जनकल्याणकारी कार्यो का व्यापक प्रचार प्रसार कर समाज के सभी वर्गों जातियों व समुदायों को भाजपा से जोडना सबका दायित्व है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को आगामी उपचुनाव की रणनीती तथा भारतीय जनता पार्टी के देशव्यापी सदस्यता अभियान के अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करने का आव्हान किया। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा के देशभर में 18 करोड़ से अधिक सदस्य है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह दशक उत्तराखंड का दशक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है,और प्रधानमंत्री मोदी बाबा केदारनाथ के अनन्य भक्त भी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम में तेजी से विकास कार्य हुए है।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि बीते जुलाई माह में रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशेष सहायता राशि 9.08 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। जिससे हजारों लोग लाभान्वित होंगे।कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भरोसा जताते हुए कहा कि निश्चित ही आगामी केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा भरी मतों से विजयी होगी। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को समूह द्वारा तैयार किए गए बैग भेंट किया।

इससे पूर्व भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार एवं कृषि मंत्री गणेश जोशी का गर्मजोशी के साथ फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। साथ ही पार्टी सदस्यता अभियान के साथ ही केदारनाथ उप चुनाव में पार्टी को ऐतिहासिक जीत दर्ज कराने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम की शुरुआात दीप प्रज्वलन के साथ शुरू की गई। तदोपरांत प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कार्यक्रम का वृत्त लेते हुऐ आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा रख कर उचित दिशा निर्देश दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष त्रिलोचन भट्ट ने की एवं संचालन मंडल महामंत्रीअर्जुन नेगी, विक्रम पेलड़ा ने किया। कार्यक्रम को भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ,जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, जनपद प्रभारी ऋषि कंडवाल आदि ने संबोधित किया।
इस दौरान इस दौरान राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, विक्रम कंडारी, भारत भूषण भट्ट, कुलदीप रावत, सुरेंद्र जोशी, जयवर्धन कांडपाल, सचेंद्र रावत, पंकज भट्ट,गंभीर सिंह बिष्ट, सतेन्द्र बर्त्वाल, बुद्धि वल्लभ थपलियाल,अर्जुन नेगी,विक्रम पेलडा सहित मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने किया यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण

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रुद्रप्रयाग- बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने केदारनाथ धाम पहुँचकर यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ व विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी होते हुए मुख्य कार्याधिकारी गुरुवार 19 सितंबर को श्री केदारनाथ धाम पहुंचे। केदारनाथ धाम में मुख्य कार्याधिकारी ने देर शाम मंदिर समिति कर्मचारियों अधिकारियों की बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंदिर समिति के नवनिर्मित हो रहे रावल-पुजारी आवास, कार्यालय, भोगमंडी,कर्मचारी आवास का निरीक्षण किया तथा निर्माण कार्य को देखा।
मंदिर दर्शन व्यवस्था का निरीक्षण किया तथा यात्रियों हेतु सर्दी के मद्देनजर अलाव जलाने के निर्देश भी दिये।
इस अवसर पर केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी सहित तीर्थ पुरोहितों ने मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल का स्वागत किया। इस दौरान मंसा देवी मंदिर हरिद्वार के पदाधिकारीगण भी श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे थे।
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, पुजारी शिवशंकर लिंग समन्वयक/ पूर्व कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, लोकेंद्र रिवाड़ी,अरविंद शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी, कुलदीप धर्म्वाण, विक्रम रावत ललित त्रिवेदी, आदि मौजूद रहे।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति: बदलाव की बयार, विरोध दरकिनार

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उत्तराखंड। साल 2020 में कोरोना नामक वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया की गति अनायास रोक दी थी। उत्तराखंड भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ। पहले लॉकडाउन और उसके बाद महामारी से जूझने के लिए अमल में लाई गई उपायों की लंबी श्रृंखला ने चारधाम यात्रा को लगभग ठप्प कर दिया था। इससे श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की वित्तीय स्थिति भी डगमगा गयी थी।

महामारी के भय से उबरी दुनिया ने जब दोबारा गति पकड़ी तो प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से यात्रा मार्गों पर भी हलचल नज़र आने लगी। वर्ष 2022 प्रदेश सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता अजेंद्र अजय को बीकेटीसी के अध्यक्ष का दायित्व सौंपा। अजेंद्र के नेतृत्व में बीकेटीसी ने नई ऊर्जा के साथ काम शुरू किया और शासन के सहयोग से यात्रा के लिए आवश्यक अवस्थापना विकास से लेकर परिवेश निर्माण तक के कार्यों को गतिमान किया।

पूर्व में कार्मिकों के वेतन, दैनिक क्रियाकलापों के संचालन और विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए बीकेटीसी को आर्थिक कठिनाइयों से जूझना पड़ता था। अजेंद्र के कार्यकाल में आय के नए स्रोतों के समुचित नियोजन से बीकेटीसी का वित्तीय तलपट आशातीत लाभ दर्शाने लगा है। विगत ढाई वर्षों में बीकेटीसी की परिधि में आने वाले अनेक पौराणिक मंदिरों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की सराहनीय पहल की गई। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर स्थित विभिन्न विश्राम गृहों के उच्चीकरण के भी अभूतपूर्व कार्य किये गए।

बाबा केदार की शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में कोठा भवन के जीर्णोद्वार और मंदिर परिसर के विस्तारीकरण व सौंदर्यीकरण की मांग स्थानीय जनता द्वारा तीन दशकों से मांग उठायी जाती रही है। राजनीतिक लाभ के लिए पूर्व में करीब आधा दर्जन से अधिक बार यहां पर भूमि पूजन भी किये गए। मगर अजेंद्र ने इस परियोजना को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया और वर्तमान में न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के सहयोग से पांच करोड़ रूपये की लागत से प्रथम चरण के कार्य तेजी से गतिमान हैं।

वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम में पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके श्री ईशानेश्वर मंदिर का निर्माण गत वर्ष एक दानीदाता के सहयोग से एक वर्ष के रिकॉर्ड समय में कराया गया। गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर परिसर में ध्वस्त हो चुके भैरव मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग क्षेत्रीय जनता करीब एक दशक से उठाती रही है। मगर अजेंद्र के प्रयासों से कुछ माह पूर्व शुरू हुआ मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र ही पूरा होने को है। इसके अलावा तुंगनाथ व विश्वनाथ मंदिर की जर्जर हो चुकी छतरियों का पुनर्निर्माण कार्य भी सम्पन्न कराये गए हैं।

अजेंद्र के कार्यकाल का सबसे चर्चित कार्य केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराना रहा है। सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, सिद्धि विनायक, राम मंदिर अयोध्या जैसे तमाम प्रमुख मंदिरों में स्वर्ण मंडित विभिन्न कार्य कराने वाले मुंबई के लाखी परिवार ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को पूरी तरह से स्वर्ण मंडित किया। हालांकि, राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों ने इस पर विवाद खड़ा करने की कोशिश की। मगर कुछ लोगों के दुष्प्रचार को नजरअंदाज कर दिया जाए तो वास्तव में बाबा केदार के गर्भगृह की स्वर्णमयी आभा देश-विदेश के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुयी है।

बीकेटीसी में वित्तीय नियोजन एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। आश्चर्यजनक रूप से पूर्व में यहां इसके नियंत्रण की कोई सटीक व्यवस्था नहीं थी। अजेंद्र ने पदभार ग्रहण करते ही सबसे पहले वित्तीय पारदर्शिता के लिए वित्त अधिकारी का पद सृजित करने की पहल की और इस पर शासन से प्रदेश वित्त सेवा के अधिकारी की तैनाती करवाई। इससे आर्थिक गतिविधियों का नियामन त्रुटिहीन हो गया है। कुशल वित्तीय प्रबंधन का परिणाम है कि बीकेटीसी आधारभूत ढांचे के विकास के लिए विभिन्न निर्माण कार्यों को सम्पादित करने के बावजूद आर्थिक दृष्टि से मजबूत स्थिति में आ गयी है। बीकेटीसी ने वर्तमान यात्राकाल में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में यात्रा सुविधाओं के विकास के लिए प्रदेश सरकार को दस करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान की। प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर होगा कि जब किसी निगम अथवा बोर्ड ने प्रदेश सरकार को सहयोग के रूप में धनराशि दी होगी।

वर्ष 1939 में अंग्रेजों के समय में गठित बीकेटीसी में कर्मचारियों की नियुक्ति, पदोन्नति आदि के लिए कोई पारदर्शी व्यवस्था नहीं थी और ना ही कार्मिकों के लिए कोई सेवा नियमावली थी। बीकेटीसी के इतिहास में पहली बार अजेंद्र ने इसके लिए पहल की और तमाम गतिरोधों के बावजूद सेवा नियमावली बनायीं। धार्मिक संस्थाओं के लिए इस तरह की नियमावली का निर्माण करना दरअसल एक संवेदनशील विषय रहा है। प्रचलित परंपराओं के साथ आवश्यक वैधानिक शर्तों का संयोजन एक चुनौतीपूर्ण टास्क होता है। लिहाजा, इससे पूर्व किसी ने भी इस संवेदनशील विषय को छूने का साहस नहीं किया।

प्रशासनिक व्यवस्था के निर्बाध प्रचालन और कार्य संस्कृति में बदलाव लाने के लिए भी कई प्रयास किये गए। इसमें सबसे प्रमुख निर्णय कार्मिकों का स्थानांतरण था। मंदिर समिति के इतिहास में पहली बार कार्मिकों के स्थानांतरण किये गए। स्थानांतरण प्रक्रिया ने मंदिर समिति में भूचाल ला दिया था। मगर अध्यक्ष ने कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय देते हुए स्थानांतरण आदेशों को लागू करा कर छोड़ा। कर्मचारियों की लंबित पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त कर उनके मनोबल को बढ़ाने के साथ कार्मिकों को गोल्डन कार्ड सुविधा प्रदान करने जैसे अनेक निर्णय लिए गए।

सुधारों के क्रम में धामों में दर्शन व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए बीकेटीसी ने अपना सुरक्षा संवर्ग बनाने का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेजा है। इसको सरकार ने स्वीकृति दे दी है। उम्मीद है कि शीघ्र ही बदरीनाथ व केदारनाथ मंदिरों में दर्शन व सुरक्षा की कमान बीकेटीसी के सुरक्षाकर्मियों के पास होगी।

हालांकि, सुधारों की राह कभी भी आसान नहीं होती है। बीकेटीसी में भी सुधार की बयार कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी और वे अध्यक्ष अजेंद्र के विरुद्ध लगातार बात-बेबात के मुद्दों को लेकर विवाद खड़ा करने का प्रयास करते रहते हैं। मगर अजेंद्र ने सारे विरोधों को दरकिनार करते हुए अपना अभियान जारी रखा है।

राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा ‘लोकमन्थन’ का विशाल आयोजन : प्रो. दामोदर

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प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य ने कार्यक्रम के संबंध में मीडिया को दी जानकारी”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने कहा कि लोकमंथन के नाम से हैदराबाद के भाग्य नगर में आगामी 21 से 24 नवंबर तक एक विशाल पैमाने पर विचार मंथन राष्ट्र की संस्कृति को लेकर आयोजित किया जा रहा है, जो कि गहरी वैचारिक की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में निश्चित रूप से सहायक साबित होगा I
आज यहां उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने बताया कि प्रज्ञा प्रवाह एक अखिल भारतीय मंच है जो भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत की गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। यह मंच भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं, जिसमें दर्शन, कला, साहित्य, अध्यात्म और सामाजिक विज्ञान शामिल हैं, से जुड़ा हुआ है I उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य विद्वानों, बुद्धिजीवियों और उत्साही लोगों के लिए इन विषयों का पता लगाने और चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करना है। इसकी स्थापना वर्ष 1987 की शुरुआत में हुई थी। प्रज्ञा प्रवाह विभिन्न राज्य स्तरीय संगठनों के माध्यम से काम करता है। जिसके प्रत्येक राज्य में अलग-अलग नाम हैं। उत्तराखंड में यह “देवभूमि विचार मंच” के नाम से संगठित है। वैचारिक शास्त्रार्थ तथा सहमति असहमति की सर्वकालिक स्वीकार्यता तथा सह अस्तित्व पर विश्व की प्राचीनतम संस्कृति, प्राचीनतम सभ्यता, प्राचीनतम राष्ट्र और प्राचीनतम भाषा होना हमारे आत्म गौरव तथा आत्म स्वाभिमान का स्वाभाविक प्रस्थान बिंदु है। भारत की ज्ञान परंपरा विषय, अनुशासन, अध्ययन पद्धतियों आदि विभेदों को सर्वथा सम्मान प्रदान करते हुए मानव मात्र के कल्याण को ही परमधाम मानती है।
उन्होंने पत्रकारों को यह भी जानकारी दी कि लोक मंथन, प्रज्ञा प्रवाह द्वारा दो वर्ष में किया जाने वाला एक ऐसा ही अखिल भारतीय आयोजन है, जिसमे विश्व भर से आये बुद्धिजीवियों, चिन्तकों, मनीषियों, अध्येताओं द्वारा परस्पर विचार-विमर्श से भारत के साथ विश्व को भी नया दृष्टिकोण मिलेगा। समता, संवेदनात्मकता, प्रगति, सामाजिक न्याय, सौहार्द और सद्भाव की आकांक्षा राष्ट्रीयता के मूलमंत्र है। इसी भावना के साथ सामाजिक बदलाव और समाज का विकास इस राष्ट्रीय विमर्श का जो मूल उद्देश्य है, वह साकार रूप में आकर पूर्णतः सिद्ध होगा। प्रोफेसर दामोदर ने बताया कि वस्तुतः चेतना का विस्तार ही भारत का लक्ष्य है और इसके लिए भारत बार-बार विमर्श का आह्वाहन करता रहा है। इस बार यह विमर्श एक विशद् रूप में लोकमंथन के नाम से 21 से 24 नवंबर तक भाग्यनगर, हैदराबाद में आयोजित किया जा रहा है। यह तीन दिवसीय विमर्श गहरी वैचारिकता की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा। लोकमंथन 24 का आयोजन “लोक अवलोकन” थीम पर आधारित है जिसके अंतर्गत लोकविचार, लोक व्यवहार तथा लोक व्यवस्था से सम्बंधित विषयों पर चिंतन मंथन किया जायेगा। इसके अलावा सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण तथा नागरिक कर्तव्य आदि विषय लोकमंथन 24 के केंद्र में रहेंगे। भाग्यनगर में आयोजित किया जाने वाला लोकमंथन 2024 प्रज्ञा प्रवाह का चौथा संस्करण है, प्रथम संस्करण वर्ष 2016, भोपाल में दूसरा वर्ष 2018, रांची में 2022, गुवाहाटी, असम में आयोजित किया गया था। तथा तीसरा इस आयोजन में विचार मंथन के अलावा लोक परम्परा, कला, साहित्य, लोक संस्कृति, लोक नृत्य व स्थानीय लोक व्यंजन की भी प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। लोक मंथन 2024 का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी के करकमलों द्वारा किया जायेगा।
इन लोक मंथन में उत्तराखंड के उत्तराकाशी जिले के सिल्कीयारा सुरंग प्रकारण पर एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की जाएगी जहाँ जब विश्व की सारी तकनीक असफल हो गयी तब पारम्परिक पद्धति से रैट माइनर्स कहे जाने वाले लोक द्वारा उक्त ऑपरेशन को सफल बनाया गया और सुरंग में फसे मजदूर बाहर निकाले जा सके।
पत्रकार वार्ता में डा. अंजली वर्मा, प्रो. सदानंद दामोदर, पृथ्वीधर काला तथा कुलदीप राणा मौजूद रहे |

सीएम धामी की पर्यटन प्रदेश की मुहिम लाई  रंग, उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

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– जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, सूपी को कृषि पर्यटन और हर्षिल व गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के लिए किया जाएगा सम्मानित
– केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर करेगा सम्मानित
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश बनाने की मुहिम रंग ला रही है। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने पर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से राज्य के चार गांवों को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। आगामी 27 सितंबर को नई दिल्ली में यह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।   पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। संस्कृति और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्यों व जीवन शैली को बढ़ावा देने एवं आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें परखा जाता है। इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैं। इस वर्ष प्रविष्टियों के आधार उत्तराखंड के चार गांवों का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है।  उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज, पिथौरागढ़ जिले के सीमान्त गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज और नैनीताल जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार के लिए चुना गया है।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी ग्राम वासियों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्यटन विकास में आम जनता की अहम भूमिका है। उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, इसके लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, लेकिन राज्य की देवतुल्य जनता के सहयोग से ही यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

 

गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे विशाल निर्माणाधीन सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को जनता को किया जाएगा समर्पित :  गणेश जोशी  

गढ़ी कैंट में प्रदेश के सबसे विशाल निर्माणाधीन सामुदायिक भवन का 15 जनवरी को  जनता को किया जाएगा समर्पित – गणेश जोशी। - kksnews
देहरादून।  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को गढ़ीकैंट में मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत प्रदेश में अबतक के सबसे विशाल निर्माणाधीन सामुदायिक भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने निर्माणाधीन अत्याधुनिक सामुदायिक भवन के निर्माण से संबंधित कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को 15 जनवरी तक निर्माण कार्य को पूर्ण करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
कैबिनेट मंत्री ने तेजी से चल सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य के लिए कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को शाबाशी भी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश में जनसुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस विशाल सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर गढ़ीकैंट क्षेत्र के लोगों शादी विवाह सामाजिक कार्यों के लिए वरदान साबित होगा। मंत्री गणेश जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार जिन योजनाओं का शिलान्यास करती है, उनका लोकार्पण भी करती है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी 2023 को इस विशाल सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया गया था और 15 जनवरी 2024 इस भव्य सामुदायिक भवन को क्षेत्र की जनता को समर्पित किया जायेगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गढ़ीकैंट क्षेत्र में विगत दिनों बरसात के कारण गढ़ी डाकरा को जोड़ने वाले क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग का भी मौका मुआयना कर मौके पर उपस्थित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल मार्ग को दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान ईई एमडीडीए सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग जितेंद्र त्रिपाठी, विष्णु गुप्ता, मनोज क्षेत्री, ज्योति कोटिया, प्रभा शाह, सारिका खत्री, एई शशांक सक्सेना, मुकेश आदि उपस्थित रहे।

होटल एसोसिशन गंगोत्री धाम की कार्यकारणी गठित, अनिल अध्यक्ष और निखिलेश सचिव बने

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उत्तरकाशी, गंगोत्री धाम में होटल एसोसिएशन का गठन किया गया है। होटल एसोसिएशन श्री गंगोत्री धाम के अनिल नौटियाल अध्यक्ष और निखिलेश सेमवाल को सचिव निर्वाचित किया गया है। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव और चार धाम ततीर्थ पुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल और श्री गंगोत्री के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष संजीव सेमवाल की अध्यक्षता में गंगोत्री धाम में गंगोत्री होटल एसोसिएशन का गठन किया गया। सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।
अध्यक्ष और सचिव के अलावा कोषाध्यक्ष, जय किशन सेमवाल,उपाध्यक्ष: अवधेश सेमवाल, सुमन सेमवाल, मीडिया प्रभारी सतेंद्र सेमवाल, संयोजक रजनीकांत सेमवाल, विनीत सेमवाल, सह सचिव: शुभम सेमवाल , ईशान सेमवाल, सलाहकार: विकास सेमवाल, संजय सेमवाल, अखिलेश सेमवाल चुने गए ।
होटल एसोसिएशन गंगोत्री धाम के प्रवक्ता सतेंद्र सेमवाल ने बताया कि होटल एसोसिएशन के सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को गंगोत्री मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित महासभा एवं समस्त पुरोहित समाज द्वारा बधाई दी गई।

 

बेरोजगारों के धरने में एकता विहार पहुंचे कांग्रेसी नेता धस्माना

देहरादून, राजधानी के एकता विहार सहस्त्रधारा रोड में चल रहे बेरोजगार संघ के अनशन, धरना, प्रदर्शन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस का समर्थन देने आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना धरना स्थल पर पहुंचे, बेरोजगारों के साथ एक घंटा धरने पर बैठ कर उनकी मांगों को कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
धरने और अनशन पर बैठे बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारों की सारी मांगों से पूर्ण रूप से सहमत हैं और प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि राज्य में तत्काल पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड की भर्तियां शुरू की जाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आज पुलिस थाने व चौकियां खाली पड़ी हैं, प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले आठ सालों से पुलिस के सिपाहियों की भर्ती नहीं हुई है और प्रदेश भर में सिपाहियों, हैड कांस्टेबल व दरोगाओं के चालीस प्रतिशत स्वीकृत पद खाली पड़े हैं I जिसके कारण राज्य भर में अधिकांश पुलिस थानों, चौकियों में स्वीकृत तैनाती के सापेक्ष चालीस से पचास प्रतिशत कम फोर्स तैनात है I अगर किसी शहर में कोई बड़ा राजनैतिक सामाजिक या धार्मिक आयोजन होता है तो जिले के सारे थाने खाली हो जाते हैं और नतीजा यह होता है कि राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति के आगमन पर देहरादून और हरिद्वार में दिन दहाड़े डकैतियां पड़ जाती हैं क्योंकि अधिकांश पुलिस फोर्स वीआईपी ड्यूटी में तैनात होती है और अराधियों को अपराध करने का पूरा मौका मिल जाता है।
धस्माना ने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश में तत्काल पुलिस भर्ती खोलनी चाहिए, क्योंकि आठ सालों से पुलिस भर्ती नहीं खुली, जिससे आठ साल पूर्व जो अभ्यर्थी पुलिस में जाने योग्य आयु का था वो अब ओवर ऐज हो गया है तो उसे एक अवसर मिले I इसके लिए कम से कम चार साल की आयु में छूट मिलनी चाहिए। धस्माना ने कहा कि फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती भी लंबे समय से लटकी पड़ी है उसको भी सरकार को खोलना चाहिए I कांग्रेस नेता ने कहा कि ऊर्जा निगम में जेई के ढाई सौ पद व टीजी 2 के बारह सौ पद खाली पड़े हैं, किंतु उनको सरकार ने फ्रीज कर रखा है और आउट सोर्सिंग के माध्यम से उनमें काम लिया जा रहा है जो राज्य के बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय है। कहा कि वे इस संबंध में शीघ्र ही मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर मांग करेंगे और अगर सरकार नहीं मानी तो कांग्रेस इन मुद्दों पर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी I
धस्माना ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार नौजवानों को भाजपा सरकार की युवा विरोधी और बेरोजगार विरोधी मानसिकता को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हों या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वे हर रोज डैमोग्राफी और यूसीसी की माला जपते मिलेंगे, किंतु राज्य में चरम पर बेरोजगारी, महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा, महंगाई पर कभी कुछ बोलते नहीं मिलेंगे, क्योंकि उनको इन मुद्दों से कोई लेना देना नही है और इनसे ध्यान भटकाने के लिए बेमतलब के यूसीसी और डैमोग्राफी बदल गई की रट लगाते मिलेंगे।
धस्माना ने कहा कि प्रदेश के नागरिक अब इनकी चाल को समझने लगे हैं और आने वाले समय में इनको सबक अवश्य सिखाएंगे। धरने में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल, प्रदेश संयोजक जे पी ध्यानी, सह संयोजक सुशील कैलुरा, सदस्य कार्यकारणी बिट्टू वर्मा, सचिन पुरोहित, विनोद तोमर,नितिन तोमर, अनिल चौहान, दीपक मेहरा, नवीन चौहान, सुमित, आदर्श सूद, निहाल सिंह आदि बेरोजगार युवा उपस्थित रहे।

 

राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा ‘लोकमन्थन’ का विशाल आयोजन : प्रो. दामोदर

“प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य ने कार्यक्रम के संबंध में मीडिया को दी जानकारी”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने कहा कि लोकमंथन के नाम से हैदराबाद के भाग्य नगर में आगामी 21 से 24 नवंबर तक एक विशाल पैमाने पर विचार मंथन राष्ट्र की संस्कृति को लेकर आयोजित किया जा रहा है, जो कि गहरी वैचारिक की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में निश्चित रूप से सहायक साबित होगा I
आज यहां उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने बताया कि प्रज्ञा प्रवाह एक अखिल भारतीय मंच है जो भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत की गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। यह मंच भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं, जिसमें दर्शन, कला, साहित्य, अध्यात्म और सामाजिक विज्ञान शामिल हैं, से जुड़ा हुआ है I उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य विद्वानों, बुद्धिजीवियों और उत्साही लोगों के लिए इन विषयों का पता लगाने और चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करना है। इसकी स्थापना वर्ष 1987 की शुरुआत में हुई थी। प्रज्ञा प्रवाह विभिन्न राज्य स्तरीय संगठनों के माध्यम से काम करता है। जिसके प्रत्येक राज्य में अलग-अलग नाम हैं। उत्तराखंड में यह “देवभूमि विचार मंच” के नाम से संगठित है। वैचारिक शास्त्रार्थ तथा सहमति असहमति की सर्वकालिक स्वीकार्यता तथा सह अस्तित्व पर विश्व की प्राचीनतम संस्कृति, प्राचीनतम सभ्यता, प्राचीनतम राष्ट्र और प्राचीनतम भाषा होना हमारे आत्म गौरव तथा आत्म स्वाभिमान का स्वाभाविक प्रस्थान बिंदु है। भारत की ज्ञान परंपरा विषय, अनुशासन, अध्ययन पद्धतियों आदि विभेदों को सर्वथा सम्मान प्रदान करते हुए मानव मात्र के कल्याण को ही परमधाम मानती है।
उन्होंने पत्रकारों को यह भी जानकारी दी कि लोक मंथन, प्रज्ञा प्रवाह द्वारा दो वर्ष में किया जाने वाला एक ऐसा ही अखिल भारतीय आयोजन है, जिसमे विश्व भर से आये बुद्धिजीवियों, चिन्तकों, मनीषियों, अध्येताओं द्वारा परस्पर विचार-विमर्श से भारत के साथ विश्व को भी नया दृष्टिकोण मिलेगा। समता, संवेदनात्मकता, प्रगति, सामाजिक न्याय, सौहार्द और सद्भाव की आकांक्षा राष्ट्रीयता के मूलमंत्र है। इसी भावना के साथ सामाजिक बदलाव और समाज का विकास इस राष्ट्रीय विमर्श का जो मूल उद्देश्य है, वह साकार रूप में आकर पूर्णतः सिद्ध होगा। प्रोफेसर दामोदर ने बताया कि वस्तुतः चेतना का विस्तार ही भारत का लक्ष्य है और इसके लिए भारत बार-बार विमर्श का आह्वाहन करता रहा है। इस बार यह विमर्श एक विशद् रूप में लोकमंथन के नाम से 21 से 24 नवंबर तक भाग्यनगर, हैदराबाद में आयोजित किया जा रहा है। यह तीन दिवसीय विमर्श गहरी वैचारिकता की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा। लोकमंथन 24 का आयोजन “लोक अवलोकन” थीम पर आधारित है जिसके अंतर्गत लोकविचार, लोक व्यवहार तथा लोक व्यवस्था से सम्बंधित विषयों पर चिंतन मंथन किया जायेगा। इसके अलावा सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण तथा नागरिक कर्तव्य आदि विषय लोकमंथन 24 के केंद्र में रहेंगे। भाग्यनगर में आयोजित किया जाने वाला लोकमंथन 2024 प्रज्ञा प्रवाह का चौथा संस्करण है, प्रथम संस्करण वर्ष 2016, भोपाल में दूसरा वर्ष 2018, रांची में 2022, गुवाहाटी, असम में आयोजित किया गया था। तथा तीसरा इस आयोजन में विचार मंथन के अलावा लोक परम्परा, कला, साहित्य, लोक संस्कृति, लोक नृत्य व स्थानीय लोक व्यंजन की भी प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। लोक मंथन 2024 का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी के करकमलों द्वारा किया जायेगा।
इन लोक मंथन में उत्तराखंड के उत्तराकाशी जिले के सिल्कीयारा सुरंग प्रकारण पर एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की जाएगी जहाँ जब विश्व की सारी तकनीक असफल हो गयी तब पारम्परिक पद्धति से रैट माइनर्स कहे जाने वाले लोक द्वारा उक्त ऑपरेशन को सफल बनाया गया और सुरंग में फसे मजदूर बाहर निकाले जा सके।
पत्रकार वार्ता में डा. अंजली वर्मा, प्रो. सदानंद दामोदर, पृथ्वीधर काला तथा कुलदीप राणा मौजूद रहे |

 

उत्तराखंड़ जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ 39 वें दिन धरना और क्रमिक अनशन के 32 वें दिन भी जारी

देहरादून, उत्तराखंड़ जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ संगठन अपनी एक सूत्रीय मांग ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर सेवायोजन पोर्टल/अन्य आउटसोर्स एजेन्सी के माध्यम से समायोजित करने को लेकर श्रमिक संगठन का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा l जल भवन में धरने के 39 वें दिन एवं क्रमिक अनशन के 32 वें दिन संगठन की महाप्रबंधक से वार्ता हुई जिसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल पाया, जिस पर श्रमिक संगठन ने जल संस्थान प्रबंधन एवं सरकार पर उनकी एक सूत्रीय मांग पर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर चेतावनी दी है कि अगर इसी प्रकार विभाग और सरकार का रवैया श्रमिकों के प्रति रहा तो श्रमिक संगठन आन्दोलन को और उग्र करने के लिए विवश होगा l संगठन का कहना है कि विवश होकर श्रमिक मुख्यमंत्री आवास घेराव, कार्यालय तालाबन्दी कार्य बहिष्कार आमरण अनशन जैसे कठोर निर्णय लेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभागीय शासन प्रशासन की होगी l
आज धरना प्रदर्शन में प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार,,प्रान्तीय महामंत्री मंगलेश लखेड़ा,प्रान्तीय उपाध्यक्ष बलवीर पयाल, गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष चन्द्र मोहन खत्री, गढ़वाल मण्डल उपाध्यक्ष रुपेश नेगी, मण्डल कोषाध्यक्ष आशीष द्धिवेदी, शाखा अध्यक्ष पौड़ी सूरजीत डोबरियाल, शाखा अध्यक्ष कोटद्वार देवकिशोर कण्डवाल,मोहन पुरोहित, मुकेश रावत, नन्द किशोर, विजय कुमार प्रान्तीय संरक्षक के साथ सदस्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

264 करोड़ रुपए से तैयार होगी चंपावत महिला स्पोर्ट्स कॉलेज : रेखा आर्या

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देहरादून, खेल निदेशालय देहरादून में गुरुवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना,मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, जनपद- नैनीताल (हल्द्वानी) में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना, जनपद चम्पावत में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना के सम्बन्ध में अधिकारीयों से चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना एवं प्रोत्साहन योजना के लाभर्थियों को अवशेष छात्रवत्ति का भुगतान डी०बी०टी० के माध्यम से 01 अक्टूबर तक दी जाए । साथ ही मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री उदयीमान योजना के चयन ट्रायल्स प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक सत्र के अनुसार माह अप्रैल एवं जून के मध्य सुनिश्चित किए जाएंI
मंत्री रेखा आर्या ने कहा खेल विकास निधि की एस०ओ०पी० को संशोधित किये जाने का प्रस्ताव अतिशीघ्र विभाग शासन को भेजे ताकि हमारे युवा खिलाड़ी योजना का लाभ अवश्य और समय पर ले सकेंI
मंत्री ने कहा खेल विभाग पंजीकृत खेल संघों की सूची अपनी वेबसाइट में प्रदर्शित करे, जिससे की खेल संघों की जानकारी प्राप्त की जा सके।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने खेल विश्वविद्यालय की भूमि हस्तांतरण और चंपावत में बन रही महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की कार्य योजना की मौजूदा स्थिति पर अधिकारियों से जानकारी ली और जिसके भूमि पूजन माह अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में किये जाने के निर्देश भी खेल मंत्री रेखा आर्या द्वारा संबंधित अधिकारियों दिये गए। मंत्री रेखा आर्य ने कहा चंपावत महिला स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए विभाग ने 264 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाया है और जल्द आगे की कार्यवाही व प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी ।
बैठक में अमित सिन्हा विशेष प्रमुख सचिव, जितेन्द्र कुमार सोनकर निदेशक खेल, अजय कुमार अग्रवाल प्र० अपर निदेशक, शक्ति सिंह, नीरज गुप्ता, संजीव कुमार पौरी, राजेश मंमगाई, कमल कान्त शर्मा समीक्षा अधिकारी समेत विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

‘‘सूचना विभाग शासन ,जनता और मीडिया के बीच सेतु का कार्य करता है-संयुक्त निदेशक, सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय

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टिहरी, एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम पर पहुंचे सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखण्ड के संयुक्त निदेशक/जनपद नोडल ऑफिसर डॉ. नितिन उपाध्याय द्वारा गुरूवार को जिला सूचना कार्यालय टिहरी गढ़वाल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कार्यालय पटल सहायकों से कार्याें की जानकारी लेते हुए पत्रावलियों का निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस दौरान डॉ उपाध्याय द्वारा जिला सूचना केन्द्र नई टिहरी में मीडिया से वार्तालाप किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुँचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पत्रकार कल्याण की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। अभी हाल ही में माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा पत्रकार कल्याण कोष को ५ करोड़ से बढ़ाकर १० करोड़ कर दिया गया है। किसी पत्रकार के आकस्मिक निधन की स्थिति में उनके आश्रितों को दी जाने वाली सहायता की प्रक्रिया को और सुगम और तेज बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये हैं। नई पत्रकार मान्यता नियमावली पर कार्य चल रहा है जिसमें तहसील स्तर तक मान्यता देने का निर्देश भी मुख्यमंत्री जी द्वारा दिया गया है। सूचना विभाग और जनपद स्तरीय पत्रकारों के मध्य संवाद बढ़ाने और पत्रकारों की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से सूचना विभाग के जनपद नोडल ऑफिसरों द्वारा क्षेत्रों का भ्रमण किया जा रहा है।

इस दौरान डॉ उपाध्याय द्वारा पत्रकारों को दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं और पत्रकार हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान प्रेस प्रतिनिधियों द्वारा अपनी समस्याओं यथा पत्रकारों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति बीजकों का भुगतान जनपद स्तर से करने, मान्यता प्राप्त पत्रकारों को परिवहन निगम की बसों की तर्ज पर टीजीएमओ की बसों में भी सुविधा देने, वीआईपी कार्यक्रमों में प्रेस गैलरी बनाने, प्रेस मान्यता और पत्रकार पंेशन नियमावली में शिथिलीकरण, नियमित जनपद स्तरीय प्रेस कांफ्रेस का आयोजन, विज्ञापन बीजकों का समय से भुगतान करने, मान्यता समिति और पत्रकार कल्याण कोष समितियों में क्षेत्रीय पत्रकारों को सम्मिलित करने आदि समस्याएं/मांगे रखी गई। पत्रकारों की समस्याओं को सुनते हुए कुछ शंकाओं का निदान कर शेष के संबंध में उच्च स्तर पर अवगत कराने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग और मीडिया एक दूसरे के पूरक होते हैं और जनपद टिहरी में आपसी समन्वय के साथ किया जा रहा कार्य एक बेहतर कार्य शैली को दर्शाता है।

तत्पश्चात् संयुक्त निदेशक द्वारा न्यू टिहरी प्रेस क्लब का भ्रमण किया गया। इस दौरान प्रेस क्लब के पदाधिकारी द्वारा डॉ. उपाध्याय को माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। अध्यक्ष शशि भूषण भट्ट एवं महासचिव गोविंद पुंडीर द्वारा सभी प्रेस प्रतिनिधियों की तरफ से पत्रकार हित में मांग पत्र दिया गया।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र दुमोगा, गोविंद बिष्ट, अनुराग उनियाल, विक्रम बिष्ट, जयप्रकाश पाण्डेय, मुकेश रतूड़ी, सुभाष राणा, जयप्रकाश कुकरेती, राजेन्द्र नेगी, विजय गुसाई, बलबीर नेगी, मधुसूदन बहुगुणा,  प्रदीप डबराल, मुनेन्द्र नेगी, धनपाल गुनसोला, सूर्य रमोला, सौरभ सिंह, जगत तोपाल, भारती सकलानी, जगत तोपवाल, रोशन थपलियाल, धीरेन्द्र भण्डारी, मनमोहन रावत, अब्बल चन्द रमोला, बलवन्त रावत, विजय दास आदि उपस्थित रहे।