Friday, May 2, 2025
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राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 में उत्तराखंड़ की कुसुमलता गड़िया का चयन, बढ़ाया प्रदेश का मान

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देहरादून, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी की, जिसमें उत्तराखंड से कुसुमलता गड़िया का नाम शामिल किया गया है। कुसुमलता गड़िया, जो चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं, को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है।
यह सम्मान उन्हें 5 सितंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर उन्हें प्रशस्ति पत्र, 50,000 रुपये की नकद राशि, और एक रजत पदक से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले भी कुसुमलता को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जा चुका है, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक सेवाओं का प्रमाण है।
कुसुमलता के नवाचारी प्रोजेक्ट्स और शिक्षा में तकनीकी नवाचारों ने न केवल उनके स्कूल को एक मॉडल संस्थान बनाया है, बल्कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार में भी अहम भूमिका निभाई है। उनकी इस सफलता पर शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी और निदेशक बंदना गर्ब्याल ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने अपने संदेश में कहा, “कुसुमलता गड़िया की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से उत्तराखंड की शिक्षा प्रणाली को नई दिशा मिलेगी। उनके नवाचारी प्रोजेक्ट्स ने छात्रों की शिक्षा में गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।”
शिक्षा निदेशक बंदना गर्ब्याल ने कहा, “कुसुमलता गड़िया ने अपने समर्पण और मेहनत से शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह पूरे राज्य के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका यह सम्मान प्रदेश के सभी शिक्षकों के लिए गर्व की बात है।”
कुसुमलता ने भी इस पुरस्कार के लिए चयनित होने पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मेरे लिए मेरे विद्यालय से बढ़कर कुछ नहीं है। आज के डिजिटल शिक्षा के दौर में चुनौतियाँ बढ़ी हैं, लेकिन हमें हर रोज़ खुद को अपडेट करते रहना चाहिए। मुझे खुशी है कि मुझे हर स्तर पर सहयोग मिला है।”

यूपी सरकार ने जारी की नई सोशल मीडिया पॉलिसी, आपत्तिजनक पोस्ट पर होगी सख्त कार्रवाई

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के लिए एक नई सोशल मीडिया पॉलिसी जारी की है। इस पॉलिसी के तहत सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लंघन करने वालों को तीन साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही, यूपी में अब डिजिटल एजेंसियों और फर्मों के लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन करने की सुविधा भी दी जाएगी। कैबिनेट की बैठक में इस नई पॉलिसी को मंजूरी मिल गई है।

नफरत और झूठी खबरों पर लगेगा अंकुश :
नई सोशल मीडिया पॉलिसी का उद्देश्य सोशल मीडिया पर फैल रही नफरत और झूठी खबरों को रोकना है। सरकार का मानना है कि कुछ लोग सोशल मीडिया का गलत उपयोग कर देश की एकता और अखंडता को खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे में, सरकार ने इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए यह कड़ा कदम उठाया है।
सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए मिलेगा प्रोत्साहन
योगी सरकार ने इस पॉलिसी के तहत उत्तर प्रदेश में अपनी जन कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का भी प्रावधान किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, एक्स (पूर्व में ट्विटर), फेसबुक, और यू-ट्यूब पर सरकारी योजनाओं पर कॉन्टेंट बनाने और शेयर करने को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे लोग इससे आय भी कमा सकें।

अधिक सब्सक्राइबर और फॉलोअर्स वाले लोगों को होगा लाभ :

इस पॉलिसी के अंतर्गत, जिन एजेंसियों और फर्मों के सोशल मीडिया पर अधिक सब्सक्राइबर और फॉलोअर्स हैं, उन्हें सरकार की योजनाओं को लेकर कॉन्टेंट बनाने और विज्ञापन पोस्ट करने पर आय का अच्छा मौका मिलेगा। इस योजना के तहत सब्सक्राइबर और फॉलोअर्स की संख्या के आधार पर 5 लाख, 4 लाख, 3 लाख, और 30 हजार रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाएगा। यूट्यूब वीडियो शॉट्स और पॉडकास्ट के लिए 8 लाख रुपये तक की राशि भी दी जा सकती है।

*पॉलिसी के प्रमुख बिंदु

देशविरोधी पोस्ट:* सोशल मीडिया पर देशविरोधी पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
नफरत फैलाने वाले पोस्ट: धर्म, जाति, या समुदाय के आधार पर नफरत फैलाने वाले पोस्ट इस पॉलिसी के दायरे में आएंगे।
झूठी खबरें: झूठी खबरें फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
सजा: इस पॉलिसी का उल्लंघन करने वालों को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है।

पॉलिसी पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं :
नई सोशल मीडिया पॉलिसी को लेकर जनता की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह पॉलिसी देश की एकता और अखंडता के लिए जरूरी है, जबकि कुछ का कहना है कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लग सकता है।

8वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप में उत्तराखण्ड को 4 कांस्य पदक

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देहरादून। गतका फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के तत्वावधान में संगरूर पंजाब में 24 से 27 अगस्त तक संपन्न हुई “8वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप” में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर 4 कांस्य पदक जीते।

गतका ऐशोसिएशन ऑफ़ उत्तराखंड के महासचिव एशियन कोच सतीश जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य के दस खिलाड़ियों ने पहली बार गतका खेल की ऑफिसियल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व किया। प्रतियोगिता में 23 राज्यों के 1654 चयनित खिलाड़ियों ने भाग लिया। उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 कांस्य पदकों पर क़ब्ज़ा जमाया। उत्तराखण्ड की और से शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अर्शदीप सिंह, दिलीप सिंह मान, मनराज सिंह, वंशदीप सिंह ने कांस्य पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन क्रिया। महिला खिलाड़ी सुखम कौर और प्रभजीत सिंह पाँचवें स्थान पर रहे। गतका ऐशोशियेसन ऑफ़ उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष लाइफ़ टाइम एचीवमेंट अवार्डी अरुण कुमार सूद ने अतिशीघ्र देहरादून में विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने की घोषण की। पदक विजेता खिलाड़ियों को खिलाड़ियों को वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, सांसद अजय भट्ट, उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, सहायक निदेशक खेल रशिक़ा सिद्दीक़ी, सहायक निदेशक खेल संजीव कुमार पौरी, कुमाऊँ विश्विद्यालय के खेल सचिव डॉ नागेंद्र शर्मा, ध्रुव रौतेला, भाजपा खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पांडेय, एशियन खिलाड़ी प्रज्ञा जोशी, टीम कोच नीलेश जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव सैनी, पूर्व राज्य मंत्री रवि मोहन अग्रवाल, बॉक्सिंग एशोसिएशन उत्तराखण्ड के महासचिव गोपाल सिंह खोलिया, किकबॉक्सिंग संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कोटनाला, पेंचकशिलाट के सचिव बबलू दिवाकर, दिनेश पेन्युली, अतुल रावत, भवजोत सिंह छाबड़ा सहित दर्जनों खेलप्रेमियों ने बधाई दी।

पी.एम. श्री. केंद्रीय विद्यालय बीरपुर मे पांच दिवसीय भारत स्काउट गाइड राज्य पुरस्कार जांच शिविर का शुभारंभ

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देहरादून। पी. एम. श्री. केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज पांच दिवसीय भारत स्काउट एवम् गाइड राज्य पुरस्कार जांच शिविर का भव्य शुभारंभ किया गया जिसमें देहरादून संभाग के 26 स्कूलों के लगभग 147 स्काउट एवं 26 शिक्षक भाग ले रहे हैं !
राज्य पुरष्कार जांच शिविर का उदघाटन मुख्य अथिति डी एस नेगी सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त एवम् पूर्व डिप्टी कमिश्नर राज्य स्काउट एंड गाइड, केंद्रीय विद्यालय संगठन डी एस नेगी द्वारा किया गया , केंद्रीय विद्यालय बीरपुर देहरादून की प्राचार्या बसंती खंपा द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य अथितियों का हरित स्वागत किया गया।
जांच शिविर का पहले दिन का सत्र स्काउटिग के जन्मदाता लार्ड बेडेन पावेल को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद स्काउट गाइड ध्वज गान के साथ किया गया इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने गणेश वंदना , स्वागत नृत्य एवं गढ़वाली नृत्य प्रस्तुत किया ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात कैंप के लीडर देवदत्त शर्मा द्वारा कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डी एस नेगी द्वारा बच्चो को समर्पण त्याग एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ देश की सेवा कर एक अच्छे नागरिक बनने का आह्वान किया केंद्रीय विद्यालय बीरपुर की प्राचार्य बसन्ती खम्पा ने जांच शिविर में आये बच्चो को प्रेरित करते हुए कहा कि इस शिविर से अधिक से अधिक बच्चें अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर राज्य का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास करें !
इस अवसर पर भारत स्काउट एवं गाइड के एएसओ मनोज मलिक, एलओसी देवी दत्त शर्मा, उप प्राचार्य मनीषा मखीजा, एएलटी अनिल कुमार वर्मा
सुधांशु अग्रवाल, पीयूष निगम,प्रदीप पुंडीर, आर के गुप्ता , दीपमाला, रिखी आदि स्कॉउट एवं गाइड के शिक्षक जांच शिविर की शोभा बढ़ा रहे थे !

शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता बरते जाने पर होगी कार्यवाही-मुख्य विकास अधिकारी

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“मुख्य विकास अधिकारी ने कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराए जा रहे मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली उन्होने छात्र-छात्राओं के सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया”।

रुद्रप्रयाग- मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती ने आज विकास खंड अगस्त्यमुनि क्षेत्रांतर्गत मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर विद्यालयों में उपलब्ध कराई जा रहे मध्याह्न भोजन एवं शिक्षा की गुणवत्ता की जानकारी ली। इस दौरान उन्होने शिक्षा की गुणवत्ता मे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतने के निर्देश शिक्षकों को दिये। ऐसा पाया जाने पर उन्होने सख्त कार्यवाही करने की बात कही।
मुख्य विकास अधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय गांधीपुर, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरासू, शहीद चंद्र सिंह सेना मेडल राजकीय इंटर काॅलेज नगरासू, राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय रतूड़ा, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का भी निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता का जायजा लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित प्रधानाध्यापक एवं भोजन माताओं को निर्देश दिए हैं कि बच्चों को जो भी भोजन उपलब्ध कराया जाता है उसकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने भोजन माताओं से साफ-सफाई का बेहतर ख्याल रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्धारित मैन्यू के अनुसार ही भोजन उपलब्ध कराया जाए तथा बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में हरी सब्जी भी उपलब्ध कराई जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नगरासू में फेंसिंग भवन की मरम्मत एवं रंग-रोगन के कार्यों की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने तथा भवन में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में संचालित की जा रही विज्ञान प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया गया जिसमें मुख्य विकास अधिकारी ने पाया कि प्रयोगशाला का रख रखाव ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है तथा न ही बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था की गई है। जिस पर उन्होंने संबंधित शिक्षक को एक सप्ताह के भीतर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। व्यवस्था दुरुस्त न होने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
राजकीय इंटर काॅलेज नगरासू का निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने पाया कि प्रभारी प्रधानाचार्य बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही अवकाश पर चले गए जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित प्रधानाचार्य का वेतन रोकने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र कुमार बिष्ट ने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं तथा उनके सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर सभी को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी को अपना शत प्रतिशत योगदान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी न किसी में कोई प्रतिभा एवं हुनर छुपा रहता है किन्तु उसे परखने एवं समझने की आवश्यकता है तथा छात्र-छात्राओं में उनकी प्रतिभा के अनुसार ही उनका मार्गदर्शन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक मूर्तिकार बेजान पत्थर एवं लकड़ी के टुकड़े में अपनी कला एवं हुनर से उसको जीवंत आकृति का रूप देता है इसी तरह छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए उनके अंदर छुपी प्रतिभा एवं हुनर को जाग्रत करते हुए जिससे कि वह अपना उच्च मुकाम हासिल कर सकें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं से अंग्रेजी व गणित विषय के प्रश्न पूछे तथा उन्हें गणित विषय के संबंध में भी सूत्र बताए गए।
जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों से भी संवाद किया। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि उन्हें बच्चों के सुनहरे भविष्य को मजबूत करने का जो अवसर प्राप्त हुआ है इसके लिए उन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण से ही प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि वह बच्चों की बेहतरी के लिए गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध करा सकें।
निरीक्षण के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र कुमार बिष्ट, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी रती लाल शाह सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

मशहूर फ़िल्म निर्माता-निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह और उनकी पत्नी ने की मुख्यमंत्री धामी से भेंट

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देहरादून में अपनी आगामी बॉलीवुड फ़िल्म “हिसाब” (मुख्य कलाकार – शेफाली शाह और जयदीप अहलावत) की शूटिंग कर रहे निर्माता-निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह ने आज अपनी धर्म पत्नी और अभिनेत्री शेफाली शाह के साथ मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से उनके आवास पर भेंट की।

विपुल अमृतलाल शाह फिल्म निर्माता और एक प्रसिद्ध निर्देशक भी हैं। जिनकी मुख्य फ़िल्मों में आँखे, सिंह इज द किंग, नमस्ते लन्दन, नमस्ते इंग्लैंड, द केरल स्टोरी, बस्तर आदि सम्मिलित है। शेफाली शाह वर्तमान में वेब सीरीज दिल्ली क्राइम में अपने लीड रोल के कारण सुर्ख़ियों में रही हैं। वे कई हिन्दी फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा कर चुकी हैं।

विपुल शाह ने उत्तराखंड सरकार द्वारा लायी नई फिल्म नीति 2024 को अत्यंत फ़िल्म फ्रेंडली बताया है और इस फ़िल्म नीति के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्क़र सिंह धामी जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नयी उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति के कारण अब उत्तराखण्ड में फ़िल्मों को शूटिंग को और भी बढ़ावा मिलने वाला है।

मुलाक़ात में उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद(UFDC) द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम के तहत सरल शूटिंग अनुमति की प्रक्रिया को सराहते हुए, शूटिंग के लिए अपने उत्तराखण्ड प्रवास के दौरान श्री शाह ने प्रदेश को संपूर्ण रूप से फ़िल्मकारों के लिए एक फ़िल्म फ्रेंडली डेस्टिनशन बताया। उन्होंने यहाँ फ़िल्म शूटिंग करना बाक़ी प्रदेशों की तुलना में बहुत ही सरल बताया, और स्थानीय लोगो द्वारा की गई सहायता को भी जम कर सराहा। उनके अनुसार इस नई फिल्म नीति से फ़िल्म निर्माताओं में उत्साह का माहौल है।

श्री शाह ने बताया कि उनकी नयी फिल्म में मुख्य कलाकारों के रूप में शैफ़ाली शाह और अभिनेता जयदीप अहलावत है। यह फ़िल्म एक कॉमेडी सस्पेंस फ़िल्म है। इस फ़िल्म की तीन दिन की शूटिंग में 60% से अधिक सपोर्ट क्रू स्थानीय स्तर से लिये गये।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने विपुल शाह और शैफ़ाली शाह को इस फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि सरकार फ़िल्म निर्माण से जुड़े प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। फ़िल्म निर्माण से राज्य में प्रत्यक्ष रोज़गार की नयी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही राज्य के पर्यटन को नयी मज़बूती मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि नए शूटिंग डेस्टिनशनों को भी पर्यटन विभाग के सहयोग से चिन्हित कर उनको भी शूटिंग के लिए प्रचारित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है , जिससे फिल्मों के माध्यम से उत्तराखंड के अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का भी प्रचार हो सके।

मुलाक़ात के दौरान उपस्थित महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पारित नई फ़िल्म नीति में फ़िल्मों के लिए पहले अधिक अनुदान की राशि को सम्मिलित किया गया है, ओटीटी प्लेटफ़ार्म पर रिलीज़ फ़िल्मों और वेब सीरीज को भी अनुदान हेतु सम्मिलित किया गया है।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस भेंट में फ़िल्म विकास परिषद के CEO और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, फ़िल्म विकास परिषद के जॉइंट CEO और संयुक्त निदेशक सूचना डॉ नितिन उपाध्याय भी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले कुछ समय से फ़िल्म और वेब सीरीज शूटिंग में तेज़ी आयी है । अभी हाल ही में अनुपम खेर के बैनर “अनुपम खेर स्टूडियो” की फ़िल्म “तन्वी द ग्रेट” का शूट भी लैंसडौन में कैम्पलीट हुआ है। जिसकी शूटिंग यहाँ 36 दिनों तक कि गई है। राज शांडिल्य निर्देशित फ़िल्म “Viky Vidya Ka Wo Wala Video” की शूटिंग भी मार्च के महीने में कम्पलीट हुई है जिसमें मुख्य भूमिकाओं में राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी हैं, यह एक कॉमेडी फ़िल्म है। इसके पहले काजोल और कृति सेनन अभिनीत “दो पत्ती” का भी शूटिंग दिसम्बर माह में समाप्त हुआ था। जिसका टीज़र भी नेटफ़्लिक्स पर आ चुका है।

उत्तराखण्ड में शूट हुई “11 11” (ग्यारह-ग्यारह) वेब सीरिज़ zee5 पर देखी जा सकती जिसमें उत्तराखण्ड के ही राघव जुयाल मुख्य किरदारों में शामिल है। zee5 पर ही “रौतू का राज” फ़िल्म को भी देखा जा सकता है जिसमें मुख्य अभिनय नवाजुद्दीन सिद्धिकी ने किया है। वेब सीरिज़ “लाइफ हिल गई” को डिज़्नी हॉटस्टार पर देखा जा सकता है, जिसमें उत्तराखंड के बहुत से कलाकारों हो शामिल किया गया है। अमित सियाल द्वारा अभिनीत एक फ़िल्म जिसका नाम “तिकड़म” जियो सिनेमा प्रीमियम पर इसी माह 23 अगस्त को रिलीज़ हुई है।

प्रदेश में गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी स्थानीय भाषाओं की फ़िल्मों की शूटिंग की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

जनवरी 2024 से अभी तक उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के ऑनलाइन अनुमति पोर्टल “Single Window System” के द्वारा मात्र 8 महीनों में 150 से भी अधिक शूटिंग अनुमतियों प्रदान की गई है, जो कि काफ़ी उत्साहजनक हैं। फ़िल्म अनुमतियों को लेकर सभी ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भी लिखा जा रहा है। संरक्षित वन क्षेत्र को छोड़कर उत्तराखण्ड सरकार के अधीन आने वाले विभाग फ़िल्म शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लेंगे ऐसा फ़िल्म पालिसी में प्रावधान है।फ़िल्म पालिसी में उत्तराखंड के अनछुए शूटिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने का भी प्रावधान है।

उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति 2024 में प्रादेशिक भाषा की फ़िल्मों के लिए फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में किए गये हुए व्यय का 50% तक सब्सिडी या अधिकतम 2 करोड़ तक, और हिन्दी और भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में आने वाली भाषाओं के लिये फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में किए गये हुए व्यय का 30% या अधिकतम 3 करोड़ तक के अनुदान की व्यवस्था कर दी है। साथ ही साथ सब्सिडी के लिए Short Film, Documentary, OTT और Web Series को भी इस नयी नीति में शामिल कर लिया गया है। साथ ही राज्य में फ़िल्म सिटी और फ़िल्म संस्थान को ले कर भी इस नयी नीति में सब्सिडी का प्रावधान रखा गया है

सीएम धामी ने किए उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड से चयनित 72 असिस्टेंट प्रोफेसर को नियुक्ति पत्र प्रदान

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देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड से चयनित 72 असिस्टेंट प्रोफेसर को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी विषय में चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के मेधावी छात्रों के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एन.आई.आर.एफ) इंस्टीट्यूट में 50 हजार रुपये की धनराशि प्रदान किये जाने के लिए पोर्टल का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अस्टिंट प्रोफेसर को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षार्थियों के भविष्य निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपके पास हमारे युवाओं का भविष्य निर्माण करने की अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इन नव चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर का यह पहला पड़ाव है। अब आपके पास अपने कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन से बच्चों के भविष्य को संवारने की महत्वपूर्ण चुनौती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी इस चुनौती को साकार रूप देकर राज्य सरकार के विकल्प रहित संकल्प को पूरा करने में अपना योगदान देंगे। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि नव चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर अपने कार्य स्थल पर नवाचार का प्रयोग करेंगे। समाज की कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे, शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का प्रयोग और रोजगारपरक शिक्षा के साथ बच्चों को अच्छे संस्कार भी देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदार की भूमि से कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। राज्य सराकर इस दिशा में आगे बढ़ रही है। राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए तैयारी अंतिम चरण में। पिछले तीन सालों में जनहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं। पिछले तीन सालों में 16 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति प्रदान की गई है। शेष रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून लागू किया गया है। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों में उत्तराखण्ड को देश में प्रथम स्थान मिला है। यह राज्य के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा पिछले तीन सालों में लिए गये अनेक फैसलों को मॉडल के रूप में पहचान मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा मानवीय संसाधनों को तराशने का आधार है। युवा कर्णधारों को सही दिशा देने में उच्च शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षार्थियों को अच्छी शिक्षा के साथ समाज और देश के प्रति जिम्मेदार बनाने में भी शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को उद्यमिता और स्टार्टअप के प्रति भी प्रोत्साहित किया जाए। राज्य सरकार द्वारा उद्यमिता और स्टार्टअप को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस तरह तैयार करना है कि वे सिर्फ रोजगार पाने वाले ही न बनें, बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने वाले बनें। इसके लिए राज्य में देवभूमि उद्यमिता योजना भी शुरू की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को राज्य में लागू किया गया है। शिक्षा व्यवस्था को गुणवत्तापूर्वक और प्रभावी बनाने की दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों और विश्व विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, तकनीक के विस्तार के सभी क्षेत्रों में कार्य किये जा रहे हैं। 20 मॉडल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है। मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जा रही है। शोध को बढ़ावा देने के लिए शोद्यार्थियों को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। गौरव योजना के तहत राज्य के उच्च शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत छात्रों को बैंकिंग एवं वित्तीय त्रिस्तरीय प्रशिक्षण तथा 05 हजार छात्रों के प्लेसमेंट का भी लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद  नरेश बंसल, विधायक  उमेश शर्मा काऊ,  खजान दास,  सविता कपूर, उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा उन्नयन समिति प्रो. देवेन्द्र भसीन, सचिव उच्च शिक्षा  शैलेश बगोली, अपर सचिव  आशीष श्रीवास्तव एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

जिला बार संघ की वर्ष 2024-25 की नई कार्यकारिणी पद के लिए पांच उम्मीदवारो ने नामांकन पत्र दाखिल किए

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हरिद्वार ( कुलभूषण) । जिला बार संघ के वर्ष 2024 -25 के लिए होने वाले चुनाव के लिए अध्यक्ष पद पर 5 उम्मीदवार ,सचिव एवं उपाध्यक्ष पद पर पांच-पांच उम्मीदवारो ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। जबकि अन्य तीन महत्वपूर्ण पदों सह सचिव व आय व्यय निरीक्षक पद पर तीन- तीन तथा कोषाध्यक्ष पद पर चार उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी प्रदीप जगता ने बताया कि मंगलवार को बार संघ की वर्ष 2024-25 की नई कार्यकारिणी के लिए उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं। जिसमें सुधीर त्यागी, वीरेंद्र प्रताप, सुशील कुमार,नमित शर्मा व जसमहेंद्र सिंह मोंटू ने अध्यक्ष पद, सचिव पद पर बृजभूषण पालीवाल, सुधाकर सिंह , विपिन चंद द्विवेदी, नीरज कुमार, सतीश कुमार चौहान ने दावेदारी की तथा उपाध्यक्ष पद पर मीनाक्षी कपिल, तनवीर भारती, नितिन कश्यप, राजेंद्र कुमार कटारिया, नीरज गुप्ता, ने अपने नामांकन दाखिल किए । सहसचिव पद पर सोपिन चौधरी, जितेंद्र सिंघानिया,व सचिन बेदी , कोषाध्यक्ष पद पर कविता वैभव, सागर वशिष्ठ, डॉ उपेंद्र शर्मा,व संदीप वर्मा , आय व्यय निरीक्षक पद पर आशुतोष शर्मा, महेश कुमार, मयंक त्यागी तथा पुस्तकालय अध्यक्ष पद पर अभिमन्यु दत्त, आशु शर्मा,पंकज कुमार, श्रीमती राज लक्ष्मी उपाध्याय ने नामांकन किया। वही सात सदस्य कार्यकारिणी के लिए तेरह उम्मीदवारों राजेश कुमार वर्मा, राव शाहबाज, ओम प्रकाश सिंह, कार्तिक चौटाला, नितेश चौहान, फिरोज अंसारी, काजल सैनी, अभिषेक चौरसिया, विजय उपाध्याय, विनीत सचदेवा, राकेश कुमार भारत, भूषण तनेजा, विवेक कुमार मैदान, ने अपनी दावेदारी की है ।मुख्य चुनाव अधिकारी प्रदीप जगत ने बताया कि 28 तारीख को मत पत्रों की जांच की जाएगी उसके बाद नाम वापसी के बाद अंतिम उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी । मुख्य चुनाव अधिकारी प्रदीप जगता, मुख्य सहायक चुनाव अधिकारी राजेश सिंह राठौर, सुरेंद्र कुमार शर्मा व सहायक चुनाव अधिकारी रविंद्र सहगल, योगेश शर्मा, रियाजुल हसन, अश्वनी सैनी, सुनील चौहान,मनीष हटवाल की देखरेख में उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए गए।

कांग्रेसियों ने कनखल थाने का घेराव कर थाना अध्यक्ष को ज्ञापन दिया

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हरिद्वार ( कुलभूषण)  ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कनखल के नेतृत्व में कनखल थाने का घेराव कर थाना अध्यक्ष को ज्ञापन सोंपा। जैसा की विदित है कि कंनखल चौक बाजार में कांग्रेस पार्टी का अधिकृत स्तंभ है जिस पर कांग्रेस का ध्वज लगा होता है।अभी 3 दिन पहले किसी व्यक्ति ने कांग्रेस पार्टी के ध्वज के नीचे राष्ट्रीय ध्वज को चिमटियों से लगाकर ध्वज पर लगा दिया तथा उसकी वीडियो अभद्र तथा गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हुए वायरल किया गया था। जिस पर कनखल कांग्रेस के अध्यक्ष जतिन हांडा ने व पूर्व अध्यक्ष शुभम अग्रवाल ने कनखल थाना पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दे दी थी परंतु आज तीन दिन बाद भी इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई।आज भारी मात्रा में कांग्रेसियों ने कनखल थाने पहुंचकर नारेबाजी की तथा प्रदर्शन कर उनके खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाया।पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कनखल थाना अध्यक्ष को इस ऐतिहासिक झंडा की पूरी कहानी बताई तथा बताया कि कुछ असामाजिक तत्व जो कि सत्ताधारी पार्टी से जुड़े हैं उन्होंने शहर का अमन चैन बिगड़ने के हिसाब से यह गणित कार्य किया है हम यह सहन नहीं करेंगे।पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल व प्रदेश महासचिव अनिल भास्कर ने कहा कि आज 3 दिन हो गए परंतु इस घृणित कार्य करने वालों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है जिसने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया हो उसे तुरंत गिरफ्तार करके जेल भेजने का कार्य होना चाहिए।ब्लॉक अध्यक्ष जतिन हांडा पूर्व अध्यक्ष शुभम अग्रवाल तथा पूर्व जिला अध्यक्ष रविशभटिजा व प्रदेश प्रवक्ता हिमांशु बहुगुणा ने कहा कि कुछ लोग शहर का अमन चयन नहीं देखना चाहते इसलिए यह घृणित कार्य किया गया है यह एक देशद्रोह का मामला है इसपर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए तथा दोशियों को गिरफ्तार करके जेल भेजना चाहिए। पूर्व दर्जाधारी रकित वालिया,पूर्व प्रधान दिनेश वालिया तथा पार्षद उदयवीर सिंह चौहान ने कहा कि यदि ये लोग शहर का अमन चैन खराब करने में कामयाब हो जाते तो क्या हाल होता इन देशद्रोहियों को तुरंत जेल भेजने का कार्य करें ताकि भविष्य में कोई ऐसा घृणित कार्य ना कर सके।कार्यक्रम में निम्न उपस्थिति रही
राजेश शर्मा,विमल चौधरी,कपिल चौधरी, श्याम सुंदर प्रधान,नितिन तेश्वर, सुंदर सिंह मनवाल,सतीश दुबे,सत्येंद्र वशिष्ठ, जितेंद्र सिंह,हरिद्वार लाल,विजय कुमार गुप्ता,अंकुर सैनी, जगदीप असवाल,बृजमोहन बर्थवाल,दीपाली त्यागी, आकाश बिरला,अवनीश शर्मा,दीपक गौनियाल,सोनू लाला, संजय अत्री,ऐश्वर्या पंत, वसीम सलमानी,लव चौधरी,नरेश सेमवाल,प्रदीप शर्मा,हिमांशु,सागर बेनीवाल, आदि अन्य कांग्रेसजन उपस्थित रहे

हम जनता की लड़ाई लड़ रहे, पंचायतें ही बना सकती आत्मनिर्भर उत्तराखंड : मर्तोलिया

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-पहाड़ की जमीन, पर्यावरण तथा बेटियों को बचाने के लिए समर्पित होगा बड़ा कार्यकाल

-कम बजट में भी पंचायतें विधायी संस्थाओं से आगे

उत्तरकाशी, उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि हम उस जनता की लड़ाई लड़ रहे है, जिसने हमें 5 साल कार्य करने के लिए चुना था। कहा कि राज्य के विधायक अपने वेतन और भत्ता बढ़ाने के लिए राजनीतिक दीवारों को तोड़कर एकजुट हो जाते है। लेकिन हम इस उत्तराखंड के जमीन, पर्यावरण तथा बेटियों को बचाने के साथ आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाने के लिए एकजुट हुए है। दावा किया कि इसके परिणाम अगले दो वर्ष में उत्तराखंड की जनता को दिखेगा।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण 2 साल तक पंचायत की बैठक नहीं हुई। पंचायत में बजट नहीं आया। हम अपनी जनता से किए गए वायदो को पूरा नहीं कर पाए।
उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड के 70 विधानसभा में 24 साल के भीतर विधायक निधि तथा सांसद निधि से जो कार्य किए गए है। उनको अगर जनता की अदालत तोला जाए तो पंचायतों ने उससे अधिक कार्य किया है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि 2 वर्ष का जो कार्यकाल बढ़ेगा वह उत्तराखंड में राजनीति की एक नई दिशा पैदा करेगा।
उत्तराखंड के जमीन, पर्यावरण, रोजगार तथा यहां की बेटियों के सम्मान के साथ आत्मनिर्भर उत्तराखंड के लिए समर्पित रहेगा।
उन्होंने कहा कि 24 वर्षों के भीतर कहीं पर भी यह नहीं दिखता है कि अपना उत्तराखंड हिमाचल की तरह आत्मनिर्भर बनने को जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बन सकता है तो वह त्रिस्तरीय पंचायतें है।
पंचायतों के पास मामूली सा बजट होता है, उसके बाद भी हमारे पास सफल आत्मनिर्भर पंचायतों के सैकडों उदाहरण है।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी पंचायतें ने उल्लेखनीय कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक अपना वेतन भत्ता बढ़ाने के लिए राजनीतिक दीवारों को फांद कर एकजुट होते है, लेकिन हम तीनों पंचायतों के सदस्य अपने ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत में रहने वाली जनता के विकास के लिए एकजुट हुए है।