Thursday, May 1, 2025
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कृषि कानून को लेकर किसानों को भ्रमित कर रही कांग्रेस : मुख्यमंत्री

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देहरादून, , मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि कृषि सुधार कानून किसानों के हित में लाये गये कानून है। कृषि कानून को लेकर किसानों को भ्रमित किया गया है। देश के एक विशेष राज्य पंजाब जहां कांग्रेस की सरकार है जिस तरह से आन्दोलन को गलत दिशा में मोड़ने का प्रयास किया गया है वह किसानों के हित में नही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विज्ञानी स्वामीनाथन कमीटी की रिपोर्ट पर कार्यवाही किये जाने की लम्बे समय से मांग की जा रही थी, उसी रिपोर्ट के आधार पर यह कानून बनाये गये हैं जो किसानों के व्यापक हित में हैं। इसमें किसानों के लिए अनेक विकल्प रखे गये हैं, पहले केवल मण्डी ही खरीदारी करती थी, आज उसके लिए ओपन मार्केट की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि एमएसपी समाप्त करने के सम्बन्ध में किसानों में भ्रम फैलाने का प्रयास हो रहा है जबकि एमएसपी कही भी समाप्त नही की जा रही है। किसानों का एमएसपी पर धान क्रय किया गया है तथा एमएसपी पर क्रय की व्यवस्था जारी है, इसके बावजुद भी किसानों को भ्रमित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों के वास्तवित हित के लिए केन्द्र हो या राज्य सरकार किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा गन्ना किसानों को सौ प्रतिशत गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया गया है। धान मूल्य का भुगतान ऑनलाईन 24 घण्टे के अन्दर ही बिल प्राप्त होते ही आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में जमा की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि नये पैराई सत्र से पहले गन्ना किसानो को उनके गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र की इकबालपुर शुगर मिल जो बन्द हो गई थी जिससे 22,500 किसान जुड़े थे, राज्य सरकार ने इस मिल को 36 करोड़ की गारन्टी देकर खुलवाया है ताकि किसानों को उनके गन्ना मूल्य का भुगतान हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानो के व्यापक हित में खाण्डसारी नीति बनाई गई है ताकि जो भी किसान खाण्डसारी उद्योग शुरू करना चाहे शुरू कर सकता है। मुख्यमंत्री ने किसानों को विश्वास दिलाया कि केन्द्र व राज्य सरकार किसानों के हितों की संरक्षक है तथा उनके हितों के प्रति प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो कांग्रेस पार्टी आज इस बिल का सबसे मुखर विरोध कर रही है और किसानों को भ्रमित कर रही है, उसी कांग्रेस पार्टी ने इस बिल को 2019 के अपने घोषणापत्र में शामिल किया था। उनके घोषणापत्र में साफ-साफ लिखा था, “कांग्रेस ए.पी.एम.सी. एक्ट को निरस्त कर देगी और कृषि उत्पादों के व्यापार की व्यवस्था करेगी। ये बातें उनके मेनिफेस्टो में पेज नंबर 17 के प्वॉइंट नंबर 11 में दर्ज है। आज वह एवं उनके मुख्यमंत्री इसके विरोध में जुड़े है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में 2003 से पहले किसानों को आधा घण्टा भी बिजली नही मिलती थी और उसका भी कोई समय नही था, श्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद किसानों को सात घण्टे बिजली उपलब्ध कराने के साथ ही दो साल के भीतर सपरेट फीडर की व्यवस्था की गई। पांच साल पहले तक वहां किसानों को 50 पैसे युनिट बिजली उपलब्ध कराई जा रही थी। किसानो का हितेषी ऐसा व्यक्ति आज प्रधानमंत्री है। वह कैसे किसान विरोधी हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसानों के हितों के प्रति वचनबद्ध है, वे किसी भ्रम में नही पड़े। उन्होंने कहा कि वे बन्द के विरोधी नही है किन्तु इस प्रकार के प्रयासों से अमन को नुकसान नही पहुचना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन के दृष्टिगत प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने यह भी अपेक्षा की है कि किसानों को किसी भी तरह से माहौल को खराब करने का प्रयास नही करना चाहिए।

अपने बच्चों के लिए खुलवा सकते हैं ये खाता, नहीं रखना होता है बैलेंस, मिलती है ये सुविधाएं

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नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों को ‘Pehla Kadam’ और ‘Pehli Udaan’ नाम से बचत खाता की सुविधा मिलती है। मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग से इस खाते को आसानी से चलाया जा सकता है। यह बचत बैंक खाते नाबालिगों के लिए हैं।

क्या है इस खाते की विशेषता

  • खाते में मासिक अवरेज बैलेंस रखने का झंझट नहीं है।
  • अधिकतम 10 लाख रुपये बैलेंस रख सकते हैं।
  • चेक बुक की सुविधा दोनों प्रकार के खातों के साथ उपलब्ध है। विशेष तौर पर डिजाइन किया गया 10 चेक बुक जारी की जाती हैं। पहले के खाते में यह नाबालिग के नाम पर गार्जियन को जारी किया जाएगा।
  • खाते में आपको फोटो एटीएम-कम-डेबिट कार्ड की सुविधा मिलेगी। ‘पहला कदम’ खाते के लिए निकासी सीमा 5,000 रुपये है।
  • नाबालिग और अभिभावक के नाम से कार्ड जारी किए जाएंगे। पहली उड़ान के लिए भी निकासी सीमा 5,000 रुपये है।
  • मोबाइल बैंकिंग सुविधा के साथ टॉप अप जैसे सीमित लेनदेन अधिकार मिलते हैं। प्रति दिन लेनदेन की सीमा 2,000 रुपये है।
  • इसके अलावा माता-पिता/अभिभावकों के लिए ओवर ड्राफ्ट की सुविधा मिलती है।

SBI ग्राहकों को एटीएम फ्रॉड के बारे में अलर्ट करने के लिए नई सुविधा मिल रही है। जब भी बैंक को आपके खाते के लिए बैलेंस पूछताछ या मिनी स्टटेमेंट की रिक्वेस्ट प्राप्त होगी, तो तुरंत बैंक की ओर से एक एसएमएस ग्राहक के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। अगर ग्राहक द्वारा रिक्वेस्ट किये बिना ही उसे बैलेंस पूछताछ या मिनी स्टेटमेंट का मैसेज आएगा, तो वे अपना एटीएम कम डेबिट कार्ड को तुरंत ब्लॉक करा सकते हैं।

देश के सबसे बड़े बैंक ने अपने ग्राहकों के पैसों की सुरक्षा के लिए यह फीचर लॉन्च किया है। एसबीआई की यह सुविधा इसके ग्राहकों को देश में तेजी से बढ़ते एटीएम धोखाधड़ी के मामलों से बचने में मदद करेगी।

SBI PPF

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सुरक्षित निवेश विकल्प है और सुनिश्चित रिटर्न की पेशकश करता है। यह एक काफी लोकप्रिय स्मॉल सेविंग स्कीम है। पीपीएफ सरकार द्वारा समर्थित निवेश योजना है। कोई भी भारतीय नागरिक इस योजना में निवेश कर सकता है। किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर पीपीएफ अकाउंट खुलवाया जा सकता है। अगर हम बैंकों की बात करें, तो एसबीआई पीपीएफ काफी अधिक लोकप्रिय है। ग्राहक एसबीआई की बैंक ब्रांच जाकर या ऑनलाइन माध्यम से एसबीआई पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं।

उत्तराखण्ड़ : संगठन और सरकार को पांच मंत्र देकर रवाना हुये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा

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देहरादून, अपनी चार दिवसीय यात्रा में उत्तराखण्ड़ आये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी को अगले विधानसभा चुनाव का गुरू मंत्र देकर चले गये, उनका यह चार दिवसीय प्रवास उत्तराखण्ड़ के सुदूर पर्वतीय भूभाग का भाग्य जगा पायेगा यह प्रश्न अब सत्ता के गलियारों में तैरने लगा है, क्या त्रिवेन्द्र सरकार पहाड़ी और पहाड़ी के दर्द को समझ कर विकास का खाका आमजन तक पहुँचायेगी, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद पहाड़ी हैं और यह भी कह कर चले गये कि मैं पहाड़ का दर्द समझता हूँ, अब उत्तराखण्ड़ के पहाड़ी क्षेत्रों के लिये क्या विकास की नयी किरण निकलने वाली है |

यह आने वाला समय ही बतायेगा, फिलहाल जे पी नड्डा जाने से पहले भाजपा संगठन और सरकार को पांच मंत्र दे गए। तीन दिन चली मैराथन बैठकों में शीर्ष नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं से हुए संवाद में उन्होंने साफ किया कि 2022 और 2024 में मिशन इलेक्शन का लक्ष्य हिंदुत्व कार्ड, मोदी मैजिक, मजबूत और सक्रिय सांगठनिक नेटवर्क, निरंतर प्रवास और सहज आचरण से ही साधा जा सकता है, अपने 120 दिन के देशव्यापी प्रवास की शुरुआत उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड से यूं नहीं की। कुंभनगरी हरिद्वार के गंगा तट हर की पैड़ी से प्रवास की शुरुआत करने के भी कई मायने हैं। लेकिन सियासी जानकार इसे आरएसएस और भाजपा का हिंदुत्व एजेंडा मानते हैं। नड्डा ने गायत्री परिवार के संचालक उन प्रणव पंड्या से मुलाकात की, जिनकी संस्था के देश दुनिया में करीब 20 करोड़ अनुयायी हैं।

उत्तराखंड में राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर प्रवास अमित शाह ने भी किया था। शाह के दौरे के अनुभव के आधार पर पार्टी नेताओं ने नड्डा के दौरे को लेकर उसी तरह की धारणाएं बनाई थी, लेकिन शाह के आक्रामक रुख से जुदा नड्डा ज्यादा सहज और संतुलन साधते नजर आए।

नड्डा पहाड़ी हैं, शायद इसलिए पहाड़ के मर्म को समझे
उनकी बातों ने सरकार और संगठन दोनों को सहज किया। कोविडकाल की बंदिशों के बीच पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं से उन्होंने जितना भी संवाद बनाया, उसमें उन्होंने निरंतर प्रवास पर फोकस किया।

उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से लेकर शक्ति केंद्र के मुखिया और उसकी टीम को निरंतर प्रवास करने की सलाह दी। बदलती राजनीतिक चुनौती से मुकाबला करने के लिए उन्होंने सांगठनिक नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया। उनका मानना था कि भाजपा को रोकने के लिए सभी राजनीतिक दल एकजुट होकर लड़ेंगे, लिहाजा पार्टी को उसी हिसाब से तैयारी करनी है। इसके लिए उन्होंने अपना एजेंडा तय करने का मंत्र दिया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का यह मंत्र पीएम मोदी के नेतृत्व कौशल, केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की चाशनी में लिपटा है, जिसे जन जन के कान में फूंकने की उनकी योजना है। इससे साफ हो गया कि प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ता की जुबान पर मोदी ही नजर आएंगे।
सांगठनिक नेटवर्क की रीढ माने जाने वाले जमीनी कार्यकर्ता के बीच भी उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि संगठन नेतृत्व के जेहन में उनका सबसे ज्यादा ख्याल है। जिला, मंडल और बूथ अध्यक्ष के साथ मंच साझा करना इसी रणनीति का हिस्सा माना गया। साथ ही इसे प्रदर्शित करके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सहजता का संदेश भी दिया।

अपने चार दिवसीय प्रवॎस में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा मैं पहाड़ी हूं, इसलिए पहाड़ का दर्द खूब समझता हूं। उन्होंने पहाड़ पर महिलाओं के संघर्ष को बयान किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ हिमाचल का हो या उत्तराखंड का, संघर्ष दोनों ही जगह समान है इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार की उज्ज्वला और सौभाग्य योजनाओं का जिक्र भी किया। नड्डा का मिशन उत्तराखंड़ का सीधा प्रश्न अब त्रिवेन्द्र सरकार के पाले में जाता है क्या लगातार असंतोष हो रहे पहाड़ में किस तरह खुशहाली का रोड़ मैप तैयार होगा और कैसे पहाड़ के लोगों के दिन बहुरेगे, जिसकी आश में वे आज भी राह देख रहे हैं |

देहरादून: दूल्हा-दुल्हन भी निकले कोरोना पॉजिटिव, बारात में आए दो रिश्तेदारों की मौत

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देहरादून के कोतवाली सदर इलाके में हुई एक शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन कोरोपा पाॅजिटिव पाए गए हैं। ववहीं शादी में शामिल हुए दो रिश्तेदारों की मौत से हड़कंप मच गया। शादी में शामिल अन्य लोगों को ट्रेस किया जा रहा है। दावत में आए अब तक नौ लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

20 नवंबर को सेना के एक अधिकारी की बेटी और मर्चेंट नेवी में तैनात एक युवक की शादी कोतवाली इलाके में हुई। नवदंपति को कुल देवता की पूजा को हिमाचल जाना था, तो उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। टेस्ट में दोनों संक्रमित पाए गये। दूल्हे की मां, बहन भी संक्रमित मिली।

जांच में दूल्हे के मौसा, मौसी, मामा, मामी समेत करीब नौ लोग पॉजिटिव पाए गए। इसी बीच मौसा अहमदाबाद में एक अस्पताल में भर्ती हुए और दो दिसंबर को उनका निधन हो गया।  इसके बाद दून में दूल्हे के मामा की भी मौत हो गई। विभाग को जब इसकी सूचना मिली तो शादी में आए लोगों को ट्रेस किया गया। शादी में 70 लोग शामिल हुए थे। डा. राजीव दीक्षित, जिला सर्विलांस अधिकारी, देहरादून ने बताया कि शादी में शामिल होने वाले 58 लोगों को प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस की टीम ने ट्रेस किया है। जिनमें से नौ लोग संक्रमित पाए गए हैं। सभी के स्वास्थ्य की निगरानी रखी जा रही है। अन्य लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।

भारत बंद आज, किसानों का आज होगा हल्ला-बोल, करेंगे चक्का जाम, सरकार की रहेगी हर हलचल पर नजर

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि कानूनों का लगातार विरोध किया जा रहा है. किसान लगातार केंद्र सरकार पर कृषि कानूनों को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. इसको लेकर आज आठ दिसंबर को किसान संगठनों की ओर से भारत बंद बुलाया गया है. जिसका कई राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों की ओर से भी समर्थन किया गया है.

किसानों की ओर से कहा गया है कि भारत बंद में शामिल होने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया जाएगा. सभी से सांकेतिक बंद में शामिल होने की अपील करते हुए किसान नेताओं का कहना है कि प्रदर्शन के तहत सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक चक्का जाम प्रदर्शन किया जाएगा. इसके तहत कई प्रमुख सड़कों को जाम किया जाएगा. इस प्रदर्शन के तहत उत्तरी राज्यों खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के किसान सड़कों पर उतरे हैं.

 

किसान-सरकार के बीच बातचीत

वहीं केंद्र सरकार और किसानों के बीच लगातार बातचीत की जा रही है और मुद्दे का समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है. पांच दौर की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद अब किसान संगठन और केंद्र सरकार के लोग एक बार फिर से छठे दौर की बातचीत करेंगे, जो कि भारत बंद के एक दिन बाद होगी. माना जा रहा है कि इस बार भी किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े रह सकते हैं और गतिरोध बना रह सकता है.

 

सरकार एक्टिव

वहीं भारत बंद के बीच सरकार भी एक्टिव है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को परामर्श देते हुए कहा गया है कि प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत बंद के दौरान कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन किया जाए. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए. साथ ही किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शांति और धैर्य के साथ एहतियाती कदम उठाने की बात कही गई है.

होगी कार्रवाई

वहीं भारत बंद को देखते हुए सुरक्षा को लेकर भी सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सर्तक है. किसान पिछले करीब 10 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली में पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है जो लोगों की आवाजाही रोकने या जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिश करेंगे.

किसानों की मांग क्या है?

केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में तीन कृषि कानूनों को लागू किया गया है. जिसका किसानों की ओर से विरोध किया जा रहा है. इसके चलते किसान पिछले कई महीनों से सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं जब किसानों की बात अनसुनी की गई तो पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों के हजारों किसान पिछले कई दिनों से दिल्ली और उसके आसपास आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. उन्हें नए कानूनों को किसान-विरोधी करार दिया है. किसानों ने कहा कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म हो जाएगा और बड़े कॉर्पोरेट के आगे उन्हें छोड़ दिया जाएगा.

गोल्‍ड के दाम में आई गिरावट, चांदी में 700 रुपये से ज्‍यादा की कमी, जानें नए भाव

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नई दिल्ली. भारतीय बाजारों में सोमवार को सोने की कीमतों में कमी दर्ज की गई. आज यानी 7 दिसंबर 2020 को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों (Gold Price Today) में 104 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट देखी गई. वहीं, चांदी के दाम में भी कमी दर्ज की गई. एक किलोग्राम चांदी के दाम (Silver Price Today) में 736 रुपये की गिरावट आई. पिछले कारोबारी सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 48,807 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, चांदी 63,357 रुपये प्रति किलो पर थी. जानकारों के मुताबिक, अंतरराष्‍ट्रीय बाजारों में नरमी के कारण भारत में भी सोना-चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की गई है.

सोने की नई कीमतें (Gold Price, 7 December 2020) – दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 104 रुपये प्रति 10 ग्राम घट गया. राजधानी दिल्ली में 99.9 ग्राम शुद्धता वाले सोने का नया भाव अब 48,703 रुपये प्रति 10 ग्राम है. इसके पहले कारोबारी सत्र में सोने का भाव 48,807 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव घकर 1,836 डॉलर प्रति औंस रहा है.

चांदी की नई कीमतें (Silver Price, 7 December 2020) – चांदी की बात करें तो आज इसमें भी कमी दर्ज की गई. दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को चांदी में 736 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी दर्ज की गई है. इसके दाम 62,621 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए. अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में सोमवार को चांदी का भाव 23.92 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ

क्‍यों आई कीमती धातुओं में गिरावट – एचडीएफसी सिक्‍योरिटी के सीनियर एनालिस्‍ट (कमोडिटीज) तपन पटेल का कहना है कि निवेशकों की ओर से बिकवाली का असर सोने की कीमतों पर पड़ा. वहीं, अंतरराष्‍ट्रीय बाजारों में गोल्‍ड प्राइस में गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है. वहीं, डॉलर पर बने दबाव के कारण भी दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में नरमी आई.

हल्दी रस्म के बाद दुल्हन पॉजिटिव, कोविड सेंटर में सजा मंडप, PPE किट में लिए सात फेरे

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जयपुर। Unique Wedding in Rajasthan कोरोना महामारी का असर शादियों पर भी दिखने लगा है। राजस्थान में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां बांरा जिले के छतरगंज गांव में एक अनोखी शादी हुई। यहां कोरोना संक्रमित दुल्हन ने PPE किट पहनकर दूल्हे साथ कोविड केयर सेंटर में ही 7 फेरे लिए। मिली जानकारी के मुताबिक छतरगंज गांव में एक युवती और उसकी मां ने शनिवार को घर-घर स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना जांच दल से जांच कराई, तब दोनों को तबीयत खराब थी। जब कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आई तो मां और बेटी दोनों कोरोना पॉजिटिव निकलीं। चूंकि युवती का विवाह रविवार को होना तय था और शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। युवती की हल्दी की रस्म भी पूरी हो चुकी थी। इसलिए जब युवती व उसकी मां की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो प्रशासन ने कोविड केयर सेंटर में ही मंडप सजाया।

प्रशासन की अनुमति के बाद शादी समारोह आयोजित

इस अनोखे विवाह को प्रशासनिक अधिकारियों की अनुमति से आयोजित किया गया। कोविड सेंटर में दूल्हा-दुल्हन, दोनों के माता-पिता व अन्य करीबी रिश्तेदारों ने पीपीई किट पहनकर मंडप में शादी की सभी रस्में निभाई। समारोह में शामिल हुए दो लोगों को आइसोलेशन की सलाह दी गई है, हालांकि उन्होंने PPE किट पहन रखी थी।

दूल्हे रमेश ने भी शादी समारोह में आए सभी लोगों का धन्यवाद दिया और कोरोना नियमों का पालन करने का आग्रह किया। वहीं ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. शेख आरिफ ने कहा कि शादी अस्पताल में बने कोविड केयर सेंटर के बाहर वाले हिस्से में कराई गई थी। इस मौके पर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राजेश राजावत और पुलिस थाना अधिकारी लक्ष्मीनारायण बैरवा भी मौजूद थे।

किसान आंदोलन को मिला अन्ना हजारे का साथ, भारत बंद के दौरान रखेंगे उपवास

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सामाजिक कार्यकर्ता और लोकपाल आंदोलन शुरू करने वाले अन्ना हजारे भी अब भारत बंद के समर्थन में आ गए हैं और उन्होंने कहा कि वे किसानों के समर्थन में मंगलवार को एक दिन का भी उपवास रखेंगे. मंगलवार को किसानों देशव्यापी बंद बुलाया. किसानों ने कहा कि भारत के दौरान सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक चक्का जाम किया जाएगा.

वहीं इससे पहले भी अन्ना हजारे ने किसानों के समर्थन में सरकार को बातचीत करने का सुझाव दिया था. अन्ना ने कहा, “वह किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं. किसान और सरकार की स्थिति भारत पाकिस्तान की तरह हो गई है.” उन्होंने कहा कि जिस तरह चुनाव के समय नेता किसानों के घर और खेतों तक वोट मांगने के लिए जाते हैं, उसी तरह नेता भी अब उनकी समस्याओं पर बात करें.

इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि आज तो किसान अहिंसा के साथ आंदोलन कर रहे हैं, अगर आगे चल कर उन्होंन हिंसा का रास्ता चुन लिया था, क्या सरकार इसकी जिम्मेदारी लेगी? अन्ना ने कहा, “किसान कोई पाकिस्तानी नहीं हैं.”

अन्ना आंदोलन ने उखाड़ी थी UPA सरकार

मालूम हो कि साल 2011 और 2012 में अन्ना हजारे तत्कालीन UPA सरकार को खिलाफ जन लोकपाल कानून आंदोलन और इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन का नेतृत्व कर चुके हैं. इस आंदोलन को देशभर से भारी समर्थन मिला था, जिसका नतीजा यह हुआ कि साल 2014 के चुनावों में जनता ने यूपीए सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था. अब अन्ना हजारे किसान आंदोलन के समर्थन में भी उतर आए हैं.

दरअसल केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में 26 नवंबर से किसान दिल्ली के कई बॉर्डर पर डटे हैं. इस बीच सरकार और किसान संगठनों के बीच कई बैठकें हईं, लेकिन सभी बेनतीजा रहीं, क्योंकि सरकार का कहना है कि वो कानूनों में किसानों की तरफ से बताए गए संशोधन करने के लिए तैयार है, लेकिन किसानों की मांग है कि केंद्र इन तीनों ही कानूनों को पूरी तरह से वापस ले.

Indian Railways: रेल यात्रा से पहले पढ़ें अहम सूचना नहीं तो झेलनी पड़ सकती है परेशानी!

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नई दिल्ली, एजेंसी। यदि आप रेल यात्रा करने जा रहे है तो टिकट बुक कराने के पहले रेलवे की यह अहम जानकारी जरुर पढ़िए। यात्रियों की सहूलियत के लिए उत्तर रेलवे ने एक यात्रा एडवाइजरी (Railways Travel Advisory) जारी किया है। यह इसलिए जारी किया गया है क्योंकि तमाम वजहों से रेलगाड़ियों के समय में बदलाव होता है और कई बार वह रद भी होती हैं। किसान आंदोलन की वजह से ही पिछले दिनों बहुत सारी रेलगाड़ियां निरस्त हुईं और कुछ का रास्ता भी बदला गया। रेलवे ने कहा है कि रेलगाड़ियों के समय और ठहराव में 1 दिसंबर और उसके बाद से कुछ बदलाव किए गए हैं। ऐसे में रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ ए़डवाइजरी जारी किए हैं।

रेलवे ने कहा है कि कोई भी यात्री अपनी यात्रा प्रारम्भ करने से पहले अपनी ट्रेन के आगमन, प्रस्थान, ठहराव इत्यादि के संबंध में रेलवे पूछताछ सेवा 139, राष्ट्रीय रेलगाड़ी पूछताछ प्रणाली और आईआरसीटीसी की वेबसाइट या पास की ही रेल आरक्षण काउंटर, रेलवे स्टेशन पर अधिकृत कर्मचारी से सही जानकारी प्राप्त कर लें।

रेल यात्रा के लिए टिकट बुक करवाते समय आरक्षण मांग पत्र में साफ अक्षरों में केवल अपना खुद का मोबाइल नंबर ही दर्ज करवाएं, ताकि ट्रेन के परिचालन से जुड़ी कोई भी महत्वपूर्ण सूचना जैसे ट्रेन के समय में परिवर्तन या ट्रेन के निरस्त होने जैसी जानकारी एसएमएस के माध्यम से वास्तविक यात्री को अवश्य प्राप्त हो सके।

 

पिछले दिनों कई बार रद हुईं ट्रेनें

कोरोना काल में पहले ही ट्रेनें बहुत कम चल रही हैं, ऊपर से कभी किसान आंदोलन तो कभी गुर्जर आंदोलन के चलते रेल यात्राएं बाधित होती रहीं। ऐसे में रेलवे ने यात्रियों की परेशानियां कम कर ने के लिए एडवाइजरी जारी किया है, ताकि लोगों को दिक्कत ना हो।

मुम्बई : उर्वशी का ‘खाइके पान बनारस वाला’ गाना गाते वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल

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मुंबई। बॉलीवुड की बोल्ड एंड ब्यूटीफूल (Bold And Beautiful) एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव हैं। एक्ट्रेस अपने हॉट फोटोशूट की तस्वीरें और वीडियो को शेयर कर फैंस का अटैंशन ग्रैब करने में अक्सर ही कामयाब होती हैं। उर्वशी को अक्सर कुछ हटकर ट्राई करते भी देखा जाता है। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। एक्ट्रेस ने अपना एक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है जिसके वायरल होते ही सोशल मीडिया पर धमाल मच गया है।

वायरल हो रहे वीडियो में उर्वशी रौतेला बनारसी पान खाती नजर आ रही हैं। वहीं इस वीडियो में एक्ट्रेस के हाथ में एक प्लेट नजर आ रही है जिसमें कई सारे पान दिखाई दे रहे हैं। उर्वशी बनारसी पान को खाकर उसकी तारीफें करती नहीं थक रही हैं। वीडियो में उर्वशी रौतेला (Urvashi Rautela)अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का सुपरहिट गाना ‘खाइके पान बनारस वाला’ भी गाती नजर आ रही हैं। इस वीडियो में एक्ट्रेस ने मेगास्टार अमिताभ बच्चन को भी टैग किया है।

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Video: बनारसी पान की दीवानी हुईं उर्वशी रौतेला, जबरदस्त वायरल हो रहा वीडियो- Video: Urvashi Rautela becomes crazy about Banarasi Paan, video going viral  | News24

एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा है,’बनारसी पान स्पेशल, खाओगे जी।’ एक्ट्रेस के हालिया शेयर किए गए इस वीडियो को 18 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। वहीं फैंस कमेंट कर एक्ट्रेस के देसी अंदाज की जमकर तारीफें कर रहे हैं। उर्वशी की पिक्चर्स और बेहतरीन वीडियो का ही नतीजा है कि इंस्टाग्राम पर उन्हें 32 मिलियन लोग फॉलो कर रहे हैं।

वर्कफ्रंट की बात करें तो एक्ट्रेस हाल ही में वेब सीरीज वर्जिन भानुप्रिया में नजर आई थीं। हाल ही में उनका नया गाना ‘वो चांद कहां से लाओगी’ (Woh Chaand Kahan Se Laogi) भी रिलीज हुआ है जिसे फैंस ने काफी प्यार दिया है। इस गाने को 30 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। जिसकी खुशी भी एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए शेयर की है।