Tuesday, May 13, 2025
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कुंभ मेला कार्यो की समीक्षा, मुख्यमंत्री ने कार्य समय पर पूर्ण करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगामी कुम्भ मेले को सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी विभागाध्यक्षों को प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कुंभ मेले के कार्यों के संबंध में सभी आवश्यक स्वीकृतियों, कार्यों की गुणवत्ता एवं उपयोगिता आदि का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि कुंभ मेले के संपन्न होने के पश्चात इस संबंध में कोई अनावश्यक विवाद की स्थिति ना उत्पन्न हो।
उन्होंने कोविड-19 के दृष्टिगत कुंभ मेले के लिए स्पेशल कोविड ऑफिसर तैनात किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले के कार्यो के लिये मेला अधिकारी को 2 करोड़ तथा आयुक्त गढ़वाल मंडल को 5 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति के अधिकार प्रदान करते हुए आयुक्त के स्तर पर स्वीकृत होने वाले कार्यों के लिए अनुभवी अभियंताओं एवं वरिष्ठ वित्त अधिकारी की समिति गठित करने के भी निर्देश दिए जो आयुक्त को कुम्भ व्यवस्था की   स्वीकृति जारी करने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों से सभी स्थाई निर्माण कार्यों को 31 जनवरी से पूर्व पूर्ण करने तथा अस्थाई निर्माण कार्यों में भी तेजी लाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुंभ कार्यों को पूर्ण करने में कोई कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए, उन्होंने इसके लिए विभागीय सचिवों को भी कार्यों की निरंतरता के साथ अनुश्रवण के निर्देश दिए।
शनिवार को सचिवालय में कुम्भ मेले की व्यव्स्थाओं के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कुम्भ के दृष्टिगत विभागीय स्तर पर सम्पादित होने वाली व्यवस्थाओं की एसओपी जारी करने के साथ ही डाक्यूमेन्टेशन पर ध्यान दिया जाय। उन्होंने इस सम्बन्ध में व्यापक जन जागरूकता के प्रसार पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने वन भूमि हस्तांतरण के मामलों को भी शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने मेलाधिकारी के साथ ही जिलाधिकारी हरिद्वार को कुम्भ मेले के नोटिफिकेशन के पूर्व होने वाले स्नान पर्वो के सम्बन्ध में सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित करने को कहा।

बैठक में सचिव लोनिवि  आर0के0सुधांशु ने हरिद्वार को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग एवं पुलों के निर्माण की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि रूड़की बाईपास के साथ ही सभी महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण कार्य 31 जनवरी से पूर्व कर लिया जायेगा, इसके लिये कार्यदायी संस्थाओं का तेजी से कार्य सम्पन्न करने के निर्देश देने के साथ ही निर्माण कार्यों की निरन्तर निगरानी की जा रही है।

सचिव स्वास्थ्य  अमित नेगी ने बताया कि कोविड 19 के दृष्टिगत कुम्भ मेले में आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने मेलाधिकारी से प्रत्येक दुकान पर मास्क सेनेटाइजर उपलब्ध कराने के साथ ही इस सम्बन्ध में अपनाये जाने वाले सुरक्षात्मक उपायों के लिए जन जागरूकता का प्रसार विभिन्न प्रचार माध्यमों के स्तर पर सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने कहा कि कोविड हास्पिटल के साथ ही कोविड सेन्टरों की स्थापना, कोविड कन्ट्रोल रूम आदि का डाटा बैस मैनेजमेंट के साथ ही पूरे क्रियाकलापों का डाक्यूमेंटेशन किया जाय।

उन्होंने कहा कि उपकरणों आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जाय, इसके लिए यदि धनराशि की आवश्यकता हो तो उसका प्रस्ताव शीघ्र भेजा जाय। उन्होंने कुंभ मेले में कार्य करने वाले कार्मिकों के वेक्सिनेशन की रूप रेखा भी तय करने की अपेक्षा मेलाधिकारी से की।
सचिव नगर विकास  शैलेश बगोली ने बताया कि कुम्भ मेले के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के स्तर पर 473 करोड़ लागत के 124 निर्माण कार्य किये जा रहे हैं, जिनका निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है।
मेलाधिकारी  दीपक रावत ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अवगत कराया कि कुम्भ मेला क्षेत्र का ड्रेसिंग व लेबिलिंग कार्य, अस्थायी निर्माण कार्यो, टिन टेन्टेज, अस्थायी पुलों के निर्माण के साथ ही साफ सफाई आदि के लिये आवाश्यक उपकरणों के क्रय की कार्यवाही की जा रही है।

पुलिस महानिरीक्षक, कुम्भ मेला  संजय गुंज्याल ने मेले में पुलिस विभाग द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेले के लिये सुरक्षा की दृष्टि से 6 जोन, 24 सेक्टर, 21 थाने, 9 पुलिस लाइन, 23 पुलिस चौकी, 25 चैक पोस्ट के साथ ही आवश्यकतानुसार राज्य व केन्द्रीय पुलिस बलों की तैनाती की व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक संचार प्रणाली के उपयोग पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
बैठक में नगर विकास मंत्री  मदन कौशिक, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव वित्त श्रीमती सौजन्या, आयुक्त गढ़वाल  रविनाथ रमन के साथ ही सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

डीआईटी का 4वां दीक्षांत समारोह, 1434 छात्रों को मिली डिग्री

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देहरादून। डीआईटी विश्वविद्यालय देहरादून ने शनिवार 12 दिसंबर को शैक्षणिक वर्ष 2018-2020 के सफल छात्रों को डिग्री प्रदान करने के लिए 4 वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। दीक्षांत समारोह में 1434 छात्रों को डिग्र्री प्रदान की गई।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि माननीय राज्यपाल उत्तराखण्ड बेबी रानी मौर्या ने प्रतिभाग करना था। परंतु उन्होंने कोविड को ध्यान में रखते हुए अपना एक संदेश छात्रों के नाम भेजा। जिसमें उन्होंने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आज डी0आई0टी0 विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह का साक्षी बन इस अतिविशिष्ट क्षण एवं समारोह को संबोधित करने का अवसर मेरे लिए अतिहर्ष एवं सम्मान का विषय है।

दीक्षांत समारोह एक तरफ जहाँ किसी भी विश्वविद्यालय की परिपक्वता एवं उपलब्धियों को दर्शाने वाला एक ऐतिहासिक क्षण होता है, वहीं यह छात्र छात्राओं के लिए एक यादगार अवसर होता है जहाँ उनके कठिन परिश्रम एवं समर्पण के फलस्वरूप उनके शैक्षिक जीवन में एक और उपलब्धि जुड़ती है। छात्रों की इस उपलब्धि पर मेरी ओर से आप सभी छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं अभिनन्दन। यह क्षण विश्वविद्यालय, शिक्षकों एवं अभिभावको के लिए भी समान रूप से गौरवपूर्ण क्षण है, जिनके लिए आप सभी को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।

कोविड-19 के इस संकटमय समय में भी छात्रों के भविष्य को केन्द्रबिंदु रखकर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ई-दीक्षांत समारोह के अवसर पर मैं विश्वविद्यालय के प्रबंधन-मडंल की सराहना एवं अभिनंदन करती हूँ।
विश्वविद्यालय को स्थापित हुए इन 22 वर्षों के दौरान विश्वविद्यालय ने निरंतर प्रगति एवं विकास के पथ पर चलते हुए, विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं संकायों को जोड़ते हुए, शैक्षिक एवं अनुसंधान के कार्यक्षेत्र को विस्तृत कर शिक्षा के उच्च स्तर को प्राप्त किया जो अतिप्रसन्नता एवं गर्व का विषय है।

उन्होने कहा कि भारत सरकार द्वारा घोषित नई शिक्षा निति के तहत् भी डी0आई0टी0 विश्वविद्यालय ने कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है ताकि उत्तराखण्ड के छात्रों को इसका लाभ मिल सके। नई शिक्षा निति को लेकर विश्वविद्यालय ने अनेक कार्यशाला का भी आयोजन किया है। इससे यह प्रदर्शित होता है कि विश्वविद्यालय आने वाले समय में छात्रों को बेहतर एवं रोजगारपरक शिक्षा की ओर अग्रसारित करेगा।

ईश्वर आपके निर्धारित लक्ष्यों में सफलता प्रदान करें। एक बार पुनः मैं आप सभी को आपकी उपलब्धियों के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देती हूँ और आपके उज्जवल भविष्य की कामना करती हूँ। माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकारए डॉ। धन सिंह रावत ने छात्रों के लिए बधाई संदेश भेजा।
इस समारोह में छात्रों अभिभावकों के माता.पिता और पुरस्कार विजेताओंए गणमान्य व्यक्तियोंए संकाय सदस्यों दोनों ने भाग लिया।

कोविद .19 की रोकथाम के लिए सरकारी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती गई। ऑन.कैंपस में कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कर्मियों ने इन प्रतिबंधों का अनुपालन किया। परिसर स्नातक छात्रों और अभिभावकों की उपस्थिति के साथ जीवंत दिखाई दिया। यह देखकर खुशी हुई कि छात्र परिसर में जाने और संबंधित गणमान्य व्यक्तियों से अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिए उत्साहित थे। 
वैदिक मंत्रों के गूंजने वाले मंत्रों के सभागार में अकादमिक जुलूस के आगमन के साथ शुरू हुआ यह अवसर कुलगीत और दीक्षांत समारोह स्मारिका का विमोचन था।
माननीय चांसलर श्री एन रवि शंकर ने श्रीमती की ओर से दीक्षांत समारोह का संदेश दिया। रानी बेबी मौर्यए माननीय राज्यपाल उत्तराखंड और आगंतुक डीआईटी विश्वविद्यालय। वह मुख्य अतिथि भी थे उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों और पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया ! माननीय कुलपति डॉ केण् केण् रैना ने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत की उन्होंने पुरस्कार विजेताओं स्नातक करने वाले छात्रों उनके माता.पिता और शैक्षणिक अकादमियों के लिए विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कोविद .19 स्थितियों के दौरान ऑन.लाइन मोड ऑफ स्टडीज की आवश्यकताओं के लिए छात्रों के प्रयासों की सराहना की।

ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में सम्पन्न हुआ शिष्य उपनयन संस्कार

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हरिद्वार ,12 दिसम्बर (कुल भूषण)  उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, ऋषिकुल परिसर ,हरिद्वार के महामना मदन मोहन मालवीय प्रेक्षागृह में प्रथम बार शास्त्रीय वेदोक्त विधि से विश्वविद्यालय के दोनों परिसर(ऋषिकुल, गुरुकुल) के स्नातकोत्तर बैच २०१९-२० का शिष्य उपनयन संस्कार में दीक्षा प्रदान कार्यक्रम को कोरोना गाइड लाइन का सम्पूर्ण पालन करते हुऐ किया गया द्य इस अवसर विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना वारियर और ऋषिकुल परिसर के उत्कृष्ट कर्मचारियों को भी प्रमाणपत्र और मोमेंटो के साथ सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हर्रावाला, देहरादून के कुलपति प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार जोशी मुख्य अतिथि कुलपति गुरुकुल कांगड़ी प्रो रूप किशोर शास्त्री स्वामी नित्यानन्द सरस्वती महाराज, उपाध्यक्ष उत्तराखंड संस्कृत अकादमी प्रो प्रेमचन्द्र शास्त्री ऋषिकुल परिसर निदेशक प्रो० डॉ अनूप कुमार गक्खड़,परिसर निदेशक गुरुकुल प्रो अरुण कुमार त्रिपाठी पूर्व निदेशक डॉ चमोली ने नव आगंतुक विद्यार्थियों को अशीर्वाचन दे भविष्य के लिए शुभकामनायें दी

कार्यक्रम के संचालन के रूप में प्रो नरेश चौधरी ने, और मुख्य संयोजक के रूप प्रो अजय कुमार गुप्ता मुख्य योगदान दिया कार्यक्रम के अंत में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो सुरेश चौबे ने उपस्थित मंचासीन पदाधिकारियों, तीनो परिसर से आये शिक्षकों, अतिथियों, छात्र -छात्राओं, कर्मचारीचारियों धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

सफाई व्यवस्था को लेकर व्यापारियों ने किया प्रदर्शन

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हरिद्वार ,12 दिसम्बर (कुल भूषण)  शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के अध्यक्ष विपिन गुप्ता व महामंत्री विक्की तनेजा के नेतृत्व में  बाजारों व वार्डों में पिछले 5-6 दिन से  कूड़ा न उठाये जाने के विरोध में स्थानीय व्यापारियों के साथ नगर निगम के विरुद्ध नारेबाजी की व उचित सफाई व्यवस्था की मांग की।  अध्यक्ष विपिन गुप्ता व महामंत्री विक्की तनेजा ने कहा कि नगर निगम ने जब से के आर एल कम्पनी को सफाई व्यवस्था का ठेका दिया है,  पूरे शहर की सफाई व्यवस्था की स्थिति चरमरा गयी है,  मुख्य बाज़ारों से लगे बाज़ारों व वार्ड, मोहल्ले आदि में 8-8 दिन कूड़ा पड़ा सड़ता रहता है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

अगर तत्काल निगम द्वारा सफाई व्यवस्था पूर्व की भांति अपने हाथ मे न ली गयी और सफाई व्यवस्था  सही न की गयी तो मजबूर होकर व्यापारियों को सडको पर उतरकर बदहाल व्यवस्था के विरुद्ध आंदोलन को विवश होना पड़ेगा।

प्रदर्शन में ओम प्रकाश पाहवा, राजीव चौहान,गौरव गोयल,ओम प्रकाश विरमानी,गौरव गोयल, सुमित अग्रवाल,अमित शर्मा, अनूप वर्मा, अंकित अग्रवाल, जावेद,गौरव जैसिंह सचिन वर्मा, अमित गुप्ता, मगन बंसल, मुकेश सैनी,अंकित गुप्ता, सुशील जगता, रवि,अनिरुद्र मिश्रा, आशीष गुप्ता, अशोक कंसल आदि उपस्थित रहे।

डिग्री कॉलेज में कोविड 19 के नियमों का सख्ती से होगा पालन: डा0 ब़त्रा

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हरिद्वार ,12 दिसम्बर (कुल भूषण)  एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि कोविड-19 के प्रसार के दृष्टिगत सुरक्षा कारणों से राज्य के समस्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आॅनलाईन मोड़ में पठन पाठन कार्य किया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य ,शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को पुनः 15 दिसम्बर से पठन-पाठन हेतु खोले जाने के सन्दर्भ में दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, दिशा-निर्देशों को सख्ताई से पालन करने हेतु आज महाविद्यालय में शिक्षकों की एक आवश्यक बैठक हुई।

प्राध्यापकों को जानकारी देते हुए डाॅ. बत्रा ने बताया कि महाविद्यालयों में आॅफलाईन पठन-पाठ्न हेतु खोले जाने पर छात्रों की उपस्थिति के सम्बन्ध में अभिभावकों की सहमति-पत्र की अनिवार्यता है। महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर ही सैनेटाईजर, हैण्डवाश, थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जायेगी। किसी भी शिक्षक, कर्मचारी अथवा छात्र को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण होने उसे वापस घर भेज दिया जायेगा। सामाजिक दूरी (दो गज) का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। डाॅ. बत्रा ने बताया कि उक्त समस्त दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु समस्त शिक्षण संस्थानों में पृथक-पृथक नोडल अधिकारी नामित किये गये जिसमें डाॅ. सुषमा नयाल को मुख्य नोडल अधिकारी तथा डाॅ. विजय शर्मा, पंकज यादव व विवेक मित्तल को सहायक नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया जो मुख्य नोडल अधिकारी का सहयोग करेंगे।

केन्द्र/राज्य/यू.जी.सी. द्वारा जारी कोविड-19 के नियमों का समय समय पर पालन सख्ती से किया जायेगा।  मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक ने बताया कि राज्य के बाहर से आने वाले छात्रों को कोविड-19 (आर.टी.-पी.सी.आर.) टैस्ट कराना अनिवार्य होगा तथा निगेटिव रिपोर्ट महाविद्यालय में दिखानी होगी। उच्च शिक्षण संस्थानों में किसी छात्र, शिक्षक, कर्मचारी आदि के कोविड-19 पोजिटिव पाये जाने पर सम्बन्धित जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। महाविद्यालय को खोले जाने से पूर्व उन्हें पूरी तरह से सैनेटाईज किया जा रहा है। प्रत्येक छात्र-छात्रा को महाविद्यालय में मास्क लगाना एवं आरोग्य सेतु ऐप को अपने मोबाईल में डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।

मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन संकायों में थ्योरी एवं प्रयोगात्मक (बी.एससी. प्रथम, तृतीय व पंचम) दोनों पढ़ाये जाते हैं, उन्हीं में ही आॅफलाईन कक्षायें प्रारम्भ की जायेंगी, जिन विषयों (बी.ए., बी.काॅम., एम.ए. तथा एम.काॅम.) में केवल थ्योरी पढ़ायी जाती है अर्थात प्रैक्टिकल की अनिवार्यता नहीं है, वहां आॅनलाईन मोड से ही पठन-पाठन पूर्व की भांति किया जाता रहेगा। बैठक में मुख्य रूप से डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. नलिनी जैन, डाॅ. पूर्णिमा सुंदरियाल, विनीत सक्सेना, नेहा सिद्दकी, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, डाॅ. पदमावती तनेजा, एम.सी. पाण्डेय, संजीत कुमार आदि उपस्थित थे।

स्टूडेंट इंडकसन प्रोग्राम का आयोजन 14 दिसम्बर से

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हरिद्वार ,12 दिसम्बर (कुल भूषण) गुरूकुल काँगड़ी (समविश्वविद्यालय) के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में सीएसएबी/जेओएसएसए  की आल इंण्डिया काउंसिलिंग के पश्चात् बची हुई सीटों पर बी.टेक. प्रथम वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया को आनलाईन मोड में सम्पन्न हुई जिसमें प्रवेश हेतु अभ्यर्थी ने कम्प्यूट साइंस, इलैक्ट्रोनिक्स एवं कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रिकल तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में अपना प्रवेश सुनिश्चित किया ।

संकायाध्यक्ष प्रो0 पंकज मदान ने बताया कि सभी नव प्रवेशी छात्रों के लिए 01 सप्ताह का ऑनलाइन स्टूडेंट इंडकसन प्रोग्राम 14दिसम्बर से चलाया जायेगा, जिसके संयोजक डा0 देवेन्द्र सिंह होंगे| इसके उपरान्त इन छात्रों की यथावत् आनलाईन कक्षाएं चलेंगी । प्रवेश समिति के संयोजक डा0 एम.एम. तिवारी ने बताया कि दिनांक 10.12.2020 को हुई काउंसिलिंग में जो विद्यार्थी किसी कारण से प्रवेश नहीं पा सके वे पुनः विश्वविद्यालय में रिक्त स्थानों पर प्रवेश हेतु गुरुकुल की वेबसाइट पर आनलाईन आदेवन कर सकते हैं ।

आनलाईन कक्षा का लिंक छात्रों को भेजा जा रहा है । इस अवसर पर कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री एवं माननीय कुलसचिव प्रो0 दिनेश चन्द्र भट्ट ने सभी छात्रों को 118 वर्ष पुराने इस गौरवशाली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने पर अपना शुभाशीष दिया तथा गौरवशाली भविष्य के लिये मंगलमय शुभकामनाएं प्रदान की ।

पिथौरागढ़ : वरिष्ठ पत्रकार डॉ. दीपक उप्रेती का निधन

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पिथौरागढ़, वरिष्ठ पत्रकार डा.दीपक उप्रेती अब हमारे बीच नहीं रहे। कोरोना संक्रमण के कारण उनका निधन हो गया। डा. उप्रेती को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, उन्हें बेंटिलेटर में रखा गया था, आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। डा. उप्रेती लंबे समय से पिथौरागढ़ में अमर उजाला के प्रभारी रहे। यहां से उनकी सेवा निवृत्ति हो गई थी। कुमाउं की खड़ी होली पर उन्होंने शोध प्रबंध लिखा था, जिस पर उन्हें डाक्टरेड उपाधि मिली थी। वे मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के थल-मुवानी क्षेत्र के विनायक गांव के रहने वाले थे। रिटायरमेंट के बाद वह पिथौरागढ़ में ही किराये के मकान में रह रहे थे और कुछ अखबारों से जुड गए थे। कुछ दिन पहले उन्हें बुखार की शिकायत हुई और जांच करने पर कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

उत्तराखंड : कोरोना के आज मिले 728 नये मरीज, 10 की मौत, देहरादून 246 और नैनीताल में 132 मिले कोरोना संक्रमित

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देहरादून, कोरोना के 728 नये मामले आने के साथ ही शनिवार को प्रदेशभर 10 लोगों की मृत्यु हो गयी। प्रदेश की राजधानी देहरादून जनपद कोरोना संक्रमण के मामले लगातार नंबर बना है। आज भी जनपद देहरादून में कोविड-19 के 246 मरीज पाजीटिव आये। एक बार फिर बढते संक्रमण के कारण राज्य में रिकवरी रेट भी घट रहा है। वर्तमान में रिकवरी रेट 89.61 है जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 6207 है।

राज्य कन्ट्रोल रूम से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेशभर में 728 मरीजों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद मरीजों की संख्या बढकर 81939 हो गयी। इनमें से 73422 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं जबकि 6207 मरीज एक्टिव है।
आज पाजीटिव आये मरीजों में सबसे अधिक 246 मरीज देहरादून जनपद में मिले जबकि नैनीताल जनपद में 132 मरीजों की रिपोर्ट पाजीटिव आयी है। हरिद्वार में 72, अल्मोड़ा में 41, पौड़ी में 37, ऊधमसिंह नगर में 32, पिथौरागढ़ में 32, चमोली में 28, उत्तरकाशी में 26, टिहरी में 26, रुद्रप्रयाग में 25, बागेश्वर में 21, चंपावत जिले में 10 संक्रमित मिले हैं।

आईएमए पासिंग आउट परेड़ : देश को मिले 325 सैन्य अफसर

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देहरादून, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए ) में अंतिम पग भरते ही 325 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। आईएमए में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ, इसके साथ ही 70 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। ‘भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम’, आईएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे। लोंगों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। सुबह 08 बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। उप सेना प्रमुख ले. जनरल एसके सैनी ने परेड की सलामी ली, कंपनी सार्जेट मेजर अभिनव कुटलेरिया, सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी व रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। एडवांस कॉल के साथ जेंटलमैन कैडेट परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर माजी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स की शानदार मार्चपास्ट से हर एक दर्शक मंत्रमुग्ध हो गया।
उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा
उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा गया। वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर, माजी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला।

जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला। इस दौरान आईएमए कमान्डेंट ले. जनरल हरिंदर सिंह, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।

कोरोना संकट के चलते पासिंग आउट परेड में तमाम स्तर पर एहतियात बरती गई। शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किया गया। हरेक मार्चिंग दस्ते में एक लाइन में कैडेटों की संख्या आठ रखी गई। जेंटलमैन कैडेटों के साथ ही सभी सैन्य अधिकारी भी मास्क पहने रहे।

पासिंग आउट परेड के दौरान डायवर्ट रहा ट्रैफिक
भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड के चलते पुलिस ने शनिवार के लिए नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया था । परेड के दौरान सुबह पौने सात बजे से दोपहर एक बजे तक आईएमए की तरफ यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित रहा।

कृषि कानूनों का विरोध : रुड़की में टोल प्लाजा पर हंगामा और प्रदर्शन, 2 घंटे फ्री रखा टोल

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रूड़की, केन्द्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में डटे किसानों के समर्थन में हरिद्वार जिले के किसान आज भगवानपुर टोल प्लाजा पर कब्जा किया। साथ ही केंद्र सरकार को चेताने के लिए यात्रियों के लिए टोल प्लाजा फ्री किया।

किसान नेताओं ने दिल्ली में चल रहे आंदोलन के तहत पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को रुड़की क्षेत्र के भगवानपुर में टोल प्लाजा पर हंगामा एवं प्रदर्शन किया। इस दौरान करीब 02 घंटे तक किसानों ने टोल फ्री रखा।मौके पर अफरातफरी की स्थिति रही। भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुंचा। हालांकि दोपहर करीब 1:30 बजे किसानों ने प्रशासन को अपनी मांगों के बाबत ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इसके बाद टोल भी सुचारू कर दिया गया।

तानाशाही रवैया अपनाते हुए तीन कृषि कानूनों को लागू किया
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से तानाशाही रवैया अपनाते हुए तीनों तीन कृषि कानूनों को लागू किया गया है। इससे किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा।

इन कानूनों को वापस कराने के लिए हरियाणा और पंजाब सहित अन्य कई राज्यों के किसान भीषण सर्दी में भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों के साथ वार्ता कर मामले में लीपापोती करने पर लगी है। इसे लेकर किसान आक्रोशित हैं और लगातार सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की कानों पर जूं नहीं रेंग रही है।

उन्होंने बताया कि सरकार को चेतावनी देने के लिए आज करीब दोपहर एक बजे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेतृत्व में सैकड़ों किसान भगवानपुर टोल प्लाजा पर पहुंचे और टोल प्लाजा को फ्री कराया। उन्होंने बताया कि इसके बाद एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी उच्चाधिकारियों को भेजा जगया। वहीं, 14 दिसंबर को डीएम कार्यालय हरिद्वार पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।