Monday, June 23, 2025
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Police Raid: आशिकों के साथ होटल के कमरे में रंगरलियां मनाते पकड़ाई 9 कॉलेज छात्राएं, घर से निकली थी कोचिंग जाने

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आगरा: पुलिस की टीम ने एक होटल पर दबिश देकर 9 प्रेमी जोड़े को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा है। बताया जा रहा है कि होटल के कमरे से पकड़ी गई सभी युवतियां छात्रा हैं और वे कोचिंग जाने के बहाने घर से निकलीं थी। वहीं, एक छात्रा टेट परीक्षा दिलाने के नाम पर पास के गांव से आगरा आई थी।

मामले में पुलिस ने होटल के चार कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि लोहामंडी इलाके के एक होटल में युवक-युवतियों को घंटों के हिसाब से किराए पर कमरा दिया जाता है और एंट्री नहीं की जाती। वहीं, सूचना देने वाले ने यह भी बताया कि यहां देह व्यापार का घिनौना कारोबार भी किया जाता है। मामले की सूचना के आधार पर पुलिस ने होटल में दबिश देकर 9 प्रेमी जोड़े को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा है।

पुलिस ने होटल का रजिस्टर चेक किया तो उसमें सिर्फ दो लोगों की एंट्री मिली। अन्य सभी को घंटों के हिसाब से बिना आईडी लिए कमरा दिया गया था। महिला पुलिस कर्मियों ने युवतियों से बातचीत की। ज्यादातर आगरा की निवासी थीं। छात्राएं हैं। कोई कोचिंग के बहाने अपने प्रेमी से आई थी। तो कोई युवती सीधे कॉलेज से प्रेमी के साथ होटल में आ गई थी।

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ला रही नई योजना, अब यह होगा बदलाव

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Digital Payment : देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सोमवार को 1,500 करोड़ रुपये की योजना का प्रस्ताव किया। उद्योग जगत का मानना है कि सरकार के इस कदम से छोटे शहरों में ई-पेमेंट को प्रोत्साहन मिलेगा और फिनटेक कंपनियों को इनोवेशन की प्रेरणा मिलेगी। अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हाल के समय में डिजिटल पेमेंट में कई गुना वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा, “डिजिटल लेन-देन को और बढ़ावा देने के लिए मैं प्रस्तावित योजना के लिए 1,500 करोड़ रुपये आवंटित करती हूं जो डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन उपलब्ध कराएगा।” इस कदम पर खुशी जाहिर करते हुए पेमेंट काउंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन और इंफीबीम एवेन्यू लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर विश्वास पटेल ने कहा, “उम्मीद है कि इसका इस्तेमाल वर्ष 2020 में रुपे डेबिट कार्ड और यूपीआइ लेनदेन की मुफ्त में प्रोसेसिंग करने वाले पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स को हुए नुकसान की प्रतिपूर्ति करने में जाएगा। साथ ही इसका उपयोग पीआइडीएफ के हिस्से के रूप में रिजर्व बैंक द्वारा स्थापित 500 करोड़ रुपये के कोष के टापअप के रूप में भी किया जाएगा।”

रेजरपे के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर और सहसंस्थापक हर्षिल माथुर ने कहा, “मैं उम्मीद कर रहा हूं कि इस रकम का इस्तेमाल जीरो एमडीआर पालिसी का विकल्प विकसित करने और क्षेत्रीय भाषाओं में डिजिटल फाइनेंशियल लिटरेसी की शुरुआत करने के लिए किया जाएगा। ये सिस्टम में भरोसा पैदा करेगा और एमएसएमई व ऐसे उद्यमी इसे अपनाएंगे जो डिजिटल मनी को अपनाने के प्रति आशंकित रहे हैं।”

स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एकल व्यक्ति कंपनियों को मिलेगा प्रोत्साहन

सरकार ने सोमवार को कहा कि वह एकल व्यक्ति वाली कंपनियों (ओपीसी) के गठन को प्रोत्साहन देगी। इससे स्टार्टअप इकाइयों तथा इनोवेशन में लगे व्यक्तियों को फायदा होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि ऐसी कंपनियों को पेडअप कैपिटल और टर्नओवर पर बिना पाबंदी के वृद्धि करने की छूट दी जाएगी। इसके अलावा किसी भी समय किसी भी श्रेणी की कंपनी के रूप में बदलाव करने, एक भारतीय नागरिक के लिए ओपीसी बनाने में निवास की समय सीमा को 182 दिन से घटाकर 120 दिन करने तथा अनिवासी भारतीयों को देश में ओपीसी बनाने जैसे प्रविधान भी होंगे। वित्त मंत्री ने कहा, “यह स्टार्टअप के लिए बड़ा प्रोत्साहन होगा।”

Budget 2021: सोना-चांदी खरीदने वालों की होगी बल्ले-बल्ले, बजट में हुआ ये खास ऐलान, जानिए क्या हुआ सस्ता और महंगा

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नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश कर दिया है. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने कई अहम ऐलान किया है. साथ ही इस बार के बजट में सोना-चांदी खरीदने वालों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, बजट में सोना-चांदी पर सीमा शुल्क घटाने का ऐलान किया गया है, इससे सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश करते हुए सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किए जाने की बात कही, जिससे ये सस्ती दरों पर लोगों को उपलब्ध हो सकेंगे. वहीं बजट में किए गए प्रस्तावों से घरों में उपयोग होने वाले रेफ्रिजरेटर, एलईडी लाइट और मोबाइल फोन जैसे सामान महंगे हो जाएंगे. वहीं रत्न एवं आभूषण उद्योग ने बजट में सोना और चांदी समेत कीमती धातुओं पर आयात शुल्क घटाने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया. उद्योग जगत ने कहा कि यह निर्णय रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को बढ़ावा देगा और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद करेगा.

सीमा शुल्क घटाया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सोना और चांदी पर सीमा शुल्क को तार्किक बनाते हुए मौजूदा 12.5 प्रतिशत से घटाकर 7.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है. इसी तरह सोने के डोर बार पर शुल्क को 11.85 प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत, चांदी के डोर बार पर 11 प्रतिशत से घटाकर 6.1 प्रतिशत, प्लैटिनम पर 12.5 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत, सोना-चांदी के फाइंडिंग पर 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत और कीमती धातुओं के सिक्कों पर 12.5 प्रतिशम से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है.

हालांकि सोना, चांदी, सोने के डोर बार और चांदी के डोर बार पर 2.5 प्रतिशत की दर से कृषि बुनियादी संरचना और विकास सेस भी लगेगा. विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमासुंदरम पीआर ने कहा कि कुल मिलाकर बजट उद्योग के लिए सकारात्मक परिणाम लाने वाला है. सोना पर आयात शुल्क को घटाना स्वागतयोग्य कदम है. उम्मीद करते हैं यह कीमती धातुओं पर शुल्क घटाने की श्रृंखला का पहला कदम है.

सस्ता

हालांकि सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किए जाने से ये मूल्यवान धातुएं सस्ती होंगी. आयात पर सीमा शुल्क में बदलाव करने से कई सामान सस्ते होंगे. इन सस्ते सामान में सोना और सोने के बने अलौह धातु (गोल्ड डोर), चांदी और चांदी के बने अलौह धातु (सिल्वर डोर), प्लैटनिम, और पैलेडियम, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशन के जरिए आयातित चिकित्सा उपकरण शामिल हैं.

महंगा

इसके अलावा बजट में कुछ सामान महंगे करने के भी प्रस्ताव दिए गए हैं. रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के लिए कॉम्प्रेशर और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड जैसे पुर्जे, कच्ची रेशम और कपास, सौर इनवर्टर और लालटेन, वाहनों के विंडस्क्रीन, वाइपर, सिग्नल के उपकरण, पीसीबीए, कैमरा, मोड्यूल, कनेक्टर, बैक कवर, मोबाइल फोन के उपकरण, मोबाइल फोन चार्जर के कल-पुर्जे, लिथियम ऑयन बैटरी में उपयोग कच्चे उत्पाद, प्रिंटर के इकं-काट्रिज और इंक स्प्रे नोजल, चमड़े के तैयार उत्पाद, नाइलोन फाइबर और धागा, प्लास्टिक बिल्डर वेयर, तराशे गए सिंथेटिक पत्थर महंगे होंगे.

पिथौरागढ़ : रानीखेत में 15 से 22 फरवरी तक होगी सेना की भर्ती

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पिथौरागढ़, जिले के युवाओं की थल सेना भर्ती रानीखेत में 15 से 22 फरवरी तक होगी। सेना भर्ती निदेशक ने बताया कि सेना भर्ती में प्रत्येक अभ्यर्थी कोरोना की जांच करके ही शामिल हो सकता है। इसके लिए अभ्यर्थी को भर्ती तिथि से तीन दिन पूर्व संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर सैंपल देना होगा।

सेना भर्ती कार्यालय पिथौरागढ़ के निदेशक भाष्कर तोमर ने सोमवार को डीएम से मुलाकात कर सेना भर्ती के आयोजन की तैयारी के संबंध में जानकारी देते हुए कोरोना जांच के लिए सहयोग की अपील की। अभ्यर्थियों के कोविड-19 सैंपलिंग के लिए जिले में तहसीलवार तिथि निर्धारित की गई। डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि 15 फरवरी को तहसील धारचूला, गणाई गंगोली तहसील के अभ्यर्थियों की भर्ती होनी है। इसके लिए 12 फरवरी को धारचूला तहसील के अभ्यर्थी सीएचसी धारचूला, गणाई गंगोली के अभ्यर्थी सीएचसी गंगोलीहाट में जाकर अपनी कोविड-19 जांच करवाएंगे।

मुनस्यारी, थल, बेड़ीनाग तहसील के अभ्यर्थियों की भर्ती 16 फरवरी को होनी है। इसके लिए 13 फरवरी को मुनस्यारी के युवा सीएचसी मुनस्यारी में, थल, बेड़ीनाग के अभ्यर्थी सीएचसी बेड़ीनाग में जांच करवाएंगे। तहसील डीडीहाट, देवलथल, कनालीछीना के अभ्यर्थियों की भर्ती 17 फरवरी को होनी है। इसके लिए 14 फरवरी को तहसील डीडीहाट के अभ्यर्थी सीएचसी डीडीहाट में और तहसील कनालीछीना, देवलथल के अभ्यर्थी सीएचसी कनालीछीना में जाकर कोविड जांच करवाएंगे।

गंगोलीहाट, बंगापानी तहसीलों के युवाओं की भर्ती 18 फरवरी को निर्धारित की गई है। गंगोलीहाट के अभ्यर्थी 15 फरवरी को सीएचसी गंगोलीहाट, बंगापानी के अभ्यर्थी सीएचसी मुनस्यारी में कोरोना जांच कराएंगे। पिथौरागढ़ तहसील के युवाओं की भर्ती 22 फरवरी को होनी है। यहां के युवाओं को 19 फरवरी को टीबी क्लीनिक पिथौरागढ़ में जाकर जांच करानी होगी। इसके लिए डीएम ने सीएमओ डॉ. एचसी पंत को नोडल अधिकारी नामित किया है। डीएम ने किसी कारण से जांच कराने से छूट जाने वाले युवाओं की जांच पिथौरागढ़ टीबी अस्पताल में कराने के निर्देश भी दिए हैं।

कोरोना संक्रमण : उत्तराखंड़ में सोमवार को 51 कोरोना संक्रमित मिले, चार की हुई मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के मामले अब लगातार कम होते जा रहे हैं बीते 24 घंटे में 51 संक्रमित मिले हैं, जबकि चार मरीजों की मौत हुई है। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या घट कर 1081 पहुंच गई है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 96180 हो गया है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 7700 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जिले में 27, हरिद्वार में 09, नैनीताल में 08, अल्मोड़ा में दो, उत्तरकाशी और चमोली में एक-एक, ऊधमसिंह नगर में 03 संक्रमित मिले हैं। वहीं, पौड़ी , पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली, चंपावत व टिहरी जिले में कोई नया संक्रमित नहीं मिला है।

प्रदेश में अब तक 1648 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 139 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर 92105 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

शताब्दी की चपेट में आया युवक, मौत

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी- काठगोदाम से नई दिल्ली को जाने वाली 012040 शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर रेलवे पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में ले लिया गया है। फिलहाल मृतक की शिनाख्त नहीं हो पायी है।

जानकारी के अनुसार काठगोदाम से नई दिल्ली को ट्रेन छूटने के बाद जैसे ही ट्रेन हिमालयन पब्लिक स्कूल के पास खंबा नंबर 18/2.3 पहुंची तो अचानक एक युवक शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे में उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद इंजन लोको पायलट ने तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाकर गाड़ी रोक दी।

घटना की सूचना काठगोदाम रेलवे स्टेशन एवं हल्द्वानी रेलवे स्टेशन अधीक्षकों को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची रेलवे सुरक्षा बल ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच कर दी। इधर सूचना पर स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। फिलहाल युवक के शिनाखत के प्रयास किये जा रहे है।

 

आयुष सहगल और शालिनी डोभाल बने मिस्टर एंड मिस उत्तराखंड 2021

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देहरादून: मिस्टर एंड मिस उत्तराखंड 2021 के ग्रैंड फिनाले के परिणाम आज देहरादून के अशोका स्पा एंड रिसॉर्ट्स में घोषित किए गए। उधम सिंह नगर से आयुष सहगल और उत्तरकाशी से शालिनी डोभाल को हिमालयन बज़ द्वारा मिस्टर एंड मिस उत्तराखंड 2021 के खिताब के साथ प्रस्तुत किया गया।

पहला रनर्स अप पद देहरादून के युवराज दत्ता और पिथौरागढ़ की वैशाली वर्मा ने हासिल किया, जबकि दूसरा रनर्स अप पद काशीपुर के सक्षम माथुर और देहरादून की हिमाशी वर्मा को प्रदान किया गया।

इस फैशन प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों वह दूसरे शहरों से आये उत्तराखंडियों ने भाग लिया। कई उप प्रतियोगिताओं में भाग लेने के बाद, प्रतिभागियों ने मिस्टर उत्तराखंड और मिस उत्तराखंड 2021 के खिताब के लिए एक-दूसरे से मुकाबला किया।

फैशन पेजेंट के लिए जजेस के रूप में रनवे फैशन मैनेजमेंट के मालिक स्वागत रंजन, फैशन स्टाइलिस्ट गणेश व्यास और मिस्टर अर्थ एंबेसडर 2017 अभिषेक कपूर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सैलून उद्यमी वेंकटेश अग्रवाल और डीबीआईटी की विभागाध्यक्ष दीपा आर्या उपस्थित रहे।

विजेताओं को बधाई देते हुए, आयोजक गौरवेश्वर सिंह ने कहा, “हर साल इस फैशन पेजेंट को आयोजित करने के पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की युवा प्रतिभा को बढ़ावा देना है। हमारे राज्य में सक्षम युवाओं का भण्डार है जो फैशन उद्योग में अपनी जगह बनाने के इच्छुक हैं, और हिमालयन बज़ एक ऐसा मंच है जो हमेशा से ही आकांक्षी युवाओं को बढ़ावा देता आया है। “

आई.आर.बी.-3 गैरसैंण में खोला जाएगाः मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस वार्षिक सम्मेलन में प्रतिभाग किया। बैठक के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यां एवं भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा की कि गैरसैंण में इंडियन रिजर्व बटालियन की तीसरी यूनिट (IRB-III ) खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को मजबूती प्रदान करने के लिए इसका मॉर्डनाईजेशन अति आवश्यक है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 05 पुलिस लाईनों के उच्चीकरण किए जाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एंटी ड्रग पॉलिसी लाए जाने की आवश्यकता है। ड्रग्स में अंकुश लगाते हुए जो क्षेत्र अभी इससे अछूते हैं, उन क्षेत्रों में इसे फैलने से रोकना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए जनजागरूकता आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र पुलिस कैडेट के लिए भी वर्दी की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने पैट्रॉलिंग बढ़ाने हेतु वाहनों की संख्या बढ़ाए जाने पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा, दुर्घटना एवं अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में पुलिस विभाग को हैली सर्विस भी उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस को अपग्रेड करने हेतु हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने बैठक के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की बैठकें समय-समय पर आयोजित की जानी चाहिए। इससे पुलिस विभाग की चुनौतियों और समस्याओं को समझे जाने में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि अभी सबसे बड़ी चुनौती कुम्भ-2021 है। इसकी सफलता के लिए हमारा सिस्टम पूरी तरह से तैयार है। पुलिस विभाग के मॉर्डनाईजेशन के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे। सीमिति संसाधनों के बावजूद कोविड-19 जैसी परिस्थितियों में पुलिस विभाग एवं अन्य फ्रंटलाईन वर्कर ने अतिमहत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

सचिव गृह श्री नितेश झा ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने पिछले 20 वर्षों में विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए एक अच्छा मुकाम हासिल किया है। पुलिस विभाग में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से बहुत सी नियमावलियां बनायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध को रोकना चुनौतीपूर्ण कार्य है, इसके लिए पुलिस सिस्टम को मॉर्डनाईज किया जा रहा है। आधुनिक उपकरणों की सहायता ली जा रही है।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में अनेक पहल की गयी हैं। समाज सुधार के क्षेत्र में ऑपरेशन मुक्ति जैसे प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप 717 भीख मांगने वाले बच्चों को विद्यालय में एडमिशन दिलाया गया है एवं उनकी निगरानी भी की जा रही है। भीख मांगने वाले बच्चों के माता-पिता को जागरूक करने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। क्राईम और क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एवं सिस्टम के क्रियान्वयन में उत्तराखण्ड का देश में 5वाँ और पर्वतीय राज्यों में प्रथम स्थान है।

पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि ऑपरेशन स्माईल के तहत पिछले 05 साल में 2300 बिछड़े हुए बच्चों को उनके परिवारजनों से मिलाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश, सी.पी.यू. के गठन के लिए वर्ष 2017 में एवं ई-सुरक्षा चक्र के लिए वर्ष 2018 में पुरस्कार प्राप्त कर चुका है, इसके साथ ही विगत 03 वर्षों में प्रदेश के 03 थानों ने देश के टॉप-10 थानों में अपना स्थान बनाया है।

इस अवसर पर सचिव श्रीमती राधिका झा, श्रीमती सौजन्या एवं निदेशक सतर्कता श्री वी.विनय कुमार सहित पुलिस विभाग के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

केन्द्रीय बजट 2021 : टैक्स स्लैब में नहीं हुआ कोई बदलाव, पुराने वाहनों के लिये स्क्रैप पालिसी, ढ़ांचागत सुविधाओं और विभिन्न सुधारों पर विशेष जोर

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ई दिल्ली, केन्द्र सरकार ने कोरोना महामारी के कारण बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आम बजट में स्वास्थ्य और ढांचागत सुविधाओं तथा विभिन्न सुधारों पर विशेष जोर दिया है। बजट में जहां उद्योग जगत को राहत मिली है वहीं नौकरीपेशा को आयकर में कोई राहत नहीं मिलने से निराशा हाथ लगी है। हालाकि 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयकर रिटर्न भरने से छूट दी गई है। देश के इतिहास में पहली बार पेश डिजीटल बजट में पेट्रोल पर ढाई रुपये और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर का नया अधिभार लगाने का प्रस्ताव कर कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास कार्यों को आगे बढाने की रूपरेखा रखी गयी है। कृषि क्षेत्र से इतर आमदनी वाले किसानों को भी कर के दायरे में लाया गया है। बजट में बेरोजगारी की विकराल समस्या से निपटने के लिए कोई बड़ी या विशेष योजना शुरू करने तथा महंगायी पर लगाम लगाने के उपायों का भी विशेष ऐलान नहीं किया गया है। बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 49 प्रतिशत से बढाकर 74 प्रतिशत कर बड़ा आर्थिक सुधार किया है।

 

अभी तक आईटीआर भरने के दौरान हमें पहले से ही फॉर्म में नाम, पता, सैलरी पर लगा टैक्स, टैक्स का भुगतान, टीडीएस जैसी जानकारियां पहले से ही भरी हुई आती थीं। बजट में एक घोषणा के जरिए इसे और भी आसान बना दिया गया है। अब आईटीआर के फॉर्म में लिस्टेड सिक्योरिटीज से हुए कैपिटल गेन्स की जानकारी, डिविडेंड इनकम की जानकारी और बैंक-पोस्ट ऑफिस से मिले ब्याज की जानकारी भी पहले ही भरी हुई मिलेगी। सीतारमण ने कहा कि कोरोना के कारण बदहाल अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए इस बजट में मुख्य रूप से छह स्तम्भों पर बहुत अधिक जोर दिया गया है जिनमें स्वास्थ्य और कल्याण, वास्तविक और वित्तीय पूंजीऔर बुनियादी ढांचा, आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार,नवोन्मेष और अनुसंधान और विकास तथा न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन शामिल है।

निर्मला सीतारमण ने इस बजट में टैक्स ऑडिट की सीमा को 5 करोड़ रुपये के टर्नओवर से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये के टर्नओवर तक कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस पहले ही उन्होंने 1 करोड़ रुपये के टर्नओवर से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये कर दिया था। ये उनके लिए है जो अपनी करीब 95 फीसदी ट्रांजेक्शन डिजिटल माध्यम से करते हैं।Budget 2021: केंद्र ने किया वाहनों के लिए नई स्क्रैप पॉलिसी लाने का ऐलान,  ऑटो सेक्टर के लिए साबित होगी बूस्टर डोज - Budget 2021 union budget 2021 new scrap  policy for vehicles

पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप पॉलिसी, अब हर गाड़ी के लिए जरूरी होगा फिटनेस सर्टिफिकेट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई महत्वपूर्ण घोषनाओं के साथ पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप पॉलिसी लॉन्च करने का ऐलान किया है। इसके तहत अब हर वाहन के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट लेना जरूरी होगा।

नई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत 15 साल से पुराने वाहनों को नष्ट करने में सहूलियत होगी जिसमें सरकारी विभागों और पीएसयू द्वारा खरीदे गए 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की अनुमति मिल जाएगी।

बता दें कि सरकार ने 26 जुलाई, 2019 को, इलेक्ट्रिक वाहनों को देश में तेजी के साथ अपनाने और उनको बढ़ावा देने के लिए 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को हटाने की अनुमति देने के लिए मोटर वाहन मानदंडों में संशोधन का प्रस्ताव किया था। इसके अलावा नितिन गडकरी ने यह भी कहा था कि इस पॉलिसी को मंजूरी मिलने के बाद भारत ऑटोमोबाइल हब बन जाएगा और ऑटोमोबाइल की कीमतों में भी कमी आएगी।

इस पॉलिसी के फायदे
स्क्रैपेज पॉलिसी से प्रदूषण घटाने और सड़क सुरक्षा को बेहतर करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही नई गाड़ियों की मांग बढ़ने से ऑटो इंडस्ट्री की सेहत सुधरेगी। इसके अलावा आप इस पॉलिसी के तहत नई कार के रजिस्ट्रेशन पर छूट पा सकते हैं। इसमें आपको पुरानी कार स्क्रैप सेंटर को बेचनी होगी। इसके बाद आपको एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा जिसे दिखाने पर नई कार का रजिस्ट्रेशन मुफ्त हो जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस पॉलिसी से करीब 2.80 करोड़ वाहन स्क्रैप पॉलिसी के अंदर आएंगे।

टैक्स स्लैब में नहीं हुआ कोई बदलाव, राहत की उम्मीद लगाए बैठे लोग मायूस

बजट में आयकर दाताओं को किसी भी तरह अहम राहत का ऐलान नहीं किया गया है। इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, वरिष्ठ नागरिक जो 75 साल से अधिक हैं उन्हें अब आईटीआर भरने की जरूरत नहीं होगी। यानी अब वह इनकम टैक्स नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था का फायदा वो लोग ही उठा सकते हैं, जिनकी इनकम सिर्फ पेंशन से ही है। उन्होंने कहा कि उनकी इनकम में खुद ही टैक्स काट लिया जाएगा। वहीं, जानकारों का कहना है कि कोविड टैक्स नहीं लगाया गया है और किसी भी तरह का सरचार्ज नहीं लगाया गया है। आयकर दाताओं के लिए यही सबसे बड़ी राहत है।

वित्त मंत्री ने तीन साल से पहले के टैक्स के मामलों को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है। इसके अनुसार तीन साल से पुराने टैक्स मामले नहीं खुलेंगे. सरकार ने सरकार GST प्रक्रिया को और आसान बनाने पर काम करने का भी ऐलान किया है।

बजट में टैक्स को लेकर की गई अन्य घोषणाएंः

डिजिटल लेन-देन वाले कारोबारियों को राहतः ऐसे छोटे कारोबारी, जिनका 95% लेनदेन डिजिटल हो रहा है, उन्हें राहत दी है। वैसे तो एक करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाले कारोबारों को टैक्स ऑडिट कराना पड़ता है, पर डिजिटल लेनदेन वालों के लिए पिछले साल 5 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर तक राहत दी थी। अब यह राहत बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले कारोबारियों के लिए दी गई है। यानी 10 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले कारोबारियों को टैक्स ऑडिट नहीं कराना होगा।

अब फेसलेस अपीलेट ट्रिब्यूनलः ​​​​​​केंद्र सरकार ने फेसलेस असेसमेंट और अपील के बाद अब अपीलेट ट्रिब्यूनल को भी फेसलेस बनाने की तैयारी की है। इसके लिए सरकार फेसलेस इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल सेंटर बनाएगी। ट्रिब्यूनल और अपील करने वाले व्यक्ति के बीच होने वाला सारा पत्राचार इलेक्ट्रॉनिक होगा। व्यक्तिगत सुनवाई की जरूरत पड़ी तो वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी।

अफोर्डेबल हाउसिंग पर राहत बढ़ीः सरकार ने अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम के तहत 45 लाख रुपए तक का मकान खरीदने पर 1.5 लाख रुपए तक के ब्याज पर अतिरिक्त छूट जारी रखी है। यानी अब 31 मार्च 2022 तक नया मकान खरीदा तो टैक्स से छूट मिलती रहेगी।21 हजार से कम सैलरी पाने वालों के लिए खुशखबरी! अप्रैल से देशभर में मिलेंगी  ये सुविधाएं - uttamhindu

डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स में राहतः पिछले साल सरकार ने कंपनियों से मुनाफे के हिस्से के तौर पर मिलने वाले डिविडेंड को बांटने पर लगने वाला टैक्स हटाया था। यह जिम्मेदारी निवेशकों पर छोड़ी थी। इसमें ही राहत बढ़ाते हुए टीडीएस से छूट दी गई है। इसी तरह डिविडेंड से मिलने वाली आय पर एडवांस टैक्स भी जमा नहीं करना होगा।

बता दें कि अगर किसी की सैलरी या इनकम 2.5 लाख रुपये है तो इसे सरकार द्वारा कर मुक्त रखा गया है। यह पुराने और नए दोनों सिस्टम में एक समान है। वहीं 2.5 लाख रुपये से 5 लाख तक की आय पर पहले की तरह की 5 फीसदी टैक्स लगाया गया है। वहीं जिन लोगों की आय 5 लाख रुपये से 7.5 लाख रुपये तक है उन पर 10 फीसदी टैक्स लगाया गया है। जिनकी इनकम 7.5 लाख से 10 लाख रुपए तक है उन्हें 15 फीसदी टैक्स चुकाना होगा। वे लोग जो सालाना 10 लाख से 12.5 लाख रुपये कमाते हैं उन्हें 20 फीसदी टैक्स चुकाना होगा। 12.5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये की इनकम पर सरकार द्वारा 25 फीसदी टैक्स लगाया गया है और जिनकी आय 15 लाख रुपये से ज्यादा है उन पर 30 फीसदी टैक्स लगाया गया |

आम बजट : क्या कुछ हुआ सस्ता और महंगा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पेश बजट में आयातित कल-पुर्जों पर सीमा शुल्क बढ़ाये जाने का प्रस्ताव किया। बजट में किये गये प्रस्तावों से घरों में उपयोग होने वाले रेफ्रिजरेटर, एलईडी लाइट और मोबाइल फोन जैसे सामान महंगे हो जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पेश बजट में आयातित कल-पुर्जों पर सीमा शुल्क बढ़ाये जाने का प्रस्ताव किया। हालांकि सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किये जाने से ये मूल्यवान धातुएं सस्ती होंगी।

महंगी होने वाली आयातित वस्तुओं की सूची

रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के लिये कॉम्प्रेशर और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड जैसे हिस्से-पुर्जे, कच्ची रेशम और कपास, सौर इनवर्टर और लालटेन, वाहनों के विंडस्क्रीन, वाइपर, सिग्नल के उपकरण , पीसीबीए, कैमरा, मोड्यूल, कनेक्टर, बैक कवर , मोबाइल फोन के उपकरण, मोबाइल फोन चार्जर के कल-पुर्जे,लिथियम ऑयन बैटरी में उपयोग कच्चे उत्पाद, प्रिंटर के इकं-काट्रिज और इंक स्प्रे नोजल, चमड़े के तैयार उत्पाद, नाइलोन फाइबर और धागा, प्लास्टिक बिल्डर वेयर, तराशे गये सिंथेटिक पत्थर।

आयातित सस्ते हुए सामानय

सोना और सोने के बने अलौह धातु (गोल्ड डोर), चांदी और चांदी के बने अलौह धातु (सिल्वर डोर), प्लैटनिम, और पैलेडियम, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशन द्वारा आयातित चिकित्सा उपकरण।

15 वें वित्त आयोग द्वारा उत्तराखण्ड को कुल 89,845 करोङ रूपए की संस्तुति

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देहरादून, 15 वें वित्त आयोग द्वारा उत्तराखण्ड को कुल 89,845 करोङ रूपए की संस्तुति की गई है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, 15 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री एनके सिंह और आयोग के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इससे  उत्तराखण्ड को विकास योजनाएं संचालित करने में काफी मदद मिलेगी। राज्य को प्रधानमन्त्री जी और केन्द्र सरकार का सदैव सहयोग मिलता रहा है। आयोग ने राज्य के पक्ष को समझा और अपनी महत्वपूर्ण संस्तुतियां दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमजीएसवाई में बङी राशि मिलने से सङक से वंचित रह गये गांवों को सङको से जोङा जा सकेगा। आपदा प्रबंधन में भी पर्याप्त धनराशि की संस्तुति की गई है। निश्चित रूप से इससे राज्य में आपदा प्रबंधन को और मजबूत करने में सहायता मिलेगी। राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण में भी मदद मिलेगी।

गौरतलब है कि 15 वें वित्त आयोग द्वारा उत्तराखण्ड को कुल 89,845 करोङ रूपए की संस्तुति की गई है। इसमें 47,234 करोङ रूपए की राशि केन्द्रीय करों में राज्य का हिस्सा है। केंद्रीय करों में राज्य के हिस्से में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

उत्तराखंड को 28,147 करोङ रूपए का रेवेन्यू डेफिसिट ग्रान्ट की संस्तुति की गई है। उत्तराखण्ड को पूर्व में  5176 करोङ रूपए की रेवेन्यू डेफिसिट ग्रान्ट मिल चुकी है। अभी संस्तुति की गई 28147 करोङ रूपए की राशि उसके अतिरिक्त है।

इसी प्रकार आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य होने के कारण  उत्तराखण्ड को आपदा प्रबंधन में 5178 करोङ रूपए की संस्तुति की गई है।

पीएमजीएसवाई में 2322 करोङ रूपए की राशि की संस्तुति की गई है। पीएमजीएसवाई में आसाम के बाद उत्तराखण्ड को सर्वाधिक राशि स्वीकृत की गई है।

इसके अतिरिक्त 15 वें वित्त आयोग द्वारा लोकल गवर्नमेंट में 4181 करोङ रूपए, हेल्थ में 728 करोङ रूपए, सांख्यिकी में 25 करोङ रूपए, ज्यूडिसियरी में 70 करोङ रूपए, उच्च शिक्षा में 83 करोङ रूपए, कृषि में 277 करोङ रूपए, स्टेट स्पेसिफिक में 1600 करोङ रूपए राशि की संस्तुति की गई है।

इस प्रकार कुल 42611 करोङ रूपए की ग्रांट इन एड की संस्तुति की गई है जिसमें रेवेन्यू डेफिसिट ग्रान्ट 28147 करोङ रूपए शामिल है।

कुल ग्रांट इन एड में केन्द्रीय करों में राज्य के हिस्से को जोङने पर 15 वें वित्त आयोग द्वारा संस्तुति की गई कुल राशि 89845 करोङ रूपए होती है।