नई दिल्ली (आरएनएस)। देश की राजधानी दिल्ली में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा पूरी तरह से सीएनजी ऑटो की जगह ले सकते हैं। जी हां, दिल्ली सरकार की ईवी पॉलिसी 2.0 के ड्राफ्ट में सीएनजी से चलने वाले ऑटो रिक्शा को चरणबद्ध तरीके से हटाने की सिफारिश की गई है। दिल्ली सरकार जल्द ही इस नई पॉलिसी की घोषणा कर सकती है। ईवी पॉलिसी 2.0 के ड्राफ्ट के अनुसार, इस साल 15 अगस्त से किसी भी सीएनजी ऑटो रिक्शा के रजिस्ट्रेशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही, इस साल 15 अगस्त से सीएनजी ऑटो परमिट का रीन्यूअल भी नहीं किया जाएगा और ऐसे सभी परमिटों को सिर्फ ई-ऑटो परमिट के लिए दोबारा जारी किया जाएगा।
बंद होंगे 10 साल पुराने सीएनजी ऑटोरिक्शा, बैटरी होगी विकल्प
ईवी पॉलिसी 2.0 के ड्राफ्ट में ठोस अपशिष्ट ले जाने वाले जीवाश्म ईंधन से चलने वाली गाडिय़ों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की भी सिफारिश की गई है, जो नगर निकायों और शहर की बसों द्वारा बड़ी संख्या में इस्तेमाल किए जाते हैं। ईवी पॉलिसी 2.0 की अवधि के दौरान 10 साल से पुराने सभी सीएनजी ऑटोरिक्शा या तो पूरी तरह से बदले जाएंगे, या फिर उनमें ऐसी नई तकनीक लगाई जाएगी, जिससे वे बैटरी से चल सकें।
पेट्रोल टू-व्हीलर्स का रजिस्ट्रेशन होगा बंद
ड्राफ्ट में एक सिफारिश ये भी की गई है कि 15 अगस्त, 2026 से पेट्रोल, डीजल, सीएनजी से चलने वाले टू-व्हीलर्स वाहनों को अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी प्रकार, कमेटी ने सिफारिश की है कि 15 अगस्त, 2025 से माल वाहक वाहनों के मामले में डीजल, पेट्रोल, सीएनजी से चलने वाले थ्री-व्हीलर के रजिस्ट्रेशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसमें डीआरसी और डीआईएमटीएस द्वारा ऑपरेट की जाने वाली पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसों को ई-बसों में परिवर्तित करने की भी सिफारिश की गई है।
कार खरीदने के नियमों में भी होगा बदलाव
पॉलिसी की शुरुआत के साथ डीटीसी और डीआईएमटीएस शहर संचालन के लिए सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें और इंटर-स्टेट सर्विस के लिए क्चस्ढ्ढङ्क बसें खरीदेंगे। साथ ही, जिन लोगों के पास पहले से 2 कार हैं और वे तीसरी कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो वे पेट्रोल, डीजल या सीएनजी कार नहीं खरीद पाएंगे, ऐसी स्थिति में वे सिर्फ इलेक्ट्रिक कार ही खरीद सकेंगे। जब उनके पास पहले से दो गाडिय़ां हों। ये सिफारिश ईवी नीति 2.0 की अधिसूचना के बाद प्रभावी होगी।
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दिल्ली में बंद होंगे सीएनजी ऑटो, कार खरीदने के नियमों में होगा बदलाव
`रुद्रपुर पहुंचे अभिनव थापर, पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया गर्मजोशी से स्वागत
रुद्रपुर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देश पर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने मेरा वोट, मेरा अधिकार अभियान के तहत मतदाता संरक्षण समिति – गठित की है, जिसमें प्रदेश सह संयोजक अभिनव थापर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है।
इसी अभियान के तहत आज रुद्रपुर पहुंचे श्री अभिनव थापर का पार्टी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से शॉल व फूल मालाओं से स्वागत अभिनंदन किया। श्री थापर ने पार्टी कार्यकर्ताओं,वरिष्ट नेताओ, निकाय चुनावों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के साथ एक विस्तृत बैठक कर व्यापक चर्चा करने के बाद श्री थापर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा ” कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने यह विस्तृत ट्रेनिंग कार्यक्रम ” मेरा वोट मेरा अधिकार ” की प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी गठित की है, मेरा वोट – मेरा अधिकार का कांग्रेस पूरे प्रदेश में विस्तृत चरणबद्ध अभियान चलायेगी 14 अप्रैल 2025 को इस अभियान के प्रथम चरण पर प्रदेश समिति विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत करेगी। अभी समित पूरे प्रदेश के 102 निकायों में RTI के माध्यम से सूचना प्राप्त कर यह जानकारी जुटा रही है कि क्यों भारी संख्या में मतदाताओं के नाम काटे गए, या बढ़ाएं गए। इस असंवैधानिक कार्य से लोकतंत्र की हत्या हुई है! भविष्य में इस कृत्य में जो कोई भी संलिप्त पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की जाएगी। यद्यपि राज्य निर्वाचन ने जांच के आदेश दिए है, तथापि हमारा यह अभियान जारी रहेगा” ।
उत्तराखंड मताधिकार संरक्षण समिति ने उत्तराखंड में जिलेवार, नगर निगम वार विस्तृत कार्यक्रम बना लिया है, और प्रदेश भर में वंचित वोटरों से RTI लगा कर चुनाव आयोग से नाम काटने के कारण जाने जाएंगे।
बैठक में ” मेरा वोट मेरा अभियान ” के रुद्रपुर प्रभारी अभिनव थापर, जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा, महानगर अध्यक्ष सी पी शर्मा, विधानसभा प्रत्याशी मीना शर्मा, काशीपुर नगर निगम प्रत्याशी संदीप सहगल, खटीमा नगरपालिका प्रत्याशी बॉबी राठौर, सीतागंज विधानसभा पूर्व प्रत्याशी नवतेज पाल सिंह, बाजपुर के सभासद, गदरपुर व अन्य क्षेत्र के नेताओं ने भाग लिया।
सीएम ने 9 मोबाईल सांइस लैब को हरी झण्डी दिखा कर किया रवाना
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी विघालयों में पढ रहे छात्र—छात्रओं को लैब ऑन व्हील्स के माध्यम से 9 मोबाईल सांइस लैब की सौगात दी गई।
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश के सरकारी विघालयों में पढ रहे छात्र—छात्रओं को लैब ऑन व्हील्स के माध्यम से 9 मोबाईल सांइस लैब की सौगात दी गई। मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय परिसर में मोबाईल सांइस लैब के विज्ञान मॉडलों का अवलोकन किया और 09 मोबाईल सांइस लैब को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। पिछले वर्ष भी मुख्यमंत्री ने राज्य के चार जिलों चम्पावत, अल्मोड़ा, देहरादून एवं पौड़ी के लिए मोबाईल सांइस लैब को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया था। यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के 04 जिलों क्रमशः चम्पावत, अल्मोड़ा, देहरादून एवं पौड़ी में लैब ऑन व्हील्स का सफल संचालन रहा जिसके अभूतपूर्व परिणाम को देखते हुए राज्य के शेष जनपदों में आज लैब ऑन व्हील्स का शुभारंभ किया गया। प्रो. पंत ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौघोगिकी परिषद (यूकॉस्ट) द्वारा राज्य सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना के माध्यम से राज्य के ग्रामीण/दूरस्थ क्षेत्रों में विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और विज्ञान संचार गतिविधियों को बढावा देने का कार्य किया जा रहा है। परियोजना के अंतर्गत प्रयोगशाला, व्यवाहारिक प्रदर्शनों /मॉडलों, विज्ञान गतिविधियों और प्रदर्शनों के माध्यम से प्रदेश के कक्षा छः से दसवीं तक के छात्र—छात्राओं को जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित आदि विषय के पाठ्यक्रम को ओर अच्छे से सीखने एवं समझ पाने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। प्रो. पंत ने कहा कि यह प्रदेश में परियोजना का द्वितीय चरण है जिसके अंतर्गत शेष नौ जनपद उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, नैनीताल, बागेश्वर एवं पिथौरागढ़ में किया जा रहा है। इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौघोगिकी सचिव नितेश झा एवं साइंस सिटी सलाहकार जी एस रौतेला, यूकॉस्ट से संयुक्त निदेशक डॉ डी पी उनियाल, परियोजना समन्वयक ई. जितेन्द्र कुमार, अमित पोखरियाल, विकास नौटियाल, पुनीत सिंह एवं सहयोगी संस्था अगस्त्या इण्टरनेशनल से अमित कुमार, अशोक सिंह, योगेश के अलवा विभिन्न विघालयों के शिक्षक राम आश्रय चौहान, निधि, शिवानी कोहली, सीमा भंडारी, अभय शर्मा, सुमन गुप्ता, अनीता नेगी एवं छात्र—छात्राएं उपस्थित थे।
शिक्षा और संस्कार व्यक्ति को समाज के योग्य बनाते हैं : धामी
श्री गुरु राम राय इंटर कॉलेज, सहसपुर ने पूरे किए 70 वर्ष
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शिक्षा और संस्कार ही व्यक्ति को देश और समाज के लिए योग्य बनाते हैं। उन्होंने चारित्रिक विकास के महत्व पर भी बल दिया।
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहसपुर स्थित श्री गुरु राम राय इंटर कॉलेज के 70 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कई वरिष्ठजनों को सम्मानित किया और स्कूली बच्चों को बैग वितरित किए। मुख्यमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आजादी के ठीक बाद स्थापित इस विघालय ने क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाई है। उन्होंने विघालय के प्रधानाचार्य डॉ. रविंद्र कुमार सैनी की 35 वर्षों की सेवा की सराहना करते हुए कहा कि उनके पढ़ाए छात्र देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने विघालय द्वारा गरीब परिवारों की बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के प्रयासों की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहा है। मुख्यमंत्री ने विघार्थियों को समय का महत्व समझाते हुए कहा कि यह अमूल्य है और कभी लौटकर नहीं आता। उन्होंने बच्चों से मेहनत करने, अपने सपनों को साकार करने और क्षेत्र व स्कूल का नाम रोशन करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिससे नकल माफिया जेल में हैं और पिछले तीन वर्षों में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि इस दौरान 20,000 से अधिक युवाओं को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा और संस्कार ही व्यक्ति को देश और समाज के लिए योग्य बनाते हैं। उन्होंने चारित्रिक विकास के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ने सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया है। राज्य में 141 पीएमश्री विघालय और नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विघालयों का निर्माण हो रहा है।
राज्य सरकार ने आपदा, महामारी या दुर्घटना से अनाथ हुए बच्चों के लिए भी शिक्षा योजना शुरू की है। इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीरू देवी, प्रधानाचार्य डॉ. रविंद्र कुमार सैनी, डॉ. डीएस मान, आचार्य आशीष सेमवाल, एसडीएम विकासनगर विनोद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री की नीतियों से तीस करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले : मुख्यमंत्री
– देहरादून में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार का दो दिवसीय चिंतन शिविर शुरु
– केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही कई प्रदेशों के समाज कल्याण मंत्री और अधिकारी हो रहे हैं शामिल
– केंद्रीय मंत्री बोले, नशा की समस्या से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर करें काम
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार की नीतियों से बीते एक दशक में देश भर में करीब 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं। सोमवार को देहरादून में आयोजित केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दो दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे राज्य के लिए गौरव का विषय है कि यहां सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण विषय पर राष्ट्रीय स्तर का चिंतन शिविर आयजित किया जा रहा है। ये चिंतन शिविर बाबा साहब अंबेडकर तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे मनीषियों के चिन्तन का विस्तार भी है। इस शिविर में आय़ोजित होने वाले संवाद से भविष्य में अपनायी जाने वाली सामाजिक सशक्तिकरण की नीतियों का रोडमैप तैयार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में आज देश में “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मूलमंत्र के साथ कार्य किया जा रहा है। पहले कई दशकों तक देश में समाज कल्याण विभाग कुछ गिने-चुने कार्यों तक ही सीमित माना जाता था। परंतु नरेंद्र मोदी के प्रधान सेवक बनने के बाद अपनाई गई नीतियों और योजनाओं से बीते एक दशक में देश के करीब 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा एक ओर देश में बुजुर्गों, विधवाओं एवं दिव्यांगजनों को विशेष पेंशन देकर उनका जीवन स्तर सुधारा जा रहा है, वहीं छात्रों को छात्रृवत्ति देकर उन्हें अपना भविष्य उज्जवल बनाने का अवसर भी दिया जा रहा है। इसी तरह विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों के माध्यम से स्वरोजगार और उद्यमिता को प्रोत्साहित कर अति पिछड़े वर्ग को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। नशे की लत से पीड़ित लोगों के लिए जागरूकता कार्यक्रम और पुनर्वास केंद्रों का संचालन भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन से राज्य सरकार भी प्रदेश में सामाजिक न्याय की अवधारणा को धरातल पर उतारने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने के साथ ही पति-पत्नी दोनों को पेंशन प्रदान कर रही है, पेंशन योजनाओं का भुगतान मासिक आधार पर किया जा रहा है, पेंशन योजनाओं को ऑनलाइन किए जाने के साथ ही अन्त्योदय परिवारों को प्रतिवर्ष तीन गैस सिलेंडर निशुल्क प्रदान किए जा रहे हैं।
इसी तरह अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के बच्चों को कक्षा 1 से लेकर बारहवीं तक छात्रवृत्ति देने के साथ ही उनके लिए निशुल्क 15 छात्रावास, 5 आवासीय विद्यालय तथा 3 आईटीआई भी संचालित की जा रही हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग और प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है।
अनुसूचित जाति एवं जनजाति के व्यक्तियों की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार रूपए का अनुदान भी दिया जा रहा है। जनजातीय क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं का विकास करने के साथ ही जनजातीय शोध संस्थान के लिये 1 करोड़ रुपए के कार्पस फण्ड की भी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार अटल आवास योजना के तहत अनुसूचित वर्ग के आवासहीन परिवारों को पक्का घर बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड के 128 जनजातीय गांवों का चयन किया गया है। उत्तराखण्ड में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से वृद्धजनों के आंखों का उपचार तथा जेरियाट्रिक केयर यानि वृद्धजनों को विशेष देखभाल की सुविधा देने के लिए लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों को 04 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जा रहा है। राज्य सरकार प्रदेश में नशामुक्त देवभूमि अभियान को मिशन मोड पर संचालित कर रही है। सरकार प्रदेश के प्रत्येक जनपद में नशा मुक्ति केंद्र संचालित करने की योजना पर भी कार्य कर रही है, जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन प्रारंभ भी किया जा चुका है।
राज्य में जहां एक ओर, भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर उन्हें स्कूल जाने के हेतु प्रेरित किया जा रहा है, वहीं युवा एवं प्रौढ़ वर्ग के लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का प्रय़ास भी किया जा रहा है। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को और अधिक मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार की SMILE योजना के अंतर्गत प्रदेश के चार शहरों को चयनित किया गया है। मुख्यमंत्री ने अंत में सभी प्रतिभागियों को आगामी चारधाम यात्रा पर आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि इस साल से प्रदेश सरकार ने शीतकालीन यात्रा भी प्रारंभ की है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर्षिल में पहुंच कर प्रोत्साहित किया है।
राज्यों और केंद्र के बीच तालमेल बहुत जरूरी
इससे पूर्व, चिंतन शिविर में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित समुदाय तक पहुंचाने में राज्यों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। चिंतन शिविर का उद्देश्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल बनाना ही है। उन्होंने बताया कि जब आगरा से चिंतन शिविर का सफर शुरू किया गया था, तब उस कार्यक्रम में सिर्फ आठ राज्यों का प्रतिनिधित्व रहा था। मात्र 12 राज्यों के अधिकारी उस कार्यक्रम में पहुंचे थे। ये शुभ संकेत है कि देहरादून के चिंतन शिविर में 15 राज्यों का प्रतिनिधित्व हो रहा है। उन्होंने नशामुक्त भारत अभियान का खास तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्र, युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं। केंद्र और राज्यों को इस चुनौती से मिलकर निपटना है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के तुरन्त बाद चिंतन शिविर के आयोजन की खास वजह रही है। हमारा ये मानना है कि योजनाओं के ठोस क्रियान्वयन के लिए केंद्र और राज्यों के बीच शुरू में ही जानकारी साझा होने से बेहतर परिणाम निकल पाएंगे।
इस मौके पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि हमारे पास एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम वंचित तबके को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते है। प्रधानमंत्री जी ने भी सबका साथ, सबका विकास का मूल मंत्र इसीलिए दिया है। इस मौके पर कई राज्यों के मंत्री और विभागीय अधिकारी शामिल हुए।
पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने अपने जन्मदिन पर बनाया ‘जलकुंड’
देहरादून, हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के द्वारा जल संरक्षण के लिए चलाए जा रहे कल के लिए जल अभियान के अंतर्गत आज अपने जन्मदिन पर पद्म भूषण डा. अनिल प्रकाश जोशी ने जल कुंड बना कर मुहिम आगे बढ़ाया। अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जन्मदिन जैसे अवसर को जल संरक्षण से जोड़ने की यह मुहिम अपने आप में यूनिक है। सभी लोगों को अपने अपने हिस्से का पानी बचाने का संकल्प अपने जन्मदिन पर लेना चाहिए।
कल के लिए जल अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि वर्ष 2022 से जल संरक्षण की मुहिम से आम एवं खास लोगो को भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए लोगों को जन्मदिन एवं प्रियजनों की याद में जल कुंड बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, अभियान से धीरे धीरे लोग जुड़ रहे है। अभियान के अंतर्गत अभी तक 5 हजार से अधिक जल कुंड बनाए जा चुके है।
इस अवसर पर विनोद खाती, डॉ. हिमानी पुरोहित, दिनेश, डॉ. किरण नेगी, अनु कुकरेती, मालती आदि मौजूद रहे l
राजधानी में 11 अप्रैल से प्रदर्शित होगी गढ़वाली फिल्म ‘मेरी प्यारी बोई’
देहरादून ( के एस बिष्ट), राजधानी में उत्तरा कम्युनिकेशंस एवं सृष्टि आर्ट एवं कम्युनिकेशन के बैनर तले बनी उत्तराखंड की पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई को एक बार फिर से 11 अप्रैल से राजपुर रोड़ स्थित एक पीवीआर में दर्शकों के लिए प्रदर्शित किया जायेगा और यह फिल्म पहाड़ो के संघर्ष एवं पलायन को चित्रित करती है और एक मां के संघर्ष को बखूबी दिखाया गया है। फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने इसे री लांच कर नया सेंसर का सर्टिफिकेट हासिल किया है। इस दौरान फिल्म के पोस्टर को भी लांच किया गया।
यहां राजपुर रोड स्थित एक होटल में फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा है कि उत्तराखंड की पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई को फिल्म को री लॉन्च किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 में उत्तरा कम्युनिकेशंस और सृष्टि आर्ट एंड कम्युनिकेशन द्वारा बनाई गई थी और उस समय भी प्रदर्शित किया गया था लेकिन उस समय डिजिटल न होने के कारण यह फिल्म कुछ ही दिन चली थी।
उन्होंने बताया कि इस गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई के निर्माता जितेंद्र जोशी, निर्देशक मुकेश धस्माना व सुरेंद्र भंडारी और गीतकार व संवाद लेखक जीत सिंह नेगी के हैं। उन्होंने बताया कि इस फिल्म के संगीतकार संतोष खेतवाल है। उन्होंने बताया कि जबकि उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों और विभिन्न नयनाभिराम लोकेशनों को कैमरे से कैमरामैन विमल विश्वास ने बखूबी कैद किया है।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाके में रहने वाली एक महिला के संघर्षमय जीवन की कहानी पर बनाई गई इस फिल्म मेरी प्यारी बोई में बोई यानी मां की शीर्षक भूमिका को बड़ी संजीदगी और कुशलता से जिया है उत्तराखंड की रहने वाली कुशल अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल ने निभाया है और जिन्होंने नवयुवती से लेकर प्रौढ़ विधवा की भूमिका में जान डाल दी है।
उन्होंने कहा कि जिनकी अभिनय क्षमता से प्रभावित होकर तत्कालीन राजनेता एवं मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय पंडित नारायण दत्त तिवारी ने बहुत प्रभावित हुए थे। इस फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने वर्ष 2004 में बनाई अपनी इस फिल्म को अब पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म के रूप में री लॉन्च कर रहे हैं।
इस अवसर पर फिल्म के बारे में वह जानकारी देते हुए मुकेश धस्माना ने कहा कि मेरी इस फिल्म मेरी प्यारी बोई शत प्रतिशत विशुद्ध गढ़वाली फिल्म है, जिसमें वहां पहाड़ के गांव, लोग और उनका जीवन और कल्चर, समस्याओं के बीच जीवन जीने का संघर्ष देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मां अपने जीवन में संघर्ष कर बेटे को पढ़ाने के लिए शहर भेज देती है।
उन्होंने कहा कि बेटा पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बन जाता है लेकिन वह गांव वापस नहीं जाता है और पलायन के इस दर्द को भी फिल्म में बखूबी दिखाया गया है।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना, धीरज रावत, मनीष यादव आदि उपस्थित रहे।
दर्दनाक सड़क हादसा: शिमला बाईपास पर बस पलटने से 1 छात्र समेत 2 की दर्दनाक मौत
विकासनगर(आरएनएस)। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। शिमला बाईपास पर एक बस पलट गई। सड़क हादसे में एक स्कूल छात्र समेत दो लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। रोड एक्सीडेंट के वक्त बस डाकपत्थर से देहरादून की ओर जा रही थी। हादसे के वक्त बस में करीब 40 यात्री सहित इंटर कॉलेज के छात्र सवार थे। बस पलटने की वजह से एक छात्र की मौत हुई है, जबकि करीब एक दर्जन छात्र घायल हुए है। रोड एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही पुलिसबल मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्य में जुट गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना सहसपुर के अतर्गत सिघंनीवाल क्षेत्र में एक बस सड़क में पलटकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों की सहायता से बस में फंसे घायलों को बाहर निकालकर तत्काल इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ डॉक्टर द्वारा बस सवार 01 व्यक्ति तथा एक छात्र को मृत घोषित किया गया। उक्त दुर्घटना मे 14 लोग घायल हुए है, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त बस विकासनगर से देहरादून की ओर आ रही थी, जो सिहनीवाला के पास सामने से आ रहे एक लोडर वाहन से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
घटना की सूचनापर एसएसपी देहरादून अजय सिंह तत्काल घटनास्थल को रवाना हुए। पुलिस की ओर से सड़क हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
घायलों की पहचान:
01: जगमोहन सिंह पुत्र सुरवीर सिंह, निवासी सरु खेत बड़कोट, उम्र 30 वर्ष
02: पिंटू कुमार पुत्र राम आसरे निवासी सेलकुई, उम्र 35 वर्ष
03: मानसी गुप्ता पुत्री पवन कुमार गुप्ता निवासी डांडा पुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
04: गुरमीत पुत्र धर्म पाल निवासी ढकरानी (बस परिचालक), उम्र 21 वर्ष
05: कनीजा खातून पत्नी नसीबुद्दीन निवासी गांधीग्राम, लक्ष्मण चौक, देहरादून, उम्र 60 वर्ष
06: नसीबुद्दीन पुत्र जैनुद्दीन निवासी गांधीग्राम, लक्ष्मण चौक, देहरादून, उम्र 62 वर्ष
07: आवेश पुत्र हसन दीन निवासी ग्राम हसनपुर सहसपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्र)
08: मारिया पुत्री मसूद आलम निवासी हसनपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
09: हुमा पुत्री नवाब निवासी शेरपुर, सहसपुर, उम्र 16 वर्ष (छात्रा)
10: मुसीदा पुत्री वाज़िद निवासी हसनपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
11: हर्ष पुत्र सागर निवासी बद्रीपुर 02 वर्ष
12: विनोद वर्मा पुत्र प्रताप सिंह कटा पत्थर विकास नगर देहरादून उम्र 35 वर्ष
13: शोएब पुत्र वाज़िद निवासी मलूकचद उम्र 18 वर्ष (छात्र)
14: शिल्पा पुत्री अरविन्द कुमार निवासी बद्रीपुर उम्र 24 वर्ष
विवरण मृतक:-
01: मृतक कादिल पुत्र साजिद निवासी ग्राम हसनपुर, सहसपुर, उम्र 16 वर्ष (छात्र)
02: पवन पुत्र जयपाल निवासी शेखोवाला, सहसपुर, उम्र- 22 वर्ष
“विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर इंडियन रेडक्रॉस द्वारा (सी०पी०आर०) प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर आयोजित
हरिद्वार(कुलभूषण) । इंडियन रेडक्रॉस के तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर जिलाधिकारी/अध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस कर्मेंद्र सिंह के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी/उपाध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस डॉ० राजेश कुमार सिंह के मुख्य संयोजन एवं इंडियन रेडक्रॉस सचिव प्रोफेसर (डॉ०) नरेश चौधरी के नेतृत्व में प्राथमिक उपचार (सी०पी०आर०) प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन श्रीराम विद्या मंदिर, श्यामपुर में किया गया। शिविर का शुभारंभ जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने दीप प्रवज्जलित कर किया। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन जनपद हरिद्वार रेडक्रॉस ने सी०पी०आर०(कार्डियो पल्मोनरी रिसियेशन) दिल की धमनी को पुन: चालू करना” के प्रति जो प्रशिक्षण देकर जागरूकता अभियान की अनूठी पहल की है, इससे संपूर्ण जनपद में रेडक्रॉस के तत्वाधान में ही सर्वोच्च प्राथमिकता से जोर-शोर से चलाया जाएगा। जिससे सभी सी०पी०आर० देना सीख जायें। और आवश्यकता पड़ने पर किसी जरूरतबंद की, बहुमूल्य जीवन की रक्षा कर सकेंगे। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि हमें वर्तमान परिपेक्ष्य की व्यस्ता को समझते हुए कुछ समय अपने शरीर के लिए देना है। जिससे हम समय से स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहें। और अपने दैनिक दिनचर्या और आहार-विहार पर विशेष केंद्रित होकर अपने स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से जागरूक रहें। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार सिंह ने कहा की विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने का सही उद्देश्य यही है कि हम जन समाज को मिलकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें। साथ ही साथ ऐसी वस्तुओं के खाने से परहेज करें जिससे हमारे स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ० नरेश चौधरी ने लगभग 700 प्रतिभागियों को प्राथमिक उपचार देकर प्रशिक्षित किया। तथा सी०पी०आर० का विशेष प्रायोगिक डिमोंसट्रेशन कराया। चिकित्सा शिविर एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण का आयोजन श्रीराम विद्या मंदिर श्यामपुर, हरिद्वार में करने के लिए मैनेजिंग ट्रस्टी राजीव भल्ला ने इंडियन रेडक्रॉस के अध्यक्ष जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह एवं सचिव डॉ० नरेश चौधरी का विशेष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि वास्तव में इस प्रकार के शिविर समय-समय पर होते रहने चाहिए। और इसका लाभ छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को मिला है। शिविर में 760 छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर के संयोजक डॉ० नरेश चौधरी ने अवगत कराया की चिकित्सा टीम में नेत्ररोग विशेषज्ञ प्रोफेसर (डॉ०) गुंजन, प्रस्तुति एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ प्रोफेसर (डॉ०) प्रवेश तोमर, डॉ० अंजली, जनरल फिजिशियन डॉ० विनय, डॉ० गरिमा मिश्रा एवं ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना, प्रसूति, शालाक्य, कायचिकित्सा विभाग के एमडी स्कॉलरस एवं श्री हंस फाउंडेशन से साजिद के नेतृत्व मोबाइल वैन टीम, जिसमें खून की जांच एवं निशुल्क दवाई की व्यवस्था के साथ सहभागिता रही। आयोजन का संपूर्ण संचालन श्रीराम विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या श्रीमती बबीता श्रीनिवास ने उत्कृष्ट रूप से किया। शिविर में स्कूल की कोऑर्डिनेटर श्रीमती पूनम, बलविंद्र सिंह, दीप्ति रावत, पल्लवी शर्मा, पूनम शर्मा, श्रीमती रीमा भल्ला ने सक्रिय सहभागिता की। शिविर में एस०डी०एम० अजयवीर सिंह भी उपस्थित रहे।
अब और तेजी से हो सकेगी अवैध निर्माणों की सुनवाई
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में संयुक्त सचिव के पद पर पीसीएस अधिकारी गौरव चटवाल की हुई तैनाती
–सेक्टर 1 से लेकर 12 तक में व्यावसायिक भवनों की सुनवाई के सौंपा गया है दायित्व
देहरादून, पीसीएस अधिकारी गौरव चटवाल ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में रिक्त चल रहे संयुक्त सचिव के पद पर पदभार ग्रहण कर लिया है। उपाध्यक्ष ने उन्हें सेक्टर एक से लेकर 12 तक में व्यावसायिक वादों की सुनवाई का दायित्व सौंपा है।
गौरतलब है कि प्राधिकरण में विगत कुछ समय से संयुक्त सचिव पद पर किसी अधिकारी की तैनाती नहीं होने के कारण संबंधित सेक्टर्स के अधिशासी अभियंताओं द्वारा वादों की सुनवाई की जा रही थी परंतु अब इस पद पर गौरव चटवाल की नियुक्ति के उपरांत अब यह कार्य सक्षम अधिकारी द्वारा क्रियान्वित किया जाने लगा है जिससे आमजन को काफी राहत मिलने लगी है।
उपाध्यक्ष वंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण में संयुक्त सचिव की तैनाती होने से अब वादों की सुनवाई का कार्य और भी अधिक प्रभावी रूप से हो सकेगा। सचिव ने कहा कि उक्त पद पर चटवाल की नियुक्ति होने के उपरांत वादों की सुनवाई को गति मिलेगी।
संयुक्त सचिव गौरव चटवाल ने बताया कि उपाध्यक्ष एवं सचिव के दिशा-निर्देशों के अनुसार उनके द्वारा सेक्टर 1 से 12 के व्यावसायिक भवनों की सुनवाई के कार्य सुबह दस से शाम पांच बजे तक नियमित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन की शिकायतों की सुनवाई के लिए वे हर समय उपलब्ध हैं।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे मानचित्र स्वीकृति के बाद ही निर्माण कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसी प्रकरण में मानचित्र से विचलन कर निर्माण कर लिया गया है तो गुण-दोष के आधार पर नियमानुसार उसको शमन किया जाएगा। ताकि आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध निर्माणों की रोकथाम हेतु प्राधिकरण पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।