Saturday, June 21, 2025
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गैरसैंण : पत्नी के हत्यारोपी को थाना गैरसैण पुलिस ने किया गिरफ्तार

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गैरसैंण, पुलिस थाना गैरसैंण को 20 जून को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम प्यूरा थाना गैरसैण में किसी महिला ने आत्महत्या ली है। उक्त प्रकरण पर तत्काल संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही हेतु पुलिस अधीक्षक चमोली श्री यशवंत सिंह चौहान द्वारा संबंधित को निर्देशित किया गया तथा क्षेत्राधिकारी कर्णप्रयाग विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में थाना गैरसैण द्वारा तत्काल घटनास्थल ग्राम-प्यूरा आदिबद्री क्षेत्र पर पहुँचकर शव का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि आत्महत्या की सूचना गलत है,

अपितु भरत सिंह नेगी पुत्र पूरन सिंह नेगी द्वारा अपनी पत्नी वीना नेगी की हत्या कर शव को घर पर रखा गया है। पुलिस द्वारा शव का पंचयतनामा कर पोस्टमार्टम हेतु कर्णप्रयाग भेजा गया, एवं मृतका के पिता वादी गजेंद्र सिंह, निवासी- ग्राम सारकोट गैरसैण की तहरीर पर थाना गैरसैण पर मु.अ.संख्या 15/21धारा 302 भा. द. वि. बनाम भरत सिंह पंजीकृत कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया, जिसे आज दिनांक 21जून को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

पुलिस टीम
1. एस.आई.श्री सुभाष जखमोला
2. एस. आई. श्री पंकज
3.कानि. रवींद्र
4.कानि. सुशील
5. म.कानि. भागीरथी

संवैधानिक संकट का राग अलाप रही कांग्रेस डरी हुई है : मदन कौशिक

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देहरादून, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सल्ट उपचुनाव के बाद डरी हुई है और अब उजूल् फिजूल बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की और से अभी यह तय नहीं किया गया है कि मुख्यमंत्री कहाँ से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी में एक दर्जन से अधिक विधायकों की ओर से सीट को लेकर प्रस्ताव है। वहीं जिन सीटों को लेकर कांग्रेसी बयानबाजी कर रहे हैं उन सीटों पर भी कोई संकट नहीं है।

यह सब चुनाव आयोग को तय करना है कि कब चुनाव होगा और भाजपा तो हर वक़्त तैयार रहती है,क्योंकि उसके पास जनता का समर्थन है। पहले सल्ट को 2022 का सेमीफाइनल बताने वाली कांग्रेस चित्त् हो चुकी है और अब वह दिन में भी सपने देख रही है। भाजपा संगठन और सरकार फिलहाल कोरोना काल में महज जरुरतमन्दो की सेवा कार्यो में जुटे हैं और क्योंकि सल्ट उप चुनाव ने साफ कर दिया है कि जनता भाजपा के विकास के एजेंडे से खुश है और निश्चित रूप से 2022 में भाजपा पुनः प्रचंड बहुमत के साथ वापसी कर रही है।

7वां वेतन आयोग : डीए बहाली के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की कितनी बढ़कर आएगी सैलरी, ऐसे करें कैलकुलेट

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नई दिल्ली, करीब 52 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 60 लाख केंद्र सरकार के पेंशनरों को 1 जुलाई 2021 का बेसब्री से इंतजार है। इस दिन महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) लाभ बहाल होने की पूरी संभावना है।
इससे पहले उनके लिए 26 जून बड़ा दिन है। इस दिन 7वें वेतन आयोग के तहत डीए बकाये और पेंशनरों को डीआर के भुगतान को लेकर बैठक होने वाली है।

बता दें केंद्रीय कर्मचारियों को 1 जुलाई से उनकी सैलरी बढ़ने की उम्मीद है। इस उम्मीद की वजह सातवें वेतन आयोग की सिफरिशें हैं। नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम के सेक्रेटरी (स्टाफ साइड) शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक इसको लेकर 26 जून को एक बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता कैबिनेट सेक्रेटरी करेंगे।

कितना मिलेगा डीए, ऐसे करें कैलकुलेट

नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम के सेक्रेटरी (स्टाफ साइड) शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 7th सीपीसी वेतन कैलकुलेटर का उपयोग करते समय अपने संबंधित 7 वें सीपीसी सैलरी मैट्रिक्स देखना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह जानने के लिए कि डीए बहाली के बाद मासिक वेतन कितना बढ़ेगा, तो सबसे पहले अपने मासिक बेसिक सैलरी की जांच करें, जो कि सातवें वेतन आयोग के वेतन मैट्रिक्स द्वारा तय किया जाता है। अपने मासिक मूल वेतन की जांच करने के बाद अपने मौजूदा डीए की जांच करें। वर्तमान में यह 17 प्रतिशत है।

डीए बहाली के बाद यह 28 फीसदी तक जाएगा। इसलिए मासिक डीए 11 फीसदी बढ़ जाएगा। इसलिए, केंद्र सरकार के कर्मचारी का डीए भत्ता जुलाई 2021 से उनके मूल वेतन के 11 फीसदी तक बढ़ जाएगा, 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन गणना को ध्यान में रखते हुए एक केंद्र सरकार के कर्मचारी का मासिक मूल वेतन 20,000 रुपये है तो उसका मासिक डीए 20,000 का 28 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। इसका मतलब है कि मासिक डीए में वृद्धि 20,000 रुपये का 11 प्रतिशत होगी यानी कुल 2200 रुपये। इसी तरह, केंद्र सरकार के अन्य कर्मचारी जिनके 7 वें सीपीसी पे मैट्रिक्स में अलग-अलग मासिक मूल वेतन है, वे यह जांच सकते हैं कि डीए बहाली के बाद उनका वेतन कितना बढ़ जाएगा। बता दें केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के चलते महंगाई भत्ते को रोक दिया था, लेकिन इसको जल्द ही देने का प्लान बनाया जा रहा है। जुलाई में केंद्रीय कर्मचारियों के खाते में यह भत्ता ट्रांसफर किया जा सकता है ।

ॠषिकेश : समिति ने उठाई कृष्णा नगर कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने की मांग

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ॠषिकेश, वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर ने देश के साथ राज्य में भी पिछले दिनों जबरदस्त प्रकोप दिखाया, हालाकि अब कोरोना का संक्रमण धीरे धीरे कम होता जा रहा है लेकिन अभी भी जागरूक रहने की जरूरत है, कोरोना संक्रमण को लेकर कृष्णा नगर कॉलोनी वासियों द्वारा जनकल्याण संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले समिति के मुख्य संरक्षक डॉक्टर बी एन तिवारी एवं अध्यक्ष अशोक बेलवाल की देखरेख में एक जन जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें कोविड 19 के मध्यनजर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क के प्रति जागरूक किया गया,

इस दौरान समिति क्षेत्र को नगर निगम म शामिल करने की भी मांग की, जागरूकता रैली में कॉलोनीवासियों का एक ही नारा था कृष्णा नगर कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करो अन्यथा काम नहीं तो वोट नहीं |

समिति के पदाधिकारियों का कहना था कि शासन को यहां की समस्याओं के बारे में कई बार अवगत भी कराया गया है परन्तु अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई, क्षेत्रवासियों का कहना है कि जल्द से जल्द कृष्णानगर को नगर निगम में शामिल किया जाए, अगर शासन द्वारा उनकी बात नहीं सुनी जाती तो अगस्त माह से कृष्णानगर कॉलोनीवासी अनिश्चितकालीन धरना देकर प्रशासन को जगाने का कार्य करेंगे |

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत राज्य में अब किसी भी सीट पर उपचुनाव की संभावना नहीं : प्रीतम सिंह

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देहरादून, उत्तराखंड़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनने का अवसर गवां चुके हैं। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत राज्य में अब किसी भी सीट पर उपचुनाव की संभावना नहीं है। बीते रोज पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नवप्रभात ने भी उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और सरकार पर हमला बोला था। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश को फिर संकट में डाल दिया है।

मुख्यमंत्री के उपचुनाव के बारे में ढुलमुल रवैये के चलते अब संवैधानिक व्यवस्था के तहत तीन ही विकल्प शेष हैं। मुख्यमंत्री का उपचुनाव नहीं होने की सूरत में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए अथवा विधानसभा भंग कर चुनाव कराए जाएं। तीसरा विकल्प सांसद व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने पद से इस्तीफा दें और विधायकों के बीच से ही नया मुख्यमंत्री चुना जाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने निर्वाचन आयोग से संविधान के प्रविधानों के अनुसार उपचुनाव पर निर्णय ले की मांग की है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में प्रविधान है कि विधानसभा की अवधि एक साल से कम रहने पर उपचुनाव नहीं कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष के रूप में सत्तारूढ़ दल को संविधान के प्रविधानों की अनदेखी नहीं करने देगी।

प्रदेश में कांग्रेस विधानमंडल दल का नेता जल्द तय करने को पार्टी संगठन पर दबाव बढ़ रहा है। उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता के चयन समेत विभिन्न मुद्दों पर वार्ता भी हुई। करन माहरा को नेता प्रतिपक्ष के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।

देहरादून : कोरोना कर्फ्यू में मिली छूट तो बाजारों में बढ़ने लगी भीड़, पांच बजे के बाद होगी सख्ती

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देहरादून, राज्य में कोविड कर्फ्यू में छूट मिलने के साथ ही बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी है। वहीं पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है। हाल में आवाजाही के लिए सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक छूट दी गई है। एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पांच बजे के बाद सड़कों पर घूमने वालों की सख्ती से चेकिंग की जाएगी। इस दौरान जो बेवजह घूमते मिलेंगे, उनका चालान करने के साथ ही जरूरी होने पर महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा | आवाजाही में ज्यादा छूट मिलने का असर सोमवार को ही सड़कों पर नजर आया।

इससे राजपुर रोड, गांधी रोड, सहारनपुर रोड, क्रास रोड, बल्लूपुर रोड, ईसी रोड व रायपुर रोड में जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। बाजारों में भी लोगों की भीड़ जुटी रही। बाजारों में जगह-जगह सोशल डिस्टेंस टूटती नजर आई। पलटन बाजार में स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य के बीच अव्यवस्था हावी रही। यहां कार्यदायी संस्था की ओर से जगह-जगह निर्माण सामग्री डंप की गई है। इससे लोगों को बाजार से निकलने के लिए गलियों का सहारा लेना पड़ा। मच्छी बाजार, मोती बाजार व हनुमान चौक दिन भर लोगों की आवाजाही से भरा रहा। स्टेशनरी बाजार के व्यापारी नेता शैलेंद्र चांदना ने बताया कि सोमवार को बाजार में खरीदारों की अपेक्षा घूमने वालों की भीड़ अधिक रही। डिस्पेंसरी रोड में कपड़े व जूते की दुकान चलाने वाले विनय गोयल ने बताया कि जिस हिसाब से बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ी है उसके मुताबिक कारोबार 40 फीसदी भी नहीं हुआ है।

पहाड़ों की रानी मसूरी पर्यटकों से होने लगी गुलजार

मसूरी, कोरोना कर्फ्यू में मिली ढ़ील और मसूरी पर्यटकों से होने लगी गुलजार । माल रोड पर पर्यटकों सैर-सपाटा करते नजर आए। माल रोड पर वाहनों की आवाजाही होने से जाम की स्थिति रही। कई पर्यटक बिना मास्क घूमते हुए नजर आए, जिनका पुलिस ने चालान किया |
लालटिब्बा और सिस्टर बाजार में भी काफी पर्यटक नजर आए। होटल एसोसिएशन के महासचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को होटलों में 50 प्रतिशत तक की बुकिंग रही। नई गाइडलाइन के बाद पर्यटक बड़ी संख्या में मसूरी पहुंच रहे हैं। यहां के सभी होटल धीरे धीरे वीकेंड से पैक होने लगे। सोमवार को 50 फीसदी तक बुकिंग रही। वहीं एसएसआई मनोहर सिंह रावत ने बताया कि मसूरी में पर्यटक काफी संख्या में पहुंच रहे हैं। किसी-किसी समय जाम की स्थिति पैदा हो रही है। जाम को खुलवाने के लिए पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। बिना मास्क घूमने वाले और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वालों के चालान काटे जा रहे हैं |

कोरोना अपडेट : उत्तराखण्ड़ में 24 घंटे में मिले 171 नए संक्रमित, आठ की मौत, 221 मरीज हुए ठीक

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देहरादून, उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 171 नए मामले सामने आए हैं। वहीं आठ मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा आज 221 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को 23663 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में 23, बागेश्वर एक, चमोली में छह, चंपावत में 17, देहरादून में 70, हरिद्वार में 11, नैनीताल में 13, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ में आठ, रुद्रप्रयाग में नौ, टिहरी में पांच, ऊधमसिंह नगर में तीन और उत्तरकाशी में दो मामले सामने आए हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख 38 हजार 978 हो गई है। इनमें से तीन लाख 23 हजार 225 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2896 पहुंच गई है। राज्य में कोरोना के चलते अब तक चुल 7052 लोगों की जान जा चुकी है।

कोरोना काल में ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श बना मददगार

रोटरी क्लब अलकनंदा वैली की ओर से कोरोना काल में शुरू किया गया ऑनलाइन चिकित्सक परामर्श लोगों के लिए मददगार साबित हुआ है। घर बैठे ही करीब 400 से अधिक लोगों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से निशुल्क परामर्श लिया है। रोटेरियन नवल किशोर जोशी ने बताया कि यह कार्यक्रम 11 जून से शुरू किया गया था।

इसमें बालरोग विशेषज्ञ डॉ. गोविंद पुजारी, स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. अंजलि नौटियाल, वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डॉ. केपी सिंह, डॉ. एमएन गैरोला, मनोचिकित्सक डॉ. मोहित सैनी, नेत्र चिकित्सक डॉ. अच्युत पांडे व फिजिशियन और क्लब अध्यक्ष डॉ. एसडी जोशी के समक्ष लोगों ने अपनी समस्या रखी।

खास खबर : बड़ासी पुल की एप्रोच रोड़ का मामला, लोक निर्माण विभाग के तीन अधिकारी निलंबित

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देहरादून, जनपद के रायपुर ब्लाक के बड़ासी पुल मामले में मुख्यमंत्री ने बड़ा एक्शन लेते हुए लोक निर्माण विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

वर्तमान अधिशासी अभियंता जीत सिंह रावत, तत्कालीन अधिशासी अभियंता शैलेंद्र मिश्र और सहायक अभियंता अनिल कुमार चंदोला को निलंबित किया गया है।

ज्ञात हो कि,कुछ दिन पूर्व ही बड़ासी पुल की एप्रोच रोड टूट गयी थी। इस खबर को ‘एबिट फार’ के साथ साथ समाचार पत्रों ने प्रमुखता से छापा था ,जिससे शासन पर बहुत दबाव बन रहा था । जिसके चलते शासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन अधिकारीयों को निलंबित कर दिया, तीनों अधिकारी निलंबन की अवधि में क्षेत्रीय मुख्य अभियंता कार्यालय लोक निर्माण विभाग पौड़ी में संबंध रहेंगे |

गौरतलब हो कि तीन दिन पूर्व बड़ासी पुल की एप्रोच रोड का पुस्ता टूटकर गिर गया था। इसके बाद पुल पर आवाजाही रोक दी गई। मौके पर पहुंची एनएच की टीम ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। बाद में चीफ इंजीनियर शरद कुमार बिरला ने प्रमुख सचिव आरके सुधांशु को रिपोर्ट सौंप दी, सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपनी रिपोर्ट में निर्माण की खामियों की ओर इशारा किया है। उन्होंने साफ किया है कि पुल की एप्रोच रोड का निर्माण ठीक से नहीं किया गया, जिसके कारण वाहनों का दबाव बढ़ने से पुस्ता टूट गया। जबकि पुल की एप्रोच रोड का निर्माण इस तरह से किया जाता है कि वो भारी वाहनों का दबाव भी झेल सके। उन्होंने निर्माण से जुड़े अधिकारियों की भूमिका को लेकर अपनी रिपोर्ट दी है।

देहरादून : बड़ासी पुल की एप्रोच रोड के क्षतिग्रस्त होने पर सीएम ने दिये उच्च स्तरीय जांच के आदेश

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया तीरथ सिंह रावत ने थानो रोड पर निर्मित बड़ासी पुल की एप्रोच रोड के क्षतिग्रस्त होने का संज्ञान लेते हुए इसके कारणों की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में भी इस पुल की एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हुई थी। पुल के एप्रोच रोड का बार-बार क्षतिग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री ने असंतोष व्यक्त करते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के प्रति विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार निर्माण कार्यों के क्षतिग्रस्त होने से शासकीय धन की बरबादी के साथ ही जनता को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है।

महाकुंभ कोरोना जांच महा घोटाले पर आरएसएस खामोश क्यों : धस्माना

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देहरादून, महाकुंभ के कोरोना जांच महाघोटाले पर कांग्रेस ने सीधा आरएसएस व प्रधानमंत्री को कठघरे में खड़ा कर दिया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रेस से वार्ता करते हुए हरिद्वार महाकुंभ के कोरोना जांच महाघोटाले को भाजपा सरकार का महापाप करार देते हुए कहा कि पूरे देश का हिन्दू जनमानस इस बात से आश्चर्य चकित है कि हरिद्वार में मां गंगा के तट पर आयोजित होने वाले सनातनी हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व में कोरोना जांच का इतना बड़ा फर्जीवाड़ा हो गया जिससे करोङों देशवासियों के स्वास्थ्य व जान से जुड़ा मामला है और महाकुंभ के दौरान दूसरी लहर में जिस प्रकार से लाखों लोगों की जान गई और करोड़ों लोग संक्रमित हुए।

इस महाघोटाले पर एक शब्द भी आज तक नहीं बोले। श्री धस्माना ने कहा कि अब यह एक स्थापित सत्य है जिसे सरकार ने भी स्वीकार कर लिया है कि महाकुंभ में कोरोना जांच में घोटाला हुआ है और इस विषय पर वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री के जो बयान हैं उससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की सरकार के कार्यकाल में इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया है

ऐसे में यह मुद्दा केवल उत्तराखंड का नहीं बल्कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण यह राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर का मुद्दा है किंतु आज तक न तो प्रधानमंत्री श्री मोदी न केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और ना आरएसएस प्रमुख या उनका कोई जिम्मेदार पदाधिकारी इस विषय पर एक भी शब्द नहीं बोला जो बड़े अचरज की बात है। इसलिए कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से सीधे सवाल पूछ रही है कि क्या गंगा मैया व हिन्दू इनके लिए वोट ध्रुवीकरण का साधन मात्र हैं। इसका उत्तर जनता भी जानना चाहती है।