Monday, June 9, 2025
Home Blog Page 1460

उत्तराखंड : वन महोत्सव का शुभारंभ, पौधे लगाना ही नहीं उन्हें बचाना भी है जरूरी : वन मंत्री हरक सिंह रावत

0

देहरादून, वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने बड़ोवाला में पौधा रोपने के साथ ही वन महोत्सव की शुरूआत की इस दौरान वन मंत्री ने क्षेत्रवासियों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि वन को बचाने के लिए पौधे लगाना जरूरी है, लेकिन पौधों को बचाए बिना वन का संरक्षण संभव नहीं।

बरसात में पौधारोपण कर अपनी जिम्मेदारी समाप्त नहीं समझी जा सकती। बल्कि ये पौधे भविष्य में पेड़ बनें तब तक इनका ख्याल रखा जाए। गुरुवार को देहरादून वन प्रभाग की आशारोड़ी रेंज के तहत आरकेडिया ग्रांट में वन मंत्री ने बड़ का पौधा रोपा। वन विभाग ने पीपल, बड़, पीलखन, कपूर, बेलपत्री, कंजू, नीम, शीशम, जामुन, रुद्राक्ष आदि के 350 पौधे रोपे। वन मंत्री ने वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आगे आने व वृहद स्तर पर पौधारोपण करने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी में आक्सीजन का महत्व समझ में आया है। हमें एक मिशन के तौर पर अधिक से अधिक पौधों का रोपण करना होगा। उन्होंने ‘आओ मिलकर वृक्ष लगाएं, अपना वातावरण स्वच्छ बनाएं’ स्लोगन भी दिया |

प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने वन विभाग के पौधारोपण अभियान की जानकारी दी। बताया गया कि उत्तराखंड वन विभाग, विभागीय पौधारोपण के साथ वन महोत्सव, हरेला एवं अन्य कार्यक्रम के माध्यम से जनता के साथ मिलकर विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण कराएगा। इस अवसर पर वन निगम के प्रबंध निदेशक डीके शर्मा, अपर प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त अखिलेश तिवारी, वन संरक्षक यमुना वृत्त अमित वर्मा, डीसीएफ पंकज कुमार, डीएफओ राजीव धीमान, एसडीओ लाखन पंवार वनक्षेत्राधिकारी डा. उदय गौड़, जितेंद्र गुसाईं आदि ने भी पौधे रोपे।

दून के बड़ोवाला वार्ड-93 में डीएसपी चौक के पास स्थित वन विभाग के टोंगा ग्राउंड में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मंत्री हरक सिंह रावत ने पीर बाबा मजार के पास एक हैंडपंप निर्माण का आश्वासन दिया। साथ ही वन विभाग का टोंगा ग्राउंड बच्चों के लिए उपलब्ध कराने के आदेश दिए। इस दौरान पार्षद विनय रावत, खेमचंद गुप्ता, जीवन रावत, सुखबीर बुटोला, बीना रतूड़ी आदि ने मंत्री का आभार जताया।

राज्य में रूसा फेज-3 में प्रस्तावित कार्यों के क्रियान्वयन हेतु तैयारियों के दिये निर्देश

0

देहरादून, राज्य के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों में एक माह के भीतर रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जायेगी अन्यथा विश्वविद्यालयों को इन पदों से हाथ भी धोना पड़ सकता है। इसके अलावा विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सीबीसीएस सेमेस्टर प्रणाली लागू करने के लिए शासन स्तर पर उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा जो दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। राज्य में रूसा फेज-3 के तहत प्रस्तावित कार्यों के यथा समय क्रियान्वयन के लिए उच्च शिक्षा विभाग सभी प्राचार्यों एवं नोडल अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार करेगा।

यह बात उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभा कक्ष में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सभी राज्य विश्वविद्यालयां के कुलपतियों को वर्षों से रिक्त चल रहे शैक्षिणिक एवं शिक्षणेत्तर पदों पर एक माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये हैं। जो विश्वविद्यालय रिक्त पदों को भरने में विफल रहेगा उनके रिक्त पदों को भविष्य में निरंतरता नहीं दी जायेगी। नई शिक्षा नीति के तहत सीबीसीएस प्रणाली को राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लागू करने के लिए शासन स्तर पर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। जिसमें कुलपति, निदेशक उच्च शिक्षा, सलाहकार उच्च शिक्षा एवं प्रभारी सचिव उच्च शिक्षा शामिल होंगे। समिति सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। राज्य में रूसा फेज-02 की सफलता के बाद भारत सरकार ने रूसा फेज-03 की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसके सफल क्रियान्वयन के लिए उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर फेज-03 के तहत प्रस्तावित कार्यों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये।

बैठक में सचिव उच्च शिक्षा विनोद प्रसाद रतूड़ी, कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय डा. पी.पी. ध्यानी, कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रो. एन.के. जोशी, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. एन.एस. भण्डारी, कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डा. कुमकुम रौतेला, अपर सचिवएम.एम. सेमवाल, सहालकार रूसा प्रो. एम.एस.एम रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, उप सचिव शिवस्वरूप त्रिपाठी, कुलसचिव दून विवि मंगल सिंह मद्रवाल, कुलसचिव कुमाऊं विवि दिनेश चन्द्रा, अनु सचिव ब्योमकेश दुबे, अनुभाग अधिकारी भवानी राम आर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता : डा. धन सिंह रावत

0

तीन जनपदों के 192 परिवारों के विस्थापन को मिली मंजूरी

विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद शासन ने जारी की 63 करोड़ की धनराशि

देहरादून, राज्य सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर विस्थापन एवं पुनर्वास नीति के अंतर्गत कुल 192 परिवारों का विस्थापन की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसमें जनपद पिथौरागढ के 185 परिवार, बागेश्वर के चार और रूद्रप्रयाग के तीन परिवार शामिल हैं। इसके लिए शासन ने विभागीय मंत्री के अनुमोदन के उपरांत कुल 63 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। जिसमें 13 करोड की धनराशि राज्य आपदा मोचन निधि तथा 50 करोड़ की धनराशि विश्व बैंक सहयतित डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट के तहत स्वीकृत की गई है।

सूबे के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि विभिन्न दैवीय आपदाओं से प्रभावित परिवारों का विस्थापन एवं पुनर्वास राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इसी के तहत सरकार ने आपदा प्रभावित परिवारों के विस्थापन में तेजी दिखाते हुए 192 परिवारों के विस्थापन की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें जनपद पिथौरागढ़ के 185 परिवारों का विस्थापन किया गया है।

जिनके विस्थापन के लिए शासन ने 7 करोड़ 85 लाख 20 हजार की धनराशि जारी कर दी है। पुनर्वास नीति के तहत विस्थापन के लिए जनपद पिथौरागढ की़ धारचूला तहसील में 26 परिवार, पिथौरागढ़ तहसील में 20 परिवार, मुनस्यारी तहसील में 108 परिवार, बंगापानी तहसील में 24 परिवार, डीडीहाट के 4 परिवार और तेजम के तीन परिवार शामिल है। जनपद रूद्रप्रयाग की जखोली तहसील में 3 परिवारों के विस्थापन के लिए शासन द्वारा कुल 12 लाख 75 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है जबकि बागेश्वर में 4 परिवारों के विस्थापन के लिए 17 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। इसके तहत आपदा प्रभावित परिवारों को भवन निर्माण के लिए रूपये चार लाख, गौशाला निर्माण के लिए रूपये 15 हजार एवं विस्थापन भत्ते के तौर पर रूपये 10 हजार की धनराशि दी जायेगी।

ब्रैकिंग न्यूज : उत्तराखण्ड़ के सीएम तीरथ ने की इस्तीफे की पेशकश

0

देहरादून, सत्ता के गलियारों से बड़ी खबर आ रही है कि उत्तराखण्ड़ के सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया, अब मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर चल रही अटकलें अब खत्म हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज भाजपा सुप्रीमो जेपी नड्डा को इस्तीफा सौंप दिया, जबकि इससे पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा था लेकिन घटना क्रम क्या हुआ कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को इस्तीफा ना सौंपकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा सौंप दिया। सीएम के अचानक इस्तीफे से उत्तराखण्ड़ में भाजपा के भीतर ही भीतर जरूर कुछ तो चल रहा है कि सीधे और सरल राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री तीरथ को इस्तीफा देना पड़ा, जबकि राज्य में आगामी साल में विधानसभा चुनाव होने हैं | अब कौन सीएम पद का कांटों भरा ताज पहनेगा यह भी भाजपा हाई कमान के लिये चुनौती भरा है |

कोरोना अपडेट : राज्य में 24 घंटे में मिले 109 नए संक्रमित, दो की हुई मौत, एक्टिव केस घटकर 1864 हुये

0

देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण कम होने लगा है, पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 109 नए मामले सामने आए हैं। वहीं दो मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा आज 108 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, एक्टिव केस की संख्या घटकर 1900 से कम हो गई है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को 21082 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में दो, बागेश्वर में एक, चमोली में चार, चंपावत में एक, देहरादून में 49, हरिद्वार में नौ, नैनीताल में 13, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ में 12, रुद्रप्रयाग में दो, टिहरी में दो, ऊधमसिंह नगर में पांच और उत्तरकाशी में छह मामले सामने आए हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख 40 हजार 488 हो गई है। इनमें से तीन लाख 25 हजार 361 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1864 पहुंच गई है। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7327 लोगों की जान जा चुकी है।

ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा पांच सौ पार

प्रदेश में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के तीन नए मरीज मिले और एक की मौत हुई है। कुल मरीजों का आंकड़ा 500 के पार हो गया है। जबकि 99 मरीजों की मौत हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में तीन नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जिन्हें उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया। वहीं, एम्स में एक मरीज ने इलाज के दौरान मौत हुई है। प्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा 502 पहुंच गया है, जिसमें 242 मरीज दूसरे राज्,यों से हैं। मरने वालों की संख्या 99 हो गई है। जबकि 103 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पर मारपीट को लेकर बड़ी कार्रवाई, BKU के 200 कार्यकर्ताओं पर एफआईआर

0

गाज़ीपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं व कृषि कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प।

नई दिल्ली, दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाज़ीपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं और नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसानों के बीच बुधवार को झड़प हो गई, जिससे दोनों पक्षों के कुछ लोग घायल हो गए। इसपर बड़ी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (BKU) के 200 कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज़ की है।

पुलिस ने यह एफआईआर बीजेपी नेता अमित बाल्मीकि की शिकायत पर दर्ज की गई, जिनके स्वागत के दौरान ही यह हंगामा हुआ था। वाल्मीकि ने गाजियाबाद के कौशांबी पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने धारा 147, 148, 223, 352, 427 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस को दी अपनी शिकायत में भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि उनके स्वागत समारोह के दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की और जातिसूचक शब्दों को इस्तेमाल किया। वहीं, किसान संगठनों ने इस मामले पर कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 7 महीनों से चल रहे उनके शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने के लिए भाजपा और आरएसएस ने यह पूरी साजिश रची है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हंगामा उस समय हुआ जब भाजपा कार्यकर्ता उस फ्लाईओवर से अपना जुलूस निकाल रहे थे जहां केन्द्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसान नवंबर 2020 से धरने पर बैठे हुए हैं, जिनमें अधिकतर भारतीय किसान यूनियन के समर्थक हैं।

उन्होंने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे चले, जिस वजह से कुछ लोग जख्मी हो गए। सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें कथित रूप से कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हालत में दिख रही हैं। ये गाड़ियां भाजपा नेता अमित वाल्मिकी के काफिले का हिस्सा थीं और वाल्मिकी के स्वागत के लिए ही जुलूस निकाला जा रहा था।

संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने दावा किया कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने जिला प्रशासन और सरकारी अधिकारियों को सूचित किया था कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं को हटाएं क्योंकि वे स्वागत रैली के नाम पर हंगामा कर रहे हैं।

बाजवा ने कहा, “उन्होंने किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया और एक साजिश के तहत खुद अपने वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। सरकार की यह साजिश कामयाब नहीं होने वाली है क्योंकि पहले भी किसानों के प्रदर्शन को खत्म करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा चुके हैं।”

उन्होंने कहा, “हम आज (बुधवार) की घटना को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं, और अगर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो हम उसके हिसाब से अपनी भविष्य की रणनीति की योजना बनाएंगे।” बाजवा ने कहा, “हम भाजपा द्वारा किए गए हंगामे की निंदा करते हैं।” उन्होंने कहा कि यह हथकंडे काम नहीं करेंगे, क्योंकि किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से पिछले सात महीनों से चल रहा है और भविष्य में भी जारी रहेगा।

जबकि गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि अपने दल के झंडे लहराते हुए भाजपा कार्यकर्ता अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए किसानों से भिड़ गए(साभार जनसत्ता)।

गौचर अस्पताल में लगेगी अल्ट्रासाउंड, एक्स रे और ईसीजी मशीनें, सांसद बलूनी ने दी स्वीकृति

0

 

भाजपा नेता सतीश लखेड़ा ने अस्पताल को समर्पित किया गौचर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
क्षेत्र के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 12 ईसीजी मशीने उपलब्ध कराई जाएगी

गौचर। गौचर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को आयोजित एक सूक्ष्म समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने एक ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट अस्पताल प्रशासन को भेंट किया गया। इस दौरान उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों की मांग पर अस्पताल के लिये एक्स रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन और ईसीजी मशीन की मौके पर ही राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की ओर से स्वीकृति दिलाई। इसके अतिरिक्त विकासखंड कर्णप्रयाग और गैरसैण के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ईसीजी मशीन प्रदान की जाएगी। इस बाबत भी सांसद बलूनी ने सहर्ष स्वीकृति दी है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सतीश लखेड़ा ने कहा हमें कोरोना को हल्के में नहीं लेना है, खतरा कम नहीं हुआ है। हम स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने को कृतसंकल्प हैं। उक्त कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री समीर मिश्रा, मंडी समिति चमोली-रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष विनोद नेगी, नगरपालिका गोचर की अध्यक्ष श्रीमती अंजू बिष्ट, मंडल अध्यक्ष जयकृत बिष्ट, कर्णप्रयाग नगर मंडल अध्यक्ष नवीन नवानी, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष धीरेंद्र भंडारी, कर्णप्रयाग नगर मंडल महामंत्री मनोज पुंडीर, गोचर मंडल महामंत्री सुनील पुजारी, नगर पालिका पार्षद अनिल नेगी, पार्षद सुरेंद्र लाल , वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश शैली, उमेश शैली, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन टाकुली, ज्येष्ठ प्रमुख करणप्रयाग प्रदीप चौहान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। सभी महानुभावों ने एक स्वर में सांसद बलूनी का आभार जताया कि वह जनपद में स्वास्थ्य के ढांचे को सक्षम करने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

सतीश लखेड़ा ने कहा शीघ्र ही सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल उपकरणों को भेंट किया जाएगा।

लायंस क्लब ने डॉक्टर्स डे पर मैक्स हॉस्पिटल के कोविड योद्धाओं को सम्मानित किया

0

देहरादून, – इस चुनौतीपूर्ण महामारी के समय में चिकित्सा कर्मियों ने रोगियों की सेवा में अभूतपूर्व योगदान दिया है। उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों की सराहना करने के लिए, लायंस क्लब, शिवालिक ग्रीन देहरादून चैप्टर ने इस तरह के समर्पण के साथ सभी आपात स्थितियों और चिकित्सा ध् नैदानिक मामले के इलाज में अग्रणी योद्धा होने के लिए डॉक्टर्स डे पर डॉक्टरों को सम्मानित किया, जो यहां तक कि अपने रोगियों को बचाने के लिए अपना जीवन भी कुर्बान कर रहे हैं। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून के डॉक्टरों को इस कठिन समय के दौरान उनके सराहनीय प्रयासों के लिए प्रशंसा पत्र और ट्राफियां प्रदान की गईं।

 

समारोह में सम्मानित किये जाने वाले डॉक्टरों में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल प्रसाद, पल्मोनोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. पुनीत त्यागी, क्रिटिकल केयर के मुख्य कंसल्टेंट डॉ. शांतनु, क्रिटिकल केयर के मुख्य कंसल्टेंट डॉ. भूपेश उनियाल, इंटरनल मेडिसिन की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रश्मि बाजपेयी, इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अंबरीश दीक्षित, पल्मोनोलॉजी के कंसल्टेंट डॉ. वैभव चाचरा, इंटरनल मेडिसिन के कंसल्टेंट डॉ. विनय सागर, क्रिटिकल केयर के कंसल्टेंट डॉ. इमलीवती एयर, और इमरजेंसी मेडिसिन की कंसल्टेंट डॉ. रीना सिंह शामिल हैं।

 

सम्मान समारोह में मैक्स हॉस्पिटल द्वारा दिए गए योगदान के बारे में बात करते हुए, लायंस क्लब के प्रेजिडेंट राजेंद्र बिष्ट शिवालिक ग्रीन देहरादून चैप्टर ने कहा, “यह सम्मान हमारे संगठन की ओर से इन बहादुर कोविड योद्धाओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करने के लिए एक छोटा सा संकेत है। उन्होंने दिन-रात काम किया, अथक परिश्रम किया, दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं की।

 

सम्मान पर आभार व्यक्त करते हुए, मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून के उपाध्यक्ष (ऑपरेशन्स) और यूनिट हेड डॉ संदीप सिंह तंवर ने कहा, “यह वास्तव में हमारे लिए एक बहुत ही खास आयोजन था क्योंकि इसमें कोविड-19 योद्धाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने संकट की घड़ी में अपने कर्तव्य से कहीं अधिक पूरे दिल से समाज की सेवा की। यह वास्तव में हमारे डॉक्टरों की अदम्य भावना का प्रतीक है जो सबसे कठिन समय में भी एक स्तंभ की तरह मजबूत खड़े रहे।”

 

मैक्स हॉस्पिटल को इन कठिन समय के दौरान हजारों कीमती जिंदगियों को बचाने और जरूरत पड़ने पर सबसे महत्वपूर्ण मामलों को संभालने के लिए अपने अमूल्य योगदान के लिए भी अत्यधिक प्रशंसा और सराहना मिली।

 

 

ड्राइविंग लाइसेंस (DL) के लिए नहीं देना होगा RTO पर ड्राइविंग टेस्ट, आज से बदल गया नियम

0

Driving License New Rule: ड्राइविंग लाइसेंस को प्राप्त करने की प्रक्रिया को और भी आसान बनाते हुए आज सरकार ने इसके नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों को आज से यानी गुरुवार से क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) के माध्यम से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की कठिन प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने को लेकर केंद्रीय सड़क मंत्रालय का संशोधित नियम आज से लागू हो गया है।

दरअसल, परिवहन मंत्रालय ने ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्रों (ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स) को मान्यता देने के लिए नए नियमों को अधिसूचित किया है। जहां उम्मीदवारों को उच्च गुणवत्ता वाले ड्राइविंग पाठ्यक्रम प्रदान किए जाएंगे, और एक बार परीक्षण पास हो जाने के बाद, उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के समय ड्राइविंग परीक्षण से छूट दी जाएगी।

कैसे होगी ट्रेनिंग:

इस नए नियम के अनुसार मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स आवेदकों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सिमुलेटर के साथ-साथ डेडिकेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक से लैस होंगे। जहां पर आवेदकों को ड्राइविंग के बारे में पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वो ड्राइविंग की बारीकियां सीख सकें और रोड पर सुगमता से ड्राइव कर सकें।

हल्के वाहन (LMV) की ड्राइविंग सीखने में लगेगा इतना समय:

 

मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस अधिसूचना में कहा गया है कि मान्यता प्राप्त चालक प्रशिक्षण केंद्रों में हल्के मोटर वाहन ड्राइविंग पाठ्यक्रम की अवधि कोर्स शुरू होने की तारीख से अधिकतम 4 सप्ताह की अवधि में 29 घंटे है। यानी कि आवेदक को ड्राइविंग कोर्स शुरु होने की घोषणा के बाद अधिकतम 4 सप्ताह में ड्राइविंग सीखना होगा। ये भी बताया गया है कि, इस कोर्स में थ्योरी और प्रैक्टिस दोनों शामिल होगा।

भारी वाहन (HMV) की ड्राइविंग सीखने में लगेगा इतना समय:

वहीं हैवी मोटर व्हीकल यानी कि भारी वाहनों की ड्राइविं सीखने के लिए मंत्रालय द्वारा समय सीमा थोड़ी ज्यादा दी गई है। इस अधिसूचना के अनुसार मान्यता प्राप्त चालक प्रशिक्षण केंद्रों में मध्यम और भारी मोटर वाहन ड्राइविंग पाठ्यक्रम की अवधि छह सप्ताह की अवधि में 38 घंटे है। इस कोर्स को भी प्रैक्टिकल और थ्योरी में विभाजित किया गया है। इसके अलावा ड्राइवरों को अन्य सड़क सबंधित जरूरी नियमों के साथ ही नैतिक और विनम्र व्यवहार के बारे में कुछ बुनियादी पहलू भी सिखाए जाएंगे।

ये मान्यता प्राप्त ड्राइविंग सेंटर्स न केवल हल्के और भारी वाहनों की ड्राइविंग की ट्रेनिंग देंगे, बल्कि इन्हें किसी इंडस्ट्री से संबंधित वाहनों का भी प्रशिक्षण देने की अनुमति होगी। दरअसल, सरकार का मानना है कि ये नए नियम कुशल ड्राइवरों की कमी को भी पूरा करेंगे। सक्षम ड्राइवरों की कमी इंडियन रोड्स पर भारी मात्रा में देखने को मिलती है और ये इस क्षेत्र में प्रमुख मुद्दों में से एक है।

बता दें कि, इन मान्यता प्राप्त चालक प्रशिक्षण केंद्रों के लिए दी गई मान्यता पांच साल की अवधि तक के लिए वैध होगी। इन्हें आगे भी नवीनीकृत किया जा सकता है। सड़क नियमों के ज्ञान की कमी के कारण बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

Jio की टक्कर में Vi ने उतारा 25GB डेटा वाला प्लान, फ्री मिल रहा इतना सबकुछ

0

नई दिल्ली, Vodafone Idea ने 267 रुपये का प्रीपेड रिचार्ज प्लान जारी किया है। इस प्रीपेड प्लान को Jio को टक्कर देने के लिए लाया गया है। इस प्लान में Vi कई सारे बेनिफिट्स देता है। इसमें डेटा के साथ अनलिमिटेड कॉल की भी सुविधा यूजर्स को दी जाती है।

Vi का 267 रुपये वाला प्रीपेड प्लान Jio के 247 रुपये वाले प्लान को टक्कर देने के लिए उतारा गया है। Vi के 267 रुपये वाले प्रीपेड प्लान में 25GB डेटा 30 दिन के लिए दिया जाता है। इसी तरह Jio के 247 वाले प्रीपेड प्लान में भी 25GB डेटा 30 दिन के लिए दिया जाता है।

Vi ने 267 रुपये वाले प्रीपेड प्लान के अलावा 128 रुपये का प्रीपेड प्लान भी लॉन्च किया है। ये प्लान फ्री ऑन-नेट नाइट मिनट्स के साथ 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। इसको पहले OnlyTech ने रिपोर्ट किया है।

Vi का 267 रुपये वाला प्रीपेड प्लान कंपनी की वेबसाइट और ऐप पर भी लिस्ट कर दिया गया है। इसमें बेनिफिट्स के तौर पर 25GB डेटा के साथ अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग दिया जाता है। इस प्लान में रोज SMS भी दिए जाते हैं। इस प्लान की वैलिडिटी 30 दिन की है।

इसके अलावा इस प्लान में Vi Movies and TV का एक्सेस भी मिलता है। Vi 267 रुपये वाले प्रीपेड प्लान को अपने सभी 23 सर्किल में पेश किया है। इसे तीसरे पार्टी सोर्स जैसे Amazon Pay, Google Pay और Paytm से भी लिया जा सकता है।

वैसे यूजर्स जिनको डेटा की जरूरत नहीं है लेकिन कुछ वॉयस कॉलिंग बेनिफिट्स के साथ वाले प्लान देख रहे हैं वो Vi का 128 रुपये वाला प्रीपेड प्लान ले सकते हैं। इस प्लान में 10 लोकल ऑन-नेट नाइट मिनट्स के अलावा लोकल और नेशनल कॉल्स 2.5 पैसे प्रति सेकंड्स के दर से 28 दिन के लिए चार्ज किए जाते हैं।