Tuesday, April 29, 2025
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महाराज ने अधिकारियों को परिसंपत्तियों के बंटवारे में तेजी लाने के दिये निर्देश

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उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन को लेकर बैठक

हरिद्वार(कुलभूषण)। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में वर्चुअल प्रतिभाग करते हुए प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पूर्व में हुई दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों की बैठक में हरिद्वार उधमसिंहनगर एवं चम्पावत की कुल 660.182 है० भूमि को उत्तराखण्ड को हस्तान्तरण की सहमति बनी थी, किन्तु अभी तक तक इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल उत्तर प्रदेश से शासनादेश निर्गत करवायें जाएं।

उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मध्य बुधवार को हरिद्वार स्थित उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने भी वर्चुअल प्रतिभा किया। बैठक में दोनों राज्यों के मध्य परिसम्पत्तियों के बंटवारे के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा अनुप्रयुक्त खाली भूमि के हस्तान्तरण पर सहमति बनी तथा अवगत कराया गया कि हस्तान्तरण हेतु प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया। बनबसा में भूमि हस्तान्तरण हेतु उत्तराखंड सिंचाई विभाग के नियन्त्रणाधीन एक खण्ड खोलने हेतु भूमि उपलब्ध कराने के लिये उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को प्रस्ताव प्रेषित करने पर भी सहमति हुई।

बैठक में इकबालपुर नहर हेतु अपर गंगा कैनाल से पानी उपलब्ध कराने के लिये प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा वर्तमान में उपलब्ध डिस्चार्ज के आधार पर अध्ययन कर निर्णय लेने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। जनपद हरिद्वार में भगत सिंह चौक की जल निकासी हेतु अपर गंगा कैनाल के नीचे से ड्रेनेज क्रास कराकर सिल्ट इजेक्टर में छोडने हेतु अनापत्ति के सम्बन्ध में वार्ता हुई. जिसमें विस्तृत डी०पी०आर० प्रस्तुत करने के उपरान्त निर्णय लेने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया।

उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से सिंचाई खण्ड रुड़की उत्तराखंड को पूर्व में 04 नहरें हस्तान्तरण करने के सम्बन्ध में सहमति हुई थी, उक्त में से 02 नहरों को सिंचाई खण्ड रुड़की को हस्तान्तरित करने हेतु निर्देशित किया गया। बनबसा बैराज पर पूर्व निर्मित पुल को Retrofit कराने हेतु विचार-विमर्श किया गया। उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि यह बैराज पुराना है तथा नये बैराज का प्रस्ताव गठित किया जा रहा है। उक्त में पुल का प्रस्ताव आवश्यकतानुसार सम्मिलित कर लिया जायेगा। उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश को जाने वाले शिलाखाला नाले की सफाई हेतु विचार-विमर्श हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा सम्बन्धित खण्ड को नाले की सफाई कराने हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक में प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि 25 अगस्त 2021 को टिहरी बांध की ऊंचाई 02 मीटर बढ़ाने से वर्तमान में टिहरी बांध से 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल भीमगौडा बैराज पर उपलब्ध हो रहा है जिसका सम्पूर्ण उपयोग उ०प्र० द्वारा किया जा रहा है, जबकि उ०प्र० की मांग 4000 क्यूसेक है। उत्तराखण्ड राज्य द्वारा 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है जो बहुत कम है।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बनबसा बैराज पर पन्टून ब्रिज अत्यन्त पुराना है जिसके निर्माण की आवश्यकता है, किन्तु बनबसा बैराज का नियंत्रण उ०प्र० सिंचाई विभाग के अधीन है। इसके निर्माण हेतु भी तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए।

बैठक में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियन्ताओं तथा अन्य उच्चाधिकारियों शामिल थे।

प्रो सुनील कुमार बत्रा को बनाया गया रेड क्रॉस का जिला नोडल अधिकारी

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हरिद्वार(कुलभूषण)हरिद्वार के प्रतिष्ठित एस एम जे एन पी जी कॉलेज के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा को राज्य रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा हरिद्वार जिले का जिला नोडल अधिकारी बनाया गया हैं। कॉलेज की इस उपलब्धि पर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने प्रोफेसर डॉ बत्रा को बधाई दी तथा कहा कि इस उपलब्धि का लाभ जनपद हरिद्वार के छात्रों को मिलेगा । कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि यह कॉलेज परिवार के लिए गौरव की बात हैं। नवनियुक्त रेड क्रॉस जिला हरिद्वार नोडल अधिकारी प्रो बत्रा ने बताया कि जिले के सभी शासकीय, अशासकीय तथा निजी महाविद्यालयों में रेड क्रॉस यूनिट्स को स्थापित कर उनके प्रभारी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया इसी क्रम मे 15 अप्रैल को शासकीय तथा अशासकीय महाविद्यालयों के प्रभारियों को एस. एम. जे. एन. पी. जी. कॉलेज में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है ।

 

शिक्षा और समाज सुधार में डॉ भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले का रहा अहम योगदान: श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

हरिद्वार(कुलभूषण) महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आज भारत रत्न डाॅ. भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने सन्देश में श्रीमहंत रविन्द्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले ने भारत की शिक्षा व्यवस्था तथा समाज सुधार की दिशा में अहम योगदान दिया जिसके कारण आज भी सम्पूर्ण राष्ट्र उन्हें याद करता हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने अपने सन्देश में कहा कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर एक समाज सुधारक होने के साथ-साथ, एक अधिवक्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिक और भारतीय संविधान के मुख्य निर्माताओं में से एक थे। उन्होंने आर्थिक एवं सामाजिक असमानता पैदा करने वाली सामाजिक व्यवस्था को खत्म करने की पुरजोर वकालत की। डाॅ. अम्बेडकर का मानना था कि आर्थिक उत्थान के बिना कोई भी सामाजिक एवं राजनीतिक भागीदारी सम्भव नहीं होगी। उन्होने कहा कि महात्मा फुले जैसे महान समाज सुधारको के कारण महिला शिक्षा का उत्थान संभव हो सका हैं।
मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के प्रभारी डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ. अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वत्वपूर्ण कार्य किये गयें हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय की संकल्पना को विस्तार से समझाते हुए बताया कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय की दिशा में किये गये कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर की छात्र मानसी ने डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन वृत पर प्रकाश डाला तथा बी ए के छात्र आदित्य नौटियाल ने डाॅ. अम्बेडकर के शिक्षा सुधार में किये गए कार्यो के बारे में बताया। एम.ए. की छात्रा कु. किरण ने डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन वृत को कविता के माध्यम से समझाया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ मोना शर्मा तथा डॉ मिनाक्षी शर्मा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डाॅ. शिव कुमार चौहान, डॉ मनोज कुमार सोही, दिव्यांश शर्मा, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. अनुरीषा, डाॅ. पल्लवी, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. रेनू सिंह, विनित सक्सेना, डाॅ. पदमावती तनेजा तथा कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित काॅलेज के अनेक शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।

कांग्रेस ने शुरू किया मेरा वोट मेरा अधिकार अभियान

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हरिद्वार, (कुलभूषण)। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से कांग्रेस ने उत्तराखंड में मेरा वोट मेरा अधिकार अभियान की शुरुआत की है। उत्तराखंड मताधिकार संरक्षण समिति के सदस्य पंकज सिंह छेत्री ने प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि अभियान का उद्देश्य मतदाताओं को उनके मताधिकार के प्रति जागरूक करना है। मतदाता सूची निष्पक्षता से बनायी जाएं, मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने या स्थान परिवर्तित करने की प्रक्रिया का पालन किया जाए। पंकज सिंह क्षेत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए मतदाता सूचीयों में हेरफेर कर रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और केदारनाथ चुनाव में मतदाता सूचीयों में गड़बड़ की गयी। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर अधिकारियों ने उत्तराखंड में जनवरी में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव की मतदाता सूचीयों से हजारों लोगों के नाम काट दिए और बाहरी लोगों के नाम जोड़े गए। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों के प्रति पूरे देश में नाराजगी है और मतदाता सूचीयों में गड़बड़ कर भाजपा चुनाव जीत रही है। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि कांग्रेस की और से मतदाताओं के नाम काटे जाने के संबंध में नगर आयुक्त के समक्ष शिकायत दर्ज करायी गयी है। मतदाता सूचीयों में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश प्रताप राणा, राजबीर सिंह चौहान एवं वरूण बालियान ने कहा कि हरिद्वार नगर निगम और नगर पालिका शिवालिक नगर की मतदाता सूचीयों की जांच करने पर कई अनियमितताएं सामने आयी हैं। मतदाताओं का विश्वास बनाए रखने के लिए मतदाता सूची की खामीयों को दूर किया जाए। पत्रकारवार्ता में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर, दीपक टंडन, पूर्व पार्षद राजीव भार्गव, तरूण व्यास, पुनीत, विकास चंद्रा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

शिक्षा और समाज सुधार में डॉ भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले का रहा अहम योगदान: श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

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हरिद्वार (कुलभूषण) महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आज भारत रत्न डाॅ. भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने सन्देश में श्रीमहंत रविन्द्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले ने भारत की शिक्षा व्यवस्था तथा समाज सुधार की दिशा में अहम योगदान दिया जिसके कारण आज भी सम्पूर्ण राष्ट्र उन्हें याद करता हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने अपने सन्देश में कहा कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर एक समाज सुधारक होने के साथ-साथ, एक अधिवक्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिक और भारतीय संविधान के मुख्य निर्माताओं में से एक थे। उन्होंने आर्थिक एवं सामाजिक असमानता पैदा करने वाली सामाजिक व्यवस्था को खत्म करने की पुरजोर वकालत की। डाॅ. अम्बेडकर का मानना था कि आर्थिक उत्थान के बिना कोई भी सामाजिक एवं राजनीतिक भागीदारी सम्भव नहीं होगी। उन्होने कहा कि महात्मा फुले जैसे महान समाज सुधारको के कारण महिला शिक्षा का उत्थान संभव हो सका हैं।
मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के प्रभारी डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ. अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वत्वपूर्ण कार्य किये गयें हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय की संकल्पना को विस्तार से समझाते हुए बताया कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय की दिशा में किये गये कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर की छात्र मानसी ने डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन वृत पर प्रकाश डाला तथा बी ए के छात्र आदित्य नौटियाल ने डाॅ. अम्बेडकर के शिक्षा सुधार में किये गए कार्यो के बारे में बताया। एम.ए. की छात्रा कु. किरण ने डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन वृत को कविता के माध्यम से समझाया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ मोना शर्मा तथा डॉ मिनाक्षी शर्मा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डाॅ. शिव कुमार चौहान, डॉ मनोज कुमार सोही, दिव्यांश शर्मा, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. अनुरीषा, डाॅ. पल्लवी, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. रेनू सिंह, विनित सक्सेना, डाॅ. पदमावती तनेजा तथा कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित काॅलेज के अनेक शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।

अलकनंदा नदी में गिरी थार, पति पत्नी व दो बच्चों व भांजे का शव बरामद

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देवप्रयाग (टिहरी), देवप्रयाग के पास थार के साथ अलकनंदा में गिरे पांच लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। हादसे में सकुशल बची महिला का बेटा, उनकी छोटी बहन व उनके पति, तथा उनके दो बच्चों के शव अब से कुछ देर पहले नदी से बाहर निकाल लिए गए।
यह परिवार मूल रूप से चमोली जिले का रहने वाला है। वर्तमान में फरीदाबाद (हरियाणा) में रह रहा था। वह रिश्‍तेदारी में मेहंदी कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे थे। सभी थार में सवार थे। बदरीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग से करीब 15 किलामीटर श्रीनगर की तरफ बगवान के पास दुर्घटना हुई।
थार करीब ढाई सौ मीटर गहरी खाई में पलटने के बाद कार अलकनंदा नदी में समा गई। कार सवार एक महिला को रेस्‍क्‍यू कर लिया गया। उन्‍हें श्रीनगर बेस अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। तीन बच्‍चों समेत पांच अन्‍य के शव भी बरामद हो गए हैं।
थार सवारों में दो महिला व चार पुरुष शामिल हैं। इनमें महिला अनीता नेगी को रेस्क्यू किया गया है, जबकि महिला का बेटा आदित्य व महिला की छोटी बहन मीनू गुसाई, उसके पति सुनील गुसाई समेत दो बच्चों की मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक सुबह तीन बजे के करीब महिला अनीता नेगी के निवास स्थल रुड़की से रवाना हुए थे। अनीता नेगी के दो बच्चे हैं, जबकि पति आर्मी हैं। अनीता अपनी बहन के परिवार के साथ बड़े बेटे को लेकर शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकली थी। उनकी छोटी बेटी रुड़की में ही है।
मीनू नेगी व उसका परिवार फरीदाबाद में रहता है। गाड़ी मीनू के पति सुनील गुसाई चला रहे थे। ये दोनों बहनें अपनी मौसी के लड़के (भांजे) की शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हो गई। मृतकों में सुनील गुसाई निवासी फरीदाबाद, मीनू पत्नी सुनील, सुजल पुत्र सुनील गुसाई उम्र15 वर्ष, निक्कू 12 वर्ष, आदित्य पुत्र मदन सिंह उम्र 17 वर्ष शामिल हैं।
देवप्रयाग थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि शनिवार सुबह करीब पौने सात बजे स्थानीन लोगों की ओर थाना देवप्रयाग में फाेन के माध्यम से दुर्घटना की सूचना दी गई। देवप्रयाग से कीर्तिनगर की ओर करीब 15 से 16 किमी की दूरी पर बागवान से पहले यह हादसा हुआ है। जहां करीब 250 मीटर गहरी खाई में थार वाहन गिरा था।
घटनास्थल पर सड़क मार्ग ठीक और काफी चौड़ा है। थार वाहन सड़क पर लगे सीमेंट के पैराफिट को तोड़कर अनियंत्रित होकर खाई में गिरा था। संभवत: नींद की झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ होगा। दुर्घटना में थार वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। मौके से एसडीआरएफ की टीम ने महिला को रेस्क्यू कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, हरिद्वार जिले के रुड़की की रहने वाली अनीता (उम्र 55 वर्ष), जो मूल रूप से चमोली की निवासी हैं, अपने परिवार के साथ धारी देवी दर्शन के लिए जा रही थीं। हादसे के वक्त गाड़ी में उनके साथ दो बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष सवार थे। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अनीता को बचा लिया और उन्हें इलाज के लिए श्रीनगर के बेस अस्पताल भेज दिया।
हालांकि, अनीता ने बताया कि गाड़ी में बाकी पांच लोग अभी भी फंसे हुए हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू अभियान में जुटी हैं, लेकिन गाड़ी के नदी में डूब जाने से बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।
थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि लापता पांच लोगों की तलाश जारी है और उन्हें निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में रिकॉर्ड 29.52 गीगावाट की हुई बढ़ोतरी

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नई दिल्ली ,। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में रिकॉर्ड 29.52 गीगावाट का इजाफा हुआ है, जिससे 31 मार्च, 2025 तक देश की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता बढक़र 220.10 गीगावाट हो गई है। यह जानकारी न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा दी गई।
पिछले वित्त वर्ष में रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में तेज विस्तार की वजह सोलर एनर्जी क्षमता में 23.83 गीगावाट का इजाफा होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 15.03 गीगावाट का था।
बयान में कहा गया कि देश में कुल स्थापित सोलर एनर्जी क्षमता अब 105.65 गीगावाट हो गई है, जिसमें ग्राउंड-माउंटेड इंस्टॉलेशन (81.01 गीगावाट), रूफटॉप सोलर (17.02 गीगावाट), हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स के सोलर कंपोनेंट (2.87 गीगावाट) और ऑफ-ग्रिड सिस्टम (4.74 गीगावाट) शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 में विंड एनर्जी क्षमता में भी मजबूत प्रगति देखी गई है और इस दौरान 4.15 गीगावाट क्षमता जोड़ी गई है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2023-24 में 3.25 गीगावाट था।
देश में स्थापित कुल विंड एनर्जी क्षमता बढक़र 50.04 गीगावाट हो गई है।
इसके अतिरिक्त, बायोएनर्जी इंस्टॉलेशन की कुल क्षमता 11.58 गीगावाट तक पहुंच गई, जिसमें ऑफ-ग्रिड और वेस्ट-टू-एनर्जी प्रोजेक्ट्स से प्राप्त 0.53 गीगावाट क्षमता शामिल है।
वहीं, देश में छोटे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स की क्षमता बढक़र 5.10 गीगावाट हो गई है, जबकि 0.44 गीगावाट के और प्रोजेक्ट्स क्रियान्वित किए जा रहे हैं।
एमएनआरई के बयान के मुताबिक, स्थापित क्षमताओं के अलावा, भारत में 169.40 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमताएं कार्यान्वयन के अधीन हैं और 65.06 गीगावाट के लिए टेंडर्स पहले से ही जारी किए जा चुके हैं। इसमें हाइब्रिड सिस्टम, राउंड-द-क्लॉक (आरटीसी) पावर, पीकिंग पावर और थर्मल प्लस आरई बंडलिंग प्रोजेक्ट्स जैसे उभरते समाधानों से 65.29 गीगावाट की क्षमता शामिल हैं।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि एमएनआरई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी के विजन को प्राप्त करने के लिए लगातार इनिशिएटिव ले रहा है। यह निरंतर वृद्धि भारत की जलवायु लक्ष्यों और ऊर्जा सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है और देश भर में रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग को बढ़ाने के लिए सरकार के केंद्रित प्रयासों को रेखांकित करती है।
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प्रदेशवासियों एक बार फिर लगेगा बिजली का झटका

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-बिजली की दरों में 25 से 50 पैसे यूनिट तक वृद्धि

-बीपीएल परिवारों को 10 पैसे यूनिट अधिक देना पड़ेगा

देहरादून, राज्य विघुत नियामक आयोग ने उत्तराखंड में बिजली की दरों में भारी वृद्धि करने की घोषणा की है। पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम नागरिकों को बिजली दरों की यह बढ़ोतरी अब उनकी जेब पर बड़ा बोझ डालने वाली है। नई दरों के अनुसार यह बढ़ोतरी 25 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 50 पैसे प्रति यूनिट तक होगी तथा इस वृद्धि का असर बीपीएल परिवारों पर भी पड़ने वाला है क्योंकि उनको भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक बिल चुकाना होगा। नई दरे 1 अप्रैल से लागू होगी।
नियामक आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में की गई है वृद्धि अलग—अलग स्लैब और क्षेत्रों के लिए अलग—अलग तय की गई है जो 25 पैसे यूनिट से लेकर 50 पैसे यूनिट तक की वृद्धि की गई है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए शुन्य से 100 यूनिट तक 25 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। पहले यह दर 3.40 प्रति यूनिट थी जिसे बढ़ाकर 3.65 कर दिया गया है। 101 यूनिट से 200 यूनिट तक अब 4.90 की जगह 5.25 रुपए प्रति यूनिट देना पड़ेगा। वहीं 201 से 400 यूनिट तक 7.35 की जगह अब 7.80 रुपए प्रति यूनिट देना पड़ेगा। तथा 400 यूनिट से अधिक खर्च करने वालों को 7.35 से बढ़ाकर 7.80 रुपए प्रति यूनिट देना होगा।
नए टैरिफ में फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नई दरों के अनुसार सरकारी संस्थाओं व श्ौक्षणिक संस्थाओं तथा अस्पतालों के लिए 25 किलो वाट तक 30 पैसे प्रति यूनिट तथा 25 किलोवाट से अधिक पर 35 पैसे प्रति यूनिट बिजली दरें बढ़ाई गई है। खास बात यह है कि राज्य के बीपीएल परिवार भी इस बढ़ोतरी से बाहर नहीं रखे गए हैं। राज्य के 4.64 लाख बीपीएल परिवारों को भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक बिजली बिल भुगतान करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि बीते साल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 33 पैसे प्रति यूनिट बिजली दरें बढ़ाई गई थी तथा व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए 42 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी जबकि छोटे उघोगों के लिए 36 पैसे प्रति यूनिट व बड़े उघोगों के लिए 40 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी। इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों के लिए 66 पैसे प्रति यूनिट दरें बढ़ाई गई थी।

शराब की नई दुकानें खोलने पर सरकार की रोक, डीएम को दिए निर्देश

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देहरादून, उत्तराखंड़ में शराब की नई दुकान खोलने वालों को धामी सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। दरअसल जिलाधिकारियों के पास नई दुकानें खोलने के विरोध में कई आपत्तियां दर्ज की गई हैं। आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए ही नई दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया पर दोबारा से विचार करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को निर्देश दिए कि प्रदेश में शराब की नई दुकानें खोलने पर फिलहाल रोक लगा दी जाए।
आपको बता दें कि नई आबकारी नीति के तहत सरकार ने पहले ही धार्मिक स्थलों के आसपास शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने भी निर्देश दिए थे कि शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के आसपास मदिरा की दुकानें नहीं खोली जाएं। शराब की नई दुकानें खोलने के विरोध में जिलाधिकारियों के समक्ष आपत्तियां दर्ज हुई हैं। इन आपत्तियों के चलते मुख्य सचिव ने नई दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में कार्यवाही करने को कहा गया है।

पूर्व सीएम हरीश रावत 15 को मुखबा से करेंगे गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ

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-जन समस्याएं सुनने और जन मुददों पर भी करेंगे चर्च

-14 अप्रैल को पहुंचेंगे उत्तरकाशी

देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 15 अप्रैल को गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा से गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वे जनपद सहित टिहरी और श्रीनगर से देवप्रयाग तक गंगा के किनारे पैदल यात्रा कर जनसमस्याओं को सुनेंगे। वहीं स्थानीय लोगों से वार्ता कर जन मुददों पर भी चर्चा की जाएगी।
गंगा सम्मान यात्रा के संयोजक प्रदीप रावत ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत आगामी 14 अप्रैल को उत्तरकाशी पहुंचेंगे। उसके बाद 15 अप्रैल को मां गंगा के शीतकालीन प्रवासा मुखबा गांव पहुंचेंगे। वहां पर वे गंगा की विशेष पूजा-अर्चना के बाद शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वे हर्षिल, भटवाड़ी, मनेरी, जनपद मुख्यालय में गंगा किनारे पैदल यात्रा करेंगे।
वहीं उसके बाद अगले दिन 16 अक्तूबर को बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद नगरवासियों से जनसंवाद करेंगे। पूर्व सीएम हरीश रावत उसके बाद डुंडा चिन्यालीसौड़ सहित टिहरी जनपद के कांडीसौड़, डोबाराचांठी में ग्रामीणों से मुलाकात कर भेमुंता गांव तक गंगा सम्मान यात्रा करेंगे। अगले दिन 17 अप्रैल को मलेथा तक उनकी यह यात्रा जारी रहेगी। उसके बाद 18 अप्रैल को श्रीनगर सहित अलकनंदा नदी के तटों और भागीरथी अलकनंदा संगम पर देवप्रयाग में यात्रा को समाप्त कर जनसंवाद करेंगे।

जनमानस की समस्या का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता : जिलाधिकारी

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डीएम की फील्ड विसिट, फटकार से आईएसबीटी ड्रेनेज कार्य ने पकड़ी रफ्तार

वर्षों से मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब नहीं होगा जलमग्न

देहरादून, वर्षों से शहर के एन्ट्री प्वांईट आईएसबीटी पर मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब जलमग्न नहीं होगा। सीएम की प्ररेणा से जिलाधिकारी के प्रयासों से आईएसबीटी में स्मार्ट सिटी से नया ड्रेनेज सिस्टम निर्माण का काम शुरू हो गया है और जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा। इसी क्रम में जिलाधिकारी सविन बसंल ने शिमला बाईपास, आईएसबीटी ड्रेनेज कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने कार्य कर रहे कार्यदायी संस्था एवं स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को कार्यों की मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही कार्य कर ठेकेदार को मानवश्रम बढाते हुए दिन-राम की अनुमति के तहत कार्य करयों तथा समयबद्ध कार्यों को पूर्ण करने को निर्देशित किया।
सीएम के निर्देश पर अपनी नवरचित आईएसबीटी ड्रेनेज प्लान को लेकर डीएम सविन गंभीर है इसका ही परिणाम है कि डीएम मौका निरीक्षण और फटकार के बाद ड्रेनेज कार्यों ने तेजी पकड़ ली है। विगत दिवस डीएम ने शहर में संचालित निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित कार्यदायी संस्था तथा ठेकेदारों को धीमी कार्य प्रगति पर फटकार लगाई थी। डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इस वर्ष माननीय सीएम को आईएसबीटी पर जलभराव संकट को लेकर काई विसिट ने करनी पड़े इससे पहले ही वर्षाकाल से पूर्व डेªनेज कार्यों को पूर्ण किया जाए।
आईएसबीटी पर ड्रनेज सुधार हेतु अपूर्व माप की खुदाई हुआ ह्यूम पाइप्स प्रवेशन का कार्य गतिमान है। डीएम ने सख्त निर्देश दिए है कि मावश्रम,मटेरियल, मशीनरी को डबल करें, यह कार्य उनको मई से पूर्व मुक्कमल चाहिए। वर्षों से मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब जलमग्न नहीं होगा इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य गतिमान रखने के निर्देश दिए गए हैं। विगत दिवस डीएम एसपी का बुलेट निरीक्षण आईएसबीटी ड्रेनेज, ट्रैफिक कंट्रोल, फ्लाई ओवर सुधार निर्देशित किया गया है, जिसके क्रम में कार्य तेजी पर हैं। डीएम येन केन स्रोत से रिबॉन्ड टाइम में धरातल पर उतारने में जुटे हैं।
जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी बजट में योजना के निर्माण के साथ ही इसके रखरखाव का प्रावधान भी किया है।
आईएसबीटी में जलभराव की समस्या दूर होने से आम जनता एवं यात्रियों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा। राजधानी देहरादून में जनमानस को सुगम सुविधा मुहैया कराने में जिलाधिकारी सविन बंसल हर स्तर के कार्यों को धरातल पर उतार रहे है और मुख्यमंत्री के संकल्प को सिद्वी तक ले जाने का काम कर रहे है।
जिलाधिकारी के प्रयासों से जहां देहरादून के पौराणिक धरोहरों की तस्वीर संवरने लगी है वही सुगम और सुरक्षित सड़क सुविधा के लिए अभिनव पहल शुरू की गई है। शहर में नव निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्याे के लिए जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी से बजट 10 करोड़ की धनराशि का प्राविधान किया है।