Sunday, June 8, 2025
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फिल्म सिटी नोएडा के मारवाह स्टूडियो में जगदीश लाल पाहवा को किया गया सम्मानित

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हरिद्वार ( कुलभूषण) मारवाह स्टूडियो फिल्म सिटी नोएडा में एक संत महाकुम्भ एवं सहज स्मृति योग पुस्तिका के विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें हरिद्वार के वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा को समाज में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य हेतु ए.ए. एफ.टी. यूनिवर्सिटी मिडिया एवं आर्ट्स के कुलाधिपति संदीप मारवाह एवं सहज स्मृति योग पुस्तिका लेखक गुरुजी नन्दकिशोर द्वारा सम्मानित किया गया साथ ही आई.सी.एम.आई द्वारा पाहवा जी को वर्ल्ड पीस डेवलपमेंट एण्ड रिसर्च फाउंडेशन का लाइफ मेम्बर भी बनाया गया |
कार्यक्रम में मुख्य रूप से निर्मल रत्न वैध तथा हरिद्वार से ग्रीनमेन विजय पाल बघेल (संस्थापक – ट्री ट्रस्ट ऑफ़ इण्डिया), समाजसेवी प्रमोद शर्मा, समाजसेवी दिवाकर गुप्ता, समाजसेवी ओ.पी.सिंह आदि सम्मिलित रहे |

रिम झिम बरसात के चलते बदला मौसम का मिजाज

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हरिद्वार ( कुलभूषण ) तीर्थ नगरी हरिद्वार में शुक्रवार सुबह से हो  रही हल्की हल्की बरसात के चलते तापमान में भारी गिरावट आने से नगर में सर्दी का प्रकोप बढ गया है। दिन भर होती रही बरसात के चलते मौसम का मिजाज बदलने से लोग घरो मे सीमित होकर रह गये । बदलते मौसम के चलते वृद्वजन व छोटे बच्चे सर्दी के चलते घरो में रहे। वही नगर में भी समान्य दिनो की अपेक्षा लोगो की आवाजही बहुत कम देखने को मिली। सडको पर सन्नाटा पसरा दिखायी दिया।
दिन ढलते ही सडके व बाजार सुनसान दिखायी दिये। मौसम के बदले मिजाज ने जहा एक तरफ बच्चो व वुद्वजनो के लिए परेशानी बढायी है। वही लोगो का कहना कि बदले मौसम के मिजाज के चलते दिनभर हुयी बरसात से पिछले काफी दिनो से पड रही सूखी सर्दी से लोगो को राहत मिलेगी। सूखी सर्दी स्वास्थ्य के लिए काफी घातक सिद्व होती है।
बदलते मौसम के चलते वरिष्ठ चिकित्सक डा राजेन्द्र पाराशर ने लोगो से सर्दी से बचने का आहावान करते हुए आवश्यक कार्य होने पर ही घरो से बाहर निकलने की सलाह दी है। उन्होने कहा कि छोेटे बच्चो व वृद्वजनो को सर्दी से बचाव का विशेष ध्यान देना चाहिए।

कडाके की ठंण्ड के बीच चुनावी समर में ताल ठोकने वालो का बढा राजनैतिक पाराWinter Health Care: कड़ाके की ठंड में नहीं होना चाहते बीमार, तो ऐसे रखें  सेहत का ध्यान - Tips to help you stay healthy in Cold Wave

हरिद्वार 27 दिसम्बर (कुलभूषण ) निकाय चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के चलते नगर निगम में महापौर व पार्षदो के पद हेतु आवेदन करने वाले भाजपा व कंाग्रेस के दावेदारो की हलचल बढ गयी है। सर्दी के इस मौसम में भी राजनैतिक गलियारो में तापमान अपने चरम पर है।
विदित हो की नगर निगम हरिद्वार में महापौर सहित साठ वार्डो के पार्षदो हेतु चुनाव होना है। इस चुनावी समर में मुख्य मुकाबला भाजपा व कंाग्रेस के बीच माना जा रहा है। चुनावी समर मंे सपा आम आदमी पाटी व बसपा भी ताल ठोक कर मौदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री आशुतोष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम के विभिन्न साठ वार्डो हेतु 450 आवेदनकर्ता ने अपने आवेदन पत्र प्रस्तुत किये वही महापौर हेतु 18 लोगो ने अपने  आवेदन पत्र जिला भाजपा संगठन को प्रस्तुत किये है। जिनमें से संगठन स्तर पर पार्षदो हेतु 180 आवेदन पत्रो तथा महापौर हेतु पांच आवेदन पत्रों  की संस्तुति करके प्रदेश संगठन को भेजा गया है। जिन पर अन्तिम निर्णय प्रदेश संगठन द्वारा लिया जायेगा। उन्होने कहा कि शानिवार देर रात तक पार्षद पद हेतु व महापौर पद के प्रत्याशी के नामो की सूची प्रदेश संगठन द्वारा जारी किये जाने की संभावना है।
वही प्रमुख विपक्षी दल कंाग्रेस द्वारा भी प्राप्त आवेदन के बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ कंागं्रेस नेता मुरली मनोहर ने बताया कि महापौर हेतु आठ आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से चार का चयन किया गया। तथा पार्षदो हेतु साढे तीन सौ आवदेन पत्र प्राप्त हुए जिनमें से पिच्हत्तर आवेदन पत्रों को संगठन स्तर पर चयन कर प्रदेश समिति को भेजा गया है। जिन पर प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति निर्णय कर चयनित प्रत्याशीयो की सूची जारी करेगी। उन्होने कहा कि शानिवार देर शाम तक प्रदेश संगठन द्वारा सूची जारी किये जाने का अनुमान है।
इसके साथ ही भाजपा व कांग्रेेस दोनो ही दलो के नेताओ ने निगम बोर्ड में अपना बहुमत आने का दावा किया।

ऐसे में चुनावों की सही तस्वीर महापौर व विभिन्न वाडों में प्रत्याशीयो के नामो की सूची जारी होने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगी कि चुनावी समर में किस पार्टी का उम्मीदवार जनता की कसौटी पर खरा उतरने की समार्थ रखता है।
इस बार जनता किस पार्टी के दल को नगर की छोटी सरकार की कमान सौपने जा रही है। यह तो निकाय चुनावों के परिणाम के बाद ही स्पष्ट होगा । फिलहाल सभी राजनैतिक दल अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे।

चुनावी समर में ताल ठोकने वाले कार्यालयो से ला रहे है एन ओ सीNOC का नोटिफिकेशन अभी जारी नहीं हुआ, जिले में बढ़ गए आज से ये Rate - noc  notification has not been issued yet-mobile

हरिद्वार (कुलभूषण) नगर निकाय चुनावी समर में ताल ठोकने वाले उम्मीदवार इन दिनों चुनावी समर में उतरने से पूर्व नगर के विभिन्न सरकारी कार्यालयो के चक्कर लगा कर वहा से अन्नापत्ती प्रमाण पत्र लेने के लिए चक्कर लगा रहे है। जिसके चलते इन दिनों नगर निगम जल संस्थान व विद्युत विभाग में एन ओ सी लेने वाले लोगो की भारी भीड देखने को मिल रही है।
निकाय चुनावों को देखते हुए इन सभी कार्यालयो में एन ओ सी लेने आने वाले लोगो के खातो की जाच कर उन्हे एन ओ सी दी जा रही है। जिसके चलते इन विभागो को लम्बे समय से देय राशि का भुगतान होने के चलते भारी राजस्व की प्राप्ती हो रही है।
नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार दयाल ने बताया कि अभी तक दो सौ से अधिक लोग नगर निगम से एन ओ सी प्राप्त कर चुके है। जिसके चलते इन लोगो द्वारा निगम की देय राशि नगर नगम में जमा कराये जाने के चलते बडी संख्या में नगर निगम को कर वसूली की प्राप्ती हुयी है। जो आने वाले एक दो दिनों में ओर बढने का अनुमान है। वही विद्युत विभाग के अधिशासी अभियन्ता का कहना है कि बडी संख्या में निकाय चुनाव लडने वाले लोगो द्वारा विभाग से एन ओ सी प्राप्त की जा रही है। जिसके चलते विभाग के रूके हुए बिलो का भुगतान मिलने के चलते बकायावसूली में तेजी आयी है। उन्होने कहा कि समान्यता अधिकांश लोगो का भुगतान कोई देय नही है। विभागीय स्तर पर देय की जाच कर एन ओ सी जारी किये जा रही है। वही जल संस्थान का भी कहना हैकि विभागीय स्तर पर आने वाले लोगो के खातो की जाच कर उन्हे एन ओ सी जारी किये  जा रहे है।

श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह में निकली भव्य कलश यात्रा

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देहरादून, नर्मदेश्वर मंदिर समिति द्वारा श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह का आयोजन शुक्रवार से आरंभ हो गया। विजय पार्क क्षेत्र में इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में समस्त क्षेत्रवासियों व भक्तों ने कलश यात्रा का भी आयोजन किया गया। “कलश-यात्रा” कथा स्थल- नर्मदेश्वर महादेव मन्दिर, विजय पार्क से प्रारंभ होकर क्षेत्र के प्रमुख मार्गों से होते हुए कथा-पंडाल तक पहुंची। कलश यात्रा डोल-नगाडों के साथ निकाली गई, जिसमें क्षेत्र की मातृशक्ति ने अपने सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। ढ़ोल की धुन पर क्षेत्र के युवा थिरक रहे थे। इस कलश यात्रा का क्षेत्र वासियों द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।
कलश यात्रा के मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभिनव थापर ने भाग लिया और व्यास जी का सम्मान किया। कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि मंदिर समिति श्रीमद भागवद ज्ञान सप्ताह व कलश यात्रा का आयोजन कराना शुभ संकेत है। इससे क्षेत्र के निवासियों को भगवान के पूजन के साथ-साथ आपसी सौहार्द का भी मौका मिलेगा और ऐसे धार्मिक आयोजन क्षेत्र में निरंतर होने चाहिए।
कलश यात्रा के संयोजक व नर्मदेश्वर मंदिर समिति, विजय पार्क के मुख्य पुजारी – आचार्य शिवम अवस्थी ने बताया कि इस बार नर्मदेश्वर मंदिर ” श्रीमद भागवत ज्ञान सप्ताह ” का आयोजन किया जो 27 दिसंबर से 3 जनवरी तक क्षेत्रवासियों के लिये निरंतर चलेगा। कथा की पूर्णाहुति एवं समापन 3 जनवरी 2025 को किया जाएगा। इस आयोजन में गौरव जोशी, अनिता नौटियाल, उर्मिला परिहार, मीना देवी,सत्यम अवस्थी आदि ने भाग लिया ।

नए साल के जश्न मनाने में ड्रिंक एंड ड्राइव से दूरी बनाए उत्तराखंड के युवा – प्रियंका भट्ट

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उत्तराखंड में स्टार्टअप्स एवं एंटरप्रेन्योरशिप में महिला भागीदारी बढ़ रही है।

डेस्टिनेशन वेडिंग एवं हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में उत्तराखंड के महिलाओं का बढ़ रहा प्रभाव

देहरादून – महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़े रखने एवं नए साल के जश्न मनाने के शुभ अवसर पर “द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” कैफे मसूरी रोड देहरादून में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को”द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” के संस्थापक प्रियंका भट्ट एवं संजय सिंह राणा ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। प्रियंका भट्ट ने कहा उत्तराखंड में महिलाओं को स्वरोजगार करने की दिशा में सरकार द्वारा चलाए गए प्रयास का परिणाम अब आने लगा है। प्रदेश के महिला अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है और अपना स्वरोजगार स्थापित कर रही है। मिसाल के तौर पर मैं खुद एक फौजी अधिकारी की पत्नी हूं एवं मैं अब अपना कैफे “द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” की स्थापना की है और यहां पर लगभग प्रदेश के 30 से 40 लोगों को मैं अपने यहां रोजगार दे रही हूं। मेरा मानना है कि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर एवं डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में प्रदेश में व्यापक स्तर पर रोजगार की संभावना है। “द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” के प्रांगण में आप प्री वेडिंग सूट, मेहंदी, हल्दी एवं डेस्टिनेशन वेडिंग का आयोजन कर सकते हैं। प्रियंका बताती है कि जिस तरह से गुजराती संस्कृति, राजस्थानी संस्कृति, बंगाली संस्कृति में पारंपरिक विवाह होता है इस तरह से हम अब उत्तराखंड में गढ़वाली, जौनसारी एवं कुमाऊनी संस्कृत में भी अन्य लोगों की शादियां करा सकते हैं एवं उत्तराखंड के जो पारंपरिक संस्कृति है उसे हम राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार कर हजारों लोगों को रोजगार का जरिया बना सकते हैं।

“द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” उत्तराखंड के महिलाओं एवं पुरुषों को जो अपने संस्कृति को समृद्ध बनाए रखने में योगदान देना चाहते हैं उसे यह मौका देना चाहती है कि वह हमारे प्रांगण में आकर अपनी लोकगीत एवं लोक नृत्य के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दे सकते हैं एवं “द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” में मौजूद मेहमानों का मनोरंजन एवं अपने संस्कृति से रूबरू कर सकते हैं।”द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” कैफे में लगभग दो से तीन सौ लोगों के बीच की गैदरिंग की जा सकती है जिसमें बर्थडे पार्टी, डेस्टिनेशन वेडिंग, थीम पार्टी, बुक लॉन्च, के साथ-साथ इंडियन, कॉन्टिनेंटल एवं गढ़वाली कुमाऊनी व्यंजन का भी आनंद लिया जा सकता है। वोकल फॉर लोकल के कांसेप्ट को बढ़ावा देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्थानीय रोजगार से जोड़ सकते हैं।May be an image of christmas tree, lighting and text

नए साल के शुभ अवसर पर हम अपने प्रांगण में लोगों के मांगों के अनुसार कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं जिसमें यहां मौजूद मेहमानों को गढ़वाली, कुमाऊनी, राजस्थानी, गुजराती संस्कृति के कार्यक्रम के साथ-साथ व्यंजन भी परोसे जाएंगे। नए वर्ष के शुभ अवसर पर मैं उत्तराखंड के युवाओं से निवेदन करना चाहती हूं कि कृपया आप सभी ड्रिंक एंड ड्राइव को अवॉइड करें एवं नए साल के जश्न को जश्न की तरह मनाए, लेट नाइट ड्रिंक पार्टी, तेज गति से वाहन चलाने जैसे कार्य न करें इससे आप अपने लिए खतरनाक माहौल बनाते ही है साथ ही साथ राह में चल रहे अन्य लोगों के लिए भी यह जानलेवा साबित होता है। “द हाउस ऑफ़ इंडल्जेंस” से जुड़ने के लिए आप हमारे फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पेज के माध्यम से जुड़ सकते हैं।

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जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने नगर निकाय नांमकन कक्षों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा

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रुद्रप्रयाग- जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी पंचस्थानी सौरभ गहरवार ने नगर निकाय निर्वाचन को सफलतापूर्वक एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग एवं नगर पंचायत तिलवाड़ा हेतु तहसील कार्यालय रुद्रप्रयाग में बनाए गए नामांकन कक्ष तहसील रुद्रप्रयाग में एवं नगर पंचायत अगस्त्यमुनि हेतु विकास खंड अगस्त्यमुनि में बनाए गए नामांकन कक्षों का निरीक्षण कर निर्वाचन प्रक्रिया संपादित कराने के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने रिटर्निंग अधिकारी एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निकाय चुनाव में निर्वाचन लड़ रहे प्रत्याशियों को कोई असुविधा एवं परेशानी न हो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशानुसार ही निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रत्याशियों द्वारा नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने व दाखिल करने के समय जो भी दस्तावेज संलग्न किए जाने हैं उनका भली प्रकार से परीक्षण कर लें। उन्होंने नोडल अधिकारी बैरिकेडिंग को भी निर्देश दिए हैं कि नामांकन परिसर में सुरक्षा के दृष्टिगत उचित बैरिकेडिंग करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी को भी किसी प्रकार की असुविधा एवं परेशानी न हो।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कौंडे, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, रिटर्निंग अधिकारी नगर पालिका परिषद आशीष घिल्डियाल, नगर पंचायत ऊखीमठ अनीता पंवार, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट सहित संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद रहे।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन, दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस

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पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. मनमोहन सिंह को तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया है। हालांकि एम्स प्रशासन अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कह रहा है। लेकिन इमरजेंसी विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि गुरुवार शाम अचानक डॉ. मनमोहन सिंह की तबीयत खराब हो गई। 92 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री को एम्स अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लाया गया। उनके अस्पताल में भर्ती होने की वजह फिलहाल पता नहीं चल पाई है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का एम्स में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजुर्गन खरगे कर्नाटक के बेलगावी से दिल्ली के लिए लौट रहे हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा एम्स दिल्ली पहुंच गई हैं। कुछ देर में सोनिया गांधी के भी पहुंचने की खबर है। डॉ. मनमोहन सिंह की बेटी एम्स में मौजूद हैं। एम्स के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हालांकि प्रशासन या डॉक्टर कुछ भी बता नहीं रहे हैं।

गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर दिखेगी उत्तराखंड के साहसिक खेलों की झलक

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  – गणतंत्र दिवस परेड-2025 के लिये उत्तराखण्ड की ‘‘साहसिक खेल‘‘ पर आधारित झांकी का किया गया चयन
  – उत्तराखंड के एडवेंचर स्पोर्ट्स को मिल रही पहचान- सीएम पुष्कर सिंह धामी
देहरादून(आरएनएस)।    गणतंत्र दिवस परेड-2025 के लिये नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित की जाने वाली झांकी में उत्तराखण्ड राज्य ‘‘साहसिक खेल‘‘ (एडवेन्चर स्पोर्ट्स) का भारत सरकार द्वारा अन्तिम चयन कर लिया गया है। यह जानकारी देते हुए महानिदेशक सूचना, बंशीधर तिवारी ने बताया कि माह अक्टूबर, 2024 में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति को कुल 34 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपने-अपने प्रस्ताव भेजे थे, विभिन्न बैठकों में नोडल अधिकारी तथा संयुक्त निदेशक, सूचना, के.एस.चौहान ने विशेषज्ञ समिति के सम्मुख उत्तराखण्ड राज्य की झांकी के डिजायन, मॉडल तथा संगीत का प्रस्तुतीकरण किया था। भारत सरकार द्वारा अपने पत्र दिनांक 21 दिसम्बर, 2024 के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य की झांकी के डिजायन, मॉडल तथा संगीत को उत्कृष्ट पाये जाने के उपरान्त अन्तिम चयन कर लिया गया है।

इस बार उत्तराखण्ड राज्य सहित कुल 15 प्रदेशों की झांकी का गणतंत्र दिवस परेड के लिये अन्तिम चयन हुआ है, जिसमें आन्ध्र प्रदेश, बिहार, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखण्ड, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित चण्डीगढ़ सहित दादर नागर हवेली एवं दमन व दीव केन्द्र शासित प्रदेश का चयन किया गया है।

उत्तराखण्ड राज्य की झांकी में इस बार झांकी के अग्र भाग में प्रसिद्ध ऐपण आर्ट को बनाते हुए उत्तराखंडी परिधान में महिला को दिखाया गया है तथा झांकी के मध्य व पिछले भाग में साहसिक खेलों जैसे रॉक क्लाइम्बिंग, पैराग्लाइडिंग, बन्जी जम्पिंग, हिल साइकलिंग, ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग, औली में स्कीइंग और ऋषिकेश में जिप-लाइनिंग और रॉक क्लाइम्बिंग को दिखाया गया है। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखण्ड राज्य की झांकी आकर्षण का केन्द्र रहेगी।

गौरतलब है कि वर्ष 2003 से 2023 तक उत्तराखण्ड राज्य द्वारा निम्नलिखित झांकियों का प्रदर्शन कर्तव्य पथ पर किया गया है:-
1. वर्ष 2003    – फूलदेई
2. वर्ष 2005    – नंदा राजजात
3. वर्ष 2006    – फूलों की घाटी
4. वर्ष 2007    – कार्बेट नेशनल पार्क
5. वर्ष 2009    – साहसिक पर्यटन
6. वर्ष 2010    – कुम्भ मेला हरिद्वार
7. वर्ष 2014    – जड़ी बूटी
8. वर्ष 2015    – केदारनाथ
9. वर्ष 2016    – रम्माण
10. वर्ष 2018    – ग्रामीण पर्यटन
11. वर्ष 2019   – अनाशक्ति आश्रम (कौसानी प्रवास एवं अनाशक्ति)
12. वर्ष 2021   – केदारखण्ड  (तृतीय स्थान प्राप्त)
13. वर्ष 2022    – प्रगति की ओर बढ़ता उत्तराखण्ड
14. वर्ष 2023    – मानसखण्ड (प्रथम स्थान प्राप्त)

इसके अतिरिक्त 2024 में भारत पर्व के लिये विकसित उत्तराखण्ड झांकी का प्रदर्शन लाल किले पर किया गया था।

’’यह हमारे राज्य के लिए गर्व का विषय है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी का चयन हुआ है। इस बार झांकी में उत्तराखंड की पहचान, प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। हमारा राज्य न केवल अपने आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यह साहसिक खेलों के क्षेत्र में भी अग्रणी है।

मैं झांकी के निर्माण में जुड़े सभी कलाकारों और अधिकारियों को बधाई देता हूं। हम इस झांकी के माध्यम से उत्तराखंड को पर्यटन और एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में और मजबूती से कदम बढ़ाएंगे।’’     –  पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर  दिल्ली आयोजित हुआ सैल्यूट तिरंगा सम्मान समारोह

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ऋषिकेश(आरएनएस)।   सैल्यूट तिरंगा सम्मान समारोह-2024 भारत के दशवें प्रधानमंत्री, भारत रत्न माननीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर दिल्ली में आयोजित किया गया। यह आयोजन न केवल भारतीय राजनीति और समाज के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि भारत की संस्कृति, एकता और गौरव के दृष्टिकोण से भी अभूतपूर्व अवसर है। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के पावन सान्निध्य ने इस कार्यक्रम को और भी गरिमामयी बना दिया।
संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष सैल्यूट तिरंगा, डा राजेश कुमार झा  ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती  का अभिनन्दन करते हुये कहा कि पूज्य स्वामी जी का नाम भारत के प्रमुख संतों में  हैं, उनके नेतृत्व में आयोजित होने वाला प्रत्येक आयोजन आध्यात्मिक दृष्टिकोण से तो महत्वपूर्ण होता ही है, साथ ही समाज व पर्यावरण की सेवा के साथ राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका अद्वितीय है। उन्होंने हमेशा से भारतीय     संस्कृति, पर्यावरण सुरक्षा और सामाजिक समृद्धि हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित किया है। स्वामी जी का योगदान भारत के पारंपरिक मूल्यों के संरक्षण और वैश्विक स्तर पर विस्तार में महत्वपूर्ण रही है। उनका पावन सान्निध्य पाकर हम सभी सम्मानित व गौरवान्वित हैं।
उन्होंने बताया कि अटल तिरंगा सम्मान समारोह का मुख्य उद्देश्य माननीय अटल बिहारी वाजपेयी  की स्वर्ण जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना है। अटल जी का भारतीय राजनीति में अहम स्थान है, और उनकी नीतियों ने देश को नई दिशा दी। इस कार्यक्रम का आयोजन उनके योगदान को याद करने और भारतीय ध्वज, तिरंगे, को लेकर उनके समर्पण के प्रतीक स्वरूप है। तिरंगा भारत के राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है, और अटल जी ने हमेशा इसे अपने दिल से सम्मानित किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा कि हम भारतीय अपनी संस्कृति और धरोहर से ही अपने राष्ट्र की असली पहचान पाते हैं। तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि यह हमारे देश की एकता, विविधता और शक्तियों का प्रतीक है। भारतीय संस्कृति ने हमेशा से विश्व को शांति, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया है। यह तिरंगा हमें हमारे राष्ट्र के प्रति निष्ठा, सम्मान और समर्पण की भावना देता है। स्वामी जी ने यह भी कहा कि भारत की जो विशेषताएं दुनिया से उसे अलग करती हैं, वे उसके लोगों की एकता, सहिष्णुता, साझेदारी की भावना और राष्ट्र व संस्कृति के प्रति समर्पण व प्रेम है।
स्वामी जी इस अवसर पर भारत के माननीय प्रधानमंत्रीश्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराया इसका स्मरण करते हुये कहा कि यह देश की एकता का प्रतीक बन गया, देशवासियों के लिये यह गर्व का क्षण था।
स्वामी जी ने कहा कि अटल जी की सोच भारत को एक महान लोकतंत्र बनाने की थी जो उन्होंने किया भी। उन्होंने राजनीति को सेवा का रूप दिया और अपने कार्यों से भारतीय जनता को प्रेरित किया। अटल जी ने जो विकास की राह दिखाई, वह न केवल सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में  बल्कि उसने राष्ट्र की सामाजिक और आर्थिक समृद्धि की भी नींव रखी। उनके नेतृत्व में भारत ने कई क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मोर्चों पर सफलता प्राप्त की।
डा राजेश कुमार झा और उनकी टीम के नेतृत्व में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल अटल जी के योगदान का स्मरण कराता है बल्कि यह भारतीय जनता की एकता और अखंडता के प्रतीक भी है।
स्वामी जी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों की शहादत को याद करते हुये कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिवस उन साहिबजादों के अद्वितीय  साहस और बलिदान का प्रतीक है, जिन्होंने बेहद कम आयु में धर्म, सम्मान और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। धर्म, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना संघर्ष किया। इन वीर बालकों की शहादत भारतीय इतिहास का गौरव है, जो हमें हमेशा सिखाती है कि सच्चे बलिदानी की कोई उम्र नहीं होती।
स्वामी जी ने इस अवसर पर गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनके साहस को याद किया और उनके द्वारा दिखाई गई निर्भीकता और निष्ठा को भारतीय समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
धर्म, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना संघर्ष किया। इन वीर बालकों की शहादत भारतीय इतिहास का गौरव है, जो हमें हमेशा सिखाती है कि सच्चे बलिदान में कोई उम्र नहीं होती।
स्वामी जी ने कहा सिख कौम बहुत बहादुर कौम है, जो करती है दिल से करती है और देश के लिये जीती हैं तथा देश के लिये ही मरती है। सिखों की बात ही निराली है, कोरोना हो या सूनामी लंगर कभी बंद नहीं हुआ सदैव चलता रहा। पंगत और संगत की जो शक्ति है वह सचमुच अपने आप में एक उदाहरण है। दो योद्धा बालक एक मशाल के रूप में सामने आये हैं, उनकी यह शहादत पूरे देश के लिये प्राणवायु का काम करेंगी।
इस अवसर पर स्वामी जी ने संदेश दिया कि सबको अभिनन्दन परन्तु अपनी  संस्कृति का वंदन। हमें सभी संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए, लेकिन हमें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भी जुड़ा रहना चाहिए। भारतीय संस्कृति की महानता को हम तभी समझ सकते हैं जब हम अपनी जड़ों व मूल्यों से जुड़े रहते हैं और इसे अपने जीवन में अपनाते हैं। हमें अपने पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करते हुए अन्य संस्कृतियों का स्वागत करना चाहिए, ताकि हम अपनी पहचान बनाए रखें और साथ ही एक विश्व नागरिक के रूप में विश्वभर में प्रेम और समझ बढ़ा सकें।
भारतीय संस्कृति का यह विश्वास है कि हर संस्कृति का अपना महत्व है, और हमें अन्य संस्कृतियों का सम्मान करते हुए अपनी संस्कृति को भी गर्व से अपनाना चाहिए। अपनी संस्कृति का वंदन का अर्थ है कि हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को न केवल याद रखें, बल्कि उसे आगे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं। यह हमें न केवल हमारे अतीत से जोड़ता है, बल्कि भविष्य में भी हमें मार्गदर्शन प्रदान करता है।
इस पावन अवसर पर आचार्य दीपक शर्मा  की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश, जस्टिस ढ़ींगरा जी को सम्मानित किया गया।
संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष सैल्यूट तिरंगा, डा राजेश कुमार झा  ने सभी विशिष्ट अतिथियों का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम संयोजक  सच्चिदानंद पोखरियाल , सह संयोजक, रवि चिकारा ,  डा.  मोनीका सिंह ,  नंदन झा,  रोमी चौधरी ,   पायल झा , मदन मोहन पालीवाल, निशा सोलंकी, विकास जी  का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

सामाजिक गतिविधियों मे सक्रिय भूमिका एवं सम्मान स्वरूप प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित

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हरिद्वार-(कुलभूषण) गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 शिवकुमार चौहान को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, नई दिल्ली मे आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के अवसर पर सम्मानित किया गया है। डॉ0 शिवकुमार चौहान को सामाजिक गतिविधियों मे सक्रिय भूमिका एवं जागरूकता कार्यक्रमों के अलावा शिक्षा के क्षेत्र मे किये जा रहे अनुकरणीय कार्यो के संदर्भ मे महाराणा प्रताप शिक्षा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान बिहार के पूर्व सांसद आनन्द मोहन, राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र सिंह तंवर, सुप्रीप कोर्ट के वरिष्ट अधिवक्ता डॉ0 ए0पी0 सिंह द्वारा डॉ0 शिवकुमार चौहान को प्रदान किया गया है। सम्मान प्राप्त करने पर डॉ0 चौहान ने बताया कि महाराणा प्रताप गौरव सम्मान शिक्षा एवं सामाजिक सरोकार से जुडी हस्तियों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। जिसके लिए शिक्षाविद्वों की ज्यूरी द्वारा नामों का चयन किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए इस पुरस्कार के लिए डॉ0 शिवकुमार का चयन किया गया है। कार्यक्रम मे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के महामंत्री अनिल चंदेल, ठाकुर डिम्पल राणा, सुप्रीम कोर्ट मे कृष्ण जन्मभूमि प्रकरण की अधिवक्ता रीना एन0सिंह, दिल्ली पुलिस आयुक्त ए0के0 सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। डॉ0 शिवकुमार चौहान को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह तथा अंग वस्त्र प्रदान करके सम्मानित किया गया।

साईं ग्रेस एकेडमी इंटरनेशनल बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा व शिक्षा सत्र 2025-26 में नई शिक्षा नीति के अनुपालन को सुचारू बनाने के लिए सुझाव

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देहरादून। एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स कमेटी उत्तराखंड की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन साईं ग्रेस एकेडमी इंटरनेशनल, रायपुर में किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. किशोर कुमार पंत ने की। बैठक में प्रदेशभर के निजी विद्यालय प्रबंधकों ने भाग लिया और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।

विद्यालयों के नाम का ट्रेडमार्क: स्कूलों की पहचान सुरक्षित करने हेतु ट्रेडमार्क प्रक्रिया लागू करने की आवश्यकता पर चर्चा, फीस एक्ट का क्रियान्वयनः उत्तराखंड में फीस एक्ट को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रस्ताव, नई शिक्षा नीतिः शिक्षा सत्र 2025-26 में नई शिक्षा नीति के अनुपालन को सुचारू बनाने के लिए सुझाव, ट्यूशन रेगुलेशन एक्टः कोचिंग संस्थानों में डमी छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग, सी-टेट प्रशिक्षित शिक्षकों की कमीः शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए समय और साधन प्रदान करने की आवश्यकता पर चर्चा, आरटीई फीस भुगतानः आरटीई फीस का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारियों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन देने का प्रस्ताव, सरकार से संवादः मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से समस्याओं के समाधान हेतु संवाद स्थापित करने का निर्णय।

प्रमुख प्रतिभागीः बैठक में डॉ. समरजीत सिंह (उपाध्यक्ष), सत्यप्रकाश भटनागर (सचिव), बैक्सटर एलबर्ट, भरत सिंह रावत, महावीर उपाध्याय (संरक्षक), सुरेश चंद्र रमौला, रुद्राक्ष जोशी (कुमाऊं मंडल अध्यक्ष), पी.सी. भट्ट (पिथौरागढ़ जिला अध्यक्ष), गिरीश जोशी, तरुण कुमार सिंह, जगदीश सिंह, प्रकाश कोश्यारी, राजीव गंगवार, चंद्रप्रकाश नौटियाल, सौर्य खंडूड़ी सहित अन्य निजी विद्यालय प्रबंधकों ने भाग लिया। बैठक के दौरान पारित सभी प्रस्तावों को कार्यान्वित करने के लिए एसोसिएशन ने ठोस कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई। शीघ्र ही प्रदेश सरकार के साथ संवाद स्थापित कर निजी विद्यालयों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।