Thursday, May 15, 2025
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श्रीराम मन्दिर प्रांगण त्रिवेणी पुष्प प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और स्वामी चिदानन्द सरस्वती रूद्राक्ष के पौधे का किया रोपण

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💥नवनिर्मित परमार्थ त्रिवेणी पुष्प का माननीय मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश, श्री योगी आदित्यनाथ जी ने किया भ्रमण व दर्शन
☘️श्रीराम मन्दिर की सुन्दर, दिव्य व भव्य प्रतिकृति देखकर हुये गद्गद
ऋषिकेश(कुलभूषण)। नवनिर्मित परमार्थ त्रिवेणी पुष्प, प्रयागराज में उत्तर प्रदेश के  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का आगमन अत्यंत दिव्य और प्रेरणादायक रहा।  मुख्यमंत्री जी ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के साथ इस अद्भुत और सांस्कृतिक स्थल का भ्रमण किया। दोनों दिव्य विभूतियों ने प्लास्टिक मुक्त हरित महाकुम्भ के विषय में विस्तृत चर्चा की।
श्रीराम मंदिर की सुंदर, दिव्य और भव्य प्रतिकृति ने मुख्यमंत्री जी को गद्गद कर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने परमार्थ त्रिवेणी पुष्प को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का उत्कृष्ट स्वरूप बताया।
परमार्थ त्रिवेणी पुष्प, एक ऐसा स्थल है, जहां भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और प्रकृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। यह स्थल भारतीय इतिहास, धर्म, और सांस्कृतिक परंपराओं का जीवंत प्रतीक है। यहां श्रीराम मंदिर की भव्य प्रतिकृति के साथ-साथ भारत की संस्कृति, अध्यात्म, कला के दिव्य दर्शन होते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने परमार्थ त्रिवेणी पुष्प का भ्रमण करते हुए इसके हर पहलू का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, ‘यह स्थल केवल एक मंदिर या संरचना नहीं, बल्कि यह हमारी भारतीय धरोहर और अध्यात्म का जीवंत स्वरूप है। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने का कार्य करेगा।
परमार्थ त्रिवेणी पुष्प का प्रमुख आकर्षण श्रीराम मंदिर की दिव्य प्रतिकृति है। इस प्रतिकृति को इस तरह से निर्मित किया गया है कि यह अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के भव्य स्वरूप का प्रतीकात्मक दर्शन कराती है। मुख्यमंत्री जी ने इस प्रतिकृति का अवलोकन करते हुए कहा, यह मंदिर केवल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण नहीं, बल्कि रामराज्य की भावना और धर्म की स्थापना का प्रतीक भी बनेगा।
स्वामी जी ने मुख्यमंत्री जी को परमार्थ निकेतन के पर्यावरण संरक्षण और गंगा की निर्मलता के लिए चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जानकारी दी।
स्वामी जी ने कहा कि पूरे संत समाज व भारत के लिये सौभाग्य का विषय है कि श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में महाकुम्भ का आयोजन प्रयागराज में हो रहा हैं। महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपराओं, और आध्यात्मिकता का उत्सव है। प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर आयोजित होने वाला यह महापर्व संपूर्ण विश्व के लिए भारत की दिव्यता और अखंडता का परिचायक होगा। उन्होंने कहा, महाकुंभ भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता की गहराई को दर्शाता है। यह आयोजन हमारी जड़ों को मजबूत करता है और पूरे विश्व को शांति, एकता, और सह-अस्तित्व का संदेश देता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने श्रीराम मन्दिर प्रांगण परमार्थ त्रिवेणी पुष्प प्रयागराज में रूद्राक्ष के दिव्य पौधें का रोपण किया।

होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के स्थापना पर सीएम ने ली रैतिक परेड की सलामी

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देहरादून, होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के स्थापना दिवस पर आयोजित भव्य रैतिक परेड की प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सलामी ली । रैतिक परेड में कुल 6 प्लाटूनें सम्मिलित हुईं जिनमें 3 सशस्त्र पुरूष तथा 3 सस्शत्र महिला प्लाटून थी। परेड में गढ़वाल तथा कुमांऊ मण्डलों के जनपदों से आये हुये होमगार्ड्स सम्मिलित हुए। इस परेड के परेड कमाण्डर निर्मल जोशी, जिला कमाण्डेन्ट, पौड़ी, सेकेन्ड इन कमाण्ड नितिन काकेरवाल, जिला कमाण्डेन्ट, अल्मोड़ा तथा परेड ऐडजूटेण्ट चेतन मैठाणी, वैतनिक प्लाटून कमाण्डर, जिला प्रशिक्षण केन्द्र, रूद्रपुर थे। कम्पनी कमाण्डर का कार्य मुकुल राठी, वैतनिक प्लाटून कमाण्डर, ऊधमसिंहनगर तथा प्रीतम सिंह, वैतनिक प्लाटून कमाण्डर, चम्पावत द्वारा किया गया। परेड मेजर का कार्य विनोद कुमार, वैतनिक प्लाटून कमाण्डर, बागेश्वर द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में कमाण्डेन्ट, जनरल, होमगार्ड्स एवं निदेशक, नागरिक सुरक्षा द्वारा विभागीय प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी, जिसमें विभाग के विगत 01 वर्षों में विशेष रूप से विभागीय भूमि आवंटन, भवन निर्माण कार्य, चारधाम हैल्पडेस्क, निर्वाचन ड्यूटी आदि किये गये महत्वपूर्ण कार्यो का वर्णन किया गया।
मुख्यमंत्री द्वारा विभाग हेतु संदेश एवं घोषणाओं को पढ़ा गया, जिसके अंतर्गत होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के लिये निम्न घोषणायें की गयी हैं :
पुलिस कार्मिकों एवं एन0डी0आर0एफ0 की भांति 9000 फिट से अधिक ऊचांई पर ड्यूटीरत होमगाडर्स स्वयंसेवकों को रू 200 प्रतिदिन/प्रति जवान प्रोत्साहन राशि अनुमन्य किये जाने की घोषणा की गयी है।
होमगार्ड्स विभाग में 60 वर्ष की अधिवर्षता आयु पूर्ण करने के उपरान्त सेवापृथक होमगार्ड्स स्वयंसेवकों को कल्याण कोष से आर्थिक सहायता राशि रू0 50,000/- बढ़ाये जाने की घोषणा की गयी।
होमगार्ड्स विभाग में राजपत्रित/अराजपत्रित अधिकारियों को लागू प्रतिवर्ष वर्दी भत्ता दिये जाने की घोषणा की गयी। एस0डी0आर0एफ0 जवानों के साथ प्रशिक्षित होमगाडर्स तैनात होने पर रू 100 प्रतिदिन/प्रति जवान प्रोत्साहन राशि अनुमन्य किये जाने की घोषणा की गयी है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा कु0 प्रतिक्षा डंगवाल पुत्री श्री सुरेन्द्र दत्त डंगवाल, वैतनिक निरीक्षक, होमगार्ड्स रूद्रप्रयाग, को एमबीबीएस कोर्स हेतु रू0 20,000/- छात्रवृत्ति तथा श्री अभय वर्मा पुत्र हो0गा0 2195 श्री गिरवर कुमार, जनपद देहरादून को 12 वीं कक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने पर होमगार्ड्स कल्याण कोष से 12,000/- रू0 की छात्रवृत्ति कल्याण कोष से प्रदान की गयी।
राज्य में प्रथम बार महिला एवं पुरूष होमगाडर्स स्वयंसेवकों द्वारा निःशस्त्र युद्ध/आत्मरक्षा (Unarmed Combat/Self Defence) का प्रशिक्षणोंपरान्त माननीय मुख्यमंत्री जी एवं अन्य विशिष्टगणों के सम्मुख प्रदर्शन किया गया।
होमगाडर्स जवानों का मोटरसाईकिल दस्ता ‘दहाड़’ जिसमें महिला एवं पुरूष होमगाडर्स जवानों द्वारा प्रतिभाग करते हुये उच्चकोटि के 18 कलाओं का प्रदर्शन माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री द्वारा कमाण्डेन्ट जनरल होमगार्ड्स एवं निदेशक, नागरिक सुरक्षा, उत्तराखण्ड डॉ. पीवीके प्रसाद, आई.पी.एस. के नेतृत्व में विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की विशेष सराहना की गयी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा विभाग की स्मारिका-2024 एवं विभागीय कलैण्डर-2025 का विमोचन भी किया ।

इस अवसर पर शैलेश बगौली सचिव गृह, उत्तराखण्ड शासन, दीपम सेठ, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, खजानदास, विधायक, राजपुर, उमेश शर्मा काऊ, विधायक, रायपुर, आदि गणमान्य अधिकारी, समाजसेवी, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी, सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारी, स्थानीय जनता उपस्थित थे ।

जौनसारी फिल्म “मैरै गांव की बाट” समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं की साकार प्रस्तुति

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देहरादून, उत्तराखंड़ की पहली जौनसारी फीचर फिल्म मैरै गांव की बाट का सेंट्रियो मॉल में शुभारंभ हुआ। चकराता विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व मंत्री नारायणसिंह राणा ने संयुक्त रूप से फिल्म का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में दर्शकों का जनसैलाब उमड़ा, जिन्होंने फिल्म को लेकर उत्साह और गर्व प्रकट किया।
फिल्म में जौनसार-बावर की समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है, यह फिल्म पहले ही क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है। देहरादून में प्रीमियर के दौरान दर्शकों की भारी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि इस फिल्म को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्सुकता है। यह जौनसार-बावर की पहली फीचर फिल्म है, जो क्षेत्र की विशिष्ट पहचान, खानपान, लोक कला, और संयुक्त परिवार की महत्ता पर आधारित है। फिल्म में रिवर्स पलायन जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है।
फिल्म का निर्माण आयुष गोयल ने किया है और निर्देशन का कार्यभार अनुज जोशी ने संभाला है। मुख्य भूमिकाओं में अभिनव चौहान और प्रियंका ने प्रभावशाली अभिनय किया है।
चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने उद्घाटन समारोह में फिल्म को क्षेत्रीय संस्कृति के प्रचार और संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह फिल्म न केवल जौनसार-बावर की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का काम करेगी, बल्कि इसे देश-विदेश तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।
दर्शकों ने फिल्म की कहानी, क्षेत्र की नैसर्गिक सुंदरता और कलाकारों के अभिनय की भूरि-भूरि प्रशंसा की। फिल्म मैरै गांव की बाट न केवल जौनसार-बावर बल्कि पूरे उत्तराखंड की पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा करती है। यह प्रयास क्षेत्रीय सिनेमा के लिए एक प्रेरणा बन सकता है।

12 दिसम्बर से देहरादून में राज्य सरकार को 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्पो आयोजित होगा

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देहरादून, 07 दिसम्बर। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज इंदर रोड़ में फाइटोकेमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता एवं संभावनाओं पर संगोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने संस्थान द्वारा विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों पर किए गए शोधों का अवलोकन और संस्थान की स्मारिका का अनावरण भी किया।

मंत्री बोले – उत्तराखंड में आयुर्वेद की अपार संभावनाएं, फाइटोकेमिस्ट्री से रोजगार के खुलेंगे द्वार।*

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली है, जो प्राकृतिक और पारंपरिक तरीकों से स्वास्थ्य और सुखद जीवन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। आयुर्वेद रोग प्रबंधन के तहत प्राकृतिक उपचार, व्यक्तिगत उपचार, स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती, मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन एवं मानसिक संतुलन के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में आयुर्वेद की सम्भावनाएं बहुत व्यापक हैं। प्रदेश में आयुर्वेद की पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करने की आवश्यकता है, जो कि स्थानीय समुदायों में पीढ़ियों से चला आया है। उन्होंने कहा कि समृद्ध वनस्पति और जैव विविधता का उपयोग नई दवाओं की खोज में किया जा सकता है। सरकार, राज्यवासियों के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को प्रसारित करने का काम कर रही है ताकि प्राकृतिक और सुरक्षित चिकित्सा विकल्प प्राप्त हो सकें।
उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से भी यह अत्यधिक लाभदायक है, जहां एक ओर रोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि आगामी 12 दिसम्बर से देहरादून में होने वाले आयुर्वेदिक उत्सव और समारोह से लोगों को आयुर्वेदिक ज्ञान और संस्कृति के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। इसी वाक्य को साकार रुप देते हुए राज्य सरकार को 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्पो आयोजित करने का अवसर प्रदान हुआ है, जो इसी माह में देहरादून में आयोजित होना है। यह हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री धामी आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति में उपयोग में लाकर भी फाइटोकेमिस्ट्री की तरफ कार्य किया जा सकता है। फाइटोकेमिकल्स का निर्माण करने से रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं और इसके निर्यात से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। नई फाइटोकेमिकल्स की खोज करने से नए चिकित्सीय और औद्योगिक अनुप्रयोगों को विकसित करने में मदद मिलेगी।
फाइटोकेमिस्ट्री पौधों में पाए जाने वाले रासायनिक यौगिकों का अध्ययन है। यह विज्ञान की एक शाखा है जो पौधों में पाए जाने वाले यौगिकों की रचना, गुणों और कार्यों का अध्ययन करती है। इनमें दवाओं का विकास, पोषण एवं स्वास्थ्य, कृषि एवं पौध संरक्षण सहित पर्यावरण संरक्षण जैसी अहम विषयों का अध्ययन किया जाता है।
इस अवसर पर चेयरमैन, डॉ. एस फारुक, डॉ. आई.पी सक्सेना, डॉ.शिवानी पाठक, डॉ.शिखा सक्सेना, हिम्मत सिंह सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रही।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया मल्लिकार्जुन स्कूल लोहाघाट का लोकार्पण

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मल्लिकार्जुन स्कूल लोहाघाट का दीप प्रज्वलित कर लोकार्पण करते हुए कहा कि शहर के बच्चे को बेहतर शिक्षा देना हमारा उदेश्य होना चाहिए उन्होने कहा कि यह विद्यालय स्व. मल्लिकार्जुन जोशी जी द्वारा इस क्षेत्र में बच्चों को उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए जो परिकल्पना की गई थी उस परिकल्पना को साकार करने की दिशा की प्रयासरत है। उन्होंने कहा की विद्यालय कि प्रयोगशाला में बच्चों ने बहुत ही शानदार प्रयोग का प्रदर्शन किया है इसके लिये उन्होने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मल्लिकार्जुन विद्यालय के बच्चे हमारा भविष्य हैं। इनमें से कोई डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, पत्रकार,  प्रशासनिक सेवा में जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में भी वे जाएंगे उन क्षेत्रों को नेतृत्व देने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिक शिक्षा माता-पिता से प्रारंभ होती है उसके बाद बच्चों को शिक्षा, संस्कार, व्यक्तित्व का विकास विद्यालय द्वारा किया जाता है। शिक्षण संस्थान बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था किसी भी समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण आधार स्तंभ है। बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिस नए विद्यालय का लोकार्पण हुआ है उम्मीद है कि शिक्षा के क्षेत्र में और तेज गति से हमारे छात्र-छात्राओं को रोजगार परक शिक्षा देकर एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उनको सफलता प्राप्त करने में सहायता करेंगे। उन्होंने नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति आने से शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलना प्रारंभ हुआ है जिससे बच्चों और युवाओं में निश्चित रूप से एक वैज्ञानिक सोच का भी विकास होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने स्कूली शिक्षा में नई शिक्षा नीति को लागू किया है। उन्होने कहा कि 11वीं शताब्दी तक हमारी प्राचीन भारतीय शिक्षा का जो गौरव था वह अपने चरम पर था जब दुनिया के लोग शिक्षा व्यवस्था के बारे में नहीं जानते थे तब हमारे देश ने पूरे विश्व को ज्ञान विज्ञान की शिक्षा देने का काम किया। उस समय हमारे देश में नालंदा व तक्षशिला और विक्रमशिला जैसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के रूप में शिक्षा के केन्द्र थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा प्राचीन शिक्षा के समग्र दृष्टिकोण को फिर से प्राथमिकता देकर प्राचीन भारतीय शिक्षण प्रणाली के गौरव को पुनःस्थापित करने में लिया गया एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए अपने विकल्प रहित संकल्प को पूरा करने के लिए वह प्रतिबद्ध है। जब शिक्षकों द्वारा हमारे छात्र छात्राएं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी तभी यह हमारा संकल्प पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने बच्चों को देश के उज्ज्वल भविष्य की नींव बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि जब भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे तो भारत दुनिया में विकसित भारत के रूप में पहचान बनायेगा विकसित भारत का संकल्प लेकर भारत पूरे विश्वगुरु के रूप में उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र शिक्षा को अपने जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता बनाए जब छात्र व छात्राएं आगे बढ़ते है तो उससे माता-पिता, शिक्षकों, स्कूल और क्षेत्र का नाम रोशन होता है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस पर्वतीय/सीमांत क्षेत्रों से नौजवान निकलकर पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन कर नए कीर्तिमान स्थापित करने का काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की आज अनेक ऐतिहासिक फैसलों के लिए पूरे देश में एक मॉडल के रूप में पहचान बन रही है। उन्होंने कहा कि परिक्षाओं के पहले नकल के कारण से हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। परीक्षा उपरांत अखबारों में छप जाता था कि परीक्षा में धांधली हुई है। परिणाम में जिनका नाम आना चाहिए चयन सूची में उनका नाम नहीं आता था। लगातार गरीब माता-पिता के बेटे और बेटियों का हौसला कम हो रहा था। राज्य सरकार ने दिशा की पहल कर पूरी तरह से नकल के विरूद्ध कड़े निर्णय लेते हुए देश का सबसे कठोर नकलरोधी कानून बनाया। इस कानून के तहत नकल में पकड़े जो भी व्यक्ति चाहे छोटा हो बड़ा हो कोई अधिकारी क्यों न हो उसके खिलाफ हमने कड़ी कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नकल माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर 100 से अधिक लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है साथ ही तय किया है कि कोई भी गरीब माता-पिता के बेटे और बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा और उनकी मेहनत और  लग्न पर डाका डालेगा उसपर नकलरोधी कानून के तहत कड़ी कार्रवाई करेंगे। इस कानून में उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान किया है। राज्य सरकार द्वारा तीन साल में 19 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न करवा कर युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हित में सरकार ने अनेक निर्णय लिए जा रहे हैं राज्य में समान नागरिक संहिता का कानून बनकर तैयार हो गया है जिसे जल्दी ही लागू करने के साथ ही सशक्त भूकानून हेतु भूमाफियाओं पर नकल कसने का काम भी सरकार कर रही है,इसकी शुरुआत कर दी है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बैठक करके सभी जिलाधिकारी व एसडीएम को यह निर्देश दिए हैं कि  अपने-अपने स्तर से सबसे सुझाव लेकर अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करें राज्य सरकार शीघ्र ही सभी की भावनाओं के अनुरूप एक सशक्त भूकानून बनाएगी।
उन्होंने कहा कि आज हम विकास के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं विकास के क्रम में आज हमारा उत्तराखंड राज्य नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्य में पूरे देश में पहली रैंक पर आया है। उत्तराखंड राज्य बेरोजगारी दर के मामले में राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ा है। उत्तराखंड में बेरोजगारी दर 13.4 प्रतिशत से घटकर 9.4 प्रतिशत पर आ गई है जिसमें हमने 4.4 प्रतिशत की कमी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय के बाद राज्य की बहुत सारी परियोजनाओं को आज भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। इन योजनाओं में पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रुद्रपुर में मेडिकल कॉलेज और उधमसिंह नगर में एम्स बन रहा है। देश के अंदर बनने वाले 12 औद्यौगिक आस्थानों मे से एक उत्तराखंड राज्य को भी मिला है जिसका कार्य प्रारंभ हो रहा है, औद्योगिक स्मार्ट सिटी बनने से उत्तराखंड राज्य के 1 लाख नौजवानों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रही है, महिलाओं के आर्थिक उन्नयन के लिए हाउस आफ हिमालय ब्रांड प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने प्रारंभ किया है।

कांग्रेस  देश व  समाज को जातिवाद और तुष्टिकरण करके खंडित करना चाहती

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देहरादून । भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने विपक्ष पर निशाना साधा है कि जो संसद चलनी चाहिए उसे ये चलने नहीं देते और जहां शांति व्यवस्था के लिए जाना नहीं है वहां जाने की दौड़ लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, ये दौड़ नहीं बल्कि होड़ हैं संभल में अपने पत्थरबाज वोटरों को अपने अपने पक्ष में संभालने की। पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर भी कहा, संवैधानिक संस्थाएं, न्यायपालिका, पत्रकारिकता और जनता पर हमला करना इनकी रणनीति का हिस्सा है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों पर हमले को लेकर पूछे सवालों का जवाब देते हुए श्री गौतम ने कहा, विपक्ष देश व समाज को जातिवाद और तुष्टिकरण करके खंडित करना चाहती है। इस टुकड़े टुकड़े गैंग की सरगना कांग्रेस लगातार ऐसे कारनामों को अंजाम देती आ रही है। इसके लिए चाहे मीडिया हो, संविधान हो, न्यायपालिका कार्यपालिका और चाहे संवैधानिक संस्था या जनता, कांग्रेस पार्टी सबका अपमान लगातार करती रहती है। यह सब इनके विचारों और संस्कारों का हिस्सा है। ऐसे में समय-समय पर तमाम संस्थाएं इनको जवाब देती रहती है। यही वजह है कि इससे विचलित होने के बाद उनकी टुकड़े टुकड़े सोच ऐसी घटनाओं में सामने आती हैं।
संभल नहीं जाने देने को लेकर उन्होंने पूछा, वे वहां किस से मिलेंगे, क्योंकि इससे पूर्व वे मणिपुर भी गए थे और वहां आग लगा कर आए। वे किसी से मिलने जा रहे हैं तो उन पत्थरबाजों से जिन्होंने वहां का अमन चैन खराब करने का काम किया है। अब जब वहां सब कुछ ठीक होने जा रहा है तो कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष को हजम नहीं हो रहा है। हैरानी की बात हैं कि कांग्रेस संसद नहीं चलने दे रही है, जिसका चलना बेहद जरूरी है।  10 साल से कोई भी संसद सत्र, जिसमें लोगों की मेहनत की कमाई लगती है उसको यह कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। आज देश के सामने अनेकों चुनौतियां हैं उन सब का मुकाबला करना है। उस सब को लेकर कोई सुझाव है तो सामने लाना चाहिए । लेकिन विपक्ष कभी सामने नही आएगा क्योंकि उन्हें राजनीति करनी है। संभल को लेकर विपक्ष के बीच मुस्लिम वोट बैंक को लेकर रस्साकसी चल रही है। सभी जानते हैं कि वहां 10 दिसंबर के बाद की भी वहां जा सकता है लेकिन वोट बैंक खिसक न जाए इसके लिए सभी में होड लगी है। इन्हें न संविधान की चिंता है, न संसद की चिंता है और न ही जनता की चिंता है। इन्हें चिंता सिर्फ और सिर्फ अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक की है। इनके मणिपुर जाने के रास्ते में बंगाल नहीं पड़ता, यूपी में बहराइच नहीं पड़ता है, देश में कर्नाटक, केरल, राजस्थान नहीं पड़ता है। इनके लिए समाज में शांति और सद्भाव चाहे न रहे लेकिन पत्थरबाजों को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।

बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी ने देश में संविधान निर्माण कर हर नागरिक को समान अधिकार-मुरली मनोहर

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हरिद्वार(कुलभूषण) जिला महानगर कांग्रेस कमेटी हरिद्वार द्वारा बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित कर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग और स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी ने देश में संविधान निर्माण कर हर नागरिक को समान अधिकार दिये और महिलाओं को पहली कलम से वोट का अधिकार दिया,
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता राजबीर सिंह और पूर्व अध्यक्ष ओपी चौहान ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी ने देश ही नहीं पूरे विश्व में भारतीय संविधान का लोहा मनवाया,
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता मनोज सैनी और यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैश खुराना ने कहा कि आज महापरिनिर्वाण दिवस पर हम यह संकल्प लें कि आज जब देश में संवैधानिक अधिकारों पर प्रहार किया जा रहा है तो हम मजबूती से संविधान के ध्वजवाहक बन उसकी रक्षा करें यह ही बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी,
गोष्ठी को संबोधित करते हुए निवर्तमान पार्षद इसरार सलमानी और श्रमिक नेता वीरेंद्र श्रमिक ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनको सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि देश में संविधान के मूल्यों की रक्षा की जाए और देश के संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा कर नागरिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी,
गोष्ठी में मुख्य रूप से मनोज जाटव,बीएस तेजियान,अशोक गुप्ता , नरेंद्र उपाध्याय, कैलाश प्रधान,निवर्तमान पार्षद शहाबुद्दीन अंसारी,रियाज अंसारी,आकिब मंसूरी, हरजीत सिंह,विकास गुप्ता, प्रकाश जोशी आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।।

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में वार्षिक खेलकूदोत्सव सम्पन्न,रमन सदन के धावकों ने परचम लहराया

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देहरादून 06 दिसम्बर पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज वार्षिक खेलकूदोत्सव सम्पन्न हुआ , इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में विनोद कुमार पोखरियाल, प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय भारतीय एथलीट उपस्थित रहे। विद्यालय की प्राचार्या बसंती खंपा ने मुख्य अतिथि विनोद कुमार पोखरियाल का हरित स्वागत किया, अपने संबोधन में मुख्य अथिति अंतराष्ट्रीय एथलीट विनोद पोखरियाल ने बच्चों को मेहनत करके देश और अपना नाम ऊंचा करने की सलाह दी , उन्होंने कहा उन्हें गर्व का एहसास होता है कि वह भी केंद्रीय विद्यालय के छात्र रह चुके है और केवीयन परिवार से है ! विद्यालय की प्राचार्या बसन्ती खम्पा ने बच्चों को संबोधित करते हुए पूर्व छात्र और आज के मुख्यअथिति विनोद पोखरियाल के विद्यालय आगमन पर हर्ष व्यक्त करते हुए बच्चों को उनके जीवन से प्रेणा लेने के लिये प्रेरित किया ! मुख्य अतिथि के स्वागत मार्च पास्ट के पश्चात फिट इंडिया स्कूल सप्ताह के तहत खेल प्रतियोगिताओं को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से खेलने के साथ साथ स्वस्थ एवं फिट रहने प्रतिज्ञा ली !
वार्षिक खेल- कूद दिवस में खेलकूद एवं फिटनेश के प्रति जागरूकता तथा प्रतियोगिता स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से इस उत्सव का आयोजन विद्यालय के क्रीडाआँगन में किया गया | प्राथमिक एवं माध्यमिक विभाग के बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई जिसमें बच्चों ने नेपाली नृत्य, योग आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि द्वारा बच्चों को खेल और इससे होने वाले लाभ के बारे में बच्चों को बताया !
प्राथमिक कक्षाओं की दौड़ में आरव, प्रशांत नेगी, वेदिका डोभाल, रिद्धि यादव , पल्लवी ने गोल्ड पदक जीता।
माध्यमिक विभाग में काजल, रिया,
शिवांगी, अभिनव , स्नेहा शौर्या , एकता, आर्ची, ने गोल्ड पदक हासिल किए। 400 मीटर दौड़ में मयंक और कक्षा नौवीं के नीतीश कुमार ने गोल्ड पदक हासिल किया। 600 मीटर की दौड़ में कक्षा दसवीं के आदित्य कक्षा ग्यारह के और कक्षा बारहवीं के अमितेश टैगोर सदन ने गोल्ड पदक हासिल किए।
इस मौके पर विद्यालय के अध्यापक और अध्यापिकाओं की दौड़ करवाई गई जिसमें कपिल कुमार , त्रिवेणी, प्रवीण कुमार, और भानुप्रिय , इंदू और हिमानी मेहता ने स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त किया । अभिभावकों की दौड़ करवाई गई जिसमें नीलम रावत, ने गोल्ड पदक जीता। विशेष बच्चों के लिये आयोजित रेस में शिवम ने गोल्ड एवं स्पर्श गुरंग ने सिल्वर मेडल प्राप्त किया !

विभिन्न खेल स्पर्धाओं के विजेता एवं उपविजेता बच्चों को गोल्ड , सिल्वर एवं कांस्य पदक से मुख्य अतिथि विनोद पोखरियाल एवं विद्यालय की प्राचार्या बसंती खम्पा ने नवाजा!
वार्षिक खेलकूद उत्सव में रमन सदन ने 255 अंकों के साथ प्रथम एवं 180 अंकों के साथ शिवाजी सदन ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया !
इस अवसर पर खेल प्रभारी डी एम लखेड़ा , उपप्राचार्य मनीषा मखीजा,मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल , सीमा श्रीवास्तव , देवेंद्र सिंह,गौरव रावत, राना कादिर, दीपमाला, अरविन्द कुमार, घनश्याम दास गुप्ता, ऋचा महेंद्रू, नवीन,कपिल कुमार, विनोद कुमार, कोच सुमित कुमार, रचनापंत , दमयंती खनका, हिमानी,प्रीति यादव, इंदू, जव्वाद, रिकी, आदि शिक्षक उत्सव की शोभा बढ़ा रहे थे ।

मार्च तक निर्बल वर्ग के लिए तैयार होंगे 16 हजार किफायती घर

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   – उत्तराखंड आवास विकास परिषद 15 आवासीय परियोजनाओं पर कर रहा है काम
   – एमडीडीए देहरादून में तीन आवासीय परियोजनाओं में बना रहा है 704 फ्लैट
देहरादून(आरएनएस)।   सर के ऊपर पक्की छत का सपना, हर कोई देखता है। पर जमीन से लेकर निर्माण की लागत के कारण लाखों लोग इस सपने को पूरा करने से वंचित रह जाते हैं। उत्तराखंड आवास विकास परिषद और एमडीडीए इसी क्रम में निर्बल आय वर्ग वाले परिवारों के लिए करीब 16 हजार किफायती घरों का निर्माण कर रहे हैं।
उत्तराखंड आवास विकास परिषद राज्य बनने के बाद पहली बार अपनी आवासीय परियोजनाओं पर काम कर रहा है। परिषद 15 परियोजनाएं निजी निवेशकों के साथ तैयार कर रहा है, जिसमें कुल 12,856 आवास शामिल हैं। जबकि शेष पांच संबंधित विकास प्राधिकरणों द्वारा विकसित की जा रही हैं, प्राधिकरणों के जरिए कुल 3104 आवास तैयार किये जा रहे हैं। अपर आयुक्त आवास पीसी दुम्का के मुताबिक अब तक निजी भागीदारी के साथ 1760 घर बनाते हुए लाभार्थियों को सौंपे जा चुके हैं, जबकि 14635 आवासों का आबंटन भी किया जा चुका है। शेष सभी परियोजनाओं को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
लाभार्थी को ढाई लाख में मिलता है घर
योजना के तहत निजी निवेशक छह लाख रुपए की लागत से दो कमरे, किचन और शौचालय जैसी सुविधाओं से युक्त घर तैयार करता है, जिसमें से उन्हें केद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से साढ़े तीन लाख रुपए मिलते हैं, इस तरह लाभार्थी को महज ढाई लाख रुपए की लागत में आसान होम लोन के जरिए घर मिल जाता है। इसमें जमीन सहित निर्माण का समस्त खर्च निजी निवेशक द्वारा उठाया जाता है। योजना के तहत तीन लाख रुपए से कम सालाना आय वर्ग वाले आवासहीन परिवार पात्र होते हैं। साथ ही पात्र परिवार का 15 जून 2015 से पहले उत्तराखंड का निवासी होना भी जरूरी है।
एमडीडीए की तीन परियोजनाएं
योजना के तहत मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ट्रांसपोर्ट नगर में 224, तरला आमवाला में 240 फ्लैट वाली परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि धौलास में 240 फ्लैट मार्च 2025 तक तैयार हो जाएंगे। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मुताबिक परियोजना के लिए लाभार्थियों का चयन पारदर्शिता के साथ किया गया है। तय समय में सभी को फ्लैट की चाबी सौंप दी जाएगी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अंत्योदय के लक्ष्य को केंद्रित करते हुए, पीएम आवास योजना लागू की है। इसके तहत आवासहीन परिवारों को पक्का घर बनाकर दिया जा रहा है। उत्तराखंड में आवास विकास प्राधिकरण ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।     – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री की रूफटॉप सोलर योजना के तहत 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन, 6.34 लाख पैनल हुए इंस्टॉल

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नई दिल्ली, । संसद में दिए गए एक बयान के अनुसार, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत करीब 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन और 6.34 लाख इंस्टॉलेशन पूरे किए गए हैं।
इस योजना को प्रधानमंत्री ने वित्त वर्ष 2027 तक आवासीय क्षेत्र में 1 करोड़ रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन हासिल करने के उद्देश्य से शुरू किया है, जिसके लिए 75,021 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और बिजली राज्य मंत्री (एमओएस) श्रीपद नाइक ने राज्यसभा को एक लिखित जवाब में बताया कि राष्ट्रीय पोर्टल ने कुल 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन, 26.38 लाख आवेदन और 6.34 लाख रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की सूचना दी है।
एमओएस के अनुसार, 3.66 लाख आवेदकों को सब्सिडी जारी की गई है और इसे नियमित रूप से 15 से 21 दिनों के भीतर जारी किया जाता है।
गुजरात में इस पहल के तहत सबसे अधिक 2,86,545 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। महाराष्ट्र में 1,26,344 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 53,423 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं।
राज्य मंत्री नाइक ने कहा कि मंत्रालय आरईसी, डिस्कॉम और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के साथ साझेदारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य योजना के सफल कार्यान्वयन के रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती का समाधान करना है।
पीएम मोदी ने उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए रूफटॉप सोलर योजना शुरू की थी।
75,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली इस परियोजना का लक्ष्य हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध करवा कर 1 करोड़ घरों को रोशन करना है।
लोगों के बैंक खातों में सीधे दी जाने वाली पर्याप्त सब्सिडी से लेकर भारी रियायती बैंक ऋण तक, केंद्र सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों पर लागत का कोई बोझ न पड़े।
इस योजना को जमीनी स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए, शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों को अपने अधिकार क्षेत्र में रूफटॉप सोलर सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
साथ ही, इस योजना से लोगों की आय में वृद्धि, बिजली बिल में कमी और रोजगार सृजन हो रहा है।