– उत्तराखंड आवास विकास परिषद 15 आवासीय परियोजनाओं पर कर रहा है काम
– एमडीडीए देहरादून में तीन आवासीय परियोजनाओं में बना रहा है 704 फ्लैट
देहरादून(आरएनएस)। सर के ऊपर पक्की छत का सपना, हर कोई देखता है। पर जमीन से लेकर निर्माण की लागत के कारण लाखों लोग इस सपने को पूरा करने से वंचित रह जाते हैं। उत्तराखंड आवास विकास परिषद और एमडीडीए इसी क्रम में निर्बल आय वर्ग वाले परिवारों के लिए करीब 16 हजार किफायती घरों का निर्माण कर रहे हैं।
उत्तराखंड आवास विकास परिषद राज्य बनने के बाद पहली बार अपनी आवासीय परियोजनाओं पर काम कर रहा है। परिषद 15 परियोजनाएं निजी निवेशकों के साथ तैयार कर रहा है, जिसमें कुल 12,856 आवास शामिल हैं। जबकि शेष पांच संबंधित विकास प्राधिकरणों द्वारा विकसित की जा रही हैं, प्राधिकरणों के जरिए कुल 3104 आवास तैयार किये जा रहे हैं। अपर आयुक्त आवास पीसी दुम्का के मुताबिक अब तक निजी भागीदारी के साथ 1760 घर बनाते हुए लाभार्थियों को सौंपे जा चुके हैं, जबकि 14635 आवासों का आबंटन भी किया जा चुका है। शेष सभी परियोजनाओं को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
लाभार्थी को ढाई लाख में मिलता है घर
योजना के तहत निजी निवेशक छह लाख रुपए की लागत से दो कमरे, किचन और शौचालय जैसी सुविधाओं से युक्त घर तैयार करता है, जिसमें से उन्हें केद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से साढ़े तीन लाख रुपए मिलते हैं, इस तरह लाभार्थी को महज ढाई लाख रुपए की लागत में आसान होम लोन के जरिए घर मिल जाता है। इसमें जमीन सहित निर्माण का समस्त खर्च निजी निवेशक द्वारा उठाया जाता है। योजना के तहत तीन लाख रुपए से कम सालाना आय वर्ग वाले आवासहीन परिवार पात्र होते हैं। साथ ही पात्र परिवार का 15 जून 2015 से पहले उत्तराखंड का निवासी होना भी जरूरी है।
एमडीडीए की तीन परियोजनाएं
योजना के तहत मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ट्रांसपोर्ट नगर में 224, तरला आमवाला में 240 फ्लैट वाली परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि धौलास में 240 फ्लैट मार्च 2025 तक तैयार हो जाएंगे। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मुताबिक परियोजना के लिए लाभार्थियों का चयन पारदर्शिता के साथ किया गया है। तय समय में सभी को फ्लैट की चाबी सौंप दी जाएगी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अंत्योदय के लक्ष्य को केंद्रित करते हुए, पीएम आवास योजना लागू की है। इसके तहत आवासहीन परिवारों को पक्का घर बनाकर दिया जा रहा है। उत्तराखंड में आवास विकास प्राधिकरण ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
मार्च तक निर्बल वर्ग के लिए तैयार होंगे 16 हजार किफायती घर
प्रधानमंत्री की रूफटॉप सोलर योजना के तहत 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन, 6.34 लाख पैनल हुए इंस्टॉल
नई दिल्ली, । संसद में दिए गए एक बयान के अनुसार, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत करीब 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन और 6.34 लाख इंस्टॉलेशन पूरे किए गए हैं।
इस योजना को प्रधानमंत्री ने वित्त वर्ष 2027 तक आवासीय क्षेत्र में 1 करोड़ रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन हासिल करने के उद्देश्य से शुरू किया है, जिसके लिए 75,021 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और बिजली राज्य मंत्री (एमओएस) श्रीपद नाइक ने राज्यसभा को एक लिखित जवाब में बताया कि राष्ट्रीय पोर्टल ने कुल 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन, 26.38 लाख आवेदन और 6.34 लाख रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की सूचना दी है।
एमओएस के अनुसार, 3.66 लाख आवेदकों को सब्सिडी जारी की गई है और इसे नियमित रूप से 15 से 21 दिनों के भीतर जारी किया जाता है।
गुजरात में इस पहल के तहत सबसे अधिक 2,86,545 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। महाराष्ट्र में 1,26,344 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 53,423 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं।
राज्य मंत्री नाइक ने कहा कि मंत्रालय आरईसी, डिस्कॉम और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के साथ साझेदारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य योजना के सफल कार्यान्वयन के रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती का समाधान करना है।
पीएम मोदी ने उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए रूफटॉप सोलर योजना शुरू की थी।
75,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली इस परियोजना का लक्ष्य हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध करवा कर 1 करोड़ घरों को रोशन करना है।
लोगों के बैंक खातों में सीधे दी जाने वाली पर्याप्त सब्सिडी से लेकर भारी रियायती बैंक ऋण तक, केंद्र सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों पर लागत का कोई बोझ न पड़े।
इस योजना को जमीनी स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए, शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों को अपने अधिकार क्षेत्र में रूफटॉप सोलर सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
साथ ही, इस योजना से लोगों की आय में वृद्धि, बिजली बिल में कमी और रोजगार सृजन हो रहा है।
100 करोड़ की सौगात से दिन बदलने की उम्मीद
ऋषिकेश(आरएनएस)। राज्य सरकार ने 100 करोड़ से ऋषिकेश क्षेत्र में आधुनिक राफ्टिंग बेस स्टेशन विकसित करने की कवायद शुरू कर दी है। केंद्र के माध्यम से मिली इस सौगात से कौड़ियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म में राफ्टिंग उद्योग से जुड़े कारोबारी खुश हैं। उनकी मानें, तो इससे न सिर्फ देश-दुनिया के पर्यटकों को सुव्यवस्थित सुविधा हासिल होगी, बल्कि उन्हें भी रोजगार बढ़ने पर आर्थिक लाभ होगा। ज्यादातर कारोबारियों का कहना है कि राफ्टिंग बेस स्टेशन के लिए मुनिकीरेती स्थित भद्रकाली मुफीद जगह है। जबकि, कुछ शिवपुरी, तो ब्रह्मपुरी में इस तरह का स्टेशन स्थापित करने के हक में हैं। उन्होंने राफ्टिंग के लिए ढांचगत सुविधा जुटने से पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी राहत मिलनी की उम्मीद जताई है। अच्छी वैकल्पिक सड़कों से मुनिकीरेती में दम घोंटू ट्रैफिक समस्या से भी पर्यटक सीजन में राहत की संभावना जताई है। पर्यटक सुविधा विकसित होने से उनकी आमद में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी और कारोबार में तरक्की की उम्मीद भी है। कारोबारियों का यह भी कहना है कि योजना पर सही ढंग से काम हुआ, तो इससे पहले ही देश-दुनिया में योग के रूप में विख्यात ऋषिनगरी और राफ्टिंग नगरी के रूप में भी नई पहचान हासिल हो सकेगी।
हर साल छह लाख पर्यटक पहुंचते हैं ऋषिकेश
गंगा की लहरों पर रोमांच का लुत्फ उठाने को सरकारी आकड़े के मुताबिक, हर साल औसतन छह लाख पर्यटक ऋषिकेश पहुंचते हैं। गंगा में खतरनाक रैपिड उन्हें राफ्टिंग के लिए आकर्षित करते हैं। कौड़ियाल से लेकर मुनिकीरेती तक 30 किलोमीटर से ज्यादा लंबे राफ्टिंग ट्रैक पर बरसात को छोड़ दें, तो पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रहती है। खासकर गर्मी के सीजन में मुनिकीरेती और तपोवन का क्षेत्र पर्यटकों से अटा रहता है, जिससे पुलिस को ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने को ऋषिकेश से ट्रैफिक से भी हर साल डायवर्ट करना पड़ता है। इस लिहाज से भी आधुनिक राफ्टिंग बेस स्टेशन योजना को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए 263 कंपनी, 850 गाइड
कौड़ियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए 263 कंपनियां पंजीकृत हैं। जबकि, 850 गाइड हैं। यह कंपनियां ही देश-दुनिया के पर्यटकों को राफ्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराती हैं। निगरानी के लिए गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति का भी गठन किया गया है, जिसमें अध्यक्ष टिहरी डीएम हैं। सचिव पर्यटन विभाग के सहासिक पर्यटन अधिकारी हैं। इसी समिति के माध्यम से क्षेत्र में राफ्टिंग का संचालन किया जा रहा है। यह समिति कंपनियों से सुविधाओं की एवज में राजस्व भी वसूलती है।
हत्या- कलयुगी बेटों ने की बाप की हत्या, पुलिस के सामने कबूला जुर्म
देवेंन्द्र चमोली
रुद्रप्रयाग/ गुप्तकाशी – कालीमठ मोटर मार्ग के निकट त्रिवेणी घाट में एक 52 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति की संदिग्ध हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। हत्या के आरोप में मृतक के बेटों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया। कलयुगी बेंटों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस द्वारा हत्या में प्रयुक्त धार दार हथियार घटना स्थल से बरामद किया गया। घटना कल रात की है।
पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल से मिली जानकारी के अनुसार बेडूला गांव निवासी बलबीर सिंह (52) की हत्या के जुर्म में हिरासत में लिये गये बेटों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
घटना बीते रात की है कालीमठ रोड़ स्थित त्रिवेणी घाट में मृतक चाय का खोखा चलाता था। इसके साथ ही वह अपने छोटे बेटे के साथ नदी से रेत निकालने का काम भी करता था। जबकि तीन दिन पहले ही महाराष्ट्र से घर आए दूसरे बेटे के साथ किसी बात को लेकर तकरार हो गई थी, नौबत यहां तक आ पहुंची कि दोनों बेटों ने पिता का गला दबा दिया जिसमें उसकी मौत हो गयी। मिली जानकारी के अनुशार बाप की हत्या करने के बाद हत्या में प्रयुक्त किया गया धारदार हथियार भी घटनास्थल से बरामद हुआ। हत्या की भनक किसी को ना लगे, बेटों ने साक्ष्य छुपाने के लिये बाप का दाह संस्कार भी कर दिया।
पुलिस ने बताया कि ग्राम प्रहरी से उन्हें सूचना मिली थी कि त्रिवेणी घाट में दो बेटों ने मिलकर अपने बाप की हत्या कर दी है और आरोप से बचने के लिए जलाने की कोशिश भी की गई । सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार बरामद किया और शक के आधार पर दोनों बेटों को हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस उपाधीक्षक पीके घिल्डियाल ने बताया कि घटना गत रात्रि की है, ग्राम प्रहरी के बताने के बाद दोनों बेटों को हिरासत में लिया गया है। उनसे सख्ती से पूछताछ की जा जा रही है। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
प्राचीन धार्मिक धरोहरों को दी जाएगी नई पहचान- आशा
“भाजपा जिला कार्यालय पहुँची नव निर्वाचित केदारनाथ विधायक आशा नोटियाल ने तीर्थाटन व पर्यटक स्थलों में को नयी पहचान देने,लोक संस्कृति के संरक्षण के लिये योजना बनाने व नयी पीढ़ी व युवाओं लोक संस्कृति से जोड़ने के लिये ठोस प्रयास करने की बात कही”
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा की विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ विस में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जो घोषणाएं की हैं, उन्हें समयबद्ध धरातली रूप दिया जाएगा। घोषणाओं के तहत कई शासनादेश भी जारी हो गए हैं। विस क्षेत्र में तीर्थाटन और पर्यटक स्थलों में मूलभूत सुविधाएं जुटाई जाएंगी। साथ ही प्राचीन व दुर्लभ धरोहरों को नक्शे पर लाया जाएगा।
बृहस्पतिवार को केदारनाथ विधानसभा की विधायक आशा नौटियाल का भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार और रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने भाजपा जिला कार्यालय में पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस मौके पर विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताकर उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे फलीभूत करने के लिए सभी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करती है। केदारनाथ विस उप चुनाव में भाजपा ने पार्टी के रूप में नहीं बल्कि परिवार के रूप में काम करते हुए नई मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के सपनों को पूरा करने के साथ ही उनके कार्यों को पूरा करना प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विस उप चुनाव में जीत का आधार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का बेहतर मार्ग दर्शन रहा। उन्होंने कहा कि जुलाई माह में विधायक शैलारानी रावत की मृ़त्य के बाद मुख्यमंत्री ने क्षेत्र को विधायक की कमी नहीं होने दी। एक पालक के रूप में उन्होंने स्वयं जिम्मेदारी ली, जो हम सब के लिए प्रेरणा है। विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ विस के चौमुखी विकास किया जाएगा, इसके लिए लोगों से भी संवाद किया जाएगा। एक प्रतिनिधि के साथ-साथ वह स्थानीय निवासी के तौर पर क्षेत्र के विकास में शत-प्रतिशत सहयोग करेंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा केदारनाथ विस के विकास के लिए की गई घोषणाओं को धरातली रूप देने के लिए प्राथमिकता से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचकेदार गद्दीस्थल ,ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ, विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, मां ललिता माई त्रिपुरा सुंदरी, नारायणकोटी मंदिर सहित अन्य कई दुर्लभ व प्राचीन धरोहरों को पहचान दी जाएगी। उन्होंने रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी से आग्र्रह किया कि वह बड़े भाई के तौर पर उन्हें सलाह व सहयोग करते रहे। आगामी केदारनाथ यात्रा को भव्य, दिव्य और सुगम बनाने के लिए अभी से तैयारियां शुरू की जाएंगी, जिसमें उनका सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा से जुड़े लोगों से वार्ता कर उनके सुझाव लिए जाएंंगे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विस के गांवों के विकास के लिए योजनाओं का क्रियान्वयन कार्यकर्ताओं की राय से किया जाएगा। कहा कि एकजुट और एक एकमुठ होकर हमें विकास कार्यों को धरातल पर लाने का प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ पुनर्निर्माण और ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट से चारधाम यात्रा को नई पहचान मिल रही है। कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व के चलते ही बीते कुछ वर्षों से गंगोत्री, यमुनोत्री, श्रीकेदारनाथ की यात्रा को गति मिली है।
रुद्रप्रयाग विधानसभा के विधायक व केदारनाथ विस उप चुनाव में संयोजक रहे भरत सिंह चौधरी ने जिला कार्यालय में केदारनाथ विस की विधायक के पहुंचने पर स्वागत कर पुष्य गुच्छ भेट करते हुए कहा कि केदारनाथ विस की जनता ने मातृशक्ति पर विश्वास करते हुए नई मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा के विकास के मॉडल को तरजीह देते हुए विपक्ष के झूठी बातों को दरकिनार किया है। कहा कि विधायक आशा नौटियाल के नेतृत्व में केदारनाथ विस में विकास को नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि आगामी निकाय चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। केदारनाथ विस में जीत की तरह आगामी निकाय चुनाव में भी जनपद की सभी सीटों पर भाजपा जीत दर्ज करेगी। भाजपा के जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार ने कहा कि केदारनाथ विस उप चुनाव में एक-एक कार्यकर्ता ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। इसी ऊर्जा के साथ हमें आगामी निकाय चुनाव में मैदान में उतरकर जीत दर्ज करनी है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जनता को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रप्रयाग जिले में पहुंचेंगे, जिसमें सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की मौजूदगी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सभी जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को सक्रिय सदस्य बनना अनिवार्य है।
बैठक में राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, प्रदेश कार्य समिति सदस्य विक्रम कंडारी, महिला मोर्चा पूर्व प्रदेश महामंत्री सरला खंडूडी, जिला उपाध्यक्ष त्रिलोक रावत, जिला मीडिया प्रभारी सतेंद्र बर्त्वाल,रुद्रप्रयाग नगर मंडल अध्यक्ष पार्वती गोस्वामी, दरम्यान जख्वाल, दीपराज बंगारी, अरूण चमोली, विक्रम नेगी, विकास डिमरी, विकास नौटियाल, गजेंद्र चौधरी, सुनील नौटियाल, त्रिलोचन प्रसाद भट्ट, राय सिंह राणा, अनिल कोठियाल, बीना राणा, यशवीर सिंह चौहान, घनश्याम पुरोहित, जयप्रकाश सेमवाल, संदीप कठैत, बुद्धिबल्लभ थपलियाल, सुमन जमलोकी, शालिनी गोस्वामी, दुर्गा करासी, भागचंद लाल आदि पार्टीजन मौजूद थे।
गुप्तकाशी में अधेड़ की हत्या से सनसनी, हत्या के आरोप में पुलिस ने बेटों को लिया हिरासत में।
रुद्रप्रयाग/ गुप्तकाशी – कालीमठ मोटर मार्ग के निकट त्रिवेणी घाट में एक 52 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति की संदिग्ध हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। हत्या के आरोप में मृतक के बेटों को हिरासत में लिया गया। हत्या में प्रयुक्त धार दार हथियार घटना स्थल से बरामद किया गया। घटना कल रात की बतायी जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेडूला गांव निवासी बलबीर सिंह (52) का त्रिवेणी घाट में चाय का खोखा चलाता था। इसके साथ ही वह अपने छोटे बेटे के साथ नदी से रेत निकालने का काम भी करता था। जबकि तीन दिन पहले ही महाराष्ट्र से घर आए दूसरे बेटे के साथ किसी बात को लेकर तकरार हो गई थी, नौबत यहां तक आ पहुंची कि दोनों बेटों ने पिता का गला दबा दिया जिसमें उसकी मौत हो गयी। मिली जानकारी के अनुशार बाप की हत्या करने के बाद हत्या में प्रयुक्त किया गया धारदार हथियार भी घटनास्थल से बरामद हुआ। हत्या की भनक किसी को ना लगे, बेटों ने बाप का दाह संस्कार भी कर दिया। पुलिस ने बताया कि ग्राम प्रहरी से उन्हें सूचना मिली थी कि त्रिवेणी घाट में दो बेटों ने मिलकर अपने बाप की हत्या कर दी है और आरोप से बचने के लिए जलाने की कोशिश भी की गई । सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार बरामद किया और शक के आधार पर दोनों बेटों को हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस उपाधीक्षक पीके घिल्डियाल ने बताया कि घटना गत रात्रि की है, ग्राम प्रहरी के बताने के बाद दोनों बेटों को हिरासत में लिया गया है। उनसे सख्ती से पूछताछ की जा जा रही है। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
समाज कल्याण विभाग ने किया डॉ. नरेश चौधरी को सम्मानित
“विश्व दिव्यांग दिवस पर समाज कल्याण विभाग उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड इंडियन रेडक्रॉस के चेयरमैन/ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के रचना शरीर विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर (डॉ०) नरेश चौधरी को उत्कृष्ट कार्यो के लिए किया सम्मानित”।
हरिद्वार(कुलभूषण) , विश्व दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य पर गत दिवस समाज कल्याण विभाग उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड इंडियन रेडक्रॉस के चेयरमैन/ ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के रचना शरीर विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर (डॉ०) नरेश चौधरी को विशेष रूप से समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया। समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव/ निदेशक समाज कल्याण एवं आयुक्त दिव्यांगजन प्रकाश चंद्र ने डॉ० नरेश चौधरी को सम्मानित करते हुए कहा कि डॉ० नरेश चौधरी अपने मूल दायित्वों के निर्वहण के साथ-साथ जो इंडियन रेडक्रॉस के तत्वाधान में जमीनी सामाजिक सेवा कर रहे वह अतुलनीय एवं विशेष उल्लेखनीय है। डॉ० नरेश चौधरी द्वारा समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं को जन-जन में पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाए जाते हैं। जिससे जन समाज जागरूक होकर भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठा रहा है। निदेशक एवं आयुक्त दिव्यांगजन प्रकाश चंद्र ने कहा कि कोरोना काल जैसी वैश्विक महामारी में भी डॉ० नरेश चौधरी ने दिव्यांगों को घर-घर जाकर कॉविड-19 वैक्सीन पात्र लाभार्थियों को लगाई। जिसके लिए डॉ० नरेश चौधरी को भारत सरकार, उत्तराखंड सरकार एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा समय-समय पर सम्मानित किया गया। और समाज कल्याण विभाग भी डॉ० नरेश चौधरी को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित कर अपना गौरव समझता है। डॉ० नरेश चौधरी ने सम्मानित होने पर समाज कल्याण विभाग का विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार सामाजिक सेवा करने वाले व्यक्ति को जो समय-समय पर सम्मानित किया जाता है उससे वह व्यक्ति और अधिक कर्मठता एवं समर्पित भावना से कार्य करते रहने के लिए प्रेरित होता है। डॉ० नरेश चौधरी ने कहा कि जब-जब मुझे इस प्रकार से समाज में सम्मान प्राप्त हुआ, मैं अन्य चुनौतीपूर्ण कार्यों को करने के लिए स्वयं एवं एक स्वयंसेवक के रूप में और अधिक ऊर्जा से संपन्न करने के लिए अग्रणीय रहते हुए तत्पर हो जाता हूं। और मेरे शुभचिंतक मुझे अपनी शुभकामनाओं से अधिक ऊर्जावान बनाते रहते हैं । जिससे मुझ में चुनौतीपूर्ण टास्क को पूर्ण करने की अपार शक्ति मिलती है। समारोह में समाज कल्याण के अधिकारियों के साथ-साथ यूथ रेडक्रॉस स्वयंसेवी डॉo प्रीति तिवारी, डॉ अर्चिता गोनियाल, अदिति राणा, ईवा शर्मा, आंचल भैसोड़ा,रिया मखोलिया, काजल यादव,शिप्रा कल्याण, सानिया,प्रियांशी मलियान, हिमानी बिष्ट, साक्षी विश्वकर्मा आदि ने सक्रिय सहभागिता की।
16 वर्षो के अन्तराल के बाद गुरुकुल हॉकी टीम ने क्वार्टर फाईनल मे जीत दर्ज की
हरिद्वार(कुलभूषण) , गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार की हॉकी टीम अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ मे 29 नवम्बर से चल रही उत्तर क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालय हॉकी प्रतियोगिता मे भाग लेने गई गुरुकुल हॉकी टीम ने पूल के सभी मैच जीत कर क्वार्टर फाईनल मे स्थान बनाया है। 16 वर्षो के अन्तराल के बाद गुरुकुल हॉकी टीम ने क्वार्टर फाईनल मे जीत दर्ज की। लीग आधार पर अंकों के आधार पर पहली चार टीमों का स्थान तय होना है। ए0एम0यू0, अलीगढ, गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, लवली प्रोफेशन विश्वविद्यालय फग्वाडा तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र चार पुल से आई इन टीमों के बीच लीग मैच कल से आरम्भ होगे। टीम के साथ गये हॉकी कोच दुष्यन्त सिंह राणा एवं मैनेजर अश्वनी कुमार ने बताया कि गुरुकुल कांगडी की टीम ने अपने पूल के सभी मैच जीते है जिसमे हिमाचल प्रदेश वि0वि0, शिमला (8-0), हे0न0 बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीनगर (13-0), चण्डीगढ विश्वविद्यालय, मोहाली को (5-0) से परास्त करके कर्टर फाईनल मे जीत दर्ज की है।
उधर विश्वविद्यालय हॉकी टीम की जीत की खबर से छात्रों एवं शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों मे उत्साह एवं खुशी का माहौल है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 हेमलता कृष्णमूर्ति ने छात्रों एवं टीम आफिशियलस को फोन पर बधाई देते हुये कहॉ कि खिलाडियों के परिश्रम से विश्वविद्यालय अपने हॉकी के अतीत को पुनः दोहरा रहा है। जिसमे खिलाडियों के योगदान को रेखांकित किया जायेगा। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहॉ कि शिक्षा के साथ खेलों मे भी गुरुकुल नई ऊंचाईयॉ प्राप्त कर रहा है, जो इस बात का प्रतीक है कि आधुनिकता एवं तकनीक के युग मे भी संस्कार एवं मूल्यों का महत्व कम नही हुआ है। प्रभारी, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग डॉ0 अजय मलिक ने कहॉ कि खिलाडियों को ओर बेहतर अवसर एवं सुविधाएं दिये जाने से इस प्रकार की उपलब्धियॉ अर्जित की जाने मे मदद मिलती है। सदस्य, क्रीडा परिषद डॉ0 शिवकुमार चौहान ने खिलाडियों की इस जीत को उनके त्याग एवं परिश्रम की विजय बताते हुये शुभकामनाएं दी है। वित्ताधिकारी प्रो0 देवेन्द्र कुमार गुप्ता एवं कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहॉ कि खिलाडियों के विश्वविद्यालय पहुॅचने पर सम्मानित किया जायेगा।एम0पी0एड0, बी0पी0एड0, बी0पी0ई0एस0 के छात्रों सहित अन्य संकाय के छात्रों ने टीम की जीत पर ढोल बजाकर अपनी खुशी जाहि की। इस अवसर पर डीन, योग एवं शारीरिक शिक्षा प्रो0 ब्रहमदेव विद्यालंकार, प्रो0 एल0पी0 पुरोहित, प्रो0 प्रभात कुमार, डॉ0 शिवकुमार चौहान, डॉ0 कपिल मिश्रा, डॉ0 अनुज कुमार, डॉ0 प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार राजेन्द्र सिंह, कुलदीप कुमार, निकुंज यादव आदि ने टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने की लोनिवि और एमडीडीए अधिकारियों के साथ बैठक, विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
देहरादून(आरएनएस)। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज हाथीबड़कला स्थित कैंप कार्यालय में लोक निर्माण विभाग और एमडीडीए के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक कर मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विभाग चल रहे विकास कार्यों तथा प्रस्तावित विभिन्न कार्यों की समीक्षा की।
बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चल रहे अधिकारियों को विजय कॉलोनी, ढाकपट्टी, पुरुरकूल, जाखन, भुरांशखंडा-गढ़, मोटीधार मरसाना, बर्लोगंज-चमासारी, क्यारा धनोल्टी, बांडावाली इत्यादि में चल रहे तथा प्रस्तावित विकास कार्यों को शीघ्रता से किया जाए।उन्होंने अधिकारियों को जन हित से संबंधित विकास कार्यों को प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए।उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत होने वाले आंतरिक मार्गों, सड़कों की मरम्मत सेतु सीसीए मार्ग सहित संबंधित कार्यों तथा बरसात में क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने एमडीडीए के अधिकारियों को मसूरी विधानसभा क्षेत्र में लगने वाली स्ट्रीट लाईटों, सोलर लाईटों की स्थापना, सौंदर्यकरण तथा सुधारीकरण से संबंधित कार्यों को निर्धारित समय सीमा तथा सुनियोजित ढंग से कार्य करने के निर्देश भी दिए। मंत्री ने अधिकारियों को वन स्वीकृति, रिटेंडरिंग और शासन से संबंधित लंबित कार्यों को शीघ्रता से किए जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण में सामग्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने और निर्धारित समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग जे. के.त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता एमडीडीए सुनील कुमार, सहायक अभियंता शैलेंद्र रावत, एमडीडीए सहायक अभियंता पी.पी.सेमवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
राफ़्टिंग बेस स्टेशन की स्वीकृति पर सीएम धामी ने जताया पीएम मोदी का आभार
– 100 करोड़ की लागत से ऋषिकेश में बनेगा राफ्टिंग बेस स्टेशन
– ऋषिकेश में पयर्टन गतिविधियां बढ़ने से आस पास के सम्पूर्ण क्षेत्र में बढेंगे रोजगार के अवसर
देहरादून(आरएनएस)। केंद्र सरकार द्यारा पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता योजना के अंतर्गत ऋषिकेश में आधुनिक राफ़्टिंग बेस स्टेशन स्वीकृत किए जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पयर्टन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऋषिकेश राफ्टिंग के लिए प्रमुख डेस्टिनेशन के रूप में अपनी जगह बना चुका है। अब यहां 100 करोड़ की लागत से राफ्टिंग बेस स्टेशन तैयार किए जाने से, राफ्टिंग गतिविधियों के लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित हो सकेंगी। इससे ऋषिकेश में राफ्टिंग गतिविधियां तेज होंगी, जिसका लाभ आस पास के क्षेत्र में पयर्टन गतिविधियां बढ़ने के रूप में मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस परियोजना के तहत राफ्टिंग केंद्रों पर शौचालय, कपड़े बदलने की सुविधा के साथ ही खानपान की सुविधा भी विकसित की जाएंगी। साथ ही तपोवन क्षेत्र में भीड़-भाड़ कम करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का भी निर्माण किया जाना है। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 1500 लोगों को रोजगार मिलने का भी अनुमान है। योजना के लिए ज़मीन उपलब्ध कराने में राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी। दो वर्ष की तय समय सीमा में इस कार्य को पूरा किया जाएगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में उत्तराखंड के लिए विशेष स्थान है। यही कारण है कि केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उत्तराखंड को हर स्तर पर सहयोग मिल रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग, कर्णप्रयाग रेल लाइन से लेकर हमारे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर हो रहे विकास कार्य इसके उदाहरण है। अब मोदी जी ने ऋषिकेश के लिए 100 करोड़ रुपए की विकास परियोजना को मंजूरी प्रदान कर, उत्तराखंड के लोगों को एक और उपहार दिया है। इसके लिए उत्तराखंडवासी उनके हमेशा आभारी रहेंगे। – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
राज्यपाल गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री धामी ने किया राष्ट्रीय जलसर्वेक्षण कार्यालय में नौसेना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग
देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को राजपुर रोड़ स्थित राष्ट्रीय जलसर्वेक्षण कार्यालय में नौसेना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक ‘इंडियन लिस्ट ऑफ रेडियो सिग्नल्स वॉल्यूम 1-2‘ का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना के ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ की उपलब्धियों का स्मरण करते हुए कहा कि यह नौसेना सहित पूरे देश के लिए गौरवान्वित महसूस करने और उस जीत को याद करने का अवसर है। राज्यपाल ने सभी देशवासियों को नौसेना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय नौसेना पर हम सभी को गर्व है। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम उन वीर सपूतों को नमन कर रहे हैं जिन्होंने हमारे समुद्री हितों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक कार्यालय, इस शक्तिशाली बल का एक अभिन्न अंग है, जो हमारे समुद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एनएचओ, समुद्रों और जलमार्गों का सटीक मानचित्रण करके नौसेना और तटरक्षक बल को हमारे समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए सक्षम बनाता है। एनएचओ द्वारा हाल ही में किए गए अंतर्देशीय जल निकायों के सर्वेक्षण का उपक्रम विशेष रूप से सराहनीय है। पैंगोंगसो झील और नैनीताल झील के सफल सर्वेक्षण, इस संगठन की बहुमुखी प्रतिभा और राष्ट्रीय विकास के प्रति समर्पण को दर्शाते हैं। ये पहल न केवल इन महत्वपूर्ण जल निकायों की हमारी समझ को बढ़ाती हैं, बल्कि उनके संरक्षण और सतत प्रबंधन में भी योगदान करती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वायत्त प्रणाली और उपग्रह दूरसंवेदन जैसी उभरती टेक्नोलॉजीज समुद्री संचालन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की क्षमता रखती हैं। इन प्रगतिशील तकनीकों को अपनाकर, हमारी नौसेना समुद्री शक्ति के क्षेत्र में अग्रणी बनी रहेगी। हमारे वीर सैनिकों के बलिदान और समर्पण ने भारतीय नौसेना और एनएचओ की सफलता की नींव रखी है। हम उनके कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के प्रति कृतज्ञ हैं। हमें खुशी है कि आज के युवा अधिकारी और नाविक उनकी विरासत से प्रेरित हैं और व्यावसायिकता और सेवा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रमुख वैश्विक शक्ति के लिए एक मजबूत नौसेना का होना आवश्यक है, वर्तमान सरकार द्वारा नौसेना की क्षमताओं को उन्नत करना और स्वराज्य को मजबूत करने के लिए उन्हें आवश्यक संसाधन प्रदान करना सशक्त भारत के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी कदम है।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों के दौरान नौसेना के आधुनिकीकरण बजट का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा स्वदेशी खरीद पर खर्च किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप हम स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के लिए नौसेना क्षमताओं के महत्व को पहचानने के लिए शिवाजी महाराज की दूरदर्शिता को जानना और समझना जरूरी है, जिन्होंने एक शक्तिशाली नौसेना का मसौदा तैयार किया था।
राज्यपाल ने कहा कि आज हमारी नारी शक्ति देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं, आज वे सशस्त्र बलों से लेकर संसद तक हर क्षेत्र में देश के विकास में बराबर की भागीदारी कर रही हैं। अब सशस्त्र बलों में नारी शक्ति को मजबूत करने पर भी जोर दिया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आज हमारे संकल्पों, भावनाओं और आकांक्षाओं की एकता के सकारात्मक परिणामों की झलक दिखाई दे रही है, क्योंकि आज प्रत्येक भारतीय ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से प्रेरित है। आज देश, इतिहास से प्रेरणा लेकर संकल्प के साथ उज्ज्वल भविष्य का रोड मैप तैयार करने में जुटा है। यह संकल्प हमें विकसित भारत की ओर ले जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को नेवी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन भारतीय नौसेना की वीरता और समर्पण के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है। नौसेना देश की वो शक्ति है जिससे भारत के दुश्मन टकराने से डरते हैं। भारतीय नौसेना अपने पराक्रम, साहस और कौशल के दम पर हमेशा देश की रक्षा और देश का मान बढ़ाती है। उन्होंने कहा 4 दिसंबर 1971 का दिन, युद्ध इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। जब भारतीय नौसेना ने ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट‘ चलाकर दुश्मन देश के षडयंत्रों को विफल किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा के साथ आपदा के समय में भी अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाता है।भारतीय नौसेना ने सदैव आगे बढ़कर मानवता की सेवा की है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज भारत प्रत्येक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। रक्षा उपकरणों के निर्माण के क्षेत्र में भी देश लगातार प्रगति कर रहा है।भारतीय नौसेना के लिए भारत में ही जहाज और सबमरीनो का निर्माण किया जा रहा है, जो आत्मनिर्भर भारत की क्षमता की अद्वितीय मिसाल है। उन्होंने कहा आज भारत की सेनाएँ दुश्मन की गोलियों का जवाब हमेशा गोलों से देती हैं।
इस अवसर पर वाईस एडमिरल लोचन सिंह पठानिया, एडमिरल पीयूश पावसे, ज्वाइंट चीफ हाइड्रोग्राफर, से0नि0वाइस एडमिरल थपलियाल, से0नि0 वाइस एडमिरल विनय बधवार एंव अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।