Saturday, June 7, 2025
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कांग्रेस मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र ने श्री दरबार झंडा साहिब का लिया आर्शीवाद

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देहरादून, कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल ने श्री दरबार झंडा साहिब पर जाकर
माथा टेका और दरबार झंडा साहिब जी के महंत देवेंद्र दास महाराजजी से आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री राजकुमार, वरिष्ठ कांग्रेसी श्री लालचंद शर्मा, कुलदीप जखमोला, कांग्रेस आईटी सेल प्रमुख विकास नेगी, अवधेश पंत, सोमप्रकाश शर्मा, अशोक कोहली, चरणजीत कौशल,राहुल शर्मा, राजेश उनियाल, राकेश महेन्द्र, लक्ष्मी कौर, गुलशन सिंह,हिमांशु कटारिया,अशोक कुमार,आयुष गुप्ता, सोमप्रकाश वाल्मीकि, नितिन चंचल, निखिल कुमार,सविता ओबेरॉय, हिमांशु बिष्ट,अमृता कौशल, विरेंद्र बिष्ट आदि पार्षद प्रत्याशी एवं वरिष्ठ कांग्रेस जन मौजूद रहे।

निरंकारी सतगुरु का नववर्ष पर खुशियों और आशीष भरा पावन संदेश

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निरंकार को हर कार्य में सम्मिलित कर आध्यात्मिक
जागृति और सच्ची खुशी का विस्तार संभव
– निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज
दिल्ली, ‘‘निरंकार को हर कार्य में सम्मिलित कर आध्यात्मिक जागृति और सच्ची खुशी का विस्तार संभव है।’’ यह प्रेरणादायक वचन निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा नववर्ष के शुभ अवसर पर दिल्ली स्थित ग्राउंड नम्बर 8, निरंकारी चैक, बुराड़ी रोड में आयोजित विशेष सत्संग समारोह में व्यक्त किए गये। इस सत्संग में दिल्ली, एन.सी.आर. सहित विभिन्न क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुगण सम्मिलित हुए। सभी भक्तों ने नव वर्ष के प्रथम दिन सतगुरु माता जी एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन सान्निध्य में उनके दिव्य दर्शन और प्रेरणादायक प्रवचनों से आत्मिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का सुखद आनंद प्राप्त किया।
सतगुरु माता जी ने अपने सम्बोधन में फरमाया कि नववर्ष केवल 2024 से 2025 का नम्बर परिवर्तन है। वास्तविकता में यह केवल इंसानी मस्तिष्क की बनाई गई अवधारणा है। निरंकार ने समय और सृष्टि को बनाया है, जिसमें अलग-अलग ग्रहों पर समय की अलग अवधारणा होती है इसलिए, नये वर्ष का अर्थ है हर क्षण को सार्थक बनाना।
सच्ची खुशी और आनंद केवल निरंकार में समाहित है। इस नये वर्ष में हमें अपने जीवन को ऐसा बनाना है कि हम हर व्यक्ति तक इस सच्चाई को पहुंचा सकें। हमें अपने जीवन को इस तरह ढालना है कि हर पल, हर कार्य में निरंकार की महत्ता को समझ सकें। सेवा, सुमिरण और संगत का वास्तविक अर्थ तभी प्रकट होगा, जब हम इसे दिल से अपनाएंगे। केवल मित्रता या सामाजिक दबाव के कारण अपनी आध्यात्मिकता में परिवर्तन नहीं करना चाहिए। सच्चे मन और जागरूकता से ही हम अपने जीवन को निरंकार से जोड़ पाएंगे। अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए, हर कार्य में निरंकार को समाहित करना जरूरी है। यही वह मार्ग है, जो हमारे जीवन में आध्यात्मिक जागरूकता और संतोष का विस्तार करता है। इस नये वर्ष में हमें अपने पुराने अनुभवों से सीख लेकर, अपने भीतर की कमियों को सुधारते हुए, अच्छाइयों को अपनाना चाहिए। मानवीय गुणों से युक्त जीवन ही सच्चा जीवन है। सतगुरु माता जी से पूर्व आदरणीय राजपिता जी ने सभी संतों को सम्बोधित करते हुए फरमाया कि आज के समय में समाज और मानव जीवन से परमात्मा की उड़ीक (जिज्ञासा) धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है। लोग परमात्मा के अस्तित्व पर संदेह कर रहे हैं और सत्य की राह देखने के बजाय उसे नकारने में लगे हैं। यह स्थिति केवल इसलिए है क्योंकि कई लोग परमात्मा को पाने का दावा करते हैं, लेकिन सच्चे प्रयास नहीं करते। सतगुरु के ज्ञान से हमें जो सत्य प्राप्त हुआ है, वह केवल कहने-सुनने तक सीमित न रहे। यह हमारे जीवन में महसूस हो और ऐसा महके कि समाज के लिए वरदान बन सके। हमारा जीवन परमात्मा की ओर प्रेरित करने वाला बने, न कि दिखावे तक सीमित रहे।
सेवा, सुमिरण और संगत के बिना भक्ति अधूरी है। सच्चा जीवन वही है जिसमें परमात्मा का प्रेम और भक्ति का वास हो। हमें प्रेम, समर्पण और जिम्मेदारी के साथ मानव परिवार को साथ लेकर चलना है। सत्संग के इस अमूल्य पहलू को सजाते हुए अपने जीवन को ऐसा साधन बनाएं कि हम प्रभु के निकट जा सके और दूसरों के लिए प्रेरणा स्वरूप बने।
इस नव वर्ष के अवसर पर सतगुरु माता जी ने अंत में सभी श्रद्धालुओं के लिए सुख, समृद्धि और आनंदमय जीवन की शुभकामनाएं प्रदान की।

उत्तराखण्ड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया

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देहरादून । उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड एवं मुख्यालय उत्तरी सीमांत, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के मध्य उत्तराखण्ड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया । भारत सरकार के फ्लैगशिप प्रोजेक्ट वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती क्षेत्र के गाँव के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी गई है तथा ग्रामीणों की आजीविका हेतु संसाधन उपलब्ध कराना भी मुख्य उद्धेश्य है । उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा सीमांत क्षेत्र में पर्यटन को बढावा देने हेतुसीमांत क्षेत्र में हैली सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है । उत्तराखण्ड के सीमांत क्षेत्र में प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल जैसे कि आदि कैलाश, ओम पर्वत, तिम्मरसैंण महादेव इत्यादि स्थित हैं जहाँ दुर्गम रास्तों के कारण पर्यटकों को पहुँचने में असुविधा होती है । इन सभी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पर्यटकों को हैली सुविधा उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है । जिसमें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के कार्यक्षेत्र में उपलब्ध हैलीपैडों का उपयोग किया जाएगा । इसके अतिरिक्त वाईब्रेंट विलेज में रहने वाले ग्रामीणोंको आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता पड़ने परदवाईयाँ उपलब्ध करवाने एवं हैली द्वारा हायर सेंटर ले जाने हेतु भी इनहैलीपैडों का उपयोग किया जाएगा । उत्तराखण्ड में तीन सीमांत जनपदों (उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़) में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की अग्रिम चौकियों में तैनाती है ।

इस प्रयोजन हेतु सचिवालय देहरादून में  राधा रतुडी, मुख्य सचिव,उत्तराखण्ड , व  संजय कुमार गुंज्याल, भा.पु.से., महानिरीक्षक, उत्तरी सीमांत, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, एवं श्री सचिन कुर्वे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड उपस्थित रहे ।

नए साल पर मोदी सरकार ने दिया किसानों ये तोहफा

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नई दिल्ली। सरकार ने नए साल के मौके पर किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। उसने डाय-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) खाद की खरीद के लिए 3,850 करोड़ रुपये तक के एकमुश्त विशेष पैकेज के विस्तार का एलान किया है। यह फैसला पीएम नरेंद्र मोदी अगुआई में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में लिया गया।
डीएपी के लिए एकमुश्त विशेष पैकेज को जनवरी-दिसंबर 2025 की अवधि के लिए मंजूरी दी गई है। इस कदम का मकसद किसानों को किसानों को सस्ती कीमतों पर डीएपी की लगातार उपलब्धता सुनिश्चित करना है। कुछ जगहों पर किसान डीएपी न मिलने की शिकायत कर रहे थे।
नई सब्सिडी से क्या डीएपी सस्ती होगी?
फिलहाल, डीएपी की 50 किलो की एक बोरी का दाम 1,350 रुपये है। सरकार के नए एलान से इसकी कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा। दरअसल, वैश्विक बाजार अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के चलते खाद की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया कि पीएम मोदी ने 2014 से कोविड और कई देशों में युद्ध जैसी समस्याओं के बावजूद सुनिश्चित किया है कि बाजार की अस्थिरता का बोझ किसानों पर न पड़े। उन्होंने कहा, ‘2014 से 2023 के बीच सरकार ने खाद पर 1.9 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी दी। यह 2004-2014 के मुकाबले दोगुने से अधिक है।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना के तहत 2023-24 में 4 करोड़ किसानों का बीमा किया गया है। नीतियों के लिहाज से यह देश की सबसे बड़ी योजना और कुल प्रीमियम के आधार पर तीसरी सबसे बड़ी योजना है।

आपातकालीन सेवा में मरीज को 10 मिनट के अंदर मिलेगा इलाज : डॉ आर राजेश कुमार

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“लापरवाही होने पर संबधित मेडिकल कॉलेज के एमएस या प्राचार्य की जवाबदेही होगी”

देहरादून, उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने नये साल के जश्न के दौरान सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड़ पर रहने के आदेश दिये हैं। स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने सभी राजकीय मेडिकल कालेजों और सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिये हैं कि आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन को और अधिक दुरस्त किया जाएं। आपातकालीन प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई गाइडलाइन (एसओपी) जारी की है। सभी अस्पतालों से इस गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिये गये हैं।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि नये साल और शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान सभी अस्पतालों को इमरजेंसी मैनेजमेंट की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिये हैं। प्रदेश में आपातकालीन प्रबंधन को लेकर राजकीय मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों की एक बैैठक हुई। इस बैठक में आपातकालीन प्रबंधन को लेकर मंथन हुआ।
इस संबंध में राजकीय मेडिकल कालेज देहरादून सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के साथ इमरजेंसी मैनेजमेंट को लेकर विचार विमर्श किया गया। आपातकालीन प्रबंधन के तहत ट्राईएज के तहत मरीजों की तेजी से जांच की जाती है। इसके अलावा क्लीनिक प्रोटोकॉल, डाक्युमेंटेशन और क्वालिटी एसोयरेंस को लेकर भी गाइडलाइन बनाई गयी हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि गंभीर मरीजों को 10 मिनट के अंदर इलाज मिलना सुनिश्चित किया जायेगा। इस संबध में लापरवाही होने पर संबधित मेडिकल कॉलेज के एमएस या प्राचार्य की जवाबदेही होगी

शराब माफियाओं पर ताबड़तोड़ छापेमारी, हत्थे चढ़े 12 शराब तस्कर, 150 लीटर कच्ची शराब बरामद

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हरिद्वार, नववर्ष की पूर्व संध्या पर पुलिस ने शराब माफियाओ के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए जहां 12 शराब माफिया गिरफ्तार किये वहीं 150 लीटर कच्ची शराब भी बरामद की गयी है।
बीती रात कोतवाली लक्सर पुलिस ने नये वर्ष की शुरुआत में ही ताबड़तोड़ छापेमारी कर लक्सर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 12 शराब तस्कर को भारी मात्रा में अवैध कच्ची शराब के साथ अलग—अलग जगहों से दबोचा। इस दौरान पकड़ में आई 150 लीटर अवैध कच्ची शराब के आधार पर सभी आरोपितों के खिलाफ कोतवाली लक्सर पर आबकारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया। पकड़े गए आरोपित के नाम हरिओम पुत्र उदल सिह निवासी रामपुर रायघाटी थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, अनिल उर्फ नीला पुत्र सूरजभान निवासी खानपुर ब्रहमपुर थाना कोतवाली लक्सर हरिद्वार, सुशील पुत्र रामपाल निवासी रामजीवाला थाना मण्डावर जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश, वहीद हसन पुत्र सब्बीर हसन निवासी मुण्डाखेडा खूर्द थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, मुकेश पुत्र बाबू राम निवासी सीधडू थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, नरेन्द्र पुत्र राजाराम निवासी चिडियापुर थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, पप्पू पुत्र रुपराम निवासी रविदास मन्दिर के पास सुल्तानपुर कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, धर्मवीर पुत्र बुन्दीराम निवासी शेखपुरी थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, प्रीतम पुत्र समय सिह निवासी महाराजपुर कला थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार, श्याम सिह पुत्र अतर सिह निवासी बंगाली बस्ती निरंजनपुर थाना कोतवाली लक्सर, मगता पुत्र रामा निवासी वार्ड न. 1 थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार व पंजाब सिहं पुत्र साधुराम निवासी कुआखेडा थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार बताया जा रहा है।

राष्ट्रीय खेल : वाॅलंटियर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी, 30 हजार ने कराया अभी तक रजिस्ट्रेशन

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देहरादून, 38 वें राष्ट्रीय खेलों के बहाने उत्तराखंड वाॅलंटियरों का डाटा बेस तैयार करने में जुट गया है। जिस तरह से उत्तराखंड में बडे़ आयोजनों का माहौल बनने लगा है, उसे देखते हुए डाटा बेस की जरूरत महसूस की जा रही है। खेल विभाग ने इसके लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आजकल राष्ट्रीय खेलों के संबंध में वाॅलंटियर के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी लोगों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। दो से ढाई हजार जिन वाॅलंटियर का चयन होगा, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाद में उन्हें अलग से राष्ट्रीय खेल का प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। चयनित वाॅलंटियर को टीए/डीए भी दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन पूरे हो जाने के बाद चयन प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
दरअसल, खेल विभाग के अफसरों का मानना है कि इस महा आयोजन के बहाने वाॅलंटियर का डाटा बेस तैयार करना भविष्य के लिहाज से उपयोगी रहेगा। उत्तराखंड ने हाल के दिनों में इन्वेस्टर समिट, जी-20 समिट बैठक जैसे बडे़ और सफल आयोजन किए हैं। बडे़ आयोजनों के लिए बन रहे माहौल के बीच भविष्य में मानव संसाधन की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा है। इसे देखते हुए ही डाटा बेस तैयार करने पर अब कदम आगे बढ़ रहे हैं ।
वहीं राष्ट्रीय खेलों के दौरान वाॅलंटियर बनने के लिए लोगों का उत्साह बरकरार है। अभी तक 30 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। राष्ट्रीय खेलों के लिए दो से ढाई हजार वाॅलंटियरों की ही आवश्यकता है। रजिस्ट्रेशन कराने वालों में बड़ी संख्या में छात्राएं और महिलाएं भी हैं।

“राष्ट्रीय खेलों के दौरान तमाम तरह की व्यवस्थाएं बनाने में वाॅलंटियरों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। हमारी कोशिश है कि इस आयोजन के दौरान हम वाॅलंटियर डाटा बेस तैयार कर लें। इस क्रम में संबंधित व्यक्ति का संपूर्ण विवरण हमारे पास उपलब्ध हो जाए। रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर व्यक्ति को हम आवश्यक जानकारी देंगे। बताएंगे कि एक वाॅलंटियर की भूमिका किस तरह की होती है। डाटा बेस तैयार हो जाने के बाद भविष्य में जब भी बडे़ आयोजन के लिए वाॅलंटियर की जरूरत होगी, तो आसानी से वे उपलब्ध रहेंगे।
-अमित सिन्हा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राष्ट्रीय खेल”

साल के पहले दिन नोटों की अटैची लेकर सचिवालय पहुंचे बॉबी पंवार

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आम लोगों को सचिवालय में एंट्री नहीं दी जाती : बाबी पंवार

देहरादून, उत्तराखंड सचिवालय में अचानक बेरोजगार संघ के कार्यकर्ता बाबी पंवार के नेतृत्व में गेट पर पहुंचने पर सुरक्षा कर्मियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान बेरोजगार संघ के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय में प्रवेश नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया गया। बताया जा रहा है कि बॉबी पंवार नोटों की गड्डी से भरी अटैची लेकर सचिवालय पहुंचे थे।
बॉबी पवार ने सचिवालय के गेट पर नोटों से भरी अटैची निकाली तो हर कोई हैरान रह गया। नए साल के पहले दिन ही इस तरह अचानक बॉबी पंवार और उनके साथियों के पहुंचने से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। दरअसल पिछले दिनों बॉबी पंवार पर सचिवालय में आकर एक सीनियर आईएएस अधिकारी के साथ मारपीट का आरोप लगा था। जिसके बाद से ही सचिवालय में प्रवेश को लेकर सख्ती की जा रही थी।
खास बात यह है कि बॉबी पंवार अपने साथ नोटों से भरी एक अटैची और दो बैग लेकर आए थे। उनका आरोप था कि सचिवालय में केवल ऐसे लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, जो सचिवालय में अधिकारियों के फायदे की बात करते हैं। बॉबी पंवार ने सचिवालय के गेट पर पहुंचकर विरोध करते हुए प्रवेश दिए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने सचिवालय में अधिकारियों पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप भी लगाए। वहीं सूचना मिलते ही तमाम सचिवालय के सुरक्षाकर्मी गेट पर पहुंच गए। इसके अलावा आसपास के पुलिस के जवान भी सचिवालय में बुलाए गए। हालांकि इसके बावजूद बेरोजगार संघ के युवाओं का विरोध जारी रहा।
बॉबी पंवार का कहना था कि इंतजार करेगेंं अगर प्रवेश नहीं मिला तो फिर सूटकेस लेकर अंदर जाने की अनुमति मांगी जाएगी। वहीं इस मामले में बेरोजगार संघ के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पास एंट्री जो यहां लागू की गयी है उसकी लम्बी प्रक्रिया है। जो कि ग्रामीण अंचलों व पहाड़ों से आने वाले लोगों पर भारी पड़ती है। इस प्रक्रिया को सही और आसान बनाना चाहिए।

38वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल पहुँची पिथौरागढ़, सीओ ने किया स्वागत

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पिथौरागढ़, राज्य में 28 जनवरी से प्रारंभ होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल विगत दिन बौक्सिंग के मेजबान जनपद, पिथौरागढ़ पहुँच गई। यह मशाल देश भर में राष्ट्रीय खेलों के प्रचार—प्रसार हेतु यात्रा कर रही है। जनपद पिथौरागढ़ में इस मशाल का स्वागत जनपद पिथौरागढ़ के सीओ परवेज अली ने किया। मशाल का स्वागत चौकी घाट पर किया गया।
सीओ परवेज अली ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय खेलों की मशाल का पिथौरागढ़ में आगमन जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने खेलों के महत्व पर भी प्रकाश डाला और सभी नागरिकों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उनका कहना था कि खेल न केवल शारीरिक सशक्तता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाज में भाईचारे और एकता की भावना को भी जागृत करते हैं।

‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ पुस्तक को मिली सरकार की मंजूरी

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-प्राथमिक शिक्षा में कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम में होगी शामिल

देहरादून, प्रदेश की भावी पीढ़ी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक लोक विरासत और महान विभूतियों की जीवनी से परिचित हो सके, इसके लिये राज्य सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के तहत सामाजिक विज्ञान विषय की सहायक पुस्तिका के रूप में ट्टहमारी विरासत एवं विभूतियां’ पुस्तकों को शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इस पुस्तिका को कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम में शैक्षिक सत्र 2025—26 से पढ़ाया जायेगा।
नई शिक्षा नीति—2020 के प्रावधानों के तहत प्रदेश के स्कूलों में छात्र—छात्राएं अब अपनी समृद्ध सांस्कृतिक लोक विरासत, गौरवशाली इतिहास सहित प्रदेश की महान विभूतियों की जीवनी को पढ़ेंगे। प्रदेश सरकार ने इसके लिये राज्य शैक्षिक अनुसांधन एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा तैयार ट्टहमारी विरासत एवं विभूतियां’ पुस्तकों को पाठ्यक्रम शामिल करने की मंजूरी दे दी है। ये पुस्तकें कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक सामाजिक विज्ञान विषय की सहायक पुस्तिका के रूप में पढ़ाई जायेगी। विघालयी स्तर पर इन पुस्तकों का संचालन आगामी अकादमिक सत्र 2025—26 से किया जायेगा।
‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ सहायक पुस्तिकाओं से छात्र—छात्राएं प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक लोक विरासत, लोकगीत, लोक नृत्य, सांस्कृतिक विविधता, प्रदेश का गौरवशाली इतिहास, पृथक राज्य आंदोलन, विभिन्न राजनीतिक, सांस्कृतिक व सामाजिक चेतना से जुड़े आंदोलन, प्रदेश का सामाजिक व आर्थिक विकास सहित प्रदेश की महान विभितियों की जीवनी से परिचित होंगे। इन पुस्तिकाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने के बाद इसका परीक्षा मूल्यांकन होगा। जिसमें कक्षावार सामाजिक विज्ञान विषय की अर्द्धवार्षिक व वार्षिक लिखित परीक्षा में कुल 80 अंक में से अधिकतम 5 अंक निर्धारित किये गये हैं। जबकि मासिक परीक्षा में इन पुस्तकों से 10 में से अधिकतम 2 अंकों का मूल्यांकन किया जायेगा। सामाजिक विज्ञान हेतु पाठ्यक्रम में प्रोजेक्ट कार्य के लिये पूर्व से निर्धारित 10 अंक में से 3 अंक का मूल्यांकन हमारी विरासत एवं विभूतियां पुस्तक से किया जायेगा। इसके अलावा इन पुस्तकों के संचालन हेतु विघालयों की समय—सारिणी में प्रति सप्ताह न्यूनतम एक वादन निर्धारित किया जायेगा साथ ही पुस्तक की विषयवस्तु पर प्रार्थना सभा, प्रतिभा दिवस एवं राष्ट्रीय व स्थानीय दिवसों पर चर्चा—परिचर्चा, वाद—विवाद, भाषण व नाट्य प्रस्तुतिकरण आदि आयोजित किये जायेंगे।
एससीईआरटी द्वारा तैयार इन पुस्तकों का माह जुलाई 2024 में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं विघालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा विमोचन किया जा चुका है।