Tuesday, April 29, 2025
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महिला समूहों को रोजगार के साथ ही, उत्पादों के विपणन के लिए मिलेगा उचित प्लेटफार्म, 01 आउटलेट में लगभग 25 महिलाओं को मिल सकेगा रोजगार

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देहरादून,, डीएम सविन बंसल के निर्देशन में जिला प्रशासन निंरतर आगे बढ रहा है। हिलांस आउटलेट के माध्मय से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने तथा राज्य की महिला समूहों के उत्पादों को विपणन की सुविधा, मरीजों एवं तीमारदारों को अस्पताल तथा जन सामान्य को पयर्टन एवं सार्वजनिक में कैंटीन की सुविधा देने के कैन्टीन आधुनिक आउटलेट निर्माण आदि कार्य गतिमान है। जिनकी जिलाधिकारी द्वारा मॉनिटिरिंग की जा रही है।

जनपद में स्वयं सहायता समूहों का आजीविका बढाने तथा राज्य के स्थानीय उत्पादों को विपणन हेतु प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सविन बसंल के निर्देशन में आधुनिक आउटलेट/कैफे/रेस्टोरेंट खोले जाने की योजना के अन्तर्गत शुरूआती चरण में 04 स्थानों कचहरी परिसर, सुद्धोवाला (पंचायतघर के निकट), कोरोनेशन हास्पिटल, गुच्चुपानी में जल्द ही आधुनिक आउटलेट/कैफे/रेस्टोरेंट, खोंले जा रहे हैं। इन आउटलेट के खुलने से जहां जनमानस को जहां पौष्टिक भोजन एवं आर्गेनिक उत्पाद मिलेंगे, वहीं महिला स्वंय सहायता समूहों को रोजगार के साथ ही उनके उत्पादों को विपणन की सुविधा हेतु उचित प्लेटफार्म मिलेगा। वही कोरोनेशन में कैंटीन के खुलने से जहां मरीजों एवं उनके तीमारदारों को पौष्टिक आहार मिलेगा तथा बाजार रेट से कम कीमत पर पौष्टिक भोजन मिलेगा।

 

चारधाम यात्रा को मिलेगा स्वास्थ्य कवच : धामी सरकार की पहल पर मोदी सरकार की मुहर

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देहरादून, चारधाम यात्रा जैसे विशाल और संवेदनशील आयोजन के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में उत्तराखंड की धामी सरकार के प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (National Medical Commission – NMC) ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के उस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है, जिसमें पोस्टग्रेजुएट मेडिकल ट्रेनी डॉक्टरों की स्वैच्छिक तैनाती की अनुमति मांगी गई थी। एनएमसी द्वारा दी गई स्वीकृति न केवल उत्तराखंड की तैयारी को मजबूती देती है, बल्कि यह भविष्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों के लिए भी एक मार्गदर्शक बन सकती है। यह निर्णय देश के भावी डॉक्टरों को समाजसेवा, प्रशिक्षण और अनुभव का एक दुर्लभ मंच प्रदान करेगा। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के दिशा निर्देशों पर स्वास्थ्य महकमा चारधाम यात्रा में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

 

*डीआरपी प्रमाणपत्र के लिए मिलेगा व्यावहारिक अवसर*

 

अब पहली बार, एमडी/एमएस/डीएनबी जैसे पोस्टग्रेजुएट डॉक्टर चारधाम यात्रा में सेवा देकर डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम (DRP) प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे। एनएमसी ने स्पष्ट किया है कि यात्रा के दौरान दी गई सेवाएं क्लीनिकल रोटेशन या डीआरपी के अंतर्गत मान्य होंगी और डॉक्टरों को इसके लिए अलग से तीन माह की ट्रेनिंग नहीं करनी पड़ेगी।

 

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया, “यह निर्णय न केवल तीर्थयात्रियों के लिए उपयोगी है, बल्कि प्रशिक्षु डॉक्टरों को उच्च हिमालयी चिकित्सा और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने का व्यावहारिक अनुभव भी देगा। स्वास्थ्य विभाग सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगा ताकि यह पहल प्रभावी ढंग से लागू हो सके।”

 

*हिमालयी चिकित्सा का प्रशिक्षण और सेवाभाव का अनुभव*

 

एनएमसी के सचिव डॉ. राघव लैंगर ने कहा कि यह एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां शैक्षणिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र का समन्वय समाजहित में उपयोगी सिद्ध हो रहा है। चारधाम यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़, मौसम की प्रतिकूलता और भौगोलिक कठिनाइयों के बीच चिकित्सकों का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।

 

*राज्य सरकार करेगी लॉजिस्टिक सपोर्ट की व्यवस्था*

 

उत्तराखंड सरकार इन डॉक्टरों के लिए समुचित आवास, खानपान, प्रशिक्षण, सेवा प्रमाणपत्र और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करेगी। यात्रा मार्गों पर विशेष चिकित्सा इकाइयों को सुदृढ़ किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को त्वरित और विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवा मिल सके।

 

*देशभर से मिल रही है भागीदारी की इच्छा*

 

एनएमसी की स्वीकृति के बाद देशभर के मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों से प्रशिक्षु डॉक्टरों की भागीदारी के लिए सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। युवा डॉक्टर इस पहल को सेवाभाव और करियर विकास दोनों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण अवसर मान रहे हैं।

 

*सहकारी शासन का सफल उदाहरण*

 

यह पहल सहकारी संघीय शासन के सिद्धांतों पर आधारित एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरी है, जहां राज्य और केंद्र सरकार मिलकर एक धार्मिक यात्रा को सुरक्षित और सुचारु बनाने के लिए नवाचार और भागीदारी आधारित समाधान विकसित कर रहे हैं।

 

*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश : “चारधाम यात्रा हो सुरक्षित, सुगम और संतुलित”*

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, “हमारी सरकार का संकल्प है कि चारधाम यात्रा न केवल श्रद्धा की यात्रा हो, बल्कि सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से भी एक मिसाल बने। एनएमसी द्वारा दी गई स्वीकृति हमारे लिए ऊर्जा का स्रोत है और यह दर्शाता है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर जनता के हित में निर्णायक कार्य कर रही हैं। यह पहल न केवल तीर्थयात्रियों को सशक्त स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि युवा डॉक्टरों को सेवाभाव के साथ प्रशिक्षण का अद्वितीय अवसर भी देगी।”

मुर्शिदाबाद हिंसा : इंटरनेट सेवाएं बंद, 150 से ज्यादा लोग गिरफ्तार; हिंदुओं ने भागकर ली स्कूलों में शरण

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नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद मुर्शिदाबाद से कथित तौर पर हिंदू समुदाय के लोगों के पलायन की खबरें आ रही हैं। हिंसक प्रदर्शन के कारण इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पुलिस ने 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) की धारा 163 के तहत कई पाबंदियां लागू की गई हैं। सुरक्षाबल मुख्य मार्ग से आने-जाने वाले सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं। संवेदनशील इलाकों में पुलिस की पेट्रोलिंग जारी है। जांच अभी चल रही है। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

 

पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट कर बताया कि 400 से अधिक हिंदुओं को मुर्शिदाबाद के धुलियान से भागने, नदी पार करने और स्कूल में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने हिंदुओं की तस्वीरें और वीडियो भी पोस्ट किए।

 

भाजपा नेता ने कहा, “धार्मिक कट्टरपंथियों के डर से मुर्शिदाबाद के धुलियान में 400 से अधिक हिंदू नदी पार करके मालदा के बैष्णबनगर के देवनापुर-सोवापुर जीपी के पार लालपुर हाई स्कूल में शरण लेने के लिए मजबूर हुए।” अधिकारी ने पोस्ट में कहा कि बंगाल में धार्मिक उत्पीड़न वास्तविक है। उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, “टीएमसी की तुष्टिकरण नीतियों ने कट्टरपंथी तत्वों को प्रोत्साहित किया है। हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है, हमारे लोग अपनी ही जमीन पर अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं। कानून-व्यवस्था की इस विफलता के लिए राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए।”

 

उन्होंने जिले में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और जिला प्रशासन से इन विस्थापित हिंदुओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने और उनके जीवन की रक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “बंगाल जल रहा है। सामाजिक ताना-बाना टूट चुका है। अब बहुत हो चुका।” इससे पहले शनिवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक विशेष डिवीजन बेंच ने मुर्शिदाबाद जिले में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया।

 

कोर्ट ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा हाल के दिनों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान सांप्रदायिक अशांति को नियंत्रित करने के लिए किए गए उपाय पर्याप्त नहीं थे। बेंच ने यह भी कहा कि अगर पहले सीएपीएफ तैनात किया गया होता, तो स्थिति इतनी गंभीर और अस्थिर नहीं होती।

 

कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा, “केंद्रीय सशस्त्र बलों की पहले तैनाती से स्थिति को कम किया जा सकता था, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि समय पर पर्याप्त उपाय नहीं किए गए।” खंडपीठ ने इस बात पर जोर दिया कि स्थिति गंभीर और अस्थिर है। बेंच ने अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और निर्दोष नागरिकों पर हुए अत्याचारों को रोकने की जरूरत पर बल दिया।

 

आदेश में कहा गया, “जब लोगों की सुरक्षा खतरे में हो, तो संवैधानिक न्यायालय मूक दर्शक नहीं रह सकता और तकनीकी बचाव में उलझ नहीं सकता।” सुवेंदु अधिकारी की तरफ से याचिका दायर किए जाने के बाद न्यायालय ने यह आदेश जारी किया। सुवेंदु ने कहा था कि उन्होंने राज्य सरकार से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की मांग करके तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था, लेकिन राज्य ने इसे स्वीकार नहीं किया, जिसके कारण उन्हें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा (साभार उत्तम हिन्दू)।

मानव सेवा समिति ने आयोजित किया रक्तदान शिविर, डॉ. अनिल वर्मा सम्मानित

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देहरादून में मानव सेवा समिति द्वारा आयोजित तथा उत्तराखण्ड ग्रुप रियल स्टेट डेवलपर्स द्वारा प्रायोजित रक्तदान शिविर एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह शिविर यूथ रेड क्रॉस और आईएमए ब्लड बैंक के सहयोग से संपन्न हुआ, जिसमें कुल 52 युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर मानव सेवा का परिचय दिया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे डॉ. अनिल वर्मा, जिन्हें 155 बार रक्तदान करने के लिए “मानव सेवा समिति अवॉर्ड – 2025” से सम्मानित किया गया। सम्मानित करते हुए समिति ने उन्हें “रक्तदाता शिरोमणि” की उपाधि भी प्रदान की।

शिविर का उद्घाटन फीता काटकर किया गया, जिसमें प्रमुख अतिथियों में फेडरेशन ऑफ ब्लड डोनर्स ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय सचिव एवं यूथ रेड क्रॉस के प्रतिनिधि डॉ. अनिल वर्मा, एड्स कंट्रोल के संयुक्त निदेशक अनिल सती, आईएमए ब्लड बैंक के डॉ. मनीष कुमार, पीआरओ ज्योति छेत्री, मानव सेवा समिति अध्यक्ष महेश खंकरियाल, उत्तराखंड ग्रुप रियल एस्टेट डेवलपर्स के निदेशक चक्रधर खंकरियाल और समाजसेवी साहिब सिंह भंडारी शामिल रहे।

 

डॉ. अनिल वर्मा ने इस अवसर पर कहा, “रक्तदान समाज सेवा का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। यह न केवल जरूरतमंद को जीवनदान देता है, बल्कि रक्तदाता को भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।” उन्होंने बताया कि नियमित रक्तदान से हृदय रोग और कैंसर की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।

 

कार्यक्रम के अध्यक्ष राज्य मंत्री प्रताप सिंह पंवार ने रक्तदान को “जीवनदान” बताते हुए कहा, “मानवता की सेवा ही सच्ची ईश्वर भक्ति है। हर स्वस्थ व्यक्ति को समय-समय पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए।”

 

डॉ. वर्मा ने उन्हें सम्मानित करने के लिए समिति के अध्यक्ष महेश खंकरियाल का विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

शिविर के सफल आयोजन में पंकज शर्मा, भूपेंद्र मेहरा, पूनम डोभाल, भूपेंद्र चौहान, आयुष खंकरियाल, पीयूष खंकरियाल, सुदर्शन रावत, नरेश पोखरियाल, विमल भट्ट, प्रकाश बिष्ट, मदन पंवार और पंकज सिंह ने एवं शिविर संचालन में आई एम ए ब्लड बैंक अधिकारी डॉ० मनीष कुमार, शिवम् गुप्ता , फरमान खान, तथा आनंदी शर्मा ने विशेष सहयोग किया l संचालन महेश खंकरियाल ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन चक्रधर खंकरियाल ने किया।

इस प्रेरणादायक आयोजन ने समाज को रक्तदान के महत्व और मानव सेवा की भावना से अवगत कराया।

 

 

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालयए हरिद्वार के छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण देहरादून स्थित क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र एवं एफआरआई में संपन्न

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हरिद्वार (कुलभुषण)गुरुकुल कांगड़ी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटीए हरिद्वार के वनस्पति विज्ञान एवं सूक्ष्मजीवविज्ञान विभाग के 44 विद्यार्थियों ने एक शैक्षणिक भ्रमण के तहत देहरादून स्थित क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र एवं प्रतिष्ठित वन अनुसंधान संस्थान ;एफआरआईद्ध का दौरा किया।

इस भ्रमण में विभाग के प्रख्यात संकाय सदस्य डॉण् संदीप कुमार एवं डॉण् विनीत विश्नोई भी सम्मिलित रहेए जिनकी उपस्थिति ने छात्रों को विषय संबंधी गहन ज्ञान प्राप्त करने का अवसर दिया। विभाग के सहायक प्रयोगशाला प्रभारी तरुण ने भी इस शैक्षणिक यात्रा में सहयोग प्रदान किया।

विद्यार्थियों ने क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र में विज्ञान की विविध शाखाओं से संबंधित मॉड्यूलों एवं प्रदर्शनियों का अवलोकन कियाए वहीं एफआरआई में उन्हें वनस्पति विज्ञानए पर्यावरण संरक्षणए वानिकी अनुसंधान एवं जैव विविधता जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई।

इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को प्रयोगात्मक एवं वास्तविक अनुभव प्रदान करना थाए जिससे वे अपनी अकादमिक समझ को व्यवहारिक धरातल पर सुदृढ़ कर सकें। छात्रों ने इस यात्रा को अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायक बताया।

अध्यात्म के जागरण से ही भारत विश्वगुरु बनेगा – सतपाल महाराज

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हरिद्वार (कुलभूषण)।  ऋषिकुल  मैदान में मानव उत्थान सेवा समिति की शाखा श्री प्रेमनगर आश्रम के तत्वावधान में वैशाखी महोत्सव के पावन पर्व पर तीन दिवसीय सद्भावना सम्मेलन के प्रथम दिवस पर संबोधित करते हुए उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री व सुविख्यात समाजसेवी श्री सतपाल जी महाराज ने कहा कि अध्यात्म का जागरण जब भारत वर्ष में होगा तो विवेकानन्द,वीर शिवाजी भी पैदा होंगे। अध्यात्म के जागरण से ही भारतवर्ष पुनः विश्वगुरु के स्थान को प्राप्त करेगा।इसलिए हम सद्भावना सम्मेलनों को आज जगह – जगह कर रहे हैं। आप लोग संकल्प लेकर अपनी सोई हुई आत्मा को जगाएं गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने उन वीर सिपाहियों को जो देश की रक्षा के लिए लड़ रहे थे उनकी आत्मा को जगाया और जगाकर एक वीर योद्धा के रूप में मानव समाज के सामने खड़ा किया, साथ ही साथ धर्म के मर्म को भी समझाया, धैर्य व साहस का भी उन्होंने परिचय दिया।

 

श्री महाराज जी ने कहा की जब-जब अधर्म बढ़ता है, धर्म की हानि होती है, तब उसके समाधान के लिए महान पुरुषों का आना होता है। हमारे भारत में महान पुरुषों की श्रृंखला हम मनाते आए हैं। इसलिए हम सनातन धर्म को मानते हैं, क्योंकि उसका न आदि है, न अंत है। उसके अंदर वेदों का ज्ञान है, उपनिषदों का ज्ञान है महान पुरुषों की वाणी है, महान पुरुषों का इतिहास पुराणों के रूप में यह सारी चीजे हमारे सामने आती हैं और पुराणों की जो कथाएं हैं उन कथाओं का अगर हम सार देखें तो यही होता है कि व्यक्ति को आत्मज्ञान जानना चाहिए। इसी से ही व्यक्ति का कल्याण होता है।

 

महाराज श्री ने आगे कहा कि संत समझाते हैं कि संसार के अंदर क्यों भटकते हो वह शक्ति तुम्हारे अंदर है और जब ज्ञान के जरिए तुम उसको जानोगे तब पता चलेगा। अभी कुछ दिन के बाद ही बद्रीनाथ केदारनाथ की यात्रा शुरू होने वाली है। बद्रीनाथ के अंदर क्या हुआ कि नर और नारायण ने तपस्या की। सहस्त्र कवच राक्षस को मारने के लिए उन्होंने एक वर्ष की तपस्या की, एक तपस्या करता था, एक युद्ध करता था। ऐसे सारे कवच काट डाले एक कवच बचा तो वह भाग गया और द्वापर युग में वह करण के रूप में पैदा हुआ। नर और नारायण श्री कृष्णा और अर्जुन के रूप में पैदा हुए तब नारायण ने कहा अर्जुन से अब तुम कर्ण का वध करो यह एक कवच लेकर आया हुआ है तो बद्रीनाथ में नर और नारायण ध्यान करते थे मंदिर के अंदर आप देखेंगे कि भगवान बद्री विशाल ध्यानवत बैठे हुए हैं और ध्यान कर रहे हैं। कहने का अभिप्राय है यह है कि वहां महापुरुषों ने ध्यान किया। ध्यान का मतलब मन को एकाग्र करना, मन को परमात्मा में लगाना है।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री आदरणीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने सम्मेलन में उपस्थित सभी भक्तों को सम्बोधित किया और कहा कि हमारा भारत आज विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है, सभी देशों की निगाहे भारत की ओर टिकी है। आगे कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी देश को नई दिशा व गति प्रदान कर रहे है। आप सबका साथ मिल रहा है तभी देश का विकास अग्रसर हो रहा है। आगे कहा कि समान नागरिक संहिता(UCC) को लागू करने वाला उत्तराखंड एक मात्र ऐसा पहला राज्य है। सम्मेलन में सभी श्रद्धांलु भक्तों का इस गंगा जी के पावन तट पधारने पर उन्होंने अभिवादन और वंदन किया।

 

कार्यक्रम से पूर्व माननीय मुख्यमंत्री श्री धामी जी को श्री महाराज जी ने स्मृति चिन्ह, श्री विभु जी ने अंग वस्त्र, श्री सुयश जी ने पुष्प गुच्छ और समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओ से स्वागत किया।

Rape with Dog: 12-13 कुत्तों के साथ रेप का आरोप; पुलिस ने नौशाद को किया गिरफ्तार

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नई दिल्‍ली। दिल्ली पुलिस ने शाहदरा के कैलाश नगर से एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उस पर कई कुत्तों का रेप करने का आऱोप है। आरोपी की पहचान नौशाद के तौर पर हुई है। उसके खिलाफ एक एनजीओ ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी।
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, एक व्यक्ति का कुत्ते के साथ यौन उत्पीड़न करने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में व्यक्ति को लोगों द पीटते हुए भी दिखाई दे रहे हैं और उससे पूछा जा रहा है कि उसने कितने कुत्तों के साथ रेप किया है।
इस वीडियो को एक पशु कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था। इसमें एक व्यक्ति को हिरासत में दिखाया गया था और कई लोगों उसकी पिटाई कर रहे थे। वीडियो में एक व्यक्ति को यह पूछते हुए सुना जा सकता है कि तुमने कितने कुत्तों का रेप किया? कार्यकर्ता ने दिल्ली पुलिस, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, एलजी कार्यालय और कई अन्य नेताओं को भी टैग किया था। अधिकारियों ने बताया कि, एनजीओ ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने कम से कम 12-13 मादा कुत्तों के साथ बलात्कार किया है। मामले की जांच अभी जारी है।

उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू: सीएम धामी  

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–   उपनल कर्मी की बेटी की शादी को मिलेंगे 50 हजार रुपये |: गणेश जोशी
देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाएगा। नियमितीकरण की प्रक्रिया का खाका तय करके जल्द नियमावली जारी कर दी जाएगी। शनिवार को कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास के मुख्य सेवक सदन में उपनल कर्मचारी महासंघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री की अनुमति से सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अब से भी उपनल कर्मचारियों की बेटी के विवाह में सहयोग के रूप में 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। प्रदेश सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री ने उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की थी। अपनी वर्षों पुरानी मांग पर कार्रवाई से खुश उपनल कर्मचारियों ने आज मुख्यमंत्री और सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के सम्मान के लिए समारोह का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभिनंदन और सम्मान की असली हकदार प्रदेश की सवा करोड़ जनता है, जिसने हर पांच साल में सरकार बदलने की परिपाटी को तोड़ते हुए उन्हें दोबारा सेवा का मौका दिया।राज्य सरकार एक ठोस और प्रभावी नीति बनाकर जल्द ही उपनल के कर्मचारियों को नियमित करने का कार्य प्रारंभ करेगी। इसे चरणबद्ध तरीके से तय समय सीमा के अंदर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि विभिन्न धरना-प्रदर्शन के दौरान उपनल कर्मियों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के लिए उनकी भी समीक्षा की जाएगी
उपनल कर्मियों के पक्ष में हर संभव फैसला लेंगे: जोशी
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जब कप्तान अच्छा होता है तब पूरी टीम अच्छा प्रदर्शन करती है। राज्य सरकार ने उपनल कर्मचारियों के पक्ष में कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। पहले उपनल कर्मचारियों के मृत्य होने पर उनके परिजनों को 15 हजार की राशि दी जाती थी जिसे अब बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार किया गया है। उन्होंने कहा अब किसी भी उपनल कर्मचारी की बेटी की शादी में उपनल की ओर से 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। उमुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार उपनल कर्मचारियों के पक्ष में हर संभव फैसला लेगी।

उक्रांद नेता आशुतोष नेगी जेल से रिहा, पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

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देहरादून, उक्रांद नेता आशुतोष नेगी आज जेल से रिहा हो गये, पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं और ढ़ोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया l गौरतलब हो कि पिरामिड कैफे और रजवाड़ा रेस्तरां में कर्मचारियों के वेतन के मामले में वसूली और अभद्रता पर उक्रांद नेता आशुतोष नेगी और आशीष नेगी को एक साथ जेल भेजा गया था, आशीष नेगी पहले जेल से बाहर आ चुके हैं l

क्या था मामला :

यूकेडी के कार्यकर्ता आशुतोष नेगी को देहरादून में 02 रेस्तरां में घुसकर वसूली करने और अभद्रता के मामले में बड़ी राहत मिली है। रायपुर थाना क्षेत्र के नालापानी चौक स्थित रजवाड़ा रेस्तरां मामले के बाद उन्हें राजपुर रोड के पिरामिड कैफे के प्रकरण भी जमानत मिल गई है। अब वह जेल से बाहर आ पाएंगे। इससे पहले उक्रांद के ही नेता आशीष नेगी को दोनों मामलों में जमानत मिल गई थी। वह फिलहाल जमानत पर रिहा हैं। दोनों को पुलिस ने 27 मार्च को जेल भेजा था। सत्र न्यायाधीश प्रेम सिंह खिमाल की कोर्ट में आशुतोष नेगी की जमानत पर सुनवाई की गई। शुक्रवार को जारी किए गए सत्र न्यायाधीश के आदेश के अनुसार बचाव पक्ष के अधिवक्ता आलोक घिल्डियाल ने दलील पेश करते हुए कहा कि अभियुक्तगण निर्दोष हैं। पुलिस ने राजनीतिक दबाव में झूठा मुकदमा दर्ज किया है। लिहाजा, उनकी जमानत मंजूर करना न्यायोचित होगा। वहीं, अभियोजन पक्ष ने जमानत का विरोध किया।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (दांडिक )गुरु प्रसाद रतूड़ी ने कहा कि अभियुक्त (आशुतोष नेगी ) 20 मार्च को 40-50 लोगों के साथ नारेबाजी करते हुए पिरामिड कैफे में घुसे और अभद्रता/गाली गलौज की। उस दौरान 06 कर्मचारियों की सैलरी के नाम पर 01 लाख 07 हजार रुपये वसूल किए गए। पिरामिड कैफे में विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। उस दौरान दोनों रेस्तरां/कैफे की घटना को लेकर आशुतोष नेगी और आशीष नेगी ने आरोप लगाया था कि संबंधित प्रतिष्ठान संचालक पहाड़ी मूल के कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पिरामिड कैफे संचालक ने पहाड़ी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया और उनकी सैलरी भी नहीं दी।
इसी तरह राजवाड़ा रेस्तरां से काम छोड़कर गए शौकीन सिंह का अवशेष वेतन जारी नहीं किया गया। घटना के बाद व्यापारिक संगठनों ने कारोबारियों के उत्पीड़न के विरोध में एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन किया, जबकि उक्रांद भी गिरफ्तारी को लेकर निरंतर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, वर्तमान में दोनों आरोपियों को जमानत मिल गई और तनाव की स्थिति भी नहीं है।

महाराज ने अधिकारियों को परिसंपत्तियों के बंटवारे में तेजी लाने के दिये निर्देश

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उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन को लेकर बैठक

हरिद्वार(कुलभूषण)। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में वर्चुअल प्रतिभाग करते हुए प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पूर्व में हुई दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों की बैठक में हरिद्वार उधमसिंहनगर एवं चम्पावत की कुल 660.182 है० भूमि को उत्तराखण्ड को हस्तान्तरण की सहमति बनी थी, किन्तु अभी तक तक इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल उत्तर प्रदेश से शासनादेश निर्गत करवायें जाएं।

उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मध्य बुधवार को हरिद्वार स्थित उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने भी वर्चुअल प्रतिभा किया। बैठक में दोनों राज्यों के मध्य परिसम्पत्तियों के बंटवारे के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा अनुप्रयुक्त खाली भूमि के हस्तान्तरण पर सहमति बनी तथा अवगत कराया गया कि हस्तान्तरण हेतु प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया। बनबसा में भूमि हस्तान्तरण हेतु उत्तराखंड सिंचाई विभाग के नियन्त्रणाधीन एक खण्ड खोलने हेतु भूमि उपलब्ध कराने के लिये उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को प्रस्ताव प्रेषित करने पर भी सहमति हुई।

बैठक में इकबालपुर नहर हेतु अपर गंगा कैनाल से पानी उपलब्ध कराने के लिये प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा वर्तमान में उपलब्ध डिस्चार्ज के आधार पर अध्ययन कर निर्णय लेने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। जनपद हरिद्वार में भगत सिंह चौक की जल निकासी हेतु अपर गंगा कैनाल के नीचे से ड्रेनेज क्रास कराकर सिल्ट इजेक्टर में छोडने हेतु अनापत्ति के सम्बन्ध में वार्ता हुई. जिसमें विस्तृत डी०पी०आर० प्रस्तुत करने के उपरान्त निर्णय लेने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया।

उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से सिंचाई खण्ड रुड़की उत्तराखंड को पूर्व में 04 नहरें हस्तान्तरण करने के सम्बन्ध में सहमति हुई थी, उक्त में से 02 नहरों को सिंचाई खण्ड रुड़की को हस्तान्तरित करने हेतु निर्देशित किया गया। बनबसा बैराज पर पूर्व निर्मित पुल को Retrofit कराने हेतु विचार-विमर्श किया गया। उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि यह बैराज पुराना है तथा नये बैराज का प्रस्ताव गठित किया जा रहा है। उक्त में पुल का प्रस्ताव आवश्यकतानुसार सम्मिलित कर लिया जायेगा। उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश को जाने वाले शिलाखाला नाले की सफाई हेतु विचार-विमर्श हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा सम्बन्धित खण्ड को नाले की सफाई कराने हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक में प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि 25 अगस्त 2021 को टिहरी बांध की ऊंचाई 02 मीटर बढ़ाने से वर्तमान में टिहरी बांध से 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल भीमगौडा बैराज पर उपलब्ध हो रहा है जिसका सम्पूर्ण उपयोग उ०प्र० द्वारा किया जा रहा है, जबकि उ०प्र० की मांग 4000 क्यूसेक है। उत्तराखण्ड राज्य द्वारा 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है जो बहुत कम है।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बनबसा बैराज पर पन्टून ब्रिज अत्यन्त पुराना है जिसके निर्माण की आवश्यकता है, किन्तु बनबसा बैराज का नियंत्रण उ०प्र० सिंचाई विभाग के अधीन है। इसके निर्माण हेतु भी तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए।

बैठक में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियन्ताओं तथा अन्य उच्चाधिकारियों शामिल थे।