Tuesday, May 13, 2025
Home Blog Page 107

शुभंकर की भव्य लॉन्चिंग, योग और मलखंभ भी राष्ट्रीय खेल का हिस्सा

0

– मुख्यमंत्री का आग्रह रंग लाया, पीटी उषा ने प्रतीकों के लॉन्चिंग कार्यक्रम में दी जानकारी
– अद्भुत लाइट एंड साउंड शो में दिखी उत्तराखंड की धमक
– शुभंकर के साथ ही लांच हुए लोगो, जर्सी, टॉर्च, एंथम और टैग लाइन

देहरादून। 38 वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर समारोह की भव्यता के बीच योग और मलखंभ जैसे दो पारंपरिक खेल भी राष्ट्रीय खेल का हिस्सा बन गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आग्रह को भारतीय ओलंपिक संघ ने स्वीकार कर लिया। रविवार को आयोजित भव्य शुभंकर समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ पीटी ऊषा ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 38 वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर प्रतीक मौली, लोगो, जर्सी, एंथम और टैग लाइन को लॉन्च किया। राष्ट्रीय खेलों के लिए टैग लाइन संकल्प से शिखर तक घोषित की गई है।
रविवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के खेल इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संपूर्ण उत्तराखंड वासियों की ओर से धन्यवाद प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का सुंदर लोगो उत्तराखंड के विविध रंगों को पूरे देश के सामने प्रदर्शित करता है। यह एंथम, हमारी एकजुटता को प्रदर्शित करने के साथ खिलाड़ियों को और अधिक परिश्रम करने हेतु प्रेरित करता है। राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर, मोनाल हमारे प्रदेश की विशिष्टता को प्रदर्शित करने के साथ युवा खिलाड़ियों को बड़े लक्ष्यों को सामने रखकर जी-तोड़ मेहनत करने हेतु भी प्रेरित करता है। और लोगो हमारे राज्य पक्षी मोनाल से प्रेरित है जो उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और विविधता के रंगों को भारत के प्रत्येक कोने तक पहुँचाएगा। राष्ट्रीय खेलों की सुंदर मशाल प्रज्वलित की है वो देश में एकता और सामूहिक प्रयास के प्रतीक के रूप में राज्य भर की यात्रा करेगी और समाज में खेल भावना और खेल संस्कृति विकसित करने में सहायता करेगी।
बतौर मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प, विकल्प रहित होना चाहिए। संकल्प से ही हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन हेतु अब पूर्ण रूप से तैयार है। इस आयोजन के लिए राज्य सरकार ने अवस्थापना सुविधाओं में लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जिससे राज्य में कई नए खेल मैदानों का निर्माण, स्टेडियम और स्विमिंग पूलों का पुनर्निर्माण, वाटर स्पोर्ट्स के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, साइकिलिंग ट्रैक, शूटिंग रेंज को विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में भी छोटे खेल स्टेडियमों का निर्माण कर रही है। जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने हेतु प्रत्येक स्तर पर अभिनव प्रयास किए गए हैं। फिट इंडिया, खेलो इंडिया योजना के साथ मजबूत स्पोर्ट्स इकोसिस्टम विकसित किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। प्रदेश में नई खेल नीति लागू कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण पुनः लागू करने, प्रदेश के खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि को दोगुना करने और खेल विश्वविद्यालय के निर्माण की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने वाले देश के तमाम खिलाड़ी उत्तराखंड से अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे।
इस मौके पर केंद्रीय खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि देश के खिलाड़ी आज अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तराखंड के खिलाड़ी देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल विकास में केंद्र सरकार उत्तराखंड को पूरी मदद देगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि ओलंपिक का आयोजन भारत में कराया जाए। खेल मंत्री मनसुख मंडाविया का वीडियो संदेश भी इस मौके पर प्रसारित किया गया।
भारतीय ओलपिंक संघ की अध्यक्ष डा. पीटी ऊषा ने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए उत्तराखंड को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए उम्मीद जताई कि खेलों के विकास में उत्तराखंड में बेहतर कार्य होगाा।
उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन बेहद उत्साहित करने वाला है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सुनैना कुमारी, राज्य ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, सचिव शैलेश बगोली, खेल निदेशक प्रशांत आर्य समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन आरजे काव्य ने किया।

 

आयुर्वेद महाकुंभ ने दी विश्व को नई शक्ति – राज्यपाल

0

Dehradun,  उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( सेवानिवृत्त ) गुरमीत सिंह ने आज यहां देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित चार दिवसीय आयुर्वेद सम्मेलन में कहा कि आयुर्वेद महाकुंभ ने विश्व को नई शक्ति दी है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग और टेलीमेडिसिन जैसी उभरती आधुनिक वैज्ञानिक प्रौद्योगिकीयो का उपयोग आयुर्वेद को और अधिक बढ़ावा देने के लिए किया गया जो पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली और अत्याधुनिक चिकित्सा प्रणाली के संगम को दर्शाता है।

राज्यपाल महोदय ने कहा कि यह कांग्रेस औषधीय पौधों, नवोन्मेषी उपचारों, वेलनेस उत्पादों और उन्नत अनुसंधान से जुड़े आयुर्वेद की समृद्ध विरासत की एक बेहतरीन प्रदर्शनी रही है जिसमें व्यावसायियों, उद्यमियों और चिकित्सकों को आपस में सहयोग करने और आयुर्वेद को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाने के लिए एक मंच का काम किया है।

राज्यपाल महोदय ने बहुत गर्मजोशी के साथ उपस्थित लोगों और खासकर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ कि आधुनिक विज्ञान और राज्य स्वास्थ्य सेक्टर के लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में भागीदारी की। उन्होंने खासकर उन पहलों को देखकर काफी प्रसन्नता जताई जिनका लक्ष्य युवा पीढ़ी के लिए आयुर्वेद को सुलभ बनाना है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को इसके लिए प्रेरित किया जाना चाहिए कि वे गर्व और प्रयोजन के साथ इस प्राचीन परंपरा को और आगे बढ़ाएं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान संगठनों से बेहतरीन प्रशिक्षण संस्थानों का निर्माण करने और विभिन्न संबंधित विषयों को बढ़ावा देने और आयुर्वेद में उल्लेखनीय शोध में सहायता करने की अपील की। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि इस विधा में 4000 से अधिक शोधपत्रों को तैयार किया गया जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने आयुर्वेद के ज्ञान को प्रचारित-प्रसारित करने, इसका ज्ञान आगे आने वाली पीढ़ी को हस्तांतरित करने और इस ज्ञान में मूल्य वर्धन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सम्मेलन भर नहीं रहा बल्कि स्वास्थ्य और वेलनेस के खूबसूरत युग की दिशा में एक रूपांतरकारी यात्रा रही है जिसने जीवन जीने के विजन को एक नई प्रेरणा दी है।

राज्यपाल ने इस सम्मेलन के दौरान आयुर्वेद के क्षेत्र में विभिन्न देशों के साथ किए गए समझौतों ज्ञापनों और की गई नेटवर्किंग पर भी प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के साथ विचारों का आदान प्रदान स्वास्थ्य की वैश्विक प्रणाली के रूप में आयुर्वेद के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि आयुर्वेद सम्मेलन और एक्सपो में 12,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें 58 देशों के 352 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि शामिल हैं। सम्मेलन में पूर्ण सत्रों के अतिरिक्त 150 वैज्ञानिक सत्र और 11 एसोसिएट सत्र शामिल रहे। आरोग्य एक्सपो में 1.2 लाख से भी अधिक लोगों ने भाग लिया।

उत्तराखंड के आकर्षण में खिंचे चले आए डेलीगेट्स

0

विश्व आयुर्वेद कांग्रेस में सबसे ज्यादा 12 हजार डेलीगेट्स दून में पंजीकृत

चार दिन के आयोजन में जुटे 54 देशों के 300 डेलीगेट्स

आयुष भूमि होने की वजह से लोगों ने आने में दिखाई रुचि

चार दिन के विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के दसवें संस्करण में 12 हजार डेलीगेट्स के पहुंचने का आंकड़ा दर्ज हुआ है। इस विश्व स्तरीय आयोजन के इतिहास में डेलीगेट्स की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस लिहाज से उत्तराखंड ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। इस आयोजन में 54 देशों की भागीदारी रही। 300 विदेशी डेलीगेट्स ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर आयुष के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित किया।

पिछले वर्ष गोवा में आयोजित इस आयोजन के नौवें संस्करण में सबसे ज्यादा डेलीगेट्स पहुंचे थे। वहां पर 5102 डेलीगेट्स का पंजीकरण हुआ था। कोच्चि में आयोजित इस आयोजन के पहले संस्करण में 1800 डेलीगेट्स का ही पंजीकरण हुआ था। देहरादून उत्तराखंड में जब इस आयोजन का एलान हुआ, तब ही ये माना जा रहा था कि यहां रिकॉर्ड पंजीकरण हो सकते हैं। आयुष के लिहाज से सबसे समृद्ध राज्य होने को इसकी वजह माना जा रहा था। ये अनुमान सही साबित हुआ है। देश विदेश के डेलीगेट्स ने उत्तराखंड आने में खास दिलचस्पी दिखाकर पंजीकरण का नया रिकॉर्ड रच दिया है।

आयुष विभाग के अपर सचिव डॉ विजय जोगदंडे के अनुसार, इस आयोजन में कुल 12 हजार पंजीकरण हुए हैं। 54 देशों के 300 प्रतिनिधियों की भी आयोजन में भागीदारी हुई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान आयुष पर गहन चर्चा के साथ ही नई संभावनाओं पर भी बात हुई है।

विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो 2024 के सफल आयोजन के लिए उत्तराखंड देश विदेश से आए डेलीगेट्स के प्रति आभारी है। आयुष भूमि उत्तराखंड में विचार विमर्श महत्वपूर्ण विचार विमर्श हुआ है, जिसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। आयुष के विकास और इससे आम जन को लाभ पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

माल रोड मसूरी में स्थानीय नागरिक एवं पर्यटक जल्द करेंगे गोल्फकार्ट की सवारी

0

डीएम सविन बंसल के माल रोड पर यातायात का दबाव कम करने तथा स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को सुगम सुविधा आवागमन के प्रयास ला रहे हैं रंग।

देहरादून, मसूरी पहुंचे गोल्फकार्ट प्रशिक्षकों द्वारा आज से स्थानीय रिक्शा चालकों को गोल्फ कार्ड चलाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा प्रथम चरण में चार गोल्फ कार्ट चलाए जाएंगे। मसूरी माल रोड में यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए माल रोड पर वाहनों का आवागमन पर रोक लगाते हुए, स्थानीय निवासियों एवं पर्यटकों की आवागमन हेतु सुगम सुविधा के लिए गोल्फ कार्ड चलाने का निर्देश डीएम सविन बंसल द्वारा दिए गए थे।
जल्द ही मसूरी पर्यटक स्थल पर जनमानस को गोल्फ कार्ड की सुविधा मिलने जा रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बच्चों को जीवन में सफल होने के दिए मूल मंत्र, जीवन में आगे बढ़ने के लिए भी किया प्रेरित।

0

देहरादून, । काबिना मंत्री गणेश जोशी ने आज नगर निगम टाऊन हॉल में बब्बल्स स्कूल, रायपुर रोड़, देहरादून के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
वार्षिकोत्सव समारोह में स्कूली बच्चों ने द्वारा कई सांस्कृतिक की मनमोहन प्रस्तुतियां भी दी गई। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों और शिक्षकों को प्रमाण पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बच्चों को जीवन में सफल होने के मूल मंत्र भी दिए और बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों का होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ साथ नैतिक शिक्षा और चरित्र शिक्षा का होना भी बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आधुनिक बनना है तो विचारों में आधुनिक बने। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने स्कूल के वार्षिकोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए विद्यालय और उसमें अध्ययनरत छात्र छात्राओं के उज्वल भविष्य की कामना भी की।
इस अवसर पर महानगर महामंत्री सुरेंद्र राणा, डायरेक्टर कोमल रौथाण, प्राचनाचार्य अनुषा गुप्ता, संकेत नौटियाल, अंकित रौथाण, गायिका सिमरन चौपड़ा सहित शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

अरुणाचल प्रदेश में कर्तव्य पथ पर वीरगति को प्राप्त जवान सुनील नाथ को श्रद्धांजलि

0

देहरादून, । सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून निवासी और वर्तमान में अरूणांचल प्रदेश के मणिपुण में तैनात 49वीं बटालियन आईटीबीपी के जवान सुनील नाथ गोस्वामी के वीरगति प्राप्त होने पर उनके निजी आवास पहुंचकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपनी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने परिवारजनों को ढांढस भी बंधाया और परिवार जनों को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया। गौरतलब है कि आईटीबीपी के जवान सुनील नाथ गोस्वामी (54) वर्ष मणिपुर में तैनात थे। बीते शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई।

देहरादून में ‘आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट’: शास्त्रीय और सूफी संगीत का आध्यात्मिक संगम

0

संगीत जो आपके मन को आध्यात्मिक एहसास दिलाये

तीन दिवसीय रिट्रीट 13-15 दिसंबर 2024 को पुनर्नवा वेलनेस रिज़ॉर्ट में होगा आयोजित

देहरादून,  देहरादून की शांत और सुरम्य पहाड़ियों में आयोजित होने जा रहे ‘आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट’ के तहत संगीत, आध्यात्मिकता और वेलनेस का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य मानसिक शांति, भावनात्मक स्वास्थ्य और आत्मिक जुड़ाव को बढ़ावा देना है। रिट्रीट का आयोजन 13 से 15 दिसंबर 2024 के बीच पुनर्नवा वेलनेस रिज़ॉर्ट में होगा।

वैष्णवाचार्य श्री अभिषेक गोस्वामी महाराज के मार्गदर्शन में आयोजित इस रिट्रीट में सूफी क्वीन हरदीप कौर, बांसुरी वादक पं. अजय प्रसन्ना, शास्त्रीय गायिका मीता पंडित, उस्ताद अनवर खान मांगणियार और फ्यूजन मास्टर्स दिव्यांश और मनुराज जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण:
13 दिसंबर को मीता पंडित अपने शास्त्रीय गायन और उस्ताद अनवर खान मांगणियार राजस्थानी लोक संगीत से कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।
14 दिसंबर को हरदीप कौर का सूफी संगीत और पं. अजय प्रसन्ना का बांसुरी वादन दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा।
15 दिसंबर को ‘प्रकृति की आरती’ और ध्यान संगीत के साथ रिट्रीट का समापन होगा।May be an image of 8 people, flute and text

वैष्णवाचार्य श्री अभिषेक गोस्वामी महाराज ने कहा, “आरोहा रिट्रीट एक ऐसा मंच है, जहां संगीत, आध्यात्मिकता और प्रकृति का संगम होता है। यह रिट्रीट न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा, बल्कि आध्यात्मिक अनुभवों के जरिए आत्मा को भी तृप्त करेगा।”

पैकेज विवरण:
रिट्रीट के लिए तीन दिवसीय डीलक्स पैकेज ₹30,000 प्रति युगल से शुरू होता है। इसमें भोजन, आवास और सभी कार्यक्रमों का वीआईपी प्रवेश शामिल है। बुकिंग BookMyShow पर उपलब्ध है।

रिट्रीट के आयोजकों का कहना है:
परियोजना प्रमुख बानी शर्मा ने कहा, “यह रिट्रीट वेलनेस और संगीत प्रेमियों के लिए एक अनोखा अवसर है। यह प्रकृति की गोद में तनाव से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ जुड़ने का एक माध्यम है।”

आरोहा म्यूजिकल वेलनेस रिट्रीट के बारे में:
यह रिट्रीट शास्त्रीय और सूफी संगीत के माध्यम से वेलनेस और आध्यात्मिकता का अनुभव कराता है। यह कार्यक्रम उपस्थित लोगों को प्रकृति, संगीत और ध्यान के जरिए आंतरिक शांति का अनुभव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।May be an image of 9 people, flute and text

सड़क सुरक्षा के मानकों के अनुरूप किए जाए सभी कार्य : जिलाधिकारी

0

“राजपुर रोड में युद्ध स्तर पर डिवाइडर के निर्माण कार्य, डिवाइडर के ऊपर लगाए जाएंगे स्टील रेलिंग”

देहरादून, जनपद के जिलाधिकारी सविन बसंल ने कहा कि राजपुर रोड पर युद्ध स्तर पर डिवाइडर के निर्माण कार्य चल रहा है, सभी कार्य सडक सुरक्षा के मानकां के अनुरूप किये जाएं। सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के अनुपालन में सड़क सुधारीकरण, स्पीड ब्रेकर एवं जेबरा क्रॉसिंग, डिवाइडर का कार्य तेजी से गतिमान है। जिलाधिकारी स्वयं सड़क सुरक्षा कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। राजपुर रोड पर ओवर राइडिंग व सड़क क्रॉसिंग को ध्यान में रखते हुए तेजी से चल रहा है डिवाइडर के निर्माण कार्य। डिवाइडर के ऊपर स्टील का रेलिंग भी लगाए जाएंगे। डिवाइडर बनने से चालकों की मर्जी पर लगेगा ब्रेक, अनियमित, कही पर से कट करने वाले, मोड़ने वाले दुपहिया वाहन पर लगेगी लगाम। अब सड़क सुरक्षा के अनुरूप होगी सुगम सुरक्षित सफर। सड़क सुरक्षा निर्माण कार्य से दुपहिया हुडदंगियों व वाहनों की तेज चाल पर लगा ब्रेक, और लोगों को ध्वनि प्रदुषण से मिलाने लगी राहत। उप जिलाधिकारी/नोडल अधिकारी कुमकुम जोशी एवं अधिशासी अभियंता जीतेन्द्र त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारी स्वयं मौके उपस्थित होकर मानक के अनुरूप सड़क सुरक्षा कार्य को युद्ध स्तर पर करवा रहे हैं। शहर के विभिन्न स्थानों चौकों पर स्पीड ब्रेकर जेब्रा क्रॉसिंग एवं स्टॉप लाइन का कार्य किया गया। जबकि राजपुर रोड में पुरानी जिर्णशीर्ण डिवाइड को हटाकर नई डिवाइड लगाने का कार्य योजना स्तर पर जारी है। डीएम के निर्देशों के अनुपालन में सड़क सुरक्षा के कार्यों को युद्ध स्तर पर मानक के अनुरूप पूर्ण किया जा रहा हैं।

पासिंग आउट परेड : भारतीय सेना का हिस्सा बने 456 युवा अफसर, 35 विदेशी कैडेट्स भी हुए पासआउट

0

देहरादून, आईएमए से पास आउट होेकर भारतीय सेना को आज 456 नए अफसर मिल गए हैं। इसके साथ ही मित्र देशों के भी 35 सैन्य अफसर पास आउट हुए। ऐतिहासिक चैटबुड बिल्डिंग में ड्रिल स्क्वायर पर हुई पासिंग आउट परेड की सलामी पड़ोसी देश नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने ली। जो मुख्य अतिथि के तौर पर प्ड। परेड में शामिल हुए।
पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सैन्य अकादमी आईएमए के नाम देश—विदेश की सेना को 66119 सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इसमें 2988 सैन्य अधिकारी मित्र देशों के शामिल है। आईएमए के साथ हर कैडेट्स के लिए आज का दिन बेहद खास है। कड़े प्रशिक्षण के बाद आज जेंटलमैन कैडेट्स भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं। अंतिम पग पार कर भारतीय सेना में कई अधिकारी शामिल हो गए। इस लम्हे का जेंटलमैन कैडेट्स के साथ—साथ उनके परिजनों को भी बेहद इंतजार रहता है। आईएमए में परेड के दौरान जेंटलमैन कैडेट्स के परिजन भी मौजूद रहे। पासिंग आउट के लिए जेंटलमैन कैडेट्स के परिजनों के आंखों में खुशी साफ नजर आई। सभी परियोजनाओं के चैटबुड बिल्डिंग के सामने कुर्सियां लगाई गई है। प्रशिक्षण के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले प्रथम सिंह को स्वर्ण पदक, जतिन कुमार को रजत, स्वार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जबकि मयंक ध्यानी को कांस्य से नवाजा गया। पासिंग आउट परेड के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। परेड के दौरान आईएमए परिसर में चप्पे चप्पे पर सेना के जवान तैनात रहे जबकि आईएमए के बाहरी परिषद क्षेत्र में सुरक्षा की जिम्मेदारी दून पुलिस के पास रही। आईएमए के आसपास पूरे क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया था। प्रेमनगर और घंटाघर की ओर से गुजरने वाले वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहा। जब तक आईएमए पासिंग आउट परेड पूरी नहीं हुई तब तक रूट डायवर्ट रहा।

उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच ने दो बिन्दुओं को लेकर दिया धरना

0

देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषणा के तहत शनिवार को दीनदयाल पार्क मेँ दो बिन्दुओं को लेकर धरना आयोजित किया गया जिसमें सभी मातृशक्ति व वरिष्ठजनों द्वारा प्रतिभाग किया गया। धरने का संचालन जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती एवं अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी ने किया। इस मौके पर पुष्पलता सिलमाणा व सुलोचना भट्ट ने कहा कि हम पिछले कई वर्षों से अपने छूटे हुये राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की मांगों को लेकर संघर्षरत हैं लेकिन माननीय मुख्यमन्त्री जी द्वारा तत्कालीन सरकार मेँ 31-दिसम्बर 2021 के शासनादेश होने के बाद भी किसी जिले मेँ चिन्हीकरण की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई जिससे राज्य आंदोलनकारियों मेँ रोष व्याप्त हैं।
पूर्व राज्य मन्त्री सुरेन्द्र कुमार व द्वारिका बिष्ट ने कहा कि हम सब लोग छूटे हुये लोगो के लियॆ लामबंद हैं सरकार व शासन प्रशासन को इसका शीघ्र निस्तारण कराना चाहियॆ।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व ललित जोशी ने कहा कि सरकार ने 10% क्षैतिज आरक्षण दिलवाए जाने मेँ हमारे लम्बे संघर्ष के बाद जो मिला भी उसमें खामियां हैं। राज्य आन्दोलन मेँ संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी व वरिष्ठ आंदोलनकारी शंकर चन्द रमोला ने कहा कि महिलाओं ने इतना संघर्ष किया लेकिन अभी भी सड़कों पर आने को मजबूर हैं अतः अब माननीय मुख्यमन्त्री से अपील की हैं कि जल्द उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाकर इस त्रुटि को ठीक कराया जायं औऱ सभी चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों के पक्ष मेँ आदेश जारी करें जैसा कि प्रवर समिति की पुष्टि मेँ किया गया था।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती एवं जयदीप सकलानी ने कहा कि एक तरफ हम राज्य की रजत जयन्ती की ओर बढ़ रहें हैं तों वहीं माननीय मुख्यमन्त्री जी की 30-जून की वार्ता के बाद भी हमें छूटे हुये लोगो के चिन्हीकरण के लियॆ धरना देने को मजबूर होना पड़ रहा हैं। सरकार इन दोनों बिन्दुओं का शीघ्र निस्तारण करें अन्यथा हमें पुनः सड़कों मेँ आने को विवश ना करें।
धरने के अन्त मेँ प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश नेगी ने जिला प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार ज्योतेन्द्र नेगी को ज्ञापन पढ़कर प्रेषित किया।
धरने मेँ मुख्यतः सलाहकार केशव उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , पूर्व राज्य मन्त्री व राज्य आन्दोलन मेँ तथ्यात्मत्नक समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार , प्रदीप कुकरेती , पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व अधिवक्ता अब्बल सिंह नेगी , ललित जोशी , प्रेम सिंह नेगी , मोहन खत्री , शंकर चन्द रमोला , विपिन नेगी , जबर सिंह पावेल , जयदीप सकलानी , सुरेश नेगी , पूर्व प्रधान जगदीश राणा , बलबीर सिंह नेगी , धर्मानन्द भट्ट , संतन सिंह रावत , सुरेश कुमार , देवेन्द्र नौडी़याल , नरेश नेगी , मनोज नौटियाल , संजय तिवारी , रघुवीर तोमर , हरि सिंह मेहर , विरेन्द्र सिंह रावत , सुशील चमोली , विनोद असवाल , प्रभात डण्डरियाल , विजय बलूनी , सुरेन्द्र रावत , राजा राम बुडाकोटी , नारायण सिंह नेगी , सुशील बुड़ाकोटी , क्रांति अभिषेक , संजय बलूनी , सुलोचना भट्ट , राधा तिवारी , पुष्पलता सिलमाणा , द्वारिका बिष्ट , सुशील विरमानी , नरेन्द्र नौटियाल , नारायण सिंह नेगी , प्रताप सिंह रावत , उपेन्द्र सेमवाल , अनित जुयाल , सुशील घिल्डियाल , अमित सिंह परमार , आमोद पैन्युली , धनंजय घिल्डियाल , धर्मेन्द्र राणा , अरुणा थपलियाल , रामेश्वरी रावत , लक्ष्मी बिष्ट , अनीता रावत , मीरा गुसांई , सुनीता खंडूड़ी , कल्पना सेमवाल , सुबोधिनि भट्ट , संगीता रावत , जयन्ती बलूनी , रामेश्वरी नेगी , सरोज कण्डवाल , शान्ति कैतुरा , सुभागा फर्स्वाण , अनीता रावत , गीता नेगी , सुनीता बहुगुणा , एकादशी देवी , पुष्पा बहुगुणा , यशोदा रावत , यशोदा ममगांई , सरोजनी नौटियाल आदि।