Friday, June 6, 2025
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1500 फीट की ऊंचाई पर कैसे टकराईं थी ट्रॉलियां, घटना से पहले का Video Viral

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नेशनल डेस्क: झारखंड के देवघर में त्रिकुट पर्वत पर पर्यटकों के लिए बने रोपवे की केबल कारों में दस अप्रैल की शाम हुई टक्कर के बाद 1500 से 2000 फीट की ऊंचाई पर 25 केबल कारों में फंसे 48 लोगों में से 46 लोगों को लगभग 46 घंटे के अथक प्रयास के बाद वायुसेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और सेना के जवानों ने एमआई 17 हेलीकॉप्टरों की मदद से बचा लिया जबकि तीन की मौत हो गई एवं 12 अन्य घायल हो गए।

दो की मौत हेलीकॉप्टर से बचाए जाने के दौरान नीचे गिर जाने से हुई।
देवघर रोपवे हादसे का एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे दो ट्रॉलियां आपस में टकरा गईं। टक्कर होते ही ट्रॉलियों में बैठे लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई। वीडियो में लोगों की चीख-पुकार को साफ सुना जा सकता है। इस वीडियो को ट्रॉली में सवार लोगों ने बनाया है। केबल कार का रोलर टूटते ही तीन केबल कारें (ट्रॉलियां) पहाड़ से टकरा गईं-और उनमें से दो ट्रॉलियां लुढ़कर नीचे जा गिरीं। ये सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जब तक कोई कुछ समझ पाता कई श्रद्धालु ट्रॉलियों से जमीन पर गिर चुके थे। रविवार को अंधेरा होने के कारण वायुसेना अपना बचाव अभियान नहीं प्रारंभ कर सकी लेकिन सोमवार को तड़के 5 बजे से लोगों को बचाने का अभियान प्रारंभ किया गया। बचाव दल के अधिकारियों ने बच्चों को बिस्किट और फ्रूटी देकर बहलाने की कोशिश की लेकिन भयभीत बच्चे और बड़े कुछ खा-पी नहीं पा रहे थे। त्रिकुट पहाड़ी पर बने इस रोपवे को अपनी तरह का देश का सबसे ऊंचा रोपवे माना जाता है जिसमें एक पहाड़ी से दूसरी पहाड़ी पर जा रहे रोपवे को कई स्थानों पर 60 डिग्री तक के कोण पर ऊपर चढ़ना होता है।

हाईकोर्ट पहुंचा मामला
झारखंड हाईकोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगा। राज्य सरकार को अदालत ने एक हलफनामे के जरिए विस्तृत जांच रिपोर्ट दाखि़ल करने को कहा है। अदालत ने कहा कि वर्ष 2009 में इस तरह की गड़बड़ी हुई थी, लेकिन उससे सबक नहीं लिया गया और दोबारा घटना हुई है। अदालत ने इस मामले की जांच रिपोर्ट 25 अप्रैल तक अदालत में पेश करने का निर्देश दिया है। इस दौरान राज्य सरकार की ओर महाधिवक्ता ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए है तथा बचाव एवं राहत कार्य जोरों पर है एवं अब कुछ लोग ही फंसे हैं जिन्हें निकाला जा रहा है। रविवार को इस दुर्घटना के बाद अंधेरा हो जाने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया था। यद्यपि केन्द्र सरकार के निर्देश पर सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान मौके पर पहुंच गए थे।

 

बड़ी खबर : फिर गरजेगा बुलडोजर, हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में अवैध अतिक्रमण पर फिर कार्यवाही के निर्देश

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‘आयुक्त गढवाल मण्डल ने ली अधिकारियों की बैठक, शीघ्र कार्यवाही करने के दिये दिशा-निर्देश’

देहरादून, उत्तराखंड़ उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में आज आयुक्त गढवाल मण्डल सुशील कुमार ने सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर शीघ्र कार्यवाही हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए साथ ही देहरादून में अभियान के तहत अवैध अतिक्रमण पर की गई कार्यवाही की अद्यतन जानकारी लेते हुए गढवाल आयुक्त ने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि रेखीय विभाग अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में तेजी लाना सुनिश्चित करेंगे तथा भूमि पर मजबूत दीवार एवं फैसिंग बाड़ लगाना सुनिश्चित करें इस हेतु पर्याप्त मात्रा में बजट की उपलब्धता रहेगी साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अतिक्रमण से मुक्त की गई भूमि को सामुदायिक विकास के कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाए। अतिक्रमण मुक्त की गई भूमि का नक्शे के माध्यम से अवलोकन कराया जाय ।

बैठक में आयुक्त गढवाल मण्डल ने गत बैठक में दिए गए निर्देश के अनुपालन मेें की गई कार्यप्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण के सम्बन्ध में दोषी अधिकारी कर्मचारियों के विरूद्ध प्रशासनिक दण्डात्मक कार्यवाही कर आख्या प्रस्तुत करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों के कारण बताओ नोटिस के जवाब आ गए हैं उन पर कार्यवाही की जानी है अथवा नहीं की जानी है का विनिश्चय कर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। 22 कर्मचारी जिनके कारण बताओ नोटिस के उत्तर प्राप्त नहीं हुए हैं ऐसे कार्मिकों पर तत्काल विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ करने हेतु सम्बन्धित विभागाध्यक्ष/नियुक्त अधिकारी को पत्रावली प्रेेषित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून को 05 कार्मिकों पर कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जिलाधिकारी को पत्रावली प्रेषित करने के निर्देश दिए साथ ही 20 अप्रैल तक कार्यवाही की सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को मनमोहन लखेड़ा बनाम राज्य व आदि में उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल द्वारा पारित आदेशों के परिपालन में कार्यवाही तेजी लाने के निर्देश दिए।

बैठक में सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम अभिषेक रूहेला, अपर नगर आयुक्त जगदीश लाल, मुख्य अभियन्ता सी.एम पाण्डेय, एस.ई (एनएच) लो.नि.वि हरीश पांगती, नगर निगम से अनुपम भटनागर, वेद प्रकाश बधानी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

बिस्‍सू पर्व की धूम : खुशहाली की मन्नतें मांगी, देवता को अर्पित किये बुरांस के फूल

विकासनगर, जौनसार बावर में 67 साल बाद खत मझियारना के समाल्टा में बिस्सू का फुलियात पर्व मनाया गया। पर्व पर चालदा महाराज मंदिर समाल्टा में हर गांव से ग्रामीण ढोल-दमाऊ रणसिंगे की गूंज के साथ ग्रामीण पहुंचे। जिन्होंने देवदर्शन कर खुशहाली की मन्नतें मांगी और देवता को बुरांस के फूल अर्पित किए।

स्थानीय ग्रामीणों ने लोक संस्कृति के प्रतीक ठोड़ा नृत्य की प्रस्तुति से युद्व कला का प्रदर्शन किया। बिस्सू देखने बाहर से आए पर्यटकों के लिए ठोड़ा नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।

बैसाखी की संक्राति से एक दिन पहले मंगलवार को रायगी गांव स्थित शेडकुडिया महाराज और चालदा महासू मंदिर कोटी-बावर में मने बिस्सू मेले के साथ जौनसार-बावर में बिस्सू पर्व का आगाज हो गया था। जिसके बाद अन्य स्थानों पर बिस्सू पर्व की शुरूआत हुई, फुलियात पर्व मनाने बड़ी संख्या में जुटे स्थानीय ग्रामीणों व महिलाओं ने देवता के दरबार में मत्था टेकने के बाद ढोल-दमोऊ व रणसिंघे की थाप पर हारुल के साथ तांदी नृत्य की प्रस्तुति से समा बांधा।

देवघार खत के रायगी गांव में शेडकुडिया महाराज का प्राचीन मंदिर है। देव परंपरा के अनुसार यहां प्रतिवर्ष बैसाखी की संक्राति से एक दिन पहले बिस्सू मेला मनाने का रिवाज है। इसके बाद जौनसार-बावर के अन्य इलाकों में पूरे एक माह तक बिस्सू का जश्न परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा।

 

क्षेत्र में बिस्सू मेले की शुरुआत रायगी मंदिर से होती है। लोकपरंपरा के अनुसार बिस्सू के दिन रायगी मंदिर के गर्भगृह से शेडकुडिया महाराज की देव पालकी गाजे-बाजे के साथ श्रद्वालुओं के दर्शनार्थ बाहर निकली। देवता के दर्शन को बड़ी संख्या में जुटे श्रद्वालुओं ने देव पालकी को कंधा लगाकर पुण्य कमाया।
जौनसार-बावर में हर साल अप्रैल से मई माह के बीच मनाए जाने वाले बिस्सू मेले का विशेष एवं परंपरागत महत्व है। ढोल-बाजे के साथ आए ग्रामीणों ने जौनसारी जनजाति समाज की लोक संस्कृति के प्रतीक माने जाने वाले ठोड़ा नृत्य की शानदार प्रस्तुति से अपनी युद्व कला का प्रदर्शन कर समाज की नई पीढ़ी को विरासतन संस्कृति को बचाने के साथ जडों से जुड़े रहने की सीख दी।

लोक संस्कृति के जानकारों ने ठोड़ा नृत्य के समय तीर-कमान से एक दूसरे पर निशाना साधा। सटीक निशान लगाने पर युद्व कला के माहिर देवघार-बावर के ग्रामीणों ने युवाओं के साथ बिस्सू का जश्न मनाया।

 

प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी, नाराज उक्रांदने डीएम कार्यालय में किया प्रदर्शनउक्रांद: मान्यता मिली पर खत्म नहीं हुआ 'किस्सा कुर्सी का'

देहरादून, प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी से नाराज उक्रांद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया और अपर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि प्राइवेट स्कूलों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्राइवेट स्कूल हर वर्ष फीस वृद्धि कर मनमानी करने लगे हैं। बेलगाम स्कूलों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। यही नहीं, प्राइवेट स्कूलों और प्रकाशकों की मिलीभगत से किताबों के दामों में भी वर्षवार वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सख्त निर्देश हैं कि भारत के किसी भी राज्य में कोई भी निजी स्कूल तीन वर्ष में अधिकतम 10 फीसदी ही फीस वृद्धि कर सकता है। हर स्कूल वेबसाइट पर फीस का ढांचा देगा। जिलेवार कमेटी बनाने के भी निर्देश हैं जिसके चेयरमैन डीएम होेंगे और यह कमेटी आयोग की गाइडलाइन का पालन करवाएगी लेकिन उत्तराखंड में आयोग की गाइडलाइन का कहीं पालन नहीं हो रहा है। इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं सरकार प्राइवेट स्कूलों को संरक्षण दे रही है।

आरोप लगाया कि कोरोनाकाल के बाद सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में फीस कम करने की जगह मनमानी करने की छूट का आदेश दे दिया है। इसके तहत प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य चार्ज भी पहले की तरह ले सकते हैं। अपर सिटी मजिस्ट्रेट मायाराम जोशी को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की नियमावली अविलंब लागू करने, जिलेवार फीस नियंत्रण कमेटी का गठन कर आयोग की गाइडलाइन लागू करवाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में केंद्रीय महामंत्री सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, लताफत हुसैन, विजय बौड़ाई, विपिन रावत, अनिल डोभाल, किरन रावत, सुलोचना ईष्टवाल, देवेंद्र रावत, पंकज उनियाल, टीकम राठौर, मनोज मिश्रा, जितेंद्र, संजीव शर्मा, मनोज कांबोज शामिल थे।

 

ईपीएफओ दफ्तरों पर सीबीआई की टीमों ने मारे ताबड़तोड़ छापे, मचा हड़कंपशिमला: ईपीएफओ कार्यालय में सीबीआई की दबिश, कब्जे में लिया रिकॉर्ड

देहरादून, हल्द्वानी और देहरादून में ईपीएफओ के दफ्तरों में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर सीबीआई की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। सीबीआई की पांच-पांच सदस्यीय टीम ईपीएफओ दफ्तरों में पहुंची और एक-एक अभिलेख की गहनता से जांच की। इस दौरान ईपीएफओ दफ्तर के अफसर और कर्मचारियों में हड़कंप और खलबली मची रही। सीबीआइ की टीम सुबह से ही दस्तावेजों की जांच कर रही है।

सीबीआई सूत्रों की मानें तो ईपीएफओ देहरादून और हल्द्वानी में लगातार गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। बुधवार को सीबीआई देहरादून ने 5-5 सदस्यीय दो टीम बनाकर देहरादून जीएमएस रोड और हल्द्वानी स्थित दफ्तर भेजी। आज दोनों टीमें दफ्तर खुलते ही अंदर छापेमारी में जुट गई। आज बुधवार को सीबीआई की एक टीम ने हल्द्वानी में कर्मचारी भविष्य निधि के ऑफिस में 2021-22 वित्तीय वर्ष के अभिलेखों को जांचा। टीम के पहुंचने के बाद से कर्मचारियों में खलबली मच गई। दोनों दफ्तर में पड़ताल की फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद जो भी खामियां सामने आएंगी, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। भविष्य निधि एक ऐसा संस्थान है जो हर दूसरे व्यक्ति चाहे वह निजी हो या सरकारी सेवा में हो, संबंध जरूर रहता है। कई लोग अपने पीएफ का पैसा निकालने से लेकर नया खाता बनाने और अन्य संबंधित मामलों में हेराफेरी की अक्सर शिकायत करते रहे हैं |

 

अध्यापकों की नियुक्ति एवं पदोन्नति से सम्बन्धित प्रकरणों के लिए स्पष्ट रोड मैप तैयार किया जाय : विद्यालयी शिक्षा मंत्री

देहरादून, विद्यालयी शिक्षा मंत्री ने आज शिक्षा विभाग की विभागीय समीक्षा की गयी। समीक्षा बैठक राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, उत्तराखण्ड के सभाागार कक्ष में आयोजित की गयी। बैठक में सचिव, विद्यालयी शिक्षा श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम एवं महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। बैठक के प्रारम्भ में महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा माननीय मंत्री जी, विद्यालयी शिक्षा का अभिवादन किया गया तथा उनकी अनुमति के साथ डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर राज्य परियोजना निदेशक द्वारा विभागीय समीक्षा बैठक से सम्बन्धित बिन्दुओं पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। मंत्री जी द्वारा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय, एस0सी0ई0आर0टी0, समग्र शिक्षा एवं मध्याह्न भोजन योजना की अलग-अलग समीक्षा की गयी तथा तद्नुसार निम्नवत् दिशा-निर्देश दिये गये-
– प्रत्येक स्तर पर अध्यापकों की नियुक्ति एवं पदोन्नति से सम्बन्धित प्रकरणों के लिए स्पष्ट रोड मैप तैयार किया जाये तथा निर्धारित समयान्तर्गत कार्य पूरा भी किया जाये। इसी क्रम में उनके द्वारा प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति से सम्बन्धित कार्य को 15 मई, 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गये। अधिकारियों के डी.पी.सी. के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये कि शासन को यथावश्यक प्रस्ताव उपलब्ध कराये जायं तथा शासन स्तर पर यथावश्यक समन्वयन भी किया जाय। मिनिस्ट्रियल स्टाफ के रिक्त पदों को पदोन्नति में भी तेजी लायी जाय तथा निर्धारित समयसीमा का पालन किया जाय। सुविधा जनक स्थानों से पदोन्नति पर न जाने वाले कार्मिकों के द्वारा बार-बार पदोन्नति को स्थगित रखने पर उन्हें अगली पदोन्नति में सम्मिलित न किये जाने के लिए यदि नियमावली में परिवर्तन किये जाने की आवश्यकता हो तो विभागीय स्तर से तदनुसार प्रस्ताव तैयार किया जाने के निर्देश दिये गये।
– राज्य में विद्यालयी शिक्षा से वंचित बच्चों की वास्तविक संख्या की जानकारी प्राप्त करने एवं सभी बच्चों को विद्यालयी शिक्षा से जोड़े जाने हेतु सर्वेक्षण किये जाने के निर्देश दिये गये तथा इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा के लिए नोडल अधिकारी भी नामित करने के निर्देश दिये गये। सचिव विद्यालयी शिक्षा द्वारा इस सन्दर्भ में निर्देश दिये गये कि विभागीय स्तर से श्रम विभाग से समन्वयन स्थापित करते हुए बाल श्रम में लगे बच्चों की सूचना प्राप्त कर ली जाय।
– बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षाफल में सुधार हो सके, इसके लिए माननीय मंत्री जी द्वारा प्रत्येक वर्ष के लिए लक्ष्य निर्धारित किये जाने निर्देश दिये गये तथा अगले वर्ष हेतु लक्ष्य 90 प्रतिशत रखा जाय।
– विद्यालयों में भौतिक संसाधनों के अभाव को देखते हुए माननीय मंत्री जी द्वारा प्रकरण की विस्तरित समीक्षा की गयी। उनके द्वारा प्रत्येक स्तर पर भौतिक संसाधनों के गैप का विश्लेषण करने तथा गैप को दूर किये जाने के लिए सभी सम्भावित स्रोतों यथा- राज्य सेक्टर, जिला योजना, नाबार्ड, एम0पी0/एम0एल0ए0 फण्ड, विशेष सहायतित योजना, समग्र शिक्षा, औद्योगिक घराने, सी0एस0आर0 के अन्य स्रोत आदि का संज्ञान लेते हुए आगामी तीन वर्षों में विद्यालयों में सभी भौतिक संसाधनों को उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये। इसी क्रम में उनके द्वारा राज्य सरकार के स्तर से की जाने वाली माँग से सम्बन्धित बजट प्रस्ताव से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये। इस वित्तीय वर्ष में उनके द्वारा शत्-प्रतिशत विद्यालयों में शत् प्रतिशत बच्चों को फर्नीचर उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए विभागीय योजना बनाने के निर्देश दिये गये।
– विद्यालयों के उच्चीकरण के संदर्भ में उनके द्वारा निर्देश दिये गये कि माननीय विधायकों द्वारा उच्चीकरण हेतु उपलब्ध कराये जाने वाले प्रस्तावों का तत्काल संज्ञान लेते हुए निर्धारित मानकों के अनुरूप उनकी मैपिंग की जाये।
– राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर पृथक से चर्चा करने के निर्देश के साथ ही उनके द्वारा निर्देश दिये गये कि राज्य में बाल वाटिका संचालित किये जाने हेतु सम्बन्धित विभागों के साथ समन्वयन बैठक आयोजित की जाये तथा बाल वाटिका के संदर्भ मंे जनसमुदाय से ऑनलाइन सुझाव भी लिये जाने की कार्यवाही की जाये।
– राज्य के कमजोर वर्गों के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को मेडिकल एवं इंजिनियरिंग की तैयारी के लिए अवसर उपलब्ध कराये जाने के लिए सुपर-100 कार्यक्रम के लिए ठोस रणनीति बनाई जाये तथा इन्हें आवासीय कोचिंग दी जाये, जिसमें बच्चों एवं कोचिंग देने वाले शिक्षकों का चयन पारदर्शिता के आधार पर किया जाये।
– माननीय मंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये कि विभागीय स्तर पर जो नियमावली बननी है यथा डायट, राजीव गाँधी नवोदय विद्यालय, सीमैट आदि उनके लिए विभागीय स्तर पर अधिकारी नियुक्त किये जायें तथा तत्काल नियमावली तैयार कर सक्षम स्तर पर अनुमोदन हेतु उपलब्ध करायी जाये।
– निजी विद्यालयों में अध्ययनरत् बच्चों के शुल्क के सम्बन्ध मंे समय-समय पर अभिभावकों की शिकायत न रहे इसके लिए फीस अधिनियम बनाये जाने हेतु तत्काल कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
– विद्यालयों एवं शिक्षकों को समय-समय पर प्रोत्साहित किये जाने के दृष्टिगत निर्देश दिये गये कि प्रत्येक पाँच अच्छे विद्यालयों तथा उनके शिक्षकों को चिह्नित किये जाने के निर्देश दिये गये तथा उन्हें प्रत्येक वर्ष पुरस्कार दिये जाने हेतु कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये। शैलेश मटयानी पुरस्कार के अन्तर्गत राज्य सरकार सीधे पाँच श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कृत कर सके इसके लिए शैलेश मटयानी पुरस्कार की नियमावली में आवश्यक संशोधन किये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये गये।
– माननीय मंत्री जी द्वारा शिक्षा व्यवस्था एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु अन्य राज्यों में किये जा रहे उत्कृष्ट प्रयासों का संज्ञान लेते हुए उनमें से राज्य हित में अच्छे प्रयासों का क्रियान्वयन किये जाने के लिए आवश्यक योजना तैयार करने के भी निर्देश दिये गये।
– शिक्षकों के स्थानान्तरण के लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाये जाने के लिए अन्य राज्यों एवं केन्द्र की स्थानान्तरण नीति का अध्ययन कर लिया जाये तथा तद्नुसार जनहित में राज्य के लिए स्थानान्तरण अधिनियम में यथावश्यक संशोधन किये जाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाये।
– सचिव विद्यालयी शिक्षा द्वारा प्रत्येक कक्षा के लर्निंग आउटकम को प्राप्त करने हेतु किये जा रहे प्रयासों के साथ ही बच्चों में तर्क शक्ति के विकास आदि के लिए भी कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत निर्धारित टॉस्क को समय सीमा के अन्तर्गत प्राप्त किये जाने हेतु ठोस रणनीति बनाये जाने एवं उसे क्रियान्वित किये जाने के निर्देश दिये गये।
बैठक में श्री आर0के0 कुँवर, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, श्रीमती बन्दना गर्ब्याल, निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा, श्री आर0के0 उनियाल, अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, डॉ0 आर0डी0 शर्मा, अपर निदेशक, एस0सी0ई0आर0टी0, मो0 गुलफाम अहमद, वित्त नियंत्रक आदि उपस्थित रहे।

कमर में तमंचा लगाकर घूम रही थी टीचर, पकड़े जाने पर पुलिस पर झाड़ा रौब, पहुंची सलाखों के पीछे

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मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक महिला के पास से तमंचा बरामद किया है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस ने आरोपी शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे जेल भेज दिया है.

क्या है पूरा मामला?
मामला मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र के जेल चौराहे का है. यहां किसी ने पुलिस को सूचना दी कि एक महिला तमंचा लेकर जा रही है. इसके बाद पुलिस उस महिला के पास पहुंची. महिला कांस्टेबल ने उसकी तलाशी ली, तो उसके जीन्स से तमंचा बरामद हुआ. यह देखकर पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए. आसपास के लोगों ने इस घटना की वीडियो बना ली. इसके बाद उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. पेशे से टीचर बताई जा रही महिला
इस मामले में कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि आरोपी महिला का नाम करिश्मा पुत्री पूरन सिंह यादव है. वह फिरोजाबाद की रहने वाली है. वह पेशे से टीचर बताई जा रही है. रठेरा गांव निवासी उमेश के यहां उसका ननिहाल है. मंगलवार को वह मैनपुरी किसी काम से आई थी. इस दौरान किसी ने उसके पास तमंचा देख लिया था. तभी इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मामले की गंभीरता को देखते पुलिस ने मौके पर पहुंचकर और महिला से पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान शिक्षिका पहले तो ना नुकुर करती रही. इसके साथ उसने पुलिसकर्मियों पर रौब गालिब भी किया. इसके बावजूद महिला कांस्टेबल ने तलाशी शुरू की, जिसमें उसकी जीन्स से 315 बोर का तमंचा निकला.

आरोपी महिला को जेल भेजा
एसपी अशोक कुमार राय ने बताया कि जिले में जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. उसी में पता चला कि एक महिला के पास तमंचा बरामद किया गया है. मामला दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया है. पता लगाया जा रहा है कि वह कहां पर पोस्टेड है.

 

सहकारिता बैंक भर्ती घोटाले की जांच को लेकर महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, मंत्री का आवास घेरा

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देहरादून, प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री के आवास पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया, आज प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्‍योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस ने सहकारिता मंत्री डा.धन सिंह रावत के आवास का घेराव किया। मांग की कि सहकारिता बैंक भर्ती घोटाले की जांच प्रभावित न हो इसलिए विभागीय मंत्री इस्तीफा दें।

बुधवार दोपहर करीब दो बजे महिला कांग्रेस सहकारिता मंद्धी डा. धन सिंह रावत के यमुना कालोनी सरकारी आवास के बाहर पहुंचे। हालांकि, आवास पर डा.धन सिंह रावत मौजूद नहीं थे। कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्त्‍ताओं को संबोधित किया।

उन्‍होंने कहा भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस का दावा करने वाली उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। एनआरएचएम घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, सिडकुल घोटाला व अब को-आपरेटिव बैंक में नियुक्तियों में हुए घोटाले इस बात के प्रमाण है।

उन्होंने आरोप लगाए कि को-आपरेटिव बैंक भर्ती घोटाले सहित कोरोना महामारी में मेडिकल सामग्री, दवाई, वैक्सीन खरीद व टेस्टिंग सहित सभी मामलों की सीबीआइ से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।

उन्‍होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया था कि सरकार में उगाही की खुली लूट मची हुई है। जिस पर लगाम लगाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त का दंभ भरने वाली सरकार की नाक के नीचे कुंभ मेले में कोरोना टेस्टिंग महाघोटाले का मामला जनता के सामने है।

जिसमें इस महामारी में आपदा में अवसर का लाभ लेते हुए आम जनता की गाड़ी कमाई से लूट हुई। लेकिन भाजपा सरकार ने इस मामले की जांच को भी ठंडे बस्ते मे डाल दिया है।

इस दौरान महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश रमन, नजमा खान, अल्का पाल, चंद्रकला नेगी, आशा शर्मा, पुष्पा पंवार, नीलम, विमला मन्हास, बाला शर्मा, उर्मिला थापा, प्रियंका भंडारी, सुमित्रा ध्यानी, मुन्नी देवी, रेनू नेगी, रजनी रावत, अंजुम अख्तर, रेखा सोनकर, मीरा सोनकर आदि मौजूद रहे।

नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले युवक को अदालत ने दिया दस साल का कारावास व पांच हजार अर्थ दंड़

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नई टिहरी, धनोल्टी क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले युवक को विशेष न्यायाधीश (पोक्सो) अनुज कुमार की अदालत ने दस साल के कारावास व पांच हजार रुपये अर्थदंड़ की सजा सुनाई है।
लोक अभियोजक चंद्रवीर नेगी ने बताया कि धनोल्टी क्षेत्र की एक गांव की महिला ने गांव के ही युवक मनीष उर्फ मोनू पर आरोप लगाया कि उसने उसके घर में घुसकर उनकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया।

महिला ने इस मामले में 24 अक्टूबर 2016 को थाना थत्यूड़ में युवक के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने युवक के खिलाफ पोक्सो में मुकदमा दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई। न्यायालय में विवेचना के दौरान लोक अभियोजक ने कई गवाह व साक्ष्य प्रस्तुत किए। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश पोक्सो अनुज कुमार ने अभियुक्त मनीष उर्फ मोनू को मामले में दोषी मानते हुए दस साल की कारावास व पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। साथ ही सरकार को पीड़ित के भरण-पोषण के लिए आर्थिक मदद के लिए 15 हजार की राशि देने के आदेश दिए।

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने कोतवाली पुलिस को किया सम्मानित

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ऋषिकेश, पुलिस की जनता के प्रति सहयोगी भूमिका और विगत दिनों नगर के दो व्यापारियों के साथ अलग-अलग हुई घटनाओं में ऋषिकेश कोतवाली पुलिस की ओर से की गई तुरंत कार्रवाई, आरोपित की गिरफ्तारी तथा व्यापारियों को उनकी धनराशि बरामद कर वापस दिलाने पर नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने कोतवाली पुलिस को सम्मानित किया।

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ऋषिकेश के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने बताया कि तीन दिन पूर्व ऋषिकेश निवासी व्यापारी गुरविदर सिंह का ड्राइवर छोटा हाथी वाहन सहित उनके चार लाख 80 हजार रुपये लेकर फरार हो गया था। इसकी तहरीर उन्होंने ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को दी थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी की लोकेशन खंगाली। गाड़ी की लोकेशन अंबाला मिली जिसको अंबाला से बरामद किया गया तथा पुलिस की सक्रियता से आरोपित चालक मसूरी के नजदीक कैम्पटी फाल से पकड़ा गया। चालक से चार लाख 20 हजार रुपये भी बरामद हो गए। अन्य घटना लक्ष्मण झूला रोड पर मनोज नौटियाल के साथ हुई। जिसमें उनके 70 हजार रुपये पर्स सहित गिर गए। पुलिस ने सीसीटीवी की लोकेशन को देखते हुए उस व्यक्ति को ढूंढ निकाला जिसने वह पर्स उठाया था। तथा व्यापारी के 70 हजार रुपये की पूर्ण धनराशि भी बरामद कर ली। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ऋषिकेश के अध्यक्ष ने कहा कि अच्छा कार्य करने पर पुलिस को सम्मानित किया जाना चाहिए इससे पुलिस का मनोबल भी बढ़ता है। बुधवार को ऋषिकेश कोतवाली में व्यापारियों ने कोतवाल रवि सैनी, एसएसआइ डीपी काला, उप निरीक्षक अरुण त्यागी, उमाकांत, नवनीत नेगी, मनोज कुमार को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद रवि जैन, पार्षद राकेश मियां, अरविद जैन, राजकुमार तलवार, पवन शर्मा, मनोज टुटेजा, प्रदीप गुप्ता, संदीप खुराना, एकांत गोयल, अभिषेक शर्मा, आशु डंग, महेश किगर, अमर गुप्ता, नवीन गांधी आदि उपस्थित रहे।

up में तीन दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, सीमावर्ती जनपदों को अलर्ट जारी

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उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. पिछले 24 घंटे में राज्य कोरोना के 55 नए मामले मिले हैं. प्रशासन ने पड़ोसी राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण सीमावर्ती जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है.

लखनऊ: राज्य में पिछले तीन दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 55 नए मामले मिले हैं. आसपास के राज्यों में मामले बढ़ने से सीमावर्ती जनपदों को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बुधवार को 24 घंटे में 1 लाख 24 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 55 नए मामले मिले. 37 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. इससे पहले सोमवार को 17 और मंगलवार को 37 मरीज मिले थे.

यूपी में देश में अब तक सर्वाधिक 10 करोड़ 93 लाख से अधिक टेस्ट किए गए है. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक हैं. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं डेल्टा प्लस के सिर्फ दो ही मामले मिले थे: कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा प्लस के सिर्फ दो ही मामले मिले थे जबकि 90 फीसदी से ज्यादा मामले डेल्टा वैरिएंट के पाए गए थे. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी मामले ओमिक्रोन वैरिएंट के पाए जा रहे हैं. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी जो अब घटकर 0.02 फीसदी रह गई है.

अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज: 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी. ये महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया था. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले थे. अब तक कुल 526 सैंपल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं.

खास खबर : रिस्पना एवं बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड़ की तैयारी, मुख्य सचिव ने सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए

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देहरादून, राज्य के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने रिस्पना एवं बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड़ के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव के समक्ष फीजीबिलिटी स्टडी का प्रस्तुतीकरण किया गया।
मुख्य सचिव ने रिस्पना एवं बिंदाल नदी में एलिवेटेड रोड को 6 लेन बनाए जाने की सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तैयार होने के बाद यह सड़कें देहरादून की सड़कों का कंजेशन काफी हद तक कम करने में कारगर सिद्ध होंगी।

मुख्य सचिव ने कहा कि नदियों के दोनों किनारों पर भी वाहन चलाने योग्य सड़कों के निर्माण की संभावनाओं को भी तलाशा जाए, जिससे नदियों के आसपास की बस्तियों को आवागमन की सुविधा मिल सके।

ज्ञानतव्त हो कि पूर्व में मुख्य सचिव ने रिस्पना और बिंदाल नदियों में एलिवेटेड सड़क निर्माण के लिए फीजिबिलिटी सर्वे किए जाने के निर्देश दिए थे। जिसके अनुपालन में विधानसभा के पास रिस्पना पुल से सहस्त्रधारा और बिंदाल नदी पर हरिद्वार बायपास से मैक्स अस्पताल के पास तक एलिवेटेड सड़क का फीजिबिलिटी सर्वे किया गया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी सहित अन्य सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

राज्य में हवाई सफर हुआ महंगा, हल्द्वानी से पिथौरागढ़ और देहरादून का भी किराया बढ़ा

हल्द्वानी, उत्तराखंड अगले माह से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है, कोरोना काल के बाद शुरूमहो रही यात्रा के लिये लोगों में काफी उत्साह है, लेकिन राज्य सरकार एक बार फिर यात्रियों को झटका दिया, अब हवाई यात्रा करने वालों को हवाई सफर अब थोड़ा और महंगा पड़ने वाला है, जी हां हल्द्वानी से पिथौरागढ़ और हल्द्वानी से देहरादून हवाई सेवा के किराये में बढ़ोतरी की गई है। अब आपको हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के किराये में 265 तो हल्द्वानी से देहरादून के लिए 326 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। फ़िलहाल पिथौरागढ़ से देहरादून जाने वाले यात्रियों के लिए राहत है। उनको अभी भी पुराना किराया ही चुकाना पड़ेगा।
आपको बता दें कि वर्तमान में पवनहंस कंपनी का छह सीटर हेलीकाप्टर सेवा प्रदान कर रहा है। यह देहरादून से सुबह 9 बजे उड़ान भरकर 1 घंटा 10 मिनट में हेलीकाप्टर हल्द्वानी पहुंचता है। यहां से पंतनगर के बाद पिथौरागढ़ की उड़ान भरता है। 9 अक्टूबर 2021 को उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की ओर से हेलीकाप्टर सेवा शुरू की गई थी।
पवनहंस कंपनी के कुमाऊं अनुभाग अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि हेली सेवा का किराया राज्य सरकार तय करती है। हल्द्वानी, पंतनगर, पिथौरागढ़ व हल्द्वानी, पंतनगर व देहरादून का किराया बढ़ाया गया है। हेली सर्विस शुरू होने के बाद किराये में दूसरी बार वृद्धि हुई है।

हेलीकाप्टर का किराया :
देहरादून से हल्द्वानी व पंतनगर किराया पहले 5967 रूपए था जो अब बढ़कर 6293 रूपए हो गया है, तो वहीं हल्द्वानी से पंतनगर व पिथौरागढ़ का किराया पहले 4856 था जब अब 5121 रूपए हो गया है जबकि देहरादून से पिथौरागढ़ का किराया पहले 7999 था जो अभी भी 7999 है।

रेलवे भूमि पर काबिज 4365 अतिक्रमण तोड़ने के लिए जिला प्रशासन और रेलवे के बीच हुई अहम् बैठक

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(चंदन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, रेलवे अतिक्रमण को लेकर आज रेलवे अधिकारी और डिस्ट्रिक्ट की टीम के साथ अतिक्रमण को लेकर बैठक की गई, जिसमें सभी प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. रेलवे ने अपना प्लान डिस्ट्रिक्ट की टीम के सामने रखा. और आज संबंध में रेलवे अथॉरिटीज के साथ जिलाधिकारी और प्रशासनिक टीम की मीटिंग हुई. जिला अधिकारी का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के लिए फोर्स बाहर से आएगी तो उनके लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी करनी होंगी. और साथ ही अतिक्रमण को टूटने में कम से कम एक से डेढ़ महीने का वक्त लगेगा. जिसके लिए आज रेलवे के आला अधिकारी और जिला प्रशासन के साथ आज महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी, साथ ही जिला अधिकारी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया इस महीने के अंत से शुरू कर दी जाएगी |

राज्य आंदोलनकारी मंच का प्रतिनिधिमण्डल श्रीमहंत देवेन्द्र दास से मिला, राज्य की ज्वलंत समस्याओं पर हुई चर्चा

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देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच का एक प्रतिनिधिमंण्डल ने बुधवार को श्री दरबार साहिब में मत्था टेका व श्री दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से शिष्टाचार भेंट कर आशीर्वाद लिया। प्रतिनिधिमण्डल में शामिल सदस्यों ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज को श्री झण्डे जी मेले के सफल आयोजन पर बधाई दी। प्रतिनिधिमण्डल सदस्यों ने श्री गुरु राम राय मिशन की ओर से स्कूली शिक्षा व उच्च शिक्षा में किये जा रहे कार्योें की प्रशंसा की, कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जन-जन की जुबान पर पहला नाम बन चुका है।
बुधवार सुबह 10ः30 बजे उत्तराखण्ड राज्य आंदलोनकारी मंच का प्रतिनिधिमंण्डल श्री दरबार साहिब पहुंचा। श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार प्रतिनिधिमण्डल में शामिल सदस्यों को स्वागत किया गया। इस बीच उत्तराखण्ड से जुड़े कई ज्वलन्त मुद्दों जैसे बेरोजगारी, पहाड़ों में पलायन, परिसीमन-2027 पर चिंता व्यक्त करते हुए विस्तृत विचार विमर्श हुआ। भेंट के दौरान मंच के अध्यक्ष जगमोहन ंिसंह नेगी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि राज्य में परिसीमन एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। बदलते परीसीमन में विधानसभा सीटों का अनुपात बदलता जा रहा है, जो पहाड़ की जनता के व राज्य के दृष्टिकोण से चिंताजनक है। उत्तराखण्ड में जनसंख्या के साथ साथ क्षेत्रफल के आधार पर भी परिसीमन-2027 का निर्णय होना चाहिए। इससे मैदानी क्षेत्रों के साथ साथ पहाड़ी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व भी बना रहेगा।
मंच के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि एसoजीoआरoआरo एजुकेशन मिशन व एसजीआरआर के संस्थानों के द्वारा जनहित में कई परोपकारी कार्य किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने के कारण आज श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल का नाम हर आम जन के की जुबान पर सबसे पहले आता है। जिला अस्पताल पौड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो व घण्डियाल को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, देहरादून पीपीपी मोड पर चला रहा है। उन्होंने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताला द्वारा जिला अस्पताल पौड़ी कल्स्टर को पीपीपी मोड पर चलाए जाने से पौडीवासियों को बड़ी राहत मिली है।
उत्तराखण्ड पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने कहा कि श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने बड़ा संघर्ष करके प्रदेश वासियों को एक बड़ा व रियायती दरों पर उपचार देने वाला श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल एवम् उच्च शिक्षा के लिए श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय जैसा उत्कृष्ट विश्वविद्यालय दिया है। उन्होंने कहा कि श्री दरबार साहिब की भूमि पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कृषि विभाग द्वारा की जा रही जैविक खेती से किसानों को आने वाले समय में बहुत मदद मिलेगी। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की ओर से किये जा रहे कार्यों के लिए उन्होंने श्री महाराज जी को हार्दिक बधाई दी।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से आग्रह किया कि एसजीआरआर के संस्थनों में आंदोलनकारी परिवारों के बच्चों को फीस में रियायत व श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में चिन्हित आंदोलनकारियों व उनके परिवारों को उपचार मंे रियायत दिए जाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया। श्री दरबार साहिब की ओर से प्रतिनिधिमण्डल सदस्यों को श्री दरबार साहिब की जमीन पर तैयार किये गए जैविक उत्तपाद भेंट किये गए। प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, प्रदेश महासचिव रामलाल खण्डूरी, जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, उत्तराखण्ड पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा, महेन्द्र रावत उर्फ बब्बी पार्षद, वरिष्ठ आंदोलनकारी सतेन्द्र भण्डारी, पूर्णं सिंह लिंगवाल, संयोजक, उत्तराखण्ड आन्दोलनकारी मंच गौरव खण्डूरी, वीरेन्द्र सकलानी, नीरल लिंगवाल आदि शामिल रहे।