Sunday, June 8, 2025
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मुख्य सचिव ने किया पुस्तक ‘अंतस को घेरे जो सघन कुहासा’ का विमोचन

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देहरादून, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उपनिबंधक (सोसायटी पंजीकरण) आलोक शाह द्वारा रचित कविताओं के संग्रह ‘अंतस को घेरे जो सघन कुहासा’ का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि कविता कवि की गहरी भावनाओं, समाज के प्रति उनकी दृष्टि और मानव मन के विभिन्न पहलुओं को अभिव्यक्त करती है। लेखक आलोक शाह ने अपनी इस पुस्तक में जीवन की संवेदनाओं और विचारों को एक मार्मिक तरीके से प्रस्तुत किया है, जो पाठकों को गहराई से छूता है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आलोक शाह के साहित्यिक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “कविता एक ऐसा माध्यम है जो जीवन की गहराइयों को समझने और व्यक्त करने का अवसर देती है। यह पुस्तक न केवल व्यक्तिगत विचारों को साझा करती है बल्कि समाज को एक नई दिशा देने की क्षमता भी रखती है।”
इस अवसर पर गंगा प्रसाद अपर सचिव ,जयपाल तोमर अध्यक्ष वित्त सेवा संघ ,ख़ज़ान पांडे,नरेंद्र सिंह,भूपेश कांडपाल,तंजीम अली ,मनमोहन मैनाली,कैलाश पांडेय आदि उपस्थित रहे ।

वाहन दुर्घटना के पीड़ितों को मिले एकसमान राहत राशि : मुख्यमंत्री

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“निजी बसों की सवारियों को भी मिले दुर्घटना बीमा”

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में निजी बसों में सफर करने वाले यात्रियों को भी दुर्घटना बीमा/आर्थिक सुरक्षा का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने सचिव परिवहन को आदेश दिए हैं कि सरकारी और निजी बसों के मुआवजे में एकरूपता लाने के लिए 10 दिन के भीतर प्रस्ताव प्रस्तुत करें। वर्तमान में, उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में सफर के दौरान दुर्घटना में मृत्यु पर मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष और सड़क सुरक्षा कोष से कुल पांच लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त, निगम की ओर से भी पांच लाख रुपए की दुर्घटना प्रतिकर राशि दी जाती है।
अब निजी बस ऑपरेटर की सवारियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इससे दुर्घटनाओं के दौरान निजी बसों के यात्रियों के परिजनों को कुल दस लाख रुपए की राहत राशि मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि का कष्ट सभी परिवारों के लिए असहनीय होता है। ऐसे में राहत राशि में किसी प्रकार की असमानता नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सड़क सुरक्षा नियमावली को शीघ्र अगली कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाए। इसके साथ ही, सड़कों पर इन्फोर्समेंट बढ़ाने, बसों की फिटनेस सुनिश्चित करने, ड्राइवरों का ड्राइविंग टेस्ट और स्वास्थ्य परीक्षण करने तथा शेष क्रैश बैरियर लगाने की प्रक्रिया तेज की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है और यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी विभागों को इस दिशा में समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं।

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी- मोदी सरकार ने दी 8वें वेतन आयोग को मंजूरी

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नई दिल्ली, दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। मंत्रिमंडल ने गुरुवार को आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी प्रदान कर दी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी साझा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए आठवें केंद्रीय वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय सरकारी कर्मचारियों के लिए लाभ सुनिश्चित करने के मद्देनजर लिया गया है।
आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें 2016 में लागू की गई थीं, लेकिन इसका कार्यकाल 2026 में समाप्त हो रहा है। हालांकि आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें सातवें वेतन आयोग का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही प्राप्त होने की उम्मीद है, जिसके लिए 2025 तक पर्याप्त समय दिया गया है। आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें 2026 तक लागू होने की उम्मीद है।” केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद से देशभर के लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों को लाभ मिलेगा। केंद्रीय कर्मचारियों के संगठन लंबे समय से आठवें वेतन आयोग के गठन की मांग कर रहे थे। ये संगठन सरकार पर लगातार दबाव बना रहे थे। ताकि कर्मचारियों के वेतन संबंधी मुद्दों का समाधान हो सके। कई बार कर्मचारी यूनियनों ने केंद्र सरकार से इस विषय में स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी की थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आठवें वेतन आयोग में न्यूनतम आधार वेतन को बढ़ाकर 34,650 रुपये किया जा सकता है, जो कि सातवें वेतन आयोग में 18,000 रुपये है। वहीं, पेंशन को 9,000 रुपये से बढ़ाकर 17,280 रुपये किया जा सकता है। केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन को तय करने में फिटमेंट फैक्टर की अहम भूमिका होती है। इस बार यह 1.92 हो सकता है। आठवें केंद्रीय वेतन आयोग के गठन और उसकी सिफारिशें स्वीकार होने पर लगभग 49 लाख सरकारी कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनभोगियों के वेतन पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा और उन्हें इसका लाभ मिलेगा। केंद्रीय वेतन आयोग का गठन समय-समय पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन ढांचे और भत्तों में बदलाव की समीक्षा और सिफारिशों के लिए किया जाता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा 28 फरवरी 2014 को गठित सातवें वेतन आयोग ने 19 नवंबर 2015 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसकी सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू की गई थीं। इस समय सीमा के आधार पर आठवें वेतन आयोग के 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होने की उम्मीद की जा रही है। आठवें केन्द्रीय वेतन आयोग के गठन और उसकी सिफारिशें स्वीकार होने पर लगभग 49 लाख सरकारी कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनभोगियों के वेतन पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा और उन्हें इसका लाभ मिलेगा। केंद्रीय वेतन आयोग का गठन समय-समय पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन ढांचे और भत्तों में बदलाव की समीक्षा और सिफारिशों के लिए किया जाता है।

सैफ अली पर चाकू वार, गर्दन व रीढ़ की हड्डी के पास गहरे जख्म, सर्जरी जारी

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मुंबई, बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमले की खबर से हड़कंप मच गया, उन्हें लगी चोटों के मामले में लीलावती हास्पीटल ने बुलेटिन जारी कर दिया है। मुंबई के बांद्रा स्थित उनके घर में आधी रात के बाद घुसे अज्ञात व्यक्ति के उन पर चाकू सेहमला किया था। सैफ कीे तुरंत लीलावती चिकित्सालय ले जायागया जहां उनकी सर्जरी की गई। उनके शरीरपर धारदार हथियार से कुल जमा छह वार किए गए हैं।

एक्स जोन के डीसीपी दीक्षित गेदम के मुताबिक सैफ के 11वें फ्लोर के फ्लैट में चोर घुसा। बॉलिवुड स्टार की चोर के साथ हाथापाई हुई, जिसमें वह घायल हुएचोर ने चाकू से सैफ अली खान पर वार किए। उन्हें 6 जगह चोटें आई हैं। सैफ अली खान पर कई बार हमला किया गया उनके घर में काम करने वाला एक महिला स्टाफ भी जख्मी हुआ है। सैफ अली खान के 3 स्टाफ को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
सैफ की गर्दन पर भी चोट ली है, जिसकी ढाई घंटे तक सर्जरी की गई। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम सैफ अली खान के घर सीसीटीवी फुटेज लेने पहुंची। क्राइम ब्रांच ने जांच के लिए 7 टीमें बनाई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सैफ की गर्दन पर भी चोट लगी है, उनकी अलग-अलग सर्जरी की जा रही हैं। उनकी पीठ में भी गहरा घावहै। एनेस्थीसिया देने वाले डॉक्टर्स भी ओटी में मौजूद हैं।
एक्टर सैफ अली खान को उनके बांद्रा स्थित घर में किसी अज्ञात ने चाकू मार दिया। लीलावती के सीओओ डा. नीरज उत्तमपानी ने बताया कि सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके शरीर पर चाकू के छह घाव मिले हैं, जिनमें से दो गहरे हैं। एक घाव रीढ़ के पास है। उनकी सर्जरी की जा रही है।

सैफ अली खान की टीम ने आधिकारिक बयान में कहा कि सैफ अली खान के घर पर चोरी की कोशिश की गई। उनकी फिलहाल अस्पताल में सर्जरी हो रही है। हम मीडिया और फैंस से अपील करते हैं कि वे धैर्य रखें. यह पुलिस का मामला है, हम आपको स्थिति की जानकारी देते रहेंगे।

पुलिस सीसीटीवी खंगालकर हमलावर की तलाश में जुटी हुई है। सैफ अली खान के घर पर काम करने वाले तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। डीसीपी गेदम के मुताबिक, एक अज्ञात शख्स एक्टर सैफ अली खान के घर में घुसा, जिसके बाद दोनों के बीच हाथापाई हुई। इस झगड़े में सैफ घायल हो गए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

प्रयागराज संगम तट पर परम पुण्यदायी है गंगा-गीता-गायत्री की सेवा – ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी

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हरिद्वार( कुलभूषण), श्री जयराम आश्रम हरिद्वार (कैम्प) महाकुम्भ प्रयागराज-2025 में गंगा-यमुना-सरस्वती के पावन तट पर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज के सान्निध्य में कथाव्यास पं. गोपाल शास्त्री (वृन्दावन) के मुखारविन्द से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन एम.एल.डी. ग्रुप (कोलकाता) द्वारा किया जा रहा है। भागवत कथा शुभारम्भ के अवसर पर जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवतमहापुराण कोई साधारण पुस्तक या ग्रन्थ नहीं अपितु गंगा की तरह साक्षात् ज्ञानगंगा की धारा है, जिस प्रकार गंगा अनादिकाल से प्रवाहित है व नित नूतन है, उसी प्रकार श्रीमद्भागवत की ज्ञानगंगा धारा भी नित नूतन है। श्रीमद्भागवत की पावन कथा का श्रवण मनन संकीर्तन हमें मोक्ष के साथ-साथ पारिवारिक उन्नति भी प्रदान करता है। जब तक धर्म परिवार में रहता है तो इसकी नींव को कोई नहीं हिला सकता, परन्तु धर्मरूपी विभीषण के घर से जाते ही पूरा परिवार बिखरकर नष्ट हो जाता है। अतः सभी को धर्म के आचरण-पथ पर चलना चाहिए, इससे सभी का इहलौकिक व पारलौकिक कल्याण होने वाला है।
कथा से पहले आज शिविर में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त आनन्दलोक कोलकाता के सौजन्य में मेडिकल बस का भी शुभारम्भ किया गया जिसमें ओ.पी.डी., ई.सी.जी., एक्स-रे, पैथ लैबोरेटरी, आँखों के इलाज, डेन्टल आदि सभी सुविधायें हैं। ब्रह्मचारी जी ने जनता के सेवार्थ इस मेडिकल बस का उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्वामी रविन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज-जूना अखाडा, संस्था के ट्रस्टी गोवर्धन अग्रवाल, साधु-महात्मा एवं अन्य प्रान्तों से आये आश्रमीय भक्तों की उपस्थिति रही।

अखिलेश यादव के चाचा राजपाल की अस्थियां गंगा में विसर्जित, हरिद्वार के नमामि गंगे घाट हुआ अस्थि विसर्जन

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हरिद्वार( कुलभूषण)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव की अस्थियां मंगलवार को नमामि गंगे घाट पर गंगा में विसर्जित की गई। तीर्थ पुरोहित शेलेष गौतम के सानिध्य में पं अभिनव झा ने पूर्ण विधि विधान से कर्मकांड संपन्न कराया।

बताते चलें कि कि अखिलेश यादव अपने परिजनों के साथ चाचा राजपाल यादव की अस्थियों का विसर्जन करने के लिए मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे। अस्थि विसर्जन राजपाल यादव के बड़े बेटे अभिषेक यादव ने किया। आपको बता दें कि राजपाल यादव का 73 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के चलते 9 जनवरी को गुड़गांव के वेदांता हॉस्पिटल में निधन हुआ था। राजपाल यादव अखिलेश यादव के पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के भाई थे. राजपाल यादव राजनीति से दूर रहकर समाज सेवा के कार्यों में लगे रहते थे। राजपाल यादवसमाजवादी पार्टी के संरक्षक भी थे। उनका अंतिम संस्कार 9 जनवरी को उनकी पैतृक जमीन प्रोफेसर मार्केट रोड के पास सैफई में किया गया था। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव ने दी थी। राजपाल यादव के अंतिम संस्कार में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, सांसद डिंपल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव, सांसद अक्षय यादव, सांसद आदित्य यादव और विधायक तेज प्रताप यादव, प्रतीक यादव, उनकी पत्नी अपर्णा यादव, अनुजेश यादव समेत सपा के अनेक नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.

हिमालयन हॉस्पिटल में निशुल्क ओपीडी सुविधा 31 जनवरी तक

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“15 हजार से अधिक लोगों ने उठाया निशुल्क सुविधा का लाभ”

डोईवाला (देहरादून), हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट की ओर से सामान्य ओपीडी में आने वाले रोगियों को निशुल्क पंजीकरण व स्वास्थ्य परामर्श दिया जा रहा है। 31 जनवरी तक अस्पताल में सामान्य ओपीडी सेवाओं को निशुल्क किया गया है।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 जनवरी से शुरू हुयी निशुल्क पंजीकरण व परामर्श सुविधा से अभी तक 15000 से अधिक लोग लाभान्वित हुए है। उन्होंने बताया कि आगामी 31 जनवरी तक हिमालयन अस्पताल की सामान्य ओपीडी सेवाओं को निशुल्क रखा गया है। निशुल्क ओपीडी सुबह 8.30 बजे से प्रारंभ होगी और शाम 4 बजे तक चलेगी।

डॉ. धस्माना ने कहा कि प्रतिवर्ष 4 लाख से अधिक मरीज उपचार के लिए हिमालयन अस्पताल आते हैं। आंकड़े बताते हैं कि गुणवत्तापरक व अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित हिमालयन अस्पताल पर लाखों मरीजों का भरोसा है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा अस्पताल की निशुल्क सेवा का लाभ उठाने की बात कही।

हेल्पलाइन नंबर जारी :

अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने बताया कि अस्पताल आने वाले रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अधिक जानकारी के लिए फोन नम्बर 0135-2471202, 8194009605 पर संपर्क कर सकते है।

निशुल्क सामान्य ओपीडी सेवा
अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने बताया कि जनरल मेडिसिन, सर्जरी, हड्डी, छाती एवं श्वांस, त्वचा, स्त्री एवं प्रसूति, कान, नाक, गला (ईएनटी), नेत्र, बाल, मनोरोग की ओपीडी में आने वाले मरीजों का निशुल्क पंजीकरण करने के साथ स्वास्थ्य परामर्श दिया जायेगा।

हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार, छुड़ाने गयी भीड़ पर पुलिस ने फटकारी लाठियां

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हरिद्वार, जनपद के मंगलौर कोतवाली में हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के बाद उसे छुड़वाने पहुंची समर्थकों की भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर भगा दिया गया। गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर लंबे समय से फरार चल रहा था जो चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में पहुंचा था।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लंढौरा निवासी सुभान हिस्ट्रीशीटर है और वह किसी मामले में लंबे समय से फरार चल रहा था। आज पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी क्षेत्र में घूम रहा है। जिसके परिवार को कोई सदस्य निकाय चुनाव में उम्मीदवार है और वह प्रचार के लिए क्षेत्र में सक्रिय है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए और उसे गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई। इसके साथ ही मंगलौर कोतवाली में सुभान को छुड़वाने के लिए काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए। पुलिस ने अचार संहिता का हवाला देते हुए उन्हें समझाकर वापस जाने की बात कही। लेकिन काफी समझाने के बाद भी वह नहीं माने और आक्रोशित होने लगे। बाद में पुलिस ने उन्हें लाठियां फटकार कर भगाया। बताया गया है कि कुछ वाहन भी पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। वहीं इस संबंध में एसएसआई रफत अली का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर लंबे समय से फरार था जिसकी गिरफ्तारी की गयी है और लोग उसे छुड़वाने के लिए दबाव बना रहे थे जिन्हें कोतवाली से बाहर निकालने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा है।

भाजपा मुख्यालय में सीएम की मौजूदगी में जारी हुआ भाजपा का संकल्प पत्र

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देहरादून, भाजपा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में अपना विकास की गारंटी वाला संकल्प पत्र जारी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में नगर निकाय चुनाव के लिए पार्टी के संकल्प पत्र का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने पार्टी के विकासात्मक दृष्टिकोण और आगामी पांच वर्षों के लिए निर्धारित कार्यों पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि यह संकल्प पत्र न केवल शहरी विकास के प्रति ट्रिपल इंजन सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि आने वाले पांच वर्षों के लिए भारतीय जनता पार्टी की एक ठोस और भरोसेमंद गारंटी भी है। यह संकल्प पत्र हमारे नेतृत्व और हमारी निष्ठा का प्रमाण है, जो जनता के समग्र विकास और समृद्धि की दिशा में उठाए गए प्रत्येक कदम को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस संकल्प पत्र में जिन महत्वपूर्ण और दूरगामी विषयों को शामिल किया गया है, वे निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल और दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश और देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन स्तर को सुधारने में मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य समाज के हर वर्ग, चाहे वह शहरी हो या ग्रामीण, आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है और उन्हें जीवन की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान करना है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारा यह संकल्प पत्र न केवल विकास योजनाओं का खाका प्रस्तुत करता है, बल्कि यह भाजपा की कार्यशैली और पारदर्शिता को भी साबित करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की प्राथमिकता सिर्फ घोषणाएं करना नहीं है, बल्कि उन घोषणाओं को वास्तविकता में बदलना है। आगामी नगर निकाय चुनावों में भाजपा के नेतृत्व में शहरों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचंद्र अग्रवाल , सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, विधायक सविता कपूर, बृजभूषण गैरोला, सहदेव पुंडीर, आदित्य कोठारी, कुंवर प्रणव चैंपियन, मीरा, कुलदीप कुमार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

हजारों मतदाताओं और कई उम्मीदवारों से किया संपर्क और संवाद

-नगर निगम चुनावों को लेकर जन संगठनों का जागरूकता अभियान

देहरादून (सौरभ ढ़ौड़ियाल), उत्तराखंड़ इंसानियत मंच और उत्तराखंड महिला मंच सहित विभिन्न जन संगठनों ने नगर निगम चुनावों के मद्देनजर संपर्क और संवाद कार्यक्रम शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों में जन संगठनों के लोग दो हजार से ज्यादा मतदाताओं के साथ संपर्क करने के साथ ही कई उम्मीदवारों से संपर्क और संवाद कर चुके हैं। संगठनों की ओर से जनता की अपेक्षाओं का एक पर्चा भी वितरित किया जा रहा है। 16 जनवरी को जनसंगठनों की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए गांधी पार्क से शहीद स्मारक तक एक जुलूस भी निकाला जा रहा है।
नगर निगम चुनावों में जन संगठनों की ओर से पिछले दो दिनों में यमुना कालोनी, गोविन्दगढ, कांवली रोड, वसंत विहार, अजबपुर, सरस्वती विहार आदि क्षेत्रों में आम नागरिकों के साथ संपर्क किया गया। कई उम्मीदवारों से भी जनसंगठनों के लोगों ने संपर्क किया और उन्हें जनता की मांगों से संबंधित अपना पर्चा सौंपा। जन संगठनों के इस पर्चे में मुख्य रूप से ड्रग्स मुक्त शहर बनाना, पेड़ काटने पर पूरी तरह रोक लगना, हर वार्ड में कम से कम दो पार्क बनना और सड़कें खोदे जाने की स्थिति में तय समय के भीतर गड्ढे भरना और 12वीं अनुसूची के सभी विषय नगर निगम को सौंपने के लिए सरकार पर दबाव डालना जैसे मुद्दे शामिल किये गये हैं। इसके साथ ही पर्चे में आम मतदाताओं के नाम अपील भी है। जिसमें लोगों से कहा गया है वे उन्हीं उम्मीदवारों को वोट दें, जो इन मुद्दों पर सहमति जताएं।
वार्ड 52 सरस्वती विहार में जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने बीजेपी के सुमन रौतेला, कांग्रेस के आशीष गुसाईं और निर्दलीय नवनीत काला को एक साथ बिठाकर अपना एजेंडा सौंपा। यहां तीनों उम्मीदवारों ने चुनाव जीतने पर इन मुद्दों पर काम करने का आश्वासन दिया। इसी तरह वार्ड 43 द्रोणपुरी में सीपीएम की उम्मीदवार इंदु नौडियाल ने भी जन संगठनों के मुद्दों पर सहमति जताई और कहा कि चुनाव जीतने पर वे जन संगठनों के मुद्दों को पूरे ताकत के साथ आगे बढ़ाएंगी। कई अन्य जगहों पर कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों ने जनता के इन मुद्दों पर सहमति जताई।
उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि आम तौर पर चुनावों में मतदाता सिर्फ वोट देने तक ही सीमित रहते हैं। यह पहली बार है कि जनसंगठनों की ओर से उम्मीदवारों की जनता के मांगों और अपेक्षाओं के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक पहल इस मायने में भी है कि चुनावों में आम मतदाताओं का दखल हो। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में आम लोगों और ज्यादातर उम्मीदवारों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। उत्तराखंड इंसानियत मंच के त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि जब किसी को पर्चा देते हैं तो लोग किसी उम्मीदवार का प्रचार समझ कर आनाकानी करते हैं, लेकिन जब बताया जाता है कि यह जनता की मांगें हैं उम्मीदवारों के लिए, तब लोग पर्चा लेने और पढ़ने में उत्साह दिखाते हैं। कुछ जगहों पर तो स्थानीय लोग भी टीम के साथ शामिल हो जाते हैं और कई किलोमीटर चलते हैं।
संपर्क और संवाद अभियान में मुख्य रूप से उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, भुवनेश्वरी कठैत, पद्मा गुप्ता, उषा भट्ट, विजय नैथानी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट, इप्टा के हरिओम पाली, जन संवाद समिति के सतीश धौलाखंडी आदि शामिल थे। इस अभियान को सिटीजन फॉर ग्रीन दून, चेतना आंदोलन, गढ़वाल सभा, मैड, इप्टा, नेताजी संघर्ष समिति, एसएफआई, सर्वोदय मंडल, हिन्द स्वराज आदि संगठनों ने भी समर्थन दिया है।

ड्रोन के जरिए ऋषिकेश एम्स से 23 मिनट में हरिद्वार जेल पहुंची दवाइयां

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ॠषिकेश, एम्स से ड्रोन के जरिये जिला कारागार रोशनाबाद में हेपेटाइटिस सी से पीड़ित कैदियों के लिए दवाइयां पहुंचाई। करीब 23 मिनट के अंदर ड्रोन ऋषिकेश से रोशनाबाद दवाइयां लेकर पहुंचा।जेल प्रशासन के मुताबिक, पिछले महीने कुछ कैदियों के सैंपल लेकर जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजे गए थे। जांच में 10 कैदियों में हेपेटाइटिस सी की पुष्टि हुई थी। इसके बाद एम्स के विशेषज्ञों ने दवाइयां शुरू करने की सलाह दी थी। यह दवाइयां एम्स की ओर से ही कैदियों को मुहैया कराई जानी थी। जिनको दूसरी जगह से मंगवाया गया।
बुधवार को 10 मरीजों की हेपेटाइटिस सी रोग से बचाव करने के लिए दवाइयां को लेकर ड्रोन सुबह करीब 11:30 बजे ऋषिकेश से रवाना हुआ। एम्स की डायरेक्टर मीनू सिंह और डॉक्टर अजीत भदोरिया ने ड्रोन को रवाना किया। करीब 23 मिनट बाद ड्रोन हरिद्वार हरिद्वार जिला कारागार पहुंच गया। यहां वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य और फार्मासिस्ट ने दवाइयां को प्राप्त किया। इसके बाद प्रत्येक कैदी को दवाइयां मुहैया कराई गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य का कहना हैं कि प्रत्येक कैदी की दवाई करीब 36 हजार की है। कुल 3.60 लाख की दवाई एम्स ऋषिकेश की ओर से ही दी गई है। जेल से 10 कैदियों के सैंपल लेकर ड्रोन के जरिए एम्स में जांच के लिए भेजे गए हैं। सैंपल अलग-अलग जांच कराने के लिए भेजे गए हैं।