नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने शनिवार को कहा कि तेल और गैस की कीमतों में गिरावट के चलते चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 67 प्रतिशत घट गया। कंपनी ने यहां एक बयान में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ 1,378 करोड़ रुपये था,
जो इससे पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 4,226 करोड़ रुपये के मुकाबले 67.4 प्रतिशत कम है। खास बात यह है कि इस कंपनी में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा कंपनी बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक रहे हैं। इस दौरान कंपनी को कच्चे तेल के लिए प्रत्येक बैरल 43.9 डालर की कीमत मिली, जबकि इससे एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 58.24 डालर प्रति बैरल था।
इस तरह समीक्षाधीन अवधि में गैस की कीमत 3.23 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से घटकर 1.79 प्रति एमएमबीटीयू रह गई। इस दौरान कंपनी की कुल आय 28 प्रतिशत घटकर 17,024 करोड़ रुपये रही। कंपनी बोर्ड ने शनिवार को हुई बैठक में 35 प्रतिशत का अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी, जो पांच रुपये अंकित मूल्य के इक्विटी शेयर पर प्रति शेयर 1.75 रुपये है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इस मद में कुल 2,201.55 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बोर्ड ने गैस और एलएनजी व्यवसाय की मूल्य श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के गठन को मंजूरी दी। ओएनजीसी ने कहा कि उसके बोर्ड ने रणनीतिक निवेश के रूप में इंडियन गैस एक्सचेंज लिमिटेड (आईजीएक्स) में पांच प्रतिशत इक्विटी के अधिग्रहण को भी मंजूरी दी है।
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