Thursday, November 28, 2024
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कृषि कानूनों का एक साल : अकाली दल का दिल्ली में हल्ला बोल, कई नेता पुलिस की हिरासत में

नई दिल्ली, कृषि कानून पारित होने के एक साल के पूरे होने पर अकाली दल किसानों के समर्थन में आज दिल्ली में प्रदर्शन कर रहा है। अकाली दल के प्रदर्शन के चलते दिल्ली में कई जगह जाम लग गया है। वहीं सुरक्षा कारणों से पंडित श्री राम शर्मा और बहादुरगढ़ शहर मेट्रो स्टेशनों को बंद कि गया है। दिल्ली पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर झरोदा कलां बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद किया हुआ है।
आज सुबह गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के बाहर बड़ी संख्या में अकाली दल के कार्यकर्ता इक्ट्ठे हुए जिसके बाद किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ ‘ब्लैक फ्राइडे प्रोटेस्ट मार्च’ में शामिल होने दिल्ली आ रहे अकाली दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक दिया है। शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर बादल प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और किसानों को संबोधित किया। इस दौरान सुखबीर बादल ने बड़ा एलान भी किया है कि अगर पंजाब में उनकी सरकार बनती है तो वहां कृषि कानून लागू नहीं होंगे। इसके साथ ही उन्होंने कानूनों को लेकर भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। बादल ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कृषि कानूनों के मामले में कटघरे में खड़ा किया।

कृषि कानूनों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल के प्रदर्शन मार्च में पार्टी की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी पहुंची हैं। उन्होंने यहां प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, कई किसानों ने अपनी जान गंवा दी और सैकड़ों अब भी दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं लेकिन इस सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। हम अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं हो जाते।

इस मौके दिल्ली पुलिस ने अकाली दल प्रमुख सुखबीर बादल, पत्नी हरसिमरत कौर समेत 15 पार्टी नेताओं को कृषि कानूनों के विरोध के बीच हिरासत में ले लिया है। सुखबीर बादल ने कहा है कि मोदी सरकार और हरियाणा सरकार ने हमारे कार्यकर्ताओं को रोक लिया। उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया, हमारी गाड़ियां तोड़ दीं। एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोका गया। हम यहां पीएम मोदी को यह संदेश देने आए हैं कि न सिर्फ पंजाब बल्कि पूरा देश इस सरकार के खिलाफ है।

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