Thursday, May 15, 2025
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दृष्टिकोण और अभ्यास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया

हर्रावाला (कुलभूषण)। क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, रानीखेत द्वारा उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला, देहरादून के प्रशासनिक भवन के सभागार में “उत्तराखंड के पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सकों के बीच आयुर्वेदिक दवाओं की फार्माकोविजिलेंस के प्रति ज्ञान, दृष्टिकोण और अभ्यास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान स्वागत भाषण एवं सभी अतिथियों का स्वागत के साथ-साथ विषय परिचय प्रभारी सहायक निदेशक, डॉ. ओम प्रकाश द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि माननीय प्रो (डॉ.) अरूण कुमार त्रिपाठी, कुलपति, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून, उत्तराखण्ड के द्वारा विशेष उद्बोधन दिया गया, जिसमें उन्होने संक्षिप्त परिचय के साथ कार्यक्रम की सफलता की कामना की। साथ ही विशिष्ट अतिथि श्री रामजीशरणशर्मा रजिस्ट्रार, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून, उत्तराखण्ड; श्रीमती नर्वदा गुसांई, रजिस्ट्रार, भारतीय चिकित्सा परिषद्, देहरादून एवं डॉ. जी.सी.एस. जंगपांगी, जिला आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी, देहरादून द्वारा कार्यशाला की उपयोगिता के विषय में उद्बोधन दिया गया। यह कार्यशाला उत्तराखंड राज्य के रजिस्टर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर रहा । कार्यशाला का उद्देश्य आयुर्वेद के माध्यम से दी जा रही औषधियों की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता पर चर्चा करना रहा, ताकि मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएँ प्रदान कर सकें।इस कार्यक्रम के दौरान विषय विशेषज्ञ वक्ताओं ने निम्न विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किए -1. डॉ. तरूण कुमार, अनुसंधान अधिकारी (आयु.) द्वारा “ए.एस.यू एंड एच संबंधित ए.डी.आर और भ्रामक विज्ञापन की रिपोर्टिंग” विषय पर व्याख्यान दिया गया।2.​डॉ. किरण वशिष्ट, सहायक प्रोफेसर, द्वारा आयु सुरक्षा पोर्टल पर ए.डी.आर. एवं भ्रामक विज्ञापन रिपोर्ट करने हेतु प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला एवं कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन डॉ. तरूण कुमार, सलाहकार (आयु.) द्वारा किया गया। कार्यशाला में देहरादून जिले के कुल 58 पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सकों, चिकित्सा अधिकारीयों , विश्वविद्यालय के शिक्षकों डा0 नंदकिशोर दाधीचि, डा0राजीव कुरेले आदि द्वारा सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया गया, जिन्हें कार्यशाला के उपरांत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन व राष्ट्रगान से किया गया।

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