हरिद्वार 6 अगस्त (कुलभूषण) हम सभी ज्ञान के उपासक है जहा पर ज्ञान व ज्ञानी होते है वहा हम सब नतमस्तक होते है। यह उदगार उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो देवीचन्द त्रिपाठी ने बतौर मुख्य अतिथि गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालस में पांच दिवसीय भ्रमण पर पहुचे आर एन एस इनसीटीटयूट आफ टैक्नौलाजी कर्नाटक से आये दल को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। वह लाल माता यज्ञशाला में यज्ञ के उपरान्त छात्रो व उपस्थित शिक्षको तथा छात्रों के साथ आये उनके शिक्षको के दल को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि हम किसी व्यक्ति विशेष नही वेदो के उपासक है। वेदो में अपार ज्ञान समाहित है। ज्ञान से हमारे विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।
इस अवसर पर गुरूकुल कंागडी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री ने अपने सम्बोधन मे कहा कि वह गुरूकुल में आये सभी छात्रो के दल का हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन करते है। उन्होने कहा कि एक भारत समृद्व भारत के मूल में यही भावना है कि हम सभी एक दूसरे को जाने तथा समझे आप सभी लोगो ने यज्ञ में प्रतिभाग किया हमारे यहा दैनिक कार्य की शुरूवात यज्ञ से होती है। आप लोग गुरूकुल कंागडी के विभिन्न विभागो का भ्रमण करे तथा यहा के शिक्षको तथा कर्मचारियो व छात्रो से यहा के बारे में जाने तथा उनके साथ अपने अनुभव साझा करे इससे बहुत कुछ दोनो को ही सीखने को मिलेगा। निश्चय ही पांच दिनों तक आप लोग यहा पर रहकर बहुत कुछ सीखेगें हमारे यहा उत्तराखंण्ड में ज्ञान व प्राकृति वन व औषधीयो व जल का अपार भण्डार है जिसको इन दिनों में आप सभी को इसे नजदीक से देखने व समझने का मौका मिलेगा ज्ञान के क्षेत्र में जब हम किसी क्षेत्र विशेष या वस्तु को स्वयं नजदीक से देखते है जो उसे समझने का अवसर सहजता से उपलब्ध होता है जो जीवन में हमे आगे बढने में बहुत सहायक होता है।
आशा है इन पंाच दिनों मंे आप सभी को यहा से बहुत कुछ सीखने का अवसर सहजता से उपलब्ध होगें। इससे पूर्व वरिष्ठ प्रो ंमनुदेव बन्धु व प्रों सत्यदेव निगमालंकार ने वैदिक मंत्रोचारणो क बीच यज्ञ सम्पन्न कराया। उपस्थित छात्रों व शिक्षको को विश्वविद्यालय के वित्ताधिकारी प्रो वी के सिंह ने भी सम्बोधित किया कार्यक्रम के अन्त में कुलसचिव प्रो एल पी पुरोहित ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डा हिमाशंु पण्डित ने किया । इस मौके छात्रों के दल के साथ आये दल के प्रमुख डा मल्लिकार्जुन प्रताप एन महेश बीएम वीणा जीएन महादेव अम्मा को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री ने वैदिक साहित्य भेटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डा सुरेन्द्र त्यागी डा दीनदयाल डा अजय मलिक डा कर्मजीत भाटिया डा विनय विद्यालंकार डा प्रिंस प्रशान्त डा बलवन्त रावत डा सुयश भारद्वाज डा संदीप कुमार डा चर्चित डा रीतू अरोडा डा मनीला डा भगवानदास सहित विभिन्न शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।
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