देहरादून, चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हरिद्वार, ऋषिकेश सहित विभिन्न स्थानों पर स्थापित पंजीकरण काउंटरों पर सोमवार सुबह से ही यात्रियों की भीड़ उमड़ने लगी। देश के अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालु बड़ी संख्या में काउंटरों पर पहुंचकर पंजीकरण करवा रहे हैं। सरकार ने इस वर्ष यात्रा को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन पंजीकरण की भी व्यवस्था की है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर समेत प्रमुख प्रवेश द्वारों पर विशेष पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं।चारधाम यात्रा में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। यात्रियों में यात्रा को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है और पहले दिन से ही पंजीकरण केंद्रों पर अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। जबकि दो मई को केदारनाथ व चार मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे। इस बाद 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन के माध्यम से किए गए। सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन करने की व्यवस्था की है।
चारधाम यात्रा मार्गों के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में 30, हरिद्वार में 20, हरबर्टपुर व विकासनगर में 15 पंंजीकरण काउंटर बनाए गए। जहां पर तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले पंजीकरण अनिवार्य है। श्रद्धालुओं को ऑनलाइन व ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
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