रूस और यूक्रेन जंग के बीच दुनिया भर पर इसका असर पड़ रहा है। तेल से लेकर खाने के आईटम्स तक के दामों में वृद्धी हो गई है। रसोई गैस की भी कीमतों में उछाल आया है। इसके साथ ही अब मैगी खाने वालों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि, इसके दामों में वृद्धी कर दी गई है। दूध चाय की कीमतों के बाद अब मैगी की कीमतें बढ़ गई हैं। नेस्ले इंडिया की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, मैगी की कीमतें 9से 16%बढ़ गई हैं।
कीतमों में इजाफा होने के बाद, 12रुपए वाला पैकेट 14रुपए का हुआ, 140ग्राम वाला पैकेट 3रुपए महंगा हुआ, 96रुपए वाला पैकेट 105रुपए का हुआ। इससे पहले देश की बड़ी FMCG कंपनी एचयूएल ने चाय के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी ने ब्रू कॉफी पाउडर के दाम में 3-7फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। ताजमहल चाय की कीमत में 3.7-5.8फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, इससे पहले डिटर्जेंट पाउंडर और साबुन के दाम फरवरी में दो बार बढ़ी थी। HUL ने फरवरी में लाइफबॉय, लक्स और पीयर्स साबुन के अलावा सर्फ एक्सेल मैटिक, कम्फर्ट फैब्रिक कंडीशनर, डव बॉडी वॉश जैसे ब्रांडों की स्टॉक कीपिंग यूनिट्स की कीमतों में और बढ़ोतरी की थी।
ब्रोकरेज एडलवाइस सिक्यॉरिटीज ने कहा था एचयूएल के होम और पर्सनल केयर कैटिगरी के दाम में 1-9 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई थी। मैगी के दामों में बढ़ोतरी को लेकर कंपनी का कहना है कि, लागत बढ़ने के चलते कीमतों को बढ़ाया गया है। वहीं, एक्सपर्ट्स का कहना है कि रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से गेहूं के दाम बढ़ गए है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में दाम 9 साल के उच्चतम स्तर पर हैं। मक्का 8 महीने के उच्चतम स्तर पर हैं. ऐसे में कंपनियों की लागत बढ़ गई है। इसीलिए दाम बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
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